Maharaj Ji, ye video dekhne ke baad man bahut shaant hua. Mujhe laga ki aap sirf akelepan ke baare mein nahin, balki jeevan ke gehre sach ko bata rahe hain. Aapke channel ko subscribe kar liya hai, ummid hai aise hi gyanvardhak video dekhne ko milenge. #JivanKaSach #GyannvardhakVideo
प्रणाम प्रभु अपने आज हम को खुद से मिला दिया आज अपने अकेलेपन पर बहुत ही खुब ब्याक्या की आपके इस छोटे से सत्संग ने हम को झगझोर दिया आपके चरणों में कोटि कोटि नमन धन्यवाद
प्रणाम प्रभु अपने तो खजाना दे दिया आपके सत्संग में अलग ही आनंद है आपके माध्यम से अलग अलग अनुभव प्राप्त हुए जिससे जीवन जीना आसान हो गया आपका बहुत बहुत धन्यबाद
महाराज जी, आपका यह वीडियो देखकर अकेलेपन से जुड़े कई भ्रम दूर हुए। अब मैं समझता हूँ कि ध्यान अकेलेपन में ही नहीं, बल्कि हर परिस्थिति में मेरा साथी बन सकता है। #DhyanHarPalSaathi #AkelepanSeMukt
सादर अभिनंदन आज के समाज मे अकेलेपन से जूझ रही बुजुर्ग एवं घरेलु महिलाओं और अन्य ही ऐसे दुःखित लोगों को निश्चित ही कुछ चाहिए जिसे कर जिसे जान वे तनाव मुक्त हो सके...स्वामी जी आपके वचन निश्चित ही लाभकारी हैं 🙏
बहुत ही बढ़िया टॉपिक चुना है, आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अकेलापन एक आम समस्या बन चुकी है। आपका ये वीडियो लोगों को खुद को समझने में मदद करेगा। #AajKalKiZindagi #SamjhneMeinMadadKarega
प्रणाम maharaj ji🙏🙏No one told anything about the importance of loneliness that you explained today…although everyone said that a lonely person is not social but is useless and selfish they must listen this satsang...thats true we shouldn't afraid of being lonely...one who understood the real meaning of it can never ever be alone...thanks for this peacefull teachings of life maharaj ji....🙏🙏🙏
🙏प्रणाम महाराज जी 🙏 सीमित वस्तुओं की प्रतीति या अनुभव है कि हम अपने परिवेश या संसार को केवल उन्हीं चीजों के माध्यम से देखते और समझते हैं जो हमारे अनुभव या जानकारी में आती हैं। यह हमारी चेतना को एक सीमित दायरे में बांध देता है, क्योंकि हम उसी के आधार पर सोचते और निर्णय लेते हैं। जब हमारा अनुभव या जानकारी सीमित होती है, तो हमारी सोच भी सीमित हो जाती है, जिससे हमारी चेतना का दायरा भी सीमित हो जाता है।
Aapke dwara Bole Gaye aaj ke Satsang se hamen Apne Khud Se mitrata karne ka Marg prashast hota hai Swayam se Swayam Ki Khoj Hamare akelepan ka uchit upyog....bahut bahut dhanyvad 🙏🙏pranam Maharaj ji
सादर प्रेमपूर्वक नमस्कार प्यारे संत जी को 🙏🙏🌺🌹🌻✨ आत्मविचार एवं सजगता स्पष्ट कर देती है कि कैसे भीतर एक नहीं अनेक व्यक्तियों की भीड़ लगी हुई है। अकेलापन अहंकार को जीने का उपाय नहीं देता है। लेकिन जैसा आपने बताया वैसी समझ UNDERSTANDING यदि हो तो यही अकेलापन अपनी सहजावस्था के बोध में परम औषधि बन जाता है! आप सत्यान्वेषी साधकों के लिए वरदानस्वरुप हो प्रभु !
अकेले हैं तो क्या ग़म है! क्या रोना-धोना इस बात का कि अकेले हैं! अपना साथ काफी है...आप ने जगाया इस बात के प्रति की ध्यान वस्तुतः क्या है...ये जो अपना होना-पन है ये गुरू है...ये ही ख़ुदा है.. महाराज जी के श्री चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम! 🙏🙏
आपने बहुत सटीक तरीके से वस्तुओं के मध्य विद्यमान रिक्तता जो कि आकाश तत्व है..इसे आत्मा मानने से खारिज कर दिया। महाराज जी के श्री चरणों में सादर प्रणाम! 🦢🌹🫡
🙏महाराजी प्रणाम 🙏 अपका सत्संग बहुत प्यारा है। आपने सत्संग मैं अकेलेपन पर बताया ये बेयाक्ये में सत्य को बताया क्योंकि अकेले इंसान खुद को जान सकता है। अपने हमारी आके कोल दी। आपके चरणों मैं कोटि कोटि प्रणाम 🌹
हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी। जिसको भी देखना कई बार देखना... निदा फाजली की कही ये पंक्तियाँ आपके द्वारा इस सत्संग में कहीं यह बात कि भीतर अनेक मैं है...से साम्य रखती है! इसलिए शायद अधिकतर संत कवि होते है 🙏
🙏प्रणाम महाराज जी🙏 अकेलापन कई लोगों के लिए अलग-अलग अनुभव हो सकता है। यह अभिशाप भी हो सकता है और वरदान भी, यह पूरी तरह से व्यक्ति की दृष्टिकोण और परिस्थितियों पर निर्भर करता है।
Wonderful video, Maharaj Ji! I really liked the takeaway message at the end - don't run away from loneliness! It gave me a new perspective on facing loneliness. #FacingLoneliness #NewPerspective
Another nice video from dear Hansanad Maharaj. I loved the way you explained physical space as a myth and real emptine ss which is ATMA our real impersonal self is something else ! Perhaps of this emptiness lord buddha talked of and about this emptiness swami vivekanand in shikago stated as ZERO IS GOD.
A fantastic presentation on a very important topic, Maharaj Ji! I was surprised to learn that our personality is not one, but made up of many "I's". This video definitely inspires self-reflection. #ManyIWithin #SelfReflectionPrompt
Parnam maharaj ji aapka aaj ka satsang hum jese bujurgo ke liy jo akelepan se jujh rahe h unke liy yeah Dia dikhane ka marg parshast karega apka hirdey se abhar 🙏🙏
प्रणाम महाराज🙏। सत्य, केवल सत्य अद्भुत! शुद्ध व सुंदर सत्य अकेले सब है। लेकिन ये यथार्थ सत्य है कि हम अकेले आए थे और अंतिम सफर तक हर मानव अकेले ही जाना है। बहुत ही सुन्दर व्याख्या महाराज जी प्रणाम 🙏 आपका सत्संग सुनने के बाद कबीर साहब का यह भजन याद आया भला हुआ मोरी गगरी फूटी, मैं पनियां भरन से छूटी मोरे सिर से टली बला ।। धन्यवाद, आभार 🙏
Unveiling the masks of mulple I in us facilitates us to be as Real I which is our real nature. MAHARAJ JI YOUR TEACHINGS WITH NON DUAL PERSPECTIVE ARE AMAZING ! Pl keep us enlightened with such videos....PRANAM ! 🙂🌺🙂🌺🙂🌺🙂🌺🙏
आज का समाज एक तनाव ग्रस्त समाज है। बुजुर्गों की कदर नहीं है...अपनों के द्वारा ही वे किसी फ्लैट में..किसी मकान में रहने को मजबूर कर दिए गए हैं। समाज के इस वर्ग के लोगों को यह जानकारी प्रदान करना सराहनीय है। आपका प्रयास बहुत ही सुंदर है। 🙏🌹
It is a fact that the one who know limited things is bound to turn himself into a limited being...I think this the basic root problem which is I AM BODY idea!
प्रणाम! वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके: ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com टीम - सत्य की ओर
Maharaj Ji, ye video dekhne ke baad man bahut shaant hua. Mujhe laga ki aap sirf akelepan ke baare mein nahin, balki jeevan ke gehre sach ko bata rahe hain. Aapke channel ko subscribe kar liya hai, ummid hai aise hi gyanvardhak video dekhne ko milenge. #JivanKaSach #GyannvardhakVideo
आज के सत्संग में जो आपने बताया वह बहुत ही ध्यान देने योग्य बातें हैं और जो आपने अकेलेपन के बारे में बताया बहुत ही अच्छा बताया है!
प्रणाम
प्रणाम
प्रभु अपने आज हम को खुद से मिला दिया आज अपने अकेलेपन पर बहुत ही खुब ब्याक्या की आपके इस छोटे से सत्संग ने हम को झगझोर दिया
आपके चरणों में कोटि कोटि नमन
धन्यवाद
Jai Ho Prabhuji
दंडवत प्रणाम महाराज जी अपने अकेलेपन के बारे में बहुत ही अच्छे से बताया🙏🙏
अद्वैत के मर्म को युक्तिपूर्वक प्रस्तुत करने की आपकी शैली मुझे बहुत ही अच्छी लगती है महाराज जी। प्रणाम!
प्रणाम
प्रभु अपने तो खजाना दे दिया
आपके सत्संग में अलग ही आनंद
है आपके माध्यम से अलग अलग अनुभव प्राप्त हुए जिससे जीवन जीना आसान हो गया
आपका बहुत बहुत धन्यबाद
महाराज जी, आपका यह वीडियो देखकर अकेलेपन से जुड़े कई भ्रम दूर हुए। अब मैं समझता हूँ कि ध्यान अकेलेपन में ही नहीं, बल्कि हर परिस्थिति में मेरा साथी बन सकता है। #DhyanHarPalSaathi #AkelepanSeMukt
🙏Dandvat pranaam Maharaj ji 🙏 bahut aacha satsang
सादर अभिनंदन
आज के समाज मे अकेलेपन से जूझ रही बुजुर्ग एवं घरेलु महिलाओं और अन्य ही ऐसे दुःखित लोगों को निश्चित ही कुछ चाहिए जिसे कर जिसे जान वे तनाव मुक्त हो सके...स्वामी जी आपके वचन निश्चित ही लाभकारी हैं 🙏
बहुत ही बढ़िया टॉपिक चुना है, आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में अकेलापन एक आम समस्या बन चुकी है। आपका ये वीडियो लोगों को खुद को समझने में मदद करेगा। #AajKalKiZindagi #SamjhneMeinMadadKarega
मैंने कई सारे वीडियो देखे हैं, लेकिन आपका यह वीडियो कुछ अलग है। आपने अकेलेपन को आध्यात्मिक विकास से जोड़ा, जिसने मुझे बहुत प्रभावित किया।
प्रणाम maharaj ji🙏🙏No one told anything about the importance of loneliness that you explained today…although everyone said that a lonely person is not social but is useless and selfish they must listen this satsang...thats true we shouldn't afraid of being lonely...one who understood the real meaning of it can never ever be alone...thanks for this peacefull teachings of life maharaj ji....🙏🙏🙏
महाराज जी, आपने गाइडेड मेडिटेशन के लिए धन्यवाद! आपकी शांत आवाज़ ने मुझे बहुत शांति प्रदान की।#NivaranKeLiyeDhyan #AlagAlagAkelepan
🙏प्रणाम महाराज जी 🙏
सीमित वस्तुओं की प्रतीति या अनुभव है कि हम अपने परिवेश या संसार को केवल उन्हीं चीजों के माध्यम से देखते और समझते हैं जो हमारे अनुभव या जानकारी में आती हैं। यह हमारी चेतना को एक सीमित दायरे में बांध देता है, क्योंकि हम उसी के आधार पर सोचते और निर्णय लेते हैं। जब हमारा अनुभव या जानकारी सीमित होती है, तो हमारी सोच भी सीमित हो जाती है, जिससे हमारी चेतना का दायरा भी सीमित हो जाता है।
Hariom.guruji❤❤
बहुत ही सुंदर तरीके से समझाया महाराज जी आपका यह सत्संग अकेलापन अभिशाप नहीं वरदान है अद्भुत यह सत्संग आपको कोटि कोटि प्रणाम महाराज जी
Aapke dwara Bole Gaye aaj ke Satsang se hamen Apne Khud Se mitrata karne ka Marg prashast hota hai Swayam se Swayam Ki Khoj Hamare akelepan ka uchit upyog....bahut bahut dhanyvad 🙏🙏pranam Maharaj ji
सादर प्रेमपूर्वक नमस्कार प्यारे संत जी को 🙏🙏🌺🌹🌻✨
आत्मविचार एवं सजगता स्पष्ट कर देती है कि कैसे भीतर एक नहीं अनेक व्यक्तियों की भीड़ लगी हुई है। अकेलापन अहंकार को जीने का उपाय नहीं देता है। लेकिन जैसा आपने बताया वैसी समझ UNDERSTANDING यदि हो तो यही अकेलापन अपनी सहजावस्था के बोध में परम औषधि बन जाता है!
आप सत्यान्वेषी साधकों के लिए वरदानस्वरुप हो प्रभु !
बहुत ही प्रभावशाली रहा ये वीडियो! मुझे माता भूरीबाई जी का उपदेश बहुत पसंद आया। #ApnaSaathSabseAccha #BhuribaiJiKiShiksha
अकेले हैं तो क्या ग़म है!
क्या रोना-धोना इस बात का कि अकेले हैं!
अपना साथ काफी है...आप ने जगाया इस बात के प्रति की ध्यान वस्तुतः क्या है...ये जो अपना होना-पन है ये गुरू है...ये ही ख़ुदा है..
महाराज जी के श्री चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम! 🙏🙏
आपने बहुत सटीक तरीके से वस्तुओं के मध्य विद्यमान रिक्तता जो कि आकाश तत्व है..इसे आत्मा मानने से खारिज कर दिया।
महाराज जी के श्री चरणों में सादर प्रणाम! 🦢🌹🫡
बहुत सुंदर विडियो महाराज जी! आपका यह कहना कितना सत्य है कि अकेलापन हमें अपने भीतर जाने का अवसर देता है। #DhyanSeAatmagyan #AkelepanMekoPasandAya
🙏महाराजी प्रणाम 🙏
अपका सत्संग बहुत प्यारा है।
आपने सत्संग मैं अकेलेपन पर बताया ये बेयाक्ये में सत्य को बताया क्योंकि अकेले इंसान खुद को जान सकता है।
अपने हमारी आके कोल दी।
आपके चरणों मैं कोटि कोटि प्रणाम 🌹
बहुत-बहुत धन्यवाद गुरू जी!
मेरे जैसे अकेलेपन के तनाव को झेलते आदमी के लिए आपके द्वारा दी गई जानकारियां अमृत तुल्य है!
हर आदमी में होते हैं दस-बीस आदमी।
जिसको भी देखना कई बार देखना...
निदा फाजली की कही ये पंक्तियाँ आपके द्वारा इस सत्संग में कहीं यह बात कि भीतर अनेक मैं है...से साम्य रखती है!
इसलिए शायद अधिकतर संत कवि होते है 🙏
💯 true
🙏प्रणाम महाराज जी🙏
अकेलापन कई लोगों के लिए अलग-अलग अनुभव हो सकता है। यह अभिशाप भी हो सकता है और वरदान भी, यह पूरी तरह से व्यक्ति की दृष्टिकोण और परिस्थितियों पर निर्भर करता है।
अद्वैत और चेतना की सीमाओं पर आपका विश्लेषण बहुत ही गहन और विचारोत्तेजक है। #ध्यान #अद्वैत #अष्टावक्रगीता
Wonderful video, Maharaj Ji! I really liked the takeaway message at the end - don't run away from loneliness! It gave me a new perspective on facing loneliness. #FacingLoneliness #NewPerspective
🙏🙏🙏
Another nice video from dear Hansanad Maharaj. I loved the way you explained physical space as a myth and real emptine ss which is ATMA our real impersonal self is something else !
Perhaps of this emptiness lord buddha talked of and about this emptiness swami vivekanand in shikago stated as ZERO IS GOD.
Hariom Tatsat namah Shivay
A fantastic presentation on a very important topic, Maharaj Ji! I was surprised to learn that our personality is not one, but made up of many "I's". This video definitely inspires self-reflection. #ManyIWithin #SelfReflectionPrompt
Parnam maharaj ji aapka aaj ka satsang hum jese bujurgo ke liy jo akelepan se jujh rahe h unke liy yeah Dia dikhane ka marg parshast karega apka hirdey se abhar 🙏🙏
Hari om 🕉
❤
प्रणाम महाराज🙏। सत्य, केवल सत्य अद्भुत! शुद्ध व सुंदर सत्य
अकेले सब है। लेकिन ये यथार्थ सत्य है कि हम अकेले आए थे और अंतिम सफर तक हर मानव अकेले ही जाना है। बहुत ही सुन्दर व्याख्या महाराज जी प्रणाम 🙏
आपका सत्संग सुनने के बाद कबीर साहब का यह भजन याद आया
भला हुआ मोरी गगरी फूटी, मैं पनियां भरन से छूटी
मोरे सिर से टली बला ।।
धन्यवाद, आभार 🙏
🌹🙏
दंडवत प्रणाम महाराज जी।। आज का सत्संग बहुत सुंदर था और अपने बड़ी सहज और सरल भाषा में अकेलेपन को समझाया है।।
Unveiling the masks of mulple I in us facilitates us to be as Real I which is our real nature.
MAHARAJ JI YOUR TEACHINGS WITH NON DUAL PERSPECTIVE ARE AMAZING !
Pl keep us enlightened with such videos....PRANAM !
🙂🌺🙂🌺🙂🌺🙂🌺🙏
सन्त भगवानको कोटि कोटि नमन!
Bahut hi sundar satsang
Dandvat pranam mharaj ji
आज का समाज एक तनाव ग्रस्त समाज है। बुजुर्गों की कदर नहीं है...अपनों के द्वारा ही वे किसी फ्लैट में..किसी मकान में रहने को मजबूर कर दिए गए हैं। समाज के इस वर्ग के लोगों को यह जानकारी प्रदान करना सराहनीय है। आपका प्रयास बहुत ही सुंदर है। 🙏🌹
It is a fact that the one who know limited things is bound to turn himself into a limited being...I think this the basic root problem which is I AM BODY idea!
महाराज जी वस्तुओं के बीच रिक्तता समझ में नहीं आई. कृपया इस को और स्पष्ट करें.
Apka koi ashram hai kya maharaj ji
प्रणाम!
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके:
ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com
टीम - सत्य की ओर