Maa Chamunda Temple Dewas Madhya Pradesh | Dewas City | Dewas Tekri Mata Mandir |dewas tekri ropeway

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 6 ก.ย. 2024
  • Maa Chamunda Temple Dewas Madhya Pradesh | Dewas City | Dewas Tekri Mata Mandir |dewas tekri ropeway
    _____________________________________________
    Business enquiry
    kunalparmar1783@gmail.com
    Follow on social media also ⤵️
    Instagram - / mohitparmar2.0
    Facebook - / mohitparmarsanatani
    WhatsApp - chat.whatsapp....
    _____________________________________________
    Related keywords - ⤵️
    Maa Chamunda Temple Dewas Madhya Pradesh | Dewas City | Dewas Tekri Mata Mandir |dewas tekri ropeway
    Maa Chamunda Mata Temple Dewas
    Dewas Wali Mata Darshan Chamunda Devi
    Dewas Tekri Mata Mandir
    Dewas Tekri Mystery In Hindi
    Chamunda Mata Shaktipith Dewas
    Chamunda Maa Ka Naam Leke Gujarati Garba
    Chamunda Devi Temple Himachal Pradesh
    Chamunda Devi Mandir Himachal Pradesh History
    Chamunda Devi Temple Kangra
    The Story Of Maa Chamunda Devi
    Dewas Mata Mandir In Hindi : देवास भारत का एक प्रमुख शहर है जो मध्यप्रदेश राज्य में स्थित है और इंदौर से सिर्फ 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। वैसे तो देवास एक औद्योगिक शहर है और यहां पर नोट छपाई का कारखाना भी स्थित है। इसके अलावा देवास, माता मंदिर की वजह से काफी प्रसिद्ध है जो यहां एक पहाड़ी स्थित है। देवास में स्थित इस मंदिर को कई अलग अलग नाम से भी जाना जाता है माँ चामुण्डा मन्दिर देवास , देवास की माता का मंदिर, देवास वाली मां का मंदिर, टेकरी माता मंदिर, माता मंदिर देवास, और माँ चामुंडा टेकरी। बता दें कि यह मंदिर भारत के शक्ति पीठों में से एक है जो तुलजा भवानी और चामुंडा देवी को समर्पित है। यह मंदिर पहाड़ी पर स्थित है और काफी पुराना भी है। टेकरी पर स्थित इस मंदिर के दर्शन करने के लिए पुरे देश भर से तीर्थ यात्री आते हैं।
    जो भी तीर्थ यात्री मंदिर के दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं वे या तो सीढ़ियों से जा सकते हैं या फिर पक्की सड़क के माध्यम से जा सकते हैं जो पहाड़ी से मंदिर जाती है।
    देवास में स्थित माता मंदिर को देवास माता मंदिर भी कहा जाता है। टेकरी पर स्थित यह मंदिर भवानी का यह मंदिर बेहद प्रसिद्ध है, यहां मंदिर में दो देवी विराजमान है जिनमें से एक को तुलजा भवानी और दूसरी को चामुंडा देवी के नाम से जाना जाता है। तुलजा भवानी को छोटी मां और चामुंडा देवी को बड़ी मां भी कहा जाता है। यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि बड़ी मां और छोटी मां बीच बहनों का रिश्ता था। एक बार दोनों के बीच किसी बात पर लड़ाई हो गई थी। विवाद के चलते दोनों बहने अपना स्थान छोड़ कर जाने लगी। बताया जाता है कि बड़ी मां क्रोधित होकर पाताल में समाने लगी और छोटी टेकरी छोड़कर जाने लगी। दोनों माताओं को क्रोधित देखकर हनुमान जी और भेरूबाबा ने उनसे क्रोध शांत करने की विनती की लेकिन तब तक बड़ी देवी का आधा शरीर पाताल में समा चुका था और वो ऐसी ही स्थित में टेकरी पर रुक गई।
    देवास माता मंदिर को 52 शक्तिपीठ में से एक माना जाता है। बताया जाता है कि देश के अन्य शक्तिपीठों पर माता के शरीर के भाग गिरे थे लेकिन यहां टेकरी पर माता का रुधिर गिरा था, जिसके कारण मां चामुंडा देवी यहां पर प्रकट हुई थी। चामुंडा देवी को सात प्रमुख देवियों में से एक माना जाता है। बता दें कि टेकरी पर स्थित तुलजा भवानी मंदिर की स्थापना मराठी राज परिवार द्वारा की गई थी और वे माता को अपनी कुलदेवी के रूप में पूजते थे। दोनों माता सगी बहने हैं। ऐसा कहा जाता है कि विक्रमादित्य के भाई ने भर्तहरि ने तपस्या की थी। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर अनादि काल से है। लेकिन मंदिर की प्राचीनता का कोई प्रमाण मौजूद नहीं है।
    देवास माता मंदिर का अपना धार्मिक महत्व है। देवास में टेकरी पर आज भी दोनों माता अपने उसी स्वरुप में विराजमान है। भक्तों की मान्यता है कि आज भी माता की ये जाग्रत है और स्वयंभू स्वरुप में हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से प्रार्थना करता है उसकी सारी मन्नत पूरी होती हैं। यहां के स्थानीय लोगों का यह मानना है कि माता के दर्शन करने के साथ भैरो बाबा के दर्शक करना जरुर है क्योंकि उनके दर्शन बिना भक्तों की प्रार्थना पूरी नहीं होती। यही कारण है कि तुलजा भवानी और चामुंडा देवी के दर्शन के दर्शन करने के साथ भैरो बाबा के दर्शन करना भी अनिवार्य है। वैसे तो साल भर तीर्थ यात्री देवास माता मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं लेकिन नवरात्री के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है और इन दिनों यहां विशेष पूजा का आयोजन भी होता है।
    देवास टेकरी लगभग इंदौर से 35 कि.मी की दूरी पर स्थित है। सीढ़ियों के दोनों ओर पूजा और खाद्य सामग्री खरीदने के लिए बहुत सारी दुकानें उपलब्ध हैं। देवी के दर्शन करने के लिए मंदिर तक पहुंचने के लिए 200 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।
    Maa Chamunda Temple Dewas Madhya Pradesh,Dewas City,mohit Parmar
    2.0,Maa Chamunda Mata Temple Dewas,Dewas Wali,Mata Darshan Chamunda Devi,Dewas Tekri Mata Mandir,Dewas Tekri Mystery In Hindi,Chamunda Mata Shaktipith Dewas,Chamunda Maa Ka Naam Leke Gujarati Garba,Chamunda Devi Temple Himachal Pradesh,Chamunda Devi Mandir Himachal Pradesh History,Chamunda Devi Temple Kangra,The Story Of Maa Chamunda Devi,
    #MaaChamundaTempleDewasMadhyaPradesh | #DewasCity | #mohitparmar2.0
    #MaaChamundaMataTempleDewas
    #DewasWaliMataDarshanChamundaDevi
    #DewasTekriMataMandir
    #DewasTekriMysteryInHindi
    #ChamundaMataShaktipithDewas
    #ChamundaMaaKaNaamLekeGujaratiGarba
    #ChamundaDeviTempleHimachalPradesh
    #ChamundaDeviMandirHimachalPradeshHistory
    #ChamundaDeviTempleKangra
    #TheStoryOfMaaChamundaDevi

ความคิดเห็น • 7

  • @princebatham548
    @princebatham548 6 หลายเดือนก่อน +1

    Bahut hi sunder Mandir he .....jarur jye yaha ap sabhi log

  • @manurai6819
    @manurai6819 6 หลายเดือนก่อน +1

    ❤❤🙏

  • @Mohit.ParmarVlogs
    @Mohit.ParmarVlogs  6 หลายเดือนก่อน +1

    Jai mata di ❤ vlog pasand aaya toh subscribe kar lijiye ❤

  • @manurai6819
    @manurai6819 6 หลายเดือนก่อน +1

    ❤❤🙏