पहला नामांतरण वाद नायाब तहसीलदार न्यायालय से निरस्त होने के बाद क्या न्यायालय को गुमराह करके दूसरा नामांतरण वाद धारा 34 राजस्व संहिता के अंतर्गत न्यायालय तहसीलदार में दूसरा नया वाद चलने योग्य है या नही
Sir maine ek. Jamin ki registry karae lekin vo jamin chakabandi ke time dusare ke name pe chali gae aur usane mere ko becha hai aur jisaka hissa miss huwa hai usane aapti lagae hai ky meri dakhil kharij ho payegi ky
Sab Jameen Bechne Wale Ko Koi aapatti Nahin Hai Lekin Uske Parivar wale Bina baje se hi aapatti Jata rahe hain to unke liye namantaran ke liye kya karna hoga
पहला नामांतरण वाद नायाब तहसीलदार न्यायालय से निरस्त होने के बाद क्या न्यायालय को गुमराह करके दूसरा नामांतरण वाद धारा 34 राजस्व संहिता के अंतर्गत न्यायालय तहसीलदार में दूसरा नया वाद चलने योग्य है या नही
Nice sir
सर मेंने 1 जमीन 2 महीने पहले रजिस्ट्री कराई थी अब बेचने वाले का लड़का आप्पती डाला है तो मेरा दाखिल खारिज कैसे होगा इसका निवारण बताईयेगा
भाई आपके जमीन के आपत्ति लगा था क्या वो सही हुआ है मेरा भी आपके जैसा केस है भाई बताओ जरा
पहला नामांतरण वाद नायाब तहसीलदार न्यायालय से निरस्त होने के बाद क्या न्यायालय को गुमराह करके दूसरा नामांतरण वाद धारा 34 राजस्व संहिता के अंतर्गत न्यायालय तहसीलदार में दूसरा नया वाद चलने योग्य है या नही
Sir maine ek. Jamin ki registry karae lekin vo jamin chakabandi ke time dusare ke name pe chali gae aur usane mere ko becha hai aur jisaka hissa miss huwa hai usane aapti lagae hai ky meri dakhil kharij ho payegi ky
❤
Sab Jameen Bechne Wale Ko Koi aapatti Nahin Hai Lekin Uske Parivar wale Bina baje se hi aapatti Jata rahe hain to unke liye namantaran ke liye kya karna hoga
Sir istehar kya hota hai kya isko prapt karne ke liye hastachar karne padte hai
Sir kya vsiyat cancel ho sakati hai
Farji vasiyat cancel ho sakati hai vasiyat me name galat hai
Vakil sab sirf sell jo kar rha hai usi ka help karege ki jo by kar rha hai uska bhi paresaniya ke video banay
Sir aapka contact number ky hai sir
पहला नामांतरण वाद नायाब तहसीलदार न्यायालय से निरस्त होने के बाद क्या न्यायालय को गुमराह करके दूसरा नामांतरण वाद धारा 34 राजस्व संहिता के अंतर्गत न्यायालय तहसीलदार में दूसरा नया वाद चलने योग्य है या नही