सम्मानित बसन्ती बिस्ट जी द्वारा गाई गई ये शैली जागर नही बल्कि राषा और घड्याला शैली है ।और बहुत शानदार प्रस्तुति है अफसोस होता है । अभी तक उत्तराखण्ड में लोगों को जागर का पता ही नही है, नाही यहां गाये जाने वाले लोकगीतों की सही जानकारी है। जानकारी के अभाव में लोग सुन के गाते रहे और अपने हिसाब से गीतों को नाम देते रहे , आप लोगों की जानकारी के लिए अवगत कराना चाहूंगा उत्तराखण्ड के गढ़वाल कुमाऊँ छेत्र में गाये जाने वाले लोकगीतों की शैली अलग अलग है । जो छेत्र गढ़वाल कुमाऊँ के सीमा पर पड़ते है वहाँ की शैली मिक्स हो जाती है ।जहाँ से बसन्ती बिष्ट जी आती हैं । कुमाऊं में हुड़की बौळ , न्यौली छपेली भगनोळ बेड़ा गीत जागर गाये जाते हैं और गढ़वाल में मांगल जागर राषा आन्छरी गीत बिबाह गीत जिसमे मजाकिया गाली भी दी जाती है घड्याले भट्याले चैती गीत बेड़ा गीत लामण थड़िया झुमैलो फोपति छ्योपति चोंफ़ुला बगड़वाली मन्नाण बगड़वाल बार्ता पाण्डव बार्ता आदि गायन शैली है। हंशी आती है यहां हर गायन शैली को जागर का नाम दिया जाता है । हुड़के में रासे पावड़े ओर बेड़ा गीत हुड़की बोल न्योली छपेली आदि गाये जाते हैं जबकि डोंर में घड्याले आँछरी गीत आदि गाये जाते हैं और ढोल में मन्नाण बगडवाल पाण्डव वार्ता आदि ढोल में चैती गीत भी गाये जाते बेड़ा गीत हुड़केऔर ढोलक में गाये जाते है, एक बात स्पष्ट कहना चाहूंगा महिला कोई भी बाध्ययन्त्र नही बजती है । हर बाध्य यंत्र का अलग अलग लोक कलाकार है । अलग अलग नाम के साथ जैसे ढोल दमो बजाने वाला ढोल्या दमाया या औजी राशे गाने वाला धौंश्या, बेड़ा कलाकार जब हुड़का बजाता है हुडक्या, डोंर बजाने वाला घडयाल्या आदि , और आज हर कोई इसे बजा रहा है । कृपया दूरदर्शन आकाशवाणी पर इन चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए । बसन्ती बिष्ट जी के प्रस्तुति में हुड़का भी बज रहा और डोंर भी, ये पारम्परिक आधारित एक गीत हो सकता है जागर नही जागर में कोई भी बाध्ययंत्र नही बजता । ना ही महिला कोई बाध्य यंत्र बजाती है । जहां तक मैने देखा सुना है अभी तक किसी ने भी जागर नही गाये सिर्फ राषे घड्याले बेड़ा गीत पावड़े मांगल पाण्डव और बगडवाल वार्ता चैती गीत पर आधारित गीत गाये गये हैं ओ भी सुद्ध नही ।लोग जागर का मतलब ही नही समझ पाये यहां विस्तृत जानकारी नही दे पाऊंगा जल्द मेरा सोध सबके सामने होगा जो उत्तराखण्ड गढवाल कुमाऊं के पारंपरिक वास्तविक लोक कलाकरों द्वारा आम लोगों तक उत्तराखण्ड के लोक गीत लोक नृत्य और जागर शैली पर प्रकाश डाला जायेगा बताया जायेगा जागर क्या होते और कब और कैसे गाये जाते । अफसोस होता ही आकाश वाणी और दूरदर्शन भी वास्तविक लोक कलाकारों तक नही पहुंच पाया इसी कारण उत्तराखण्ड की पारम्परिक लोकगीत लोकनृत्य विलुप्ति की कगार पर है । ये मै एक लोक कलाकार ओर सोध कर्ता के रूप में अपने कई बर्षों के शोध ठेठ लोककलाकारों के गीतोँ के संकलनों और अनुभव के आधार पर बोल रहा हूं । कृपया आने वाली पीढी को उत्तराखण्ड के पारम्परिक लोकगीत लोकसंगीत ओर संस्कृति की सही जानकारी मिले ऐसे तथ्य सामने रखे जाने चाहिये नाकि भ्रमित करने वाले गीत । दर्वान नैथ्वाल लोकगायक / रंगकर्मी रचनाकार शोधकर्ता नीति जिला चमोली उत्तराखण्ड
सम्मानित बसन्ती बिस्ट जी द्वारा गाई गई ये शैली जागर नही बल्कि राषा और घड्याला शैली है ।और बहुत शानदार प्रस्तुति है अफसोस होता है । अभी तक उत्तराखण्ड में लोगों को जागर का पता ही नही है, नाही यहां गाये जाने वाले लोकगीतों की सही जानकारी है। जानकारी के अभाव में लोग सुन के गाते रहे और अपने हिसाब से गीतों को नाम देते रहे ,
आप लोगों की जानकारी के लिए अवगत कराना चाहूंगा उत्तराखण्ड के गढ़वाल कुमाऊँ छेत्र में गाये जाने वाले लोकगीतों की शैली अलग अलग है । जो छेत्र गढ़वाल कुमाऊँ के सीमा पर पड़ते है वहाँ की शैली मिक्स हो जाती है ।जहाँ से बसन्ती बिष्ट जी आती हैं । कुमाऊं में हुड़की बौळ , न्यौली छपेली भगनोळ बेड़ा गीत जागर गाये जाते हैं और गढ़वाल में मांगल जागर राषा आन्छरी गीत बिबाह गीत जिसमे मजाकिया गाली भी दी जाती है घड्याले भट्याले चैती गीत बेड़ा गीत लामण थड़िया झुमैलो फोपति छ्योपति चोंफ़ुला बगड़वाली मन्नाण बगड़वाल बार्ता पाण्डव बार्ता आदि गायन शैली है।
हंशी आती है यहां हर गायन शैली को जागर का नाम दिया जाता है । हुड़के में रासे पावड़े ओर बेड़ा गीत हुड़की बोल न्योली छपेली आदि गाये जाते हैं जबकि डोंर में घड्याले आँछरी गीत आदि गाये जाते हैं और ढोल में मन्नाण बगडवाल पाण्डव वार्ता आदि ढोल में चैती गीत भी गाये जाते बेड़ा गीत हुड़केऔर ढोलक में गाये जाते है, एक बात स्पष्ट कहना चाहूंगा महिला कोई भी बाध्ययन्त्र नही बजती है । हर बाध्य यंत्र का अलग अलग लोक कलाकार है । अलग अलग नाम के साथ जैसे ढोल दमो बजाने वाला ढोल्या दमाया या औजी राशे गाने वाला धौंश्या, बेड़ा कलाकार जब हुड़का बजाता है हुडक्या, डोंर बजाने वाला घडयाल्या आदि , और आज हर कोई इसे बजा रहा है ।
कृपया दूरदर्शन आकाशवाणी पर इन चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए । बसन्ती बिष्ट जी के प्रस्तुति में हुड़का भी बज रहा और डोंर भी, ये पारम्परिक आधारित एक गीत हो सकता है जागर नही जागर में कोई भी बाध्ययंत्र नही बजता । ना ही महिला कोई बाध्य यंत्र बजाती है ।
जहां तक मैने देखा सुना है अभी तक किसी ने भी जागर नही गाये सिर्फ राषे घड्याले बेड़ा गीत पावड़े मांगल पाण्डव और बगडवाल वार्ता चैती गीत पर आधारित गीत गाये गये हैं ओ भी सुद्ध नही ।लोग जागर का मतलब ही नही समझ पाये यहां विस्तृत जानकारी नही दे पाऊंगा जल्द मेरा सोध सबके सामने होगा जो उत्तराखण्ड गढवाल कुमाऊं के पारंपरिक वास्तविक लोक कलाकरों द्वारा आम लोगों तक उत्तराखण्ड के लोक गीत लोक नृत्य और जागर शैली पर प्रकाश डाला जायेगा बताया जायेगा जागर क्या होते और कब और कैसे गाये जाते ।
अफसोस होता ही आकाश वाणी और दूरदर्शन भी वास्तविक लोक कलाकारों तक नही पहुंच पाया इसी कारण उत्तराखण्ड की पारम्परिक लोकगीत लोकनृत्य विलुप्ति की कगार पर है । ये मै एक लोक कलाकार ओर सोध कर्ता के रूप में अपने कई बर्षों के शोध ठेठ लोककलाकारों के गीतोँ के संकलनों और अनुभव के आधार पर बोल रहा हूं ।
कृपया आने वाली पीढी को उत्तराखण्ड के पारम्परिक लोकगीत लोकसंगीत ओर संस्कृति की सही जानकारी मिले ऐसे तथ्य सामने रखे जाने चाहिये नाकि भ्रमित करने वाले गीत ।
दर्वान नैथ्वाल
लोकगायक / रंगकर्मी
रचनाकार शोधकर्ता
नीति
जिला चमोली उत्तराखण्ड
bahut sahi sir....🙏
Very informative.. thanks for sharing this wonderful information about lokgeet.
There's something about that old culture of uttarakhand...its unimaginably magical
इस सिद्ध मुक्त कंठ गायिका को नमन। जिसने हमारी सांस्कृतिक परम्परा को जीवन्त रखा है।
बहुत सुंदर जय माता नन्दा जय उत्तराखंड
Uttrakhand ki rich dharohar I feel proud to be an uttrakhandi
Q
Aapko Sadar Naman👋🌺
Uttrakhand Bibhuti Basanti Bisht ko koti koti naman. What's a grateful Jagar gayan sailli.
जय माता दी जय हो राजेश्वरी भगवती माता🙏🙏❤🙏👌🙏
Bhut sunder hurka 🙏
Ati sunder basnti bisht
सुन्दर जागर माता जी आपकों नमनः🙏🙏🙏❤️
दीदी प्रणाम हमारी पुरानी सस्कृति को बचा कर रखना।
Bahut. Hi. Sundar. Dedi ji. 👏👏👏❤️❤️❤️🤗🤗🤗😘😘😘⭐⭐⭐💯
I proud of uttrakhandi matri sakti 🙏🙏🙏
Bhut bdiya .achi prastuti he apki
Parikaswani me aapka nam pada tha bhut hi sunder jager 🎉
Jai nanda devi 🙏🙏😍😍😘I love may Uttarakhand
जय भोलेनाथ
Bahut bahut badhiya hai
बहुत सुन्दर प्रस्तुति 👍🙏👌
Bahut khub
Amazing....i'm out of words...hats off to you 😍❤️👍
Jai ho 🙏🙏
जय हो देव भूमी
अति सुन्दर 🙏
बहुत सुंदर
जबरदस्त माता जी
जय मां नंदा Very nice
जय माता दी🌺
साक्षात देव आह्वान जै हो
श्रीमती बसंती देवी को शायद पद्मश्री भी मिल गया है बल?
Jai mata di.
बहुत सुन्दर °®
बहते भल
Abal ch
Very nice to nice
जै हो 🙏🙏
Jai Maa Bhagwati.....
Naman....
🌿🙏🏻
बहुत सुन्दर
Good sound
एक जागर स्पीकर मा बजौण लैक संगीत रिकार्डिंग कनै कृपा करा माता जी🙏
🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very very nice
🙏🌻🌷🌹🍍🍎👍👏