मालती जोशी जी ने एक कुशल चित्रकार की तरह कहानी के केनवास पर उदार मना सास एवं संकीर्ण सोच वाली बहू का चित्र बनाकर सुधी पाठकों को प्रति दिन घर घर में होने वाली घटनाओं का सजीव चित्रण किया है ।आज हम कितनी तंग ख्याली में जी रहे हैं और हमारे पूर्व की पीढ़ी कितनी उदार मना थी । मालती जोशी जी ने एक युनिवर्सल ट्रुथ की और भी ध्यान आकृष्ट किया है और इस सत्य को हमेशा ध्यान में रखना बहुत जरूरी है । बहुएं अपने घर से सिर्फ दहेज ही नहीं बल्कि संस्कार भी लाती है.। कहानियां हमें शिक्षित भी करती है। आपने बहुत ही बढ़िया कहानी का सुनाने के लिए चयन किया और भाव पूर्ण ढंग से उसका वाचन भी किया धन्यवाद।.....
Bhot h badiya kahani thi...
🙏
Bahut sundar kahani mam aapke sunane ka andaj bahut sundar
Nice story
Quite reality of life
मालती जोशी जी ने एक कुशल चित्रकार की तरह कहानी के केनवास पर उदार मना सास एवं संकीर्ण सोच वाली बहू का चित्र बनाकर सुधी पाठकों को प्रति दिन घर घर में होने वाली घटनाओं का सजीव चित्रण किया है ।आज हम कितनी तंग ख्याली में जी रहे हैं और हमारे पूर्व की पीढ़ी कितनी उदार मना थी । मालती जोशी जी ने एक युनिवर्सल ट्रुथ की और भी ध्यान आकृष्ट किया है और इस सत्य को हमेशा ध्यान में रखना बहुत जरूरी है । बहुएं अपने घर से सिर्फ दहेज ही नहीं बल्कि संस्कार भी लाती है.।
कहानियां हमें शिक्षित भी करती है। आपने बहुत ही बढ़िया कहानी का सुनाने के लिए चयन किया और भाव पूर्ण ढंग से उसका वाचन भी किया धन्यवाद।.....
Brijkishore ji कहानी तथा वाचन पसंद करने के लिए हार्दिक आभार तथा बहुत बहुत धन्यवाद 🙏❤️
Schhai
Bhut hi achhi jeewan ki sachhai
Mujhe to ye apni kahani lagi
Real life story thi sunkar achcha lga... Apka vachan lajbaab 🙏💖💖🌷🌹
हार्दिक आभार तथा धन्यवाद प्रिय किरन जी 💖😊🙏
Behad sundar aur realistic kitni saralta se sach bataya ja sakta ye Malti ji ki speciality hei.
😊❤️🙏
Good afternoon mam.pahlwan ki dholak suniye mam