हरी ॐ तत्सत पूज्य सद्गुरु देव श्री रमाशन्कर साहेबजी नमः। 🙏 *जय श्री परब्रम्ह परमात्मा*🙏🌹 *हे सर्वेश्वर परमेस्वर दयालु प्रभु*🌹। कोटी कोटी वंदन हो गुरु देव।
यही पंचशील, बुद्ध भगवान का धम्म मार्ग है, और बुद्ध भगवान ने कहा,अत दीप भव,याने आपना दिपक स्वयं बनो,यही सत्य की खोज है, बुद्ध भगवान का धम्म मार्ग और संत कबीर दास महाराज का एक ही सत्य धम्म मार्ग है. सप्रेम जयभीम नमोबुद्धाय सबका मंगल हो
तीनों देवा कमल दल बसे ब्रह्म विष्णु महेश प्रथम इनकी वंदना फिर सुण सतगुरु उपदेश बन्दी छोड़ मेरे परमात्मा सतगुरु रामपाल जी महाराज जी को दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🔱🕉️ ॐ नमः शिवाय । जय माता दी हर हर महादेव । जब इस सृष्टि की रचना भगवान शिव द्वारा किया गया तो ब्रम्हा जी ने इस दुनिया में सिर्फ इंसानों को बनाया था । जात पात,रीति रिवाज, धर्म अधर्म, ऊंच नीच ये सब तो यहां हम जैसे इंसानों ने ही बनाया है ।किसी भगवान ने नही बनाया ।इसमें उस भगवान का क्या दोष हम जैसे इंसानों ने ही आज इस धरती को स्वर्ग से नर्क बना दिया है ।आप जैसे लोगों ने ही आज सिर्फ अपने फायदे के लिए और धर्म को ऊंचा बनाने और दिखाने के लिए ही आज पूरी दुनिया का सत्यनाश कर के रख दिया है । आप जैसे कई संत महात्मा और साधु इस धरती पे आते गए और अपने अपने धर्म का आप की तरह प्रचार करते गए और आज हमारा हिन्दुस्तान ना जाने आज कितने धर्मों में बट गया । हिंदुस्तान जिसका कल तक सिर्फ एक ही संस्कृति थी एक ही भाषा था एक ही रीति रिवाज था और आज ना जाने कितने धर्मों में बट गया है आज पूरा हिन्दुस्तान सिर्फ आप जैसे संतों की वजह से हिंदुस्तान तो क्या पूरा विश्व कई अलग अलग धर्मों में आज बट गया है। आप जैसे महात्माओं के चक्कर में आज आप हमारे पुराने वेद पुराण को जाकर पढ़ कर देखो आप को पता चल जायेगा की ब्रम्हा, विष्णु, महेश किस जाति के थे या उनका जाति सम्प्रदाय क्या था । तब जाकर उन देवी देवताओं की बुराई करना । आपका कबीर ,बुद्ध और नानक , ओशो ,रजनीश जैसे लोगों ने ही इस धरती पे आकर हिंदू देवी देवताओं के नाम पे अपना अपना धर्म प्रचार कर के चले गए । और उन्ही गुरुओं की जाति का आज सबका एक अलग धर्म बन गया जिसकी सजा आज सारा हिन्दुस्तान भुगत रहा हैं क्योंकि इन साधु संतों का किसी ना किसी जाति से सम्पर्क था जैसा आपका है। जो गुरु आपने बनाए है और जिसने भी आपको ये ज्ञान दिया है की भगवान इस धरती पे नही है उनसे सबसे पहले जाकर ये पूछना की वो पैदा कैसे हुआ था और उसे जन्म किसने दिया था जन्म देने वाली मां थी या कोई और क्योंकि जिस तरह से तुम बात कर रहें हो इससे तो यही पता चलता है की आप मां बाप को धर्म के नाम पे बेच दोगे । मां दुर्गा की जो हम पूजा करते है क्या जानते हो आप उसके बारे में जिसे हम मां का रूप मान कर पूजा करते है जिसे हम अपनी । मां की तरह मान सम्मान और इज्ज़त देते है क्यों क्योंकि हम हिंदुस्तानी लोग मां दुर्गा को मां का ही एक रूप मानते है जो हमें जन्म देती है। भले हमें जन्म देने वाली मां कोई भी हो लेकिन उस जगत जननी को जिसने पूरी दुनिया को जन्म दिया है । वही मां शक्ति है जिस शक्ति के सहारे आज तुम इतनी बात कर रहें हो , और इतना चिल्ला रहें हो वह शक्ति तुम्हारे पास आया कहां से उसी मां शक्ति के द्वारा जो ये दुनिया चला रही है उसी मां शक्ति से इंसान सोचता है बोलता है चलता फिरता है देखता है हंसता है रोता है सांस लेता है और सांस छोड़ता है वो कोई और नहीं एक शक्ति है जिसके द्वारा हमारा पूरा शरीर चलता फिरता और बोलता है। समझ में आया बात उसी मां को हम शक्ति के रूप में पूजा करते है। एक पल के लिए अगर उस मां ने तुमसे अगर वो शक्ति छीन ली तो अभी के अभी दम तोड़ दोगे। समझ में आया बात इसलिए बुराई करों मगर मां की बुराई कभी मत करो जिसकी कृपा से सारी दुनिया की सांसे चल रही है । अगर कुछ करना ही है तो घर जाकर अपने बूढ़े माता पिता की सेवा करो ये धर्म प्रचार का काम बंद करके इस उम्र में भगवान को बुरा भला मत बोलो किसी की बुराई करना भी सबसे बड़ा पाप होता है और वो भी देवी देवताओं की तो कभी नहीं कुछ करना है तो अच्छे कर्म करो किसी की बुराई नही समझ में आया बात जो जिसे मान रहा है उसे मानने दो । जय माता दी हर हर महादेव।। Sanjay tiwari
नीम हकीम खतरेजान । Little knowledge is a dengerous thing. आधा अधूरा ज्ञानी खुद भी गुमराह होता है और दूसरों को भी करता है जैसे कि आप। शास्त्रों को पढा या सुना तो हैं मगर समझा नहीं है ऐसे लोगों को कहते हैं पढ़ें है पर गुणें नहीं है। देवी देवताओं को पूरा भारत मानता और पूजता है क्योंकि देवी देवता सर्व गुण संपन्न 16 कलां सम्पूर्ण, सम्पूर्ण निर्विकारी,डबलताज धारी,डबल अहिंसक मर्यादा पुरुषोत्तम थे। कहते हैं कर्म ही पूजा है और आपने भी ज़रूर सुना होगा। मनुष्य प्रधान नहीं कर्म प्रधान होता है। जो मनुष्य भगवान को पहचानता है वहीं भगवान की श्रीमत पर चलते हैं और श्रेष्ठ बनते हैं। भगवान को मानना बहुत आसान है परन्तु भगवान की मानना पहाड़ उठाने जैसा है। मनुष्य जन्म मरण में आने वाले प्राणी है जो अपने ही पूर्व कर्मों और जन्मों को नहीं जानते हैं तो फिर दूसरे मनुष्यों के/देवी देवताओं का सत्य ज्ञान कैसे दे सकते हैं। ज्ञान सागर त्रिकालदर्शी त्रिनेत्री तों एक परमात्मा शिव ही हैं जो निराकार है क्योंकि वह जन्म मरण से न्यारा है उसके सिवाय सतय कोई सूना नहीं सकता है इसलिए कहते हैं सत्यम शिवम सुंदरम। उसकी श्रीमत/गीता ज्ञान से मनुष्य देवी देवता बनता है इसलिए जो भ्रष्ट/चरित्रहीन होते हैं उनका खंडन करते हैं/आपकी तरह विपरीत बुद्धि होते हैं। पूजा पाठ करते हुए मनुष्य गाते हैं मूर्तियों के आगे कि मैं मूर्ख खल कामी कृपा करो भर्ता ,,,,,,इसतरह अपने कों नीच पापी स्वीकार करते हैं कभी आपने भी पूजा पाठ किया होगा मैंने भी किया था लेकिन अब गाते नहीं है कि विषय विकार मिटाओ पाप हरो देवा अब पवित्र बन रहें हैं विषय विकार छोड़ दैवीय गुणों को धारण करते हैं। मनुष्य मनुष्य को कह नहीं सकता कि पवित्र बनो या विषय विकार मिटाओ। तों देवता चरित्र हीन नहीं मनुष्य चरित्र हीन होता है। यदि सत्य चाहिए तो इस सृष्टि में एक ही यूनिवर्सिटी है जिसका नाम है प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय। ज्ञान विद्यालय से मिलता है शास्त्रों में नहीं। बनावटी कहानी किस्सों को ज्ञान नहीं कहते हैं। इस संसार में अनेक टीचर गुरु है लेकिन सदगुरु एक परमात्मा शिव ऊ। सद्गुरु सद्गति करता है और मनुष्य गुरू और शास्त्रों से दुर्गति। कहते हैं सत्संग तारे कुसंग बोरे। सत एक परमात्मा है उसका संग ही तार देता है। नानक देव जी भी कहा था कि वास्तव में सत शूरु तो एक वहीं है सतश्री अकाल वाहेगुरु।
मानव ही देव और मानव ही दानव होता है जब इन्सान में पांच विकार होते हैं तब वह दानव कहलाता है और जब इन विकारों पर जीत पा लेता है तब देव कहलाता है। पवित्रता की इस देश में पूजा होती है उदाहरण के तौर पर जब मनुष्य बच्चा होता है तब नवरात्रों में उन्हें जिमाते है और फिर पैर छूते हैं क्योंकि वे विषय वासनाओं से मुक्त होते हैं फिर वही कन्या शादी के बाद दूसरे लोगों के पैर छूती है कारण काम विकार में जाना। आप यदि अपने को हिन्दू कहलाते तो जानते। चरित्रहीन देवता नहीं दानव होते हैं लेकिन आश्चर्य है अपने को मानते नहीं है। संसार में दो तरह के लोग होते हैं पहले कुसंगी और दूसरे कुसंगी । कुसंगी से सत्संगी बनने के लिए सत्संग की आवश्यकता होती है। लेकिन सत का संग न मिलने से मनुष्य कुसंगी का कुसंगी ही रहता है क्यों हर मनुष्य विकारी है और विकारी मनुष्य किसी को भी निर्विकारी नहीं बना सकता। निर्विकारी एक परमात्मा शिव है जोकि निराकारी और अजन्मा है। सत्य एक परमात्मा है उसका जब संग हो तब सत्संग शब्द अपने आप में सार्थक होता है।आप तो सन्त के नाम पर कलंक है। सन्त वह होता है जिसका न तो आदि होता है और न ही अन्त होता है वही सृष्टि के आदि मध्य और अन्त तक का ज्ञान देता है ऐसा तो सिर्फ एक परमात्मा शिव है। उसके संग/ज्ञान से मनुष्य सत्य पुरुष/देवी देवता अर्थात सत्यनारायण बनता है। मनुष्य सर्व गुण संपन्न 16 कलां सम्पूर्ण बनता है। बिगड़ा हुआ मानव दानव और सुधार हुआ मानव देवता कहलाता है। जो राम/परमात्मा राम को जानता है और उसकी श्रीमत पर चलता है वही देवता बनता है।आप खुद बिगड़े हुए हैं ईर्ष्या नफरत आपके मन में कूट-कूट कर भरी हुई है। पहले अपना दिल साफ करो फिर दूसरों को ज्ञान दो। आपको सत्य ज्ञान की अति आवश्यकता है जो प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा बिना गुरु मंत्र के मिलता है।
ऐसे सन्तो का कोई ईमान नहीं है ये कुसन्त रमाशंकर अपने स्वार्थ के लिए जनता को भर्मित कर बांटने का काम कर रहा है मुण्ड मुण्डाये हरि मिले तो हर कोई लेय मुण्डाय बार बार के मुण्डते भेड न बैकुंठ जाय
femash honeka ekhi rastha woh he bhagavan vo bar bar bhagavan kahi nam le raha he bhagavan hi shaty he jay mahakal bhagavase badhkae koi hehi nahi e taklene shabit kar diya om namha shivay
🙏🔱🕉️ ॐ नमः शिवाय। जय माता दी हर हर महादेव।। कुछ तो बात है महादेव तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में तभी तो आज लोगों को भरोसा और विश्वास है तेरे हर एक काम में क्योंकि आज चमत्कार होता है लोगों के हर बिगड़े काम में अगर जल चढ़ाने से लोगो को कुछ नही मिलता तो आज लाखों और करोड़ों की संख्या में भीड़ नहीं होती मन्दिरों में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में जो सतयुग से लेकर आज कलयुग तक नहीं मिटा और नहीं बदला कई आए इस दुनिया में और कई गए इस दुनिया से मगर तेरा अस्तित्व तेरा नाम नही मिटा आज भी इस दुनिया से क्योंकि एक विशेष भूमिका रही है तेरी दुनिया के हर एक किरदार में कुछ तो बात है भोले तेरे नाम में कुछ तो बात है भोले तेरी भक्ति में तेरे नाम में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में वर्ना आज यूंही नही होता तेरा वास केदारनाथ अमरनाथ , हिमालय और कैलाश की दुर्गम चारधाम में ।। हर हर महादेव जय माता दी । Sanjay Tiwari
संत साहेब हिन्दू धर्म वाले देवी-देवताओं को मानते हैं इस तरह उनकी आस्थाओं ठेस न पहुंचाएं। संत ऐसे नहीं होते वे किसी धर्म की टीका टिप्पणी नहीं करते। अन्यथा आपके पीछे हिन्दू धर्म वाले पड़ गये तो बड़ी मुश्किल हो जाएगी?उम्र में मैं आपसे बहुत बड़ा हूं। छोटे अगर बड़ों की बातों को मान लें तो फायदा ही होता है।
ज्ञानियों का चेहरा सांत् रहता है आप के चेहरे पर हर वक़्त तनाव रहता है ये सब धर्मो की आलोचना करने का प्रभाव है क्यो की भगवान् तो आप के हिर्दय मे भी बस्ता है जो सब सही गलत का आकलन करता रहता हैं आप को चैन से नही रहने देता जय श्री कृष्णा❤
हरी ॐ तत्सत पूज्य सद्गुरु देव श्री रमाशन्कर साहेबजी नमः। 🙏 *जय श्री परब्रम्ह परमात्मा*🙏🌹 *हे सर्वेश्वर परमेस्वर दयालु प्रभु*🌹। कोटी कोटी वंदन हो गुरु देव।
सदगुरु जी ने सत्य वचन दिया
आप कहां से आए हैं और आप किसी को मानते हैं
❤ साहब बन्दगी, गुरु देव नमः वाहे गुरु सतनाम जी
यही पंचशील, बुद्ध भगवान का धम्म मार्ग है, और बुद्ध भगवान ने कहा,अत दीप भव,याने आपना दिपक स्वयं बनो,यही सत्य की खोज है,
बुद्ध भगवान का धम्म मार्ग और संत कबीर दास महाराज का एक ही सत्य धम्म मार्ग है.
सप्रेम जयभीम नमोबुद्धाय सबका मंगल हो
Kabir bhi bhagwan shree Hari Vishnu ko maante the isliye kaha hai " jo kare so Hari kare hoy Kabir Kabir."
बहुत ही ज्ञानवान सदगुरू संत श्री रमांशंकर साहेब जी को हम सादर प्रणाम त्रयबार साहेब बंदगी करते हैं (जय कबीर)❤❤😂🎉🎉
महाराज जी को सत्संग प्रणाम करता हूं नमन करता हूं
Gajab pakhand wad ka jad se khatm hona jarury ha Jay bhim jay bsp bahut bahut साधुवाद
Sahi hai
बहुत ही ज्ञानी है
थोड़े दिन पहले एक ज्ञानी के चक्कर मे 100 से अधिक मासूम मारे गए
बहुत ही शानदार है जानकारी पिता जी ऐसे ही हमारे समाज जगाओ❤❤🎉🎉🎉🎉
जो पाखंडी धर्मगुरु भगवान बने थे वो लोग बलात्कार दुष्कर्म हत्या की सजा काट रहा सच्चे कबीर पंथी समाज में आज भी सुखी जीवन जी रहा
Jai shree Ram Jai mahakal
इस कार्यक्रम को बहुत बहुत समर्थन करते हैं जय जय सतनाम जी छ, ग,
SAINT RANASHANKER BEKAR PAGAL HAI.DESH KINJANTA KO GUMRAH KARTA HAI.
RAMASHANKER PAGAL HAI SAITAN HAI.
SWADUVRAMASHANKER HAI TI PM TELI KO NAHI BOLTA HINDUO KA BHAGWAN KE UPAR BOLTA HAI.
करण कुमार साहेब बंदगी 🙏🙏🙏 साहेब आपका प्रवचन बहुत अच्छा लगता है
Hame sanatan dharm per biswas he tha aur biswas rahega jai shree Ram❤
प्रात: स्मरणीय परमपूज्य सद्गुरुदेव अनंतश्री रमाशंकर साहेब जी के श्रीचरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए बारंबार नमन वंदन प्रणाम ! 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🙏🏹
Kute ko samajhdar log
Bandan nahi krte. Dar se
Bhaga dete hai.
संत कबीर कभी दुसरे पंथ का निंदा नहीं किया।
Mere Dil se yahi dua nikale aap Jahan bhi rahe khushhal rahe Jay Bheem Jay Bharat Jay sanvidhan
बहुत अच्छी बात बहुत अच्छा सतसंग कबीर ज्ञान में लगे रहो शब्द गुरु की ओर चल पडो पकड लो भेदी गुरु को
बात तो सत्य है
Jai shree Ram❤
पैदा सब चरित्रहीनता से ही होते है
Jai kabir baba ki jai
तीनों देवा कमल दल बसे ब्रह्म विष्णु महेश प्रथम इनकी वंदना फिर सुण सतगुरु उपदेश बन्दी छोड़ मेरे परमात्मा सतगुरु रामपाल जी महाराज जी को दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🔱🕉️ ॐ नमः शिवाय ।
जय माता दी हर हर महादेव ।
जब इस सृष्टि की रचना भगवान शिव द्वारा किया गया तो ब्रम्हा जी ने इस दुनिया में सिर्फ इंसानों को बनाया था । जात पात,रीति रिवाज, धर्म अधर्म, ऊंच नीच ये सब तो यहां हम जैसे इंसानों ने ही बनाया है ।किसी भगवान ने नही बनाया ।इसमें उस भगवान का क्या दोष हम जैसे इंसानों ने ही आज इस धरती को स्वर्ग से नर्क बना दिया है ।आप जैसे लोगों ने ही आज सिर्फ अपने फायदे के लिए और धर्म को ऊंचा बनाने और दिखाने के लिए ही आज पूरी दुनिया का सत्यनाश कर के रख दिया है । आप जैसे कई संत महात्मा और साधु इस धरती पे आते गए और अपने अपने धर्म का आप की तरह प्रचार करते गए और आज हमारा हिन्दुस्तान ना जाने आज कितने धर्मों में बट गया । हिंदुस्तान जिसका कल तक सिर्फ एक ही संस्कृति थी एक ही भाषा था एक ही रीति रिवाज था और आज ना जाने कितने धर्मों में बट गया है आज पूरा हिन्दुस्तान सिर्फ आप जैसे संतों की वजह से हिंदुस्तान तो क्या पूरा विश्व कई अलग अलग धर्मों में आज बट गया है। आप जैसे महात्माओं के चक्कर में आज आप हमारे पुराने वेद पुराण को जाकर पढ़ कर देखो आप को पता चल जायेगा की ब्रम्हा, विष्णु, महेश किस जाति के थे या उनका जाति सम्प्रदाय क्या था । तब जाकर उन देवी देवताओं की बुराई करना । आपका कबीर ,बुद्ध और नानक , ओशो ,रजनीश जैसे लोगों ने ही इस धरती पे आकर हिंदू देवी देवताओं के नाम पे अपना अपना धर्म प्रचार कर के चले गए । और उन्ही गुरुओं की जाति का आज सबका एक अलग धर्म बन गया जिसकी सजा आज सारा हिन्दुस्तान भुगत रहा हैं क्योंकि इन साधु संतों का किसी ना किसी जाति से सम्पर्क था जैसा आपका है। जो गुरु आपने बनाए है और जिसने भी आपको ये ज्ञान दिया है की भगवान इस धरती पे नही है उनसे सबसे पहले जाकर ये पूछना की वो पैदा कैसे हुआ था और उसे जन्म किसने दिया था जन्म देने वाली मां थी या कोई और क्योंकि जिस तरह से तुम बात कर रहें हो इससे तो यही पता चलता है की आप मां बाप को धर्म के नाम पे बेच दोगे ।
मां दुर्गा की जो हम पूजा करते है क्या जानते हो आप उसके बारे में जिसे हम मां का रूप मान कर पूजा करते है जिसे हम अपनी । मां की तरह मान सम्मान और इज्ज़त देते है क्यों क्योंकि हम हिंदुस्तानी लोग मां दुर्गा को मां का ही एक रूप मानते है जो हमें जन्म देती है। भले हमें जन्म देने वाली मां कोई भी हो लेकिन उस जगत जननी को जिसने पूरी दुनिया को जन्म दिया है । वही मां शक्ति है जिस शक्ति के सहारे आज तुम इतनी बात कर रहें हो , और इतना चिल्ला रहें हो वह शक्ति तुम्हारे पास आया कहां से उसी मां शक्ति के द्वारा जो ये दुनिया चला रही है उसी मां शक्ति से इंसान सोचता है बोलता है चलता फिरता है देखता है हंसता है रोता है सांस लेता है और सांस छोड़ता है वो कोई और नहीं एक शक्ति है जिसके द्वारा हमारा पूरा शरीर चलता फिरता और बोलता है। समझ में आया बात उसी मां को हम शक्ति के रूप में पूजा करते है। एक पल के लिए अगर उस मां ने तुमसे अगर वो शक्ति छीन ली तो अभी के अभी दम तोड़ दोगे। समझ में आया बात इसलिए बुराई करों मगर मां की बुराई कभी मत करो जिसकी कृपा से सारी दुनिया की सांसे चल रही है । अगर कुछ करना ही है तो घर जाकर अपने बूढ़े माता पिता की सेवा करो ये धर्म प्रचार का काम बंद करके इस उम्र में भगवान को बुरा भला मत बोलो
किसी की बुराई करना भी सबसे बड़ा पाप होता है और वो भी देवी देवताओं की तो कभी नहीं कुछ करना है तो अच्छे कर्म करो किसी की बुराई नही समझ में आया बात जो जिसे मान रहा है उसे मानने दो ।
जय माता दी हर हर महादेव।।
Sanjay tiwari
Dunea ch giain hi sb tu uper guru hea, rmain dunea ch sb tu old purna scha granth hea.❤❤❤
Har har mahadev
Om Jay shree ganesh
Jaiy ho mulnivashi-bhartvashi ke subhchintak sant siromni ramashankar ji maharaj ji Jaiy ho Giyan ke parkaspunj maharaj ji.
Obsolutely correct
बहुत बढ़िया उपदेश है
जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी
Bhai yahi Satya he bhagwan ke naam pe pakhand ho raha he
बहुत बढ़िया उपदेश है आपका गुरुजी
सही बात है,आज जिसके पीछे मे बोलने वाले ऑफिसर, नेता होते है वही लोग ज्यादा उग्र होते है
Very nice jay bhim jay sambidan namobhuday
Iai
Ramashanker sahabji jai sant kabir kai bhim kai dambidhan❤😂🎉😢😮😅
Ramain rhie sb koj sch dsiea ki bnavtee phrvea pa ki pgtee nhi hudei mann, saff kr ki asli pgtee hudei hea.❤❤❤❤
Bahut achcha sant ji Jay Bheem 💪 namo buddhay Jay sanvidhan
Dhan Guru Granth Sahib ji
Bahut rangeen,chaitraheen pradarshit kiye,bhai aapne to
Mai Sadd guru ko saw saw var🎉🎉😢 Naman karta Hon
विनाश काले विपरीत बुद्धि, जय महा काल
Satnam sahab bandagi 🙏
Nice vdo
Right
देवताओं के बारे में बोलने का अधिकार इस मूर्ख को किसने दिया। खुद को बड़ा ज्ञानी समझ रहा है। मूर्ख बना रहा है ये देवताओ के बारे में झूठ बोलके।
देवता तो जल, आकाश अग्नि, भी है तो कल से इनका त्याग कर दो। जल पीना बंद कर दो, वायु देव अर्थत हवा का त्याग कर दो ये सब भी तो देवता ही हैं
Thanks baba saheb
Jay sree ram
जय भीम भगवान बुद्ध की करुणा हो🙏
Bilkul sahi kaha rahye hai aap Sant ji 🙏.
नीम हकीम खतरेजान । Little knowledge is a dengerous thing. आधा अधूरा ज्ञानी खुद भी गुमराह होता है और दूसरों को भी करता है जैसे कि आप। शास्त्रों को पढा या सुना तो हैं मगर समझा नहीं है ऐसे लोगों को कहते हैं पढ़ें है पर गुणें नहीं है। देवी देवताओं को पूरा भारत मानता और पूजता है क्योंकि देवी देवता सर्व गुण संपन्न 16 कलां सम्पूर्ण, सम्पूर्ण निर्विकारी,डबलताज धारी,डबल अहिंसक मर्यादा पुरुषोत्तम थे। कहते हैं कर्म ही पूजा है और आपने भी ज़रूर सुना होगा। मनुष्य प्रधान नहीं कर्म प्रधान होता है। जो मनुष्य भगवान को पहचानता है वहीं भगवान की श्रीमत पर चलते हैं और श्रेष्ठ बनते हैं। भगवान को मानना बहुत आसान है परन्तु भगवान की मानना पहाड़ उठाने जैसा है। मनुष्य जन्म मरण में आने वाले प्राणी है जो अपने ही पूर्व कर्मों और जन्मों को नहीं जानते हैं तो फिर दूसरे मनुष्यों के/देवी देवताओं का सत्य ज्ञान कैसे दे सकते हैं। ज्ञान सागर त्रिकालदर्शी त्रिनेत्री तों एक परमात्मा शिव ही हैं जो निराकार है क्योंकि वह जन्म मरण से न्यारा है उसके सिवाय सतय कोई सूना नहीं सकता है इसलिए कहते हैं सत्यम शिवम सुंदरम। उसकी श्रीमत/गीता ज्ञान से मनुष्य देवी देवता बनता है इसलिए जो भ्रष्ट/चरित्रहीन होते हैं उनका खंडन करते हैं/आपकी तरह विपरीत बुद्धि होते हैं। पूजा पाठ करते हुए मनुष्य गाते हैं मूर्तियों के आगे कि मैं मूर्ख खल कामी कृपा करो भर्ता ,,,,,,इसतरह अपने कों नीच पापी स्वीकार करते हैं कभी आपने भी पूजा पाठ किया होगा मैंने भी किया था लेकिन अब गाते नहीं है कि विषय विकार मिटाओ पाप हरो देवा अब पवित्र बन रहें हैं विषय विकार छोड़ दैवीय गुणों को धारण करते हैं। मनुष्य मनुष्य को कह नहीं सकता कि पवित्र बनो या विषय विकार मिटाओ। तों देवता चरित्र हीन नहीं मनुष्य चरित्र हीन होता है। यदि सत्य चाहिए तो इस सृष्टि में एक ही यूनिवर्सिटी है जिसका नाम है प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय। ज्ञान विद्यालय से मिलता है शास्त्रों में नहीं। बनावटी कहानी किस्सों को ज्ञान नहीं कहते हैं। इस संसार में अनेक टीचर गुरु है लेकिन सदगुरु एक परमात्मा शिव ऊ। सद्गुरु सद्गति करता है और मनुष्य गुरू और शास्त्रों से दुर्गति। कहते हैं सत्संग तारे कुसंग बोरे। सत एक परमात्मा है उसका संग ही तार देता है। नानक देव जी भी कहा था कि वास्तव में सत शूरु तो एक वहीं है सतश्री अकाल वाहेगुरु।
Rmashanker sahib jee aap ko koti koti NAMSIKAR.
Jay Shri Ram
सत्य वचन गुरु जी
ਰਾਮਾਸ਼ੰਕਰ ਜੀ ਆਪ ਜੀ ਦੱਸੋ ਕੀ ਦੇਵਤਾ ਕਾ ਅਰਥ ਕਿਆ ਹੈ ਜੀ
Bahut achcha pravachan
मानव ही देव और मानव ही दानव होता है जब इन्सान में पांच विकार होते हैं तब वह दानव कहलाता है और जब इन विकारों पर जीत पा लेता है तब देव कहलाता है। पवित्रता की इस देश में पूजा होती है उदाहरण के तौर पर जब मनुष्य बच्चा होता है तब नवरात्रों में उन्हें जिमाते है और फिर पैर छूते हैं क्योंकि वे विषय वासनाओं से मुक्त होते हैं फिर वही कन्या शादी के बाद दूसरे लोगों के पैर छूती है कारण काम विकार में जाना। आप यदि अपने को हिन्दू कहलाते तो जानते। चरित्रहीन देवता नहीं दानव होते हैं लेकिन आश्चर्य है अपने को मानते नहीं है। संसार में दो तरह के लोग होते हैं पहले कुसंगी और दूसरे कुसंगी । कुसंगी से सत्संगी बनने के लिए सत्संग की आवश्यकता होती है। लेकिन सत का संग न मिलने से मनुष्य कुसंगी का कुसंगी ही रहता है क्यों हर मनुष्य विकारी है और विकारी मनुष्य किसी को भी निर्विकारी नहीं बना सकता। निर्विकारी एक परमात्मा शिव है जोकि निराकारी और अजन्मा है। सत्य एक परमात्मा है उसका जब संग हो तब सत्संग शब्द अपने आप में सार्थक होता है।आप तो सन्त के नाम पर कलंक है। सन्त वह होता है जिसका न तो आदि होता है और न ही अन्त होता है वही सृष्टि के आदि मध्य और अन्त तक का ज्ञान देता है ऐसा तो सिर्फ एक परमात्मा शिव है। उसके संग/ज्ञान से मनुष्य सत्य पुरुष/देवी देवता अर्थात सत्यनारायण बनता है। मनुष्य सर्व गुण संपन्न 16 कलां सम्पूर्ण बनता है। बिगड़ा हुआ मानव दानव और सुधार हुआ मानव देवता कहलाता है। जो राम/परमात्मा राम को जानता है और उसकी श्रीमत पर चलता है वही देवता बनता है।आप खुद बिगड़े हुए हैं ईर्ष्या नफरत आपके मन में कूट-कूट कर भरी हुई है। पहले अपना दिल साफ करो फिर दूसरों को ज्ञान दो। आपको सत्य ज्ञान की अति आवश्यकता है जो प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा बिना गुरु मंत्र के मिलता है।
Absolutely Correct
Sadguru ki Charitra Jay Ho
Kiya baat hai sir koi bhagwan nahi hai sir Jai bhim namo buddhay
Har har mahadev ji
हं शब्द हं अनमोल है
Jai Bheem 🙏 Namo Buddhay 🙏🌹 Jai Kabir Ji 🙏🌹
Sant Ramasankar. Sahab mahan sant hai
Davi devata awam eshwar ko
Upshabda kahana eshwar ke prati axamya aparadh hai.
कुछ लोग गलत होने से सब गलत कैसे हो सकता हैं
ऐसे सन्तो का कोई ईमान नहीं है ये कुसन्त रमाशंकर अपने स्वार्थ के लिए जनता को भर्मित कर बांटने का काम कर रहा है मुण्ड मुण्डाये हरि मिले तो हर कोई लेय मुण्डाय बार बार के मुण्डते भेड न बैकुंठ जाय
अपने पूर्वजो का अपमान न करे भारत को सुखी समृद्धी और शान्ती की के लिए प्रयास करे
Very good speech
Sahi bat hai
Bahut bahut badhai satay bola hai
femash honeka ekhi rastha woh he bhagavan vo bar bar bhagavan kahi nam le raha he bhagavan hi shaty he jay mahakal bhagavase badhkae koi hehi nahi e taklene shabit kar diya om namha shivay
Very good speech❤❤❤❤❤❤❤
Satya bachan...
Shi he😊
Right right right
🌹🇮🇳
जय हो वीचारोकि
Sach.saamne.aarahahai.jay.bhim
Very good
Har har Mahadev ji
🙏🔱🕉️ ॐ नमः शिवाय।
जय माता दी हर हर महादेव।।
कुछ तो बात है महादेव तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में तभी तो आज लोगों को भरोसा और विश्वास है तेरे हर एक काम में क्योंकि आज चमत्कार होता है लोगों के हर बिगड़े काम में अगर
जल चढ़ाने से लोगो को कुछ नही मिलता तो आज लाखों और करोड़ों की संख्या में भीड़ नहीं होती मन्दिरों में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में जो सतयुग से लेकर आज कलयुग तक नहीं मिटा और नहीं बदला कई आए इस दुनिया में और कई गए इस दुनिया से मगर तेरा अस्तित्व तेरा नाम नही मिटा आज भी इस दुनिया से क्योंकि एक विशेष भूमिका रही है तेरी दुनिया के हर एक किरदार में कुछ तो बात है भोले तेरे नाम में कुछ तो बात है भोले तेरी भक्ति में तेरे नाम में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में वर्ना आज यूंही नही होता तेरा वास केदारनाथ अमरनाथ , हिमालय और कैलाश की दुर्गम चारधाम में ।।
हर हर महादेव जय माता दी ।
Sanjay Tiwari
जब देवता ही चरित्र हीन थे तो फिर मैं चरित्र हीन हूं तो फिर क्या हुआ है
Pakhandi the Devta 😂
Ok right
🙏🙏
Krode bar thank you,guru ji rmain rhie scha giain dttea.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Adhura geyan ke karan Inka patan nishchit hai.
देवता तो आपके मातापिता है..ओ चरित्र हीन की आप औलाद तो नहीं
Sahi baat h
❤❤❤❤❤
Aap ko mai Naman karta hoo
विनाश . काले . विपरीत बुद्ध
🙏🙏🙏
I proud fill because iam Christian .
💯 saty h
Tum sa bda चरित्र हीन कोई नहीं तूमसे अधिकार किसने दिया है रमाशंकर जी समाज देवता ओ अपमान कर नजर का
Very best pravachan.
संत साहेब हिन्दू धर्म वाले देवी-देवताओं को मानते हैं इस तरह उनकी आस्थाओं ठेस न पहुंचाएं। संत ऐसे नहीं होते वे किसी धर्म की टीका टिप्पणी नहीं करते। अन्यथा आपके पीछे हिन्दू धर्म वाले पड़ गये तो बड़ी मुश्किल हो जाएगी?उम्र में मैं आपसे बहुत बड़ा हूं। छोटे अगर बड़ों की बातों को मान लें तो फायदा ही होता है।
Sach to bolna hi padega
करनी बिन कथनी कथे, अज्ञानी दिन रात। कुत्ता तो भोंकता फिरे, सुनी सुनाई बात। अभी आप अज्ञान में जी रहे हो।
जय हो संत महाराज जय भीम😂😂❤
Bahut good news hai agar esh niyam ka falo hoga to pandit ka sab khatam samapt ho jayega
Apke bat sahi parntu brahmon se takkar Lena asan nahi hai
100% right. no need to worship. these r blakmailing us.
Sanatan jindabad
रमाशंकर साहेब का संपर्क सूत्र या मोबाइल नंबर उपलब्ध हो तो दिया जाय
ज्ञानियों का चेहरा सांत् रहता है आप के चेहरे पर हर वक़्त तनाव रहता है ये सब धर्मो की आलोचना करने का प्रभाव है क्यो की भगवान् तो आप के हिर्दय मे भी बस्ता है जो सब सही गलत का आकलन करता रहता हैं आप को चैन से नही रहने देता जय श्री कृष्णा❤
Rama. Shake. Kaya. Amazing. Charitarhinhogi.
Jai shri ram jai jai shri ram
गुड
Hr ak ensain apni apni drm nu tea hi manni apnea mann saff kr ki jkarr andher lekha agon hn mnneain dea koi fedhea nhi,aurtt hove ja adami.❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जो ईश्वर की निंदा करता है उसे ईश्वर कभी माफ नहींकरेगा विनाश कालेविपरीत बुद्धि
😊😘
Namo budha bahut sundar vichar hai aap ki