घुंघट का पट खोलने पर ही पीव मिलते हैं। पूज्यपाद डॉ. स्वामी निर्मलानंद जी महाराज।

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  • เผยแพร่เมื่อ 28 มิ.ย. 2024
  • यह प्रवचन संत कबीर साहब जी महाराज के पावन जयंती के अवसर पर आयोजित सत्संग में दिनांक -22,6,2024ई को महर्षि मेंहीं आश्रम चुटिया रांची,(झारखंड ) में हुआ।

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