कुछ लोगों को उन्हीं की भाषा में समझाना पड़ता है, महाराज जी कभी एसी भाषा नहीं बोलते यदि ज़रूरत नहीं पड़ती तो।कुछ तो बहुत गलत हुआ है जिसकी वजह से उन्हें ऐसी भाषा का उपयोग करना पड़ा।
Ye Jo kuchh log sangh me foot dalna chahte Hain unki ghinoni kartoot hai, ye ek nidar, utkrisht charya Wale Muni ke upar lagaye gaye arop ki tatkal pratikriya hai, Jo swabhawik hai. Namostu gurudev
इतने बडे संत जिनके प्रवचन सपूण देश मे जैन अजैन सभी सूनते है और जो विश्व विख्यात आचार्य विद्यासागर जी के शिष्य है उन्हे इस प्रकार की भाषा का उपयोग कताई नही करना चाहिए
हाथी चलते रहते हैं - .. भौंकते रहते हैं . भाषा भावों को अभिव्यक्त करती है . कितना खेदजनक है कि लोग / तथाकथित श्रावक धर्म में भी राजनीति लाना चाहते हैं . फूट डालो और राज करो - नहीं चलेगा यह समयसागर जी का समय है . नमोस्तु आचार्य प्रवर और उनका संघ .
Maharaj ke liye koi kuchbhi bhoke toh kuch nhi lekin maharaj ne inhe kutte kutiya kahe diya toh sabko takleef hai ye jaamana badal chuka hai lato ke bhoot baato se nhi maante wakt aane par jo jaisa hai usse waise hi behave karna chahiye gurudev ne kuch galat nhi kiya namostu gurudev
Maharaj ji per to jaldi aarop Laga dete ho aur jo Maharaj Ji ko maarte hain ya gali dete Hain unka kuchh nahin bigaad paate Sudha Sagar Ji Maharaj Ji ne Sahi kaha namostu Maharaj Shri
Maharaj ji ko esi language bolna accha nahi lagta. Kyoki is prakar ki language se dharam ko thes pahunchti he. Aaj Tak vidhya Sagar ji ke muh se koi bhi esi language nahi suni. Kyoki Jain sant ki Bhasha bhi sahi honi chahiye. Baki AAP ki marji
कुत्ते कुत्ती बोलने से कुछ लोग शायद आपत्ति कर रहे है पर यह गाली कहा है यह जानवर का नाम है और उस जानवर का स्वभाव क्या है वही कहा गया है पर आप लोग दोष तो जल्दी निकाल लेते हो पर दिल पर सच्चे मन से हाथ रखना तुमने समाज के नाते क्या किया बस अपने विचार रखने चले आये ऐसे ज्ञानी गली गली है इनकी जरूरत समाज को नही है जहां बोलना है वहां बोल के दिखाओ नही तो अपने आप को कायर समझ लेना अपने आप से
गुरुदेव को क्या बोलना क्या नही बोलना ये गुरुदेव को पता हैं ये श्रावक न समझाए गुरुदेव को अपनी भाषा समिति पता हैं श्रावक अपनी भाषा समिति संभाले पूज्य गुरुदेव को भाषा समिति बोहोत अच्छी हैं ।ऐसे लोगो से गुरुदेव को ऐसे ही बात करना पड़ती हैं ।इसलिए पूज्य गुरुदेव को भाषा समिति न सिखाए
संसार में जिनके पास बहुत खाली टाइम है वो लोग ऐसे किन्हीं श्रमण या श्रावक के बारे में चुगलखोर उद्योग करते है। ये खाली लोग अपनेआपको हुशार समझते है पर पता इनको कुछ होता नहीं है! ... अच्छा हुआ हम WA के बहुतांश मेसेज बिना देखे ही डिलीट कर देते है और WA का ज्यादा उपयोग नहीं करते। 2024 Apr 29 Mon 1:40
समाज को एकता की जरूरत है गुरुवर समाज के लिए जो आशीष देते हैं उसके लिए हम हृदय सेआभारी हैं,
Jai ho gurudev
नमोस्तु गुरुदेव
Jai ho sudhasagar maharaj ki
जयकारा गुरुदेव का जय जय गुरुदेव 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Maharajji aap ka ak ak shabd satya hai..jai ho
Wah guru Kaya bol hai
जय जय गुरुदेव
जय हो गुरुदेव बहुत अच्छा सबक़ सिखाया आपने ये बाहियाद लोगो को 🫡🫡🫡
Jai jai jai..
आचार्य श्री समय सागर जी महाराज की जय
Jai jinedra...
Namostu maharaj shree ji ❤❤❤
Namostu gurdev Koti koti naman satya ko . Satya pareshan ho sakta hei lekin parast nahi ho sakta .
जय हो भगवन 🙏🙏🙏🙏
जय हो 😊😊😊😊
महाराज जी सही कह रहे हैं।
मुनियों को किसी तरह के वाद-विवाद में नहीं घसीटें।
ये सबका कल्याण करने में लगे हैं।
jai ho gurudev namostu
Namostu guruvar
Namostu gurudev
Jai ho
Yuvansh Jain Banpur 🙏💐 JAY HO 🙏🙏🙏
Aap sabhi mahan ho..
Namostu Gurudev 🙏
नमोस्तु गुरु देव नमोस्तु गुरु देव नमोस्तु गुरु देव🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ham sansari jiv kuch nahi bol sakte hai kyoki wo hamare liye pujniya hai namostu namostu namostu gurudev 🙏🙏🙏🙏
❤
कुछ लोगों को उन्हीं की भाषा में समझाना पड़ता है, महाराज जी कभी एसी भाषा नहीं बोलते यदि ज़रूरत नहीं पड़ती तो।कुछ तो बहुत गलत हुआ है जिसकी वजह से उन्हें ऐसी भाषा का उपयोग करना पड़ा।
🙏🙏🙏🙏🙏
Nmostoo gurudev nmostoo chakresh Kumar bukhariya mahroni lalitpur up
Ye Jo kuchh log sangh me foot dalna chahte Hain unki ghinoni kartoot hai, ye ek nidar, utkrisht charya Wale Muni ke upar lagaye gaye arop ki tatkal pratikriya hai, Jo swabhawik hai.
Namostu gurudev
Guru ki baat per koi roko nahin hona chahie Guru bahut soch samajhkar bolate Hain,,
इतने बडे संत जिनके प्रवचन सपूण देश मे जैन अजैन सभी सूनते है और जो विश्व विख्यात आचार्य विद्यासागर जी के शिष्य है उन्हे इस प्रकार की भाषा का उपयोग कताई नही करना चाहिए
JAY HO JAY HO JAY HO JAIN DHARM KI JAY HO
Jàyjineeŕè VERY good Anumdana kalpana shah gpo Ahmedabad to you
जैनों जागो अपने आप को जैन मानो
जिसकी जैसी भाषा है मुनिपुगव जी ने उसी भाषा में समझा दिया 😂 खैर जो है सो है
अगर चाहते हो गुरुवर ऐसे शब्द नहीं बोले तो संघो में फूट डालना बंद करो ऐसे काम करते ही क्यों हो जो गुरुवर को ऐसा बोलना पड़े
भगवान स्वरूप दिगम्बर मुनि सुधा सागर महाराज जी को मेरा कोटि कोटि नमोस्तु नमोस्तु 🙏🏿🙏🏿🙏🏿
और निर्यपक मुनि पुंगव किसी से नही डरते
कोई उनका कुछ नही बिगाड़ सकता
सब की सुननी मन की करनी
मुनि को भाषा पर संयम रखना चाहिए
दुसरी समाज पर गलत धारणा बनती है
कौन किसको समझाये
इतनी प्यारी भाषा के लिए करोङो वार साधुवाद
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
शेर के सामने ऐसे गीदड़ बोहोत भोकते हैं ।
प्रश्न पूछने वालों की सबसे बड़ी गलती है, महाराज जी को अनावश्यक प्रतिक्रिया देने हेतु बाध्य किया
गुरुदेव को ये भाषा शोभा नहीं देती। खैर क्या बोले छोटा मुँह बड़ी बात नहीं कर सकता। नमोऽस्तु । क्या ये भाषा गुरुजी को अच्छी लगती ?
निर्यापक मुनि पुंगव श्री के लिए कुछ भी कहोगे तो यही जवाव मिलेगा
और ये जवाब तो खुद मुनि पुंगव ने दिया है
अच्छा जवाब मिला
Sahi bola hai.maharaj ji ne.kuch bhi galat nahi...samaj me kuch log galat vichar dara ke hai.
हाथी चलते रहते हैं - .. भौंकते रहते हैं . भाषा भावों को अभिव्यक्त करती है . कितना खेदजनक है कि लोग / तथाकथित श्रावक धर्म में भी राजनीति लाना चाहते हैं . फूट डालो और राज करो - नहीं चलेगा
यह समयसागर जी का समय है . नमोस्तु आचार्य प्रवर और उनका संघ .
Maharaj ke liye koi kuchbhi bhoke toh kuch nhi lekin maharaj ne inhe kutte kutiya kahe diya toh sabko takleef hai ye jaamana badal chuka hai lato ke bhoot baato se nhi maante wakt aane par jo jaisa hai usse waise hi behave karna chahiye gurudev ne kuch galat nhi kiya namostu gurudev
Maharaj ji per to jaldi aarop Laga dete ho aur jo Maharaj Ji ko maarte hain ya gali dete Hain unka kuchh nahin bigaad paate Sudha Sagar Ji Maharaj Ji ne Sahi kaha namostu Maharaj Shri
जो है सो है
सब ठीक है गुरु के बाद सब स्वतंत्र है न भाषा न निगरानी कै से होता होगा शुद्धोपयोग तीन चौकडी कषाय का अभाव।
Sadhu ke mukh se gali ka upyog yashodhar Maharaj ne Raja shrenik ko gali nahin di thi
Maharaj ji ko esi language bolna accha nahi lagta. Kyoki is prakar ki language se dharam ko thes pahunchti he. Aaj Tak vidhya Sagar ji ke muh se koi bhi esi language nahi suni. Kyoki Jain sant ki Bhasha bhi sahi honi chahiye.
Baki AAP ki marji
Jalglnadra jalho bhagwan 24 thethanakar bhagwan namostu3 gurudab bldyasagar bhgwan namastu 3 💯🧘🧖
कुत्ते कुत्ती बोलने से कुछ लोग शायद आपत्ति कर रहे है पर यह गाली कहा है यह जानवर का नाम है और उस जानवर का स्वभाव क्या है वही कहा गया है पर आप लोग दोष तो जल्दी निकाल लेते हो पर दिल पर सच्चे मन से हाथ रखना तुमने समाज के नाते क्या किया बस अपने विचार रखने चले आये ऐसे ज्ञानी गली गली है इनकी जरूरत समाज को नही है जहां बोलना है वहां बोल के दिखाओ नही तो अपने आप को कायर समझ लेना अपने आप से
गुरुदेव को क्या बोलना क्या नही बोलना ये गुरुदेव को पता हैं ये श्रावक न समझाए गुरुदेव को अपनी भाषा समिति पता हैं श्रावक अपनी भाषा समिति संभाले पूज्य गुरुदेव को भाषा समिति बोहोत अच्छी हैं ।ऐसे लोगो से गुरुदेव को ऐसे ही बात करना पड़ती हैं ।इसलिए पूज्य गुरुदेव को भाषा समिति न सिखाए
Maharaj Ji ne Jo bola sahi bola aap log Maharaj ji se bade nahin Ho Jo unke bich mein dakhalandazi karte ho
संसार में जिनके पास बहुत खाली टाइम है वो लोग ऐसे किन्हीं श्रमण या श्रावक के बारे में चुगलखोर उद्योग करते है। ये खाली लोग अपनेआपको हुशार समझते है पर पता इनको कुछ होता नहीं है! ...
अच्छा हुआ हम WA के बहुतांश मेसेज बिना देखे ही डिलीट कर देते है और WA का ज्यादा उपयोग नहीं करते।
2024 Apr 29 Mon 1:40
Yese log bo he jo digambar birodi he bo janboghkar kami nikalte he
महाराज जी को ये भाषा
शोभा नही देती
जैनो की ये भाषा नहीं
जैन म हाराज जी की ये
भाषानहीं
Ye muniraj apni bhasa samiti bhul gye he shayad 28 mil gun dhari munirajo ko sara Jain samaj janta he ki मुनिरोजो ki bhasha kya hoti he
मुनि श्री की भाषा समिति सही नहीं है !!
जैन धर्म के साधु इतनी हल्की भाषा और शब्दों को प्रयोग करके जैन धर्म की महिमामयी संस्कृति का अनादर कर रहे हैं
शर्मिंदा हूँ मैं ऐसे शब्द सुनकर
पूरे भारत को सब भक्तों को एक समान बोलना गलत बात है।
भाषा समिति .....
नमोस्तु गुरुदेव
आप को कुत्ते कूटिए का सब्द नही बोलना चाहिए हो सकता है ये
उपसर्ग हो
Very disturbing language coming from an honourable Acharyashri
Itna bolne pr majboor kisne kiya shravak bhi chintan karen
बाकी सब तो ठीक है परन्तु अपने पद की गरिमा को देखते हुए अपनी भाषा को नाप तौल कर बोलना चाहिए
आचार्य की जयकार / वंदना में संकोच क्यों ??
कटुक वचन मत बोल , पर निंदा अरु छूट तज
😡😡
Guru ko kya bolna chahiy ye btane vale ,bhi jain shravak ho shravak k pad ka bhi dhyan rkho
it is wrong. muni ki esi bhasha nahi hoti
महाराज की भाषा बुलकुल श्रावक के तरह है
Namostu guruwar
Namostu namostu gurudev
Namostu gurudev ji
🙏🙏🙏