जातिवाद तब तक खत्म नहीं हो सकता जब तक kuch लोग खुद ki जाती ko बड़ी dikhakar दूसरों ko nicha mahsus krwate रहेंगे 😂😂 Or kahi na kahi हर जाती ऐसा ही करती है sb अपने आपको बड़ा mante hai
शासन तो जाति के नाम् से सर्वें करता है अगर जाति वाद को ख़त्म करना है तो किसी भी फार्म मे कन्ही भी जाति का जिक्र ना हो पहचान के लिए गोत्र से पहचान सकते है
@@realityground.4714Ved Me Jaati janm se nahi hai ,karma se ha Geeta me bhi karma aur Gun ke adhar par division hua ha baaki aapko jo manana ha mano niche rhna ha rho upar rhna ha rho chetna kaha le jaani ha khud tay karo
if possible sanjeet bhai, please try to provide the list of books, research papers, reports or any other material from which history of human civilisations is told by malik sir
धन्यवाद। वीडियो काफी अच्छा है, परंतु वेदों के बारे में सर की जानकारी अभी पूरी नहीं है शायद... क्योंकि संस्कृत भाषा और देवनागरी लिपि दोनों ही आठवीं शताब्दी के बाद की है तथा आज के समय में ऋग्वेद का उपलब्ध प्रमाण 16 वीं शताब्दी का है।
brother Langauge aur Script me different hota ha , padhai kro pahle, Langauge pahle Brahmi lipi me likhi jaati thi ,many inscriptions are there in Sanskrit from 2 century
जातियां काम के आधार पर नहीं बनी है जो सबसे ज्यादा मांसाहारी है वह शहंशाह कैसे और एक वर्ग मांस खाने वाला सबसे नीचा कैसे इसके अनेक उदाहरण मिलेंगे उत्तरी भारत में काम करने वाला किसान ऊंचा और दक्षिणी भारत में काम करने वाला किसान नीचा कैसे किताबें की बात करें तो उसमें बहुत सी काल्पनिक बातें हैं जिसको ऊंचा बता दिया वे लोग उसे मानते हैं इसके पीछे बहुत बड़ी राजनीतिक गतिविधियां भी है
17:53 हिन्दू धर्म में तो है ही जाति- गुरु जी गलत शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं। हिन्दू धर्म में नहीं, हिन्दू समाज में। हद हो गई, जब समाजशास्त्री ही गलती कर देगा, वो भी बड़ी वाली, तो आम आदमी लड़ेगा ही इन बातों पर। हालांकि गुरु जी सम्माननीय अवश्य हैं🙏।
4 वर्ण ✅ 👉 ब्राह्मण यहां ब्राह्मण का अर्थ जन्मना नहीं है कर्मणा है जो अपने सभी धार्मिक ग्रंथों, धर्म आदि को जानता है जैसे वेद, उपनिषद, दर्शन, महाभारत, गीता,योग, विज्ञान, गणित, भाषाएं, राजनीति,आर्युवेद, चिकित्सा,खगोल,रसायन शास्त्र, विमान शास्त्र, आदि जिसको स्मरण हो और वह इन शिक्षाओं को गुरूकुल आदि के माध्यम से समाज में प्रचार प्रसार करने वाला हो,गुरू हो, अध्यापक हो, उसे ही ब्राह्मण कहा गया है। जो हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है। 👉 क्षत्रिय भी जन्मना नहीं है कर्मणा है जिसकी भुजाओं में बल हो,जो अपने परिवार,अपने समाज,अपने राज्य,अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए सदैव तत्पर हो,जो समाज में असुरक्षा पैदा करने वालों के लिए काल हो,जो शस्त्र विद्या में निपुण हो, उसे ही क्षत्रिय कहा गया है,बिना राष्ट्र कि रक्षा के राष्ट्र स्थिर नहीं रह सकता। इसलिए यह भी महत्वपूर्ण अंग है। 👉 वैश्य भी जन्मना नहीं है कर्मणा है जो कृषि करता हो, पशुपालन करता हो, व्यापार आदि करता हो,कर देता हो,ऋण देता हो, रोजगार देता हो उसे ही वैश्य कहा गया है,यह भी महत्वपूर्ण अंग है। 👉 शूद्र जो ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य इन तीनों द्वारा किए गए कार्यों में अपनी सेवाएं प्रदान करता हो वही शूद्र है। अर्थात जैसे शिक्षा प्रदान करने के लिए एक स्कूल बनाने कि आवश्यकता है,एक अध्यापक कि आवश्यकता है,एक सुरक्षाकर्मी कि आवश्यकता है,धन कि आवश्यकता है ठीक वैसे स्कूल निर्माण करने के लिए मिस्त्री, मजदूर, स्कूल कि जरूरतों को पुरा करने वाले सामान निर्माण करने में नौकरी पर लगे कर्मचारी,आदि जो भी सेवाएं प्रदान कर रहे हो वह शूद्र कि श्रेणी में आते हैं। इसलिए यह भी महत्वपूर्ण अंग है अगर सभी व्यापारी हो अगर सभी अध्यापक हो,सभी आर्मी में हो तो यह संभव नहीं है इसलिए चारो ही महत्वपूर्ण अंग है।
Es desh me ldai angrej hi khatam kiya or technical padai bhi whi laye Angrej 100 sal or rh jate to kya dikkat thi Sab ko kaam chahiye jo aaj ki bdi sankhya h Aajadi ka faida kewal netao ko hua jamin factory business school car motors sab inke pas h
Nice video.sir but you missed one point that casteism can not eradicate by doing intercaste marriage.hindu people believe in casteism becouse it is written in their religious text like manusmirti,ramcharitmanas,puraan,Geeta in the name of varnavyavastha,and people are religious so they obey their instruction.dr ambedkar has written in his book annihilation of caste that religious text are the main culprit of inequality and we should blow it through dynamite .kuraan,Bible gurugranth do not contain such favour of inequality lakin jo hindu convert hue hai wo apni hindu ki jaati ki durgandh in dharmo mai bhi le gaye hai.jai bheem jai bharat.
महात्मा बुद्ध वर्ण व्यवस्था में विश्वास करते थे . उनके अनुसार क्षत्रिय सबसे श्रेष्ठ , वैश्य उनके बाद , फिर ब्राह्मण और शूद्र. बौद्ध ग्रंथों में ये उल्लेख मिलता है कि महात्मा बुद्ध के कई जातियों के बारे में विचार बहुत अच्छे नहीं थे . उन्होंने श्रमण बनने के लिए भी कई जातियों को मना करा था. उनके अनुसार स्त्रियाँ भी पुरुषों की तुलना में कमतर थी. इसलिए ये कहना कि बुद्ध ही सबसे तार्किक इत्यादि थे, सही नहीं है . प्रत्येक धर्म /मत अपने समय के देश -काल की परिस्थिति के अनुसार विकसित हुआ है और बाद में भी उन्होंने परिवर्तनों को स्वीकार किया है. बुद्ध और जाति के बारे में अधिक जानने के लिए ये वीडियो देखें: th-cam.com/video/KjJ3vwaJLQc/w-d-xo.htmlsi=S9zuQrC4ZNNO1Hux
Jatikavivacha choro aap log ke pass phaltoo time hai jati kamida leka Ajateho neta ka bharasta char bharat ki durdasha per vichar karo jati ki vivechana karna moorkhta hsi
@@indigenous_clips🙏आदरणीय हकीकत में तो प्रत्येक जाति ने अपनी ही जाति में अपने से निम्नतर को ढूंढ कर रखा हुआ है l 🙏 अगर ऐसा नहीं किया होता तो रौब किस पर जमाते - आखिर अपने को श्रेष्ठ बताने के लिए किसी को तो नीचा करना/ बनाना पड़ेगा न🤣😂✍🏻🤔❗🤫🙏 अगर यकीन नहीं हो तो सोशल मीडिया उठाकर देख लो सब जातियां अपने आप को सर्वश्रेष्ठ घोषित करती मिलेंगी जी🙏 l
Ye jhant barabar jaat angrejo ke dura likhi kitabo se Bharat me jaatiya kese bani vo bata raha is mukh ko ye bata nhi gotra apne purajo ke naam se chalta he or jo ye 36 Kom ka dialogue famous he vo rajputo ke 36 vansh se hi aaya he jaatiya to hazaro he Bharat me bahut si jaatiya asi he mahapurusho se dekhe dekh bhi got laga leti he jiska astitv nhi he Rajputo gotra solanki Panwar tomer jaato me paay jaate he kiska matlab jaato in gotra ke jaato ke pujraj solanki Panwar tomer rajput he raja maharaja jaagiridar koi bhi ho sakta he
200 वर्ष पहले जाति जाति होती थी जाति कभी वाद नहीं थी अंग्रेजों ने इसे जातिवाद बनाया इसलिए जातिवाद विवाद बना। आप सोचिए जो लोहे का काम करता था वह लोहार जो सोने का काम करता वह सुनार जो मिट्टी के बर्तन बनाता था वह कुम्हार अब आजादी के बाद यह तय करना था कि अगर कोई कुम्हार अब कुम्हार का काम छोड़कर सुनार बन गया है तो उसे सुनार जाति का प्रमाण दिया जाए लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ और जाति को आरक्षण से जोड़ दिया गया जिसके कारण जन्म आधारित जाति प्रमाणपत्र बनने लगे कर्म आधारित नहीं। आरक्षण कि वजह से कोई अपनी जाति का त्याग करने का इच्छुक नहीं हैं इसलिए जातिवाद अब और भी अधिक विवाद का कारण बन गई है। अगर जाति खत्म करनी है तो पहले उसे कर्म आधारित बनाया जाय।
बहुत ज्यादा बातों में अंतर्विरोध है इनकी...और द्रविड़ यहां के मूलनिवासी बताये ये कतई बेवकूफी की बात है...उत्तर भारत मे कभी द्रविड़ रहे ही नहीं.. जब तक geography को आधार नहीं बनाएंगे इन मामलों में तब तक हम सच के करीब नहीं जा सकते
Amit Bhai ji you have limited knowledge.Arain caste is also Saini.They all are muslim.and there are many rods in Pakistan who migrated from India to Pakistan in 1947.
Ved Puran BRAHAMN ki likhi Farzi book hai jinka Jato se koi Lena Dena nhi hai, Old PANJABI me BRAHAMN BANIYE sirf 600-700 sal pahle aaye , BRAHAMN BANIYE aur Chuhde Bhangi Balmiki Thailand Combodia Indonesia Laos viaitnaam Jawa Sumatra se India me aaye
महात्मा बुद्ध भारत के बेटे है और विश्व की चेतना है। 🌿🌹🌿
Beta vi nepal se the na ke india se
Vo bhi chatriya the
आदरणीय चौधरी साहिब ने गूरू तत्व की चेतना का प्रमाण दिया है। शानदार गुरूजी। बहुत ही तार्किक और वैज्ञानिकता से परिपूर्ण विमर्श है।गुरू जी को प्रणाम।
जातिवाद तब तक खत्म नहीं हो सकता जब तक kuch लोग खुद ki जाती ko बड़ी dikhakar दूसरों ko nicha mahsus krwate रहेंगे 😂😂
Or kahi na kahi हर जाती ऐसा ही करती है sb अपने आपको बड़ा mante hai
कृपया हरियाणे में जातिवाद समाप्त करने लगातार ग्रुप चर्चा करवाएं , आपकी अति कृपा होगी l
I have seen many videos, but this conversation is complete brief knowledge which I wanted to know for last few months , thanks both of you sir ji.
Ram ram bhai ji , sab हिन्दू मिल जुल रहो ,हम सभी महादेव ma पार्वती ki संतान hai
शासन तो जाति के नाम् से सर्वें करता है अगर जाति वाद को ख़त्म करना है तो किसी भी फार्म मे कन्ही भी जाति का जिक्र ना हो पहचान के लिए गोत्र से पहचान सकते है
जातिवाद की बू नहीं है बल्कि गरीब लोगों की ओर शासन प्र शासन का ध्यान दिलाना था
Thanks to Mr Malik Sahab!
बहुत खूब संजीत भाई , आज के दिन सच में लोग सवाल उठाए भूल गए है। जो कि वैज्ञानिक सोच की तरफ बढ़ने की पहली सीढ़ी है ।
जातियां वर्णयवस्था के बाद आई
वर्णव्यवस्था आई सातवीं से दसवीं सदी के बाद ....
वर्णव्यवस्था एक राज करने का तरीका है।
Guruji Charan Sparsh. Very clear explanation about evolution of caste system.
I liked Malik sir's thinking and Sanjeet your effort is also very good
भारत में जाति रहेगी
Video dekh kar bahut kuchh sikhne ko mila aap dono ka bahut bahut dhanyawad ❤❤❤
❤
सराहनीय प्रयास समाज को समझाने के लिए
यह राष्ट्र भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण का है। सम्पूर्ण ज्ञान का मूल़ भारतवर्ष और सनातन परम्परा में है।
Best video...the thought tree upskilling..T3..for share market learners at gopalpura bypass Jaipur Rajasthan .DIRECTOR SHRAWAN YADAV.
जाति कभी भी खत्म नहीं होगी
Sanjeet bhai bahut badhiya vichar sunaeye apna
Aise hi video banaya karo
Itihaas ke bare mein jankari milati hai
Wow broadminded uncle ji 👏👍
Bahut achi bat h
Bahut achi bat share karte hai bhai
🎉dharampal lall
Prohibited goter
Otrak ( atri) and bohra
Loulan( lall) was the branch of yuchi
bahut khub
❤
ठीक है काम के आधार पर जातियाँ बन गई परन्तु ये उच्च और निम्न कहाँ से और किसकी देन 🤔
जिसने वेद लिखे, जातियां भी वहीं से उत्पन्न हुई।
@@realityground.4714Ved Me Jaati janm se nahi hai ,karma se ha
Geeta me bhi karma aur Gun ke adhar par division hua ha
baaki aapko jo manana ha mano
niche rhna ha rho
upar rhna ha rho
chetna kaha le jaani ha khud tay karo
Bhot Badhiya Kaam Sanjeet Bhaii
❤🎉
Great knowledge
if possible sanjeet bhai, please try to provide the list of books, research papers, reports or any other material from which history of human civilisations is told by malik sir
अच्छा टॉपिक सटीक जानकरी
धन्यवाद।
वीडियो काफी अच्छा है, परंतु वेदों के बारे में सर की जानकारी अभी पूरी नहीं है शायद... क्योंकि संस्कृत भाषा और देवनागरी लिपि दोनों ही आठवीं शताब्दी के बाद की है तथा आज के समय में ऋग्वेद का उपलब्ध प्रमाण 16 वीं शताब्दी का है।
brother Langauge aur Script me different hota ha , padhai kro pahle, Langauge pahle Brahmi lipi me likhi jaati thi ,many inscriptions are there in Sanskrit from 2 century
Good conversation
Keep it up
Thank you, I will
मलिक अंकल जी को राम राम 🙏🥰🙏
Bete
अंग्रेज खुद ही स्वर्णभूमि से मतलब आज के थाईलैंड से स्लेव के रूप में लाए थे।
मलिक साहब बहुत ज्ञानी है
Shi bol rhe ho ji
कई चीजें मैं clear कर सकता हूँ इस बारे..हमारे यहां जितना इतिहास पढ़ाया जाता है 80 प्रतिशत झूठ का पुलिंदा है
90% से ज्यादा झूठ है 👍🏻
Prove !!
Prove karo!
@@Guru_hoja_shuruprove karo yarr
इंसान अपने समूह के प्रति निष्ठावान रहता
सबसे पहले स्त्री स्वामित्व फिर पशु स्वामित्व फिर जमीन स्वामित्व आया
काम के आधार पर, तो सबसे पहली जाति "चमार" है।
Jai jai rajputana 🙏🚩
भारत का कोई सा भी इतिहास हो गणित आधारित नहीं है ज्यादातर पक्ष आधारित इतिहास है
Ram Ram ji
बुद्धि संपन्न समाज अगर वर्ण जाति की वकालत करता है तो इतिहास धर्म कुछ भी नहीं है ।
❤❤❤
saroha or saroya ek hi gaut ha kiya
saroya ke bare me bataya plz
Inter cast marriage k sakhat khilaf hu m...ye hona b nhi chahiye
Yo Budha bakwaas ker aa
Mostly gotr copy or chura ker lagne lage hain log 1947 se baad
Phir vo kha se. Aaya kha chlaa gya lotkr kyo nhi aaya
Sir Gautam buddha 563BC ma hue ye aap ko kase pata chla. Kya proof h apke pass?
खोद कर देख लें😂😂😂
पुराण हमारा इतिहास था तो पुराणों में झूठी कथाएं भर कर धार्मिक पुस्तक बना दी गई हैं।अब वाले इतिहास को अपनी मर्जी से लिखवाया जा रहा है।
😂😂पुराण तो सारा कपोल कल्पित है।
👏👏👏
🙏🙏
10:16 कालहन किताब on राजपूतों के 36 गोत्र।
जातियां काम के आधार पर नहीं बनी है जो सबसे ज्यादा मांसाहारी है वह शहंशाह कैसे और एक वर्ग मांस खाने वाला सबसे नीचा कैसे इसके अनेक उदाहरण मिलेंगे उत्तरी भारत में काम करने वाला किसान ऊंचा और दक्षिणी भारत में काम करने वाला किसान नीचा कैसे किताबें की बात करें तो उसमें बहुत सी काल्पनिक बातें हैं जिसको ऊंचा बता दिया वे लोग उसे मानते हैं इसके पीछे बहुत बड़ी राजनीतिक गतिविधियां भी है
उतरी ध्रुव गोरा लंबा रंग दक्षिण ध्रुव काला छोटा
श्वेत केतु ऋषि 🎉
द्रविड़ आर्य 🎉
17:53 हिन्दू धर्म में तो है ही जाति- गुरु जी गलत शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं। हिन्दू धर्म में नहीं, हिन्दू समाज में। हद हो गई, जब समाजशास्त्री ही गलती कर देगा, वो भी बड़ी वाली, तो आम आदमी लड़ेगा ही इन बातों पर। हालांकि गुरु जी सम्माननीय अवश्य हैं🙏।
4 वर्ण ✅
👉 ब्राह्मण यहां ब्राह्मण का अर्थ जन्मना नहीं है कर्मणा है जो अपने सभी धार्मिक ग्रंथों, धर्म आदि को जानता है जैसे वेद, उपनिषद, दर्शन, महाभारत, गीता,योग, विज्ञान, गणित, भाषाएं, राजनीति,आर्युवेद, चिकित्सा,खगोल,रसायन शास्त्र, विमान शास्त्र, आदि जिसको स्मरण हो और वह इन शिक्षाओं को गुरूकुल आदि के माध्यम से समाज में प्रचार प्रसार करने वाला हो,गुरू हो, अध्यापक हो, उसे ही ब्राह्मण कहा गया है। जो हमारे जीवन का महत्वपूर्ण अंग है।
👉 क्षत्रिय भी जन्मना नहीं है कर्मणा है जिसकी भुजाओं में बल हो,जो अपने परिवार,अपने समाज,अपने राज्य,अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए सदैव तत्पर हो,जो समाज में असुरक्षा पैदा करने वालों के लिए काल हो,जो शस्त्र विद्या में निपुण हो, उसे ही क्षत्रिय कहा गया है,बिना राष्ट्र कि रक्षा के राष्ट्र स्थिर नहीं रह सकता। इसलिए यह भी महत्वपूर्ण अंग है।
👉 वैश्य भी जन्मना नहीं है कर्मणा है जो कृषि करता हो, पशुपालन करता हो, व्यापार आदि करता हो,कर देता हो,ऋण देता हो, रोजगार देता हो उसे ही वैश्य कहा गया है,यह भी महत्वपूर्ण अंग है।
👉 शूद्र जो ब्राह्मण,क्षत्रिय,वैश्य इन तीनों द्वारा किए गए कार्यों में अपनी सेवाएं प्रदान करता हो वही शूद्र है। अर्थात
जैसे शिक्षा प्रदान करने के लिए एक स्कूल बनाने कि आवश्यकता है,एक अध्यापक कि आवश्यकता है,एक सुरक्षाकर्मी कि आवश्यकता है,धन कि आवश्यकता है ठीक वैसे स्कूल निर्माण करने के लिए मिस्त्री, मजदूर, स्कूल कि जरूरतों को पुरा करने वाले सामान निर्माण करने में नौकरी पर लगे कर्मचारी,आदि जो भी सेवाएं प्रदान कर रहे हो वह शूद्र कि श्रेणी में आते हैं। इसलिए यह भी महत्वपूर्ण अंग है अगर सभी व्यापारी हो अगर सभी अध्यापक हो,सभी आर्मी में हो तो यह संभव नहीं है इसलिए चारो ही महत्वपूर्ण अंग है।
Sab Thailandi dramebaaji hai... Brahmin-Shudra Thailand-Combodia ka vyavsaye hai jo Engrejo ke gulam ke sath aaj ke bhubhag pe spread hui
जाति के नाम पर आरक्षण कब खत्म होने की संभावना है जी
Es desh me ldai angrej hi khatam kiya or technical padai bhi whi laye
Angrej 100 sal or rh jate to kya dikkat thi
Sab ko kaam chahiye jo aaj ki bdi sankhya h
Aajadi ka faida kewal netao ko hua jamin factory business school car motors sab inke pas h
Nice video.sir but you missed one point that casteism can not eradicate by doing intercaste marriage.hindu people believe in casteism becouse it is written in their religious text like manusmirti,ramcharitmanas,puraan,Geeta in the name of varnavyavastha,and people are religious so they obey their instruction.dr ambedkar has written in his book annihilation of caste that religious text are the main culprit of inequality and we should blow it through dynamite .kuraan,Bible gurugranth do not contain such favour of inequality lakin jo hindu convert hue hai wo apni hindu ki jaati ki durgandh in dharmo mai bhi le gaye hai.jai bheem jai bharat.
Islam mei 73 firke(sect) hain , shiya sunni etc., jatiya hai syed, ansari etc, iske alawa saari hindu's ki caste bhi hain jo convert hue they
जातिगत भेदभाव राजनीति, संविधान, एवं कोर्ट कचहरी, आरक्षण आदि सभी जगहों से समाप्त होना चाहिए।
Vedo me Jaat kis warg me aate the
LIK SIR IS GREAT PLZ SEND MOB NO. Thnx & Regards
मनसा देवी🎉
आपको वेद बारे में मालूम नहीं
Likad ja tu
Nraa kitabi kida h tu
Practical knowledge kona tau tne
Sari purani theory h ye
Ye theory debunk ho chuki h
Outdated information hain or biased view bhi
महात्मा बुद्ध वर्ण व्यवस्था में विश्वास करते थे . उनके अनुसार क्षत्रिय सबसे श्रेष्ठ , वैश्य उनके बाद , फिर ब्राह्मण और शूद्र. बौद्ध ग्रंथों में ये उल्लेख मिलता है कि महात्मा बुद्ध के कई जातियों के बारे में विचार बहुत अच्छे नहीं थे . उन्होंने श्रमण बनने के लिए भी कई जातियों को मना करा था. उनके अनुसार स्त्रियाँ भी पुरुषों की तुलना में कमतर थी. इसलिए ये कहना कि बुद्ध ही सबसे तार्किक इत्यादि थे, सही नहीं है . प्रत्येक धर्म /मत अपने समय के देश -काल की परिस्थिति के अनुसार विकसित हुआ है और बाद में भी उन्होंने परिवर्तनों को स्वीकार किया है.
बुद्ध और जाति के बारे में अधिक जानने के लिए ये वीडियो देखें:
th-cam.com/video/KjJ3vwaJLQc/w-d-xo.htmlsi=S9zuQrC4ZNNO1Hux
तुम खुद science journey चैनल देखो😂😂
Jaat kse bne ...
Mahatma Buddha Khud Kshatriya they
Thanks a lot sir ....❤🇮🇳🌾
Ncert ka itihash pdaya jata ha school college MA voh 80 percent Jhutt ha
Jhooth h
Jatiya to khtam ho jayegi par saadiya to top nasal me hi karega
ड्राविन को छोडकर भारतीय इतिहास पढ़ें।
जो नी जो नी
डार्विन सिद्धांत ही गलत है भाई,सब बकवास चर्चा होगी, टाटा बाय👏बाय
कोई तर्क?? टा टा बाय बाय
Bai dukhi mat ho koni khatm hoga jaativaad
Jatikavivacha choro aap log ke pass phaltoo time hai jati kamida leka Ajateho neta ka bharasta char bharat ki durdasha per vichar karo jati ki vivechana karna moorkhta hsi
Dr naresh ji kà interview lena
Jati se phle gotar ae he
Koe knowledge nhi h
Uncle ko
Bahi aak baat too bata doo sabsa uchi jati kon si ha or sabsa nicha kon si ha fir sara khal shamaj jao ga 😂😂
😂😂
@@indigenous_clips🙏आदरणीय हकीकत में तो प्रत्येक जाति ने अपनी ही जाति में अपने से निम्नतर को ढूंढ कर रखा हुआ है l 🙏 अगर ऐसा नहीं किया होता तो रौब किस पर जमाते - आखिर अपने को श्रेष्ठ बताने के लिए किसी को तो नीचा करना/ बनाना पड़ेगा न🤣😂✍🏻🤔❗🤫🙏
अगर यकीन नहीं हो तो सोशल मीडिया उठाकर देख लो सब जातियां अपने आप को सर्वश्रेष्ठ घोषित करती मिलेंगी जी🙏 l
Ye jhant barabar jaat angrejo ke dura likhi kitabo se Bharat me jaatiya kese bani vo bata raha is mukh ko ye bata nhi gotra apne purajo ke naam se chalta he or jo ye 36 Kom ka dialogue famous he vo rajputo ke 36 vansh se hi aaya he jaatiya to hazaro he Bharat me bahut si jaatiya asi he mahapurusho se dekhe dekh bhi got laga leti he jiska astitv nhi he Rajputo gotra solanki Panwar tomer jaato me paay jaate he kiska matlab jaato in gotra ke jaato ke pujraj solanki Panwar tomer rajput he raja maharaja jaagiridar koi bhi ho sakta he
🙏
Bravan ko mat pujo
राधा कृष्ण
Intercast marriage is need
200 वर्ष पहले जाति जाति होती थी जाति कभी वाद नहीं थी अंग्रेजों ने इसे जातिवाद बनाया इसलिए जातिवाद विवाद बना। आप सोचिए जो लोहे का काम करता था वह लोहार जो सोने का काम करता वह सुनार जो मिट्टी के बर्तन बनाता था वह कुम्हार अब आजादी के बाद यह तय करना था कि अगर कोई कुम्हार अब कुम्हार का काम छोड़कर सुनार बन गया है तो उसे सुनार जाति का प्रमाण दिया जाए लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ और जाति को आरक्षण से जोड़ दिया गया जिसके कारण जन्म आधारित जाति प्रमाणपत्र बनने लगे कर्म आधारित नहीं। आरक्षण कि वजह से कोई अपनी जाति का त्याग करने का इच्छुक नहीं हैं इसलिए जातिवाद अब और भी अधिक विवाद का कारण बन गई है। अगर जाति खत्म करनी है तो पहले उसे कर्म आधारित बनाया जाय।
बहुत ज्यादा बातों में अंतर्विरोध है इनकी...और द्रविड़ यहां के मूलनिवासी बताये ये कतई बेवकूफी की बात है...उत्तर भारत मे कभी द्रविड़ रहे ही नहीं.. जब तक geography को आधार नहीं बनाएंगे इन मामलों में तब तक हम सच के करीब नहीं जा सकते
Jaat or chamar bhai bhai hai
Budh janew bhi pahnte the
सैनी, रोड़ ना बने मुस्लमान
Amit Bhai ji you have limited knowledge.Arain caste is also Saini.They all are muslim.and there are many rods in Pakistan who migrated from India to Pakistan in 1947.
@@dharampalmalik8207uncle ji apko Ror caste के बारे में कुछ knowledge hai toh please ak video bnao ❤ nice work
Ahir bhi lag bhag na ke barabr bane hai
Jha tk mai janta hu saini muslim nhi hai hindustan me saini jati hindu shik ha hai or saini samaj ka ki kushwaha khi khi बौद्ध धर्म मानता है
Amit sahab saini sardar dikhu ke or kehta ho te Milwaukee, muslim saini bhi ho se
😂😂😂😂
Ved Puran BRAHAMN ki likhi Farzi book hai jinka Jato se koi Lena Dena nhi hai, Old PANJABI me BRAHAMN BANIYE sirf 600-700 sal pahle aaye , BRAHAMN BANIYE aur Chuhde Bhangi Balmiki Thailand Combodia Indonesia Laos viaitnaam Jawa Sumatra se India me aaye