बस्तर रियासत 1324 ईस्वी के आसपास स्थापित हुई थी, जब अंतिम काकातिया राजा, प्रताप रुद्र देव ( 1290-1325) के भाई अन्नाम देव ने वारंगल को छोड़ दिया और बस्तर में अपना शाही साम्रज्य स्थापित किया | महाराजा अन्नम देव के बाद महाराजा हमीर देव , बैताल देव , महाराजा पुरुषोत्तम देव , महाराज प्रताप देव ,दिकपाल देव ,राजपाल देव ने शासन किया |बस्तर शासन की प्रारंभिक राजधानी बस्तर शहर में बसाई गयी , फिर जगदलपुर शहर में स्थान्तरित की गयी । बस्तर में अंतिम शासन महाराजा प्रवीर चन्द्र भंज देव (1936-1948) ने किया । महाराजा प्रवीर चन्द्र भंज देव बस्तर के सभी समुदाय , मुख्यतः आदिवासियों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। ‘दंतेश्वरी ‘, जो अभी भी बस्तर क्षेत्र की आराध्य देवी है , प्रसिद्ध दांतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा में उनके नाम पर रखा गया है। 1948 में भारत के राजनीतिक एकीकरण के दौरान बस्तर रियासत को भारत में विलय कर दिया गया |
Jab se maharaja ji ka nidhan hua hai tabhi se jagdalpur me or pure bastar me bahari log aakar bhaith gaye hai or abhi bhi bastar ke mool nivasi or bastar ke aadivasi logo ko lutha ja raha hai or aadivasiyon ko nicha dikhaya jata hai
जय मां दंतेश्वरी देवी नमो नमः
❤ maa ❤
बस्तर रियासत 1324 ईस्वी के आसपास स्थापित हुई थी, जब अंतिम काकातिया राजा, प्रताप रुद्र देव ( 1290-1325) के भाई अन्नाम देव ने वारंगल को छोड़ दिया और बस्तर में अपना शाही साम्रज्य स्थापित किया | महाराजा अन्नम देव के बाद महाराजा हमीर देव , बैताल देव , महाराजा पुरुषोत्तम देव , महाराज प्रताप देव ,दिकपाल देव ,राजपाल देव ने शासन किया |बस्तर शासन की प्रारंभिक राजधानी बस्तर शहर में बसाई गयी , फिर जगदलपुर शहर में स्थान्तरित की गयी । बस्तर में अंतिम शासन महाराजा प्रवीर चन्द्र भंज देव (1936-1948) ने किया । महाराजा प्रवीर चन्द्र भंज देव बस्तर के सभी समुदाय , मुख्यतः आदिवासियों के बीच बेहद लोकप्रिय थे। ‘दंतेश्वरी ‘, जो अभी भी बस्तर क्षेत्र की आराध्य देवी है , प्रसिद्ध दांतेश्वरी मंदिर दंतेवाड़ा में उनके नाम पर रखा गया है।
1948 में भारत के राजनीतिक एकीकरण के दौरान बस्तर रियासत को भारत में विलय कर दिया गया |
जय मां दंतेश्वरी
Great upload
Thanks for the visit
Jai mata rani guru Dantewada ki mor manokamna Puri karna ❤
Jay maa Mai ji danteshwari
Useful upload
Jay Mata Di bastar Ki dai danteswhri ❤❤❤
jai maa
Mata ka to mandir hai per bahar ke dwarpal kinyu budh jaise hai , matlab andar Jo Maa ki murti hai vo bhi budh Bhagwan hai !!
Kaha dekha h budh ki pratima??
माता 🙏🙏की इच्छा हुई तो कभी आकर देखना😀
Jai mata dantewada
Jab se maharaja ji ka nidhan hua hai tabhi se jagdalpur me or pure bastar me bahari log aakar bhaith gaye hai or abhi bhi bastar ke mool nivasi or bastar ke aadivasi logo ko lutha ja raha hai or aadivasiyon ko nicha dikhaya jata hai
Aap sahi bol rhe ho bahari log yaha akr Raj kr rhe h