Yes I observed the same this media-man is pretty smart,intelligent and practical..Anand booti vaala sawal anchor ne kitni aasani se puch liya...booty phase is going on😂 But abhay knows thinking concept, truth with clarity and speaks as it is whatever in his personality to mind & brain..jai abhay aapke gyan ko namaskar ❤
दुनिया में एक ही धर्म है वह है सत्य सनातन हिंदू धर्म बाकी सब मजहब है। क्योंकि हिंदू धर्मी है जिसमें सबको स्वस्थ आनंदमई प्रसन्न जीवन जीने के लिए अलग अलग मार्ग बताया गया है वह है संगीत, म्यूजिक, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला, कविता, साहित्य, योग,आयुर्वेदिक और अलग अलग त्योहारों के माध्यम से जिससे मनुष्य स्वस्थ आनंदमई प्रसन्न होकर जीवन जी सके, दुनिया में हिंदू धर्मी है जो पूरे दुनिया में शांति सद्भावना विश्व का कल्याण हो उसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है, पूरे दुनिया को अपना परिवार मानता है, यह सब बाहर से आए हुए दूसरे मजहब में नहीं मिलेगा, इसलिए हिंदू जितना कट्टर होगा अपने धर्म के प्रति उतना ही वह हिंदू ओहिंसा के रास्ते पर चलकर मानव से लेकर जीव जंतु और प्रकृति प्रेमी हो जाता है। क्योंकि हिंदू धर्म में किसी से नफरत करने की शिक्षा नहीं देता है सबसे दया प्रेम करने का शिक्षा देता है, इसीलिए हिंदू जितना कट्टर होगा अपने धर्म के प्रति वह उतना ही प्रेमी और दयालु होगा..🧘🛕🙏
इस्लाम में आनंद, नृत्य, संगीत, स्त्री-पुरुषों के इकट्ठेरहने जैसी कोई अवधारणा नहीं है। कला चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, कविता और साहित्य जैसे सौंदर्य शास्त्रों के प्रति सख्त घृणा है। इस्लाम में कोई आध्यात्मिक बात नहीं है, क्योंकि इसका कोईं गहन दर्शन, उच्च विचार और ध्यान की धारणा नहीं है। जबकि ये सभी चीजें भारतीय परंपराओं में सहज रूप में पाई जाती हैं। यही वजह है कि दुनिया में भारतीय संस्कृति का सम्मान हर दिन बढ़ रहा है। इस्लाम अपने स्वभाव से एक राजनीतिक विचारधारा है जो अपने अनुयायियों से अत्यथिक आज्ञाकारिता और समर्पण की मांग करती है। जिस कारण इस्लाम मानव जाति के लिए बहुत ही खतरनाक बन गया तभी मानव प्रेमी लोग इस्लाम को अपने देश से बाहर रखने का प्रयास कर रहा है (उदाहरण के तौर पर सऊदी अरब जैसा इस्लामिक देश)। 🧘🤺🛕🤺
@@gauravparmar1809 However great be a form, it is a form nonetheless. It is finite. It has a certain shape, weight and mass. It has dimension. Thus, It is limited!
सनातन ही नीचे से उच्चता की ओर ले जाने का सच्चा मार्ग दर्शन है ओर सारे मत मतांतर अपनी अपनी सीढ़ी को ही पकड़ कर दंभी हो गए है और वो सत्य से बहुत दूर है क्योंकि क्रिया को महत्व देते है करता का कोई पता नहीं
Sahi kaha jo mohmmad shahab ne kiya wo muslim follow karenge ishme unke liye kuch galat nahi h. Aakh band kar fooliw karte h. 360 murtia todi mohmmad ne yeh bhi sch h. Inki kuran me likha h.
Central Government Ko Mera Tarafse Binamra Unroradho Ki IITian Baba Ko Bahut Sandar Tarike Se Potect Kiya Jaye??? Inki Upar Kuch Bhi Time Se Kuch Bhi Ho Sakta He???
धर्म और मज़हब में अंतर ये हैं: धर्म क्रियात्मक होता है, जबकि मज़हब विश्वासात्मक होता है. धर्म, मनुष्य के स्वभाव के अनुकूल होता है, जबकि मज़हब मनुष्य कृत होता है. धर्म, मानवता के हित की संकल्पना है, जबकि मज़हब, किसी खास समुदाय को अलग करने वाली संकल्पना है. धर्म, सार्वजानिक और सार्वभौमिक होता है, जबकि मज़हब, केवल उसी मज़हब को मानने वालों द्वारा ही स्वीकार होता है. धर्म, ईश्वरीय या सृष्टि नियमों पर आधारित होता है, जबकि मज़हब, मनुष्य कृत होने से अप्राकृतिक होता है. धर्म, बहुकोषीय सामाजिक संरचना है, जबकि मज़हब एककोषीय होता है. धर्म में बहुदेव उपासना है, लेकिन परमसत्ता को एक माना जाता है. धर्म शब्द संस्कृत भाषा के शब्द 'धारण' से बना है. इसका मतलब है कि जो धारण किया जाए, वह धर्म है. धर्म का मतलब है, लोक-परलोक के सुखों के लिए सार्वजानिक पवित्र गुणों और कर्मों का पालन करना. जय श्री कृष्णा🙏
@ArshadAli-km7zb mughaIo ka Iaw daa ka maIayi pikar tum logo ki vaalidaaye majburi mey taIwar ke darr se saIwar pahni. Warna Dakait Moh mmad' toh arabi-Iuteraa tha aur kuch nahi.
India is the only living civilization which is in perfect harmony with nature. This civilization is all about spontaneity and spirituality. It does not dictate but describes natural ways of being. It allows heresy, renunciation, apostasy and even blasphemy. It is all about freedom, choosing or not choosing God in any form, any shape and choosing or not choosing any scripture. Of course one needs IQ to understand Indian knowledge systems. People who are caged by religious dictates can never understand the meaning of freedom and profundity that Indian traditions contain. Comparing Islam with Indian traditions is like comparing pizza with pineapple...!....
One has to be careful of such types of reporters who try to put words into your mouth and capture your views just for viewership. God will keep you focussed
सांप के दांत में बिच्छु के डंक में और जेहादी के मन में भरे ज़हर का कोई अनुमान नहीं लगा सकता है, सावधान रहें सुरक्षित रहे लातों के भूत बातों से, कदापि नहीं.!❤️❤️
Inko media se jyada baat nahi karni chahiye..yeh media wale inko aise sawaal karenge jinke jawab se inko kai problems ka samna karega ..inke jaal me Naa fase ..sanyasi ji media aapke baare me Kum Janna chahte hai lekin aapke vichar ko jab batayege to unki trp badhegi aur aap ko pareshani jyada hogi..inse dur rahena hi accha hai
मनुष्य जब तक ज्ञान क्या है, यह नहीं जान लेता और ना ही वह उसे अनुभव के द्वारा खुद को ही अनुभव करने की योग्य बन जाता। तब तक मनुष्य इस पूरे संसार में जितने भी शास्त्र लिखी गई है, वह सब अज्ञानता पूर्ण आज्ञा भाव से ही उसको पड़ता है। उसके विषय में वो कुछ भी समझा या कुछ अनुभव भी नहीं कर पता है। बस वह केवल उसे विषय को पढ़ता रहता है। यह सभी कम ध्यान, तपस्या नाम, जप सहित सभी कर्म मनुष्य जन्म से मृत्यु तक निरंतर करते रहने से भीउसे कोई वास्तविक लाभ नहीं होता है। मनुष्य केवल ज्ञान के द्वारा ही मुक्ति पा सकता है। ज्ञान प्राप्त करो फिर ध्यान तपस्या नाम जब सहित संसार में सभी विद्या का अध्ययन करो। सभी मनुष्य को इस समय की जीवन में उसे लाभ होगा। इस पूरे संसार में जितने भी ज्ञान विद्या प्रौद्योगी और सभी वैज्ञानिक कम सहित जितने भी हम देखते हैं और नहीं देखते हैं, वह सब इंद्रियों को प्रयुक्त करने वाला इंद्रिय भोगी अज्ञानता का ज्ञान है। ज्ञान इन सभी से जो तीनों गुण से परे चौथ गुण जो मनुष्य का कर्म विचार ज्ञान से ही उत्पन्न होता है, वही मनुष्य ही परमात्मा है। वह जानने योग्य है। मैं स्वयं परमात्मा हूं। इसका कहने का अर्थ के अज्ञान से यह कथन या वाक्य कभी उत्पन्न नहीं होता है। मनुष्य अपनी अज्ञानता के कारण ज्ञान को वो कभी अनुभव भी नहीं कर पता है।मैं स्वयं ज्ञान हूं और मैं ज्ञान से परे हूं। मैं तीनों गुण से परे चौथ गुण जो कर्मों के ज्ञान के माध्यम से इस संसार में रहते हुए संसार में अभी इसी समय पर रह रहा हूं। आप मुझसे जो भी जानना चाहते हैं, प्रश्न करें, मैं स्वयं मुक्त हूं। मैं अपना परिचय आपको इस प्रकार दे रहा हूँ। इस सम्पूर्ण संसार में मैं ही तीन गुण कर्म, भावना, विचार हूँ, जिन्हें हम देखते और अनुभव करते हैं। मैं उन सभी कर्म, भावना, विचार गुणों से परे चौथे गुण वाला मनुष्य हूँ। क्या आप मेरे बारे में जानना चाहेंगे कि मैं किस प्रकार का मनुष्य हूँ? सबके प्रति मेरी सोच क्या है और मैं किस प्रकार कार्य करता हूँ? मैं भारत के ओडिशा राज्य के ढेंकनाल जिले से हूँ और एक गाँव में रहता हूँ। इस संसार में भी मैं अपने परिवार के साथ रहता हूँ और बहुत खुश और आनंदित हूँ। जन्म से लेकर अब तक मेरे अंदर कभी भी किसी भी भावना या विचार को लेकर कोई अहंकार, भावना, विचार, ज्ञान, क्रिया उत्पन्न नहीं हुई। मैं एक ऐसा मनुष्य हूँ जो सभी के साथ बहुत ही सरलता और प्रेम से रहता हूँ।
टू नेशन थ्योरी वाले सावधान हो जाएं चाहे वह कोई भी हो भारत में इसे लोगों चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम किसी को भी जगह नहीं दी जा सकती भारत सिर्फ ओर सिर्फ भारतीयों का था है और रहेगा अन्यथा परिणाम गंभीर से गंभीर हो सकते हैं जय भारतजय भारतीय संविधान
Riporter unka itna time ley rhe hai abhy ji ko inko arthik madad dena chaiye. Energy exchang ,abhy ji ki bhi basic ji dgi ki needs hai plese sab apna mat dijiye sirf like kar ke jisse inko arthik madad milne lage ,kyoki vidio ka fayda sirf ,inke chenel ko mil rha hai abhay ji ko nhi
भारत एकमात्र जीवित सभ्यता है जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य रखती है। यह सभ्यता सहजता और आध्यात्मिकता के बारे में है। यह किसी प्रकार के हुक्म नहीं देती बल्कि अस्तित्व के प्राकृतिक तरीकों का वर्णन करती है। यह मिथ्याकरण, त्याग, धर्मत्याग और यहां तक कि ईश निंदा की भी अनुमति देती है। यह सभी प्रकार की स्वतंत्रता के बारे में है, किसी भी रूप में किसी भी आकार में, खुदा को चुनने या न चुनने और किसी भी शास्त्र को चुनने या ना चुनने की अनुमति देती है। निश्चित रूप से भारतीय ज्ञान प्रणालियों को समझने के लिए ।Q की आवश्यकता होती है। जिन लोगों को मजहबी आदेशों के कारण से पिंजरों में रखा जाता है, वे कभी भी, स्वतंत्रता और गहनता के अर्थ को समझ नहीं सकते हैं जो भारतीय परंपराओं में निहित हैं। भारतीय परंपराओं के साथ इस्लाम की तुलना करना अनानास के साथ पिज्जा की तुलना करने जैसा है...!
@@Gurdeepsingh-jk5wg 25 saal ka Toh Bhramchari Aasram Hota hai... Aur Raam Ki age 15 Ho gyi .🤣🤣🤣🤣... Aur Swayamwaar 16 saal se Kam age Ki ladki nahi kar sakti...
@@Gurdeepsingh-jk5wg 25 Saal Ki Age Ka Toh Bhramchari Aasraam Hota hai.. Aur Tu Apne Maan se Raam Ki age 15 bata raha hai....wow... Swayamwaar mein ladki ki Minimum Age 16 Saal Hoti Thi... Tune 16 mein se 10 gayab kar diya🤣🤣👌👌👌
@Gurdeepsingh-jk5wg 25 Saal Ki Age Ka Toh Bhramchari Aasraam Hota hai.. Aur Tu Apne Maan se Raam Ki age 15 bata raha hai....wow... Swayamwaar mein ladki ki Minimum Age 16 Saal Hoti Thi... Tune 16 mein se 10 gayab kar diya🤣🤣👌👌👌
@@PRASHANT-URJA 🤣i want you to learn a little about knowledge and wisdom. Anyone can become knowledgeable about a subject by reading, researching, and memorizing facts
नमन आपको आध्यात्मिक वाले राह पर।।
Finally kisi reporter ne kuch alag pucha, aur jawab sunke saaf clear hai...He's a genius 🧘
Sacche and kattar hindu like kren 💥💥💥
Baba full of gyan n intelligence.🙏
Perfect analysis on peace community 👌👌👌👌👌
Jai ho iit baba ❤❤❤❤
Bahut intelligent h respect u ye desh ke liye apne snatn dharm ke liye bahut kuchh krenge aane wale time
आपके चेहरे कि मुस्कान बहुत प्यारी है
Voilance, and peace , love and hate hono sath sath h❤ war jota hie hie h santi ke liye ❤ what a deep understanding
Truth is truth...he has the dare to speak 🎉
वाह बाबा जी, आपके विचार अति उत्तम है, आपकी सोच को सलाम😅
Jai sriram.. India need this iit saint to sustain our ancient Santana n humanity. Jai hindustan
हर हर महादेव ❤❤❤
Abhay baba ne bilkul sahi bola Hai 100/
आप।ऐसे पहले पत्रकार है जो अभी सिंह बाबा जी से उनके ज्ञान के हिसाब से सवाल किया है बाकी मीडिया तो पागलों जैसे सवाल पूछती है
Right ✅️ ❤
Jo inko samajh payenge wahi to sahi question puchenge
Yes I observed the same this media-man is pretty smart,intelligent and practical..Anand booti vaala sawal anchor ne kitni aasani se puch liya...booty phase is going on😂
But abhay knows thinking concept, truth with clarity and speaks as it is whatever in his personality to mind & brain..jai abhay aapke gyan ko namaskar ❤
But thora criticise bhi kiya iit seat ki baat bolkar
Dil chu lene wali baat boli behan aapne.Satya Sanatan ki Jay🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Har har Mahadev 🚩🚩🚩🚩
दुनिया में एक ही धर्म है वह है सत्य सनातन हिंदू धर्म बाकी सब मजहब है। क्योंकि हिंदू धर्मी है जिसमें सबको स्वस्थ आनंदमई प्रसन्न जीवन जीने के लिए अलग अलग मार्ग बताया गया है वह है संगीत, म्यूजिक, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला, कविता, साहित्य, योग,आयुर्वेदिक और अलग अलग त्योहारों के माध्यम से जिससे मनुष्य स्वस्थ आनंदमई प्रसन्न होकर जीवन जी सके, दुनिया में हिंदू धर्मी है जो पूरे दुनिया में शांति सद्भावना विश्व का कल्याण हो उसके लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है, पूरे दुनिया को अपना परिवार मानता है, यह सब बाहर से आए हुए दूसरे मजहब में नहीं मिलेगा, इसलिए हिंदू जितना कट्टर होगा अपने धर्म के प्रति उतना ही वह हिंदू ओहिंसा के रास्ते पर चलकर मानव से लेकर जीव जंतु और प्रकृति प्रेमी हो जाता है। क्योंकि हिंदू धर्म में किसी से नफरत करने की शिक्षा नहीं देता है सबसे दया प्रेम करने का शिक्षा देता है, इसीलिए हिंदू जितना कट्टर होगा अपने धर्म के प्रति वह उतना ही प्रेमी और दयालु होगा..🧘🛕🙏
हर हर महादेव 🙏🙏🙏
Knowledge😮
Give him security....
इस्लाम में आनंद, नृत्य, संगीत, स्त्री-पुरुषों के इकट्ठेरहने जैसी कोई अवधारणा नहीं है। कला चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, कविता और साहित्य जैसे सौंदर्य शास्त्रों के प्रति सख्त घृणा है। इस्लाम में कोई आध्यात्मिक बात नहीं है, क्योंकि इसका कोईं गहन दर्शन, उच्च विचार और ध्यान की धारणा नहीं है। जबकि ये सभी चीजें भारतीय परंपराओं में सहज रूप में पाई जाती हैं। यही वजह है कि दुनिया में भारतीय संस्कृति का सम्मान हर दिन बढ़ रहा है। इस्लाम अपने स्वभाव से एक राजनीतिक विचारधारा है जो अपने अनुयायियों से अत्यथिक आज्ञाकारिता और समर्पण की मांग करती है। जिस कारण इस्लाम मानव जाति के लिए बहुत ही खतरनाक बन गया तभी मानव प्रेमी लोग इस्लाम को अपने देश से बाहर रखने का प्रयास कर रहा है (उदाहरण के तौर पर सऊदी अरब जैसा इस्लामिक देश)। 🧘🤺🛕🤺
Video viral ho jae to maza aa jaay 🙏
बहुत सुंदर
बड़े प्लेटफॉर्म चाहिए इनको अपना बात रखने को , बरे इंटेलेक्चुअल सब इनसे सवाल पूछ सकता है इनके लेवल का कोई पत्रकार ही नहीं।
1:50 Exactly. If God is almighty then why can't he take Saakar roop.
अगर गौड़ तुम्हारे अंदर है, यही तो असली खेल है.
Along with being almighty, God is also infinite. How can one limit an infinite being into a finite entity. Won't it be contradictory?
How does ability to take a form limiting?
@@gauravparmar1809 However great be a form, it is a form nonetheless. It is finite. It has a certain shape, weight and mass. It has dimension. Thus, It is limited!
@@circularacademy4812 nope. Only manifested form exists. Manifestation completes unmanifested form. निराकार roop is incomplete without saakar roop.
JAI SRI RADHA 🙏🙏🕉️🕉️🙏
Maharaj ji nay bilkul sahi kahay hay jai shree Ram ji ❤️🙏🚩🇮🇳
Bhagvan aapko surakshit rakhe aapne kuch jyada hi sach bol dia hai maleksh kuch bhi kr sakte hain
Joy shree Ram 🕉️🕉️🫡🫡🇧🇩❤️🇮🇳💪💪💪💪🚩🚩🕉️🕉️
He looks more charming when he closes his eyes
Seedhi baat No bakwas
Impress kar diya guru ji
Great educated baba we need people like abhay singh
आप महान है संत हैं आप को मेरा नमन है
बहुत सही कह रहे इनका शास्त्र ही कुरान सिखाता है
सनातन ही नीचे से उच्चता की ओर ले जाने का सच्चा मार्ग दर्शन है ओर सारे मत मतांतर अपनी अपनी सीढ़ी को ही पकड़ कर दंभी हो गए है और वो सत्य से बहुत दूर है क्योंकि क्रिया को महत्व देते है करता का कोई पता नहीं
Sahi kaha jo mohmmad shahab ne kiya wo muslim follow karenge ishme unke liye kuch galat nahi h. Aakh band kar fooliw karte h. 360 murtia todi mohmmad ne yeh bhi sch h. Inki kuran me likha h.
Central Government Ko Mera Tarafse Binamra Unroradho Ki IITian Baba Ko Bahut Sandar Tarike Se Potect Kiya Jaye???
Inki Upar Kuch Bhi Time Se Kuch Bhi Ho Sakta He???
❤❤ गजब
proud to be hindu ❤
Ab media abhay ko kuch bhi controversy main fasana chahata hain...
One day he will become most powerful & intelligent spritual guru😊😊har har Mahadev 🔱🔱🚩🚩
धर्म और मज़हब में अंतर ये हैं:
धर्म क्रियात्मक होता है, जबकि मज़हब विश्वासात्मक होता है.
धर्म, मनुष्य के स्वभाव के अनुकूल होता है, जबकि मज़हब मनुष्य कृत होता है.
धर्म, मानवता के हित की संकल्पना है, जबकि मज़हब, किसी खास समुदाय को अलग करने वाली संकल्पना है.
धर्म, सार्वजानिक और सार्वभौमिक होता है, जबकि मज़हब, केवल उसी मज़हब को मानने वालों द्वारा ही स्वीकार होता है.
धर्म, ईश्वरीय या सृष्टि नियमों पर आधारित होता है, जबकि मज़हब, मनुष्य कृत होने से अप्राकृतिक होता है.
धर्म, बहुकोषीय सामाजिक संरचना है, जबकि मज़हब एककोषीय होता है.
धर्म में बहुदेव उपासना है, लेकिन परमसत्ता को एक माना जाता है.
धर्म शब्द संस्कृत भाषा के शब्द 'धारण' से बना है. इसका मतलब है कि जो धारण किया जाए, वह धर्म है. धर्म का मतलब है, लोक-परलोक के सुखों के लिए सार्वजानिक पवित्र गुणों और कर्मों का पालन करना. जय श्री कृष्णा🙏
Dna check krw apna
Very nicely explain.
@@ArshadAli-km7zb Tum MCIogo ko kaafeir ka concept hata dena
chahiye, apni SheitBook Qu raan ko jaIa dena chahiye.
@@ArshadAli-km7zb@ArshadAli-km7zb Tum MCIogo ko kaafeir ka concept hata dena
chahiye, apni SheitBook Qu raan ko jaIa dena chahiye.
@ArshadAli-km7zb mughaIo ka Iaw daa ka maIayi pikar tum logo ki vaalidaaye majburi mey taIwar ke darr se saIwar pahni. Warna Dakait
Moh mmad' toh arabi-Iuteraa tha aur kuch nahi.
India is the only living civilization which is in perfect harmony with nature. This civilization is all about spontaneity and spirituality. It does not dictate but describes natural ways of being. It allows heresy, renunciation, apostasy and even blasphemy. It is all about freedom, choosing or not choosing God in any form, any shape and choosing or not choosing any scripture. Of course one needs IQ to understand Indian knowledge systems. People who are caged by religious dictates can never understand the meaning of freedom and profundity that Indian traditions contain. Comparing Islam with Indian traditions is like comparing pizza with pineapple...!....
great man.❤
One has to be careful of such types of reporters who try to put words into your mouth and capture your views just for viewership. God will keep you focussed
सांप के दांत में बिच्छु के डंक में और जेहादी
के मन में भरे ज़हर का कोई अनुमान नहीं
लगा सकता है, सावधान रहें सुरक्षित रहे
लातों के भूत बातों से, कदापि नहीं.!❤️❤️
Good 👍👍👍👍 Sanatan Dharma
Jay Mahadev
Trump chacha wild fire 🔥 hai sala jhukega nahi ❤
Modi feku hai aajtak pak bngadesh ko hindu rast nahi bna paya 12 sal se pm hai trump chacha canada ko apne stete me jor diya ❤🎉
Great great great honorable Abhay sir Ji
🎉🎉🎉
शिवोम् शिवोम् नमामि नमामि संत को मैं बहुत पसंद करता हूं।
👌
❤
Har har Mahadev Jay 🪔🥥❤️🍮🌹💐🙏
भारत में अंधविश्वास की जड़ें बहुत गहरी हैं और यह सदियों पुरानी सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराओं का हिस्सा रहा है
❤jay ho aapki
Right
Har har mahadev......
Bharat Mata ki Jai
❤❤
Ex muslim sahil, adam ache se explain karenge muslim ideology
Big fan of them
💯✅
Inko media se jyada baat nahi karni chahiye..yeh media wale inko aise sawaal karenge jinke jawab se inko kai problems ka samna karega ..inke jaal me Naa fase ..sanyasi ji media aapke baare me Kum Janna chahte hai lekin aapke vichar ko jab batayege to unki trp badhegi aur aap ko pareshani jyada hogi..inse dur rahena hi accha hai
All eyes on Bangladeshi Hindus 🩸🥺🙏
Big boss baba
Media made mental and intelligent if you are nothing
Its truth IIT Bombay Baba is nothing. Nothing become everything.
मनुष्य जब तक ज्ञान क्या है, यह नहीं जान लेता और ना ही वह उसे अनुभव के द्वारा खुद को ही अनुभव करने की योग्य बन जाता। तब तक मनुष्य इस पूरे संसार में जितने भी शास्त्र लिखी गई है, वह सब अज्ञानता पूर्ण आज्ञा भाव से ही उसको पड़ता है। उसके विषय में वो कुछ भी समझा या कुछ अनुभव भी नहीं कर पता है। बस वह केवल उसे विषय को पढ़ता रहता है। यह सभी कम ध्यान, तपस्या नाम, जप सहित सभी कर्म मनुष्य जन्म से मृत्यु तक निरंतर करते रहने से भीउसे कोई वास्तविक लाभ नहीं होता है। मनुष्य केवल ज्ञान के द्वारा ही मुक्ति पा सकता है। ज्ञान प्राप्त करो फिर ध्यान तपस्या नाम जब सहित संसार में सभी विद्या का अध्ययन करो। सभी मनुष्य को इस समय की जीवन में उसे लाभ होगा।
इस पूरे संसार में जितने भी ज्ञान विद्या प्रौद्योगी और सभी वैज्ञानिक कम सहित जितने भी हम देखते हैं और नहीं देखते हैं, वह सब इंद्रियों को प्रयुक्त करने वाला इंद्रिय भोगी अज्ञानता का ज्ञान है। ज्ञान इन सभी से जो तीनों गुण से परे चौथ गुण जो मनुष्य का कर्म विचार ज्ञान से ही उत्पन्न होता है, वही मनुष्य ही परमात्मा है। वह जानने योग्य है। मैं स्वयं परमात्मा हूं। इसका कहने का अर्थ के अज्ञान से यह कथन या वाक्य कभी उत्पन्न नहीं होता है। मनुष्य अपनी अज्ञानता के कारण ज्ञान को वो कभी अनुभव भी नहीं कर पता है।मैं स्वयं ज्ञान हूं और मैं ज्ञान से परे हूं। मैं तीनों गुण से परे चौथ गुण जो कर्मों के ज्ञान के माध्यम से इस संसार में रहते हुए संसार में अभी इसी समय पर रह रहा हूं। आप मुझसे जो भी जानना चाहते हैं, प्रश्न करें, मैं स्वयं मुक्त हूं।
मैं अपना परिचय आपको इस प्रकार दे रहा हूँ। इस सम्पूर्ण संसार में मैं ही तीन गुण कर्म, भावना, विचार हूँ, जिन्हें हम देखते और अनुभव करते हैं। मैं उन सभी कर्म, भावना, विचार गुणों से परे चौथे गुण वाला मनुष्य हूँ। क्या आप मेरे बारे में जानना चाहेंगे कि मैं किस प्रकार का मनुष्य हूँ? सबके प्रति मेरी सोच क्या है और मैं किस प्रकार कार्य करता हूँ? मैं भारत के ओडिशा राज्य के ढेंकनाल जिले से हूँ और एक गाँव में रहता हूँ। इस संसार में भी मैं अपने परिवार के साथ रहता हूँ और बहुत खुश और आनंदित हूँ। जन्म से लेकर अब तक मेरे अंदर कभी भी किसी भी भावना या विचार को लेकर कोई अहंकार, भावना, विचार, ज्ञान, क्रिया उत्पन्न नहीं हुई। मैं एक ऐसा मनुष्य हूँ जो सभी के साथ बहुत ही सरलता और प्रेम से रहता हूँ।
Bhai pahale bhi bol chuke hai ki wo sare religion ke book padh haii ❤
IIT an Baba Abhay Singh ji jai ho
टू नेशन थ्योरी वाले सावधान हो जाएं चाहे वह कोई भी हो भारत में इसे लोगों चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम किसी को भी जगह नहीं दी जा सकती भारत सिर्फ ओर सिर्फ भारतीयों का था है और रहेगा अन्यथा परिणाम गंभीर से गंभीर हो सकते हैं
जय भारतजय भारतीय संविधान
awesome
YE ARTIFICIAL INTELLIGENCE KA LIVE PROOF HAI....SAB APNAO OR INKI TRH BNN JAO....JAI HO ....ARTIFICIAL INTELLIGENCE...🎉🎉
@rakeshchanoria1195 arre tum kehna kya chahte ho? reply awaited!
Isckon join karna chahiye baba ko
Controversy create karna reporter ka kaam hai...😂😂😂😂
❤🎉🎉🎉❤❤❤❤
Jai ho iit wale baba
🙏
🔱🔱🔱
Hr Hr mahadev
Dear.
IIT Baba go ahead on your own way.
Bhai use pura bol to lene de. Beech me hi sawal puch le ra h
Riporter unka itna time ley rhe hai abhy ji ko inko arthik madad dena chaiye. Energy exchang ,abhy ji ki bhi basic ji dgi ki needs hai plese sab apna mat dijiye sirf like kar ke jisse inko arthik madad milne lage ,kyoki vidio ka fayda sirf ,inke chenel ko mil rha hai abhay ji ko nhi
Bhai kitne interview
Yogi ji should consider him.
Bhai chain se IIT Baba ko rehne do tum media walo.
भारत एकमात्र जीवित सभ्यता है जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य रखती है। यह सभ्यता सहजता और आध्यात्मिकता के बारे में है। यह किसी प्रकार के हुक्म नहीं देती बल्कि अस्तित्व के प्राकृतिक तरीकों का वर्णन करती है। यह मिथ्याकरण, त्याग, धर्मत्याग और यहां तक कि ईश निंदा की भी अनुमति देती है। यह सभी प्रकार की स्वतंत्रता के बारे में है, किसी भी रूप में किसी भी आकार में, खुदा को चुनने या न चुनने और किसी भी शास्त्र को चुनने या ना चुनने की अनुमति देती है। निश्चित रूप से भारतीय ज्ञान प्रणालियों को समझने के लिए ।Q की आवश्यकता होती है। जिन लोगों को मजहबी आदेशों के कारण से पिंजरों में रखा जाता है, वे कभी भी, स्वतंत्रता और गहनता के अर्थ को समझ नहीं सकते हैं जो भारतीय परंपराओं में निहित हैं। भारतीय परंपराओं के साथ इस्लाम की तुलना करना अनानास के साथ पिज्जा की तुलना करने जैसा है...!
His voice is like ranbir kapoor
Also keep health on check
Mind check ✅ yours 😂
Sita bhi 6 sal ki thi jab ram se shadi hui ..balmiki ramayan ke anusar
Balmiki ramayan ke anusar ram 15 varsh ke the
@@Gurdeepsingh-jk5wg Swayamwaar Padh ke Aa ja Phele Ki ,
Swayamwar Hota kya hai..
Aur Uske Liye Minimum age Kya Chahiye...
@@Gurdeepsingh-jk5wg 25 saal ka Toh Bhramchari Aasram Hota hai...
Aur Raam Ki age 15 Ho gyi .🤣🤣🤣🤣...
Aur Swayamwaar 16 saal se Kam age Ki ladki nahi kar sakti...
@@Gurdeepsingh-jk5wg 25 Saal Ki Age Ka Toh Bhramchari Aasraam Hota hai..
Aur Tu Apne Maan se Raam Ki age 15 bata raha hai....wow...
Swayamwaar mein ladki ki Minimum Age 16 Saal Hoti Thi...
Tune 16 mein se 10 gayab kar diya🤣🤣👌👌👌
@Gurdeepsingh-jk5wg 25 Saal Ki Age Ka Toh Bhramchari Aasraam Hota hai..
Aur Tu Apne Maan se Raam Ki age 15 bata raha hai....wow...
Swayamwaar mein ladki ki Minimum Age 16 Saal Hoti Thi...
Tune 16 mein se 10 gayab kar diya🤣🤣👌👌👌
Dharmguru Apna Jatika Janatako Galat Shixa Deke Alag Dharmke Bich Dushmany Payda Kartehen🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Tum media wale sabko lapet lete ho trp ke liye, dusra jagah shift hua ,phir use khoj nikalta en logo ne
watch exmuslim sahil to legitimate the baba voice about islam
Isliye india main demographic change ho raha hai
Bhakti ka nasha hai ye dosto
He have knowledge but not wisdom ( Note : my thought )
Keep your thoughts to yourself.can knowledge be acquired without wisdom??
@@PRASHANT-URJA 🤣i want you to learn a little about knowledge and wisdom. Anyone can become knowledgeable about a subject by reading, researching, and memorizing facts
Media inko pitwa degi glt slt question puch kr
Be a normal person iit baba and use ur merits that you have achieved
किसी जगह पर रंग रोशन करके अगर वहां पर लिपाई पुताई करके कुछ बना दिया जाए तो वह आपका नहीं हो जाता है बहुत कुछ हुआ है जो आप धीरे धीरे दिख रहा है
पत्रकार त्यांनी पागल केला त्याला नामस्मरण कर असा साधू आहे का