Raja Ror and Sorath history of Kagarol, Agra
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- เผยแพร่เมื่อ 30 ม.ค. 2025
- Raja Ror is known as Rai Diyach or Ror Kumar or Samrat Dhaj. His wife name was Sorath and had 6 sons. They also lived in Kagarol fort which was suited near Agra. Kagarol fort had big wall surrounded boundary and distance from for was approximate 6 km. Now on the place of fort kagarol village is built. There is Shiv temple and there was a big pond near a temple. Now that pond is filled with soil and people owned is as fields and scatter seeds for different crops. there was also surrounded scatter wall of the pond with large height.
Samrat Dhaj and Queen Sorath daily comes to temple for worship. Before worship in the temple both bath in the pond.
Shivling have 5 to 6 foot height and have some root in earth.
Now a days Ror Community people lives in haryana near kurukshetra, kaithal, karnal, panipat district of Haryana and some Ror community people are in Uttar Pradesh and Uttarakhand state.
ASI report of 1871 1872 also have history details of kagarol.
राजा रोङ को राय दीयाच या रोङ कुमार या सम्राट धज के नाम से जाना जाता है। उसकी पत्नी का नाम सोरठ था और उसके 6 बेटे थे। वे कागरोल किले में भी रहते थे जो आगरा के पास था। कागरोल किले की सीमा चारों ओर से दिवार से घिरी हुई थी और सीमा से दूरी लगभग 6 किमी थी। अब कागरोल किले के स्थान पर गांव बस गया है। वहाँ एक शिव मंदिर है और मंदिर के पास एक बड़ा तालाब था। अब वह तालाब मिट्टी से भरा है और लोग विभिन्न फसलों की खेती करते हैं। वह तालाब बड़ी ऊंचाई की दीवार से घिरा हुआ था।
सम्राट धज और रानी सोरठ दैनिक पूजा के लिए मंदिर आते थे । मंदिर में पूजा करने से पहले तालाब में स्नान करते थे ।
शिवलिंग 5 से 6 फीट की ऊंचा है और धरती में गङा हुआ है।
अब रोङ समुदाय के लोग हरियाणा के कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत जिले में रहते हैं और कुछ रोङ समुदाय के लोग उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में हैं।
1871 1872 की ए एस आई रिपोर्ट में कागरोल का इतिहास विवरण भी है।