पूर्ण सार शब्द भेदी गुरु की पहचान:- ** कृपया एक बार अवश्य पढिये ** जबसच्चे सद्गुरु किसी को दीक्षा देते हैं तो सारशब्द तो सद्गुरू के साथ पल भर में घटित होता है। किन्तु आज के युग में ऐसे सद्गुरू का मिलना बहुत ही दुर्लभ हैं। आजकल तो यू ट्यूब पर सारशब्द की दुकान खुली हुई है, जिसे देखो सारशब्द दे रहा है, क्योंकि ये सबसे अच्छा बिज़नेस है पैसा कमाने का। सारशब्द क्या है--?👇 उदाहरण 👉 बन्द कमरे की अंधेरा कई वर्षों का हो, महिनो का हो या एक दिन का हो सिर्फ एक दिया जला देने से ही दूर हो जाता है। अंधेरे को यह कहने का मौका ही नहीं मिलता कि मैं यहाँ वर्षों से हूँ धीरे धीरे जाऊँगा । पूर्ण सारशब्द भेदी जागृत सद्गुरू वो होते हैं जो वो पल भर में शिष्य को परख कर अपने जागृत दिया से उसके दीपक को जलाकर प्रकाश और आनंद से भर देते हैं, ओर सारशब्द को पल भर में लखा देते हैं। यही पूर्ण जागृत सद्गुरु की पहचान है। ये ठीक उसी तरह होता है जिस तरह मिलावटी सोने को अग्नि में तपाकर गलाने से सोनाशुद्ध हो जाता है, ऐसे ही पूर्ण सद्गुरू शिष्य को पल भर में सारशब्द लखा कर निर्मल कर देते हैं, न कि बिना अनुभूति करवाये वर्षों तक सेवा करवाते रहते हैं। केवल सत्संग सुनाने या सुनने से कुछ हासिल नही हो सकता। पहले अच्छी तरह से परख करो कि सत्संग सुनाने वाले जागृत गुरु है भी या नही। सारशब्द का अनुभव तो नाम दान लेते वक्त ही हो जाना चाहिए। अगर अनुभव नही हुआ तो सनाझ लेना नकली गुरु है। भावना में बह जाने वाले लोग हमेशा धोखा खाते हैं, (आपने भी बहुत बार धोखा खाया होगा) सोच के देखो--? आप हमको लाखों सत्संगियों में से कोई एक भी ऐसा दिखा दो जिसने दीक्षा लेते समय अपने आत्मदेव स्वरूप को देखा हो, या किसी सद्गुरु ने नाम देते समय शिष्य को सारशब्द का अनुभव करवाया हो। आजकल झूंठे गुरु (यू ट्यूब) पर झूंठे सत्संग करके भगतों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। जब चरण धोकर पीने से भी अनुभव नहीं हुआ तो कब होगा-? जो भी गुरु अपने चरणों को धुलवाकर भगतों को पिलाता है, तो साफ साफ पता चलता है कि ये झूंठा आडम्बर रच रहा है। परम सद्गुरु कबीर साहेब ने साफ साफ कहा है कि ,चरण धोकर पीने से कुछ भी हासिल नहीं होगा, अगर चरण धोकर पीने से मुक्ति हो जाती तो अब तक जितने भगतों ने पिये हैं सब के सब मुक्त हो गए होते। हर बार आप लोग हरबार एक नए गुरु को तलाशते हो, क्यों--? क्योंकि सब के सब झूंठे गुरु थे,इस बार तो आप जरूर बुद्धि विवेक से काम लेना। जब तक किसी का गुरु जिंदा हो, तो सोचो एक चेला कैसे दीक्षा दे सकता है-? हां चेला सिर्फ प्रचार कर सकता है, दीक्षा तो दे ही नही सकता, ओर ना ही अपने चरण धुलवाकर किसी को पिला सकता है, थोड़ा बुद्धि का सदुपयोग करके गहराई से सोचो । इस दास ने सिर्फ कटु सत्य बोलकर सच्चाई को उजागर किया है। हम क्षमाप्रार्थी हैं। आप लोग रोज़ सोने से पहले सिर्फ एक ये प्रार्थना करो कि हे कबीर साहेब आप ही हमको पूर्ण सद्गुरु की पहचान करने की बुद्धि दो ओर सार शब्द भेदी से मिलाप करवाओ। एक दिन पूर्ण खुद ब खुद आप पास चल कर आएगा। ये सच है (मोको कहाँ ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में, खोजी होय तो तुरंत मिलूं सिर्फ इक पल की तलाश में ) Is Link ko khol kar Asliat dekho Jo (Nitin Dass) kal tak Bairag Saheb ko Gaali deta tha Aaj uski Jai bolta hai-- ? th-cam.com/video/961TiU6BQ8o/w-d-xo.html
Saheb bandgi guru g Daya karte rahana Guru g Satya naam Shabd guru kabir saheb Ki jai ho sada hi jai ho Mere malik ki 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻
मूर्ख 19 मिनट पर कह रहा है काल के सिर पर पैर धरना पड़ेगा। तब मुक्ति होगी। खुद ही कह रहा है शरीर मे नही उलझना है। और खुद ही कह रहा है काल के सिर पर पैर धरना पड़ेगा तब मुक्ति होंगी। मूर्ख लोग कबीर की नकल करने से कबीर नही बन जाते। चोरी पकड़ी ही जाती है।
सभी श्रोता और पाठक गण इस बात से अनभिज्ञ हैं कि यह कबीर सागर गपोडो का सग्रंह मात्र है।शायद यह कबीर साहब के विरुद्ध एक षडयंत्र के तहत 1892 के आसपास युगलानन्द जी ने लिखा है।इसमे जगह जगह कबीर से झूठ बुलवाई गई है।तीन तरह के तो नाम दीक्षा मन्त्र हैं।जिनका ये गुरु तो कभी उनका जिक्र तक नहीं करते।वह उनसे कहीं कुछ कहा देता है और दूसरी जगह कुछ और कहा देता है।यह सब उनके बीजक ज्ञान को छुपाने की चाल है और उनके ज्ञान और नाम को गौण साबित करना है।ये तेहरवें पथं के ठेकेदार उसी ग्रंथ से अपने अपने प्रमाण देकर स्वयं को सही सिद्ध करने की कोशिश कर रहे हैं।जबकि अक्षर ज्ञानी कभी भी आत्म ज्ञानी नहीं बन सकता।क्योंकि आत्म ज्ञान अन्तर आत्मा की सवेंदना से सम्बधं रखता है।आत्मा मे इतनी शक्ति है कि यह स्वयं परमात्मा बन सकती है।इसे बस निर्विकारी बनना है।कबीर सागर केआधार पर ही तो इनकी दुकानें चल रही है।जबकि बीजक शब्द 69और 34रमैणी की साखी इनके शब्द और ज्योती वाले ज्ञान को मिथ्या बता रही है। अपना काम है सत्य परखाना हम नहीं भ्रमाते हैं। सदगुरू की कृपा से भूलों को राह दिखाते हैं।। महाराज रामदास
@@mahianjan1081 शब्द 69. (बीजक से ) जन्त्री जन्त्र अनुपम बाजे।वाके अष्ट गगन मुख गाजे।। तू ही बाजे तू ही गाजे।तूहि लिए कर डोले। एक शब्दमे राग छतीसो,अनहद बानी बोले। मुख के नाल श्रवण के तूम्बा, सतगुरु साज बनाया। जिभ्या के तार नासिका चर ई,माया का मोम लगाया। गगन मण्डल मे भया उजियारा, उल्टा फेर लगाया। कहिह कबीर जन भये विवेकी,जिन जन्त्री सो मन लाया। रमैनी ,34 की साखी. चिऊंटी जहाँ नहीं चढ सके,राई नहीं ठहराये। आवागमन की गम नहीं तहाँ सकलो जग जाऐ।। महात्मा रामदास
NITIN das ji aap bimari failate raho jagat guru RAMPAL ji treatment karte rehenge.. PARAMATMA ka adesh hai GYAN ki GANGA ko duniya ke samne rakh do jo punya ATMA hain turant aajayenge gyan pehechan ke aur jo ATMA KAAL ke bas mein unhe thoda late lagega lekin guarantee hai wo v aajayenge.... sat guru ki jay
दादू का पिं ज र और नानक कि देह का इस सत्संग में गलत उदाहरण दीया ये बात कबीर साहेब के लिए कही थी कि ये संसार छोड़ते वक्त नानक और दादु कि देह मिली पर कबीर साहेब जी कि देह नही थी इसलिए कबीर साहेब ही सतगुरु थे।
INDIA ke sabhi bhaiyon aur beheno, sir aur madam aap sabhi lok full educated hain aur har kisike ghar mein ek padha likha admi hoga aur hamare Hindu dharm ke sabse bade bade dharma granth hai 4 Bed, Bhagbat geeta, purann, sastra aur v hai isko khud padh ke aur kisi gyani se padhwa ke SAT guru Rampal ji ke gyan se parikhya karo. Lekin khud padh ke, ghar ke padhe likhe admise padhwa ke sabdhan agyani pakhandi se nahin puchhna wo apne manse galat bolega... agar apko ye Gyanganga 101%right sahi lage to naam daan lena ye mein job karne wala Atma gyan ki biswas se 110% guarrenty deta hun Sat guru Rampal ji hin hai koi sak nahin mein gyan mythology reacher kar raha hun 20 saal se...
Kis murkh NE sat sang sunarahhe... NATO samjhaparahahe na Khud ko samajhe.... Satsang to satguru rampalji maharajah ki hotahe jo ek ek akyar samjme atahe... Satguru rampalji maharajah ki Jay
Baba orato ko bahkata hoga want rampal ka chela bhi santrampal ki tarh gayan samjhat he tu kensar pet me gaath fefde kharab aakho de Kam dikhna accident se bchana khud parghat hotel he tu Kar sakta he tu to uski dhol ki kann bhi nhi ekbar gayan dayan se soon tu bhi par ho jayega bandichhor sat guru kijai Kiya Tera chela ese bol sakta he jese mene kaha sachay wali bat tu bhgi jiagurudev ki tarh cansar se marega jab pta lge ga bhala Kar murkh bande. T ere me pichhle janm ki Betty charge he kuchh phayda uthale antme royga phir kuchh na hona ram nam sat
पागलपंती का भूत सवार है परमात्मा है ही नहीं तो भक्ति क्या झक मार आने कर रहे हो क्यों दुनिया को बेवकूफ बना रहे हो परमात्मा नहीं तो भक्ति झक मार आने को कर रहे परेशान करने लग रहे हो ऐसे ढोंगी उसे बच के रहना भाइयों आपको भ्रमित कर देंगे सत साहेब संत रामपाल जी महाराज जी के चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम
સાહેબ બંદગી.સતનામ સતગુરુ.નિતિનદાસજી.સાહેબ કી.જય જય જય હો🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🦶🦶
साहिब जी के चरणो में कोटी कोटी प्रणाम।🙏🪷🙏🪷🙏🪷🙏🪷🙏🪷🙏
साहेब बंदगी सतनाम गुरु जी आपके चरणों में कोटि कोटि बंदगी साहेब बंदगी सतनाम
घट घट मेरा साइयां सूनी सेज न कोई बलिहारी वा घट की जिस घट परगट होय ❤साहिब बंदगी सतनाम गुरु जी ❤❤
सहेब बंदगी🙏🙏 सतनाम🙏🙏🌹🌹🌹🙏🙏 गुरु जी👣🙏🙏👏👏
Wah Sahib Wah Sahib Bandgi Satnaam ji
Bandichhor satguru nitin sahebji ki jai ho
Saheb bndgi
Sat naam saheb bandagi guru ji AAP ke..Sat sung sun kar Ham are janmo 2 ke band pare dimag ke parade khul gay AAP ji ke Ciaran meh moti parnam.
Saheb bandagi 🚩🚩🚩 SATNAAM 🚩🚩🚩
Sant rampal ji ka gyan satya hai
🌹👏🌹साहेबबंदगीसतनाम🌹🌹🌹राजकोटसे(गुजरात)केसवदासकानमन
Sat nam saheb bandagi
सारे भर्म मिटगे मेरे मालिक कोटि कोटि प्रनाम।जाति पाति पुछे नाहिं कोई हरि को भजे सो हरि का होई। सत साहिब साहेब बन्दगी।
Saheb bandhagi satnam hajur
वहां किया बात है
साहिब बंदगी साहेब जी
सत नाम जी बहुत बढ़िया सत संग
बहुत बहुत धन्यवाद जी
पूर्ण सार शब्द भेदी गुरु की पहचान:-
** कृपया एक बार अवश्य पढिये **
जबसच्चे सद्गुरु किसी को दीक्षा देते हैं तो सारशब्द तो सद्गुरू के साथ पल भर में घटित होता है। किन्तु आज के युग में ऐसे सद्गुरू का मिलना बहुत ही दुर्लभ हैं।
आजकल तो यू ट्यूब पर सारशब्द की दुकान खुली हुई है, जिसे देखो सारशब्द दे रहा है, क्योंकि ये सबसे अच्छा बिज़नेस है पैसा कमाने का।
सारशब्द क्या है--?👇
उदाहरण 👉 बन्द कमरे की अंधेरा कई वर्षों का हो, महिनो का हो या एक दिन का हो सिर्फ एक दिया जला देने से ही दूर हो जाता है।
अंधेरे को यह कहने का मौका ही नहीं मिलता कि मैं यहाँ वर्षों से हूँ धीरे धीरे जाऊँगा ।
पूर्ण सारशब्द भेदी जागृत सद्गुरू वो होते हैं जो वो पल भर में शिष्य को परख कर अपने जागृत दिया से उसके दीपक को जलाकर प्रकाश और आनंद से भर देते हैं, ओर सारशब्द को पल भर में लखा देते हैं। यही पूर्ण जागृत सद्गुरु की पहचान है।
ये ठीक उसी तरह होता है जिस तरह मिलावटी सोने को अग्नि में तपाकर गलाने से सोनाशुद्ध हो जाता है, ऐसे ही पूर्ण सद्गुरू शिष्य को पल भर में सारशब्द लखा कर निर्मल कर देते हैं, न कि बिना अनुभूति करवाये वर्षों तक सेवा करवाते रहते हैं।
केवल सत्संग सुनाने या सुनने से कुछ हासिल नही हो सकता। पहले अच्छी तरह से परख करो कि सत्संग सुनाने वाले जागृत गुरु है भी या नही।
सारशब्द का अनुभव तो नाम दान लेते वक्त ही हो जाना चाहिए। अगर अनुभव नही हुआ तो सनाझ लेना नकली गुरु है।
भावना में बह जाने वाले लोग हमेशा धोखा खाते हैं, (आपने भी बहुत बार धोखा खाया होगा) सोच के देखो--?
आप हमको लाखों सत्संगियों में से कोई एक भी ऐसा दिखा दो जिसने दीक्षा लेते समय अपने आत्मदेव स्वरूप को देखा हो, या किसी सद्गुरु ने नाम देते समय शिष्य को सारशब्द का अनुभव करवाया हो।
आजकल झूंठे गुरु (यू ट्यूब) पर झूंठे सत्संग करके भगतों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।
जब चरण धोकर पीने से भी अनुभव नहीं हुआ तो कब होगा-?
जो भी गुरु अपने चरणों को धुलवाकर भगतों को पिलाता है, तो साफ साफ पता चलता है कि ये झूंठा आडम्बर रच रहा है।
परम सद्गुरु कबीर साहेब ने साफ साफ कहा है कि ,चरण धोकर पीने से कुछ भी हासिल नहीं होगा, अगर चरण धोकर पीने से मुक्ति हो जाती तो अब तक जितने भगतों ने पिये हैं सब के सब मुक्त हो गए होते। हर बार आप लोग हरबार एक नए गुरु को तलाशते हो, क्यों--?
क्योंकि सब के सब झूंठे गुरु थे,इस बार तो आप जरूर बुद्धि विवेक से काम लेना।
जब तक किसी का गुरु जिंदा हो, तो सोचो एक चेला कैसे दीक्षा दे सकता है-? हां चेला सिर्फ प्रचार कर सकता है, दीक्षा तो दे ही नही सकता, ओर ना ही अपने चरण धुलवाकर किसी को पिला सकता है, थोड़ा बुद्धि का सदुपयोग करके गहराई से सोचो ।
इस दास ने सिर्फ कटु सत्य बोलकर सच्चाई को उजागर किया है। हम क्षमाप्रार्थी हैं।
आप लोग रोज़ सोने से पहले सिर्फ एक ये प्रार्थना करो कि हे कबीर साहेब आप ही हमको पूर्ण सद्गुरु की पहचान करने की बुद्धि दो ओर सार शब्द भेदी से मिलाप करवाओ। एक दिन पूर्ण खुद ब खुद आप पास चल कर आएगा। ये सच है
(मोको कहाँ ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में, खोजी होय तो तुरंत मिलूं सिर्फ इक पल की तलाश में )
Is Link ko khol kar Asliat dekho Jo (Nitin Dass) kal tak Bairag Saheb ko Gaali deta tha Aaj uski Jai bolta hai-- ?
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🙏🌹साहेब बन्दगी.....सतनाम 🌹🙏
Saheb bandgi guru g
Daya karte rahana
Guru g
Satya naam
Shabd guru kabir saheb
Ki jai ho sada hi jai ho
Mere malik ki
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌹🌷🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻🌺🌻
stynaam ji
🙏🌹🌹🏵️❤️🌹🌹🙏
साहेब बंदगी सतनाम गुरूजी जी साहेब बंदगी सतनाम गुरूजी जी
Attam hai ram, ram hai Attam .
Satnam is kabbir is equally Pure Vibrations.
Akand Naad .
🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙏🙏
sahib banghi satnam kailash gupta
🌻साहिब बन्दगी साहिब जी,,🌻🙏🏼🌼🙏🌼🙏🌼🙏🌼🙏
🙏🙏
🙏🌹 साहेब बंदगी ..........सतनाम🌹🙏
🙏🌹🙏
Om namo ☝️ Narayan 🙏
🙏साहेब बदंगी🙏सत्यनाम 🙏
जय हो साहिब जो विवेक आप के सत्संग से चेतन हुवा है उसे अब कोई छल नहीं सकता है आप के चरणो में प्रणाम
जय बंदी छोड़ सतगुरु सत्य कबीर साहेब की सदा ही जय हो साहिब बंदगी सतनाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹
गुरु और शिष्य,भक्ति - मुक्ति, गुप्त वेद। कबीर अद्भूत ज्ञान।: th-cam.com/video/9bHobzT_1iQ/w-d-xo.html
जाहां शव्द लय हो जाता है,अर्थात शव्द हराया जाता,वही परमात्मा है
(नाद विन्दु उपनिषद)!
बिल्कुल सही है नाद विन्दु उपनिषद
Sant Rampal ji maharaaj purn parmatma aaye hai
साहिब बंदगी सत नाम
🙏🙏🙏
🌹🙏sahib bandgi
🌹🙏 satnam🌹🙏
6:35 🙏🌹🙏
Sat sahib ji
नितिन दास जी कृपया बताएं,,,,, हमारा "मन"... हमारे शरीर में कहां रहता है? यह दिखने में कैसा होता है? और कैसे यह अपना निज मुकाम हासिल करता है?
जय बंदी छोड़ कि
Ek Maka Ni ek Sala ni Ek Hi Ne Akshara jani. sat saheb sat.
guru.kaber saheb ki ji ho
मूर्ख
19 मिनट पर कह रहा है काल के सिर पर पैर धरना पड़ेगा। तब मुक्ति होगी।
खुद ही कह रहा है शरीर मे नही उलझना है।
और खुद ही कह रहा है काल के सिर पर पैर धरना पड़ेगा तब मुक्ति होंगी। मूर्ख लोग कबीर की नकल करने से कबीर नही बन जाते। चोरी पकड़ी ही जाती है।
Sale gadhe 😅
सभी श्रोता और पाठक गण इस बात से अनभिज्ञ हैं कि यह कबीर सागर गपोडो का सग्रंह मात्र है।शायद यह कबीर साहब के विरुद्ध एक षडयंत्र के तहत 1892 के आसपास युगलानन्द जी ने लिखा है।इसमे जगह जगह कबीर से झूठ बुलवाई गई है।तीन तरह के तो नाम दीक्षा मन्त्र हैं।जिनका ये गुरु तो कभी उनका जिक्र तक नहीं करते।वह उनसे कहीं कुछ कहा देता है और दूसरी जगह कुछ और कहा देता है।यह सब उनके बीजक ज्ञान को छुपाने की चाल है और उनके ज्ञान और नाम को गौण साबित करना है।ये तेहरवें पथं के ठेकेदार उसी ग्रंथ से अपने अपने प्रमाण देकर स्वयं को सही सिद्ध करने की कोशिश कर रहे हैं।जबकि अक्षर ज्ञानी कभी भी आत्म ज्ञानी नहीं बन सकता।क्योंकि आत्म ज्ञान अन्तर आत्मा की सवेंदना से सम्बधं रखता है।आत्मा मे इतनी शक्ति है कि यह स्वयं परमात्मा बन सकती है।इसे बस निर्विकारी बनना है।कबीर सागर केआधार पर ही तो इनकी दुकानें चल रही है।जबकि बीजक शब्द 69और 34रमैणी की साखी इनके शब्द और ज्योती वाले ज्ञान को मिथ्या बता रही है।
अपना काम है सत्य परखाना हम नहीं भ्रमाते हैं।
सदगुरू की कृपा से भूलों को राह दिखाते हैं।।
महाराज रामदास
क्या है बीजक शब्द 69और34 की साखी। आप बताइये।
@@mahianjan1081
शब्द 69. (बीजक से )
जन्त्री जन्त्र अनुपम बाजे।वाके अष्ट गगन मुख गाजे।।
तू ही बाजे तू ही गाजे।तूहि लिए कर डोले।
एक शब्दमे राग छतीसो,अनहद बानी बोले।
मुख के नाल श्रवण के तूम्बा, सतगुरु साज बनाया।
जिभ्या के तार नासिका चर ई,माया का मोम लगाया।
गगन मण्डल मे भया उजियारा, उल्टा फेर लगाया।
कहिह कबीर जन भये विवेकी,जिन जन्त्री सो मन लाया।
रमैनी ,34 की साखी.
चिऊंटी जहाँ नहीं चढ सके,राई नहीं ठहराये।
आवागमन की गम नहीं तहाँ सकलो जग जाऐ।।
महात्मा रामदास
🙏🌹🌹💕
Sant rampal ji Maharaj ka Gyan pramanit hai
Aapke pass Sabhi Kitabi baten Hain yah Kuchh Gyan bhi hai
Agar aapko Khud ki Anubhuti Hui Hai To vah bataen aur apna phone number den
Shabd guru kab mileage mere bhai aapne jigyasa bada di he
Pyas bada di he
Naij sarup ke assa lagaia batha ha
Nitin Sahib Ji Udhar Sharir hi nahin hai To jakar Kya Karenge
Ye Atam gyan hai bhai Atma sarir nhi hai .
NITIN das ji aap bimari failate raho jagat guru RAMPAL ji treatment karte rehenge.. PARAMATMA ka adesh hai GYAN ki GANGA ko duniya ke samne rakh do jo punya ATMA hain turant aajayenge gyan pehechan ke aur jo ATMA KAAL ke bas mein unhe thoda late lagega lekin guarantee hai wo v aajayenge.... sat guru ki jay
Rampal kaal ka doot hansmuni hai
Guruji naam Diksha Lena he
Sab bdge
दादू का पिं ज र और नानक कि देह का इस सत्संग में गलत उदाहरण दीया ये बात कबीर साहेब के लिए कही थी कि ये संसार छोड़ते वक्त नानक और दादु कि देह मिली पर कबीर साहेब जी कि देह नही थी इसलिए कबीर साहेब ही सतगुरु थे।
Saheb bandgi
TH-cam se
Hataane wale kaun hai?
Kiyo dhongi baba abhi to satnam or satnam Kiya he or abhi aapko gayan nhi he murkh baba kiyo :$
वाद-विवाद का सत्संग में कोई स्थान नहीं है। पहले ईर्ष्या और द्वेष से बाहर निकालो इसके बाद शिक्षा देना।भ्रम मत फैलाओ।
Irsya toh rampal ke bhagat krte hai kyonki boh jayatar unpad hain
सब ने 13वें पंथ की सोड बांध रखी है।हाथ किसी को कुछ आता ही नहीं।
Are ye to nitin das ki aavaj nhi hai
Bhagatji aap ka kehna he koi shristi Rachna Sharma nai hui ...? Koi Jyoti niranjan nahi koi bhramma vishnu nahi koi shiv nahi ....???????????🙏🙏🙏🙏🙏
bilkul
क्या आपका हि पंथ 13 वा है ? और क्या आप ही नादपुत्र है ? आपका फोन नंबर बताओगें ?
INDIA ke sabhi bhaiyon aur beheno, sir aur madam aap sabhi lok full educated hain aur har kisike ghar mein ek padha likha admi hoga aur hamare Hindu dharm ke sabse bade bade dharma granth hai 4 Bed, Bhagbat geeta, purann, sastra aur v hai isko khud padh ke aur kisi gyani se padhwa ke SAT guru Rampal ji ke gyan se parikhya karo. Lekin khud padh ke, ghar ke padhe likhe admise padhwa ke sabdhan agyani pakhandi se nahin puchhna wo apne manse galat bolega... agar apko ye Gyanganga 101%right sahi lage to naam daan lena ye mein job karne wala Atma gyan ki biswas se 110% guarrenty deta hun Sat guru Rampal ji hin hai koi sak nahin mein gyan mythology reacher kar raha hun 20
saal se...
Rampal hansmuni doot hai kaal ka
आप के सत्संग में सहजता नहीं है, पूरी तरह बनावटी लग रहा है। आप अनुभवहीन हो।
Nahi kabir nah I dhaaram dasa aksar ek sarv ghat vasa
Ap ke pas khali kahani h dharna h hi nahi
Kis murkh NE sat sang sunarahhe... NATO samjhaparahahe na Khud ko samajhe.... Satsang to satguru rampalji maharajah ki hotahe jo ek ek akyar samjme atahe... Satguru rampalji maharajah ki Jay
Unpad aadmi kaal ke doot hansmuni rampal ke andh bhagat hain
Baba orato ko bahkata hoga want rampal ka chela bhi santrampal ki tarh gayan samjhat he tu kensar pet me gaath fefde kharab aakho de Kam dikhna accident se bchana khud parghat hotel he tu Kar sakta he tu to uski dhol ki kann bhi nhi ekbar gayan dayan se soon tu bhi par ho jayega bandichhor sat guru kijai Kiya Tera chela ese bol sakta he jese mene kaha sachay wali bat tu bhgi jiagurudev ki tarh cansar se marega jab pta lge ga bhala Kar murkh bande. T ere me pichhle janm ki Betty charge he kuchh phayda uthale antme royga phir kuchh na hona ram nam sat
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पागलपंती का भूत सवार है परमात्मा है ही नहीं तो भक्ति क्या झक मार आने कर रहे हो क्यों दुनिया को बेवकूफ बना रहे हो परमात्मा नहीं तो भक्ति झक मार आने को कर रहे परेशान करने लग रहे हो ऐसे ढोंगी उसे बच के रहना भाइयों आपको भ्रमित कर देंगे सत साहेब संत रामपाल जी महाराज जी के चरणों में कोटि-कोटि दंडवत प्रणाम
True
Good Joke😁
Rampal hansmuni namk kaal ka doot hai
ष
😀😀😀😀
Bekar thinking
Jhutha satsang
विवेक से सुनो सच्चा सत्संग
Msharagi ap en papeyoo ki kuch v bata do, en ki 7 pusto ki 84 nichet h, yehae en ki 7 pusto ka Dand h
🙏🌹🙏
6:35 🙏🌹🙏