#अनिलप्रभा
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- เผยแพร่เมื่อ 29 มิ.ย. 2024
- #अनिल प्रभा कुमार की कहानी-फिर से
Story by Anil Prabha Kumar
Hindi AudioStory
साहित्यिक कहानी
हिंदी कहानी
#स्वर सीमा सिंह
जन्म: दिल्ली, भारत।
शिक्षा: दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी ऑनर्स और एम.ए तथा आगरा विश्वविद्यालय से "हिन्दी के सामाजिक नाटकों में युगबोध" विषय पर पी एच.डी. की उपाधि ।
प्रकाशित कृतियां:
कहानी संग्रह :“बहता पानी”
कविता संग्रह: “उजाले की कसम”
भारत की विभिन्न प्रतिष्ठित पत्रिकाओं वागर्थ, कथादेश, वर्तमान साहित्य, हंस, पाखी, अन्यथा, आधारशिला, कथाबिम्ब, गर्भनाल, शोध दिशा, पुष्पगंधा, हरिगंधा, परिकथा, हिन्दी चेतना, समावर्तन और लमही आदि में रचनाओं का प्रकाशन।
कार्यक्षेत्र: विलियम पैट्रसन यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी में हिन्दी भाषा और साहित्य का प्राध्यापन। अन्तर्राष्ट्रीय समाचार संस्था “विज़न्यूस” में सात वर्षों तक तकनीकी- संपादक के रूप में काम। वॉयस आफ़ अमेरिका के न्यूयॉर्क संवाददाता के रूप में कार्य करते हुए मदर टेरेसा, सत्यजित रे और पंडित रविशंकर जैसी विभूतियों से साक्षात्कार। विद्यार्थी जीवन में ही दिल्ली दूरदर्शन पर हिन्दी 'पत्रिका' और 'नई आवाज़' कार्यक्रमों की प्रस्तुत कर्ता। न्यूयॉर्क के स्थानीय दूरदर्शन “आई टी वी” पर कहानियों का प्रसारण।
पुरस्कार व सम्मान: “'ज्ञानोदय' के 'नई कलम विशेषांक में अपनी पहली कहानी 'खाली दायरे' पर प्रथम पुरस्कार।
अभिव्यक्ति कथा महोत्सव में “फिर से” कहानी पुरस्कृत।
भारत में यू.जी.सी के पाठ्यक्रम में, बी.ए ऑनर्स के लिए “बे-मौसम की बर्फ़” कहानी का चयन। अमरीका के येल विश्वविद्यालय में हिन्दी साहित्य के कार्यक्रम में कविताओं और कहानियों का पाठन। - บันเทิง
Super duper hit 🎉
बेहद मर्मस्पर्शी कहानी , आपकी प्रस्तुति अति संजीदा दीदी🙏
Behad marmspahi kahani par mujhe keshi ke saath bachcho ne. Apni aawara maa ke liye pita ko bahut mansik santap diya vo mujhe achha nahi laga.😢