सभी धर्मों के धर्म गुरूओं को भी दिखाइये ,उनको भी अपने धर्म के बारे मे अपनी अपनी राय रखवाइये।यदि वह बात गैरसंविधानिक भी हो तो भी महिमामंडित करा दीजिए कि अराजकता पैदा हो जाय,आपकी पत्रकारिता से तो यही लगता है।
शंकराचार्य की कुछ बात ग़लत है, उससे किसी को संयत नहीं होना चाहिए। वो बताते हैं की जहां जीस का बहुमत / बाहुल्य है वो दूसरे पे आक्रमण करते हैं वह बिल्कुल ग़लत है। हिन्दू पूरे देश में बहुमत है लेकिन हर जगह हिन्दू पर धर्मी पर आक्रमण नहीं करते हैं जब की पर धर्मी की कही पर बहूमत होती है वहां वो हिन्दू को सताने का नहीं छोड़ते। बहूमत हिन्दू सर्व धर्म प्रेमी होता है लेकिन मुस्लिम बिल्कुल नहीं होते हैं।
Sahi Baat 💯 Modi Jaisa koi
Nahin Jai Shree Raam
निष्कर्ष यह है कि राहुल गांधी के विरोध में सच बोलने से भी डर लगता है। इस तरह डरने वाले धर्मगुरु से क्या हिंदू धर्म की रक्षा हो सकती है?
सभी धर्मों के धर्म गुरूओं को भी दिखाइये ,उनको भी अपने धर्म के बारे मे अपनी अपनी राय रखवाइये।यदि वह बात गैरसंविधानिक भी हो तो भी महिमामंडित करा दीजिए कि अराजकता पैदा हो जाय,आपकी पत्रकारिता से तो यही लगता है।
आज कल शंकराचार्य राजनीति प्रेरित अध्यात्म कम होते जगहें
SAB SE BATTEBAAZ SHANKARAACHARYE JISKI JAACH COURT ME CHAL RAHI HAI
शंकराचार्य की कुछ बात ग़लत है, उससे किसी को संयत नहीं होना चाहिए।
वो बताते हैं की जहां जीस का बहुमत / बाहुल्य है वो दूसरे पे आक्रमण करते हैं वह बिल्कुल ग़लत है। हिन्दू पूरे देश में बहुमत है लेकिन हर जगह हिन्दू पर धर्मी पर आक्रमण नहीं करते हैं जब की पर धर्मी की कही पर बहूमत होती है वहां वो हिन्दू को सताने का नहीं छोड़ते। बहूमत हिन्दू सर्व धर्म प्रेमी होता है लेकिन मुस्लिम बिल्कुल नहीं होते हैं।
कहां बा 1947 वाला संविधान आजू भारत में, इमरजेंसी बाद! सब बदल दियायिल.
धर्म गुरु को धर्म का प्रचार करना शोभनीय है, राजनीति में पड़ना उनके लिए शोभा नहीं है।
Phir se modi sarkar
2029 ME PM TO BJP KAHI BANEGA RAHUL TO KABHI NAHI
Wah!!! कभी कुछ कभी कुछ …
ईहे त फल ह डेमोग्राफिक परिवर्तन के जब ऊ बहुतायत हो जाले.
राहुल बाबा भारतका प्रधानमंत्री कतई नहीं बनेगा।
राहुल कभी भी नहीं बनेगा भारत का प्रधानमंत्री
Jai sankracharya
कभी कभी लगता है कि ये कांग्रेसी प्रवक्ता काम करते हैं
Guru ne rajkaran mau interference na karana chahiye
He is as political as they come … sadly not a Shankaracharya … won’t speak on some subjects ducks the Congress partisanship …!!!
ये खुद क्या विश्वस्त व्यक्ति है?
बकवास सुनने से अच्छा है, नही सुनना