UP Digital Attendance पर तकरार, शिक्षकों ने कर दी बगावत, जानिए क्या है उनकी मांग... | NBT
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- เผยแพร่เมื่อ 10 ก.ย. 2024
- उत्तर प्रदेश के प्राइमरी, उच्चतर और कस्तूरबा स्कूलों में शिक्षकों व स्कूल में कार्यरत अन्य कर्मचारियों की डिजिटल हाजिरी शुरू हो गई है. लेकिन प्रदेशभर में शिक्षकों के द्वारा इसका कड़ा विरोध किया जा रहा है । इस बीच NBT ऑनलाइन की टीम शिक्षकों के बीच पहुंची और उनसे उनका पक्ष जानने की कोशिश की ।
#updigitalattendance #upnews #nbt #nbtnews #cmyogi
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योगी जी का फैसला एकदम सही है
बेरोजगार हो क्या
योगी जी का यह काम सराहनिय है, जो कमिया है उसमे सुधार करे,जो कर्मचारी समय पर नही आ सकते है,उन्हे घर बैठ जाना चाहिए
@@satviksahni yogi ji 2027 me ghr bathenge ja kr
Bilkul
हा जैसे देश का ज्यादातर युवा घर पर ही बेरोजगार बैठा है। वॉट्सएप यूनिवर्सिटी का ज्ञान लेकर।
@@vtripathi3692 mutlub app chate kya hai koi kam na kare
@@jerquait8369 घर तो तू बैठेगा योगी को हराने की सपने देखो
फ्री की आदत लग गई हैं। तो अब तकलीफ होगा ही।
हमारा फूफा भी है एक मच्छर भी काट देता है तो सरकार का दोष बता के हफ्ता हफ्ता स्कूल नहीं जाता
😂😂😂
😂😂😂
इसीलिए जितने लोग शिक्षकों को बुरा भला कह रहे वह सब जीजा फूफा पापा सरकारी नौकरी वाला ही खोजने निकलते हैं।
तो ये वहा के खंड शिक्षा अधिकारी को पता होगा। कैसी चेकिंग है पकड़े न गये।तुम्हारे फूफा की अकेले की नही मामा पर भी उगली उठाओ।
Jija bhi teacher chahiye
बायोमेट्रिक हाजिरी सख्ती से लागू की जाए,12 हजार कमाने वाला सुबह 7 बजे समय पर पहुंचता है,ये सरकारी शिक्षक 60-70 हजार कमाने वाले प्रतिदिन लेट।।
12000 kamane wala khud exam clear kr k teacher bnn jae...tm 12000 hi kamane layak ho is liye 12000 kama rhe ho....
Ku up me bjp ke nass padne per lage ho.mit jaynge up se ase he kaam kerte rahenge.40 sete harwaker abhi apko chain nahi mil raha h
Teri aokaat thi to tu bhi 60000 wala ban jata.. q 12000 wala bana baitha h
@@jerquait8369😂😂😂😂😂❤❤❤
Bina problem. Ko jane kuch bhi bolna uchit nahi hai mitra
प्रदेश कीजनता से अनुरोध है। बच्चों के भविष्य के लिए सरकार के साथ खड़ी हो जाए प्रदेश की जनता।
बहुत सार्थक और सराहनीय एवम पलनीय सुझाव sa
Hum sath h
हम सरकार के साथ हैं...
We with govt
अध्यापक तो समय से विध्यलय जाना ही नही चाहते है ।सबसे ज्यादा छुट्टी तो अध्यापकों को ही मिलती है।
कुछ पता न हो तो बेकार में बोल k moorkh ना बना करो
शिक्षक विद्यालय नहीं जाते हैं तो क्या आपके घर आराम फरमाते हैं?
@@umeshchandragaur8599 ऐसा लगता है कि पूरा वाक्य पड़ा नही यदि आप अध्यापक है तो आप से ऐसे कमेंट की उम्मीद नही थी आप दूसरे के घर पर क्या खोजना चाहते है।आप समाज को यही शिक्षा दे रशे है।
Pehle विद्यालय likhna sikhle tab bolna
@@tejbhanusingh597 ha gawar 14 cl milti h saal ki poore sabse jada... Chle aate h gyan dene ...khud to koi exam clear hota nhi youtube pr vidyvaan bnte h...
4 घंटे 80000 बच्चा पास हो या फेल कोई फर्क नहीं पड़ता तनक टाइम से आ जाती है पर अटेंडेंस हम नहीं लगाएंगे
योगी जी ये ध्यान नहीं रख पा रहे की कितनी रिश्वतखोरी है इनके अधिकारी मे 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
जो लोग नहीं शिक्षक नहीं है उनको काम दिला दो।
यह लोग मोटी मोटी सैलरी लेते हैं पटना बिल्कुल नहीं चाहते स्कूल जाना नहीं है तनख्वाह फ्री में लेना है
Shi baat baki aap log duniya me 1 min late nhi hote hoge police bhi Dr bhi swam vichr kigiye
@@goldirathore753police aur doctor jitni 12 hour ki mehnat karte bhi ho tum log.. Sarkari school ke gareeb bacho ko barbaad kr ke rakh diye ho. 7-8 hour ki duty h usme bhi pubg aur candy Crush khelna hota h..
सही बात, क्योंकि इन्होंने पढ़ाया होता तो तुम्हे लिखना जरूर आ गया होता।
@@nkr7744beta bahar se sab Hara hara hi dikhta hai tum sab ko.Agar kabi bhagvan ne tujhe us layak banaya ki tu bhi govt teacher ban sake tab tu samjhega ...
@@nkr7744sir ji bhut achha likhe Aap
मनमर्जी आते हैं टीचर स्कूल में मनमर्जी जाते हैंइसलिए ऑनलाइन अटेंडेंस का बहिष्कार कर रहे हैं
Two minutes of silence for those jo log teacher nhi bann pae aur ab teacher se jalan k karan sarkar ko support kr rhe h tension na lo ye sarkar poore jeevan tmhe berojgar hi rkhegi
Kyu mna kr rhe hain aapko pta nhi hai jaankari ka abhaav hai phle sari baat suno..
पहले पता करो फिर टिप्पणी करो, दूसरों के काम में दखल देना नैतिकता नही है और मानसिक सोच ठीक नहीं है।
@@jerquait8369 sarkar K saport mey Kuch kamchor teacher ya unki family member K alawa her ek adami h kyoki ye sachai h Jisko rojana dekha ja sakta h ki school 8 bajey ka h aur ma'am 9 bajey gher se nikal rahi h,,,, Kuch teacher to aise bhi h jo week mey ek din school jatey h aur baki dim dukan chalatey h,,,, ,,,sarkar ka ye kadam Vastav mey grameen gareeb bacho K liye bahut Accha h varna teacher Khas ker mahila to in baccho ko keedey makodo se bhi batter mantey h,
@@bkrstudy9527 bhai hamko pata h online attendance k kya nuksan h. 1* Abhi tak Jo teacher week mey ek bar ya alternate jatey they unko roj Jana hoga. 2* Abhi tak teacher kisi bhi time school aa ja sakta tha lekin ab time se aana aur Jana hoga jiski aadat hi nahi h. 3*** Abhi tak teacher hafto ki attendance ek sath laga letey they ab possible nahi hoga. 4. Jyadater schoolo mey farji student inrold ker rakhey h jisasey sankhya puri rahey aur school chalta rahey joki ab possible nahi ho payga. 5* rojana school janey mey kiraya bhada ka kharcha bad jayga jo ki abhi tak bachta tha. 6* Kuch teacher school na jaker apney bacho ko school le janey aur Laney K sath dekhbhal ka kam kartey h jo ab possible nahi ho payga. 7* sabsey jyada nuksan unko hoga jo pati patni dono teacher h kyoki Abhi tak dono mey se ek jata tha dusara gher mey rahta tha jo ki ab possible nahi ho payga. 8* school mey padhaney likhaney ki adat chut chuki h aur ab padhana padega ye bahut badi tension h. 9* Kuch teacher ko gareeb gao dehat k bacho se durgandh aati mahsus hoti h aur ab unhi K sath rahna padega Jo bahut kastker hoga. Iss liye teacharo ka virodh swabhavik h unki aajadi aur manmarji band ho jaygi.. Varna jo teacher time se aana Jana karta h aur apna kam karta h usko online attendance se kya dikkat ho sakti h,, tamam sansthano mey lagu h kya vaha log nahi nokari kartey.... Ha iss system mey ghapley baji per lagam lagagi
इतनी दिक्कत है तो त्यागपत्र देदो वैसे भी बहुत लोग हैं काम करने के लिए ।
Har School me 2 safai karmchari ki jrurt hai.yogi ji se Mang kro ki bharti nikale ap logo ke liye
@@PrimaryPathshala01तू पीएम है क्या 😂😂
तुमको कमेंट करने का काम मिला है या स्वयं ले लिए हो वही करो। उतना ही बहुत है।
@@PrimaryPathshala01 tumse wo bhi nhi ho paayega , wha bhi corruption kroge
@@ankurtripathi2059 tumse kisne bola apni naak ghusaane ko , khi tum bhi corrupt, beimaan teacher to nhi
गुरुजी बोल रहे हैं कि प्राथमिक विद्यालय हर मामले में सबसे आगे है। पूछिए गुरुजी से कि आपका बच्चा कहां पर पड़ता है?
aapane bilkul sahi kaha koi bhi sarkari teacher Apne bacchon Ko sarkari school mein nahin padhna chahega kyunki ek teacher ko padhaane ke alava sare kam karvaye jaate Hain mere vidyalay mein ek composite ke teacher maths ke allot Hain unki duty Laga Di gai hai ITI mein 1 mahine se Pariksha ke liye bataiye hamare vidyalay ke 678 ke Jo maths ke bacche Hain vah mahine bhar se kya padenge, aise hi hamare teacher hai vah unki pariwar sarvekshan mein duty laga de rahi hai hain FIR abhi aadesh aaya hai Parivar sarvekshan karne ke liye ab bataiye sarkari school ke bacchon ko Kaun padhaayaa jaaye jab teacher sar yahi sab kam Karega to padhaayega kab. Aur jo bahar baithe hue unki najron mein sab teacher chor Hain vah kya jaane hakikat kya hai ..
@@kpsingh6380aap hotel khol lo
Bilkul dikhana chahiye
इस देश की समझदार जनता से एक अपील है कि सरकार के अच्छे फैसलों का खुलकर साथ दिया करो वरना ये लोग ऐसे ही धरना देकर अपनी मनमानी बातें मनवा लेंगे और बार बार सरकार को अपने फैसले वापस लेने पड़ेंगे..
अगर ये लोग मनमाना विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर सकते हैं तो हम लोग समर्थन करने के लिए क्यों नहीं ?
इनको हटाए और जो ऑन लाइन दे उनको नौकरी दी जाए
@@ravindrarawat769 Jo free me pdhaye unko naukri de jaise ki tum
sahi kahaa
dusro ko moka milna chahiye
भर्ती निकली थी तो कहाँ थे?
कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान भी तो सरकार को ही करना चाहिए
digital attendance सिर्फ स्कूल में ही नही
चिकित्सा विभाग, राजस्व विभाग,न्याय विभाग बाकी सभी विभाग में होना चाहिए सहमत हो तो लाइक करिए
यही प्राइवेट स्कूलों में होते तो सारी बकैती भूल जाते।
Beta vo kuch hain tabhi private me nahin hain samjha.Aur tujhme thoda bhi dimag hota ya basic ke bare me janta to private se kabhi tulna nahin karta...
प्राइवेट में वह होते हैं जिन्होंने बचपन में मौज की है। जिन्होंने बचपन पढ़ाई में गंवाया वह सरकारी शिक्षक है।यह वेतन बचपन गंवाने का है।
बेटा पहले उनकी प्रॉब्लम तो सुन लो तुम्हारी तो नौकरी लगी नहीं है जो मेहनत किया है वही उसी की तो नौकरी लगीहै
वो तो तब है school 5 घंटा चलता है 😅😅😅
Ek bhi sahi mang nhi
Student ke future ke sath khilwad karte hai.digital attendance sahi nirnay hai.
इन कामचोर शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया जाए और भर्ती निकाली जाए ताकि युवाओं को रोजगार का अवसर मिल सके
इनसे कहीं अधिक योग्य युवा तैयार हैं शिक्षक बनने के लिए
तुम्हारी भाषा से तुम्हारी योग्यता पता चल रही हैं
डिजीटल अटेंडेंस विधानसभा मे भी लगना चाहिए ।
विधानसभा सत्र के दौरान कितने विधायक समय से आते जाते है और कितने कामचोर विधायक विधानसभा सत्र मे आते ही नही है जनता को पता चलना चाहिए ।
मैने देखा है विधानसभा सत्र के दौरान सभा मे 15-20 विधायक ही रहते है , आखिर इन कामचोर विधायको की जवाबदेही होनी चाहिए या नही नेताओ के चमचो अंडभक्तो।
शुरूवात तो शासक वर्ग से होनी चाहिए
Aisa karenge to netaji khud नप jaenge😅
वो तो सही है फिर नौकरी छोड़ विधायक ही बन जाने में फायदा हैं
सरकार तुम्हें उपभोग ही तो नहीं करने देना चाहती है, तुम्हें अपने शक्ति व कार्य का उपयोग करना है😊😊
टीचर भर्ती बन्द होनी चाहिए। एक टीचर के वेतन से चार से पांच बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिलेगा।
Sansad ..vidhayak ki salary band kr do... Uske vetan se 20 log ko rojgar milega
Adani Ambani ka ak baar karj maafi pta kr lo to karodo ko mil jaigi positive socho
@@paraskumargurjarsheetlakhe4700 Aur bache huye paise se tum jaise gawaar aur Kam padhe likhe logon ke liye Pani poori ke thele ki व्यवस्था होनी चाहिए।
Siksha vibhag ko samaj kalyan vibhag samaghe rakha h kya
Rozgaar pane ki aokaat bhi to honi chahiye
प्राथमिक शिक्षको का कार्य बहुत हीकठिन है सरकार कि ड्यूटी है कि उनकी ड्यूटीकरनेकेलिए सुबिधाए प्रदान की जाय उनकी नियुक्तिघर के करीब किया जाय फिर उन्हे डिजिटल हजिरी ली जाय।
Ye Acha hai biometric laga kar sarkar acha kary kiya hai
Logo ko bina mehnat ke paisa kamana hai ye acha low hai
Thanks gov.
सभी विभागों में ऑनलाइन अटेंडेंस लागू किया जाए ।केवल एक विभाग में ही नहीं
Inhey pareshani h naukri karney mein to hataao inhey aur logo ko rakkho .private schools ke barabar salary karo .
365 दिन में 40दिन संडे की छुट्टी
45 दिन ग्रीम कालीन छुट्टी
20दिन शीत लहर चिट्ठी
30 दिन त्योहार की छुट्टी
15 दिन लीव लेना
कहते है हमे छुट्टी नहीं मिलती
😂😂😂
टीचर को आन लाइन हाजिर कर लेनी चाहिए इससे इनकी इमेज़ अच्छी बनेगी।
Tm sarkar ki image mt bnwao
@@paraskumargurjarsheetlakhe4700 sarkar ko kya problem hai hume sabhi other departments ke employees ke samaan CL EL half day Dene me...ye govt ke liye nhi likh skte tum ......
Plzzz aur vibhago ki trh Hume bhi subhidha dila do😢
स्कूल से दूर क्यों रहते हो
पहले तो इनकी जांच कराई जाए कितने लोग मुख्यालय से दूर रहते हैं
सरकारी शिक्षक बस एक सवाल का जब दो।
प्राईवेट से 10 गुणा ज्यादा तनख्वा। तो सरकारी स्कुलो की शिक्षा ईतना सरा हुआ क्यु है। ईनके तर्क सब बेमानी है।
क्यूकी सरकार टीचर पढ़ाने के अलावा सारे काम लेती है। और स्कूल पर सुविधा के नाम पर न बाबू न चपरासी
उप बोर्ड एग्जाम ड्यूटी से लेकर चुनाव ड्यूटी बालगड़ना jangadna se lekar kul 27 kaam
Private ka baccha entrance pass kr k private me jata h... Hmare yha baccha bina lkg ukg pdhe seedhe class 1 me aa jata h...us pr se uske guardian koi dhyan nhi dete uspe...pet ki bhook mitane k lie majduri krta hai islie padh nhi pata ghr pr...jbki private ka baccha tuition bhi pdhta h... Private me teachers aur resources bhi zyada hote h... Aese bahot se reasons h....tm kya jano...sarkar ka order h ki kisi bacche ko hm fail nhi kr skte...
प्राइवेट स्कूलों में मास्टर नही पढाते, वे सबसे पहले तो जो बच्चे अच्छे होते हैं उनका एडमिशन करते हैं। उसके बाद अभिभावक दिन रात उनको पढाते है। ट्यूशन अलग से लगवाते है।
और सरकारी में अभिभावक को पता ही नहीं रहता कि उनके बच्चे कहाँ है स्कूल गये कि नहीं गये। न उनके पास कापी है न तो पेन है।
11 baje aane ko nhi mil raha hai 😂😂😂
Enko hatao enki marzi Nehi chaligi kya ye log duty se peachy hat rehi
Sahi
जांच नहीं की जाए तो आप लोग तो कभी स्कूल आओ ही मत
साठ के दशक में परिषदीय स्कूलों में अध्यापक उसी गाँव या 1-5 कि.मी. के दायरे के उसी जनपद, उसी तहसील, उसी ब्लाक, उसी ग्राम पंचायत के निवासी होते थे। जबसे यह व्यवस्था बदली है, तभी से शिक्षा की गुणवत्ता समाप्त हो गई। शिक्षक गाँव के आस-पास का होने से अभिभावक, छात्र और शिक्षक तीनों के बीच संवाद, सम्मान और अनुशासन का माहौल होता था। शिक्षक अभिभावक के बीच अक्सर मुलाकात होते रहने से दोनों के बीच परस्पर फीडबैक यानी छात्र के बारे में पूरी जानकारी रहती थी। अब तो शिक्षक को हमेशा अपने अपने घर भागने का विचार, टेम्पो, बस, ट्रेन की चिंता लगी रहती है। शिक्षण पेशेवर सरकारी नौकरी नही है। नौकरी मानने से ही इसका सत्यानाश हुआ है।पुरानी व्यवस्था लागू हो तो ही कुछ सुधार के बारे में सोचा जा सकता है। अप-डाउन वाली नौकरी में कार्य क्षमता बमुश्किल 30 फीसद ही रह जाती है।
Ek teacher ki service 20 Sal Se Jyada Nahin honi chahie
@@digambarsingh930 prdhan mantri ki 100 saal honi chahie
हम सरकार के साथ है इन सभी पर कठोर कार्यवाही करें
भई यार अब ये नौकरी छोड़ कर आईएएस बनने की तैयारी कर ले जिसमें इनका रुतबा और सम्मान और बढ़ जाएगा
वाह योगी जी सच में आप अंतरजामी हैं भगवान आपको दीर्घायु करें
Kewal digital attendance hi nhi cctv bhi lgawaye sath me jitne bhi government employee officer ke bacche hai woh Sirf government department me treatment aur education le tabhi government department ke system shi hoga
भाई नोकरी वाले जहां ड्यूटी होती है वहीं रूम ले लेते हैं,लेट होना ,बारिश होना ,कोहरा होना,ये सब बहाने बाजी है,,अगर इतनी ही दिक्कत है तो नोकरी छोड़ क्यू नहीं देते ,और लोग कोहरे और बारिश में टाइम से पहुंचने वाले कर लेंगे😂😂😂😂😂
ड्यूटी हम भी करते हैं, टाइम से पहुंचते हैं
@@pavanrajputncr chal room dila sudoor gaon me ....
@@pavanrajputncrkinki baat kr rhe ho teacher ban ne k baad vo bhi hamre andolan me shamil ho jaenge jo aaj badi badi baatein kr rhe h
@@jerquait8369 जिनको हराम का चाहिए होता है,है चीज अपने हिसाब से चाहते हैं ,ना के सिस्टम के हिसाब से,समय से जाओ समय से आप दिक्कत क्या है
Kitne bahane dhund rahe hai guru Ji.
@@sukeshukg-a7004 vo guruji Jo thahre,bacchon ko kya hi sikhaayenge bahanebaaj guruji
शिक्षकों को समस्या है तो नौकरी छोड़ दो दूसरा काम कर लो
मैं शिक्षा मित्र हूं उन्नाव में पढ़ती हूं मेरी ससुराल हरदोई में है योगी सरकार ने शिक्षामित्र के बारे में सोचा है
Apne dusre k bachho k bare me socha hai apke bachhe private me padenge aur dusre k bachhe sarkari me
सुधार तो सभी विभागों में होना चाहिए ।प्राईमरी शिक्षकों का सदा से शोषण होता रहा है ।बीजेपी की सरकार सरकारी स्कूलों को बरबाद कर बन्द करना चाहती है ।प्राइवेट स्कूलों को खुलवा कर मनमानी फीस वसूल कर लगता है हिस्से दारी लेती होगी तभी तो प्राइवेट स्कूलों व यूनिवर्सिटी को बढावा दे रही है ।इन शिक्षकों को बहुत से अन्य कामों में लग कर शिक्षण कार्य में बाधा उत्पन्न करती है ।प्राइवेट स्कूलों में क्या पढाई है कि वहाँ पढने वाले बच्चे बिना ट्यूशन व कोचिंग के सफल नहीं हो सकते । मातापिता की जेब दो दो जगह कटती है । ऐसे में गरीब बच्चों की शिक्षा कैसे होगी ।अलग-अलग विभागों अधिकारी नवाब बन कर स्कूलों में ईगो के साथ आ धमकते है । अध्यापक उनकोअटैण्ड कर ने व पत्रों के जवाब सूचनाएं बनाने में ही व्यस्त हो जाता है ।कुछ अधिकारी तो ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपनी कुर्सी के कर्त्तव्यों का भी ज्ञान नहीं होता । सिर्फ़ ऐंठ दिखाने चले आते हैं ।सरकारी शिक्षा में सुधार के लिए इस तरफ़ भी सोचना होगा । शिक्षकों को अन्य विभागों के कार्यों से मुक्त किया जाए शिक्षा विभाग के अधिकारी ही उनके शिक्षण कार्य का मुआयना करें व विद्यालयों में उत्त्पन्न होने वाली समस्याओं का निराकरण करने में सहयोग करें । राजकुमारी
बहुत सुंदर जिनको दिक्कत है इस्तीफा दे दे कितने को बच्चे उसमे पढ़ते हुए है
टीचर्स की ड्यूटी अन्य स्टाफ की तरह सुबह ९ बजे से
सायं पांच बजे करनी चाहिए।टीचर्स का वेतन सामान्य कर्मचारियों जैसा किया जाए ।
जो कानून नियम नही
माने उनको हटाकर नये शिक्षकों की भर्ती करे सरकार। ये लोग बहुत ऐश करते हैं ।बच्चे भुगतते हैं।
सरकार बहुत ही अच्छा कदम उठाया है हर विभाग में अटेंडेंस आन लाइन होना चाहिए चाहे तहसील हो या कचहरी हर जगह आन लाइन
सरकारी अध्यापकों के बच्चों का एडमिशन की सरकारी विद्यालय में होना अनिवार्य होना चाहिए 🙏
Nice teachers....welldone....
*सिर्फ परिषदीय विद्यालयों हेतु*
😡क्या उत्तर प्रदेश के सभी विद्यालयों के सभी बच्चों तक सभी विषयों की पुस्तक अप्रैल में मिल चुकी ? No
😡क्या उत्तर प्रदेश के सभी उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 10 विषयों के लिए 5 शिक्षक तक का स्टाफ भी है ? No
😡 क्या उत्तर प्रदेश के सभी विद्यालयों के सभी बच्चों को फर्नीचर मिल गया है ? No
😡 क्या उत्तर प्रदेश के सभी विद्यालयों के भवन टपकने बंद हो चुके ? No
😡 क्या उत्तर प्रदेश के सभी उच्च प्राथमिक /Composite/प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर प्रमोशन हो गया ? No
😡क्या उत्तर प्रदेश के सभी विद्यालयों तक पहुंचने के रास्ते प्राकृतिक आपदा/अन्य विषम परिस्थितियों को झेल लेते हैं ? No
😡क्या परिषदीय शिक्षकों को ट्रांसफर में उनका गृह जनपद दिया गया है? No
😡क्या विद्यालय समय में बिजली आती है जो देश के भविष्य के सृजन का समय होता ? No
😡 क्या शिक्षकों को emergency half day leave मिलती है ? No
😡 क्या विद्यालय में हमेशा अच्छा नेटवर्क आता है ? No
😡क्या विद्यालय के online offline data कलेक्शन/फीडिंग हेतु क्लर्क है जब तुलना कॉन्वेंट से करनी ? No
😡 क्या सभी विद्यालयों में दैनिक रूप से सफाई हेतु सफाई कर्मी नियुक्त है ? No
😡 क्या शिक्षक को अवकाश में काम करने का भत्ता या प्रतिकार अवकाश मिलता ? No
😡 क्या विभाग की किसी नई योजना, कार्यक्रम से पहले या बाद किसी शिक्षक से कभी कोई चर्चा /फीडबैक लिया जाता?No
😡क्या शिक्षक के सेवानिवृति दिवस पर विभाग की तरफ उस शिक्षक के सम्मान का आयोजन या कोई लिखित धन्यवाद/प्रशस्ति पत्र मिलता ? No
😡क्या शिक्षा विभाग की कार्यशैली ऐसी है जिसमें कर्मचारी को stress, बीमारी न हो ? No
😡क्या कोई अन्य विभाग भी है जो अपने कर्मचारी पर छापा पढ़वाता , विभाग की कमियों को भी पेपर में छपवाता with data? No
😡Child labour, child marriage जिस से उपस्थिति और नामांकन प्रभावित होता विभाग ने कोई लगाम लगाई अभिभावकों पर ?No
😡क्या निरीक्षण वाली टास्क फोर्स कभी 2,3 घंटे हर गांव में फील्ड वर्क करती शिक्षक के सहयोग हेतु अभिभावक संपर्क , बाल मजदूरी, बाल विवाह रोकने में कोई योगदान करके ? No
😡अभिभावक द्वारा DBT का पूर्ण उपभोग बच्चों पर नहीं करने की दशा में कॉन्वेंट के parents की तरह उनकी कोई जवाबदेही कोई दंड घोषित हुआ ? No
😡किसी शिक्षक के साथ कोई अप्रिय घटना/मृत्यु होने पर विभाग कोई संवेदना व्यक्त करता कभी ? No
😡after school time बैठकों के आयोजन में शिक्षिकाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेता है विभाग जब न साधन मिलते तब देर रात तक शिक्षिकाएं घर पहुंच पाती ? No
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मूलभूत कुछ भी नहीं तो फिर इतना बजट टैबलेट और सिम में कैसे और क्यों लगाया ? कर्मचारी के प्रति संवेदनहीनता अमानवीय व्यवहार सिर्फ तानाशाही और शोषण 😡😡
सभी विभागों में लगवा दो फिर जितने भी टीचर के विरोध मे बोल रहे हैं
जो समय पर नहीं आ रहे हैं योगी जी का फैसला सही hai जो टीचर नहीं मानता है उसको बर्खास्त करके नाइट टीचरों की भर्ती की जाए
samay pe kachahri me lekhpal patwari v tahasildar v nagar nigam tatha sabhi sarkari sansthan me bhi kyo nahi lagu ho raha hai,sarkari haspital ki sachchai ko kon nahi janta hai teahrs ko kyo bali ka bakara banaya ja raha hai
सभी टीचर प्रयास करें कि स्कूल के आसपासही रहे
जितने लोग शिक्षकों को गाली दे रहे भला बुरा कह रहे उन सभी को जीजा फूफा पापा सरकारी नौकरी वाला ही चाहिए होता है😂
जितनी तन्मयता से ये धरना प्रदर्शन करते हैं उसके आधा भी मेहनत से बच्चों को पढ़ाने में इनकी नानी मर जाती है।
शायद इन कामचोरों को ये नहीं पता की इनके अलावा और भी लोग देश में काम पर जाते हैं और समय से पहुंचते हैं वो भी हर हाल में, इनसे कम सैलरी में। अपने काम में हर संभावना पता है तो उसी हिसाब से पहले निकलो और एक घंटा पहले पहुंचो। 4 दिन की बरसात और ठंड का बहाना बनाते हो।
अगर किसी दिन स्कूल पहुँचने के 2 घंटे बाद घर पर या खुद पर कोई समस्या आती हैं तो क्या करे बस इतना बता दो
Online उपस्थिति का विरोध इसलिए है कि कुछ विशेष परिस्थिति में कोई विकल्प नहीं है
पहले पूरा मामला जान लो
शिक्षक गुरु की जय हो,जलने वाले जलते रहेंगे,ये उनका काम है।सीता राम
बात साफ है यह शिच्छक जितने भी इकट्ठे है सब ड्यूटी से नदारत
प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाते हैं ऊपरी कमाई करते हैं जो स्कूल में और कालेज में पढ़ाया जाना चाहिए यह लोग नहीं पढ़ाते वही प्राइवेट पढ़ते हैं सरकार को चाहिए कि इन सभी को बर्खास्त कर नई भर्ती कराया जाय
अगर किसी दिन स्कूल पहुँचने के 2 घंटे बाद घर पर या खुद पर कोई समस्या आती हैं तो क्या करे बस इतना बता दो
Online उपस्थिति का विरोध इसलिए है कि कुछ विशेष परिस्थिति में कोई विकल्प नहीं है
पहले पूरा मामला जान लो
इन टिचरो में आधे टिचर आंगुढा टेक हैं बाकी काम छोर हैं इनको हटा करके नया भर्ती चालू कर दिया जाय
Sari task force sirf basic ke school check karti absent mil ni rahe to ye naye tarike hai teacher ko badnam karne ke aur tu khud kya hai ye bata
वह पीएचडी होल्डर अभी भी तुम बेरोजगार हो।
सही बोला, लिखने पढ़ने नही आता गेम खेलते हैं अभी कल ही की घटना न्यूज़ में आई थी
@@Saurabhdwivedymurkh ho tum rat k 12 bje se next day lg jata h.... Game rat me khela bhi ja skta h... Dm k screenshot me koi time ni mention h game khelne ka.... Aur dm apna phone check krwae phle jo karodo k ghotale krte h... Koi teacher k pas karodo ka bank balance nhi hota lekin dm sahab 1000 karod bna lete h... Lekin dm sahab ki chelagiri hi kroge tm kyunki khoon me chelagiri h tmhare...
@@jerquait8369 तुम हरिस चंद्र हो मास्टर,
नन्हे मुन्ने बच्चों का भविष्य बर्बाद करते समय शर्म नहीं आती।
Inko hatao hum 20k me padane ko tayar h..
Abhi tk kya kddu bechrha bklol
20 हजार वाली ही योग्यता है तुम्हारी
20k jyada maang rhe 9000/10000wale teachers bhi pdha rhe hain school me
Phle tet aur super tet to pass kr le
@@PravinKumar-bf7fm tet super tet paas krne wali himmat na hai beta tumme
एक टीचर की सैलरी पर चार योग्य टीचर पढा सकते हैं
शिक्षा आचरण से होती है। जैसा आचरण शिक्षक का होगा वैसा ही क्षात्रों का होगा। जो शिक्षा राष्ट्र भाव पैदा न करती हो उसे त्याग देना चाहिए। एतद्देश प्रसूतस्य सकाशादग्र जन्मनः।स्वं स्वं चरित्रम् शिक्षेरन पृथिव्याः, सर्व मानवाः॥
Jo teacher online attendance ka virodh kar rahe hai ye sab time se nahi jana chahte hai ye galat hai.
@@MahendraYadav-kg7ov murkh ho tm...sare berojgar jal rhe h
Subah subah kon se pvt. teacher sabji, fruit or gas cylinder lekr school jate hai?? Govt.wale jate hai
शिक्षा विभाग की नियमित भर्ती होना ही समाप्त होना चाहिए संविदा पेपर शिक्षक 20000 रुपए में लाखों लड़का तैयार खड़ा है पढ़ने के लिए और पढ़ा लिखा काबिल व्यक्त होता है जो अच्छे से शिक्षा देते हैं बच्चों को 7000 और 70000 रुपए खर्च करने की जरूरत नहीं है एक शिक्षकपर
Good decision by government
योगी सरकार का बहुत ही सराहनीय कदम है।
सारे शिक्षा मित्रों को टीचर बनाओ स्कूल की हालत सुधारों
टीचर ईमानदार हैं तो डिजिटल हाजिरी लगाने में दिक्कत क्यों ?
टीचर ईमानदार हैं तो प्राइवेट स्कूलों का बढ़ावा क्यों है?
सरकारी टीचर ईमानदार हैं तो बताओ, प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक काम मैं कसावट के साथ कम वेतन में वगैर परेशानी के क्यों डिजिटल हाजिरी कर रहे हैं l
नौकरी लेने वक्त भगवन को याद कर रहे थे अब ईमानदारी से बच्चों को पढ़ाओ,,,
नौकरी छोड़ो या लापरवाही ये नियम प्राइवेट स्कूलों में होता है l तमाम वेतन , लाभ मिलता है
सरकार को अहसान नहीं दिखाओ,आंखे दिखाने की जगह ईमानदारी से बच्चों को पढ़ाओ,
Ye log istifa de bahut sare berojgar aur well educated and professional bcche pdhane ko taiyar h aur vo rona bhi ni royenge
गुरुओं को परेशान ना किया जाए नहीं तो देश में पड़ी आपदा या संकट आ जाएगा हमारे धर्म ग्रंथो में गुरु को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है इसलिए नाजायज परेशान ना किया जाए और उनका सम्मान सभी लोगों को करना चाहिए संकट के समय इन्हीं को लगाया जाता है कोरोना काल में भी देश में सबसे ज्यादा ड्यूटी टीचरों ने निभाई है
Lekin jab guru hon tab na ye lagu hoga ...ap jaise kaam chor guru jo khud samay ka pabandh nhi wo students ko kya shiksha dega online se fattu guru
Guru khud nhi samay par aayega to bacche kaise aayenge. Pahli baat guru to nahi h teacher ho. Guru aur teacher difference hota hai.
टेबलेट खरीद की जांच होनी चाहिए पोल खुल जाएगी
Time se to school aana hi padega, nahi to ghar par rest karo. No work no pay, good step by yogi ji.
निकाल कर बाहर कर दें बेरोजगार बहुत है कुछ नौजवानों को रोजगार मिलेगा
ऐसे टिचरो को निकालो ये काम नहीं करते
ओम बिरला की बेटी बिना यूपीएससी पास किए आईएएस बन गई,आप भी योग्य शिक्षको को बर्खास्त कर मास्टर जी बनना चाहते हैं वाह वाह अगूठा छाप यारो
इसी झूठी पोस्ट के लिए ध्रुव राठी के ऊपर FIR हुई है, लगता है अब तुम अंदर जाने की तैयारी में हो 😂😂
एक और नियम लाओ की टीचर के बच्चे उसके स्कूल में ही पढ़ सकते है। अगर माता पिता दोनो टीचर है तो किसी एक के स्कूल में और अगर स्कूल का फीडबैक खराब है तो उसी स्कूल में उनका बच्चा पढ़ेगा। और ट्यूशन अगर अलग से करवाया तो सजा। ट्यूशन वाला नियम तो पहले से है।
जब तक इनके बच्चे सरकारी स्कूलों में नहीं पढ़ेंगे तब तक अच्छे समाज का निर्माण नहीं हो सकता
शिक्षक भर्ती 20 20000 में शिक्षकों की नियुक्ति की जाए बेरोजगारी भी कम होगी और पढ़ा लिखा लड़के को एक छोटा मोटा रोजगार भी मिल जाएगा जिससे उसके आगे की भविष्य की काम आएगा और इन शिक्षकों 60 से 70000 ले रहे हैं बिना मतलब के इतना भर गवर्नमेंट पर पड़ता है और अगर 20 20 20000 में शिक्षक की न्यूज़ कर ली जाए तो शिक्षकों की संख्या भी बढ़ेगी और उनसे ज्यादा अच्छी शिक्षा बच्चों कोमिलेगी
Sahi h faisla...inki wajah se sarkari school me koi apne bachho ko nhi bhejna chahta....
50% अध्यापक ऐसे है जो स्कूल तो जाते है लेकिन बस चाय नाश्ता करने।
पढ़ाना इनका काम है लेकिन पढ़ाते नहीं है मात्र 50% अध्यापक है जो पढ़ते है, बाकी लोग बैठकर 1लाख वेतन उठाते है।
इसलिए लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं
मैं खुद सरकारी अध्यापक हूं मेरी सैलरी 70000 सभी शिक्षकों का इसका विरोध नहीं करना चाहिए सरकार हमें सैलरी कम करने की देती है नेतागिरी करने की सैलरी नहीं देतीहै
Jhute ho tum
@@onlinetruth7219
हराम की खाने की आदत है तुमको।
तुम अपनी इज्जत देखो कितनी है समाज में
IT cell😂😂😂
@@onlinetruth7219 chal jhoothe
Kahe school ganv me mil gao ka
जब दस हजार कमाने वाला एक प्राइवेट नौकरी करने वाला कर्मचारी डिजिटल अटेंडेंस देता है, तोह ये अस्सी हजार कमाने वाला सरकारी टीचर डिजिटल अटेंडेंस क्यों नहीं देना चाहता है|
Inki problems sun ke hansi aa rhi hai😂.....kaamchori aur haraamkhori ki aadat Jo dal gai hai😂 kabhi Bank ki naukri kr ke dekho, samajh aa jaega sarkari naukari aur bandhua majdoor ka fark.....bt Bank ka written nikal hi nai paega inme se 98 % teachers ka😅😅😂
Agar bank ki job itna tumko pareshan karti hai to tum bhi teacher kyo nahi ban gaye kyuki tum tet,ctet exam qualify hi nahi kar paye bahut se teacher bank ka exam qualify hai par unko teacher hi rahna hai ,jada Gyan mat do bandhua majdoor ki kaun exam qualify kar sakta hai kaun nahi bahut se teacher UPSC ,UPPCS or aneko exam bhi qualify karte hai har sal tumhara certificate nahi chahiye
@@utkristupadhyay1415 bro pata nai tha ke teacher ki job itne aaram se mil jaati hai......ek fix pattern , 2 paper, yearly repeated questions jinka level dekh ke taras aata hai paper set karne waale pe..... Abhi age ho to ek baar Bank ka mains to chhod ho do, pre de ke dekh lena...kya level hai.... Uske baad GD, PI ....Aur fir 50,000 ki naukri jiski timing sharp 9:30 se raat 8:30 tk hai, uspe cross selling ka pressure ( insurance bikwate hain bankers se), Saturday Sunday ko kaam, daily mental torture aur pata nai kya kya....
Teacher ki job IAS ke baad desh ki sabse badi job hai, ho desh ke aane waale future ko banati hai.uske liye itni linnient screening process kaise justified hai..sabse hard aur updated selection process honi chahiye..Mujhe teachers ki salary pe kuch nai kehna hai bt padhana to chhod ho den, aapko tym pe aane me dikkat hai to ise makaari ya haraamkhori na bolen to kya bolen..
Teacher ki job desh ki sabse badi job hai,
Abe kbhi super tet diya h ...de kr dekh bank ka exam bhool jaega tu....
Abe har sal teachers kitne high level exams qualify krte h tu kya jane
Aap ek us koop mandhukah means kuye ke mendhak ke samaan hain..same
जिनकी आयु 40पार है अनिवार्य सेवा पेनसन भेज दीजिए
Kaam chor hain 😊😊😊😊😊😊😊
जो लोग अटेंडेंस का विरोध कर रहे हैं उन टीचरों की मानसिकता खराब है जब टीचरों कोड्यूटी करना है तो ठीक से करें अन्यथा रिजाइन देकर के अपने घर जाकर के आराम से सोए और जो बेरोजगारी लोग बैठे हैं उनको तत्काल रखा जाए
योगी जी इनकी अनुचित माँग मत सुनिये।ये लोग बिना काम के सैलरी लेते1।❤❤❤❤❤❤
उत्तर प्रदेश में 27000 दर-दर मर रहा हूं शिक्षक हूं हमारे बच्चे दर दर मर रहा है योगी आदित्यनाथ को सोचना चाहिए कि अनुदेशक को ध्यान दें ताकि चुनाव में इसका क्या मतलब है कि
सभी निक्कमों के लिए डिजिटल जरूरी जरूरी होना चाहिए। SB! Wale bhi 😂😂😂
🤣🤣🤣 yeh bjp valo ka kaam hai koi galat adhesh ke khilaf pradarsan kare toh bjp vale unke baare me social media par na jaane kya kya felate hai
Koi nahi 6 lac teacher hai inki family milake 30 lac log baithe hai chunav me pta chal jayega 🤣🤣
Phir karte rhna haar ki samakisha🤣
Abey ahir tu yaha kya apni rajneeti chamkane ki koshis kar raha hai, nikal yaha se, jo hoga dekha jayega कड़े फैसले लिए जाते रहेंगे कुछ हरमखोर लोग नाराज होते हैं तो होते रहें।
हर विभाग में यही होना चाहिए समय से लोग जाये
UP teachers should take VRS for welfare of state.
जिसको biomatric attendance नहीं करना है resign करो नये लोग line me है
Sidhi baat hai naukari pasand nahi hai to tatkal naukari chhor deyna he uchit rasta hai. Berojgar youths school kay najdik rent par ghar leykar padhaney ko taiyar hai.🤩😝😜😜😆😆😂😜🤪🤪😝🤩🤩😅😝🤪😜😂😆😜🤪🤪😝😅😅🤩😝🤪😜😜😂😆😜🤪😝😝🤩🤩😅🤩🤩🤪😜😆😂😜🤪😝🤩🤩🤩
आदेश गलत नहीं है लेकिन समय गलत है चूंकि कमियां बहुत है पहले योगी जी को शिक्षकों के प्रति भेद समाप्त करना चाहिए और उनकी कमियों को दूर करना चाहिए हालांकि सभी शिक्षक स्कूल जाते है और जो नहीं जाते वो बेशिक शिक्षा अधिकारी की सेवा करते हैं इसलिए पहले भ्रष्टाचार पर वार करो और फिर बिजली बिभाग पर
बायोमैट्रिक अटेंडेंस का विरोध नही करना चाहिए
मीडिया को इनके अलावा कोई नहीं मिला है। सभी जगह सुधार हो रहा है। छात्रों के अनुसार वैंकेन्सी शुरू कर दो। सब समझ में आ जायेगा।
Teacher log zab marze aati hai zati hai enko enti sallary melti hai ki.. jhoot bol rehi hai sad free chahiye enko tumko on line se kya dikkat hai
जो शिक्षक ना माने उसको निकाल दिया जाए नई भर्ती किया जाए मोबाइल चला रहे हो नेटवर्क इशू नहीं है डिजिटल अटेंडेंस लगाने में आपको दिक्कत हो रही है