History Of Kishangarh In Hindi/ किशनगढ़ के राठौड़ वंश का इतिहास/औरंगजेब से लडने वाले रूप सिंह जी

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  • เผยแพร่เมื่อ 23 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น • 8

  • @ranjeetchoudhary1389
    @ranjeetchoudhary1389 6 หลายเดือนก่อน +6

    Jai kishangarh

  • @PoojaGoswami-h6j
    @PoojaGoswami-h6j 6 หลายเดือนก่อน +6

    Nice video sir

  • @amitgoswami3992
    @amitgoswami3992 6 หลายเดือนก่อน +4

    Nice video sir ji

  • @amitgoswami3992
    @amitgoswami3992 6 หลายเดือนก่อน +5

    Jai Rajputana

  • @PM1234-i7x
    @PM1234-i7x 6 หลายเดือนก่อน +2

    Nice video

  • @Sectratytsta
    @Sectratytsta หลายเดือนก่อน

    Good job. (College topper classes)

  • @KantaParsad
    @KantaParsad 6 หลายเดือนก่อน +4

    हम रुपन गढ़ खंडेला गांव से राजा जी शादी करने आए उनके साथ दहेज़ में हम आए हम ह रूप श्याम जी के मंदिर के पुजारी और 1890 से 1920 तक ब्रिटिश के सताए हुए जो हमे जमीन मिली उस पर हम खेती करते थे जो आज भी ह रूपनगढ़ में नदी में राइका वास में ब्रिटिश के सिपाई हमारे खेत से कड़ी मेहनत करके धान ऊगा कर लाते को लूट कर ले जाते हम भूके मरने गए पुरे रूपनगढ़ के किसान को भी लूट ले जाते आज हम पुष्कर रहते ह पर जाट जडूला हम रूप शयन जी के मंदिर में उतारने धोक खाने आए ह खड़ेला से हम राजा जी साथ दहेज़ में आए थे गंगा धर जी हाबु जी पिरु जी चुनी लाल जी चार पुजारी ,जय राजा रूप सिंह जी राठोड जी की जय रूप श्याम जी की जय रूपनगढ़ गांव की

  • @तेराबापगांधी
    @तेराबापगांधी 19 วันที่ผ่านมา

    हमारे सरवाड़ के दरबार भी किशनगढ़ के ही थे सरवाड़ का किला भी किशनगढ़ दरबार के अंदर ही आता था जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि में सरवाड़ का किला बहुत बड़ा है किले के चारों तरफ चारों तरफ दीवारें हैं जिसमें सरवाड़ कस्बा पूरा बसा हुआ है उसे बाउंड्री चार बड़े गाते हैं और पांच खिड़कियां हैं जिसमें सांपला गेट खिरिया गेट विजय द्वार गेट आदि हैं