मेरा तो इतना ही कहना है कि में श्री गुरू महाराज जी के चरण कमलों में जितनी बार प्रणाम करूँ उतना ही थोड़ा है।इस लिए में श्री गुरू चरणों में कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ।
It was an excellent religious interview of pujya satgurudev shri satpalji maharaj with shri shyam banerjee. Views expressed by pujya shri maharaj ji on religion, bhakti are highly meaningful, invaluable and appreciable. Kudos to pujya shri maharaj ji. Respectful regards in His holy feet.
दहेज लेना व देना अपराध है, पाप है जब मानव को परमात्मा के विधान का ज्ञान होगा, तब वह सर्व पापों से बचेगा। अपराध करना विष खाने के तुल्य समझेगा। वह संत रामपाल जी महाराज के सत्संगों से हो सकता है। सत्संग के माध्यम से अच्छे विचार जनता को सुनने को मिलेंगे तो इस समस्या का समाधान पूर्ण रूप से हो जाएगा। संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए जा रहे सत्संग-विचार के वचनों का जादुई प्रभाव पड़ता
Shri maharaji is living spiritual master of this time disseminating the real spiritual knowledge which coordinates well between physical & spiritual knowledge.thanx so much maharajji u transformed my life.
First of all, I want to give much more thanks to Shri Shyam Benarjee. I am ever grateful for discourse of Shri Satpal ji Maharaj. Much more thanks to Maharaj ji.
*नि:शब्द*महिमा.... एजुकेशन के लिए एडमिशन लिया था तो उस समय कॉलेजों में नए स्टूडेंट की रैगिंग बैन नहीं हुआ करती थी. तो, सीनियरों का राज हुआ करता था. एक बार सीनियरों ने मुझे नया देख कर मुझे अपने पास बुलाया.. और, पूछा.. नए आए हो क्या बे ? मैंने भी मासूमियत से जबाब दिया.. जी सर. तो, उन्होंने कहा कि यहाँ इतनी भास्ट (कठिन) पढ़ाई पढ़ने आये हो तो देखें कि तुम्हें अकल-उकल है कि नहीं. तुम ये बताओ कि दिल्ली कहाँ है ? मैंने कहा... सर, भारत में. उन्होंने फिर पूछा ... तो फिर, भारत कहाँ है ? मैं : सर, एशिया में . सीनियर : एशिया कहाँ है ? मैं : पृथ्वी पर सीनियर : पृथ्वी कहाँ है ? मैं : गैलेक्सी अर्थात आकाशगंगा में. सीनियर : फिर, आकाशगंगा कहाँ है ? मैं : ब्रह्मांड में. सीनियर : ब्रह्मांड कहाँ है ? मैं : अंतरिक्ष में . सीनियर : अंतरिक्ष कहाँ है ? मैं : शून्य में. सीनियर : शून्य कहाँ है फिर ? मैं : मैथेमेटिक्स की किताब में. सीनियर : किताब कहाँ है ? मैं : दिल्ली में. इस पर एक सीनियर ने कहा कि ... साले का मूंछ का भी रेघा नहीं आया है... लेकिन, काबिल कुछ ज्यादा ही है. उस समय सोशल मीडिया का उतना चलन नहीं था... लेकिन, मेरा ये उत्तर कॉलेज में बहुत वाइरल हुआ था. अब मैं ये तो नहीं जानता कि मेरी जानकारी का स्रोत क्या था... लेकिन, इतना जरूर जानता हूँ कि... हमारे अनेकों धर्मग्रंथ... ब्रह्मांड एवं अंतरिक्ष को शून्य बताते हैं. और... जो मैने बताया था वो लगभग सभी सनातनी हिन्दू को मालूम रहता है. लेकिन... कोई ये नहीं जानता कि आखिर हमारे धर्मग्रंथ... अंतरिक्ष और ब्रह्मांड को "शून्य" क्यों कहते हैं... जबकि, अंतरिक्ष में तो अरबों खरबों तारे और ग्रह-नक्षत्र आदि मौजूद हैं और वे हमें दिखते भी हैं. असल में हमारे धर्मग्रंथ... अंतरिक्ष में मौजूद तारों और ग्रह-नक्षत्रों की "संख्या को शून्य नहीं" बताते हैं... बल्कि, उनके "वैल्यूएशन को शून्य" बताते हैं. पूरे ब्रह्मांड में टोटल कितनी ऊर्जा होगी ???? आपका जबाब होगा... अकल्पनीय. लेकिन.... सच तो यह है कि... ब्रह्मांड में कोई ऊर्जा है ही नहीं... और, ब्रह्मांड में ऊर्जा की मात्रा "शून्य" है. असल में..... जहाँ, मैटर पार्टिकल्स, एन्टीमैटर तथा प्रकाश कणों में निहित ऊर्जा "पॉजिटिव" होती है. वहीं, यह पॉजिटिव ऊर्जा अपने चारों ओर ग्रेविटी की शक्ति से निर्मित एक ऐसा "कुआं" (Gravity well) निर्मित करती है जो "नेगेटिव एनर्जी" से बना होता है. तथा.... पृथ्वी समेत आकाशीय पिंड नेगेटिव एनर्जी के इसी गड्ढे में फंसे हुए सूर्य की परिक्रमा करने पर बाध्य हैं. इस तरह..... इस ब्रह्मांड में जितनी पॉजिटिव एनर्जी है.... ठीक उतनी ही, बिना किसी अंतर के, उसी मात्रा में ग्रेविटेशनल ऊर्जा के रूप में नेगेटिव एनर्जी भी मौजूद है. ब्रह्मांड का अस्तित्व इस पॉजिटिव-नेगेटिव एनर्जी की कशमकश पर ही टिका हुआ है. पॉजिटिव और नेगेटिव एक-दूसरे को कैंसिल आउट करते हैं. जब आप इनदोनों को मिलाएंगे तो उत्पन्न परिणाम शून्य होगा. इस पूरे लेख का सारांश यह है कि.... ब्रह्मांड में प्रत्येक पॉजिटिव एनर्जी अपने चारों ओर नेगेटिव एनर्जी का आवरण निर्मित करती है. ब्रह्मांड का अस्तित्व इसी रस्साकशी पर टिका है. पॉजिटिव का अस्तित्व नेगेटिव पर आधारित है. पॉजिटिव-नेगेटिव को मिला दीजिये तो अस्तित्व का भ्रम टूट जाएगा.. और.... रह जायेगा सिर्फ़.... "शून्य" इस तरह.... ब्रह्मांड को बनाने के लिए तकनीकी तौर पर कोई ऊर्जा कभी खर्च ही नहीं हुई. क्योंकि.... सब कुछ शून्य है. शुन्य का आधार*नि: शब्द*मुक्ति दायक। हे सज्जनों उस सरलतम विधी(साधना)को खोजें जिस विधी से गूंगा, बहरा,अंधा व्यक्ति ही नहीं पत्थर, पेङ,पौधे,जानवर भी मुक्त हो जाते हैं आप तो स्वस्थ मानव हैं। अधिक जानकारी चाहते हो तो बिल्कुल मुफ्त मिलेगी कोई सेवा दान नहीं न ही कहीं आना जाना घर बैठे ही फोन पर सैन दे दी जायेगी।
Sarir body ke ango indrio ke karmo me man mind bahar rahta ha man mafik labh na hone par dukhi rahta ha. Sant sadguru man mind ko bhagwan ke byapak nam rup ka gyan Anand ke sukh dilate ha
मेरे मालिक सतपाल जी महाराज की जय हो
सादर प्रणाम व धन्यवाद श्री सतपाल जी महाराज। कर्म और ज्ञान एकदम सही समन्वय संदेश है जी।
Jay shri Satpal Ji Maharaj Ji ko charno me koti koti naman 🙏❤
क्षी गुरु माहाराजजी काेटी काेटी प्रणाम ।🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
श्री गुरुमहाराजजी के श्रीचरणों में कोटि-कोटि प्रणाम ।
My pran patii. My sailor..
Long life my beloved maharaj ji.. 💝💝💝
ॐ श्री सदगुरु चरण कमले भ्यों नमः...🌹💅
जय श्री सच्चिदानंद, वैष्णोंस्वरुप भगवन् |❣️
सदगुरु महाराज के चरणों में दण्डवत प्रणाम
मेरा तो इतना ही कहना है कि में श्री गुरू महाराज जी के चरण कमलों में जितनी बार प्रणाम करूँ उतना ही थोड़ा है।इस लिए में श्री गुरू चरणों में कोटि कोटि प्रणाम करता हूँ।
Guru sdmarg dikhlaye koi virla hi vhan jayesadgurudev HANS JIMharaj ji ki jai
@@UrmilaDevi-wg4dz रवम
रम
,
@@UrmilaDevi-wg4dz नकल
Shree guru maharaj ji ki charanomai mera koti koti parnama jay sgree sachitanand❤❤❤❤
Shri guru maharaj ji ke charno mai meracoti coti pernam
It was an excellent religious interview of pujya satgurudev shri satpalji maharaj with shri shyam banerjee. Views expressed by pujya shri maharaj ji on religion, bhakti are highly meaningful, invaluable and appreciable. Kudos to pujya shri maharaj ji. Respectful regards in His holy feet.
दहेज लेना व देना अपराध है, पाप है
जब मानव को परमात्मा के विधान का ज्ञान होगा, तब वह सर्व पापों से बचेगा। अपराध करना विष खाने के तुल्य समझेगा। वह संत रामपाल जी महाराज के सत्संगों से हो सकता है। सत्संग के माध्यम से अच्छे विचार जनता को सुनने को मिलेंगे तो इस समस्या का समाधान पूर्ण रूप से हो जाएगा। संत रामपाल जी महाराज द्वारा दिए जा रहे सत्संग-विचार के वचनों का जादुई प्रभाव पड़ता
Pranam malik
Satgurudev Maharaj ji ki jai ❤
jay shree sadgurudev... maharaj ji prathana hai eshi traha gyan dete rahiy jagata rahiy aapko koti koti pranam hai.
Jai Gurudevji
Guru charno m hmesa hmesa K liy pranam,👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Jaya ho adiguru param pugya sri malik, satguru dev maharaj. Aapke charan kamal me koti koti dandawat Pranaam Param Prabhu.
koti koti pranam shri satpalji maharaj ni love you baba
Shri maharaji is living spiritual master of this time disseminating the real spiritual knowledge which coordinates well between physical & spiritual knowledge.thanx so much maharajji u transformed my life.
Mharanjkijijay
Guru sata Pala maharajji namastem rmji
Jay hosh 🙏 guru Maharaj ji ka jay shree sachidanand
Guru charno main sht sht naman....🙏🙏🙏
Guru mharaj ko koti koti pranm
Koti koti pram mere prabhu
💐श्री सदगुरुदेव महराज जै 💐
💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Guru jiko koti koti prnam
Shri guru maharaj ji ke chrno me koti koti pranam
Maharaj ji parnam
Koti koti naman parbhu koti koti pranam maa
Sbse uchi prem sagai⛄⛄⛄🕊️🕊️🕊️🌷🌷🌷🦋🦋🦋⛄⛄⛄🕊️💖💖💖🌸🌼🌼🌼🌻🌻🌻🙏🙏🙏🐦
Guru' chardno me mera koti koti pradam 💗💗🙏🙏
गुरु माहाराजजी के चरणों में को कोटि कोटि प्रणाम जय हो
Very nice 🙏🙏🙏🙏 Jay ho guru dev ji maharaj ke sath sath sath namn hai 🙏
जय श्री सतपाल जी महाराज
jai shree sadguru Mahraj ji jai 🙏🙏🙏
नमन प्रभु जि
Satpal mahraj ki jay🙏🙏🙏
Guru Maharaj ji ki jai ho
Jai ho Malik
Jai ho.Naman Gurudev
Malik apke charan kamlo me koti koti naman
Pranam Prabhu 🙏🙏
श्री सतपाल जी महाराज भारत ही नहीं पूरे पूरे विश्व के गुरु
🙏Jai sri sacchidanand 🙏
❤❤❤CHARAN PRANAAM GURUDEV
Jai ho gurudev
jai Guruji maharaj
shri Maharaj ji ki jai ho
Shree malik ji ki shree jai ho
jai Gurudev jai shrisachitanans ji.
Jai shree sanchita nand gurudev ji
Malik ki jay ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय हो महाराज जी
जय श्री गुरू महाराज की
Hey guru Dev pranam Aapke charno me
Jai shri satguru Maharaj
First of all, I want to give much more thanks to Shri Shyam Benarjee. I am ever grateful for discourse of Shri Satpal ji Maharaj. Much more thanks to Maharaj ji.
🌸🌸🌼🌼🌼🌼🌹🌹🌺🌺🌺🌺🌸🌸🌸🏵🏵🏵jai... satguru🙏🙏🙏🙏
jai shree maharaj ji.
Guru ji Jay hid
Jai guru satplji ki jai..
jai maharaj ji ki
Jai Shree krishna
Prabhuji ke charan mai koti koti naman
Well explained of spirituality .
Satgurudev maharaj ki jay 🙏🙏🙏🙏
Sri sath guru maharaj ki jai
mere pran aadhar ki jay ho🎉🎉
मालिक के चरणो में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Shri sadh Gurudev Maharajki jay .........
साक्षात पार ब्रह्म परमेश्वर है गुरु महाराज श्री सतपाल जी महाराज
Jay shri sachidanand
Jai Shree sachidanand
*नि:शब्द*महिमा....
एजुकेशन के लिए एडमिशन लिया था तो उस समय कॉलेजों में नए स्टूडेंट की रैगिंग बैन नहीं हुआ करती थी.
तो, सीनियरों का राज हुआ करता था.
एक बार सीनियरों ने मुझे नया देख कर मुझे अपने पास बुलाया..
और, पूछा.. नए आए हो क्या बे ?
मैंने भी मासूमियत से जबाब दिया.. जी सर.
तो, उन्होंने कहा कि यहाँ इतनी भास्ट (कठिन) पढ़ाई पढ़ने आये हो तो देखें कि तुम्हें अकल-उकल है कि नहीं.
तुम ये बताओ कि दिल्ली कहाँ है ?
मैंने कहा... सर, भारत में.
उन्होंने फिर पूछा ... तो फिर, भारत कहाँ है ?
मैं : सर, एशिया में .
सीनियर : एशिया कहाँ है ?
मैं : पृथ्वी पर
सीनियर : पृथ्वी कहाँ है ?
मैं : गैलेक्सी अर्थात आकाशगंगा में.
सीनियर : फिर, आकाशगंगा कहाँ है ?
मैं : ब्रह्मांड में.
सीनियर : ब्रह्मांड कहाँ है ?
मैं : अंतरिक्ष में .
सीनियर : अंतरिक्ष कहाँ है ?
मैं : शून्य में.
सीनियर : शून्य कहाँ है फिर ?
मैं : मैथेमेटिक्स की किताब में.
सीनियर : किताब कहाँ है ?
मैं : दिल्ली में.
इस पर एक सीनियर ने कहा कि ... साले का मूंछ का भी रेघा नहीं आया है... लेकिन, काबिल कुछ ज्यादा ही है.
उस समय सोशल मीडिया का उतना चलन नहीं था... लेकिन, मेरा ये उत्तर कॉलेज में बहुत वाइरल हुआ था.
अब मैं ये तो नहीं जानता कि मेरी जानकारी का स्रोत क्या था... लेकिन, इतना जरूर जानता हूँ कि...
हमारे अनेकों धर्मग्रंथ... ब्रह्मांड एवं अंतरिक्ष को शून्य बताते हैं.
और... जो मैने बताया था वो लगभग सभी सनातनी हिन्दू को मालूम रहता है.
लेकिन... कोई ये नहीं जानता कि आखिर हमारे धर्मग्रंथ... अंतरिक्ष और ब्रह्मांड को "शून्य" क्यों कहते हैं...
जबकि, अंतरिक्ष में तो अरबों खरबों तारे और ग्रह-नक्षत्र आदि मौजूद हैं और वे हमें दिखते भी हैं.
असल में हमारे धर्मग्रंथ... अंतरिक्ष में मौजूद तारों और ग्रह-नक्षत्रों की "संख्या को शून्य नहीं" बताते हैं...
बल्कि, उनके "वैल्यूएशन को शून्य" बताते हैं.
पूरे ब्रह्मांड में टोटल कितनी ऊर्जा होगी ????
आपका जबाब होगा... अकल्पनीय.
लेकिन.... सच तो यह है कि... ब्रह्मांड में कोई ऊर्जा है ही नहीं...
और, ब्रह्मांड में ऊर्जा की मात्रा "शून्य" है.
असल में..... जहाँ, मैटर पार्टिकल्स, एन्टीमैटर तथा प्रकाश कणों में निहित ऊर्जा "पॉजिटिव" होती है.
वहीं, यह पॉजिटिव ऊर्जा अपने चारों ओर ग्रेविटी की शक्ति से निर्मित एक ऐसा "कुआं" (Gravity well) निर्मित करती है जो "नेगेटिव एनर्जी" से बना होता है.
तथा.... पृथ्वी समेत आकाशीय पिंड नेगेटिव एनर्जी के इसी गड्ढे में फंसे हुए सूर्य की परिक्रमा करने पर बाध्य हैं.
इस तरह..... इस ब्रह्मांड में जितनी पॉजिटिव एनर्जी है.... ठीक उतनी ही, बिना किसी अंतर के, उसी मात्रा में ग्रेविटेशनल ऊर्जा के रूप में नेगेटिव एनर्जी भी मौजूद है.
ब्रह्मांड का अस्तित्व इस पॉजिटिव-नेगेटिव एनर्जी की कशमकश पर ही टिका हुआ है.
पॉजिटिव और नेगेटिव एक-दूसरे को कैंसिल आउट करते हैं.
जब आप इनदोनों को मिलाएंगे तो उत्पन्न परिणाम शून्य होगा.
इस पूरे लेख का सारांश यह है कि....
ब्रह्मांड में प्रत्येक पॉजिटिव एनर्जी अपने चारों ओर नेगेटिव एनर्जी का आवरण निर्मित करती है.
ब्रह्मांड का अस्तित्व इसी रस्साकशी पर टिका है.
पॉजिटिव का अस्तित्व नेगेटिव पर आधारित है.
पॉजिटिव-नेगेटिव को मिला दीजिये तो अस्तित्व का भ्रम टूट जाएगा..
और.... रह जायेगा सिर्फ़.... "शून्य"
इस तरह.... ब्रह्मांड को बनाने के लिए तकनीकी तौर पर कोई ऊर्जा कभी खर्च ही नहीं हुई.
क्योंकि.... सब कुछ शून्य है.
शुन्य का आधार*नि: शब्द*मुक्ति दायक।
हे सज्जनों उस सरलतम विधी(साधना)को खोजें जिस विधी से गूंगा, बहरा,अंधा व्यक्ति ही नहीं पत्थर, पेङ,पौधे,जानवर भी मुक्त हो जाते हैं आप तो स्वस्थ मानव हैं।
अधिक जानकारी चाहते हो तो बिल्कुल मुफ्त मिलेगी कोई सेवा दान नहीं न ही कहीं आना जाना घर बैठे ही फोन पर सैन दे दी जायेगी।
Kya baat hai bhai behetrin paragraph 🙏🙏
अकह अनाम परमात्मा 🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏
Bhai sahab aapka ph no mil sakta hai hai aapke Gyan se me kafi prabhavit hua hu.
Jay Shree sachidanand gurudev Maharaj ji.mera aapki charno me sada lagav bana rahe Malik 🙏🙏🙏🙏🙏
Jai ho Prabhu aapki sada hi jai ho prabhu 🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏 Jai Sadhguru Dev Maharaj!
Aphi dnyanse Bharat maa ko Vishwaguru bana sakte hai. Koti koti pranam
Siri Sachitanad ji maraj ki jaya hos
wow....thanks maharaje...we love u always
Pranaam mahraj ji
Jai sachidanand
Jai guru mahraj
जय श्री सचिदानंद
Jay gurudegb mahapravu
satpal maharaj is chetan dev.........jai ho prabhu ki.
Jai ho Shri Malik 🌺🌺🙏🏻🙏🏻
Jai ho Prabhu aapki sada hi jai ho Prabhu 🙏🙏🙏🙏🙏
Sarir body ke ango indrio ke karmo me man mind bahar rahta ha man mafik labh na hone par dukhi rahta ha. Sant sadguru man mind ko bhagwan ke byapak nam rup ka gyan Anand ke sukh dilate ha
mujhe aur mere sabhi premi bhaiyo aur bahno ko andhkaar se praksh me laaye guru maharaj ji ko koti koti pranam ..
Jai satpal maharaj g
jai ho
Love from Nepal #PpmPop rapper 🎉❤ jai guru Dev
sadguru guru maharaj ji jai
Guru auto workshop Dharad
Jai shree sachidanand
🙏🌸🙏
गुरु जी सादर प्रणाम
मैं उपदेश ले चुका हूं मेरे मन में
एक सवाल है कि प्रकाश ज्योति
नहीं दिख रहा है इसके लिए क्या करू
Jay gurudevj jai shrisachidana sjji
Sare swal k jwab hai bhaiya ji