हम रुपन गढ़ खंडेला गांव से राजा जी शादी करने आए उनके साथ दहेज़ में हम आए हम ह रूप श्याम जी के मंदिर के पुजारी और 1890 से 1920 तक ब्रिटिश के सताए हुए जो हमे जमीन मिली उस पर हम खेती करते थे जो आज भी ह रूपनगढ़ में नदी में राइका वास में ब्रिटिश के सिपाई हमारे खेत से कड़ी मेहनत करके धान ऊगा कर लाते को लूट कर ले जाते हम भूके मरने गए पुरे रूपनगढ़ के किसान को भी लूट ले जाते आज हम पुष्कर रहते ह पर जाट जडूला हम रूप शयन जी के मंदिर में उतारने धोक खाने आए ह खड़ेला से हम राजा जी साथ दहेज़ में आए थे गंगा धर जी हाबु जी पिरु जी चुनी लाल जी चार पुजारी ,जय राजा रूप सिंह जी राठोड जी की जय रूप श्याम जी की जय रूपनगढ़ गांव की
हमारे सरवाड़ के दरबार भी किशनगढ़ के ही थे सरवाड़ का किला भी किशनगढ़ दरबार के अंदर ही आता था जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि में सरवाड़ का किला बहुत बड़ा है किले के चारों तरफ चारों तरफ दीवारें हैं जिसमें सरवाड़ कस्बा पूरा बसा हुआ है उसे बाउंड्री चार बड़े गाते हैं और पांच खिड़कियां हैं जिसमें सांपला गेट खिरिया गेट विजय द्वार गेट आदि हैं
Jai kishangarh
Nice video sir
Nice video sir ji
Jai Rajputana
Nice video
Good job. (College topper classes)
हम रुपन गढ़ खंडेला गांव से राजा जी शादी करने आए उनके साथ दहेज़ में हम आए हम ह रूप श्याम जी के मंदिर के पुजारी और 1890 से 1920 तक ब्रिटिश के सताए हुए जो हमे जमीन मिली उस पर हम खेती करते थे जो आज भी ह रूपनगढ़ में नदी में राइका वास में ब्रिटिश के सिपाई हमारे खेत से कड़ी मेहनत करके धान ऊगा कर लाते को लूट कर ले जाते हम भूके मरने गए पुरे रूपनगढ़ के किसान को भी लूट ले जाते आज हम पुष्कर रहते ह पर जाट जडूला हम रूप शयन जी के मंदिर में उतारने धोक खाने आए ह खड़ेला से हम राजा जी साथ दहेज़ में आए थे गंगा धर जी हाबु जी पिरु जी चुनी लाल जी चार पुजारी ,जय राजा रूप सिंह जी राठोड जी की जय रूप श्याम जी की जय रूपनगढ़ गांव की
हमारे सरवाड़ के दरबार भी किशनगढ़ के ही थे सरवाड़ का किला भी किशनगढ़ दरबार के अंदर ही आता था जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि में सरवाड़ का किला बहुत बड़ा है किले के चारों तरफ चारों तरफ दीवारें हैं जिसमें सरवाड़ कस्बा पूरा बसा हुआ है उसे बाउंड्री चार बड़े गाते हैं और पांच खिड़कियां हैं जिसमें सांपला गेट खिरिया गेट विजय द्वार गेट आदि हैं