शुक्लयुग। हिंदी गद्य का साहित्य। शुक्लयुग के लेखक और उनकी रचनाएँ। शुक्लयुग की पत्र-पत्रिकाएं

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  • เผยแพร่เมื่อ 10 ต.ค. 2024
  • शुक्लयुग (छायावादी युग)। हिंदी गद्य का साहित्य। शुक्लयुग के लेखक और उनकी रचनाएँ। शुक्लयुग की विशेषताएँ। शुक्लयुग की पत्र-पत्रिकाएं। Princewood Education
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    शुक्लयुग ( छायावादी युग )
    सन् 1919 से 1938 तक
    गद्य लेखक : -
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल - चिन्तामणि , रसमीमांसा , त्रिवेणी , सूरदास , हिन्दी साहित्य का इतिहास
    जयशंकर प्रसाद : आँधी , इन्द्रजाल , छाया , प्रतिध्वनि , तितली कंकाल , इरावती , सज्जन , चन्द्रगुप्त , स्कन्दगुप्त I अज्ञात शत्रु , ध्रुवस्वामिनी
    कहानीकार :
    प्रेमचन्द्र - पंच परमेश्वर
    जयशंकर प्रसाद - पुरस्कार
    निबन्धकार -
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल - चिन्तामणि
    गुलाबराय - ठलुआ क्लब
    विचारात्मक निबन्धकार-
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
    गुलाबराय
    भावात्मक निबन्धकार : वियोगी हरि
    उपन्यासकार :
    मुंशी प्रेमचन्द्र गोदान , गबन , निर्मला कर्मभूमि , रंगभूमि आचार्य चतुरसेन शास्त्री - आत्मदाह
    समालोचक एवं इतिहासकार
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
    हजारी प्रसाद द्विवेदी
    नाटककार -
    जयशंकर प्रसाद - ध्रुवस्वामिनी , चन्द्रगुप्त
    हरिकृष्ण प्रेमी ' - प्रतिशोध , रक्षाबन्धन
    जीवनी लेखक :
    अमृतराय - कलम का सिपाही
    डॉ ० रामविलास शर्मा - निराला की साहित्य साधना
    शुक्लयुग की पत्र-पत्रिकाएं :-
    पत्रिका का नाम लेखक प्रकाशन स्थान
    हंस प्रेमचंद काशी ( बनारस )
    आदर्श / मौज़ी शिवपूजन सहाय कलकत्ता
    सरोज नवजादिकलाल कोलकाता
    साहित्य - सन्देश गुलाब आगरा
    कर्मवीर माखनलाल चतुर्वेदी जबलपुर
    शुक्ल युग किस साहित्यकार के नाम पर पड़ा ?
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के नाम पर शुक्ल युग का नाम पड़ा
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल को किस युग की देन माना जाता है ? द्विवेदी युग की देन
    आचार्य रामचंद्र शुक्ल को गद्य की किन दो विधाओं के लेख में सर्वाधिक सफलता मिली ?
    निबंध तथा आलोचना लेखक के रूप में
    किन्ही दो छायावादी गद्य लेखको के नाम लिखिए?
    जयशंकर प्रसाद
    महादेवी वर्मा
    छायावादी गद्य की दो विशेषताएं लिखिए?
    अभिव्यंजना शक्ति एवं कल्पना की प्रधानता
    अनुभूति की सघनता एवं भावों की तरलता
    महादेवी वर्मा की दो गद्य रचनाओं के नाम लिखिए
    स्मृति की रेखाएँ
    पथ के साथी
    प्रेमचन्द्र के समकालीन दो गद्य लेखकों के नाम लिखिए जयशंकर प्रसाद
    सूर्याकांत त्रिपाठी निराला
    प्रेमचन्द्र के समकालीन दो कहानीकारों के नाम लिखिए जयशंकर प्रसाद
    सुदर्शन
    जयशंकर प्रसाद के उपन्यास लिखिए
    कंकाल
    तितली
    इरावती
    हिन्दी आलोचना का उत्कर्ष कब से माना जाता है ?
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की आलोचनात्मक कृतियों के प्रकाशन से हिन्दी आलोचना का उत्कर्ष माना जाता है।
    हिन्दी के किसी एक युग प्रवर्तक आलोचक का नाम लिखिए
    आचार्य रामचन्द्र शुक्ल हिन्दी के युग प्रवर्तक आलोचक है।
    रामचन्द्र शुक्ल गद्य की किन विधाओं में सर्वाधिक प्रसिद्ध है ? आचार्य रामचन्द्र शुक्ल आलोचना और निबन्ध नामक गद्य की दो विधाओं में सर्वाधिक प्रसिद्ध हैं । आलोचना के अतिरिक्त निबन्ध और इतिहास लेखन के लिए भी जाने जाते हैं ।
    हिन्दी की प्रथम कहानी व उसके लेखक का नाम लिखिए इंदुमती - किशोरी लाल गोस्वामी
    हिंदी के प्रथम उपन्यास व उसके लेखक का नाम
    परीक्षा गुरू - लाला श्री निवास दास
    हिन्दी का प्रथम नाटक व उसके लेखक नाम लिखे
    नहुष- गोपालदचन्द्र गिरधरवास
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