मेरे आराध्य भगवान शिव है जिसमे संम्पूर्ण वृंम्हाँड समाया है शिव निंदा करने अथवा सुनने से नरक मे निवाॅश करना होगा। सभी संसार के प्राणियो को शिव की पूजा करना उत्तम है सभी इंसानो द्धारा किया गया पूजन अंत मे शिव जी को ही प्राप्त होती है,,,। संमुख होय जीव मोहिं जबहीं। जनम कोटि वध नासहिं तबहीं।। मैं फूल गुलर का हूँ कोई अफसाॅना नही। कल्कि कहे या कलंकि कहे पर किसी ने हमें जाना नहीं।। सम दर्शी ईच्छा कछु नाहीं। मोरे दरसु अमोघ जग माहीं।। काम क्रोध मद लोभ न होई। मनु कछु ताहि पाई जगसोई
आप जिसे आराध्य मानते हो उन्ही के प्रति पूर्ण समर्पित रहो, उनकी भक्ति और प्रेम में रम जाओ 💞❤️🙏 वें भी उस परम ईश्वर के ही रूप ही हैं, ना कोई बड़ा और ना ही कोई छोटा बस उस परमात्मा को पूर्ण प्रेम से भक्ति करते रहो 💞❤️🙏 जय हो शिव 🙏🙏🙏
@@hridyavani108 आपने नाथपंथ, अघोरपंथ, शिवपंथ का ग्यान नही लिया इसलिऐ आप गोलोकधारी विष्णु जी को ही भगवान मान बैठे ही महासदाशिव जो मुल ईश्वर है जिनका एक रुप शिव, रुद्र, महाकाल, अघोर, है वही अरुणांचल शिव महासदाशिव ही परमात्मा है जिन्होने सभी देविदेवताओं का निर्माण किया वही लय भी करते है, उसी ने सप्तऋषिओं को ग्यान दिया. उनकी महिमा बताने का सामर्थ किसी नही और कोई बता भी नही सकते. जिसने शिव के परब्रह्म स्वरुप जान लिया वही परमात्मा को प्राप्त हुआ. वही महासदाशिव के पाच मुख इशान,तत्पुरुष,अघोर, वामदेव और सद्योजात मुख से ही समस्त देवि देवता और वेदो की उत्पत्ति हुई है इनके बारे मे देव लोक भी नही जानते, जब ब्रम्हा और विष्णु मे झगडा हुआ की कौन बडा तो शिवजी अरुणांचल मे अग्निस्तंम्भ के रुप मे प्रकट हुऐ और दोनो का घमंड तोडा, विष्णुजी के महाभयानक अवतार नरसिंह को शांत करने के लिऐ शिवजी ने शरभ अवतार लेकर नरसिंह को हराके उनका क्रोध शांत किया. जिवात्मा पिंड (आत्मा) कुंडलिनी जब सहस्त्रार स्थित शिव शक्ती मिलन होता है सभी सब बंधन तुट जाते है और जिव परमात्मा का अनुभव करता है, दशमहाविद्या जो परा शक्ती है वो सब जगजननी पार्वती जगदंबा का ही रुप है शिव शक्ती के मिलन से ही सृष्टी बनती है, वही सांबसदाशिव अर्थात शिव पार्वती (अर्थनारीनटेश्वर) महासदाशिव से ही उत्पन्न है इसलिऐ जिस जिव ने महासदाशिव को साधना से जाना है वही जिव मुक्त हो सकता है. क्योंकी काल (माया) निर्माण ही महाकाल शिव ने किया है. ऊं महासदाशिवाय नम: ऊं सांब सदाशिवाय नम:
@@hridyavani108Hirdyavani waise to mai science aur universe lover hu aur har cheejo ko samjhkar geeta ved puran me kuch rahsymayi baate hai jo kisi aur ishara karti hai jise aaj science bhi maan raha hai jaise ayaam, chetna hindu dharm me likhi pustko ka kuch gyan galat aur kuch gyaan sach sabit ho raha hai. to isse ye sabit hota hai ki hamre pahle ke rishi muniyo ne kathore tapsya aur dhyan sadhna se ishwar ki banayi kuch cheejo ka gyaan prapat kar liya tha lekin brahmand ka sampuran gyan nahi paa sake the jiske tahat kuch gyaan galat bhi sabit ho raha hai lekin kuch na hone se kuch hona, kuch sachai ko prakat kar raha hai. brahma ,vishnu, mahesh, sadashiv, adishkti inme parmatma ki kuch shaktiya ho sakti thi leki wo patmatma nahi ho sakte kyuki asli parmatma ajanma, aur nirakar aur sarvyapi hai, aur ved geeta puran bhagwan ne swayam nahi likha hai jabi kuch baate galat bhi hogayi khud wo likhte to unki koi bhi baat galat nahi hoti rahsmayi gyan kisi ache sidhiya praptakarta ka gyan hai aur kuch gyan banawati bhi hai jo nakli neech brahmno se aya huaa hai usi ne varna vyavstha banayi hogi kyuki bhagwan na dharm banayega aur na hee dharm kitabe likhega uske liye sabhi ek samman hai hindu sabd nakli brahmano ka diya lagta hai jabki brahman koi jaati nahi balki ek pad hai.sanatan sabd ache rishi muni logo ka diya gaya hoga aur usne sabhi prithvi per rahene wale logo santan se joda hai jiska kisi jaati dharam yoni se koi lena dena nahi hoga
1. परब्रह्म - निराकार , अनंत शक्तिशाली, आदृश्य शक्ति , मूल परात्पर परमेश्वर ( सभी भौतिक वर्णनों व परि कल्पनाओं से परे ) 2. ब्रह्म / श्री कृष्ण - निराकार - साकार पूर्ण ब्रह्म परमेश्वर , परब्रह्म स्वरुप । 3. शिव, विष्णु व शक्ति - ब्रह्म के तीन मुख्य स्वरुप यह है सनातन धर्म के ईश्वर। शास्त्र भी यही कहते है।
Non dual SHIVA is beyond the concept of Parbrahman अमात्रश्चतुर्थोऽव्यवहार्यः प्रपञ्चोपशमः शिवोऽद्वैत एवमोङ्कार आत्मैव संविशत्यात्मनाऽऽत्मानं य एवं वेद ॥ १२॥ "12. The fourth (Turiya) is immeasurable, unreachable, and beyond all phenomena. It is *SHIVA,* non-dual, and the essence of Om. The Self itself knows the Self by the Self. Whoever knows this, thus understands."
Brahma, vishnu, Mahesh ye teeno ek hi hai god hi teeno roop mein sansaar chala rahe hai ye bada hai wo bs hai ye sub agyan hai bhai ek hi shakti teeno roop leker is sansaar ko chala rahi hai ye hi sach hai
Mujhe To Vishnu ji Satya Lagte Hai Kyuki Unka Janam Kaise Huaa Koi Nhi Janta, Ram Krishna, Parshu Ram, Vaman, Avtaar Kalpanik Lagte Hi, Unhone Janam Liya Tha, Geeta Me Jo Kuch Acha Gyan Tha Wo Kahi Se Liya Huaa Lagta Hai, Allah GOD Sab Banwati Hai , Jiske Janam ke Baare Me Kisi Ko nahi Pata Ho Unme Param Parmata Ki kuch Shaktiya ho Shakti Thi
John 14:6 [NIV] [6] Jesus answered, “I am the way and the truth and the life. No one comes to the Father except through me. Revelation 1:8 [NIV] [8] “I am the Alpha and the Omega,” says the Lord God, “who is, and who was, and who is to come, the Almighty.” 1 John 4:4 [NIV] [4] You, dear children, are from God and have overcome them, because the one who is in you is greater than the one who is in the world.
@@Vikranti_Prashant there is no god except "I" of everything The "I" are the God This " I " are seen like many but In reality it is Only one 🥰🥰🥰🥰 Here I is my I your I his I their our i .............all I of the universe multiverse......
Jesus finished that 'I'on the cross and become the almighty Colossians 2:13-14 [NIV] [13] When you were dead in your sins and in the uncircumcision of your flesh, God made you alive with Christ. He forgave us all our sins, [14] having canceled the charge of our legal indebtedness, which stood against us and condemned us; he has taken it away, nailing it to the cross.
2 Corinthians 4:4 [NKJV] [4] whose minds the god of this age has blinded, who do not believe, lest the light of the gospel of the glory of Christ, who is the image of God, should shine on them.
Yahi problem he bhai hamare dharm me aap ake bataya krishna ek hi bhagavan he... Dusra vishnu batayaga aur ek shivji......... Ext.... Isliye hindu dhrama ka halat aisa horayeye...😢
इसमें कुछ गलत नहीं, हमारा जिस ईश्वर के प्रति प्रेम और भक्ति होती हैं हम उन्हें ही सब कुछ मानते हैं 🥰 कृष्ण निर्गुण और सगुण दोनों रूप में हैं वें ही ब्रह्म स्वरुप हैं 💞 लेकिन भगवान शिव, विष्णु, माता दुर्गा और अन्य देवी देवता भी उन्ही से उत्पन्न हैं 💞🌹🙏 हमें इस बात पर ध्यान देने की बजाय की कौन बड़ा हैं या कौन छोटा, ध्यान इस बात पर देना चाहिए की हम जिसे सबकुछ मानते हैं उनके प्रति हमारा प्रेम और भक्ति भाव क्या हैं 💞🙏🙏🙏 इसलिए ईश्वर प्रेम स्वरुप हैं उनकी भक्ति ही सब कुछ हैं 💞🙏🙏🙏 आप जिसे मानते हो उनकी भक्ति करो और उन पर भरोसा करो 🌹🥰 जय श्री कृष्ण 🙏 जय श्री राम 💞🙏🙏🙏
Are dear tum kyu confuse kar rahe ho krishna vishnu shiv ek hi hai koi kisi se utpan nahi hua hai.. adi Shankaracharya ko pado panch parmeshwar me sab aate hai@@hridyavani108
आप जिस ईश्वर के प्रति प्रेम भाव रखते हैं वही परमात्मा हैं लेकिन ये उसी परम परमेश्वर परमात्मा के एक रूप मात्र हैं 💞 मैं इन्हें छोटा या बड़ा नहीं कह रहा हैं तो उस परमेश्वर के रूप ना ❤️🙏🙏🙏
हमारे लिए त्रिदेव ईश्वर हैं, परन्तु वें स्वयं जिस सर्वोच्च सत्ता की आराधना करते हैं उनका स्मरण या ध्यान करते हैं में उनकी बात कर रहा हूँ | इसमें अहंकार कैसा? उस सर्वोच्च सत्ता से ही सब रूप बने हैं 🥰❤️ जय हो परम पिता परमेश्वर ❤️💞🙏🙏🙏
हाँ, मैंने इसी विषय पर 1 वर्ष पहले video बना चूका हूँ और वो video membership में हैं इसलिए आपकी जानकारी के लिए बता देता हूँ 💞👍 हाँ, 33 कोटि होते हैं और कैसे, कौन कौन हैं उनकी चर्चा भी मैंने उस video में की है | 33 कोटि का मतलब 33 करोड़ नहीं बल्कि 33 प्रकार के देवी - देवताओं से हैं 🙏 और बाकि जानकारी उस video में मिल जाएगी, धन्यवाद ❤️🙏🙏🙏 जय श्री कृष्णा ❤️💞🙏🙏🙏🙏🙏
मैं यहाँ उन गोलोकधाम वासी कृष्ण की बात कर रहा हूँ जो निर्गुण और सगुण दोनों रूपों मैं हैं, पराब्रह्म हैं 💞🙏 विष्णु भी उनके एक रूप हैं और बाकि सब अवतार जो विष्णु के हैं वो सब उसी परम पुरषोत्तम श्री हरि से निर्मित हैं ❤️🌹🙏
@@hridyavani108 tumne to krishna b bta dia, vishnu b bta dia aur Hari b bta dia.. alag kr ke ek krdia...😅😅 Isiliye kehra hu sabr rkho... Kalki k Ane ka.
god nahi the lekin bhagwan ke samman gyan jarur tha unme kyuki wo inshano ke banaye dharam ko nahi mante the kyuki inshano ne alag alag dharam jaatiya banakar sabhi ko baat diya aur aaj wahi jhgde ki jad ban rahi jabki ek jeev se hee sabka nirman huaa hai to alag kaise hue? parmeshwar ne dharm nahi banaya hai unke liye dharam ka arth hai kartvya ahinsha, nyaya, sadacharn, sadgun, prakritik ke banaye niyam ko na todkar dusre jeev ko kast na pahuchana , jaise ki inshan maansh khata hai hatya karke jabki prakritik ne usko manshahari pravati ka nahi banaya hai banaya hota to uska sareer bhi waise hee hota bade nakhun aur bade dant cheer faad ke liye, brahmand prakriti hee param ishwar hai ya ishwar ke banaye hue hai jise ham hindu dharam me sadashiv shakti kahte hai lekin inke upar bhi koi param ishwar ya god hai jisne brahmand prakriti banayi😊
कृष्णा भी पूर्ण भगवान ईश्वर नहीं है क्योंकि भागवत गीता में उसने खुद ही कहा है कि मेरा भी ईस्ट ईश्वर है भागवत गीता 18/64 B, g 15/4 में और सब को उसी की शरण में जाने को कहता है भागवत गीता 18/62 इससे पता चलता है उस पूर्ण ईश्वर को किसी ने नहीं देखा
शिवजी, श्रीराम जी,विष्णु जी श्रीकृष्ण राधे सब एक हैं
जी, बिलकुल सही कहा आपने, सब कोई एक ही हैं | 🌹🙏
सत्य वचन
Lord Vishnu : owner of multiverse ❤
मेरे आराध्य भगवान शिव है जिसमे संम्पूर्ण वृंम्हाँड समाया है शिव निंदा करने अथवा सुनने से नरक मे निवाॅश करना होगा।
सभी संसार के प्राणियो को शिव की पूजा करना उत्तम है सभी इंसानो द्धारा किया गया पूजन अंत मे शिव जी को ही प्राप्त होती है,,,।
संमुख होय जीव मोहिं जबहीं।
जनम कोटि वध नासहिं तबहीं।।
मैं फूल गुलर का हूँ
कोई अफसाॅना नही।
कल्कि कहे या कलंकि कहे
पर किसी ने हमें जाना नहीं।।
सम दर्शी ईच्छा कछु नाहीं।
मोरे दरसु अमोघ जग माहीं।।
काम क्रोध मद लोभ न होई।
मनु कछु ताहि पाई जगसोई
आप जिसे आराध्य मानते हो उन्ही के प्रति पूर्ण समर्पित रहो, उनकी भक्ति और प्रेम में रम जाओ 💞❤️🙏 वें भी उस परम ईश्वर के ही रूप ही हैं, ना कोई बड़ा और ना ही कोई छोटा बस उस परमात्मा को पूर्ण प्रेम से भक्ति करते रहो 💞❤️🙏 जय हो शिव 🙏🙏🙏
@@hridyavani108 आपने नाथपंथ, अघोरपंथ, शिवपंथ का ग्यान नही लिया इसलिऐ आप गोलोकधारी विष्णु जी को ही भगवान मान बैठे ही महासदाशिव जो मुल ईश्वर है जिनका एक रुप शिव, रुद्र, महाकाल, अघोर, है वही अरुणांचल शिव महासदाशिव ही परमात्मा है जिन्होने सभी देविदेवताओं का निर्माण किया वही लय भी करते है, उसी ने सप्तऋषिओं को ग्यान दिया. उनकी महिमा बताने का सामर्थ किसी नही और कोई बता भी नही सकते. जिसने शिव के परब्रह्म स्वरुप जान लिया वही परमात्मा को प्राप्त हुआ.
वही महासदाशिव के पाच मुख इशान,तत्पुरुष,अघोर, वामदेव और सद्योजात मुख से ही समस्त देवि देवता और वेदो की उत्पत्ति हुई है इनके बारे मे देव लोक भी नही जानते, जब ब्रम्हा और विष्णु मे झगडा हुआ की कौन बडा तो शिवजी अरुणांचल मे अग्निस्तंम्भ के रुप मे प्रकट हुऐ और दोनो का घमंड तोडा, विष्णुजी के महाभयानक अवतार नरसिंह को शांत करने के लिऐ शिवजी ने शरभ अवतार लेकर नरसिंह को हराके उनका क्रोध शांत किया. जिवात्मा पिंड (आत्मा) कुंडलिनी जब सहस्त्रार स्थित शिव शक्ती मिलन होता है सभी सब बंधन तुट जाते है और जिव परमात्मा का अनुभव करता है, दशमहाविद्या जो परा शक्ती है वो सब जगजननी पार्वती जगदंबा का ही रुप है शिव शक्ती के मिलन से ही सृष्टी बनती है, वही सांबसदाशिव अर्थात शिव पार्वती (अर्थनारीनटेश्वर) महासदाशिव से ही उत्पन्न है इसलिऐ जिस जिव ने महासदाशिव को साधना से जाना है वही जिव मुक्त हो सकता है. क्योंकी काल (माया) निर्माण ही महाकाल शिव ने किया है.
ऊं महासदाशिवाय नम:
ऊं सांब सदाशिवाय नम:
जय श्री कृष्ण ❤🙏
जय श्री कृष्ण ❤️💞🙏🙏🙏
देखि राम सब चरित तुम्हारे विधि हरि शंभु नचावनहारे॥ जाके बल बिरंचि हरि इशा पालतहरत श्रृजतिदसशीशा।
Maheishwar shiv hi ultimate truth he.
सत्यं शिवम् सुन्दरम् ❤🙏
Param ishvarah, para param karnam, sachidanand roopay, advitiyay parmeshwaray nama shivay❤🙏
❤️🙏🙏🙏
Narayan hi asal bhagvan hai
Truth kaha aapne
Jay shreeman Narayan
💞🙏 जय श्री हरि विष्णु 💞🙏
@@hridyavani108Hirdyavani waise to mai science aur universe lover hu aur har cheejo ko samjhkar geeta ved puran me kuch rahsymayi baate hai jo kisi aur ishara karti hai jise aaj science bhi maan raha hai jaise ayaam, chetna hindu dharm me likhi pustko ka kuch gyan galat aur kuch gyaan sach sabit ho raha hai. to isse ye sabit hota hai ki hamre pahle ke rishi muniyo ne kathore tapsya aur dhyan sadhna se ishwar ki banayi kuch cheejo ka gyaan prapat kar liya tha lekin brahmand ka sampuran gyan nahi paa sake the jiske tahat kuch gyaan galat bhi sabit ho raha hai lekin kuch na hone se kuch hona, kuch sachai ko prakat kar raha hai. brahma ,vishnu, mahesh, sadashiv, adishkti inme parmatma ki kuch shaktiya ho sakti thi leki wo patmatma nahi ho sakte kyuki asli parmatma ajanma, aur nirakar aur sarvyapi hai, aur ved geeta puran bhagwan ne swayam nahi likha hai jabi kuch baate galat bhi hogayi khud wo likhte to unki koi bhi baat galat nahi hoti rahsmayi gyan kisi ache sidhiya praptakarta ka gyan hai aur kuch gyan banawati bhi hai jo nakli neech brahmno se aya huaa hai usi ne varna vyavstha banayi hogi kyuki bhagwan na dharm banayega aur na hee dharm kitabe likhega uske liye sabhi ek samman hai hindu sabd nakli brahmano ka diya lagta hai jabki brahman koi jaati nahi balki ek pad hai.sanatan sabd ache rishi muni logo ka diya gaya hoga aur usne sabhi prithvi per rahene wale logo santan se joda hai jiska kisi jaati dharam yoni se koi lena dena nahi hoga
M.vishnu
❤Lord Vishnu ❤
💞🌹🙏🙏🙏
Jai Sri Lkrisn
Jay shree krishan 💞🙏
Jai radhy radhy
Radhe Radhe 💞🙏🙏🙏
ईश्वर परम कृष्ण सतचीतआनंद विग्रह सर्व कारणं कारणं म
💞🙏
Tridev hi supreme god hai❤❤
भगवान एक ही विराट महाविष्णू बाकी सब उनके आंश है
❤ श्रीकृष्ण परमात्माने नमः ❣️
हे नाथ! मैं आपको भूलूं नहीं
@@gkpatidar6764 he is param devotee of maheshwara 😂
Jai shree Krishna ❤❤❤❤❤
Jay shree krishna 🙏🙏🙏
Hare Krishna ji 🙏🙏
Hare Krishna 💞 Radhe Radhe🌹 🙏🙏🙏
M.vishnu is everything
🙏
Maha sada shiv hi ultimate truth hai
राधे राधे
Adi Narayan bhagwan ahe Rampal zutha phila rahe kabir ko age kar rahe !
Bhut Sundar video
धन्यवाद 💞🙏
Bagaban kirshna ji bagwan h
जय श्री कृष्ण 💞 राधे राधे ❤️🙏🙏🙏
1. परब्रह्म - निराकार , अनंत शक्तिशाली, आदृश्य शक्ति , मूल परात्पर परमेश्वर ( सभी भौतिक वर्णनों व परि कल्पनाओं से परे )
2. ब्रह्म / श्री कृष्ण - निराकार - साकार पूर्ण ब्रह्म परमेश्वर , परब्रह्म स्वरुप ।
3. शिव, विष्णु व शक्ति - ब्रह्म के तीन मुख्य स्वरुप
यह है सनातन धर्म के ईश्वर। शास्त्र भी यही कहते है।
जी, बिल्कुल 💞🙏
Non dual SHIVA is beyond the concept of Parbrahman
अमात्रश्चतुर्थोऽव्यवहार्यः प्रपञ्चोपशमः शिवोऽद्वैत एवमोङ्कार आत्मैव संविशत्यात्मनाऽऽत्मानं य एवं वेद ॥ १२॥
"12. The fourth (Turiya) is immeasurable, unreachable, and beyond all phenomena. It is *SHIVA,* non-dual, and the essence of Om. The Self itself knows the Self by the Self. Whoever knows this, thus understands."
Radhe radhe ❤❤
Radhe Radhe
Brahma, vishnu, Mahesh ye teeno ek hi hai god hi teeno roop mein sansaar chala rahe hai ye bada hai wo bs hai ye sub agyan hai bhai ek hi shakti teeno roop leker is sansaar ko chala rahi hai ye hi sach hai
बिलकुल, अब आप लोग बात को सही तरीके से पकड़ पा रहे हो 💞 जय श्री कृष्ण 🙏🙏🙏
Mujhe To Vishnu ji Satya Lagte Hai Kyuki Unka Janam Kaise Huaa Koi Nhi Janta, Ram Krishna, Parshu Ram, Vaman, Avtaar Kalpanik Lagte Hi, Unhone Janam Liya Tha, Geeta Me Jo Kuch Acha Gyan Tha Wo Kahi Se Liya Huaa Lagta Hai, Allah GOD Sab Banwati Hai , Jiske Janam ke Baare Me Kisi Ko nahi Pata Ho Unme Param Parmata Ki kuch Shaktiya ho Shakti Thi
Jesus is the only above all
Ye ek ohokar yukta baat hai 😮😮😮
John 14:6 [NIV]
[6] Jesus answered, “I am the way and the truth and the life. No one comes to the Father except through me.
Revelation 1:8 [NIV]
[8] “I am the Alpha and the Omega,” says the Lord God, “who is, and who was, and who is to come, the Almighty.”
1 John 4:4 [NIV]
[4] You, dear children, are from God and have overcome them, because the one who is in you is greater than the one who is in the world.
@@Vikranti_Prashant there is no god except "I" of everything
The "I" are the God
This " I " are seen like many but
In reality it is Only one 🥰🥰🥰🥰
Here I is my I your I his I their our i .............all I of the universe multiverse......
Jesus finished that 'I'on the cross and become the almighty
Colossians 2:13-14 [NIV]
[13] When you were dead in your sins and in the uncircumcision of your flesh, God made you alive with Christ. He forgave us all our sins,
[14] having canceled the charge of our legal indebtedness, which stood against us and condemned us; he has taken it away, nailing it to the cross.
2 Corinthians 4:4 [NKJV]
[4] whose minds the god of this age has blinded, who do not believe, lest the light of the gospel of the glory of Christ, who is the image of God, should shine on them.
Asli bhagwan ram khuda hai
सब एक ही हैं 💞 आप जिसे चाहे मान लीजिए 🌹🙏🙏🙏
अपेनेआपकीझाने
💞👍
Jay Shri Krishna bhagwan ki Jay 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹
Jay shree radhe krishna ❤️💞🙏🙏🙏
Yahi problem he bhai hamare dharm me aap ake bataya krishna ek hi bhagavan he... Dusra vishnu batayaga aur ek shivji......... Ext.... Isliye hindu dhrama ka halat aisa horayeye...😢
इसमें कुछ गलत नहीं, हमारा जिस ईश्वर के प्रति प्रेम और भक्ति होती हैं हम उन्हें ही सब कुछ मानते हैं 🥰 कृष्ण निर्गुण और सगुण दोनों रूप में हैं वें ही ब्रह्म स्वरुप हैं 💞 लेकिन भगवान शिव, विष्णु, माता दुर्गा और अन्य देवी देवता भी उन्ही से उत्पन्न हैं 💞🌹🙏 हमें इस बात पर ध्यान देने की बजाय की कौन बड़ा हैं या कौन छोटा, ध्यान इस बात पर देना चाहिए की हम जिसे सबकुछ मानते हैं उनके प्रति हमारा प्रेम और भक्ति भाव क्या हैं 💞🙏🙏🙏
इसलिए ईश्वर प्रेम स्वरुप हैं उनकी भक्ति ही सब कुछ हैं 💞🙏🙏🙏 आप जिसे मानते हो उनकी भक्ति करो और उन पर भरोसा करो 🌹🥰 जय श्री कृष्ण 🙏 जय श्री राम 💞🙏🙏🙏
Are dear tum kyu confuse kar rahe ho krishna vishnu shiv ek hi hai koi kisi se utpan nahi hua hai.. adi Shankaracharya ko pado panch parmeshwar me sab aate hai@@hridyavani108
Abe doodh se dahi mahi paneer khoba rasgulla etc sab banta hain magar hain sab ek hi material
मूर्ख सदाशिव शिव ही परब्रह्म हैं
शिव परमात्मा है
आप जिस ईश्वर के प्रति प्रेम भाव रखते हैं वही परमात्मा हैं लेकिन ये उसी परम परमेश्वर परमात्मा के एक रूप मात्र हैं 💞 मैं इन्हें छोटा या बड़ा नहीं कह रहा हैं तो उस परमेश्वर के रूप ना ❤️🙏🙏🙏
@@hridyavani108 तेरे कहनसे से
क्या होता है
शिव ही शाश्वत है अविनाशी है निर्गुण है
Brohma ne kaha hei gobinda puja hi sorbosestho puja hei aur mohadev ne vi bataya hei bishnu puja hi sorboseth puja hei
Iswar ke v iswar hai
Ye ek ohonkar yukta baat hai 😮😮😮
हमारे लिए त्रिदेव ईश्वर हैं, परन्तु वें स्वयं जिस सर्वोच्च सत्ता की आराधना करते हैं उनका स्मरण या ध्यान करते हैं में उनकी बात कर रहा हूँ | इसमें अहंकार कैसा? उस सर्वोच्च सत्ता से ही सब रूप बने हैं 🥰❤️ जय हो परम पिता परमेश्वर ❤️💞🙏🙏🙏
@@hridyavani108 parameshwar ka koi joy porajoy nhi hai vaiyaji 🤔🤔🤔
Joy para joy hamar hota hai
Isliye us Paramesh ka joy ho bolke kus nhi hota
33 crore nahi 33 koti (33 prakar ke) pahle apna Gyan tandurust karo Fir video banana
हाँ, मैंने इसी विषय पर 1 वर्ष पहले video बना चूका हूँ और वो video membership में हैं इसलिए आपकी जानकारी के लिए बता देता हूँ 💞👍 हाँ, 33 कोटि होते हैं और कैसे, कौन कौन हैं उनकी चर्चा भी मैंने उस video में की है | 33 कोटि का मतलब 33 करोड़ नहीं बल्कि 33 प्रकार के देवी - देवताओं से हैं 🙏 और बाकि जानकारी उस video में मिल जाएगी, धन्यवाद ❤️🙏🙏🙏 जय श्री कृष्णा ❤️💞🙏🙏🙏🙏🙏
Ishvar sirf ek hi hai Bhagwan Narayan//krishna/Ram aab tum koi bhi naam se bulao hai toh ek hi
जी, 🌹💞
Krishna ko final kahoge.. to fir kalki jo ki last form h usko kya kahoge? Final krne se pehle kalki ka intezar karlo me to yhi kahunga.
मैं यहाँ उन गोलोकधाम वासी कृष्ण की बात कर रहा हूँ जो निर्गुण और सगुण दोनों रूपों मैं हैं, पराब्रह्म हैं 💞🙏 विष्णु भी उनके एक रूप हैं और बाकि सब अवतार जो विष्णु के हैं वो सब उसी परम पुरषोत्तम श्री हरि से निर्मित हैं ❤️🌹🙏
@@hridyavani108 tumne to krishna b bta dia, vishnu b bta dia aur Hari b bta dia.. alag kr ke ek krdia...😅😅 Isiliye kehra hu sabr rkho... Kalki k Ane ka.
Pahle khud ko jano , aatmgyan prapt karo sab kuch sara satya samne aa jayega
Rampal ne Naya zutha dukan khol diya
Rampal ka zutha bolbala mach rahe savdhan raho!
Kabir god hai kya
god nahi the lekin bhagwan ke samman gyan jarur tha unme kyuki wo inshano ke banaye dharam ko nahi mante the kyuki inshano ne alag alag dharam jaatiya banakar sabhi ko baat diya aur aaj wahi jhgde ki jad ban rahi jabki ek jeev se hee sabka nirman huaa hai to alag kaise hue? parmeshwar ne dharm nahi banaya hai unke liye dharam ka arth hai kartvya ahinsha, nyaya, sadacharn, sadgun, prakritik ke banaye niyam ko na todkar dusre jeev ko kast na pahuchana , jaise ki inshan maansh khata hai hatya karke jabki prakritik ne usko manshahari pravati ka nahi banaya hai banaya hota to uska sareer bhi waise hee hota bade nakhun aur bade dant cheer faad ke liye, brahmand prakriti hee param ishwar hai ya ishwar ke banaye hue hai jise ham hindu dharam me sadashiv shakti kahte hai lekin inke upar bhi koi param ishwar ya god hai jisne brahmand prakriti banayi😊
No... कबीर एक संत थे
कृष्णा भी पूर्ण भगवान ईश्वर नहीं है क्योंकि भागवत गीता में उसने खुद ही कहा है कि मेरा भी ईस्ट ईश्वर है भागवत गीता 18/64
B, g 15/4 में और सब को उसी की शरण में जाने को कहता है भागवत गीता 18/62 इससे पता चलता है उस पूर्ण ईश्वर को किसी ने नहीं देखा