और जब विद्युत अमा के विवाह के लिए वर ढूंढने के लिए पंडितों को यह कार्य दिया गया उस समय पंडितों ने अपने मस्तिष्क के विचार के अनुसार सोचा कि एक तपस्वी एक ऋषि एक ज्ञानी ही इसके प्रश्नों का उत्तर दे सकता है ऋषि यों ने बड़े-बड़े ऋषि यों से भेंट की और विद्युत मा के समक्ष खड़ा किया परंतु विद्युत अम्मा के सामने सभी ऋषि मुनि परास्त हो गए यह देखकर ऋषि-मुनियों ने विद्युतमा से बदला लेने के लिए महामूर्ख कालीदास से विवाह करण करवाने का निश्चय किया और उसे मौन व्रत धारण करने के लिए कहा विद्युतमा ने एक अंगुली दिखाइए उसने सोचा तुम मेरी एक आंख फोड़ ओगी मैं तुम्हारी दोनों फोड़ दूंगा विद्युत अमाने हाथ दिखाया उसने सोचा तुम मुझे चाटा मरोगी मैं तुम्हारे गुस्त मारूंगा और विद्वानों की भाषा में विद्युत अमाने कुछ और ही जवाब समझा और उसे एक विद्वान मानते हुए उससे विवाह कर लिया जब विद्युत अम्मा को पता चला कि कालिदास एक महा मूर्ख प्राणी है और इस बात का पता तब चला जब विद्युत अमाने अपने हाथों से सुंदर पकवान कालिदास को खाने के लिए दिए और वह राजमहल के झरोखे पर जब पकवान का आनंद ले रहा था तो विद्युत अमाने पूछा संस्कृत में के पकवान कैसे लगे तो कालिदास ने मूर्खतापूर्ण जवाब दिया इस बात से विद्युत अमा समझ गई उसके साथ धोखा हुआ है उसने क्रोधित अवस्था में कालिदास को जोर से लात मारी और वह महल के झरोखे से नीचे मंदिर में आकर गिरा और मातेश्वरी के चरणों में उसका रक्त गिरा उसी समय संयोगवश महादेवी प्रकट हुई और उसे कारण बताने को कहा तो वह विद्युत अम्मा का नाम नहीं ले सका और मातेश्वरी ने उसे विद्यादान का आश्वासन देकर एक संग्रहालय का निर्देश दिया कि तुम वहां जाकर जितने भी धार्मिक संग्रह पर हाथ रखोगे वह सभी तुम्हारे मस्तिष्क में विराजमान हो जाएंगे इसी प्रकार महामूर्ख कालीदास एक महा विद्वान कवि कालिदास बना और इसका उदाहरण हिंदी साहित्य के बड़े-बड़े संग्रहालय में देखने को मिलता है यह कहानी इस प्रकार है श्रीमान अगर किसी को त्रुटि लगी हो तो क्षमा करें धन्यवाद
गुरुदेव आपकी कहानी बहुत अच्छी है परंतु कहानी आपकी मन की कल्पना से बनी हुई है इस कहानी के अंदर जो राजा भोज की पुत्री थी उसका नाम विद्युतमा था और कालिदास छत से नीचे गिराया गया था अपनी पत्नी के द्वारा और नीचे एक मंदिर था वहां पर मां काली प्रकट हुई थी मां काली ने उससे पूछा था कि तुम्हें क्या चाहिए उसने विद्युत मां का नाम लेने की कोशिश की थी परंतु ले नहीं पाया था और मातेश्वरी ने उसे विद्या का दान दिया था और कहा था यहां से कुछ दूर जाने पर एक बड़ा धर्म धार्मिक ग्रंथों का संग्रहालय है तुम जिन जिन ग्रंथों पर अपना हाथ लगाओगे वह सभी तुम्हारे मस्तिष्क में विराजमान हो जाएंगे यह कहानी इस प्रकार है कृपया इस कहानी में आप सुधार करें धन्यवाद
Jay shree ram
जय गुरु देव 🙏🙏मालाराम रबारी
कृपाराम जी महाराज जो आपके शब्द है जिसका कोई कीमत नहीं है
Ram ram ji guru dev
Hemraj
The
jai ho sa bavji
जय हो गुरूदेव माता की करपिया हो🙏❤🙏⛈❤🙏🙏❤🙏⛈
Ram ram
Guru dev apki charno me sader parnaam
Jai ho🙏🙏
Guruji aapko koti koti pranam 🙏🙏
जय गुरू देव
Ram Ram guru ji
Radhe radhe ji
Ram ram guru bew
जय गुरुदेव
Jay Jay sree sita ram jee
Ram ji ram guruji radhe radhe ji
राम
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼jai ho
Jay Gurudev ri saa
गुरु जी राम राम सा
Jay ho aapki
Jai ho Gurudevji
Vah guru ji 😀😀👏👏
Pranam Guruji
Guruji pranam
Super
Very nice guruji 🙏👏👍
Jai ho gurudev
Jay guru dav
Guru ji jai hind
Jay Gurudev ji
Sat sat Namn guruji
Jai Siya ram
Jai shrr Krishna
❤❤jai guru dev ji 🎉🎉❤❤👈✌️💯💯✨💫⭐🌟
Ram ram ji
Very nice gruji
Jay ma bhawni nm
Jay gurudev...
Madan singh modha jai guru Dave jai ho
सुपर
Jay Sri Krishna sa
और जब विद्युत अमा के विवाह के लिए वर ढूंढने के लिए पंडितों को यह कार्य दिया गया उस समय पंडितों ने अपने मस्तिष्क के विचार के अनुसार सोचा कि एक तपस्वी एक ऋषि एक ज्ञानी ही इसके प्रश्नों का उत्तर दे सकता है ऋषि यों ने बड़े-बड़े ऋषि यों से भेंट की और विद्युत मा के समक्ष खड़ा किया परंतु विद्युत अम्मा के सामने सभी ऋषि मुनि परास्त हो गए यह देखकर ऋषि-मुनियों ने विद्युतमा से बदला लेने के लिए महामूर्ख कालीदास से विवाह करण करवाने का निश्चय किया और उसे मौन व्रत धारण करने के लिए कहा विद्युतमा ने एक अंगुली दिखाइए उसने सोचा तुम मेरी एक आंख फोड़ ओगी मैं तुम्हारी दोनों फोड़ दूंगा विद्युत अमाने हाथ दिखाया उसने सोचा तुम मुझे चाटा मरोगी मैं तुम्हारे गुस्त मारूंगा और विद्वानों की भाषा में विद्युत अमाने कुछ और ही जवाब समझा और उसे एक विद्वान मानते हुए उससे विवाह कर लिया जब विद्युत अम्मा को पता चला कि कालिदास एक महा मूर्ख प्राणी है और इस बात का पता तब चला जब विद्युत अमाने अपने हाथों से सुंदर पकवान कालिदास को खाने के लिए दिए और वह राजमहल के झरोखे पर जब पकवान का आनंद ले रहा था तो विद्युत अमाने पूछा संस्कृत में के पकवान कैसे लगे तो कालिदास ने मूर्खतापूर्ण जवाब दिया इस बात से विद्युत अमा समझ गई उसके साथ धोखा हुआ है उसने क्रोधित अवस्था में कालिदास को जोर से लात मारी और वह महल के झरोखे से नीचे मंदिर में आकर गिरा और मातेश्वरी के चरणों में उसका रक्त गिरा उसी समय संयोगवश महादेवी प्रकट हुई और उसे कारण बताने को कहा तो वह विद्युत अम्मा का नाम नहीं ले सका और मातेश्वरी ने उसे विद्यादान का आश्वासन देकर एक संग्रहालय का निर्देश दिया कि तुम वहां जाकर जितने भी धार्मिक संग्रह पर हाथ रखोगे वह सभी तुम्हारे मस्तिष्क में विराजमान हो जाएंगे इसी प्रकार महामूर्ख कालीदास एक महा विद्वान कवि कालिदास बना और इसका उदाहरण हिंदी साहित्य के बड़े-बड़े संग्रहालय में देखने को मिलता है यह कहानी इस प्रकार है श्रीमान अगर किसी को त्रुटि लगी हो तो क्षमा करें धन्यवाद
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍Very good
🙏🙏👍👍
ram g ram
Ram ram sa
आपके प्रवचन सुनकर बहुत आनंद आता है
हां यार इनकी सत्संग में मुझे भी बहुत आनन्द आता है
@@रविन्द्रपुनियां~
CT CT all day cl
Xx CT CT cc
जय श्री राधे राधे
Garuvar parnam
I knows U have a innocent faith of God l forgotten
Jay. Shree ram
❤
Mast
Jai ho
जय श्री राम जी
🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🤟Jai Gurudev🙏🙏🙏
Oho
🎉🎉🎉🎉🎉❤
Sat Gurudev Ke Sharno Me Pranam 🙏🙏🕉️🕉️
RAM
good
Gurudev ji hindi me parbachan kar te pure deshvashi ko labh hota
Waa
Lord Jesus Christ give you real peace and Joy
Ok h
गुरुदेव आपकी कहानी बहुत अच्छी है परंतु कहानी आपकी मन की कल्पना से बनी हुई है इस कहानी के अंदर जो राजा भोज की पुत्री थी उसका नाम विद्युतमा था और कालिदास छत से नीचे गिराया गया था अपनी पत्नी के द्वारा और नीचे एक मंदिर था वहां पर मां काली प्रकट हुई थी मां काली ने उससे पूछा था कि तुम्हें क्या चाहिए उसने विद्युत मां का नाम लेने की कोशिश की थी परंतु ले नहीं पाया था और मातेश्वरी ने उसे विद्या का दान दिया था और कहा था यहां से कुछ दूर जाने पर एक बड़ा धर्म धार्मिक ग्रंथों का संग्रहालय है तुम जिन जिन ग्रंथों पर अपना हाथ लगाओगे वह सभी तुम्हारे मस्तिष्क में विराजमान हो जाएंगे यह कहानी इस प्रकार है कृपया इस कहानी में आप सुधार करें धन्यवाद
आप
CT
Kalidasa ka naam samman se le
5
Ush.taim.kaha.servani.thi..🙅♂️🙅♂️🙅♂️
Us time toh is time ke kapdon se bhi ache kapde the
Dukhsegeyanpaidahotahai
Ram ram sa
Guruji koti koti ptanam 🙏🙏
प्रणाम गुरु जी
00
Jai ho
🙏🙏🙏🙏🙏👏👍
Jay gurudevji ki
Jay ho
Ram ram ji
Ram
Jay ho guru jiki
Gurudev ke Charanon Mein Koti Koti Pranam
jay ho guru ji
Jay ho
Jai Shree guru dev
Parnam guru dev ji
Jay gurudev jii
Jai gurudev
Jay ho
Jay ho guru ji
jai guru dev
Jai shiree ram
Jay Gurudevji ri
Jai guru dev ji
Jai guru dev g