ईश्वर कृपा से कपिल जी आप जो है स्वस्थ रहें दीर्घायु हो और ऐसे ही पोल खोलते रहे इन तथा कथित देश को आजाद करने वालों को नंगा करते रहे जो कि श्री ले रहे हैं वास्तविकता कुछ और ही है वास्तविकता को भारत की जनता तथा नई पीढ़ी को बताते रहे
प्रोफेसर कपिल कुमार जी प्रचण्ड विद्वान होने के साथ-साथ बहुत साहसी इतिहासवेत्ता हैं। आज के भारत और सनातन को ऐसे ही सच बोलने वालों की आवश्यकता है। साधुवाद
अफसोस के अब तक 1857 के विद्रोह पर एक उपयुक्त सिनेमा नहीं बना। आवश्यक है कि 1857 के विद्रोह पर एक, दो अथवा तीन भाग में सिनेमा अवश्य बने, जिससे कि भारत को उन महानायक के विषय में पता चले जिन्होंने हमारी खातिर इतनी कुर्बानीयां दीं, के बारे में पता चले जो किताबों में कभी पढ़ाया नहीं गया।
मिश्राजी जुनुन सिनेमा मे 1857 का जिक्र था,शशी कपूर ,कुलभूषण खरबंदा ने काम किया है,जरूर देखना,लेकीन 1857के क्रांती का पुरा इतिहास नही ,इसलीये सभी इतिहास पर एक दो फिल्म बननी चाहीये.
Jis Din Mahatma Gandgi Ko Nathu Ram Godse Ji Ne Goli Mara Tha, Usi 30 January Ko Bharat Ke 1st Krantiveer Mangal Pandey Ka Janmdin Hai, Ye Bhi Kisi Ne Nahi Bataya.
भारत की पहली आजादी 23 दिसम्बर 1943 को हुई थी 30दिसंबर को नेता जी नें पहला तिरंगा भारत के पहले प्रधानमन्त्री की हैसियत से अंडेमान में फहराया था। अगर हिंदू हो भारतीय हो तो 23 दिसम्बर से ही भारतीय तिरंगा अपने घरों पर लगाएं।
सर जी आपको मनपूर्वक नमन. ये अपने नेताजी सुभाषचंद्र बोस 1985 तक अयोध्या मे राम भवन मे रहे और अब तक किसी विद्वान महोदय ने क्यु नहीं जाके वर्तमान प्रधानमंत्री मोदीजीको को बताया ये सब आश्चर्य जनक बातें है. और ये सभी बाते सबके सामने, और अखबारों में छपी जानी चाहिए . तो अगर अभी भी ऐसा हुआ तो वर्तमान जो काँग्रेस है और राहुल गांधी जो बडबडा रहे हैं वो सब कि बोलती बंद हो जायेगी. धन्यवाद जय भारत जय नेताजी 🎉
Yes, British post colonial set up in the subcontinent denied the freedom to the Hindus and imposed pseudo shecular Nehru ji on the Hindus. There were many reasons for it which is a separate topic. SriRam.
श्रीमान लेखक महोदय कपिल शर्मा जी को हृदय से नमन 🙏🌺 आपको मुखर होकर अपनी बात रखते हुए टी वी पर भी देखा है। आप एक सच्चे इतिहासकार देशभक्त और विरोधियों को निरुत्तर करने में कुशल हैं।❤❤❤
Dear Sir ji! Such type of annalyse is listing first time and feeling very grateful of such hidden martyr who gave their lives and never could not be introduced in History by congress led governments. It is expected expected the History will be re- written with the facts and included all names of stretagists of 1857 revolutionary.
सर जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद आपका वीडियो हमें बहुत अच्छा लगा। इससे हमें बहुत ज्ञानवर्धक तथ्य मिले। उसे समय हमारे पूर्वजों के साथ क्या-क्या अत्याचार किए जाते थे और उन्होंने कैसेकैसे और किस परिस्थिति में कार्य किया इसके बारे में हमें पता चला और जो हमारे समाज को कांग्रेस ने हमें असली ज्ञान से दूर रखा उसके बारे में भी हमें जानकारीप्राप्त हुई आप से निवेदन है कि इसी तरह के अच्छे अच्छे और ज्ञानवर्धक वीडियो बनाते रहिए ताकि हमारे अंदर शक्ति जागृत होती रहे उन वीडियो को देखकर एक बार फिर से आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Reliable history concerning 1857 is trzMost of the big native rulers supported the British. By and large it remaine confined to north India.ue it was largely confined to north Indian as most of the native rulers supported
कुछ राजनीतिक दल के नेताओं द्वारा बार-बार सनातन धर्म की आलोचना की जा रही है पर फिर भी हिन्दू उन्हीं दलों के नेताओं को वोट देकर संसद एवं राज्य के विधानसभा में भेजने का काम कर रहे हैं । इससे ख़राब स्थिति और क्या हो सकती है । अब धीरे धीरे सनातन धर्म और संस्कृति समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया ।
Yuri Bezmenov, an ex-Soviet emigre who is the US based author of several conspiracy theories ascribing imperialist motives to Russian cooperation with India, had never identified himself among his cliche as a Russian, but only as an Israelite emigre "staying" in Russia. The reliability or veracity of his concocted accusations about civilisational abhorence for India in the minds of Russian government planners, can be gauged from the fact that this Israelite Bezmenov branded the India-backed freedom fighters of Bangladesh, as " evil elitist conspiratorial syndicate aimed at destabilisation of East Pakistan". Yuri Bezmenov says that Russian support for the India-backed outbreak of revolution in East Pakistan was the last straw which revolted his sensibilities so much that he formally disowned Russia. Whoa! This Yuri Bezmenov is making a candid admission from the horse's mouth that he was on the same page as the CIA in 1971,and that he is so ideologically aligned with the East Pakistani regime notorious for holocaust of Bengali Hindus, that he formally parted ways with Russia only because Russia was opposed to that holocaustic Pakistani regime! So much so for the pretentious sympathies towards India which he feigned much later. EU propagandists Karolina Goswami and Zuzana have extensively quoted the fake claims made by Yuri Bezmenov, as the cornerstone of their intention to sow dissension between India and Russia, and for recruiting Indians as zombies in Poland's acrimonious imperialistic war of narratives against Russia which Karolina wants to bring at India's doorstep.
In 1857 Jyotirao Scindia's great parents supported British. Sawarkar asked Hindu people to join the British army to fight against Azad Hind army of Subhash Chandra Bose. RSS did not participate in the freedom struggle of India infact they were supporter and informer of the Britisher.
Peshwo jaise Scindia, Gaikwad aur ye RSS ek dam chup the aur Sawarkar jaise ne to khud bola tha ki Angrejo ki sena me join karo aur inki madad karo. Sabhi ne ladai nahi ki. Uss time pe gaddari karne wale badi tadat me the. Isiliye Angrejo ki jeet hui thi.
I am thrilled to hear the real story of freedom fighters in 1957. This was a real first revolution against the British rule which was described by the traitor Leftist & quisling historians of our country as a mere Sepoy Mutiny . The main culprit behind this conspiracy was Congress & Mohandas Gandhi Ji. I would request the narrator of this episode to kindly continue & tell us the real story of freedom struggle against the British by our Heroes for the independence of our country.
बहुत बढ़िया लाजवाब वर्णनन किया ऐसे ही सुभाष चन्द्र बोस ने किया था जिसमें एक गुमनाम सिपाही मेरे दादा जी भी थे स्व श्री पुरूषोत्तम दास वर्मा बोस के गुप्तचर गली गली मोहल्ले मोहल्ले में घूमते थे कोई सब्जी वाला बनकर तो कोई मोची बनकर कोई धोबी बन कर बोस ने अपने हर सिपाही को आयुर्वेद का ज्ञान दे रखा था जंगल में ये पत्ते खाकर जिंदा रह सकते हैं इन पत्तों से एनर्जी मिलेगी हड्डी टूट जाये तो ऐसा करना है और गोली लग जाये तो ऐसा करना है हर सिपाही को सर्व गुण संपन्न बना रखा था मेरे दादा जी ने दिल्ली में अंग्रेजों के एमिनेशन में आग लगा कर रंगून जो बर्मा अब म्यांमार में है वहा सुभाष चन्द्र बोस के पास भाग गये थे ये किस्सा 1945 के करीब का है द्वितीय विश्व युद्ध के करीब का
You have made great efforts to collect the old data and made it available to the public.Certainly the indian public was fed up with the deppresive rule.of Britishers and ready to revolt against it. Thanks.
कांग्रेस ने आजादी के दीवानों को एक ऐसा मंच दिया, जिससे आजादी को एक दिशा मिली। पर और बहुत से संगठन थे जैसे कि हिन्दी महासभा और मुस्लिम लीग आपस मे ही लड़ते रहे, वह भी केवल अपने वर्चस्व और सत्ता में प्रभुत्व के लिए। देश में आजादी से पहले, इनके सदस्यों ने, सरकारी पदों पर सेवाएं भी प्राप्त की और स्वतंत्रा सेनानी भी कहलाएं।
Congress ko hume banayatha ki English ko bachane keliye aur Congress bada acha tarika se nibhaya, ahinsa ki dhong leke aur jo mahan leaders Congress ki ye niti ko virodh kiye unko itihas se mita diya gaya nehin to badnam kiya gaya.
बहादुरशाह ज़फ़र नेता बनने के लिये किसी के पास गया नहीं था, तात्या टोपे और उसके साथी खुद आये थे उसे नेता बनाने के लिए, बहादुरशाह ने असमर्थता जताई अपनी उम्र और सेहत का हवाला देकर, और हां 1857 की क्रांति का सबसे ज़्यादा नुकसान उसी फट्टू ने सहा उसके सब बेटों को मार दिया, मुगल साम्राज्य का अंत कर दिया, उसे अपने ही देश से निकाल कर बर्मा भेज दिया गया.
🙏सर जी, हम आभारी है आप के, इतनी गहन ज्ञान से हमें परिचय कराने के लिए। एक बार फिर 🙏है आप से।
ईश्वर कृपा से कपिल जी आप जो है स्वस्थ रहें दीर्घायु हो और ऐसे ही पोल खोलते रहे इन तथा कथित देश को आजाद करने वालों को नंगा करते रहे जो कि श्री ले रहे हैं वास्तविकता कुछ और ही है वास्तविकता को भारत की जनता तथा नई पीढ़ी को बताते रहे
प्रोफेसर कपिल कुमार जी प्रचण्ड विद्वान होने के साथ-साथ बहुत साहसी इतिहासवेत्ता हैं। आज के भारत और सनातन को ऐसे ही सच बोलने वालों की आवश्यकता है। साधुवाद
Bilkul true' sir
Great Netaji Subhash Chandra Bose Ji
भारत को पुनर्जिवित करने के लिए वास्तविक इतिहास का बोध एक क्रान्तिकारी कदम हो सकता है । प्रस्तुति के लिए धन्यवाद ।
र
Intarnet AAp Gaddari kar rahe hai.sach.ko.chipa.jhuth. Nafrat
Before independence There were about 565 princely states some fighting with each other. No bharat
सादर प्रणाम आदरणीय 🙏
अद्भुत
शारदीय नवरात्र की हार्दिक शुभकामनायें
भारत माता की जय वन्देमातरम्
कांग्रेस शब्द भारत की कौन सी भाषा में है कोई बताएगा, अगर कांग्रेस का निर्माण भारत में हुआ है, तो अमेरिका इंग्लैंड में कांग्रेस क्या कर रही है..... 😡🤜🙏
अफसोस के अब तक 1857 के विद्रोह पर एक उपयुक्त सिनेमा नहीं बना।
आवश्यक है कि 1857 के विद्रोह पर एक, दो अथवा तीन भाग में सिनेमा अवश्य बने, जिससे कि भारत को उन महानायक के विषय में पता चले जिन्होंने हमारी खातिर इतनी कुर्बानीयां दीं, के बारे में पता चले जो किताबों में कभी पढ़ाया नहीं गया।
जय श्री राम 🌹💐🌹🙏सभी भारतीय भाषाओं में।
मिश्राजी
जुनुन सिनेमा मे 1857 का जिक्र था,शशी कपूर ,कुलभूषण खरबंदा ने काम किया है,जरूर देखना,लेकीन 1857के क्रांती का पुरा इतिहास नही ,इसलीये सभी इतिहास पर एक दो फिल्म बननी चाहीये.
Jis Din Mahatma Gandgi Ko Nathu Ram Godse Ji Ne Goli Mara Tha, Usi 30 January Ko Bharat Ke 1st Krantiveer Mangal Pandey Ka Janmdin Hai, Ye Bhi Kisi Ne Nahi Bataya.
शुक्रिया।
सबसे बड़ा गद्दार बहादुर शाह जफर था जिसे ये गद्दार वामपंथी एक नायक बताते हैं
भारत की पहली आजादी 23 दिसम्बर 1943 को हुई थी 30दिसंबर को नेता जी नें पहला तिरंगा भारत के पहले प्रधानमन्त्री की हैसियत से अंडेमान में फहराया था।
अगर हिंदू हो भारतीय हो तो 23 दिसम्बर से ही भारतीय तिरंगा अपने घरों पर लगाएं।
2:51 If you go to portblair jail , first flag stand on which subhas Bose unfurled first independent India flag,
Bahut kiya lekin kaam ahinsa vadi aaye
जय श्री सत्य सनातन संस्कृति को🙏💕
जागो और जगाओ सनातनीयों बहुत सो चुके हो।
सर जी आपको मनपूर्वक नमन. ये अपने नेताजी सुभाषचंद्र बोस 1985 तक अयोध्या मे राम भवन मे रहे और अब तक किसी विद्वान महोदय ने क्यु नहीं जाके वर्तमान प्रधानमंत्री मोदीजीको को बताया ये सब आश्चर्य जनक बातें है. और ये सभी बाते सबके सामने, और अखबारों में छपी जानी चाहिए . तो अगर अभी भी ऐसा हुआ तो वर्तमान जो काँग्रेस है और राहुल गांधी जो बडबडा रहे हैं वो सब कि बोलती बंद हो जायेगी. धन्यवाद जय भारत जय नेताजी 🎉
प्रोफेसर कपिल कुमार ने गहन औऱ सूक्ष्म तरीके से इतिहास समझाया धन्यवाद 🙏🙏
आजाद हिंद फौज की स्थापना 1942 में रासबिहारी बोस ने टोक्यो (जापान) में की थी। इसका उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ लड़ना था
Azad Hind fauj ki sthapna 1932 mein Mahendra Pratap Singh ne ki thi
श्री मैगर राय, गहमर, गाजीपुर के नेतृत्व मे हमारे हजारों वीरों ने 1957 मे अपना बलिदान दिया था।
1857
@@tanwarsingh1587जय श्री राम 🌹🌹🙏
🚩🇮🇳🚩🇮🇳🚩🇮🇳 महानुभाव की जय हो . धन्यवाद . इन्होने सन 2014 के बाद भारत को आजादी मिली , यह नही कहने के लिए 🙏🙏🙏
कपिल सर को प्रणाम ।
महान क्रांतिकारियों को मेरा शत शत नमन🙏 जिनकी बदौलत आज हम स्वतंत्र है सचाई तो सामने आनी ही थी कांग्रेस ने उस समय भी तलवे चाटे और आज भी वही कर रही है
हिन्दू अभी भी आजादी के लिए संघर्ष कर रहा है।
हां वास्तविक रूप मे पाकिस्तान को आजादी मिली है।
आज़ादी ❎ स्वतंत्रता ☑️
Hindu kabhi aajad nahi honge unhe khatakhat, jati aur aarkshan chahiye udahran haryana chunaao
Yes, British post colonial set up in the subcontinent denied the freedom to the Hindus and imposed pseudo shecular Nehru ji on the Hindus.
There were many reasons for it which is a separate topic.
SriRam.
Is tarah to hamesha ghulam rahoge kyonki kuchh din bad musalmano ke hath me hukumat ki bagdor hogi😂😅
Thanks God ye video Modi bhakt ne nahi banaya .yadi easa hota toh vo Gandhi Nehru ko jimmeder batata
You are a great historyan of India. Salute sir.
कपिल शर्मा जी आप का बहुत बहुत आभार जो आपने इस इतिहास को बताया ।
ऐतिहासिक जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
सर सादर प्रणाम
सर स्वतंत्रता संग्राम में सभी ने यथासंभव सभी ने सभी ने आहूति दी है
साधुवाद
Jai shree Ram Jai shree Ram
सही इतिहास बताने के लिए धन्यवाद
श्रीमान लेखक महोदय कपिल शर्मा जी को हृदय से नमन 🙏🌺
आपको मुखर होकर अपनी बात रखते हुए टी वी पर भी देखा है।
आप एक सच्चे इतिहासकार देशभक्त और विरोधियों को निरुत्तर करने में कुशल हैं।❤❤❤
कांग्रेस लिखित इतिहास को पड़ कर आज की पीढ़ी कैसे सही मार्ग का चुनाव कर सकेगी ।
Excellent video.
राव तुलाराम कि जय
आज भारत और भारतीय संस्कृति को बचाने के लिए सभी हिन्दुओ को एक जुट होने की आवश्यकता है।
जय हिंद, जय भारत।
जय सनातन।
The cunning kutil Bammans divided India into lower castes and became kings without doing any work
हम हिंदू तो हैं पर नीच जाति के हैं कोई ब्राह्मण अपनी लड़की की शादी नहीं करता हमसे नहीं तो हम भी इकट्ठे हो जाते
Aap ne bahut sach bola, bharatwasiyo ko sunna chahiye
बहुत ही महत्व पूर्ण जनकारी।
गुरूजी, सादर प्रणाम।
Thank you professor Kapil Kumar ji,
Well done, Excellent information .. !
Eager to learn more.. !!
जय माँ भवानी जय श्री परशुराम जय श्रीराम जय श्रीकृष्ण हर हर महादेव शिवांश मोदी जी की जय हो
मोदी शिवांश... 😟😟🤔😟.......
अच्छा...... 😂😂😄😄😄...
जय हो अंध भक्तों की
Sir,you are great.
समय सबका बदलता है पर बलिदान दिये बगैर आजादी नही मिलती उल्हाना को मेरा बार बार नमन
Excellent exposition. It was a treat to listen to you Prof., came to know so many facts unknown to me hitherto.
Dear Sir ji!
Such type of annalyse is listing first time and feeling very grateful of such hidden martyr who gave their lives and never could not be introduced in History by congress led governments.
It is expected expected the History will be re- written with the facts and included all names of stretagists of 1857 revolutionary.
Thankyou . You have our understanding about many aspects of history .
I love Subhas.
Kapil sir, pranam. 🙏🙏🙏
सर जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद
आपका वीडियो हमें बहुत अच्छा लगा। इससे हमें बहुत ज्ञानवर्धक तथ्य मिले। उसे समय हमारे पूर्वजों के साथ क्या-क्या अत्याचार किए जाते थे और उन्होंने कैसेकैसे और किस परिस्थिति में कार्य किया इसके बारे में हमें पता चला और जो हमारे समाज को कांग्रेस ने हमें असली ज्ञान से दूर रखा उसके बारे में भी हमें जानकारीप्राप्त हुई आप से निवेदन है कि इसी तरह के अच्छे अच्छे और ज्ञानवर्धक वीडियो बनाते रहिए ताकि हमारे अंदर शक्ति जागृत होती रहे उन वीडियो को देखकर
एक बार फिर से आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Reliable history concerning 1857 is trzMost of the big native rulers supported the British. By and large it remaine confined to north India.ue it was largely confined to north Indian as most of the native rulers supported
I think it was a best and big approach to recall us we should be remember it .
Sir dhanywad
कुछ राजनीतिक दल के नेताओं द्वारा बार-बार सनातन धर्म की आलोचना की जा रही है पर फिर भी हिन्दू उन्हीं दलों के नेताओं को वोट देकर संसद एवं राज्य के विधानसभा में भेजने का काम कर रहे हैं ।
इससे ख़राब स्थिति और क्या हो सकती है । अब धीरे धीरे सनातन धर्म और संस्कृति समाप्त होने के कगार पर पहुंच गया ।
Wo Harrami Dogale Hindu Hain, Jo Aaj Bhi Congress Ko Vote Karte Hain, Thu Hai Aise Hinduon Par Thuuuuuuuuuuu. Ghabraiye Mat Ab Hindu Jaag Rahe Hain.
Fantastic episode 🎉🎉🎉
श्री मान जी आप को सादर प्रणाम
Bahut dhanyawad Guruji 🙏 Yeh nayi shuruvat hai🎉
Yuri Bezmenov, an ex-Soviet emigre who is the US based author of several conspiracy theories ascribing imperialist motives to Russian cooperation with India, had never identified himself among his cliche as a Russian, but only as an Israelite emigre "staying" in Russia. The reliability or veracity of his concocted accusations about civilisational abhorence for India in the minds of Russian government planners, can be gauged from the fact that this Israelite Bezmenov branded the India-backed freedom fighters of Bangladesh, as " evil elitist conspiratorial syndicate aimed at destabilisation of East Pakistan". Yuri Bezmenov says that Russian support for the India-backed outbreak of revolution in East Pakistan was the last straw which revolted his sensibilities so much that he formally disowned Russia. Whoa! This Yuri Bezmenov is making a candid admission from the horse's mouth that he was on the same page as the CIA in 1971,and that he is so ideologically aligned with the East Pakistani regime notorious for holocaust of Bengali Hindus, that he formally parted ways with Russia only because Russia was opposed to that holocaustic Pakistani regime! So much so for the pretentious sympathies towards India which he feigned much later.
EU propagandists Karolina Goswami and Zuzana have extensively quoted the fake claims made by Yuri Bezmenov, as the cornerstone of their intention to sow dissension between India and Russia, and for recruiting Indians as zombies in Poland's acrimonious imperialistic war of narratives against Russia which Karolina wants to bring at India's doorstep.
🙏🙏🙏🙏🙏 ek kritagaya Bhartiya .
.अप्रतीम....
In 1857 Jyotirao Scindia's great parents supported British.
Sawarkar asked Hindu people to join the British army to fight against Azad Hind army of Subhash Chandra Bose.
RSS did not participate in the freedom struggle of India infact they were supporter and informer of the Britisher.
100 percent sahi kaha aapne.
Haribol
আমি স্যার এর সাথে 100% সহমত
Excellent indeed.
Vande Mataram
बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
Blkul sahi कहा h
इतिहास की सच्चाई को छिपाया गया आज भी हम गलत इतिहास पढ़ रहे हैं
श्री मान जी आप जिस ग्वालियर राजमाता की बात करते हैं उस राज घराने ने तो प्रथम स्वाधीनता संग्राम में बड़ी गद्दारी की😮
यह भी उन्ही के शिष्य हैं
ग्वालियर राज्य ने गद्दारी नहीं किया होता तो हम १८५७ मे स्वतंत्र हो गए होते ।
चार बड़ी राजाओं ने बड़ी गद्दारी की थी ग्वालियर नाभा कपूर्थला पटियाला जिसमें सबसे बड़ा गद्दार सिंधिया था दूसरे ना पर पटियाला
Peshwo jaise Scindia, Gaikwad aur ye RSS ek dam chup the aur Sawarkar jaise ne to khud bola tha ki Angrejo ki sena me join karo aur inki madad karo. Sabhi ne ladai nahi ki. Uss time pe gaddari karne wale badi tadat me the. Isiliye Angrejo ki jeet hui thi.
Very good information
Har Har Mahadev
RSS का भारत की आजादी में क्या भूमिका निभाई उसपर भी उजागर होना चाहिए
सही सच बात बताने के लिए प्रोफेसर कपिल जी को बहुत बधाई धन्यवाद
AAP sahi kah rahe h sir
Jai Hind Jai Bharat
जय सनातन
नेहरू और गांधी ने सच छिपा कर हीरो कैसे
Remembering past , we should act positively, like clear/ spread our thoughts, indentifying the roots and put salt to its roots.
I am thrilled to hear the real story of freedom fighters in 1957. This was a real first revolution against the British rule which was described by the traitor Leftist & quisling historians of our country as a mere Sepoy Mutiny . The main culprit behind this conspiracy was Congress & Mohandas Gandhi Ji. I would request the narrator of this episode to kindly continue & tell us the real story of freedom struggle against the British by our Heroes for the independence of our country.
जय श्री राम 🌹🙏 , सन 1857 है।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ namaste sada vatsale matrabhoomi Jay Shri Ram Jay Bharat Jay Jay Hind Charan sparsh
Sir it is pure pleasure to hear your analysis! I never miss any of your podcasts ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जय श्री राम 🌹💐🙏
असली आजादी तो भारत को 2014 में मिली
Aapki yeh talk both in English and Hindi should be telecast on mainstream media.
जय श्री राम 🌹💐🙏,सभी भारतीय भाषाओं में अनुवाद की जाये।
हमें आजादी मिली आजादी बांकी हैं
Jai shree Ram
ब्रिटीश फौज में काम करनेवाले विद्रोह वा क्रांती करनेवाले थे? वा क्या बात है!
मैं दिनेश कुमार मीणा ह्रदय से आपके कार्य से प्रभावित हूँ और टीवी डिबेट की सराहना करता हूँ❤❤❤❤❤
Jai shree krishna har har Mahadev Jai shree Ram
पुरा इतिहास आजादी का लिखकर गले मे टांग कर घुमने का समय है और माथे पर लिखकर कि हम आजाद हैं।
Ye jo etihas ap jo sunarhe ho eske liye apko bahut bahut thanks
आपको नमन है
जय हिन्द
जय हिन्दू राष्टृ हर हर महादेव
Sir great info thank you.
बहुत बढ़िया लाजवाब वर्णनन किया ऐसे ही सुभाष चन्द्र बोस ने किया था जिसमें एक गुमनाम सिपाही मेरे दादा जी भी थे स्व श्री पुरूषोत्तम दास वर्मा बोस के गुप्तचर गली गली मोहल्ले मोहल्ले में घूमते थे कोई सब्जी वाला बनकर तो कोई मोची बनकर कोई धोबी बन कर बोस ने अपने हर सिपाही को आयुर्वेद का ज्ञान दे रखा था जंगल में ये पत्ते खाकर जिंदा रह सकते हैं इन पत्तों से एनर्जी मिलेगी हड्डी टूट जाये तो ऐसा करना है और गोली लग जाये तो ऐसा करना है हर सिपाही को सर्व गुण संपन्न बना रखा था मेरे दादा जी ने दिल्ली में अंग्रेजों के एमिनेशन में आग लगा कर रंगून जो बर्मा अब म्यांमार में है वहा सुभाष चन्द्र बोस के पास भाग गये थे ये किस्सा 1945 के करीब का है द्वितीय विश्व युद्ध के करीब का
सर, आप को सत् सत् नमन ।
You have made great efforts to collect the old data and made it available to the public.Certainly the indian public was fed up with the deppresive rule.of Britishers and ready to revolt against it.
Thanks.
10 Janpath.
Hideout of traitors.
Jay bhararat Jay sanatanlyon ab nahi Jagoge to hamesha ke like sotey rah jayogey.
जय भारत
जय हिन्द सर ❤❤❤
बीजेपी सरकार जिन्दाबाद ❤❤❤
कांग्रेस ने आजादी के दीवानों को एक ऐसा मंच दिया, जिससे आजादी को एक दिशा मिली। पर और बहुत से संगठन थे जैसे कि हिन्दी महासभा और मुस्लिम लीग आपस मे ही लड़ते रहे, वह भी केवल अपने वर्चस्व और सत्ता में प्रभुत्व के लिए। देश में आजादी से पहले, इनके सदस्यों ने, सरकारी पदों पर सेवाएं भी प्राप्त की और स्वतंत्रा सेनानी भी कहलाएं।
Bilkul jhootth
कांग्रेस अंग्रेजों की पार्टी थी गांधी और नेहरू अंग्रेजों के ही आदमी थे
अंग्रेजो के चमचे कांग्रेसी सुअर साले कॉन्ग्रेसी
Congress का नहीं वो अंग्रेजो का मंच था जो कांग्रेस के कंदों पर रख कर बन्दुक चला रहे थे
Congress ko hume banayatha ki English ko bachane keliye aur Congress bada acha tarika se nibhaya, ahinsa ki dhong leke aur jo mahan leaders Congress ki ye niti ko virodh kiye unko itihas se mita diya gaya nehin to badnam kiya gaya.
अगर भारत के इतिहास को फिर से वास्तविक रुप मे लिखी जाये तो आज के युवा कौ अपने देश के। लोगो.के द्वारा कितना संघर्ष कियाथा
जय श्री राम
Maharao Bakhtawar Singh of Malwa ❤❤
Jay sanatani
फट्टु बहादुर साह को नेता बनाएंगे तो और क्या होगा। अगर वीर कुंवर सिंह को नेता बनाया होता तो इतिहास अलग होता।
बहादुरशाह ज़फ़र नेता बनने के लिये किसी के पास गया नहीं था, तात्या टोपे और उसके साथी खुद आये थे उसे नेता बनाने के लिए, बहादुरशाह ने असमर्थता जताई अपनी उम्र और सेहत का हवाला देकर, और हां 1857 की क्रांति का सबसे ज़्यादा नुकसान उसी फट्टू ने सहा उसके सब बेटों को मार दिया, मुगल साम्राज्य का अंत कर दिया, उसे अपने ही देश से निकाल कर बर्मा भेज दिया गया.
फट्टू कहना उनका अपमानित करना होगा,