परम आदरणीय परम पूज्य श्री सदगुरू देव भगवान श्री राम किंकर जी महाराज को मेरा कोटि कोटि प्रणाम जय सियाराम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
रामायण स्वरूप युग तुलसी परम पूज्य महाराज श्री के पावन पुनीत पाद् पदमों में साष्टांग दंडवत प्रणाम। अहो भाग्य हमारा जो महाराजा श्री की वाणी से साक्षात श्रवण लाभ का अलौकिक दिव्य अवसर प्राप्त हुआ।
🙏🚩🌷 ओम् इति शुभम्स्तु 🌷 मान्यवरम् सादर अभिवादनं हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें 🙏🚩🌷 जै श्री सियाराम जी जय श्री हनुमानजी जी जय हो जय हो जय हो आचार्य श्री राम किंकर उपाध्याय जी को बाऱबार प्रणाम होवें!!🙏🚩🌷जै भारत जै मां भारती 🌷
*मानस युग प्रवर्तक महराज जी की जय हो।* 🙏🏻🌹🙏🏻 प्रवृति (घर में रहकर भगवान की भक्ति), निवृति (सब कुछ छोड़कर भगवान की भक्ति) जो अपना है, उसे जला देना है, जो भगवान का है उसे भगवान का प्रसाद मानकर ग्रहण करें तो भगवान की भक्ति प्रवृति मार्ग में भी हो सकती है।
कुछ भक्तों ने महाराज जी के साहित्य के बारे में जानकारी चाही है । महाराज श्री का सम्पूर्ण वाङमय लगभग 120 पुस्तकों में निहित है । उनका संपूर्ण साहित्य महाराज श्री द्वारा अयोध्या में संस्थापित उनके आश्रम से मंगाया जा सकता है, जिसका पता है : "श्री रामायणम आश्रम, परिक्रमा मार्ग, जानकी घाट, श्री धाम, अयोध्या (उ. प्र.) 224123
पाण्डेय जी प्रणाम! आपने महाराज श्री का दिव्य प्रवचन का विडियो डालने के लिए बहुत बहुत आभार। इस श्रृंखला के बाकी विडियो भी उपलब्ध हों तो उन्हें भी अपलोड करने की कृपा करें। 🙏🙏
आ पांडे जी। एक भक्त की जिज्ञासा पर हमने महाराज श्री के साहित्य की उपलब्धता की जानकारी अंकित किया था ।जिस डिलीट कर दिया गया। जानकारी देना अनुचित माना गया है या इस प्रकार महाराज श्री के साहित्य के प्रचार प्रसार का निषेध अनुचित है। संबंधित से आग्रह है कि कृपया बोध कराने का कष्ट अवश्य करें।
महोदय, इस विषय में अपनी रुचि व्यक्त करने के लिए धन्यवाद । महाराज श्री का सम्पूर्ण वाङमय लगभग 120 पुस्तकों में निहित है । उनका संपूर्ण साहित्य महाराज श्री द्वारा अयोध्या में संस्थापित उनके आश्रम से मंगाया जा सकता है, जिसका पता है : "श्री रामायणम आश्रम, परिक्रमा मार्ग, जानकी घाट, श्री धाम, अयोध्या (उ. प्र.) 224123
सद्गुरु भगवान के चरणों में कोर्ट कोर्ट प्रणाम
Thanks
❤❤❤❤
Shri Ram kikar maharaj ko pranam hai.
परम आदरणीय परम पूज्य श्री सदगुरू देव भगवान श्री राम किंकर जी महाराज को मेरा कोटि कोटि प्रणाम जय सियाराम 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Parampuj yug Tulsi shree ramkinkar ji maharaj ji ke charno ko koti koti naman 🙏🙏
Great great personality and great Shri Ram katha
I am lucky to get his blessings on many occasions including in Prempuri Ashram of Mumbai chaupati
रामायण स्वरूप युग तुलसी परम पूज्य महाराज श्री के पावन पुनीत पाद् पदमों में साष्टांग दंडवत प्रणाम।
अहो भाग्य हमारा जो महाराजा श्री की वाणी से साक्षात श्रवण लाभ का अलौकिक दिव्य अवसर प्राप्त हुआ।
Jay siyaram 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Dandvat
जय सियाराम पांडेजी आपको हार्दिक शुभकामनाएं अत्यंत महत्वपूर्ण प्रवचन सुनने का अवसर दिया। महाराज श्री का चिंतन और भी भेजे। आपकों सादर नमन
Om shri Permatmne Namah 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏🚩🌷 ओम् इति शुभम्स्तु 🌷 मान्यवरम् सादर अभिवादनं हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें 🙏🚩🌷 जै श्री सियाराम जी जय श्री हनुमानजी जी जय हो जय हो जय हो आचार्य श्री राम किंकर उपाध्याय जी को बाऱबार प्रणाम होवें!!🙏🚩🌷जै भारत जै मां भारती 🌷
Jay siyaram jai hanuman
Shri Ram Darbar ko Mera koti koti pranam 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
ॐ नमो नारायण गुरुदेव
Hare Ram hare Ram Ram Ram Hare hare
Shri Ram Jai Ram Jai Jai Ram ♈❤
Guru charno me koti koti pranam kripa kare
बापु जी ने स्मरण किया और चार दिन बाद यू ट्यूब पर दर्शन हो गए आपके चरणों में वन्दन
Ram ram ram
जय सीताराम
Shri Ram Laxman Bharat shatrughan sahit sabhi mataon ko Mera koti koti pranam 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
🙏
श्री पांडे जी हार्दिक धन्यवाद। जय गुरूदेव ।
Om Namo bhagwate Wasudevaya
*मानस युग प्रवर्तक महराज जी की जय हो।*
🙏🏻🌹🙏🏻
प्रवृति (घर में रहकर भगवान की भक्ति), निवृति (सब कुछ छोड़कर भगवान की भक्ति) जो अपना है, उसे जला देना है, जो भगवान का है उसे भगवान का प्रसाद मानकर ग्रहण करें तो भगवान की भक्ति प्रवृति मार्ग में भी हो सकती है।
आपका इतना मार्मिक सत्संग सुनकर मेरा मन और लालाहित हो रहा है l आपके दर्शन का आकांक्षी हूँ l जय गुरुदेव की
🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩🚩jai Srirram
जय जय, आपका बहुत बहुत धन्यवाद
जै सियाराम जै श्रीकृष्ण
Svikaaro mero parnam prabhu ji please 🙏♈🙏 me Dr Mahajan 🙏
अगर हो सके तो इस पूरे सत्र की वीडियो अपलोड करें, आपकी बहुत कृपा होगी
महाराज जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
Om shri ganeshay namah 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
आपका बहुत बहुत धन्यवाद महाराज जी का इतना साफ वीडियो प्राप्त करवाने के लिए 🙏
श्री गुरुदेव के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन 🙏 🙏 महाराज श्री के अद्भुत दर्शन और अमृत वाणी सुनाने के लिए आपको साधुवाद 🙏
Ab aatma ko tripti milegi prabhuji ♈🙏
यह प्रवचन जानकी महल ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्री अयोध्या जी का प्रतीत होता है।
कुछ भक्तों ने महाराज जी के साहित्य के बारे में जानकारी चाही है । महाराज श्री का सम्पूर्ण वाङमय लगभग 120 पुस्तकों में निहित है । उनका संपूर्ण साहित्य महाराज श्री द्वारा अयोध्या में संस्थापित उनके आश्रम से मंगाया जा सकता है, जिसका पता है : "श्री रामायणम आश्रम, परिक्रमा मार्ग, जानकी घाट, श्री धाम, अयोध्या (उ. प्र.) 224123
मनुष्य जीवन के लिए जो अनुभव जन्य प्रतीत होता है 🌷 वह है प्रवित्री व निवीत्री मार्ग में संभवतः अनुभव जन्य में निवृत्ति मार्ग श्रेष्ठ प्रतीत होता है 🌷🚩
जय सियाराम जी
महाराज श्री का संपूर्ण साहित्य महाराज श्री द्वारा संस्थापित श्री रामायणम आश्रम परिक्रमा मार्ग श्री अयोध्या उ प्र से प्राप्त किया जा सकता है।
अत्यंत सुंदर महाराज जी के प्रवचन का लाभ दिलाया इसके लिए बहुत-बहुत साधुवाद जय श्री राम
पाण्डेय जी प्रणाम!
आपने महाराज श्री का दिव्य प्रवचन का विडियो डालने के लिए बहुत बहुत आभार।
इस श्रृंखला के बाकी विडियो भी उपलब्ध हों तो उन्हें भी अपलोड करने की कृपा करें। 🙏🙏
Bahut bahut pranam meri bachpan ki smritiyan jivant datoli aur Fatehpur mein unki Katha suni hai Dilip bhejne ke liye bahut bahut dhanyavad
क्या इस प्रवचन की तिथि या स्थान की सूचना मिल सकती है ? ये कब और कहाँ दिया गया था ? दो में से कोई एक ही सूचना मिल जाय।
आ पांडे जी।
एक भक्त की जिज्ञासा पर हमने महाराज श्री के साहित्य की उपलब्धता की जानकारी अंकित किया था ।जिस डिलीट कर दिया गया। जानकारी देना अनुचित माना गया है या इस प्रकार महाराज श्री के साहित्य के प्रचार प्रसार का निषेध अनुचित है।
संबंधित से आग्रह है कि
कृपया बोध कराने का कष्ट अवश्य करें।
सूचना के लिए धन्यवाद कैलाश जी । मैंने वांछित जानकारी उनके उत्तर में और अलग से अपने कमेन्ट के रूप में भी दे दी है ।
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Pt राम किंकर जी ने कितनी पुस्तक लिखी है?? और वो कहा पे मिल सकती है कृपया जानकारी दे
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महोदय, इस विषय में अपनी रुचि व्यक्त करने के लिए धन्यवाद । महाराज श्री का सम्पूर्ण वाङमय लगभग 120 पुस्तकों में निहित है । उनका संपूर्ण साहित्य महाराज श्री द्वारा अयोध्या में संस्थापित उनके आश्रम से मंगाया जा सकता है, जिसका पता है : "श्री रामायणम आश्रम, परिक्रमा मार्ग, जानकी घाट, श्री धाम, अयोध्या (उ. प्र.) 224123
मानस मर्मज्ञ युग तुलसी महाराजजी के श्रीमुख से दिव्य प्रवचन विलक्षण प्रवचन अद्वितीय अतुलनीय प्रवचन सुनकर मन भावविभोर हो गया ।
Very nice. Sadhuvad.
Jai Sh.SitaRam 🙏🙏
Dandvat
Dandvat