मैँ उनके गांव के पास के गांव काकड़ा में जन्मा हूँ । कई बार उनका साक्षात दर्शन किया । ये सत्य है कि गुरुवर को नाम लिखना तक नही आता था लेकिन उनके संबोधन में ऐसे शब्दों का प्रयोग होता था कि हिंदी संस्कृत के विद्वान भी त्रुटि ना निकाल सकें । मेरे दादा श्री हरिश्चन्द्र त्यागी को वे चाचा कहते थे क्योंकि गुरुवर के माता पिता का मेरे दादा की साली का परिवार उनके जन्म गांव खुरमपुर में खास ध्यान रखता था । मेरे गांव काकड़ा को वे अपना दूसरा प्रिय गांव मानते थे । हमेशा मई के महीने में मेरे गांव पास के बदीपुर,डिडौली ,खिमावती में हमेशा आते प्रवचन करते । गांव के लोग प्रेमस्वरूप गेंहू एकत्रकर उनके आश्रम पहुचाते थे । जब मैं 14 वर्ष का था गुरुवर से बरनावा में मिला और उनके करकमलों से मुनक्का बादाम व काजू का प्रसाद उस समय खाया जब वे गांधी मूर्ति के पास बने अपने कक्ष में विराजमान थे । उनसे मिला प्रसाद मेरे लिए अमृत समान है और मुझे जीवन पर्यंत ऊर्जावान बनाता रहेगा । ये भी सत्य है कि उन्होंने अपना जीवनकाल 50 वर्ष होने की बात भी पहले ही अपने कई घनिष्टों को बता दी थी जो बाद में सत्य हुई और 50 वर्ष की आयु में वे परमधाम को चले गए । गुरुदेव का सादर स्मरण ।
ईश्वर की बड़ी ही अनुकंपा रही जो इस जन्म मे ऐसे गुरु मिले,सौभाग्यशाली हैं अपना मस्तक जिसने उन चरणों की वंदना की जिन्हे 1992 मे मोक्ष की प्राप्ति हुई।धन्य है प्रभु , जय गुरुदेव जय आर्य समाज।
मैंने इन को बाल्यावस्था में लाइव सुना है। उस समय मुझे समझ नहीं थी तो मैं इन की नकल करती थी। आज बहुत वर्षों बाद मैंने इन को इंटरनेट पर ढूँढा और इन्हें देखकर मैं बहुत प्रफुल्लित हुई, और इस बात पे आनंदित हूँ कि मैंने ऐसे महात्मा को लाइव सुना है। मेरे बाबाजी इन को बहुत मानते थे। आज इन्हें सुन के बाबाजी और भी ज़्यादा याद आने लगे।
My grandfather told me about them and gave me some books when I was 18 years old. I started reading the books as he said, but initially I could not understand the language of the books, so I stopped reading. But my grandfather always praised these books and Krishna Dutt bharamchari, so I started again reading the books and now i understood the language and my interest in these books grew so much high that I read all the books that my grandfather had. It has been almost six years. These books change the way my thinking so much. I will never forget those books in my entire life. My grandfather passes away before 1 year. I feel very blessed that he gave me this valuable books of Krishan Dutt Bharamchari.
। । ओ३म् । । ब्रह्मचारी कृष्णदत्त जी को शत शत नमन 🙏 मैं सालों साल तक उनके प्रवचनों का गवाह हुँ । अफसोस उस वक्त social media व TV channels media नहीं था ।
ब्रह्मचारी कृष्णदत्त महाराज जी को सत सत नमन 🙏🙏🙏। मुझे मेरे ग्रैंडफादर ने इनके बारे में बताया था , जब मैं 15-16 साल का था तब से मेरी रुचि इनके विषय में जानने के लिए बढ़ गई । तब से ले कर आज तक मैंने इनकी बहुत किताबे पढ़ी , और बहुत सारी झुटी बाते जो हम लोगो को जन्म से बताई गई उन बातो की सच्चाई जान पाया। आज मेरी उम्र 25 साल है और मेरे पास इनकी बहुत सी किताबे है जैसे अलंकार व्याख्या । बहुत सी किताबे मेरे गांव के लोग जो उम्र में मुझे काफी बड़े थे वे लोग भी ले कर गये।
मान्यवर महोदय नमस्कार, बहुत सुंदर शैली से आपने ब्रह्मर्षि कृष्णदत्त महाराज जी की जीवनी व आत्मकथा पर प्रकाश डाला । आपकी अगली वीडियो की प्रतीक्षा रहेगी। ईश्वर आपको दीर्घायु जीवन प्रदान करें ॐ ।। आपका शुभनाम नमस्कार महोदय
नमन गुरु जी। आप विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं। हिन्दी में आप अपने तरीके से बहुत सुंदर विवरण करते हैं।हम भाग्यशाली हैं कि आपको सुनकर अपने को सार्थक कर रहे हैं। धन्यवाद।आशीष।
मेरा गांव बरनावा है।मै सौभाग्यशाली हूँ कि मै गुरू जी के प्रवचनों की प्रत्यक्ष गवाह हूँ। उनके दैनिक जीवन और दिव्य ज्ञान दोनो का अवलोकन उनके सानिध्य मे रहकर किया ।
अदभुद...श्रीमान जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद . आपने ब्रह्मचारी जी की के विषय में अपना उद्बोधन प्रस्तुत किया. आशा है नये युवा /युवतियां ब्रह्मचारी जी (श्रंगऋषि ) के बहुमूल्य संवादों से लाभान्वित होंगे.. ओम शान्ति......
Namaskar ji. i have been very fortunate as Brahamachariji visited my home when i was a kid. My grandfather was a great Aryasamaji. He had called him in the village for people well being. My village is Kailshikarpur Distt. Shamli U.P. Still i have firm believe in Brahamachariji and i discuss with my children and others about him.
कृष्णा दत्त ब्रह्म चरी को मेंने दो बार एक बार झालावाड़ में तथा एक बार झालरापाटन में सुना बात सन 1963,1968की है,। इनके प्रवचनों को पुस्तकें भी मेरे पास है। इनकी मृत्यु भी इनकी बताई अवस्था में ही हुई है।
Jai shree ram. Sir m you tube pe kaafi motivational vedios, spiritual vedios dekhta tha, na jaane dekhte dekhte kab abhi 8-9 dino se aapke vecios dekhe and dekhne lagaaa Aapki kripa se abhi tak 11-12 bharam rishiyo ke baare m kaafi detail m shunaaa. M jaydaa to Ni bol sakta, na abhi ish layak hu, lakin ek baat apni chetna se bol sakta hu ke aapkaa inh sab bharam rishiyo se kuch na kuch rista jaruar hai, jarur hai, jarur hai. Jai gurudev
आज प्राय: मानव यह कहता है कि अन्न की बड़ी सूक्ष्मता है,इसीलिए दूसरों के गर्भों को निगल जाना चाहिए, मांस इत्यादि का पान करना चाहिये, उससे हमारे उदर की पूर्ति हो जायेगी और वह यह कहता है कि मांस भक्षण करना कोई पाप नहीं है और गर्भ (अंडा) में कोई जीव नहीं होता हैं। मैं यह कहना चाहता कि यदि तुम्हारे मस्तिष्क में से कुछ रक्त लेकर दूसरा प्राणी उसको पान कर लेता है तो कितना कष्ट होता है। अरे! जिनमें जीव है, जिन प्राणियों में जीवात्मा है जिनका तुम रक्त लोगे, रक्त के पिपासी बनोगे उसको उतना ही कष्ट होगा जितना तुम्हें स्वयं कष्ट होता है *धर्म उसी को कहते है कि जो वस्तु हमें स्वयं को कष्टमय प्रतीत होती है वह दूसरो के लिए भी इसी प्रकार की है* श्रंगिऋषि कृष्णदत्त जी महाराज
sir I am research on brahmarishi krasna datt ji maharaj and now I think that brahmachari ji apne head ko air pressure reduce karne ke lie left right ghumate the
महोदय ऐसी आत्माएं गर्भ में आना पसंद नहीं करती। इसलिए अधिक उम्मीद यह है कि उन्होंने उस बच्चे का शरीर पैदा होते ही 2 महिने के बीच तक Take over कर लिया होगा। ऐसी बहुत घटनाएं होती रही हैं और अब भी हो रही हैं, परकाया प्रवेश की विद्या द्वारा।
महोदय एक और बात कहना चाहता हूं कि परमात्मा इस तरह की लीलाओं में हस्तक्षेप नहीं करते और परमात्मा स्वयं कहता है कि बच्चे मेरे पास ऐसे कार्यों के लिए समय नहीं है। मैं पृथ्वी पर आकर स्वयं ही उदघोष करता हूं, स्वयं के आगमन का, स्वयं के द्वारा होने वाले कार्य के लिए। और फिर उस कार्य रुपी यज्ञ में जो मनुष्य आत्माएं role play करती हैं उन्हें भी मैं (परमात्मा) स्वयं ही उनके कर्मों के अनुसार चुनता हूं। शेष पृथ्वी पर जो भी होता वह सब के लिए मनुष्य आत्माएं स्वतंत्र हैं करने के लिए। यही तो कर्म का सिद्धांत है।
hi, I saw a kid in Karnataka who had same symptoms, he didn't recognise even his family, just murmuring some unknown language 24/7.. if left alone for just 5 mins he used to escape out of home and pick up sticks in each hand and start hitting it on anything and everything as if he is playing some music.. he hardly slept, just murmuring 24/7 in some language.. his parents worked in bangalore highly educated but no doctor could find what was it.
मैँ उनके गांव के पास के गांव काकड़ा में जन्मा हूँ । कई बार उनका साक्षात दर्शन किया । ये सत्य है कि गुरुवर को नाम लिखना तक नही आता था लेकिन उनके संबोधन में ऐसे शब्दों का प्रयोग होता था कि हिंदी संस्कृत के विद्वान भी त्रुटि ना निकाल सकें । मेरे दादा श्री हरिश्चन्द्र त्यागी को वे चाचा कहते थे क्योंकि गुरुवर के माता पिता का मेरे दादा की साली का परिवार उनके जन्म गांव खुरमपुर में खास ध्यान रखता था । मेरे गांव काकड़ा को वे अपना दूसरा प्रिय गांव मानते थे । हमेशा मई के महीने में मेरे गांव पास के बदीपुर,डिडौली ,खिमावती में हमेशा आते प्रवचन करते । गांव के लोग प्रेमस्वरूप गेंहू एकत्रकर उनके आश्रम पहुचाते थे । जब मैं 14 वर्ष का था गुरुवर से बरनावा में मिला और उनके करकमलों से मुनक्का बादाम व काजू का प्रसाद उस समय खाया जब वे गांधी मूर्ति के पास बने अपने कक्ष में विराजमान थे । उनसे मिला प्रसाद मेरे लिए अमृत समान है और मुझे जीवन पर्यंत ऊर्जावान बनाता रहेगा ।
ये भी सत्य है कि उन्होंने अपना जीवनकाल 50 वर्ष होने की बात भी पहले ही अपने कई घनिष्टों को बता दी थी जो बाद में सत्य हुई और 50 वर्ष की आयु में वे परमधाम को चले गए ।
गुरुदेव का सादर स्मरण ।
हमे भी ब्रह्मचारी कृष्ण दत्त जी को देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ ।
ब्रह्मचारी कृष्णदत्त जी को शत शत नमन 🙏
मैं सालों साल तक उनके प्रवचनों का गवाह हुँ ।
अफसोस उस वक्त social media व TV channels media नहीं था ।
ईश्वर की बड़ी ही अनुकंपा रही जो इस जन्म मे ऐसे गुरु मिले,सौभाग्यशाली हैं अपना मस्तक जिसने उन चरणों की वंदना की जिन्हे 1992 मे मोक्ष की प्राप्ति हुई।धन्य है प्रभु , जय गुरुदेव जय आर्य समाज।
MujhE poojyapad gurudev ke darshan. Aur pravachan sunane Ka soubhagya prapt hua. Hai
मैंने इन को बाल्यावस्था में लाइव सुना है। उस समय मुझे समझ नहीं थी तो मैं इन की नकल करती थी। आज बहुत वर्षों बाद मैंने इन को इंटरनेट पर ढूँढा और इन्हें देखकर मैं बहुत प्रफुल्लित हुई, और इस बात पे आनंदित हूँ कि मैंने ऐसे महात्मा को लाइव सुना है। मेरे बाबाजी इन को बहुत मानते थे। आज इन्हें सुन के बाबाजी और भी ज़्यादा याद आने लगे।
My grandfather told me about them and gave me some books when I was 18 years old. I started reading the books as he said, but initially I could not understand the language of the books, so I stopped reading.
But my grandfather always praised these books and Krishna Dutt bharamchari, so I started again reading the books and now i understood the language and my interest in these books grew so much high that I read all the books that my grandfather had.
It has been almost six years. These books change the way my thinking so much. I will never forget those books in my entire life. My grandfather passes away before 1 year. I feel very blessed that he gave me this valuable books of Krishan Dutt Bharamchari.
Do you want more books from Krishna dutt bharamchari ji??
I will arrange in free...
@@shubhashishsolanki2707 ya I need
@@akanshatyagi1275 give me your email
नमस्ते जी। आप एक बार महर्षि दयानंद सरस्वती जी का सत्यार्थ प्रकाश अवश्य पढो़।
@@shubhashishsolanki2707 please i am interested in books... Please provide u r email address
। । ओ३म् । । ब्रह्मचारी कृष्णदत्त जी को शत शत नमन 🙏
मैं सालों साल तक उनके प्रवचनों का गवाह हुँ ।
अफसोस उस वक्त social media व TV channels media नहीं था ।
ब्रह्मचारी कृष्णदत्त महाराज जी को सत सत नमन 🙏🙏🙏।
मुझे मेरे ग्रैंडफादर ने इनके बारे में बताया था , जब मैं 15-16 साल का था तब से मेरी रुचि इनके विषय में जानने के लिए बढ़ गई । तब से ले कर आज तक मैंने इनकी बहुत किताबे पढ़ी , और बहुत सारी झुटी बाते जो हम लोगो को जन्म से बताई गई उन बातो की सच्चाई जान पाया। आज मेरी उम्र 25 साल है और मेरे पास इनकी बहुत सी किताबे है जैसे अलंकार व्याख्या । बहुत सी किताबे मेरे गांव के लोग जो उम्र में मुझे काफी बड़े थे वे लोग भी ले कर गये।
मुझे उनकी पुस्तके चाहिए कहाँ से मिलेंगी ?
मुझे भी चाहिए @@gaurav8267
मान्यवर महोदय नमस्कार, बहुत सुंदर शैली से आपने ब्रह्मर्षि कृष्णदत्त महाराज जी की जीवनी व आत्मकथा पर प्रकाश डाला । आपकी अगली वीडियो की प्रतीक्षा रहेगी। ईश्वर आपको दीर्घायु जीवन प्रदान करें ॐ ।। आपका शुभनाम नमस्कार महोदय
नमन गुरु जी। आप विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं। हिन्दी में आप अपने तरीके से बहुत सुंदर विवरण करते हैं।हम भाग्यशाली हैं कि आपको सुनकर अपने को सार्थक कर रहे हैं। धन्यवाद।आशीष।
Inke bus ki baat nai hai..
मैंने भी इन्हें देखा है और सुना है अपने गांव में
मेरा गांव बरनावा है।मै सौभाग्यशाली हूँ कि मै गुरू जी के प्रवचनों की प्रत्यक्ष गवाह हूँ।
उनके दैनिक जीवन और दिव्य ज्ञान दोनो का अवलोकन उनके सानिध्य मे रहकर किया ।
वो सत्य थे सत्य हैं। व सत्य ही रहेंगे,,,, वह ईश्वरीय उर्जा के रूप हमारे लिए आये थे
अदभुद...श्रीमान जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद .
आपने ब्रह्मचारी जी की के विषय में अपना उद्बोधन
प्रस्तुत किया.
आशा है नये युवा /युवतियां ब्रह्मचारी जी (श्रंगऋषि )
के बहुमूल्य संवादों से लाभान्वित होंगे..
ओम शान्ति......
इन्हें तो मैंने भी कई बार सुना है । इनके प्रवचन का संकलन करके किताबें भी प्रकाशित हुई जो सारी मेरे पास भी उपलब्ध हैं ।
मुझे उनकी पुस्तके चाहिए , कहां मिलेंगी ?
Namaskar ji. i have been very fortunate as Brahamachariji visited my home when i was a kid. My grandfather was a great Aryasamaji. He had called him in the village for people well being. My village is Kailshikarpur Distt. Shamli U.P. Still i have firm believe in Brahamachariji and i discuss with my children and others about him.
मुझे भी 1985 में ब्रह्म ऋषि के दर्शन हो चुके हैं साथ ही उनके प्रवचन सुनने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है। महाराज के श्री चरणों में शत-शत नमन।
Aap ham sabako aisi jankari dene ki kripa banaye rakhana guruji 🙏🏻🙏🏻
रुला दिया आपने तो
जी ,, उनके प्रवचन और यज्ञ की मैं साक्षी 🙏🙏🙏🙏
मैं भी
नमस्ते जी। आप बहुत ही अच्छे वक्ता हैं।
इनके प्रवचन मैने सुने है
लेकिन जब आपके द्वारा यह सुना तो आनंद आ गया।।
Itni gyanvarthak jankari ke liye koti koti dhanyawad aap chirayu hon
कृष्णा दत्त ब्रह्म चरी को मेंने दो बार एक बार झालावाड़ में तथा एक बार झालरापाटन में सुना बात सन 1963,1968की है,। इनके प्रवचनों को पुस्तकें भी मेरे पास है। इनकी मृत्यु भी इनकी बताई अवस्था में ही हुई है।
इनकी पुस्तकें कहां मिलेगी
Pustak ka naam Kiya hai
I have read unbelievable knowledge many books read purchase many cassette me logo ko batata tha bisbas nahi karate the
प्रणाम। आप ने शब्दहीन कर दिया।
श्री स्वामी समर्थ
अवधूत चिंतन श्री गुरूदेव दत्त
अति सुंदर और अच्छा विषय जो त्रेता युग के भगवान राम की कथा की वास्तविकता
Brahmrishi krishna dutt Brahmachari ke charano me koti koti naman
🙏💐💖Koti koti Naman Vandan Guruver 🙏🙏🙏🙏🙏💖💐🙏
Dhanyavad, Om Shanti, Pranam.....
Pranam Guruji. Aap jis tarah se hame siksha dete hai. Esa mehsus hota hai ki, aap hi iss Yug ke Brahm Rishi hai. Jay ho 👏
बहुत सुंदर व्याखान।
Jai shree ram.
Sir m you tube pe kaafi motivational vedios, spiritual vedios dekhta tha, na jaane dekhte dekhte kab abhi 8-9 dino se aapke vecios dekhe and dekhne lagaaa
Aapki kripa se abhi tak 11-12 bharam rishiyo ke baare m kaafi detail m shunaaa.
M jaydaa to Ni bol sakta, na abhi ish layak hu, lakin ek baat apni chetna se bol sakta hu ke aapkaa inh sab bharam rishiyo se kuch na kuch rista jaruar hai, jarur hai, jarur hai.
Jai gurudev
Vikas agarwal.
Jaipur Rajasthan
Aapko koti-koti Pranam....🙏🙏
हृदय से आभार
Ati sunder
सत थे सत ह सत रहेंगे
Guruwar aapki wani sunn ke mantramugdha ho jata hun !
Shat shat naman 🙏🙏
Jay sri krishna Dutta brahmachari
🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुदेव प्रणाम प्रभु जी हरी ओम
बहुत ही उत्तम जानकारी... आदरणीय हम भी बरनावा गुरुकुल में जाते रहते है..
www.arogyadev.com
अक्षरशः सत्य 🙏🙏💐💐
Adbhut🙏🙏🙏
Thanks a lot for this great service
Jgd
सादर नमन।
गुरुदेव हम ब्रह्मचारी जी को 35 वर्ष पूर्व अपने यहां प्रोग्राम करवाया था
Man ko chu jaati hai enki kahani🙏
वेर्र्य nice
Bahot hi gyanverdhak...... Dhanyavad.....
Guru Ji ko sat sat Naman
🙏Namastae ji. 💐Amazing command over Hindi and English. But still so gentle and kind. 💐
ओम जी 🙏
ॐ ॐ ॐ प्रभु जी
Thanks you baba ji
Gyan samvardhan ke liy bahu bahut danyavad
Guru ji pranam
Om shaanti🙏🙏
THANKYOU. GURUJI
maine krishan datt ji ke darshankie hain aur unkao lete hua aAryasmaj pahadganj main dekha tha
Guru dev pranaam
Om shanti
Bramha Saranam
Pranaam 🙏🙏🙏
जय श्री कृष्णा
Ram Ram thanks so much
Greatest video I have ever heard and seen on TH-cam till date great
आज प्राय: मानव यह कहता है कि अन्न की बड़ी सूक्ष्मता है,इसीलिए दूसरों के गर्भों को निगल जाना चाहिए, मांस इत्यादि का पान करना चाहिये, उससे हमारे उदर की पूर्ति हो जायेगी और वह यह कहता है कि मांस भक्षण करना कोई पाप नहीं है और गर्भ (अंडा) में कोई जीव नहीं होता हैं। मैं यह कहना चाहता कि यदि तुम्हारे मस्तिष्क में से कुछ रक्त लेकर दूसरा प्राणी उसको पान कर लेता है तो कितना कष्ट होता है। अरे! जिनमें जीव है, जिन प्राणियों में जीवात्मा है जिनका तुम रक्त लोगे, रक्त के पिपासी बनोगे उसको उतना ही कष्ट होगा जितना तुम्हें स्वयं कष्ट होता है
*धर्म उसी को कहते है कि जो वस्तु हमें स्वयं को कष्टमय प्रतीत होती है वह दूसरो के लिए भी इसी प्रकार की है*
श्रंगिऋषि कृष्णदत्त जी महाराज
Sir Kuchh aur bhi videos banao na. I read a lot of his books. I am a big follower of him.
श्रृंगी ऋषि का आश्रम बिहार के मधेपुरा जिला के सिंहेश्वर नामक कस्बे में था।श्रृंगी ऋषि के नाम पर ही सिंघेश्वर परा है।
jai sri ram
Jaygurudev
Jai gurudev
Very nice
Gurudev pranam,
I have read a book on brahamchari Krishan dut ji published in 1967 which is a compilation of his speeches. A Great braham rishi.
What is the title of the book published by Krishna Dutt Bhrahmachariji in 1967 compiled Speaches-please share about the Grate Brahma Rishi
Aap ko mera coti coti naman
आभार आपका अन्नत
sir I am research on brahmarishi krasna datt ji maharaj and now I think that brahmachari ji apne head ko air pressure reduce karne ke lie left right ghumate the
हम ब्रह्मचारी जी के यज्ञ /याग विज्ञान विषय पर कार्य करने का प्रयास कर रहे है..
th-cam.com/video/-g7DagGsuzc/w-d-xo.html
🙏योगाचार्य राजीव कुमार
बहुत बढ़िया 👍
Pranam gurujee
Om
Maine bhi Guru Ji ko Dekha Hai
dhany huye
महोदय ऐसी आत्माएं गर्भ में आना पसंद नहीं करती। इसलिए अधिक उम्मीद यह है कि उन्होंने उस बच्चे का शरीर पैदा होते ही 2 महिने के बीच तक Take over कर लिया होगा। ऐसी बहुत घटनाएं होती रही हैं और अब भी हो रही हैं, परकाया प्रवेश की विद्या द्वारा।
ऐसी आत्माएं गर्भ में ही आती हैं । युं Take over करते तो prime minister के बच्चे को करते । ये एक गुरु के श्राप का परिणाम था ।
Om🙏🙏🙏
🙏
ओ३म नमो नमः
🙏🙏
महोदय एक और बात कहना चाहता हूं कि परमात्मा इस तरह की लीलाओं में हस्तक्षेप नहीं करते और परमात्मा स्वयं कहता है कि बच्चे मेरे पास ऐसे कार्यों के लिए समय नहीं है। मैं पृथ्वी पर आकर स्वयं ही उदघोष करता हूं, स्वयं के आगमन का, स्वयं के द्वारा होने वाले कार्य के लिए। और फिर उस कार्य रुपी यज्ञ में जो मनुष्य आत्माएं role play करती हैं उन्हें भी मैं (परमात्मा) स्वयं ही उनके कर्मों के अनुसार चुनता हूं। शेष पृथ्वी पर जो भी होता वह सब के लिए मनुष्य आत्माएं स्वतंत्र हैं करने के लिए। यही तो कर्म का सिद्धांत है।
कृपया महर्षि पुलित्स्य के विषय मे मार्गदर्शन करें...
इनके वेदवाणी की पुस्तक कहा से मिलेगी श्रीमान
🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
मुझे आप जैसी पुण्य आत्मा का सहयोग सनातन धर्म की रक्षा का दायित्व निभाने के लिए अति आवश्यक है आप क्या सम्पर्क सूत्र क्या है
hi, I saw a kid in Karnataka who had same symptoms, he didn't recognise even his family, just murmuring some unknown language 24/7.. if left alone for just 5 mins he used to escape out of home and pick up sticks in each hand and start hitting it on anything and everything as if he is playing some music.. he hardly slept, just murmuring 24/7 in some language.. his parents worked in bangalore highly educated but no doctor could find what was it.
Village name is khuram pur slamabad( Krishna ji village)
What about Saints of other religions? We would like to hear their life story also. Thanks
Blind-belief!!!!
Get well soon!!!!!!
Thanks
Plz bless me
भगवान परशुराम ओर उन की माता रेणुका के तंत्र के बारे में , पाणिनि , कल्हण , दरभंगा के महाराजा ( जो तांत्रिक थे ) के बारे मै भी बताइए
🙏🌻🙏