सतगुरु का ध्यान जब पक जाता है तो भीतर में अजपा जाप शुरू हो जाता है फिर नाम का सुमिरन किसी भी समय बंद नही होता और सतगुरु हमेशा अंग संग होते हैं जब ये अवस्था परिपक्व हो जाती है तो शब्द धुन प्रकट हो जाती है ये धुन इतनी शुरुआत में बाहर से आती प्रतीत होती है जब ये शब्द सुनने में ध्यान लगाते है तो ये और तेज हो जाती है जैसे मंदिर के तेज घण्टे बज रहे हो।। बहोत ऊंची अवस्था होती है ये सतगुरु रहबर की दयामेहर होती है जी। इससे पहले बहुत सारी अवस्थाएं आती है अंतःकरणमें बहुत सारे बदलाव हो जाते हैं।। जब तक नूरी स्वरूप के दर्शन शब्द धुन से ज्यादा महत्वपूर्ण है जी।। धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा। 🙏🙏
Jai guru dev naam prabhu ka❤❤
Radha Soami ji🙏🙏 Shukrana Baba ji🙏🙏
Radhaswami ji ❤❤❤❤
जय गुरू देव जय गुरू देव जय गुरू देव
Thank you jii 🎉 mere pyare Gurudev ji
Jai guru Dev
Jai Guru Dev 🙏🌹🌷🌹🙏
Radha soami baba ji aap ka satsang sunne ko bahut achha laga is liye aap ka bahut 2 shukrrya ji ❤ ❤
Radha Soami baba g
Radha soami ji 🙏🙏
Radhaswami ji
❤❤❤❤❤
Radha Soami Ji
Radha Soami ji 🙏🌹🌷🌹🙏
❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏♥️
🙏
राधा स्वामी जी बाबा जी🙏🙏🙏🙏🙏
राधा स्वामी जी बाबा जी की प्यारी प्यारी साध संगत जी🙏🙏🙏🙏🙏
भाई साहेब जी आपसे contact ho sakta hai kya🙏🙏
नाम का उच्चारण किस प्रकार करना चाहिए
शब्द धुन सुनते समय, त्रिकुटी पर भी क्या गुरु का ध्यान करना है या बस वहां निहारना है।
सतगुरु का ध्यान जब पक जाता है तो भीतर में अजपा जाप शुरू हो जाता है फिर नाम का सुमिरन किसी भी समय बंद नही होता और सतगुरु हमेशा अंग संग होते हैं जब ये अवस्था परिपक्व हो जाती है तो शब्द धुन प्रकट हो जाती है ये धुन इतनी शुरुआत में बाहर से आती प्रतीत होती है जब ये शब्द सुनने में ध्यान लगाते है तो ये और तेज हो जाती है जैसे मंदिर के तेज घण्टे बज रहे हो।। बहोत ऊंची अवस्था होती है ये सतगुरु रहबर की दयामेहर होती है जी। इससे पहले बहुत सारी अवस्थाएं आती है अंतःकरणमें बहुत सारे बदलाव हो जाते हैं।। जब तक नूरी स्वरूप के दर्शन शब्द धुन से ज्यादा महत्वपूर्ण है जी।।
धन धन सतगुरु तेरा ही आसरा। 🙏🙏
Pls. Make short video without any examples.
आप का पूरा सत्संग कैसे सुन सकते हैं
Radha swami ji