रूक्मणी विदर्भ की थी मान लिया । हल चलाना बलराम के हल से प्रभावित होकर मान लिया । कबीर पंत हल्भा दक्षिण भारतीय है मैडम । मेरे समाज में बूढ़ा/बड़ा देव,बाघ देव, ठाकुर देव, रुक्ष की पूजा होती हैं ।
🌹👌हलबा जनजाति के लोग दंडकारण्य वन में रहकर लकड़ी का हलबनाकर सबसे पहलेखेती बाड़ी करना शुरू कियाइस कारण से नाम हुआऔर तीजा पर्व अा श्रिवन महीने में बनाया जाता है और यह लोग कबीरपंथी को नहीं मानते हैं अपने आराध्य माता दंतेश्वरी बाबा भैरव को मानते हैं जय जोहार🌻👏
हल्बा आर्य परिवार की भाषा नहीं है। यह एक प्राकृतिक भाषा है। जिसकी कोई स्पष्ट लिपि नहीं है बल्कि जो लिपि वर्तमान में तैयार किया गया है वह बोली आधारित है। यानि वैकल्पिक रूप से लिपि तैयार की गई है। प्रारंभ से ही हल्बी बोली एक सांकेतिक भाषा रही है। यानि आदिकाल में भिति चित्र के आधार पर ही यह जनजाति आपसी संवाद करती थी। हालांकि हल्बी अन्य भाषाओं के साथ साम्य स्थापित करता है। किन्तु लिपि के अभाव के बीच भाषायी परिवार में रखना न्यायोचित नहीं है।
कृपया गलत जानकारी देकर गुमराह न करें। आपके द्वारा हल्बा जनजाति की उपज जानकारी सही नहीं है। हल्बी बोली आर्यभाषा परिवार की बोली नहीं बल्कि द्रविड़ भाषा परिवार से संबंध है। कबीर पंथी नहीं है। आर्थिक रूप से समृद्ध जाति कहना भी ग़लत है। आधी-अधूरी जानकारी को यू-ट्यूब से प्रचारित न करें।
ल्बी भाषा ओडिया और मराठी के बीच की एक पूर्वी भारतीय-आर्य भाषा है। यह भारत के मध्य भाग में लगभग ५ लाख लोगों की भाषा है। इसे बस्तरी, हल्बा, हल्बास, हलबी, हल्वी, महरी तथा मेहरी भी कहते हैं। इस भाषा के वाक्यों में कर्ता के बाद कर्म और उसके बाद क्रिया आती है। इसमें विशेषण, संज्ञा के पहले आते हैं। यह प्रत्ययप्रधान भाषा है। यह एक व्यापारिक भाषा के रूप में प्रयोग की जाती है किन्तु इसमें साक्षरता बहुत कम है।
I feel halba halbi samaj ko baki adivasi samaj hi नष्ट करने की kosis kar rahe unki purkho ki Jamin Hadaf kar... जागो हल्भा - हल्बी समाज...🔥🔥🔥 ध्यान रको हर समाज की चालीरिति अलग होती... परंपरा alag होती...shirf आरक्षण समान होने से... अपने पूर्वजों ka गला mat घोटो... अपनी संस्कृति को बचाओ। अपनी परंपरा को बचाओ। अपनी सभ्यता को बचाओ। kud को बचाओ। अपने gaon ko bachao। अपनी जमीन को बचाओ। देखो जमीन ke दाम kese bad रहे। Ande mat bano। दिमाग लगाओ। दूसरो ki baat main na आओ।
Is video mein jo lastprashn hai jo galat hai . ismein ladke ka mrutyu hone per nahin kiya jata hai balki. shadi mein mahua aur char whrich ka use Kiya jata hai. Ye apka question Jo galat hai...
ऐसा विडियो बनाकर किसी भी जाति या समाज को ठेस न पहुचाए सबसे पहले अच्छी तरह से जाने सुनें परके तभी वीडियो बनाएं ना की यूट्यूब में फेमस होने के लिए कुछ भी बनाएं जा रहें हैं
हलबा जनजाति कबीरपंथी नही है, गलत जानकारी आपके द्वारा दिया जा रहा है। हल्बा जनजाति आर्थिक रूप से संपन्न बताया गया है, जो गलत है। भंडारी विवाह नही कराता है। आराध्य देवी दंतेश्वरी है, जिसे मावली माता, शक्ति भी कहते हैं । हल्बा जनजाति बस्तर संभाग के सभी जिलों में हैं। इसके अलावा धमतरी, राजनांदगांव, दुर्ग बालोद, रायपुर, गरियाबंद, महासमुंद जिले में हलबा जनजाति के लोग बहुतायत में हैं। कृपया गलत जानकारी अपलोड न करें। शेष जानकारी आपकी ठीक है। विवाह के समय लड़के की मृत्यु होने पर चार या महुआ के पेड़ के साथ विवाह की जानकारी भी गलत है।
आपको कुछ भी जानकारी पता नही |हलबा का हिंदुकरण करने की कोशीश हो रही है | हमारे लिविंग मे जबरन tribe की जगह hindu लिखा जा रहा | बौल पोला (मिट्टी से बैल बनाकर पुजाकी जाती ) , तिज ये हमारे प्रमुख त्यौहार है| बहुत कम हलबी लोग जो शहरो मे रहते है उन्होने कबीर पंथ लिया है (कबीर पंथ वालो को मृत्यु के बाद जमीन मे समाहित करते है ) बाकी लोगो को अग्नि दी जाती) , इसलिए आपका बताना गलत है| हमारे भगवान माय दंतेश्वरी ,कोलबास्वामी (नागपुर ) है| आज भी नागपूर मे हलबा लोग आरक्षण से वंचित है ,और वे गरीब होते जा रहे, कुछ को जबरन नौकरी से निकाल दिया जा रहा|
नागपूर मे कपडे बनाने के व्यवसाय से जुडनेके बाद हलबा को कोष्टी कहने लग गए है | इस वजहसे आरक्षण से कोसोदुर हमारी हालत खराब होती जा रही | व्यवसाय यह जात कैसे हो सकती है ???? यह सोचने वाली वात है सालेवार कोष्टी, गढेवाल कोष्टी यह आर्य से उत्पन समाज हलबा को अपना भाई समजते है पर हलबा आदिवासी है इने कोण बताए |
@@11RJइसलिए आधुनिकता से नही जुड़ना था । यहां कोनसा हिंदूकरण हुआ. विदर्भ को तब भी कमजोर मानते थे । हल्बा भी मध्य भारतीय है । हल्बा का व्यवसाय देख लो । वैसे भी ब्राम्मण बाकियों को शुद्र ही कहते आए हैं ।
बहुत ही अच्छा लगा 👍
लेकिन ये कबीर पंथी वाले शब्द ठीक नहीं लगता
ये कबिरपंथ वाली जानकारी गलत है मैडम आज भी हलबा जनजाति प्रकृति की पूजा करते है कुछ भी जानकारी गलत मत दिया करो 🙏🙏
विवाह का काम ढ़ेड़हा करवाता है
भण्डारी को हम स्टोर प्रभारी कह सकते हैं
चार और महुआ अलग अलग पेड़ है
हलबा समाज में मड़वा इन्ही दो पेड़ों से ही बनाते हैं
Ek dam sahi kehe chacha 👍
रूक्मणी विदर्भ की थी मान लिया । हल चलाना बलराम के हल से प्रभावित होकर मान लिया । कबीर पंत हल्भा दक्षिण भारतीय है मैडम । मेरे समाज में बूढ़ा/बड़ा देव,बाघ देव, ठाकुर देव, रुक्ष की पूजा होती हैं ।
ढीठ हलबा 👆✊✊💪💪💪💪💪
🌹👌हलबा जनजाति के लोग दंडकारण्य वन में रहकर लकड़ी का हलबनाकर सबसे पहलेखेती बाड़ी करना शुरू कियाइस कारण से नाम हुआऔर तीजा पर्व अा श्रिवन महीने में बनाया जाता है और यह लोग कबीरपंथी को नहीं मानते हैं अपने आराध्य माता दंतेश्वरी बाबा भैरव को मानते हैं जय जोहार🌻👏
दंतेवाडा, बीजापुर, सुकमा जिला में नहीं है किया हल्बा लोग जानकारी दे रहे हो तो छत्तीसगढ़ सभी गांव जिला का जानकारी दे दो ना मैडम जी
हल्बा जनजाति में शाकाहारी एवम मांसाहारी दोनों प्रकार के लोग हैं।
विवाह के दौरान इस जनजाति के लोग महुआ का उपयोग नहीं करते हैं।
अधकचरा ज्ञान हे उल्टा सुल्टा कुछ भी बना के पेश किय गया है कोई भी प्रामाणिक जानकारी नहीं दी गई है,बकवास वीडियो
हल्बा आर्य परिवार की भाषा नहीं है। यह एक प्राकृतिक भाषा है। जिसकी कोई स्पष्ट लिपि नहीं है बल्कि जो लिपि वर्तमान में तैयार किया गया है वह बोली आधारित है। यानि वैकल्पिक रूप से लिपि तैयार की गई है। प्रारंभ से ही हल्बी बोली एक सांकेतिक भाषा रही है। यानि आदिकाल में भिति चित्र के आधार पर ही यह जनजाति आपसी संवाद करती थी। हालांकि हल्बी अन्य भाषाओं के साथ साम्य स्थापित करता है। किन्तु लिपि के अभाव के बीच भाषायी परिवार में रखना न्यायोचित नहीं है।
कृपया गलत जानकारी देकर गुमराह न करें। आपके द्वारा हल्बा जनजाति की उपज जानकारी सही नहीं है। हल्बी बोली आर्यभाषा परिवार की बोली नहीं बल्कि द्रविड़ भाषा परिवार से संबंध है। कबीर पंथी नहीं है। आर्थिक रूप से समृद्ध जाति कहना भी ग़लत है। आधी-अधूरी जानकारी को यू-ट्यूब से प्रचारित न करें।
चैनल की कंप्लेंट करो i agree with you.
गोत्र सही बोल रहे हो
कहा का कबीर पंत को ला रहे हो मैडम जी
ल्बी भाषा ओडिया और मराठी के बीच की एक पूर्वी भारतीय-आर्य भाषा है। यह भारत के मध्य भाग में लगभग ५ लाख लोगों की भाषा है। इसे बस्तरी, हल्बा, हल्बास, हलबी, हल्वी, महरी तथा मेहरी भी कहते हैं। इस भाषा के वाक्यों में कर्ता के बाद कर्म और उसके बाद क्रिया आती है। इसमें विशेषण, संज्ञा के पहले आते हैं। यह प्रत्ययप्रधान भाषा है। यह एक व्यापारिक भाषा के रूप में प्रयोग की जाती है किन्तु इसमें साक्षरता बहुत कम है।
HEMRAJ. MANDAVi. HU. GAV. HATKA. CHARAMA. TAHSIL. NARHARPUR. JILa. UTAR. BSTAR. KANKER. STED. C. G. JAI. BHARAT. JAI. HIND.. GONDVANA.... LEEND.. JAI. ST.. ADIVASI. JAI. GON..
हल्बा जनजाति बस्तर की ही मूल जनजाति है। वास्तविक इतिहास के लिए थोड़ा इंतजार करें।
आपको किसने बताया कि हल्बा जनजाति कबीरपंथी है गलत संदेश न लिखे
सही बोले
हल्बाओं का कोई धर्म नहीं है। ये आदिवासी मूलनिवासी हैं जिनकी सभ्यता हड़प्पा और मोहनजोदड़ो से भी लाखों वर्ष पहले का है।
हल्बा जनजाति का काल्पनिक कहानी से महाभारत से जोड़ कर ब्रम्हणीकरण करना गलत जानकारी है l
हल्बा जनजाति रूढ़ी व प्रथा के अंतर्गत रीति-नीति का पालन करती है। हिन्दू रीति-नीति से इस समुदाय का कोई संबंध नहीं है।
Ye kuch bhi bol rahi ha bhai
halba ka rukmini haran se koi sambandh nahin hai
Ma'am Dhanwar Janjati ka bhi Vedio Banaye🙏🙏
कबीर पंथ को नहीं अपनाएं है , ये ग़लत जानकारी दे रही हो ...
और कन्ही नहीं है हल्भा लोग cg में
हल्बा जाति को कबीर पंथ को मानने वाले लोग बताया गया जो पूर्ण त: गलत है ,
हम hlba लोग कबीर पंथ को मानते ही नहीं है
हल्बा जाति का धर्म:- आदिवासी धर्म ( प्राकृतिक धर्म ) है।
Kon bol diya kabir panthi hai....
Research kijiye acche se
चार को मोहा नही बोलते हैं मैडम जी
Char ko mahuwa ni bolte h char alag ped h aur mahuwa alag h
कबीर पंथ को हल्बा जनजाति के लोग नहीं मानते ये गलत है
mante hai jinko manna hai kabir panthi koi bhagwan nhi mante kabir jo hai wo Karma siddhant me chlta hai
@@anonymous-2172😅
Kabir panthi toh sahu m milta h kch bhi info de rhe
thx mam aap ki agle video ka intizar rahega.
th-cam.com/channels/xOrex8fF7svT-eYfya2DLA.html
पढकी नृत्य हल्बा जनजाति का नृत्य नही है।जानकारी गलत है।
हल्बा कन्नड़ शब्दसे है नहीं पता तो मत बोलिए
कबीरपंथी वाली बात गलत है मैडम जानकारी पूरी होने के बाद ही वीडियो अपलोड कीजिये🙏
Right
💯 me 70
गलत जानकारी ना दे ..मै हल्बा हूं । जो हल्बा की उत्पति, और धर्म कबीर पंथी ये भी गलत है हल्बा आज भी प्रकृति पूजक है,
Mam ky ap akti teehar ke uppar bhi video bna skte ho mujhe janna h ki ham akti teehar kis liye manate hai
Banaya h maine
छत्तीसगढ़ के तीज एवं त्यौहार वाले playlist में देखिये
th-cam.com/video/ZVC2OX6pXow/w-d-xo.html
Dhnywad🙏🏻
I feel halba halbi samaj ko baki adivasi samaj hi नष्ट करने की kosis kar rahe unki purkho ki Jamin Hadaf kar... जागो हल्भा - हल्बी समाज...🔥🔥🔥 ध्यान रको हर समाज की चालीरिति अलग होती... परंपरा alag होती...shirf आरक्षण समान होने से... अपने पूर्वजों ka गला mat घोटो...
अपनी संस्कृति को बचाओ।
अपनी परंपरा को बचाओ।
अपनी सभ्यता को बचाओ।
kud को बचाओ।
अपने gaon ko bachao।
अपनी जमीन को बचाओ।
देखो जमीन ke दाम kese bad रहे। Ande mat bano।
दिमाग लगाओ।
दूसरो ki baat main na आओ।
घर का भेद लंका ढाये वाली कहानी है।
बिलकुल सही
मनुवादी की बात है बनाई हुई
@@sidhantsingh6754 इसमें क्या घर का भेदी लंका दाए ?
हल्बा जनजाति की बहुत से जानकारी विडियो में दिया गया है। हल्बा समाज के रूड़ी वादी संस्कृति परम्परा से परे है। कुछ सही है।
Madam. चार और महुआ पेड़ दोनो अलग है।
गलत जानकारी दे राई हो मैडम जब तक जानकारी नहीं है तो मत बताओ
इसमें धानका जनजाति का भी इतिहास बताया जाए
Good जानकारी
Koi esa book btye jisme pura janajati syllabus complete ho jaye 😞
Very nice presentation 👍👍👍
Mam apke sare vidio bhut informative h...aap aaj kal vidio kyo nhi bna rhe ho
उत्पत्ति का उदाहरण भी पूरी तरह मिथ्या है। रूक्मणी प्रसंग से कोई संबंध नहीं है।
Galat jankari hai ❌❌❌
कबीर पंथ और छुआछुत वाली बात ये जानकारी गलत है मेम
हठ विवाह, विनिमय विवाह हलबा जनजाति में नहीं होता है
Chhattisgarh ki sanskrati bhi karaiye mam
Ji bilkul
th-cam.com/channels/xOrex8fF7svT-eYfya2DLA.html
Wrong information!
चार, और महुआ दोनों अलग है मैम
Tija...bhado mah m sukl pakch trity ko manaya jata h
Bahut achhe se btaya aapne dhanyawad
गलत जानकारी , वीडियो को डिलीट करो 🤬🤬😡
Madam please galat jankari na hi de
Mam बस्तर के माहरा भी जनजाति है क्या
Is video mein jo lastprashn hai jo galat hai .
ismein ladke ka mrutyu hone per nahin kiya jata hai balki.
shadi mein mahua aur char whrich ka use Kiya jata hai.
Ye apka question Jo galat hai...
th-cam.com/channels/xOrex8fF7svT-eYfya2DLA.html
Bahut aache he mem or history ka lana
भाद्र शुक्ल पक्ष तृतिया
आप की विडियो बेस्ट होता है मेम
Next इंतजार
Thanku
मुझे एक हल्बी लड़कि से प्यार हो गया है😀😀😀
ऐसा विडियो बनाकर किसी भी जाति या समाज को ठेस न पहुचाए सबसे पहले अच्छी तरह से जाने सुनें परके तभी वीडियो बनाएं ना की यूट्यूब में फेमस होने के लिए कुछ भी बनाएं जा रहें हैं
बहुत सी जानकारी गलत बताए हो मैडम
Nice class mam🙏🙏🙏🙏
th-cam.com/channels/xOrex8fF7svT-eYfya2DLA.html
मनुवादी यो की चाल है इस कहानी मे जो बताई गई हैं उसमे सच्चाई नही है
No. Mam ...चार, महुआ nhi hota h.. Mahuwa alg hota h
भाद्रपद के तीसरे दिन पूर्णिमा में
th-cam.com/channels/xOrex8fF7svT-eYfya2DLA.html
Thanku mam for all information
Mam Mai apka har video dekhta hu apka har video bahut accha lgat hai lekin Meri mang har video m yhi hai kondh janjati plz bnaeye thanks mam🙏🙏🙏
Ishko kuchh jankari nhi hai
चार पेड़ or महुआ पेड़ अलग है
विडियो बनाने वाली बहुत ग़लत विडियो बनाई है जों भी है वैसे किसी भी जाति का ग़लत विडियो ना बनाऐ
तीज पर्व भादो अमावस को
कबीर पंथ वाला धर्म गलत है
Char or mahua dono alag alag hai
हलबा जनजाति कबीरपंथी नही है, गलत जानकारी आपके द्वारा दिया जा रहा है।
हल्बा जनजाति आर्थिक रूप से संपन्न बताया गया है, जो गलत है।
भंडारी विवाह नही कराता है।
आराध्य देवी दंतेश्वरी है, जिसे मावली माता, शक्ति भी कहते हैं ।
हल्बा जनजाति बस्तर संभाग के सभी जिलों में हैं। इसके अलावा धमतरी, राजनांदगांव, दुर्ग बालोद, रायपुर, गरियाबंद, महासमुंद जिले में हलबा जनजाति के लोग बहुतायत में हैं।
कृपया गलत जानकारी अपलोड न करें। शेष जानकारी आपकी ठीक है। विवाह के समय लड़के की मृत्यु होने पर चार या महुआ के पेड़ के साथ विवाह की जानकारी भी गलत है।
Thank you mam
आपको कुछ भी जानकारी पता नही |हलबा का हिंदुकरण करने की कोशीश हो रही है | हमारे लिविंग मे जबरन tribe की जगह hindu लिखा जा रहा | बौल पोला (मिट्टी से बैल बनाकर पुजाकी जाती ) , तिज ये हमारे प्रमुख त्यौहार है| बहुत कम हलबी लोग जो शहरो मे रहते है उन्होने कबीर पंथ लिया है (कबीर पंथ वालो को मृत्यु के बाद जमीन मे समाहित करते है ) बाकी लोगो को अग्नि दी जाती) , इसलिए आपका बताना गलत है| हमारे भगवान माय दंतेश्वरी ,कोलबास्वामी (नागपुर ) है| आज भी नागपूर मे हलबा लोग आरक्षण से वंचित है ,और वे गरीब होते जा रहे, कुछ को जबरन नौकरी से निकाल दिया जा रहा|
नागपूर मे कपडे बनाने के व्यवसाय से जुडनेके बाद हलबा को कोष्टी कहने लग गए है | इस वजहसे आरक्षण से कोसोदुर हमारी हालत खराब होती जा रही | व्यवसाय यह जात कैसे हो सकती है ???? यह सोचने वाली वात है सालेवार कोष्टी, गढेवाल कोष्टी यह आर्य से उत्पन समाज हलबा को अपना भाई समजते है पर हलबा आदिवासी है इने कोण बताए |
@@11RJइसलिए आधुनिकता से नही जुड़ना था । यहां कोनसा हिंदूकरण हुआ. विदर्भ को तब भी कमजोर मानते थे । हल्बा भी मध्य भारतीय है । हल्बा का व्यवसाय देख लो । वैसे भी ब्राम्मण बाकियों को शुद्र ही कहते आए हैं ।
तीजा - भादो माह के त्रितीया को मनाया जाता है
Nice
Tija - bhado Shukla paksh tritiya
Humesha ki tarah best video ma'am
Thank you🙏
Bhaado month me teeja
कई जानकारी तर्कपूर्ण नही है ।
कबीरपंथी वाला बात गलत है
हल्बा कबीर पंथी नहीं है ।
@@nijamsinghthakur8175 जी हा 🙏🌱🌾
❤️🔥❤️ vijay maha
बहुत सारा गलत knowledge de rhe h ap
फेक वीडियो है
आपकी जानकारी बिल्कुल गलत है।
आपकी राय गलत हैं आपको सही जानकारी नहीं हैं मैडम
👍
HEMRAJ. MANDAVI. HU. GAV. HATKA. CHARAMA. TAHSIL. NARHARPUR. JILA. UTAR. BSTAR. KANKER. STED. C. G. JAI. BHARAT. JAI. GONDVANA. LEEND.. JAI. GOND.. JAI. ADIVASI
HEMRAJ. MANDAVI. HU. GAV. HATKA. CHARaMA. TAHSIL. NARHARPUR. JILA. UTAR. BSTAR. KANKER. STED. C. G. JAI. BHARAT. JAI. GONDVANA.. LEEND.. JAI. TRAIBES. JAI. ADIVASI.
HEMRAJ. MANDAVI. HU. GAV. HATKA. CHARAMA. TAHSIL. NARHARPUR. JILA. UTAR. BSTAR. KANKER. STED. C. G. JAI. BHARAT. JAI. GONDVANA. LEEND.. JAI. ADIVASI. JAI. GOND..