भरत का चरित्र सुन के आंसू आ गए। इतना अच्छा लगता है आपके वर्णन सुन के....आत्मा तृप्त होती रहती है। आपकी जानकारी आपकी समझ को प्रणाम। मैं हनुमान जी की भक्त हूं और मुझे तो हनुमान जी के बल बुद्धि विद्या के वर्णन किस्से सुन कर बहुत बहुत खुशी मिलती है।
हे महापुरुष ईश्वर ने आप को इसीलिए दीर्घायु बनाया कि आप के श्रीमुख से श्री हनुमान जी एवं रामचरितमानस के बारे में नये नये बर्णन एवं ब्याख्यान सुन सकें. आप के सादर चरणों में शत शत नमन.
We must respect the way the importance of Sunderkand has been described in scientific way. These teachings can be game changer for the young generation who are more or less directionless in many ways. Just good pay package is merely not important but moral values and correct way to lead once life is explained beautifully. So let's know a philosophical view of a legend which I believe is of great importance. He has revealed the truth behind the Holy books. 🙏
Appreciate sir's great memory and logical and spiritual explanations on Ramayana with the Young aspirant who also interacted interestingly with rational questions. Dr.Padmanabhan
बहुत ही अंतर्मुख करनेवाला मार्गदर्शन है गुरुजी का. शब्द मे निहित आशय बहुत ही गहरा है. इस प्रकार रामायण की व्याख्या ओर कही सून ने को नही मिळता है. नमन गुरुजी
प्रणाम, इस अल्पज्ञ का, बड़े बारीकी से छोटे छोटे उद्धरणों द्वारा आपणे सभी रामायण के भाग में आये हुए सभी चरित्र का बड़ा सुंदर व रोचक वर्णन किया, आप धन्य है, इस पातकी/सठ मना की चरण स्पर्श स्वीकार करें 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम सीता के जीवन चरित्र और आदर्श रामराज्य की परिकल्पना के अद्भुत विवेचन के लिए श्री गुरु जी को कोटि कोटि🙏💕 नमन, हार्दिक धन्यवाद. बेहद की परमशान्ति.के जीवन और
Kya knowledge hai kya badiya samjhaya hai waah Guru ji. Aapki punya aatma ko shat shat Naman Jai Shri Raam SiyaVar Raamchandra Ji ki Jai Om Shri Hanumante Namah
Ye jo swal utha rhe h comments me, aap video ko ache se dekha, unhone ek jgah scientists ki baat ki h, ki Corban se carbohydrate kese bna Ye sirf scientists hi Samjh skta h, to jo sach me Janana chahta ho, to Phle usko bhartiya Vigyan ka vegyanic banana padega, Bhut hi ache trike se samjha rhe h guru ji
Gurujipranam apke granth path me sare bharat ke grantho is sar sunne ko kilts hy esliye dhnywad sath mera ak prashna hy ki hinsa karna pap hy to dashrath raja shikar karte the to bhi bhagwan shreeram kids outta unko kyse prapt hua guruji pls bataye
I happened to do the parayan of ramayana published by ramakrishna mutt. One of the great attributes of lord rama was going to vanvas for 14years and after returning he ruled for 10000years. My doubt is, 14years exile is like one day when Lord rama ruled for 10000years. Why it was glorified somuch about exile. Guruji Pls give your narration 🙏🙏🙏
विकास जी गुरु जी से भगवान राम द्वारा माता सीता का परित्याग और शंबूक वध के बारे में क्या सच्चाई है और मनु स्मृति में शुद्र महिलाओं के अपमान की सत्यता के बारे में चर्चा की जाए ताकि भारतीय जनमानस को सच्चाई का पता चल सकेl
गुरुजी को मेरा कोटी, कोटी प्रणाम मुझे मालूम है आप ईमेल द्वारा प्रशन,का उतरा देते हैं और मुझे ईमेल द्वारा प्रशन देने कोई ज्ञान नहीं है में अगर आप से इसी तरह कोई भी प्रशन,करु,तो, मुझे,हां, या,ना,कह,कर उतर,देवे, तो मुझे संतुष्ट मिल जायेगा आप की में क्या तरीफ,करु, आप तो सभी भक्तों का, कल्याण करते, हैं जो भक्ति को भुल, गया वो आप की अध्यात्मिक वचन से बंध,गया,, धन्यवाद
guru ji mera ek sawal hai kya janwaro ki bali dena sahe hai kya apne bhakti or shardha k naam par ham janwaro ki bali de ye kaha tak sahe hai, please guru ji se es prashan ko kare
ब्रह्म जो ब्यापक बिरज अज अकल अनीह अभेद। सो कि देह धरि ? होइ नर ?? जाहि न जानत वेद!!!!।। सीता वियोग में लीला स्वरूप राम जी को देखकर सती मन ही मन विचार कर रही हैं कि जो ब्रह्म हैं वे तो सर्व व्यापक हैं। स भूमि विश्वतो वृत्वा$त्यातियष्ठत दशांगुलम् ( ऋग्वेद) एक साथ समान रूप से सभी जगह मौजूद हैं और ये दशरथ पुत्र यहाँ वन में है तो अयोध्या में नहीं है अर्थात सर्व व्यापक नहीं है। ये सर्व व्यापक होते तो इनके वियोग में दशरथ मरण नहीं होता, अयोध्या सूना नहीं होता। विरज - माया आदि दोष रहित, ।ये दशरथ नंदन राम ! माया रहित होते तो फिर माया मृग के पीछे क्यों दौड़ते ? नारी वियोग में इतना दुखित क्यों होते ?? ये तो मोह माया से लिपटे दिखाई दे रहे हैं। अज- अजन्मा , जन्म मृत्यु रहित। ये यदि ब्रह्म होते तो फिर कौशल्या के गोद से जन्म कैसे लेते ? ब्रह्म बाल्यावस्था,युवावस्था,वृद्धावस्था से परे हैं किन्तु ये दशरथ नंदन पहले बालक और अब युवा हैं, अतः ब्रह्म कैसे?? अकल - पूर्ण, ब्रह्म तो पूर्ण हैं..पूर्णमिदं पूर्ण ब्रह्म। किन्तु ये तो स्वयं पूर्ण नहीं दिखाई देते। अनीह- इच्छा रहित, इन्हें यदि कोई इच्छा नहीं होती तो फिर नारी के लिए इतना व्याकुल होकर क्यों वन में भटकते? ये तो..हा गुनखानी ! हा मृगनैनी सीता !! ये ब्रह्म होते तो हाय हाय कामी जैसा क्यों करते ?? अभेद - ब्रह्म न तो पुरुष हैं और न नारी ,वे भेद रहित हैं और ये दशरथ नंदन पुरुष स्वरूपी नारी को ढूँढते हैं। और वे परम ब्रह्म परमेश्वर मनुष्य रूप क्यों धारण करेंगे ? जो चिदानंद मय दिव्य हैं वे दोष युक्त मनुष्य रूप क्यों धारण करेंगे? ये नर बनने की क्या आवश्यकता है ब्रह्म को ?? जिन्हें वेद नेति नेति अर्थात अंत नहीं है,अंत नहीं है कहकर गायन करता है वे नाशवान शरीर क्यों धारण करेंगे??? नहीं !नहीं !! ये असंभव है। ये भोलेनाथ भोले हो गए हैं, भोरे हो गए हैं। ये साधारण मनुष्य को भूलवश ..."जय सच्चिदानंद जग पावन" कह दिए। सती जी अब श्रीराम जी को श्री हरि विष्णु से मिलान करती हैं...विष्णु जो सुर हित नर तनु धारी..यदि विष्णु भगवान देवताओं के भलाई के लिए मनुष्य रूप धारण करते हैं वे भी तो..सोउ सर्वज्ञ !..वे भी तो सर्वज्ञ हैं ? जथा त्रिपुरारी- जैसे भोलेनाथ सर्वज्ञ वैसे ही विष्णु ,तो फिर...खोजइ सो कि अग्य इव नारी ? मैं कुछ पल के लिए मान लेती हूँ कि ये विष्णु ही हैं तो फिर वे सर्वज्ञ होकर एक अज्ञानी की भाँति नारी को क्यों खोजेंगे ? कोई विष्णु पत्नी का हरण कर ले और वे सर्वज्ञ जान नहीं पाते ?? और यदि जान जाते तो फिर इस वन में व्याकुल होकर क्यों ढूँढते?? ग्यानधाम - श्री हरि विष्णु अज्ञानी नहीं बल्कि ज्ञान के निवास हैं, श्री पति - वे जनक पुत्री के पति नहीं बल्कि श्री अर्थात लक्ष्मी पति हैं। असुरारी..उनकी भार्या लक्ष्मी जी को कोई राक्षस कैसे चुरा सकता है? वे तो स्वयं राक्षसों के दुश्मन हैं! कोई राक्षस उनसे जीत नहीं सकता है। ना ! ना !! ये दशरथ नंदन न तो ब्रह्म है और न श्री हरि विष्णु ही किन्तु ये भोलेनाथ उनको इतना इज्जत क्यों दे रहे ? सती जी के मन में संदेह का सूनामी तूफान ही उठ रहा है! वे व्यग्र हो गई हैं। ये शंकर जी झूठे नहीं और वन वन भटकने वाले ब्रह्म कैसे?? नारी की चंचलता अब शांत नहीं रहने देगी... सुप्रभातं सुमंगलं सीताराम जय सीताराम सीताराम जय सीताराम
Jo bhi quest ka subscriber hai, wo bahut bhagyashali vyakti hai. Aisa gyan aur vyakhyan asambhav hai.
भरत का चरित्र सुन के आंसू आ गए। इतना अच्छा लगता है आपके वर्णन सुन के....आत्मा तृप्त होती रहती है। आपकी जानकारी आपकी समझ को प्रणाम।
मैं हनुमान जी की भक्त हूं और मुझे तो हनुमान जी के बल बुद्धि विद्या के वर्णन किस्से सुन कर बहुत बहुत खुशी मिलती है।
हे महापुरुष ईश्वर ने आप को इसीलिए दीर्घायु बनाया कि आप के श्रीमुख से श्री हनुमान जी एवं रामचरितमानस के बारे में नये नये बर्णन एवं ब्याख्यान सुन सकें. आप के सादर चरणों में शत शत नमन.
We must respect the way the importance of Sunderkand has been described in scientific way.
These teachings can be game changer for the young generation who are more or less directionless in many ways. Just good pay package is merely not important but moral values and correct way to lead once life is explained beautifully. So let's know a philosophical view of a legend which I believe is of great importance. He has revealed the truth behind the Holy books.
🙏
कितना अच्छा होता यह कथा जारी रहती। आचार्य जी के मुख से यह अति सुन्दर कथा है। गुरुदेव को अनन्त कोटिशः प्रणाम। जय हो। 💐❤️💐
Appreciate sir's great memory and logical and spiritual explanations on Ramayana with the Young aspirant who also interacted interestingly with rational questions.
Dr.Padmanabhan
अ
बहुत ही अंतर्मुख करनेवाला मार्गदर्शन है गुरुजी का. शब्द मे निहित आशय बहुत ही गहरा है. इस प्रकार रामायण की व्याख्या ओर कही सून ने को नही मिळता है. नमन गुरुजी
गुरुजी एकांत में आपको सुनना सबसे अच्छा लगता है, अपने अंदर एक नई ऊर्जा महसूस कर रहा हूं 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
Ramayan is biggest lesson for world. How world become happy. It's not about the story it's about what we learn from it
Noble ,informative and spiritual interaction. Great
प्रणाम, इस अल्पज्ञ का,
बड़े बारीकी से छोटे छोटे उद्धरणों द्वारा आपणे सभी रामायण के भाग में आये हुए सभी चरित्र का बड़ा सुंदर व रोचक वर्णन किया, आप धन्य है, इस पातकी/सठ मना की चरण स्पर्श स्वीकार करें 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤ वाह वाह वाह!! कोटी कोटी धन्यवाद , आभार प्रिय विकास जी
शत शत नमन गुरुजी के चरणों में
अद्भुत... जय श्री सीताराम
जय हनुमान
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम सीता के जीवन चरित्र और आदर्श रामराज्य की परिकल्पना के अद्भुत विवेचन के लिए श्री गुरु जी को कोटि कोटि🙏💕 नमन, हार्दिक धन्यवाद. बेहद की परमशान्ति.के जीवन और
I have been watching your videos for last few weeks, I can say only one word for that, Wow, wow and wow, these videos are like a treasure.
Kya knowledge hai kya badiya samjhaya hai waah Guru ji.
Aapki punya aatma ko shat shat Naman
Jai Shri Raam
SiyaVar Raamchandra Ji ki Jai
Om Shri Hanumante Namah
Guruji’s wisdom is incomparable. Thanks to this channel and author for extracting and disseminating the knowledge. 🙏
Ye jo swal utha rhe h comments me, aap video ko ache se dekha, unhone ek jgah scientists ki baat ki h, ki Corban se carbohydrate kese bna Ye sirf scientists hi Samjh skta h, to jo sach me Janana chahta ho, to Phle usko bhartiya Vigyan ka vegyanic banana padega,
Bhut hi ache trike se samjha rhe h guru ji
Mahatma Guruji koti koti naman .App ka barnan sara jaha se aacha .
Ati uttam
We learn so many points of knowledge of various spritiual,social aconomic things
With regards
बहुत अच्छा वर्णन किया गुरु जी ने 🙏🙏 जब भी आपको समय मिले तो योग वाशिष्ट पर भी वीडियो series बनाये। आपकी बातें बहुत आसानी से समझ आताी है।
+1
अत्यंत सुंदर विश्लेषण, सादर प्रणाम।
Thanks Dr sinha for enlightenment, great soul
गुरु जी आप को कोटि_कोटि नमन🙏 आप ज्ञान के सागर है
❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉 आभार अभिनंदन आपका प्रभु जी।मेरा भारत महान।
नमन गुरुदेव 🙏🏼💐
बहुत सुंदर दर्शन 🌺
Guru ji ke charno mein baithe ke unse anmol gyan prapt krna h..
गुरुजी को कोटी कोटी प्रणाम 🌹🙏🙏🙏
रामायण का सही सटीक मार्गदर्शन 🙏🙏🙏🙏
ये रामायण सिया राम की अमर कहानी है। जय सिया राम लखन हनुमान🙏🙏
Guru ji ko mera pranam boliyega bhai, sach me bahot jankari h inko🙏🙏bahot sundar🥰
🙏👌
श्रीगुरु जी के चरणों में नमन 🙏🙏
राम राज्य की हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ाने की वात बहूत पूरानी
Gurujii ke shree charann kamalopar is bhrungka prannam
सही उत्तर है गुरु देव जी आप महात्मा है
Unbelievable amount of knowledge ❤❤❤
बहुत ही सुन्दर वर्णन जय सियाराम,🌹🙏🌹
गुरुजी सादर नमन एवं धन्यवाद🙏
गुरुदेव आपको कोटि-कोटि प्रणाम, आपका हमे छोड़ जाना हमारे लिए अपूरणीय क्षति है l
🙏
Ap sastr ke gyata hai ap osho ke saman mahan hai mugh par kripa kare
pranam guru g
atisundar
gyanvardhak
Gurujik. K. Charano. Me. Naman
Gurujipranam apke granth path me sare bharat ke grantho is sar sunne ko kilts hy esliye dhnywad sath mera ak prashna hy ki hinsa karna pap hy to dashrath raja shikar karte the to bhi bhagwan shreeram kids outta unko kyse prapt hua guruji pls bataye
कोटि कोटि प्रणाम गुरुदेव
Pyare guruji ❤❤❤❤❤❤❤
अत्यधिक ज्ञानवर्धक
Jai hanuman
Jai shree ram
Jai Shree Ram ji
Atishay Sundar vivechan!! dhanyavad.
जय श्री राम 🙏🙏
Ram Ram Guru Ji 💕🙏
Thanks 🙏
विकास जी अगर गुरुजी से स्वामी विवेकानंद जी पर कुछ व्याख्यान उपलब्ध कराने की प्रार्थना मेरी ओर से कर सकें 🙏
आपकी बड़ी कृपा होगी😌🙏
गुरू जी प्रणाम
Guru G charano me pranam...
Jai Siya Ram
Jai ram jai ram jai jai ram
राम राम गुरुजी🙏🙏🙏🙏🙏
Gurudev aapko Naman, dhanyawad
भरत धर्म धुरी नमन
Apka bhahut bhahut Dhanyavad
🙏jai siyaram ji🙏
I happened to do the parayan of ramayana published by ramakrishna mutt. One of the great attributes of lord rama was going to vanvas for 14years and after returning he ruled for 10000years. My doubt is, 14years exile is like one day when Lord rama ruled for 10000years. Why it was glorified somuch about exile. Guruji Pls give your narration 🙏🙏🙏
विकास जी गुरु जी से भगवान राम द्वारा माता सीता का परित्याग और शंबूक वध के बारे में क्या सच्चाई है और मनु स्मृति में शुद्र महिलाओं के अपमान की सत्यता के बारे में चर्चा की जाए ताकि भारतीय जनमानस को सच्चाई का पता चल सकेl
Sir, आप के विचारसे स्वामीनारायण दर्शन के बारेमे जरूरसे बताये। हमे प्रतीक्षा रहेगी ।
Pranam giruji.
प्रणाम गुरू जी। क्या कल्याण के लिए स्त्री को गुरु धारण करना आवश्यक है? कृपया प्रकाश डालिये 🙏
Thank you Guru Ji🙏🏻
गुरू जी प्रणाम !
यह किस समय का प्रसंग है कि शनि ने हनुमान जी को राम सेवा कि काम मे जाते हुए रोककर अपने से कुस्ती लड्ने कि चुनौती दे रहा था ।
सीता राम
Ram ram gur ji
जय श्री राम
जय सियाराम
Pranaam guru ji 🙏
गुरु जी प्रणाम एक वीडियो में आपने कहा हनुमान के पूंछ नहीं है
Naman hai baba ji ko 👏👏👏👏
Guru ji 🙏
Kalyug me bhakti kese kee Jaye.
धन्यवाद
बहुत अच्छी बुदीपरिवर्तनीय
Great information 🙏🙏🙏
सुन्दर परिचर्चा ।
Great🙏🙏
रामराज का अर्थ है, राज्य राजसत्ता से नही जनसत्ता से चलेगा जिसमें समाजिक नैतिकता व्यक्तिगत नैतिकता से ज्यादा प्रमुख है।
Respected sir pls some time explore and explain devi bhagwat
Pranam guru dev thanku
Dhanyavad, Namaste.....
Koti koti vandana 🥀🥀👏👏🥀🥀
Superb 🙏
Jai guru dev
गुरुजी को मेरा कोटी, कोटी प्रणाम
मुझे मालूम है
आप ईमेल द्वारा प्रशन,का उतरा देते हैं और मुझे ईमेल द्वारा प्रशन देने कोई ज्ञान नहीं है में अगर आप से इसी तरह
कोई भी प्रशन,करु,तो, मुझे,हां,
या,ना,कह,कर उतर,देवे,
तो मुझे संतुष्ट मिल जायेगा
आप की में क्या तरीफ,करु,
आप तो सभी भक्तों का, कल्याण
करते, हैं जो भक्ति को भुल, गया
वो आप की अध्यात्मिक वचन से बंध,गया,, धन्यवाद
Saadar Pranaam 🙏🙏🙏
Jaishiyaram
guru ji mera ek sawal hai kya janwaro ki bali dena sahe hai kya apne bhakti or shardha k naam par ham janwaro ki bali de ye kaha tak sahe hai, please guru ji se es prashan ko kare
Guruji kya Hanuman ji Ki poonchh ka varnan Valmeekeeya Ramayan me bhi aya hai ya Vanar jaati koyi manushy jaati hi thhi.
than you , please tell us about vedas also
Koti koti naman
Sir what about histriosity of valmiki ramayan please guide us🙏
Can any one explain the one bad and unjustifiable deed in Ramayana: Sambooka vadha 21:25
अहो भाग्य
🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐
🙏❤💐
ब्रह्म जो ब्यापक बिरज अज अकल अनीह अभेद।
सो कि देह धरि ?
होइ नर ??
जाहि न जानत वेद!!!!।।
सीता वियोग में लीला स्वरूप राम जी को देखकर सती मन ही मन विचार कर रही हैं कि जो ब्रह्म हैं वे तो सर्व व्यापक हैं।
स भूमि विश्वतो वृत्वा$त्यातियष्ठत दशांगुलम् ( ऋग्वेद) एक साथ समान रूप से सभी जगह मौजूद हैं और ये दशरथ पुत्र यहाँ वन में है तो अयोध्या में नहीं है अर्थात सर्व व्यापक नहीं है।
ये सर्व व्यापक होते तो इनके वियोग में दशरथ मरण नहीं होता,
अयोध्या सूना नहीं होता।
विरज - माया आदि दोष रहित, ।ये दशरथ नंदन राम ! माया रहित होते तो फिर माया मृग के पीछे क्यों दौड़ते ? नारी वियोग में इतना दुखित क्यों होते ??
ये तो मोह माया से लिपटे दिखाई दे रहे हैं।
अज- अजन्मा , जन्म मृत्यु रहित। ये यदि ब्रह्म होते तो फिर कौशल्या के गोद से जन्म कैसे लेते ?
ब्रह्म बाल्यावस्था,युवावस्था,वृद्धावस्था से परे हैं किन्तु ये दशरथ नंदन पहले बालक और अब युवा हैं, अतः ब्रह्म कैसे??
अकल - पूर्ण, ब्रह्म तो पूर्ण हैं..पूर्णमिदं पूर्ण ब्रह्म।
किन्तु ये तो स्वयं पूर्ण नहीं दिखाई देते।
अनीह- इच्छा रहित, इन्हें यदि कोई इच्छा नहीं होती तो फिर नारी के लिए इतना व्याकुल होकर क्यों वन में भटकते?
ये तो..हा गुनखानी !
हा मृगनैनी सीता !!
ये ब्रह्म होते तो हाय हाय कामी जैसा क्यों करते ??
अभेद - ब्रह्म न तो पुरुष हैं और न नारी ,वे भेद रहित हैं और ये दशरथ नंदन पुरुष स्वरूपी नारी को ढूँढते हैं।
और वे परम ब्रह्म परमेश्वर मनुष्य रूप क्यों धारण करेंगे ? जो चिदानंद मय दिव्य हैं वे दोष युक्त मनुष्य रूप क्यों धारण करेंगे?
ये नर बनने की क्या आवश्यकता है ब्रह्म को ??
जिन्हें वेद नेति नेति अर्थात अंत नहीं है,अंत नहीं है कहकर गायन करता है वे नाशवान शरीर क्यों धारण करेंगे???
नहीं !नहीं !!
ये असंभव है।
ये भोलेनाथ भोले हो गए हैं,
भोरे हो गए हैं।
ये साधारण मनुष्य को भूलवश ..."जय सच्चिदानंद जग पावन" कह
दिए।
सती जी अब श्रीराम जी को श्री हरि विष्णु से मिलान करती हैं...विष्णु जो सुर हित नर तनु धारी..यदि विष्णु भगवान देवताओं के भलाई के लिए मनुष्य रूप धारण करते हैं वे भी तो..सोउ सर्वज्ञ !..वे भी तो सर्वज्ञ हैं ?
जथा त्रिपुरारी- जैसे भोलेनाथ सर्वज्ञ वैसे ही विष्णु ,तो फिर...खोजइ सो कि अग्य इव नारी ?
मैं कुछ पल के लिए मान लेती हूँ कि ये विष्णु ही हैं तो फिर वे सर्वज्ञ होकर एक अज्ञानी की भाँति नारी को क्यों खोजेंगे ?
कोई विष्णु पत्नी का हरण कर ले और वे सर्वज्ञ जान नहीं पाते ??
और यदि जान जाते तो फिर इस वन में व्याकुल होकर क्यों ढूँढते??
ग्यानधाम - श्री हरि विष्णु अज्ञानी नहीं बल्कि ज्ञान के निवास हैं, श्री पति - वे जनक पुत्री के पति नहीं बल्कि श्री अर्थात लक्ष्मी पति हैं।
असुरारी..उनकी भार्या लक्ष्मी जी को कोई राक्षस कैसे चुरा सकता है?
वे तो स्वयं राक्षसों के दुश्मन हैं! कोई राक्षस उनसे जीत नहीं सकता है।
ना ! ना !! ये दशरथ नंदन न तो ब्रह्म है और न श्री हरि विष्णु ही किन्तु ये भोलेनाथ उनको इतना इज्जत क्यों दे रहे ?
सती जी के मन में संदेह का सूनामी तूफान ही उठ रहा है! वे व्यग्र हो गई हैं। ये शंकर जी झूठे नहीं और वन वन भटकने वाले ब्रह्म कैसे??
नारी की चंचलता अब शांत नहीं रहने देगी...
सुप्रभातं
सुमंगलं
सीताराम जय सीताराम
सीताराम जय सीताराम
Sir 🙏