*"सनातन शब्द का अर्थ होता है, सदा रहने वाला"* --- "वचनामृतं" 🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷 *श्रीमज्जगदगुरु शंकराचार्य भगवान के श्रीचरणों में अनन्तकोटि प्रणाम* 🙏🏼🌷🌺🙏🏼🌺🌷🌺🙏🏼🌺🌷🌺🙏🏼🌺🌷🙏🏼
सनातन धर्म स्वयं भगवान ही है, "दिव्य परम पुरुष "जो सनातन और शाश्वत हैं, जिनसे अनादि काल से प्रत्येक तत्व का सूत्रपात तथा विस्तार होता आया है, वैसे मनुष्य का क्या धर्म है?ये तो स्वयं मानव ही निर्धारित कर सकता, किन्तु आप पानी को स्वच्छ रखना, वृक्ष लगाने, पवन को शुद्धि रखने को भी धर्म कह सकते हैं, अपने लिए नहीं, बल्कि चहो ओर बसे संसार के लिए जीना भी धर्म हो सकता है, अपने निहित स्वार्थ को त्याग कर कर्म करने को भी आप धर्म कह सकते हैं🙏
Guruji your speech every young generation hear because they know what is meaning S d
🪔🚩🇮🇳🔱💯🔔🔔🔔🔔🔔🔔🔔🔔🔔♾️💯☑️✔️💐🌹🥀🌺🌻🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🪔🌄🕉️ तत् सत् हर हर महादेव जय हिन्द
जय गुरु देव कोटिकोटि नमन
जितना हो सके गुरु जी के चैनल को समस्त हिन्दुओ तक पहुचाएं ... जयसियारामजी !
JAI HO GURU JI KI 🙏
गुरु देव भगवान की जय हो भारत माता की जय हो भारत की जय जय जय जय जय जय जय जय जय हिन्द वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्
Jai Gurudev 🙏🌷🙏
हे परम पुज्य महात्म्न,
आपके श्री चरणों मे शत-शत-शत नमन है ।।
🙏 सीताराम सीताराम सीताराम 🙏
Jagannath Swami Nayan Pathagami Bhavatu mein 🙏 Bhagwan shree Shankaracharya ji ke charano mein koti koti naman 🙏🙏🙏🙏🙏
*"सनातन शब्द का अर्थ होता है, सदा रहने वाला"* --- "वचनामृतं"
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*श्रीमज्जगदगुरु शंकराचार्य भगवान के श्रीचरणों में अनन्तकोटि प्रणाम*
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Guru Ji ke shri chrno me koti koti prnam.jay karuli sarkar .om namah shivaya .om namah shivaya .om namah shivaya .om namah shivaya .
जगद्गुरू शंकराचार्य भगवान जी की जय 🙏🙏
Puri Peeth Jagatguru Acharya Shri Nishchalanand Saraswati Ji Shankaracharya Maharaj Koti Koti Naman Jay Ho 🙏🙏🙏🙏💐🌹
Jagatguru Shankaracharya Bhagwaan ji ko pranam hai 🙏🕉️
नमन व वंदन।।। पूज्य श्री स्वामी जी।।। जयश्रीराधेकृष्ण।।। जय जय हो
Jay sanatan
जय श्री सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम
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JAI SHRI KRISHAN
Jai ho swami g
नारायण अखिल गुरू भगवन नमस्ते 💐🙏💐
सनातन धर्म स्वयं भगवान ही है, "दिव्य परम पुरुष "जो सनातन और शाश्वत हैं, जिनसे अनादि काल से प्रत्येक तत्व का सूत्रपात तथा विस्तार होता आया है, वैसे मनुष्य का क्या धर्म है?ये तो स्वयं मानव ही निर्धारित कर सकता, किन्तु आप पानी को स्वच्छ रखना, वृक्ष लगाने, पवन को शुद्धि रखने को भी धर्म कह सकते हैं, अपने लिए नहीं, बल्कि चहो ओर बसे संसार के लिए जीना भी धर्म हो सकता है, अपने निहित स्वार्थ को त्याग कर कर्म करने को भी आप धर्म कह सकते हैं🙏
जय जगन्नाथ
jai guru dev g
Shri pujniya Gurudev Shri Anant vibhushit Rigvediya purvamanay Goverdhan math Puri Pithadhishwar Shrimad Jagadguru Shankaracharya mahabhag ke Shri Kamal charnon mein dandwat vandan.
Shivgunj(Rajasthan)
JAI Jai Shankar har har Shankar
Dharam ko bohot hi achr se samjaya
सर जी कोई ऐसा वाट्सएप्प gurop या telegram gurop दिजिए जिसमें प्रतिदिन सुबह सुबह हिन्दू पंचांग आता हो।
Me bhat kuchu janachatan hu
Sanatan dharma kabhi nash nahi ho sakta hai,kitne ghatiya soch wale hote he hamare Des me Congress ke gaddar neta?
🙏🙏🙏
JAI HO GURU JI KI 🙏