Today Discuses About Date [09.01.2020] आइंस्टीन ने अपने सापेक्षिता के सिद्धांत द्वारा द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध की संकल्पना को सिद्ध किया है। आइंस्टीन के अनुसार द्रव्यमान तथा ऊर्जा एक दूसरे से सम्बंधित हैं तथा प्रत्येक पदार्थ में उसके द्रव्यमान के कारण भी ऊर्जा होती है। यदि किसी पदार्थ में द्रव्यमान में Δm की क्षति हो जाये तो इससे उत्पन्न ऊर्जा ΔE = (Δm) C2 जहाँ C प्रकाश की चाल है। इस संबंध को आइंस्टीन का द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध कहते है। द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के अनुसार, पदार्थ का ग्राम द्रव्यमान, 9 x 1013 जूल ऊर्जा के तुल्य होता है । यदि किसी पदार्थ को ΔE ऊर्जा दें, तो उसके द्रव्यमान में M की वृद्धि हो जाएगी अर्थात Δm = ΔE/ C2 लेकिन C का मान बहुत अधिक होता है इसीलिये द्रव्यमान में यह वृद्धि बहुत कम होगी। द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के आधार पर कह सकते हैं कि यदि किसी पदार्थ का द्रव्यमान घटता है तो उस द्रव्यमान के तुल्य ऊर्जा की उत्पत्ति होगी। उदाहरण : सूर्य का द्रव्यमान बराबर घटता जा रहा है, परन्तु यह उर्जा के रूप में हमें मिल भी रहा है। द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के आधार पर कह सकते है की ब्रह्माण्ड में (द्रव्यमान + ऊर्जा ) का कुल परिमाण निश्चित है अर्थात ( द्रव्यमान + ऊर्जा ) संरक्षित है। इस सम्बन्ध को द्रव्यमान ऊर्जा सरंक्षण नियम भी कहते हैं। _____________________________________________________________________________________________________________________________ युग्म उत्पादन जब कोई ऊर्जित गामा किरण फोटॉन किसी भारी पदार्थ पर गिरता है तो यह पदार्थ के किसी नाभिक द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है तथा उस गामा किरण फोटॉन की ऊर्जा से एक इलेक्ट्रान तथा एक पॉज़िट्रान की उत्पत्ति होती है इस प्रक्रिया को “युग्म उत्पादन” कहते है। गामा फोटॉन ---> इलेक्ट्रान + पॉज़िट्रान युग्म उत्पादन के लिये गामा फोटॉन की आवश्यक ऊर्जा विराम द्रव्यमान ऊर्जा: द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के अनुसार, हर उस वस्तु में भी ऊर्जा होती है जो विरामावस्था में है, जिसे विराम द्रव्यमान ऊर्जा कहते हैं। प्रत्येक वस्तु की विराम द्रव्यमान ऊर्जा 1 MeV = 1.6 × 10-3 जूल होती है। _________________________________________________________________________________________________________________________________________________________ द्रव्यमान क्षति (mass Loss ) परमाणु के नाभिक का द्रव्यमान उसमें उपस्थित न्यूट्रॉन और प्रोटॉन के द्रव्यमानो के योग से हमेशा कम होता है | नाभिक के द्रव्यमान में हुई इस कमी द्रव्यमान क्षति के नाम से जाना जाता है | अतः साफ साफ है की जब प्रोट्रान और न्युट्रान मिलकर नाभिक की रचना करते है , तो कुछ द्रव्यमान लुप्त हो जाता है | यह लुप्त द्रव्यमान में परिवर्तन हो जाता है | ________________________________________________________________________________________________________________________________________________ बन्धन ऊर्जा (binding energy) नाभिक की बंधन ऊर्जा वह ऊर्जा होती है जो किसी न्युक्लिओन को अन्नत तक ले जाने के लिए आवश्यक होती है। परिभाषा : वह न्यूनतम ऊर्जा जो न्युक्लियोन को अन्नत दूरी तक अलग करने के लिए आवश्यक होती है उस न्यूनतम ऊर्जा को बन्धन ऊर्जा कहते है। * जब प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन मिलकर नाभिक की रचना करता है , तो कुछ द्रव्यमान लुप्त हो जाता है | यह लुप्त द्रव्यमान ऊर्जा में रूपांतरित हो जाता है | अतः नियत्रण एवं प्रोट्रॉन के संयोग से किसी नाभिक बनने में जो ऊर्जा ब्युक्त होता है | , उसे नाभिकीय की बंधन ऊर्जा कहते है | मान लिया की किसी नाभिक कोबनने में द्रव्यमान लुप्त होती है , तो आइस्टीन के द्रव्यमान ऊर्जा समतुल्य के अनुसार ऊर्जा की मात्रा होगी | ______________________________________________________________________________________________________________________________________________________ Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन जिसमे एक heavy nucleus को neutrons से Bombard करके दो अलग nucleus में split करते है जिससे बहुत energy release होती है इसी Process को Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन कहते है या हम आसानी से कह सकते है की भारी या बड़े नाभिक यानि nucleus पर neutrons की बम्बबारी करके उसे दो छोटे-छोटे nucleus में dived करना Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन कहलाता है इस Reaction में बहुत एनर्जी पैदा होती है Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन का Use Nuclear Reactor में होता है जिससे Nuclear Power Plant में Electricity Generate की जाती है Nuclear Fission का Use Atom Bomb या परमाणु बम्ब में होता है जो बहुत ज्यादा तबाही मचाता है Nuclear Reactor के use से Carbon dioxide gas नहीं निकलती और न ही कोई ऐसी gas जो ग्लोबल वार्मिंग बडाने में सहायक हो 1 ग्राम Uranium से 5.21×10²² Mev ऊर्जा पैदा होती है _________________________________________________________________________________________________________________________________
जिन्दगी खेलती भी उसी के साथ है जो खिलाड़ी बेहतरीन होता है दर्द सबके एक से है मगर होसले सबके अलग अलग है कोइ हतास होकर विखर जाता है तो कोइ संघर्ष करके निखर जाता है ........................................ ख्वाव बड़े, सफ़र बड़ा कई चुनोती पार गयी मे रुकी नहीं झुकी नहीं केसे कह दु हार गयी मे.. ............................ .thank u so much sir ji hmare hoslo ko apne udan di hai you are the best teacher.... sir ji 😌😌
इंसान कठिनाइयों की आवश्कता होती हैं क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरूरी है। Sir hamare jivan main kai badaye ayigi par hame shbai ko par krte huye apne lakhsy ko pnna hai#Ashish Singh sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सब्र रखो अभी मेहनत जारी है। वक्त खुद कहेगा अब तेरी बारी है आप की मेहनत को में सलाम करती हु। सर आप कितनी मेहनत करते हों। सर शिक्षक में ही शक्ति होती है इतनी मेहनत करने की। शिक्षक वह नहीं जो कुछ सिखाता है बल्कि वह तो हमें हमारी मंजिल तक पहुंचाने में हमारी मदद करते हैं। थैंक यू सर। हमारी दुआ आपके साथ हरदम रहेगी सर। जो लोग मेहनत का साथ नहीं छोड़ते किस्मत कभी उनका हाथ नही छोड़ती। बधाई हो सर
Wish godspeed to you, I left engineering in my first year. I didn't understand all subject very well but physics, organic chemistry and mathematics were my area of interest. In last 9 years I moved from culinary arts to commerce to MBA to CFA to equity research. In my leisure I time try to remember back my old concepts. But I missed all the concepts on which modern technology have been built. It is important to understand science behind any new product and service in order to value any entity inventing, building, and selling it. Please keep growing your understanding and share it with similar knowledge hunter like you.
Sir AP bhut achha pdate ho jisse hme bhut help milti h or apse pdte h to sochte h ki achha huaa ki hme app gide KR rhe ho apke jaisa teacher mil pana muskil tha mere liy sir I am so happy and thank you so much sir sir AP bhut achhe h or usse achha pdate ho sir you're the best teacher in warld
थे आंखो में सपने और ख़्वाबों में इरादे ..,बड़े नेक थे अपने और कामयाब थे वादे...,एक मंजिल की थी तलाश बाकी किसिका न था हिसाब...,जब की हम थे खोये तब हुए कामियाब!!!!! Congratulations Ashish sir for 500k you are great
#1 अगर किसी वस्तु का द्रव्यमान m से कम हो तो उसमें से e निकलेगा #2 स्थायित्व के लिए निकाय की ऊर्जा कम होनी चाहिए और यह तब होता है जब वहां पर आकर्षण होता है #3 नाभिकीय बल ऐसा बल है जो प्रोटॉन न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन को जोड़कर रखता है तो उनके बीच में उस बल के कारण आकर्षण हुआ और वह वहां ऊर्जा निकलती है #4 जब आपके परमाणु में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन ने मिलकर नाभिक बनाया था तो उस निर्माण में प्रोटॉन की क्षति होती है और जितनी छत होती है उससे संबंधित ऊर्जा बाहर निकलती है और इसके मुक्त होने से बंधन ऊर्जा का निर्माण होता है E=DELTA MC SQURE #5 वह नाभिक जिनकी द्रव्यमान संख्या 50 व 80 के बीच हैं वह ज्यादा स्थाई होती हैं क्षमा चाहता हूं गुरु जी कल डॉक्टर के यहां होने की वजह से मैं आपकी live क्लास नहीं ले पाया और एक-दो दिन परेशानी होगी उसके बाद मैं आपके सम्मुख बैठ कर study karunga 🙏😊
Bihar me exam 1feb se hi hain ab itna km time me kaise kren all topic ab only important ko dekhna chiye exam ke views se guru ji plz hmlog ke liye only important question btaiye 😦😦 i
Today Discuses About Date [09.01.2020]
आइंस्टीन ने अपने सापेक्षिता के सिद्धांत द्वारा द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध की संकल्पना को सिद्ध किया है। आइंस्टीन के अनुसार द्रव्यमान तथा ऊर्जा एक दूसरे से सम्बंधित हैं तथा प्रत्येक पदार्थ में उसके द्रव्यमान के कारण भी ऊर्जा होती है।
यदि किसी पदार्थ में द्रव्यमान में Δm की क्षति हो जाये तो इससे उत्पन्न ऊर्जा ΔE = (Δm) C2
जहाँ C प्रकाश की चाल है।
इस संबंध को आइंस्टीन का द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध कहते है।
द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के अनुसार, पदार्थ का ग्राम द्रव्यमान, 9 x 1013 जूल ऊर्जा के तुल्य होता है ।
यदि किसी पदार्थ को ΔE ऊर्जा दें, तो
उसके द्रव्यमान में M की वृद्धि हो जाएगी
अर्थात Δm = ΔE/ C2
लेकिन C का मान बहुत अधिक होता है इसीलिये द्रव्यमान में यह वृद्धि बहुत कम होगी।
द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के आधार पर कह सकते हैं कि यदि किसी पदार्थ का द्रव्यमान घटता है तो उस द्रव्यमान के तुल्य ऊर्जा की उत्पत्ति होगी।
उदाहरण : सूर्य का द्रव्यमान बराबर घटता जा रहा है, परन्तु यह उर्जा के रूप में हमें मिल भी रहा है। द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के आधार पर कह सकते है की ब्रह्माण्ड में (द्रव्यमान + ऊर्जा ) का कुल परिमाण निश्चित है अर्थात ( द्रव्यमान + ऊर्जा ) संरक्षित है।
इस सम्बन्ध को द्रव्यमान ऊर्जा सरंक्षण नियम भी कहते हैं।
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युग्म उत्पादन
जब कोई ऊर्जित गामा किरण फोटॉन किसी भारी पदार्थ पर गिरता है तो यह पदार्थ के किसी नाभिक द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है तथा उस गामा किरण फोटॉन की ऊर्जा से एक इलेक्ट्रान तथा एक पॉज़िट्रान की उत्पत्ति होती है इस प्रक्रिया को “युग्म उत्पादन” कहते है।
गामा फोटॉन ---> इलेक्ट्रान + पॉज़िट्रान
युग्म उत्पादन के लिये गामा फोटॉन की आवश्यक ऊर्जा
विराम द्रव्यमान ऊर्जा:
द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध के अनुसार, हर उस वस्तु में भी ऊर्जा होती है जो विरामावस्था में है, जिसे विराम द्रव्यमान ऊर्जा कहते हैं।
प्रत्येक वस्तु की विराम द्रव्यमान ऊर्जा 1 MeV = 1.6 × 10-3 जूल होती है।
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द्रव्यमान क्षति (mass Loss ) परमाणु के नाभिक का द्रव्यमान उसमें उपस्थित न्यूट्रॉन और प्रोटॉन के द्रव्यमानो के योग से हमेशा कम होता है | नाभिक के द्रव्यमान में हुई इस कमी द्रव्यमान क्षति के नाम से जाना जाता है | अतः साफ साफ है की जब प्रोट्रान और न्युट्रान मिलकर नाभिक की रचना करते है , तो कुछ द्रव्यमान लुप्त हो जाता है | यह लुप्त द्रव्यमान में परिवर्तन हो जाता है |
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बन्धन ऊर्जा (binding energy)
नाभिक की बंधन ऊर्जा वह ऊर्जा होती है जो किसी न्युक्लिओन को अन्नत तक ले जाने के लिए आवश्यक होती है। परिभाषा : वह न्यूनतम ऊर्जा जो न्युक्लियोन को अन्नत दूरी तक अलग करने के लिए आवश्यक होती है उस न्यूनतम ऊर्जा को बन्धन ऊर्जा कहते है।
* जब प्रोटॉन एवं न्यूट्रॉन मिलकर नाभिक की रचना करता है , तो कुछ द्रव्यमान लुप्त हो जाता है | यह लुप्त द्रव्यमान ऊर्जा में रूपांतरित हो जाता है | अतः नियत्रण एवं प्रोट्रॉन के संयोग से किसी नाभिक बनने में जो ऊर्जा ब्युक्त होता है | , उसे नाभिकीय की बंधन ऊर्जा कहते है | मान लिया की किसी नाभिक कोबनने में द्रव्यमान लुप्त होती है , तो आइस्टीन के द्रव्यमान ऊर्जा समतुल्य के अनुसार ऊर्जा की मात्रा होगी |
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Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन जिसमे एक heavy nucleus को neutrons से Bombard करके दो अलग nucleus में split करते है जिससे बहुत energy release होती है इसी Process को Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन कहते है
या हम आसानी से कह सकते है की भारी या बड़े नाभिक यानि nucleus पर neutrons की बम्बबारी करके उसे दो छोटे-छोटे nucleus में dived करना Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन कहलाता है इस Reaction में बहुत एनर्जी पैदा होती है
Nuclear Fission या नाभिकीय विखण्डन का Use Nuclear Reactor में होता है जिससे Nuclear Power Plant में Electricity Generate की जाती है
Nuclear Fission का Use Atom Bomb या परमाणु बम्ब में होता है जो बहुत ज्यादा तबाही मचाता है
Nuclear Reactor के use से Carbon dioxide gas नहीं निकलती और न ही कोई ऐसी gas जो ग्लोबल वार्मिंग बडाने में सहायक हो
1 ग्राम Uranium से 5.21×10²² Mev ऊर्जा पैदा होती है
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जिन्दगी खेलती भी उसी के साथ है
जो खिलाड़ी बेहतरीन होता है
दर्द सबके एक से है
मगर होसले सबके अलग अलग है
कोइ हतास होकर विखर जाता है
तो कोइ संघर्ष करके निखर जाता है
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ख्वाव बड़े, सफ़र बड़ा
कई चुनोती पार गयी मे
रुकी नहीं झुकी नहीं
केसे कह दु हार गयी मे..
............................
.thank u so much sir ji
hmare hoslo ko apne udan di hai
you are the best teacher.... sir ji 😌😌
इंसान कठिनाइयों की आवश्कता होती हैं क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरूरी है। Sir hamare jivan main kai badaye ayigi par hame shbai ko par krte huye apne lakhsy ko pnna hai#Ashish Singh sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏
5 lakh 1000 subscriber hogye guru ji ek din me 1000 subscriber wowww ❤️❤️ bhagvan kare jald hi 1M ho jaye , thanku so much sir 😁😁
सब्र रखो अभी मेहनत जारी है। वक्त खुद कहेगा अब तेरी बारी है आप की मेहनत को में सलाम करती हु। सर आप कितनी मेहनत करते हों। सर शिक्षक में ही शक्ति होती है इतनी मेहनत करने की।
शिक्षक वह नहीं जो कुछ सिखाता है बल्कि वह तो हमें हमारी मंजिल तक पहुंचाने में हमारी मदद करते हैं। थैंक यू सर। हमारी दुआ आपके साथ हरदम रहेगी सर। जो लोग मेहनत का साथ नहीं छोड़ते किस्मत कभी उनका हाथ नही छोड़ती। बधाई हो सर
Thank you so much sir.....for this class..आपका धन्यवाद किन शब्दो में करे,,ऐसे शब्द ही मेरे पास नहीं है sirjii..🙏🙏tussi *GREAT* ho sirjii....
Sir you are best teacher the chemistry and physics ☺☺
Wish godspeed to you, I left engineering in my first year. I didn't understand all subject very well but physics, organic chemistry and mathematics were my area of interest. In last 9 years I moved from culinary arts to commerce to MBA to CFA to equity research. In my leisure I time try to remember back my old concepts. But I missed all the concepts on which modern technology have been built. It is important to understand science behind any new product and service in order to value any entity inventing, building, and selling it. Please keep growing your understanding and share it with similar knowledge hunter like you.
Thanks sir and congratulations for500k🤘👌🎉🎉🎉🎉🎊
Delete chapter par vedeo bana dijiye sir mai chhattisgad se hun
Tussi great Ho sir ji
Akdam makkhan ho gaya sir 😇
Thanks a lot sir 🙏
congratulation sir....5 lack family..ke liye....I wish aap ese hi growth karte rho....keepsmiling always sir☺☺☺💛💚💙💗🧡👍👍👌👏
Sir AP bhut achha pdate ho jisse hme bhut help milti h or apse pdte h to sochte h ki achha huaa ki hme app gide KR rhe ho apke jaisa teacher mil pana muskil tha mere liy sir I am so happy and thank you so much sir sir AP bhut achhe h or usse achha pdate ho sir you're the best teacher in warld
U are the Best teacher in this world🙏👌
Thank you so much sir for give a amazing video 👌👌 every topic is clear 🤗
थे आंखो में सपने और ख़्वाबों में इरादे ..,बड़े नेक थे अपने और कामयाब थे वादे...,एक मंजिल की थी तलाश बाकी किसिका न था हिसाब...,जब की हम थे खोये तब हुए कामियाब!!!!! Congratulations Ashish sir for 500k you are great
#1 अगर किसी वस्तु का द्रव्यमान m से कम हो तो उसमें से e निकलेगा
#2 स्थायित्व के लिए निकाय की ऊर्जा कम होनी चाहिए और यह तब होता है जब वहां पर आकर्षण होता है
#3 नाभिकीय बल ऐसा बल है जो प्रोटॉन न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन न्यूट्रॉन को जोड़कर रखता है तो उनके बीच में उस बल के कारण आकर्षण हुआ और वह वहां ऊर्जा निकलती है
#4 जब आपके परमाणु में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन ने मिलकर नाभिक बनाया था तो उस निर्माण में प्रोटॉन की क्षति होती है और जितनी छत होती है उससे संबंधित ऊर्जा बाहर निकलती है और इसके मुक्त होने से बंधन ऊर्जा का निर्माण होता है E=DELTA MC SQURE
#5 वह नाभिक जिनकी द्रव्यमान संख्या 50 व 80 के बीच हैं वह ज्यादा स्थाई होती हैं
क्षमा चाहता हूं गुरु जी कल डॉक्टर के यहां होने की वजह से मैं आपकी live क्लास नहीं ले पाया और एक-दो दिन परेशानी होगी उसके बाद मैं आपके सम्मुख बैठ कर study karunga 🙏😊
Bahut accha samjhaate ho sir 12 th me daubt hota tha aapka video dekhta tha
Congratulations सर ❤️❤️❤️🎉🎉
Sir it's out standing 🙏🙏😀
thank u so much sir ji 😊
Sir aap really me bahut bahut bahut bahut bahut accha padhte h
All is very clear 👍👍😎😎
very nice teaching method guruji😍😍
Wow sir maja aa gya thanks sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
100%done sir ❤❤
Sir aapne bhut aacha bataya❤❤❤❤❤
Meri bhan class 10 me h aur 12 ki pad rahi ha bas apke pasdhene ke style ke karan
Clear❤😊
Nice sir😊thank you
Thnks Sir
Thanks sir 😊🙏
Congratulations sir
Nice sir❤️
Thank you so much 😊
thank u so much sir ji
Sir badhiya
Ha sir samj aa rha h
*Sir 11 class start kar dijye*.....*Sir congratulations 500k family.....*
Sir d aur f block ke elements aur semiconductor nahi padhayenge-. Up board
Yas sirr our faimlys crossed to 5 lakhh i am happy our aim is this tha your chainal is crossed to 10 million
Thanks sir ji
Sir, kya ncert ke Additional exercise bhi exam me aata hai
Jay Hind sir
, यदि किसी वस्तु का m द्रव्यमान कम होता है,तो वह द्रव्यमान ऊर्जा के रूप में मुक्त होता है।।।।
Jab n,p mil kr nabhik ka nirman krte hain to mas ki chhati hoti to usse sambandhi energy nikalti hai to use bandhan urja kahte hain
Mast hai
Sir aap daily class 11 ke class pleace le 🤔🤔
Good evening sir
Thanks sirji thank
Mjaaaaaaa aagyaaaaaaaaa sir please organic chemistry complete karao
Sir aap wireless mic konsa use krte hain
Sir main apse request kar rha hu ki ap prakashkiy ka jo chapter h again repeat kare with respect please
Mast sir
Thank you sir consept kiliar
Wahh sirr kya batt haii aap to kgf jaisee lag rahe hoo
First comment sir reply sir
Sir top video
ᴄᴏɴɢʀᴀᴛᴜʟᴀᴛɪᴏɴꜱ ꜱɪʀ ᴊɪ 5 ʟᴀᴋ ꜱᴜʙꜱᴄʀɪʙᴇʀ ᴋᴇ ʟɪyᴇ
👍👍👍👍👌👌👌
Uranium 1800
Sir live class ka time kya h
Please sir reply me mujhe private live class join karna h please
Sir plz wave optics krva dijiye ek aapke hi sahare h sir g plz 🙏🙏🙏
Good night Sir ❤️
Sir es lesson ko pura padaiye
Best
sir chemistry and physics ke sare chepter 2 sal purane hai bo esh sal k liye pad sakte h kya
Sir please 🥺 transistor and gates padhaiye please 🥺🥺🥺
Agar kisi vastu me urja ki chhati hoti hai to uska sutar E= mc2
Bihar me exam 1feb se hi hain ab itna km time me kaise kren all topic ab only important ko dekhna chiye exam ke views se guru ji plz hmlog ke liye only important question btaiye 😦😦 i
Asthayitav ke liye nikay ki urja kam honi chahea
Thinks sir
Opp sir ji
🙏🙏🙏
Sab makkhan ho gaya sir
Sir please transistor and gates padhaiye please
Sir aaj ki topic btai dena
Sir class continue kijiye please
Sir vidhyut chumbakiy tarang wala chapter padhaao
सर प्लीज 10th क्लास के साइंस चालू कर दीजिए 1/2 घंटा समय निकालकर
. Dravyaman energy me Relecion aak baar phir she bata dijiae sir
Nice
Sir ji please jan tk cors pura ker dijiye
Sir notes kha milege
Sir please 9th class ke physics ka chapter 3 gravitation start kijiye......please sir......please..... Please
Sir live class ki notification Nahi rha hai
Sir ye topics konse leeson ke he
Sir optical fiber or hydro electicty ruby laser Prado sir diploma student hu plz 3 topic sir
Number 2
Sir eska poora video kab upload hoga
Sir aapke lectures kya jee main me liye ennof he ka
Hiii sir
Sir d aur p block kb prayege up board 🤔
Sir ji apne RBSE syllabus ke topic notes me add nhi kiye h please sir help us 🙄😭🙄😭
Sir ye to aadha class hua
Sir aap kab se delete syllabus ko chhodker pdhai rahe h taki hum phle vhi class lele and thanks sir . Please bat dena
Ab to aap led pe aae hai ab or maja aaega
Maii apka purana students huuuu
Sir chapter 14 kab start hoga
Sir chemistry me class ligeye na