जो सुख साधु संग में || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2014)

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    वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 02.07.2014, अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा , भारत
    प्रसंग:
    राम बुलावा भेजिया, दिया कबीरा रोय |
    जो सुख साधु संग में, सो वैकुंठ न होय ||
    संत कबीर -
    साधु की संगति में ऐसा क्या लाभ छिपा हुआ है कि कबीर साहब सत्य के एवज में साधु की संगति चुनने के लिए तैयार हो जाते हैं? ऐसा क्या है एक सच्चे साधु की संगति में रहने से कि बैकुंठ छोटी बात लगती है?
    संगीत: मिलिंद दाते
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