500 शिक्षकों को शिक्षा मंत्री जी जानते हैं यानि 50000 शिक्षकों का आंकडा लगभग होना चाहिए यानि bjp 21 साल से ऐसे शिक्षकों को संरक्षण देने का काम कर रही है
शिक्षा मंत्री जी उदय प्रताप सिंह जी से ऐसे शिक्षकों की लिस्ट मांगना चाहिए यह इनको जानते हैं कि जो स्कूल नहीं जाते और नहीं तो शिक्षा मंत्री जी को बर्खास्त कर देना चाहिए
मैं पूर्णतः सहमत नहीं हैं,अतिशेष शिक्षकों के समायोजन होना थे, परन्तु अतिशेष होने पर भी उनका समायोजन नहीं किया गया, किसी प्रकार से मानवीय हस्तक्षेप द्वारा कार्यवाही रोक दी गई, मेरी शाला इसका जीवंत उदाहरण है।
ये कड़वा सच है कोई माने या न माने शिक्षक समय से विधालय कभी नहीं जाते आऔर समय से पहले विधालय छोड़ देते हैं 11:00के बाद पहुंचना 04:00 के पहले विधालय बंद कर देना आरोप यूं नहीं लगते कहीं न कहीं सच्चाई तो है जो हमें माननी होगी यहीसच है नमस्कार!
शिक्षा मंत्री जी का कहना यह है कि ऐसे 500 शिक्षक दूसरी जगह अटैच है और उनकी जगह दूसरे शिक्षक अर्थात अतिथि शिक्षक पढ़ना पहुंच रहे हैं शायद हमारे समझने में त्रुटि हो रही है सभी शिक्षक ईमानदारी से कम कर रहे हैं इसका प्रमाण यह है कि हर वर्ष प्राइवेट स्कूलों से सरकारी स्कूलों का रिजल्ट बेहतर रहता है😊
सरकार शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को जनता की नजरों में विलन बनाना चाहती है जिससे सरकारी कर्मचारियों के वेतन का पैसा वह भोली भाली जनता को बाट कर उनका वोट खरीद सके सरकारों को कोई फर्क नहीं पड़ता की कोई बच्चा स्कूल जा पाए उसका इलाज हो पाए और किसी भी तरीके से उसका मानसिक और चारित्रिक विकास हो सके
हां सर जो नेताओं के करीबी हैं बो ही टाईम पर नहीं आते या फिर आते ही नहीं है। और पूरी सैलरी मिल रही है। शिक्षक व्यवस्था पूरी तरह से खराब है। लेकिन जो अतिथि शिक्षक है वो टाइम पर काम कर रहे हैं। सर इस पर ठोस कदम उठाए जाना चाहिए।
अतिथि शिक्षक वाकई में बहुत मेहनत करते हैं मंत्री जी के बयान को सुनकर ऐसा लग रहा है कि कहीं ना कहीं अतिथि शिक्षकों के साथ नाइंसाफी हो रही है अब तो मंत्री जी के बयान से ही सिद्ध हो गया है अतिथि शिक्षक ही मध्य प्रदेश की शिक्षा को संभाले हुए हैं
जानते है तो या होंगे 😮 ऐसी भाषा विशिष्ट हिन्दी में मायने रखती है। आप ऐसे पद में है कि अपने परिचित के ऐसे शिक्षकों की पद समाप्ति कर सकते है। 😅 परंतु यदि आपने ऐसा अपनी सोच के कारण बोला है तो जरूर आप किसी एक विशेष शिक्षक कि पुरानी रंजिश के चलते ऐसा वक्तव्य दिया है। 😢
पूरा फर्जीवाड़ा चल रहा है एमपी के शिक्षा विभाग में , अतिथि शिक्षक ही स्कूल को संभाल रहे है। और मंत्री जी ने खुद फर्जी तरीके से बहुत लोगो को लगाया होगा।
Aap ki karya shaili par prashn uthta hai aap ne koi karyvahi q nhi ki. Sikchak Arthat-Rashtra Nirmata Ham shikshak Sathi ek acche rashtra ka Nirman karne ki raah par hai. Mantri ji aap istifa de do aap Istifa Like button 👍
मंत्री जी से ऐसे शिक्षकों की सूची मांगनी चाहिए और जांच की जानी चाहिए इनका बयान गलत सिद्ध होने पर सभी शिक्षकों को एक जुट होकर कड़े कदम उठाने चाहिए ।
500 शिक्षकों को शिक्षा मंत्री जी जानते हैं यानि 50000 शिक्षकों का आंकडा लगभग होना चाहिए यानि bjp 21 साल से ऐसे शिक्षकों को संरक्षण देने का काम कर रही है
ऐसी प्रतिक्रिया देकर सरकारी स्कूलों को बंद करने की योजना है
यदि ऐसे शिक्षक है तो कठोर कार्यवाही की जाए ।जिससे सही शिक्षको का अपमान ना हो।
जो शिक्षकों की समस्याओं का निदान करने में असफल रहे तो इनसे ओर क्या उम्मीद की जा सकती है
अगर जानते है तो अभी तक उनपर कार्यवाही क्यों नहीं हुई सस्पेंड क्यों नहीं किया। सभी के आसपास ऐसे जरूर ही होगी जिन्हें रोज देखते है।
बिल्कुल नहीं मंत्री बनने पर उनको अपने पद ओर शिक्षक की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए
मेरा ऐसा मानना है जब कहीं धुआं उठता है निश्चित ही कहीं ना कहीं आग लगी होती है बिना आज के धुआं नहीं उठ सकता
शिक्षा मंत्री जी उदय प्रताप सिंह जी से ऐसे शिक्षकों की लिस्ट मांगना चाहिए यह इनको जानते हैं कि जो स्कूल नहीं जाते और नहीं तो शिक्षा मंत्री जी को बर्खास्त कर देना चाहिए
कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे माननीय मंत्री जी?
ऐसे लोगों को संरक्षण देना उचित नहीं है
मैं पूर्णतः सहमत नहीं हैं,अतिशेष शिक्षकों के समायोजन होना थे, परन्तु अतिशेष होने पर भी उनका समायोजन नहीं किया गया, किसी प्रकार से मानवीय हस्तक्षेप द्वारा कार्यवाही रोक दी गई, मेरी शाला इसका जीवंत उदाहरण है।
इसको शर्म आनी चाहिए जब जानता है तो इसकी कार्रवाई क्यों नहीं कि भाई। मंत्री बनकर अभी तक चुप क्यों बैठा है। इसको अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
Neta ji ki seva me Lage honge
Ese mantriyo ko 100 juto ki salami milni chahiye
सब बकवास है इन्होंने सबको योजना से मजदूर बना दिए हैं चिंतन तो व्यवस्था पर कीजिए पढ़ाई के अलावा दुनिया भर के काम चलते रहते है
अगर मंत्रीजी की जानकारी में होने पर भी कार्यवाही नहीं होना, अशोभनीय है
में भी ऐसे हजारों शिक्षकों को जनता हूं जो नाम मात्र का स्कूल आते है।
शिक्षा मन्त्रीजी क्या आकार शिक्षा मन्त्री अनको कृषिले बनाएका
हमारे साथ धोका हो गए
हमारे पद खा गए
हां ऐसे बहुत सारे है
जब इन्हें पता है तो कार्यवाही क्यों नहीं करते,, इसमें शिक्षा मंत्री जी की ही गलती है
शिक्षा मंत्री जी क्या कर कर रहे उन पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे
ये कड़वा सच है कोई माने या न माने शिक्षक समय से विधालय कभी नहीं जाते आऔर समय से पहले विधालय छोड़ देते हैं
11:00के बाद पहुंचना 04:00 के पहले विधालय बंद कर देना आरोप यूं नहीं लगते कहीं न कहीं सच्चाई तो है जो हमें माननी होगी यहीसच है नमस्कार!
शिक्षा मंत्री जी का कहना यह है कि ऐसे 500 शिक्षक दूसरी जगह अटैच है और उनकी जगह दूसरे शिक्षक अर्थात अतिथि शिक्षक पढ़ना पहुंच रहे हैं शायद हमारे समझने में त्रुटि हो रही है सभी शिक्षक ईमानदारी से कम कर रहे हैं इसका प्रमाण यह है कि हर वर्ष प्राइवेट स्कूलों से सरकारी स्कूलों का रिजल्ट बेहतर रहता है😊
भ्रष्टाचार मचा हुआ है
Ese teacher par karyvhee hona chahie
Hm student 190 MLA ko jante h jo corruption me lipt h kuch nhi dikhte
A teacher is responsible for his work
मंत्री जी क्या कर रहे है जब जानकारी है तो
सरकार शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों को जनता की नजरों में विलन बनाना चाहती है जिससे सरकारी कर्मचारियों के वेतन का पैसा वह भोली भाली जनता को बाट कर उनका वोट खरीद सके सरकारों को कोई फर्क नहीं पड़ता की कोई बच्चा स्कूल जा पाए उसका इलाज हो पाए और किसी भी तरीके से उसका मानसिक और चारित्रिक विकास हो सके
गलत बात हे मंत्री जी को ऐसा बयान शोभा देता
हां सर जो नेताओं के करीबी हैं बो ही टाईम पर नहीं आते या फिर आते ही नहीं है। और पूरी सैलरी मिल रही है। शिक्षक व्यवस्था पूरी तरह से खराब है। लेकिन जो अतिथि शिक्षक है वो टाइम पर काम कर रहे हैं। सर इस पर ठोस कदम उठाए जाना चाहिए।
अतिथि शिक्षक वाकई में बहुत मेहनत करते हैं मंत्री जी के बयान को सुनकर ऐसा लग रहा है कि कहीं ना कहीं अतिथि शिक्षकों के साथ नाइंसाफी हो रही है अब तो मंत्री जी के बयान से ही सिद्ध हो गया है अतिथि शिक्षक ही मध्य प्रदेश की शिक्षा को संभाले हुए हैं
भाजपा से जुड़े लोग स्कूल नहीं जाते
जानते है तो या होंगे 😮 ऐसी भाषा विशिष्ट हिन्दी में मायने रखती है। आप ऐसे पद में है कि अपने परिचित के ऐसे शिक्षकों की पद समाप्ति कर सकते है।
😅 परंतु यदि आपने ऐसा अपनी सोच के कारण बोला है तो जरूर आप किसी एक विशेष शिक्षक
कि पुरानी रंजिश के चलते ऐसा वक्तव्य दिया है। 😢
ये मंत्री व्यक्तिगत रूप से कांग्रेस में पैदा हुए थे लेकिन भाड़े पर BJP में आ गए हैं 😂😂
हाँ बिल्कुल सच है शिक्षक स्कूल नहीं जाते हैं
यह किसकी दम पर नहीं जाते😂
Wo sab iske rishtedar honge sab chor
पूरा फर्जीवाड़ा चल रहा है एमपी के शिक्षा विभाग में , अतिथि शिक्षक ही स्कूल को संभाल रहे है। और मंत्री जी ने खुद फर्जी तरीके से बहुत लोगो को लगाया होगा।
तो action क्यों नहीं ले रहे हैं बयान बाजी क्यों कर रहे हैं इसके अलावा और फालतू की उल्टे सीधे बयान के अलावा कुछ आता भी है
ऐसा होता है
Aap ki karya shaili par prashn uthta hai aap ne koi karyvahi q nhi ki.
Sikchak Arthat-Rashtra Nirmata
Ham shikshak Sathi ek acche rashtra ka Nirman karne ki raah par hai.
Mantri ji aap istifa de do aap
Istifa Like button 👍
Kuchh machhaliyan talab ganda kar rahin hai, badnam sab ho rahe
Mein v janta hu 13 teacher hai ese jo jo jate school meri pehchan k hai
अतिथि शिक्षक ही संभाल रहे हैं सभी जगह स्कूल शिक्षा मंत्री जी कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं उनकी जानकारी मेंहेतु
Sahi he
Galat nahi he me bhi janta hu
Inko wkt batayega sikshamntri ji wait kariye agla chunaw
Netao ke kukarm duniya ko pta hai pr koi action nhi hota in par lagam lgane ke liye
Maze kar rahe ghar mein
Netao ke karibi hi esa krte hain nhi to koi nhi krta esa or isme sidhe sikshako ko pareshan kiya jata hain
Inke rishtedar honge tabhi inko pta hai
शिक्षा मंत्री बनकर तुम क्या झक मार रही हो
Nhi
भाई तू मंत्री पर आरोप लगा रहा है पहले तो शिक्षक है वीडियो बनाता है तु स्कूल जाता हैकि नहीं
जलेबी समाचार तुम कैसे हो यह तो बताओ
Very fine
Faku