साठ बच्चे ओर पन्द्रह अध्यापक है महिने के पन्द्रह लाख रुपऐ मिलते । एक थाने .मे बीस का स्टाफ ओर तीस हज़ार से ज्यादा लोग होते फिर भी हर आदमी को पुलिस प्रशासन एक मिनट.मे फोन कोल के साथ ही धर पर चाहिए ऐसा दोहरा बर्ताव क्यो किया जा रहा है
यह जो प्रिंसिपल है वह एकदम सही आदमी है इन्होंने कुलहरियों की ढाणी और भीखनसर और बिसाऊ व संस्था प्रधान रहे हैं यह एकदम सही और कर्तव्य के ईमानदार आदमी है अपने ड्यूटी टाइम पर आते हैं और टाइम पर जाते हैं मैं इनसे पढ़ा हूं इनको राजनीति में फंसाया जा रहा है प्रधानाचार्य बहुत ईमानदार सैद्धांतिक और मेहनती आदमी है
मामले की निष्पक्षता जांच होनी चाहिए। हमारे गांव बुढ़ाना में भी ऐसा हुआ था। ठीक आज से 4/5 साल पहले। वहां लड़की गलत थी। जो भी दोषी है। उसे सूली की सजा होनी चाहिए। भेदभाव नहीं होना चाहिए। इज्जत दोनों की बराबर है।
बहुत खूब आज यानी वर्तमान समय में शिक्षकों का स्तर बहुत नीचे गिर गया है गुरु मतलब गु मतलब गुड़ और र मतलब रुबरु करना यानी गुड़ ज्ञान से बच्चों को रुबरु करना लेकिन आजकल के गुरु यानी रु हट गया और केवल और केवल गु बच गया यानी बुदबू गन्दगी जो गुरु का मतलब हीं नहीं जानते कि गुरु क्या होता है कौन होता है अरे शिश दिया गुरु मिले तो सस्ता जान गुरु की महीमा महान है लेकिन अब तो सिर्फ और सिर्फ गु बचा है गुरु नहीं रहे भगवान इनको सद्बुद्धि दे और गुरु की महिमा और गरिमा को समझें गुरु बने गु नहीं जय श्री राम
सरकारी स्कूलों की व्यवस्था बड़ी ख़राब कर दी गई है इसलिए विद्यार्थियों का प्रतिशत लगातार कम हो रहा है गांव के सभी लोगो का कर्तव्य है की गांव में मौजूद सरकारी स्कूल का स्वयं समय समय पर निरीक्षण करें।
अरुण भाई सरकारी स्कूलों में टीचर नहीं आते हैं तब दूसरे दिन हाजरी लगाते हैं हमने बीएड की थी तब देखा था और हम एक दिन भी नहीं जाते थे तो absent लगा देते थे
सरपंच के विपक्ष वाले सरपंच को दबाने की कोशिश कर रहे हैं सरपंच कोई प्रिंसिपल है या टीचर है जो उसको कैसे पता चलेगा अंदर क्या हो रहा है वह तोव्यवस्था देख सकते ह
भाई स्कूलों में खाना बनाने वाली के पैसे सरकार देती है ,जिस थाली में बच्चे खाना खाते हैं उस थाली को उसे ही साफ करना होता है , और ये ग़लत नहीं है खाना जिसमें बनता हें उन बर्तनों को कुक कम हेल्प ,यानी बनाने वाली औरत साफ करती है , हां सराब पी कर ओन ड्यूटी कोई भी सरकारी कर्मचारी नहीं आ सकता , अगर आता है तो तुरंत उसका मेडिकल कराया जा कर सस्पेंड किया जाता है और ऐरेस्ट किया जाता है
इस समस्या का एक समाधान यह भी की वाइस प्रिंसिपल और मुख्य आरोपी टीचर दोनों को सस्पेंड करना चाहिए लेकिन ना की ट्रांसफर होना चाहिए गांव वालों कोई बात ध्यान में रखतीचाहिए
गलती तो गलती होती है ।उचित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होती है और होनी भी चाहिए ।इस प्रक्ररण मे सचाई क्या है इससे किसी को कोई मतलब है कम नजर आया और राजनीति ज्यादा।
स्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सभी स्कूल में नहीं हैं और क्लास की सफाई सभी जगह बच्चे ही करते , M D M खाने के बाद अपने बर्तन बच्चे खुद ही करते है , क्योंकि सरकार द्वारा कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं है
@@satpalbhakar223फांसी भारत में किसी को भी नहीं दी जाती है ,सिर्फ रियर टू रियरेस्ट केश मे बहूत लम्बी लड़ाई लड़ने के बाद , मिलती है, दिल्ली के निर्भया केश में भी फांसी नहीं हुई सिर्फ उम्र कैद ही हुई है ,वह आरोपी भी 8,10,साल बाद ओपन जैल मैं खुला घूमेगा
आज क टाइम सारा मास्टर जी कि या हालत है कि बे सारा स्थानीय नेता फेता साग मिलके रहव है नहीं तो मास्टर जी जा बाङमेर ओर य कन सी नौकरी खातर टाबरा कि लाइफ बर्बाद करण लाग रह्या हैं रही बात गांव कि तो इ गांव का लोग जागरूक तो है इसिलिए कहते ह-" राजनीति मे शिक्षा का होना जरूरी है पर शिक्षा में राजनीति कतई नहीं होनी चाहिए ।"
शिक्षा क्षेत्र में गिरता नैतिक स्तर चिंताजनक शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं समाज के लिए शर्मनाक हैं। चित्तौड़गढ़ के सालेरा स्कूल में अध्यापक और अध्यापिका के शर्मनाक वीडियो वायरल होने की घटना ने शिक्षा जगत की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
भाई ऐ मास्टरो को सिर्फ राजनीति करते है तनख्वाह समय पे मिलती रहे पढाई से कोई रेणा देणा नही है गुरू ओर शिष्य का कोई महतव ही नही रहा है भाई सोच बदलो वर्णा फिर तो शिक्षा का बेङा गर्क होगा ही होगा भाई
Sarkari System ko jaanbhujh kar kamjor kiya ja raha h . Taaki Nizikaran kiya jaa sake Es tarah ki ghatna har vibhag ,gaw, samaz, me ho rahi h. Doshi ko sazaa milni Chahiye Lekin gaw ke badmasho ko bhi badhawa nhi dena Chahiye
स्टाफ का तबादला करने से क्या होगा,क्या हालात बदल जायेंगे।स्कुलों में सरपंच ,चेयरमैनजी,या वार्ड पंच,वार्ड पार्षद को निरीक्षण करना औचक निरीक्षण बहुत जरूरी है,हर गाँव,हर शहर की स्कुलों में,सामाजिक कार्यकर्ता को भी स्कुल को चेक करना चाहिए,साथ ही लंबे समय से चल रहे शिक्षकों का तबादला करना चाहिए,हर साल हर शिक्षक का तबादला होना चाहिए,राजस्थान बहुत बडा़ है,सभी स्कुलों में पढाते रहेंगें।
School Rajniti se parerit ho gai h teacher havasi darinde ho gae h School vidha ka mandir hota isko kalkit mat karo. Jurm ko dabaoge to jurm badega, punishment 100 percent milna chahiye
अपनी तरफ से पत्र कारिता सभी करते झलकों झुंझुनूं में पत्र कारिता सिर्फ अरुण कुमार करता है,,,,,ये जो आज हमने वीडियो देखा बहुत ही शर्मनाक है स्कूल को शिक्षा का मंदिर मानते हैं,वहीं ये सब देखना पड़ रहा है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ऐसे लोगों का नाम बच्चों से मतलब है ना कोई और है यह लोग ऐसे अपने दादागिरी दिखाने के लिए आजाद स्कूलों में और बकवास मारते हैं ना अधिकारी को कोई लेना देना है ना कोई और यह तो अपने दादागिरी दिखाने के लिए बकवास मार रहे हैं
बड़ी सरमनाक कहानी है और गांव वालो का आक्रोस बिल्कुल सही है
शर्मनाक
आक्रोश
बहुत ही शर्मनाक घटना निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कठोर सजा दी जाए ,
रिपोर्टरों का बहुत ही सराहनीय कार्य धन्यवाद आभार ,
आरोपी और उसका साथ देने वाले को ऐसी सजा देनी चाहिए कि ऐसी गलती करने से पहले अध्यापक ही नही बल्कि आम आदमी सो बार सोचे
इस पुरे स्टाफ को ही चेंज कर देना चाहिए और इन सबको बाड़मेर जैसलमेर कि और भेजना चाहिए तब समझ में आएगी इनको
फिर क्या हो जायेगा दिमाक की गंदगी कैसे दूर होगी ???
बाड़मेर जैसलमेर के विद्यार्थी बच्चे नहीं हैं क्या? ऐसे अध्यापक और चिकित्सक झुंझनू को मुबारक हो। बाड़मेर जैसलमेर को माफ करो।
बाड़मेर जैसलमेर नही इस पूरे स्टाफ को दूर दूरस्थ इलाकों में भेजना चाहिए और उस मास्टर का नाम तो खुला करो
पूरे
की
ओर
प्रशासन को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए अन्यथा ग्रामीणों को प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन शुरू करना चाहिए।
आरोपी की मदद करने वाला भी आरोपी है, भगाने वाले अध्यापक को भी बर्खास्त करना चाहिए ।
साठ बच्चे ओर पन्द्रह अध्यापक है महिने के पन्द्रह लाख रुपऐ मिलते । एक थाने .मे बीस का स्टाफ ओर तीस हज़ार से ज्यादा लोग होते फिर भी हर आदमी को पुलिस प्रशासन एक मिनट.मे फोन कोल के साथ ही धर पर चाहिए ऐसा दोहरा बर्ताव क्यो किया जा रहा है
"राजनीति मे शिक्षा का होना जरूरी है पर शिक्षा में राजनीति कतई नहीं होनी चाहिए ।"
Ye line yaha pe bilkul sahi h
Shi bat h
जब यह सब पहले से था तो उक्त मास्टर को गांव वालों ने कैसे रहने दिया ।
यह जो प्रिंसिपल है वह एकदम सही आदमी है इन्होंने कुलहरियों की ढाणी और भीखनसर और बिसाऊ व संस्था प्रधान रहे हैं यह एकदम सही और कर्तव्य के ईमानदार आदमी है अपने ड्यूटी टाइम पर आते हैं और टाइम पर जाते हैं मैं इनसे पढ़ा हूं इनको राजनीति में फंसाया जा रहा है प्रधानाचार्य बहुत ईमानदार सैद्धांतिक और मेहनती आदमी है
चुनाव का समय सब भावी सरपंच के दावेदार हैं किसी को न्याय से कुछ लेना देना नहीं
लगता तो ऐसा है मैडम की बातो से तो जो टीचर से रिश्वत ली हो 😂😂😂😂
बेशर्म दांत निकाल रही है
लगता तो ऐसा है ये मेम साब खुद स्टाफ से खुश होकर जाति है
मामले की निष्पक्षता जांच होनी चाहिए।
हमारे गांव बुढ़ाना में भी ऐसा हुआ था। ठीक आज से 4/5 साल पहले।
वहां लड़की गलत थी।
जो भी दोषी है। उसे सूली की सजा होनी चाहिए।
भेदभाव नहीं होना चाहिए।
इज्जत दोनों की बराबर है।
सरकार कहती हैं बेटी पढ़ाओ लेकिन कोन सी स्कूल में पढाएं स्कूलों में ऐसे ऐसे कांड होते हैं और कोई कार्रवाई नहीं होती है
निष्पक्ष जांच करवा कर दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और अध्यापक को सेवा से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए
आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं इनको ऑन द स्पॉट सबक सिखाया जाए जब जाकरसुधरेंगे
यह लोग बातों से नहीं मानेंगे लेटो से मानेंगे इसको सस्पेंड क देना चाहिए
इस सरपच की गांव मे इज्जत नहीं है इन लोगों की बाते सुनकर यही लग रहा है , व सरपच मिला हुआ है ऐसा प्रतीत होता है , कुछ भी हो गांव के लोग जागरूक नागरिक है
पूरे स्टाफ को सस्पैंड करवाओ ओर पूलिस केस करो अन्दर करवाओ पूरा स्टाफ को
बहुत खूब आज यानी वर्तमान समय में शिक्षकों का स्तर बहुत नीचे गिर गया है गुरु मतलब गु मतलब गुड़ और र मतलब रुबरु करना यानी गुड़ ज्ञान से बच्चों को रुबरु करना लेकिन आजकल के गुरु यानी रु हट गया और केवल और केवल गु बच गया यानी बुदबू गन्दगी जो गुरु का मतलब हीं नहीं जानते कि गुरु क्या होता है कौन होता है अरे शिश दिया गुरु मिले तो सस्ता जान गुरु की महीमा महान है लेकिन अब तो सिर्फ और सिर्फ गु बचा है गुरु नहीं रहे भगवान इनको सद्बुद्धि दे और गुरु की महिमा और गरिमा को समझें गुरु बने गु नहीं जय श्री राम
झुंझुनू जिले की पूरी स्कूलों कीजांच होनी चाहिए। प्रत्येक सरकारी स्कूल की।
😂
💯
Fokat k pesa lete h bs
सरकारी स्कूलों की व्यवस्था बड़ी ख़राब कर दी गई है इसलिए विद्यार्थियों का प्रतिशत लगातार कम हो रहा है गांव के सभी लोगो का कर्तव्य है की गांव में मौजूद सरकारी स्कूल का स्वयं समय समय पर निरीक्षण करें।
यह स्टाफ अपने अध्यापक को बचाने में लगा हुआ है अध्यापक को तो घर भेजना चाहिए बाकि स्टाफ का स्थानान्तरण होना चाहिए
यह फर्जी लगे हुए अध्यापकों का परिणाम है।
इन लोगों की वजह से ही हमारे 260 सरकारी स्कूलों को बंद किया गया है बिते हुए कल
ये सभी स्टास दोसी है सभी कि मिलीजुली साजिश है
अरुण भाई सरकारी स्कूलों में टीचर नहीं आते हैं तब दूसरे दिन हाजरी लगाते हैं हमने बीएड की थी तब देखा था और हम एक दिन भी नहीं जाते थे तो absent लगा देते थे
Bed karne vale to bahut hi kam ate h
बिलकुल गलत l ऐसा हों ही नहीं सकता
प्रिंसिपल बिल्कुल सही है इस मामले में चाहे जांच करवा लो
पुलिस थाने मे यदि कोई बात भी हो जाए तो पुरे स्टाफ को बदला जाता है क्यो ना स्कूल के स्टाफ को बदला जाए और जिले से बाहर स्थानांतरित किया जावे
पुरे गांव की गलती है आज ही क्या बोली आई है इतना दिन कड़े हा
सरपंच के विपक्ष वाले सरपंच को दबाने की कोशिश कर रहे हैं सरपंच कोई प्रिंसिपल है या टीचर है जो उसको कैसे पता चलेगा अंदर क्या हो रहा है वह तोव्यवस्था देख सकते ह
Bhai sarpanch ka khas aadmi tha vo drinda sarpanch khud mha ghtiya ensan h
तुरंत पूरे स्टाफ को बर्खास्त कर देना चाहिये
लंगोट का पक्का,,
ईमान का सच्चा।।
जहां चाह वहां राह।।।😮😮
बर्खास्त कराओ यह जो सहयोग करने वाले को भी बर्खास्त कराओ
स्कूल स्टाफ में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाता है उसे पर सबसे सख्त कार्रवाई होनी चाहिए वह तुरंत प्रभाव से करवाई
ऊस मास्टर को ब्रखास्त कर के घर बठाना चाहीये पत्रा कार भाई जी आप को राम राम जी जो आप सच का साथ दे रहे हो
उस
बर्खास्त
पत्रकार
बच्चे स्कूलों में सुरक्षित नहीं है पेपर खरीद के लगे ये अध्यापक ये क्या जाने बच्चों के भविष्य के बारे में
गांव वालों को सब पता है कि ऐसे होता है ऐसे होता है स्कूल में बर्तन साफ करवाए जाते हैं ऐसे करता था टीचर ऐसे करता था तो उसकी शिकायत पहले क्यों नहीं कि
भाई स्कूलों में खाना बनाने वाली के पैसे सरकार देती है ,जिस थाली में बच्चे खाना खाते हैं उस थाली को उसे ही साफ करना होता है , और ये ग़लत नहीं है खाना जिसमें बनता हें उन बर्तनों को कुक कम हेल्प ,यानी
बनाने वाली औरत साफ करती है , हां सराब पी कर ओन ड्यूटी कोई भी सरकारी कर्मचारी नहीं आ सकता , अगर आता है तो तुरंत उसका मेडिकल कराया जा कर सस्पेंड किया जाता है और ऐरेस्ट किया जाता है
@themarwad हां तो यही हम बोल रहे हैं कि इनको सब पता था फिर उन्होंने पहलेशिकायत क्यों नहीं की
इन टीचरों का ट्रांसफर होने वाला जिन को सस्पेंड करवाना चाहिए गांव वालों को ट्रांसफर से क्या होगा जैसलमेर बॉर्डर पर जाकर यह हरकत करेंगे वह
इस समस्या का एक समाधान यह भी की वाइस प्रिंसिपल और मुख्य आरोपी टीचर दोनों को सस्पेंड करना चाहिए लेकिन ना की ट्रांसफर होना चाहिए गांव वालों कोई बात ध्यान में रखतीचाहिए
यह पुरा स्टाफ मिला हुआ है मैन मुजरिम के साथ पुरा स्टाफ बर्खास्त कराओ
जय राम जी धागड बहुत ईमानदार और कर्तव्य निष्ठ प्रधानाचार्य है
ऐसे टीचर को नौकरी से हटाना चाहिए
स्टाफ को उस मास्टर को स्कूल से नहीं जाने देना चाहिये,,, स्टाफ को उसे कमरे में बन्द कर देना चाहिये
गुरु की गरिमा को शर्मसार कर दिया सोचो गुरुओं
Bilkul sahi kaha bhai ji ne
गलती तो गलती होती है ।उचित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई होती है और होनी भी चाहिए ।इस प्रक्ररण मे सचाई क्या है इससे किसी को कोई मतलब है कम नजर आया और राजनीति ज्यादा।
🙏Bhai. 🙏Puraa. Staaf. 🙏🍷🍷🍷Darudaya. Teacher. Ke. Sath. Hh. 🙏Pura. Staf. Change. Hona. Chahiye. 🙏 Principal. 🙏Par. Auction. Hona. Chahiye. 🙏🙏
स्कूल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सभी स्कूल में नहीं हैं और क्लास की सफाई सभी जगह बच्चे ही करते , M D M खाने के बाद अपने बर्तन बच्चे खुद ही करते है , क्योंकि सरकार द्वारा कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं है
Akdam sahi baat h
शिक्षक ही शर्म सार है हद की बात है शिक्षको सुधर जाओ बहन बेटी आप के घर मे भी है
पूरा स्टाफ की मिलेगी भक्ति है स्टाफ भगाने के चक्कर में था मास्टर
इस टीचर को उम्र कैद की सजा होनी चाहिए
हत्या करने वाले को भी आजकल फांसी नहीं दी जाती है , हमारे देश के कानून ही ऐसे ही है
एफआईआर उस लड़की के घर वाले ही लिखा सकते हैं ,तब ही होती है ,
Kis kis ko Lag Raha ki us teacher ko 7.mnt ke liye in villagers.ko de dena chahiye LIKE PLEASE
उस दरिंदें को गायब करने के लिए तीन घंटे बाद पुलिस को सूचना दी गई, ऐसे मास्टर को फांसी की सजा होनी चाहिए।
@@kirshansingh737 गांव वालों को भी सजा मिलनी चाहिए जब वह बोल रहे हैं कि पहले ऐसे होता था पहले उसे होता था तोशिकायत क्यों नहीं की
ये पता है क्या फांसी की प्रक्रिया किस स्थिति में होती है।किस प्रकार के अपराध में होती है।
@@satpalbhakar223फांसी भारत में किसी को भी नहीं दी जाती है ,सिर्फ रियर टू रियरेस्ट केश मे बहूत लम्बी लड़ाई लड़ने के बाद , मिलती है, दिल्ली के निर्भया केश में भी फांसी नहीं हुई सिर्फ उम्र कैद ही हुई है ,वह आरोपी भी 8,10,साल बाद ओपन जैल मैं खुला घूमेगा
गांव राम होता है कानूनी कार्रवाई जरूर हो
भाई साहब पुरा स्टाफ पर कारवाई होनी चाहिए
सिस्टम और समाज के जीवन मूल्य सड़ जाते है तो आए दिन ऐसी घटनाएं होती है थोथी राजनीति स्टंटबाजी से कुछ नहीं होता।
ई गोरखधंधा मैं कई शामिल हैं आकै ऊपर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए
पुरे स्टाफ हटाओ दोसी जैसे विवासर मैं येसा ही हुए था पीसीपल हटा दीया
मास्टर की सजा होनी चाहिये
आज क टाइम सारा मास्टर जी कि या हालत है कि बे सारा स्थानीय नेता फेता साग मिलके रहव है नहीं तो मास्टर जी जा बाङमेर
ओर य कन सी नौकरी खातर टाबरा कि लाइफ बर्बाद करण लाग रह्या हैं
रही बात गांव कि तो इ गांव का लोग जागरूक तो है
इसिलिए कहते ह-" राजनीति मे शिक्षा का होना जरूरी है पर शिक्षा में राजनीति कतई नहीं होनी चाहिए ।"
राम राम जी पुरे स्टाफ को डियूटी से हटा वो❤
सब मालूम था तो अब क्यों थूक बिलोई हो रही है।
ऐसे को शिक्षक कहा ही नहीं जा सकता! टर्मिनेट किया जाए
चेहरे से लग रहा है मैडम हंस रही है साफ है मैडम खुद भी मजा ले रही है,,
शिक्षा क्षेत्र में गिरता नैतिक स्तर चिंताजनक
शिक्षा जैसे पवित्र क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं समाज के लिए शर्मनाक हैं। चित्तौड़गढ़ के सालेरा स्कूल में अध्यापक और अध्यापिका के शर्मनाक वीडियो वायरल होने की घटना ने शिक्षा जगत की गरिमा को ठेस पहुंचाई है।
कभी बुजुर्ग पेंशन मांगने आता है तो उसको जेल में ठोक देते हैं कभी बच्चों से छेड़छाड़ हो जाती है किसकी सरकार राजस्थान में
Principal Akdam shi aadmi h
भाई ऐ सरपच माणंष नही माणसियो है इन बोट चालिऐ शर्म करो
To tu or de bhi k sake h
बहुत चरमनाक घटना
भाई ऐ मास्टरो को सिर्फ राजनीति करते है तनख्वाह समय पे मिलती रहे पढाई से कोई रेणा देणा नही है गुरू ओर शिष्य का कोई महतव ही नही रहा है भाई सोच बदलो वर्णा फिर तो शिक्षा का बेङा गर्क होगा ही होगा भाई
Sarkari
System ko jaanbhujh kar kamjor kiya ja raha h .
Taaki
Nizikaran kiya jaa sake
Es tarah ki ghatna har vibhag ,gaw, samaz, me ho rahi h.
Doshi ko sazaa milni Chahiye
Lekin gaw ke badmasho ko bhi badhawa nhi dena Chahiye
इन टीचर को कोई पता नही क्या करना चाहिए
स्टाफ का तबादला करने से क्या होगा,क्या हालात बदल जायेंगे।स्कुलों में सरपंच ,चेयरमैनजी,या वार्ड पंच,वार्ड पार्षद को निरीक्षण करना औचक निरीक्षण बहुत जरूरी है,हर गाँव,हर शहर की स्कुलों में,सामाजिक कार्यकर्ता को भी स्कुल को चेक करना चाहिए,साथ ही लंबे समय से चल रहे शिक्षकों का तबादला करना चाहिए,हर साल हर शिक्षक का तबादला होना चाहिए,राजस्थान बहुत बडा़ है,सभी स्कुलों में पढाते रहेंगें।
Bahan beti sab ki h Nyaay milna chahiye ,,😢😢
School Rajniti se parerit ho gai h teacher havasi darinde ho gae h School vidha ka mandir hota isko kalkit mat karo.
Jurm ko dabaoge to jurm badega, punishment 100 percent milna chahiye
Kha hai ye village kiske sarkar h iss state mai
Very good अरुण जी 🥰
गांव के सरपंच से तो अरुण भाई की ही ज्यादा चली है
गाँव न कोई मतलब कोनी बस सब ड्रामा कर रिया ही
सही बात है मुझे पता है मेरा ही गाँव है
Great reporting 👍
इस मास्टर बर्खास्त करौ
Sab school ye haal hai sachi bat ya h
Saraswati ke Jo hote Hain vah kabhi aisi galti nahin karenge❤❤
Bhaiyo filhaal jhunjhunu district ki halat bhut khrab ho gyi 😢😢
Arun ji apke media ko salam
Es gaon me to log aisi ghatna me bhi rajniti kar rahe hain
Har ek school me teachers ko check kare or drinkers ko suspend karen
Hun ki jar hi yeh liquid hai
पुलिस का काम बताने वाला आदमी भी मुझे गंदगी लगता है और यह भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस कांड में शामिल है
Sare school me yhi hall h 😢😢😢😢
डबल इंजन की सरकार है
अपनी तरफ से पत्र कारिता सभी करते झलकों झुंझुनूं में पत्र कारिता सिर्फ अरुण कुमार करता है,,,,,ये जो आज हमने वीडियो देखा बहुत ही शर्मनाक है स्कूल को शिक्षा का मंदिर मानते हैं,वहीं ये सब देखना पड़ रहा है
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ठोस करवाई करनी चाहिए
Bhaji mastar khatheko h manbi batha
Sarpanchon ka yahi hal hai doshiyon ke paksh lete Hain
ऐसे लोगों का नाम बच्चों से मतलब है ना कोई और है यह लोग ऐसे अपने दादागिरी दिखाने के लिए आजाद स्कूलों में और बकवास मारते हैं ना अधिकारी को कोई लेना देना है ना कोई और यह तो अपने दादागिरी दिखाने के लिए बकवास मार रहे हैं
चित्तौड़गढ़ हो या यह गांव स्कूलों में सब जगह गंदगी भरी हुई है
Right 👍
Wa bhai ji arunji good riporting. Dabang
Principal teacher ko bachane ki kosish ker rhai hai
Rajasthan sakar ko teachers ko Agniveer ki tharh Nokari Deni Chahiye