रोंगटे खड़े हो गए, रोकते रोकते भी आंखें झर झर बहने लगीं, इतनी दुआएं हैं इतने आशीर्वाद तो मैंने अपने बच्चों को भी नहीं दिए, कुमार बेटा, जितने आज तुम्हें दे रही हूं, बाबा विश्वनाथ तुम्हारी हर मनोकामनाएं पूरी करें, और हर पल तुम्हारी रक्षा करें, जुग जुग जियो जुग जुग जियो, तुम्हारे कीर्ति अनंत काल तक रहे
हमेशा की तरह उत्कृष्ट कोटि की रचना। काशी का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक,धार्मिक, साहित्यिक, सामाजिक,राजनैतिक ऐश्वर्य जिस गरिमा से प्रस्तुत किया वह स्तुत्य है। आपने जिन आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी का नाम लिया मुझे गर्व है कि उन्हीं रामचंद्र शुक्ल जी के परिवार से हूं।
निःशब्द हूँ! बस इतना कहना चाहता हूँ, कि आदरणीय डाॅ. कुमार विश्वास सर की, श्री अमरत्व भरी वाणी में, व्यक्तित्व में, कवित्व में, प्रत्येक शब्द-शब्द में ठीक वही शक्ति हैं, जो कालिदास के मेघदूत, मीरा के पदों में, निराला की रचनाओ, कबीर की यथार्थचित्र में दिखाई देती हैं।🙏😊🌻 ईश्वर आपको दीर्घायु प्रदान करें!❤🙏
आपकी जितनी प्रशंशा की जाय कम ही लगती है आप एक अच्छे कवि तो हैं ही इंसान भी बहुत अच्छे हैं इस बात का पूरा विश्वास है जय हो हम सबके विश्वास की हर हर महादेव
काशी की आत्मकथा के रूप में जो भी आपने हमें सुनाया है, ह्रदय स्पर्शी है... और हमें भारतीयता की भावना से उद्वेलित करता है ,गौरवान्वित करता है.. विश्वासजी आप अपने विश्वास में सफल हुए ...मैं सदैव से ही आपकी रचनाओं और गायन की प्रशंसक रही हूं, आप इस राह मैं सबका प्रेम पाते रहे यह मेरा आशीर्वाद है.. जयपुर से डॉ निर्मला गोदीका ,सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, कॉलेज शिक्षा राजस्थान सरकार, जयपुर.
प्राचीन नगर महारानी काशी का ऐसा गुणगान तो विश्वास से भरे हुए कुमार ही कर सकते हैं । अनुपम बेजोड़ रचना कुमार विश्वास जी की पहचान है । काशी के गौरव गान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।
मैं हरीश्चंद्र की सत्य शपथ मैं मोक्ष की जीवन दानी हूं गंगा का निर्मल जल हूं मैं शंकर की ज्योति अविनाशी हूं मैं काशी हूं ,मैं काशी हूं, मैं काशी हूं, मैं काशी हूं सबकी परम विश्वासी हूं
कुमार विश्वास जी आपने जो परम पूजनीय काशी का सजीव चित्रण किया है आपको बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं और नमन एवं चरणस्पर्श उस मां को जिसने आप जैसे पुत्र को जन्म दिया ।
सनातनी ज्ञान और आस्था से सराबोर भाषा और शब्द ज्ञान का धनी, मां सरस्वती के आशीर्वाद से परिपूर्ण व्यक्ति ही ऐसी संगीतमय काव्य रचना इतने सुर और ताल में लिख सकता है और सुना सकता है। आज के युग का सबसे अधिक प्रतिभाशाली, वाकपटु और वृहद ज्ञानी कवि। जय हो, कोटि कोटि देश की जनता का आशीर्वाद कुमार विश्वास जी के साथ है।
एक तो इतना पवित्र भजन और आपके द्वारा मधुर स्वर में उसका गायन । ऐसा लगा मानो साक्षात मां सरस्वती आपकी आवाज के माध्यम से काशी विश्वनाथ का गुणगान कर रहीं हैं।
Kashi is not just a city. It is a symbol of the Sanatan culture of India. It is a symbol of our spiritual soul. It is a symbol of India's antiquity, traditions, India's energy and dynamism. Har Har Mahadev 🔱 🕉 🚩
आनंद ही आनंद, मन प्रफुल्लित हो गया , आपकी गायन की शैली और काशी को जैसे आपने निरूपित किया है इस गीत में बहुत ही सुंदर रचना है आप पर हमें पूरा विश्वास है के आप एक ज्योति जला सकते हो देश भक्ति की हर एक युवा में , जय जय जय जय ।
अदभुत काव्य पाठ। काव्य मंच के बादशाह कुमार विश्वास जी को शत शत नमन। 🇮🇳🌹🙏💐 काशी विश्वनाथ की महिमा का सजीव चित्रण श्रोत्राओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। मन मोहक प्रस्तुति -----------"हर हर महादेव "। 🔱🔱🔱🔱🇮🇳💐🌹🙏🙏🙏🙏🙏
विस्वास जी का कोई तोड़ नहीं है इन्होंने संस्कृति को फिर से अपनी वाणी से ओतप्रोत कर दिल में उतर जाते हैं मेरे हृदय में सदैव विराजमान रहेंगे...बहुत ही सुंदर .....
मैं काशी हूं मैं काशी हूं, इस भजन में आप के स्वर में मानो मां सरस्वती जी स्वम विराजमान हो गई है। मां सरस्वती की कृपा सदैव आप पर बनीं रहे यही शुभकामना मेरी है। हे सरस्वती पुत्र विश्वास जी आप को बारम्बार प्रणाम।
राड सांड सीढ़ी सन्यासी, इनसे बचे तो सेवे काशी !! मैं काशी हूं, मैं काशी हूं, मैं काशी हूं... अद्भुत, अद्वितीय, अनूठी, संरचना माननीय श्री कुमार विश्वास जी 🙏💞💯
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति शब्द नहीं है आपका शुक्रियादा करने के लिए 🙏🙏 इस भारतीय परम्परा को इसी तरह गौरवान्वित बनाये रखना🙏🙏 परम पूज्यनीय कांसी जी की धरा को सादर नमन 🙏🙏
बहुत ही खूबसूरत कविराज , आपने जिस तरीके से पूरे हिंदुस्तान को काशी बनाया और पूरे काशी में हिंदुस्तान दिखाया , ऐसा अद्भुत लेखन और गायन को पूरे हिंदुस्तान का सलाम 🙏🙏🥰
अद्भुत, अदभुत ओर चेतना जागृत करने वाली ओर बार बार सुनने को मन को लुभाने वाली रचना के रचनाकार को सत् सत् नमन। कुमार विश्वास जी को माॅ सरस्वती की निरंतर ऐसे ही कृपा ओर आशीर्वाद बना रहे ऐसी रचनाओं का हमे सौभाग्य प्राप्त हुआ करे। जय भारती। जय काशी। हर हर महादेव।
लाजवाब वर्णन पूरी भारत की पूरी संस्कृति को अपनी कविता पिरोकर काशी के साथ साथ सम्पूर्ण भारत का वर्णन किया है बहुत बहुत धन्यवाद मां सरस्वती को प्रणाम जिनका दिव्य आशीर्वाद मिला है 🌹🌹🌹🌹🌹🌹
बहुत शानदार "काशी गीत" इतना शानदार तरीके से काशी के इतिहास तथा वर्तमान का चित्रण ।❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏 अद्भुत, संगीतबद्ध प्रस्तुति के लिए हृदय से आभार कुमार सर जी।🙏🙏 अइसन ह रजा हमार बनारस!❤️❤️
भारत के महान पुरुषों एवं संत भगवान की कर्मस्थली भगवान शिव के साक्षात् स्वरूप काशी को मेरा कोटि कोटिअनंत प्रणाम 🙏🙏dr साहब आपने कुछ ही मिनटों में काशी के रूप में पूरे भारत की असल सनातन संस्कृति को विख्यात कर दिया आपको मेरा सादर प्रणाम🙏
मैं काशी हूँ, मैं काशी हूँ, कंकर कंकर...अदभुत सृजन..👌 मां सरस्वती व मां भारती के खजाने के बहुमूल्य रत्नों से भरा सृजन ... उसी खजाने के बहुमूल्य मोती कुमार विश्वाश को हम सभी का अभिनंदन......💐💐💐
डॉ साहब आप ही हमारी संस्कृति के अस्तित्व को बचाने के लिए ,भावी पीढ़ियों के लिए अदभुत काव्य रचना और क्या हो सकती है।आपकी लेखनी को सादर प्रणाम👏बाबा विश्वनाथ की काशी को समर्पित बहुत सुन्दर आपकी वाणी में मन और कानों को सकून दिलाया है।भोलेनाथ की अनुकम्पा आप पर सदैव बनी रहे। जो इस दुनिया में मित्र से छला जाता है।ईश्वर उसके साथ रहता है।👍👍👌👌
अप्रतिम। शब्द ही ब्रह्म है। काशी के समष्टिगत रूप को शब्द-ब्रह्म में पिरो पिरो कर भावों में उकेरा है आपने। श्लाघनीय। आपकी प्रतिभा को एक काशीपुत्र का सादर नमन।
मैं काशी हूँ.... मैं काशी हूँ..... 👌👌 भैया आप के शब्द आप की जुबान पा कर हम लोगों को धन्य कर देते हैं..... नींद बहुत अच्छी आएगी आज... प्रणाम स्वीकार करें.... दादा 🙏🙏🙏♥️♥️
हर हर महादेव वाह कवि हो तो आपके जैसा जिनके कंठ मे सरस्वती विराजमान है आप ऐसे ही हम सबका दिल जीत लेते हैं कुमार जी इस रचना को सुनते हुए रोम रोम काशी का हो गया हर हर महादेव
इस सभागार में मैं भी उपस्थित था और मैने सभी को ऐसे झूमते देखा जैसे सब अमृतपान कर रहे हो विश्वाश जी ने वाकई में उस रात साहित्य पियूष पिलाया था ❤️🙏
वाह! माँ सरस्वती ने क्या कहला दिया विश्वास आप से........ अद्वितीय, अनूठी, अद्भुत रचना.मन प्रफुल्लित हो गया, अनोखी प्रस्तुति.
....
इस गीत को मैं पिछले 2 दिनों से YT पर खोज रहा था... आज जाकर मेरी तलाश पूरी हुई।
शुक्रिया डॉक्टर साहब🙏🏻🙏🏻
जयहो मंगलमय शुभकामनाएं बहुत सुंदर जयहो हरहरमहादेव हरहरमहादेव हरहरमहादेव जयहो
रोंगटे खड़े हो गए, रोकते रोकते भी आंखें झर झर बहने लगीं, इतनी दुआएं हैं इतने आशीर्वाद तो मैंने अपने बच्चों को भी नहीं दिए, कुमार बेटा, जितने आज तुम्हें दे रही हूं, बाबा विश्वनाथ तुम्हारी हर मनोकामनाएं पूरी करें, और हर पल तुम्हारी रक्षा करें, जुग जुग जियो जुग जुग जियो, तुम्हारे कीर्ति अनंत काल तक रहे
हमेशा की तरह उत्कृष्ट कोटि की रचना। काशी का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक,धार्मिक, साहित्यिक, सामाजिक,राजनैतिक ऐश्वर्य जिस गरिमा से प्रस्तुत किया वह स्तुत्य है।
आपने जिन आचार्य रामचंद्र शुक्ल जी का नाम लिया मुझे गर्व है कि उन्हीं रामचंद्र शुक्ल जी के परिवार से हूं।
आधुनिक काल में भी सनातन संस्कृति को बचाने में आपकी योगदान सराहनीय है विश्वाश सर
अद्भुत, श्लाघनीय और माता सरस्वती की कृपा से दिव्य वाक्पटुता।। 🙏❣️ कुमार विश्वास भैया ❤️🤟
निःशब्द हूँ! बस इतना कहना चाहता हूँ, कि आदरणीय डाॅ. कुमार विश्वास सर की, श्री अमरत्व भरी वाणी में, व्यक्तित्व में, कवित्व में, प्रत्येक शब्द-शब्द में ठीक वही शक्ति हैं, जो कालिदास के मेघदूत, मीरा के पदों में, निराला की रचनाओ, कबीर की यथार्थचित्र में दिखाई देती हैं।🙏😊🌻 ईश्वर आपको दीर्घायु प्रदान करें!❤🙏
आपकी जितनी प्रशंशा की जाय कम ही लगती है आप एक अच्छे कवि तो हैं ही इंसान भी बहुत अच्छे हैं इस बात का पूरा विश्वास है जय हो हम सबके विश्वास की हर हर महादेव
काशी की आत्मकथा के रूप में जो भी आपने हमें सुनाया है, ह्रदय स्पर्शी है... और हमें भारतीयता की भावना से उद्वेलित करता है ,गौरवान्वित करता है.. विश्वासजी आप अपने विश्वास में सफल हुए ...मैं सदैव से ही आपकी रचनाओं और गायन की प्रशंसक रही हूं, आप इस राह मैं सबका प्रेम पाते रहे यह मेरा आशीर्वाद है.. जयपुर से डॉ निर्मला गोदीका ,सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक, कॉलेज शिक्षा राजस्थान सरकार, जयपुर.
इस प्रस्तुती के लिए बस यही आभास हुआ
मैं नि:शब्द विश्वासी हूँ,मैं काशी हूँ मैं काशी हूँ ..........🙏🙏🙏🙏🙏
प्राचीन नगर महारानी काशी का ऐसा गुणगान तो विश्वास से भरे हुए कुमार ही कर सकते हैं ।
अनुपम बेजोड़ रचना कुमार विश्वास जी की पहचान है ।
काशी के गौरव गान के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।
आत्मा धन्य हो गई आपके भजन को सुन कर हर हर महादेव 🙏🙏🌹
मैं काशी हूं मैं काशी हूं
मैं काशी हूं मैं काशी हूं
मैं काशी हूं मैं काशी हूं....
जय हो कुमार भईया 🙏🙏🙏
वाह,आनन्द आगया|
काशी की सब प्रतिभाओं को याद किया|
आशीर्वाद🤚🤚🤚🤚💐
मैं हरीश्चंद्र की सत्य शपथ
मैं मोक्ष की जीवन दानी हूं
गंगा का निर्मल जल हूं मैं
शंकर की ज्योति अविनाशी हूं
मैं काशी हूं ,मैं काशी हूं, मैं काशी हूं, मैं काशी हूं
सबकी परम विश्वासी हूं
कुमार विश्वास जी आपने जो परम पूजनीय काशी का सजीव चित्रण किया है आपको बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं और नमन एवं चरणस्पर्श उस मां को जिसने आप जैसे पुत्र को जन्म दिया ।
वाह कविराज मन आन्दित कर दिया आप ही तुलसीदास कबीरदास रामानन्द तैलंग और सभी कवि आपमें है आपकी माँ को मेरा सादर प्रणाम
सनातनी ज्ञान और आस्था से सराबोर भाषा और शब्द ज्ञान का धनी, मां सरस्वती के आशीर्वाद से परिपूर्ण व्यक्ति ही ऐसी संगीतमय काव्य रचना इतने सुर और ताल में लिख सकता है और सुना सकता है। आज के युग का सबसे अधिक प्रतिभाशाली, वाकपटु और वृहद ज्ञानी कवि। जय हो, कोटि कोटि देश की जनता का आशीर्वाद कुमार विश्वास जी के साथ है।
एक तो इतना पवित्र भजन और आपके द्वारा मधुर स्वर में उसका गायन । ऐसा लगा मानो साक्षात मां सरस्वती आपकी आवाज के माध्यम से काशी विश्वनाथ का गुणगान कर रहीं हैं।
कुमार विश्वास जी आप एक महान समाज सुधाकर व सनातन समाज के वेताज बादशाह है
मैं काशी हूं❤️❤️ अद्भुत कविता। आप वास्तव में काव्य मंचों के बादशाह हैं। Love you Gurudev ❤️❤️
काश मैं भी इस टाईम काशी में होती । क्या वर्णन किया है काशी का । जुग जुग जियो कुमार ।
ऐसी कविता लिखने की योग्यता केवल और केवल आप जैसे कवि में ही हो सकती है।🙏
🚩🙏🏻🕉👏🏻🚩🌹
ओम नमः शिवाय। सत्यम शिवम सुंदरम। अति अति उत्तम एवं सुंदर प्रस्तुति ।
Kashi is not just a city. It is a symbol of the Sanatan culture of India. It is a symbol of our spiritual soul. It is a symbol of India's antiquity, traditions, India's energy and dynamism. Har Har Mahadev 🔱 🕉 🚩
बहुत ही अति सुंदर रचना है ❤️❤️❤️
दिल छू गयी हैं ❤️❤️❤️...
I love kashi... ❤️❤️❤️❤️❤️
जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम इंकलाब जिंदाबाद 🙏💪💪
आनंद ही आनंद, मन प्रफुल्लित हो गया , आपकी गायन की शैली और काशी को जैसे आपने निरूपित किया है इस गीत में बहुत ही सुंदर रचना है आप पर हमें पूरा विश्वास है के आप एक ज्योति जला सकते हो देश भक्ति की हर एक युवा में , जय जय जय जय ।
गुरुदेव कविता का स्कूल हो आप🙏🙏❤❤❤❤❤🙏🙏।
अदभुत काव्य पाठ।
काव्य मंच के बादशाह कुमार विश्वास जी को शत शत नमन। 🇮🇳🌹🙏💐
काशी विश्वनाथ की महिमा का सजीव चित्रण श्रोत्राओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। मन मोहक प्रस्तुति -----------"हर हर महादेव "।
🔱🔱🔱🔱🇮🇳💐🌹🙏🙏🙏🙏🙏
ऐसी रचना दुर्लभ है सर्वोत्तम प्रस्तुति , नमामि काशीम् च विश्वेश्वरम्
जिस उम्र में लोग अर्जित सिंह को सुनते है मुझे वो सुकून आपकी आवाज में मिलता है❣️
विस्वास जी का कोई तोड़ नहीं है इन्होंने संस्कृति को फिर से अपनी वाणी से ओतप्रोत कर दिल में उतर जाते हैं मेरे हृदय में सदैव विराजमान रहेंगे...बहुत ही सुंदर .....
इस मधुर स्वर को सुनने हेतु हृदय कबसे बेचैन था गुरुदेव।। आत्मा त्रिपत हो गई अति मनमोहक।।
मैं काशी हूं मैं काशी हूं, इस भजन में आप के स्वर में मानो मां सरस्वती जी स्वम विराजमान हो गई है। मां सरस्वती की कृपा सदैव आप पर बनीं रहे यही शुभकामना मेरी है। हे सरस्वती पुत्र विश्वास जी आप को बारम्बार प्रणाम।
I got goosebumps when I listen my guruji's name #SHANKAR (shiv sambhu ....) Om namo bhagwate rudray......
Maine aaj tk inke jitna talented shayer nhi dekha..ekdum lajawab prastuti..
प्रणाम विश्वास भाई 🙏 “ मैं काशी हूँ “ इस गीत को सुनकर आनंद की अनुभूति हुई .. आपको धन्यवाद ।
जुग जुग जियो महान कवि विशवास जी आप पर काशी विश्वनाथ की कृपा अनंत काल तक बनी रहे
क्या गजब प्रदर्शन है विश्वास और दर्शन के साथ..
हर हर महादेव 🙏🚩🚩🇮🇳🇮🇳
इस कहते है ,कवि और कविता ।सत्यमेव जयते।
हमेशा की तरह ही मन को मुग्ध कर देने वाली रचना है आपकी, उस पर आपकी मंत्रमुग्ध करने वाली आवाज़
राड सांड सीढ़ी सन्यासी, इनसे बचे तो सेवे काशी !!
मैं काशी हूं, मैं काशी हूं, मैं काशी हूं...
अद्भुत, अद्वितीय, अनूठी, संरचना माननीय श्री कुमार विश्वास जी 🙏💞💯
तुलसी पले बढ़े यहाँ पर, खेले यहाँ कबीर।
राख चिता की यहाँ है उड़ती, उड़ता यहाँ अबीर।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
उत्कृष्ट रचना कुमार विश्वास बेटा तुम्हारा यश संसार में फैले यशस्वी भव।
मन तृप्त हो गया सर , एक गीत और मिल गया गुनगुनाने के लिए - मैं काशी हूँ।
🙏🙏🙏
Atee Pratibhawan Vyaktitva 👍👍
Chiranjeevi bhav Kumar Vishwas ji 🙏🌹🙏
मैं हर पागल दीवाने की प्रतिभा- क्षमता विश्वासी हूं।❤️
प्रणाम कविवर 🙏 बहुत सुंदर कविता सच में रोंगटे खड़े हो गए अद्भुत हैं आप 🙏
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति
शब्द नहीं है आपका शुक्रियादा करने के लिए 🙏🙏
इस भारतीय परम्परा को इसी तरह गौरवान्वित बनाये रखना🙏🙏
परम पूज्यनीय कांसी जी की धरा को सादर नमन 🙏🙏
श्री कुमार विश्वास जी के लिए
बहुत बहुत आभार
मैं काशी हूं
मैं काशी हूं
मैं अविनाशी हूं
मैं अविनाशी हूं
मैं काशी हूँ .... वाह वाह बहुत खूब आदरणीय कुमार विश्वास जी🙏 हर हर महादेव 🙏
Aapko Bahut Dhanyawad aur Hardik Shubhkamnayen.---- AJAM, Buxar, Bihar.
I'm studying in kashi so I'm witness his every word is defined kashi depthly 😍😍
सर आपकी अवाज़ जब भी सुनते हैं एक चेतना सी जाग जाति है.. हिंदी साहित्य को एक नया रूप दिया है आपने जिसे आज की पीडी को बहुत पसंद है.. ह्रदय से आभार
डॉ विश्वास सर के कथन अनुसार काशी का सत्य स्वरू का वर्णन धन्यवाद डॉक्टर साहब ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️👍👍👍👍👍 अर्पित राधिका स्वामी संस्थान आजमगढ़ निदेशक
जय हो काशी वाले बाबा काशी विश्वनाथ महादेव की🙏🌹
अद्भुत गीत लिखा है आपने, सर जी।
विस्मृत, आश्चर्यचकित एवम् मंत्रमुग्ध हूं।
इतना शानदार कविता और इतने प्रभावी ढंग से इसका प्रस्तुतिकरण 👍❤️🌹🙏
कुमार विश्वास जी !मैं तो आपका कायल हो गया।
हर हर महादेव 🙏🙏
सैल्यूट...🙏
कुमार विश्वास जी
आपकी यह अनुपम छटा अविराम चलती रहे
सम्पूर्ण भारतवर्ष को नाज है आप पर।
निसंदेह आप भारत रत्न है
कुमार भाई वाह - काशी में ये आपका काव्यपाठ अमर हो गया।
जब तक देश में सनातन संस्कृति रहेगी ये काव्यपाठ सुना जायेगा।
जय हो आदरणीय गुरुदेव
सादर प्रणाम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻💛❤️
बहुत ही खूबसूरत कविराज , आपने जिस तरीके से पूरे हिंदुस्तान को काशी बनाया और पूरे काशी में हिंदुस्तान दिखाया , ऐसा अद्भुत लेखन और गायन को पूरे हिंदुस्तान का सलाम 🙏🙏🥰
अद्भुत गीत है कविराज।
ऐसे ही नई नई कविता रचते रहो और सब को
आनंदित करते रहे प्रेरणा देते रहे।
जब भी सुनता हूँ हर बार लगता है पहली बार सुन रहा हूँ जितनी भी सराहना की जाये कम है बहुत सुंदर रचना ।
सुबह के शुकून और शाम के नजारों पर दिल ठहरता है
ऐ बनारस तेरी हर अदा पर इश्क उमड़ता है.❤️❤️
मर्म और दिल स्पर्शी भगवान भोलेनाथ की काशी पर अति उत्तम गीत काव्य तथा सटीक शब्द और काशी वासियों के चयन के लिए ।
आप ऐसे कवि हैं कि ,आपकी कविता निर्जीव में भी जान डाल देती है , सुनने में लगता है कि बस आपको सुनते ही रहे.❤
मैंने बस सुन ना सुरू ही किया और बस खतम होने तक सुन ता ही रहा लजाव्ब. अदभुत. मन प्रफुल्लित हो गया और लगा इसके आगे दूसरा कुछ नहीं हो सकता
अद्भुत, अप्रतिम विश्वास जी।आप सच मे भारत माता के पुत्र हैं।
अद्भुत, अदभुत ओर चेतना जागृत करने वाली ओर बार बार सुनने को मन को लुभाने वाली रचना के रचनाकार को सत् सत् नमन।
कुमार विश्वास जी को माॅ सरस्वती की निरंतर ऐसे ही कृपा ओर आशीर्वाद बना रहे ऐसी रचनाओं का हमे सौभाग्य प्राप्त हुआ करे।
जय भारती।
जय काशी।
हर हर महादेव।
मै काशी हू, मैं काशी हू
हर हर महादेव
गुरूदेव
लाजवाब वर्णन पूरी भारत की पूरी संस्कृति को अपनी कविता पिरोकर काशी के साथ साथ सम्पूर्ण भारत का वर्णन किया है बहुत बहुत धन्यवाद मां सरस्वती को प्रणाम जिनका दिव्य आशीर्वाद मिला है 🌹🌹🌹🌹🌹🌹
बहुत शानदार "काशी गीत"
इतना शानदार तरीके से काशी के इतिहास तथा वर्तमान का चित्रण ।❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏
अद्भुत, संगीतबद्ध प्रस्तुति के लिए हृदय से आभार कुमार सर जी।🙏🙏
अइसन ह रजा हमार बनारस!❤️❤️
बहुत बहुत धन्यवाद क्या भजन गया है शीश झुकता हूँ सरस्वती पुत्र को।
भारत के महान पुरुषों एवं संत भगवान की कर्मस्थली भगवान शिव के साक्षात् स्वरूप काशी को मेरा कोटि कोटिअनंत प्रणाम 🙏🙏dr साहब आपने कुछ ही मिनटों में काशी के रूप में पूरे भारत की असल सनातन संस्कृति को विख्यात कर दिया आपको मेरा सादर प्रणाम🙏
वाह दिल को छू लेने वाली वाणी और कविता धन्य है ये धरतीऔर वो मां जिस ने ऐसे महान बच्चों को जन्म दिया आयुषमान भव विजयी भव बेटा कुमार ☺
वाह कविराज क्या कविता लिखी है आपने सब का दिल जीत लिया है 👍👍
विश्वास जी आपकी वाणी पर साक्षात सरस्वती का वास है अपनी प्रतिभा का उपयोग देश को जागृत करने हेतु करते रहे भोलेनाथ हमेशा आपके साथ हैं
गुरुदेव आप के मुखारविंद से निकले हर शब्द अनमोल है। आप के श्री चरणों में प्रणाम।
मैं काशी हूँ, मैं काशी हूँ,
कंकर कंकर...अदभुत सृजन..👌
मां सरस्वती व मां भारती के खजाने के बहुमूल्य रत्नों से भरा सृजन ... उसी खजाने के बहुमूल्य मोती कुमार विश्वाश को हम सभी का अभिनंदन......💐💐💐
अदभुत हिंदी भाषीय !कवि, माननीय जी को सादर प्रणाम 🙏 श्री काशी पर अदभुत कविता के लिए सहृदय धन्यवाद।
डॉ साहब आप ही हमारी संस्कृति के अस्तित्व को बचाने के लिए ,भावी पीढ़ियों के लिए अदभुत काव्य रचना और क्या हो सकती है।आपकी लेखनी को सादर प्रणाम👏बाबा विश्वनाथ की काशी को समर्पित बहुत सुन्दर आपकी वाणी में मन और कानों को सकून दिलाया है।भोलेनाथ की अनुकम्पा आप पर सदैव बनी रहे।
जो इस दुनिया में मित्र से छला जाता है।ईश्वर उसके साथ रहता है।👍👍👌👌
जयति जय जय काशी 🙏🙏
अमर हुए कुमार विश्वासी 🙏🙏
रहेगी अब ये कीर्ति अविनाशी 🙏🙏
जयति जय जय काशी 🌺🙏🙏🌺
बहोत खूबसुरती से खूबसुरत काशी का वर्णन।अपना हिंदुस्तान ऐसा ही है।हर हर महादेव।
हिन्दुस्तान की शान कुमार विश्वास जी के चरणों में कोटि कोटि शीश नमन
जुग जुग जियो जग में विश्वास, काशी विश्वनाथ के साथ आपका भी विश्वास है तभी तो ऐसा है, जहां पर विचार और व्यवहार का संगम है 🙏🙏🙏
अदभुत कविवर,काशी का उत्कृष्ठ विवरण 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
घर बैठे ही काशी के अनोखे दर्शन करा दिए कुमार विश्वास जी , अति सारगर्भित 👍 आयुष्मान भव और यूं ही लिखते रहो और सुनाते रहो
"मुझ में रम कर जानोगे तुम कि पूरा हिन्दुस्तान हुं मैं l
अद्भुत रचना, आनंद ही आनंद 👏👏👌👌❤
अप्रतिम। शब्द ही ब्रह्म है। काशी के समष्टिगत रूप को शब्द-ब्रह्म में पिरो पिरो कर भावों में उकेरा है आपने। श्लाघनीय।
आपकी प्रतिभा को एक काशीपुत्र का सादर नमन।
गीत तो ठीक ही है,, कंपोजिशन इतना सुंदर है कि क्या ही कहें ❤️❤️✨✨👌👌
ऐसा काव्य पाठ पहली बार सुनने को मिला,,,शब्दों के भंडार और जानकारियों से ओतप्रोत,,,,सैल्यूट
कविता के माध्यम से ज्ञान... वाह! कुमार भाई..... बहुत अच्छी कविता🙏
Kankar kankar mera shankar mai lehar lehar avinashi hu🙏 🌹 kitne sunder bhajan sakshat Avinashi Bhole nath eh kirtan se ati prasanna ho rehe honge.
मैं काशी हूँ.... मैं काशी हूँ..... 👌👌
भैया आप के शब्द आप की जुबान पा कर हम लोगों को धन्य कर देते हैं.....
नींद बहुत अच्छी आएगी आज...
प्रणाम स्वीकार करें.... दादा 🙏🙏🙏♥️♥️
बहुत सुंदर रचाना आदरणीय डॉक्टर साहब
प्रणाम
हर हर महादेव वाह कवि हो तो आपके जैसा जिनके कंठ मे सरस्वती विराजमान है आप ऐसे ही हम सबका दिल जीत लेते हैं कुमार जी इस रचना को सुनते हुए रोम रोम काशी का हो गया हर हर महादेव
कुमार विश्वास सर, आपकी सदा जय विजय मंगलमय हो... God Jagannath bless you n family good health always be safe.from Jajpur Odisha Jay Jagannath 🙏🙏🙏