ऐसे संतो को नमन है जिन्होंने ऐसी सार गर्भित रचनाये कर ज्ञान को हम तक पहुचाया और गायक कलाकारो का भी आभार की उन्होंने इन को संगीत मय करके चार चाँद लगा दिये
मै अकेला भी नही हुँ मेरे आसपास ऊर्जा के दिव्य पुंज का प्रकाश है जो बहुतो की मदद करने की राह दिखाकर चलाना चाहता है पर राम जी की वापसी की अद्भुत कहानी कुछ और करने का मार्ग प्रशस्त कर गयी है
मन आत्मा का अनुसरण नहीं करता इंद्रियों के चक्कर में घूमता रहता है इस गीत को समझने के लिए ऊंची उड़ानभरनी होगी आत्मा परमात्मा का टुकड़ा है अर्थात सत्य का टुकड़ा है
सोहम् सोहम् जोशी बहिन बहुत बधाई और शुभकामनाएं अर्पित करता हूँ आपके सूफीयाना अंदाज और फिर उसी फकीराना कोस्टयूम (वस्त्रसज्जा) फिर आपकी पेशकश ऐसा लगता हैं जैसे आपके सामने श्रोताओं का हुजूम हैं हीं नाहि केवल आप और आपका मौला हीं हैं आप पेश कर रहें हैं और मौला सुन रहा हैं । बहिन मुझे संगीत का कतई ज्ञान नहीं हैं ।बस इतना कह सकता हूँ जब वह चींटी के पैरों की नेवर सुन सकता हैं तो आप तो सधे स्वरों उसे रिझाने का पुरूषार्थ कर रहे हैं जोशी बहिन क्या लिखूं बस आगे बढ़ते जाना और आपके द्वारा मुझे भी उससे जुङने की राह दिखाई देने लगी हैं ।आपका आभार साधुवाद ऋणी हूँ और रहूँगा । शिवोहम् शिवोहम् सचिदानन्दोहम् शिवोहम् शिवोहम् 🕉🌹🙏🌹🕉
naam hi sbse bda mitra, aur aesa mitra jo aap ko kabhi dukhi nhi hone deta -- shree param pujya premananad ji maharaj naam hi nami se mila skta h aur kisi m ye samrth nhi h ❤ jai shree meri pyari ju
वाह ! बहुत अच्छा है कि आप लोग ( विशेषकर आचार्य प्रशान्त जी ) कबीर को जिन्दा रखे हुए हैं। पर उन्हें समझने वाले आज कितने बचे हैं । बहुत सुंदर प्रस्तुति । बधाई।
बहुत सुन्दर भाव को व्यक्त किया है. भक्ति ईश्वर को रटने का नाम नहीं है. नाम के साथ पहचान होना ज़रूरी है. वह सब जगह मौजूद है. जहाँ सिर झुका दो, वहीं काबा और मन्दिर है, पर पहचान हो. धन्यवाद
अंकल जी ये बड़ी ऊंची बात है समदर्शी होना। मानने से क्या होता है? बड़े बड़े संतों ने अनुभव किया तब उनके चक्षु समदर्शी हो गए मगर हम लोग उस स्तर के साधक कहाँ बन पाए कि बिना माने कण कण में ईश्वर के दर्शन कर सकें। कहने के लिए सब कह देते हैं कहीं पढ़ सुनकर मगर जानना और मानना दोनों भिन्न हैं।
बहुत बढ़िया आवाज है ममता जी को साधुवाद। हालांकि एक दोहे में बेवजह ही "राम भजन से कुछ ना पायो" अपनी ओर से जोड़ दिया गया है जो उचित नहीं लगता है। भले ही "मौला मौला" रटने से कुछ ना मिले मगर जान लीजिये कि चाहे किसी भी भाव से "राम राम" पुकारा हो यूं ही होंठों से बोल दिया गया हो तो भी "राम राम" का प्रभाव अवश्य है। राम और मौला का कोई तुलना नहीं है क्यूंकि राम ब्रह्म तत्व है और राम जी के दिव्य जीवन की जो शिक्षा है या कहिए चरित्र है उससे मौला का पैगाम बिल्कुल भिन्न है। जीवमात्र उस परमात्मा (राम=ॐ) का अंश है इसलिए दोनों बराबर नहीं हैं। 'तुलसी मेरे राम को, रीझ भजो या खीज। भौम पड़ा जामे सभी, उल्टा सीधा बीज' यह चौपाई, रामचरितमानस से ली गई है.
हाँ जी पानी पानी रटने से पानी नहीं मिलेगा क्यूंकि वह भौतिक द्रव्य है। राम भौतिक नहीं है वह ब्रह्म तत्व है इसलिए राम का नाम रटने से आमूल चूल परिवर्तन अवश्यंभावी है पक्का है।
Achrya praant ji ko sunne ke bad ye song Ka meaning smjh ane lge 🎉🎉❤❤🎉🎉😊😊 love you soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo much hmare achary ji 🎉❤🎉🎉❤🙏🏻🙏🏻💞💓💞💓💓🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
क्या खुब राग जमाया क्या गाया ममता जी मन खुश हो गया चाकी चाकी सब कहे गीली कहें ना कोई वाह क्या बात हुई मुझे तुरंत मेरे सदगुरु भगवान याद आये उसके संपर्क में रहने वाले का तो बाल ना होइ आभार बहुत बहुत साधुवाद
ऐसे संतों की रचनाएं ही हमें सही ज्ञान अपनानें की प्रेरणा मिलती है। उसके बाद मेरा ममता जोशी जी को शत शत नमन जो इन रचनाओं को गया कर ऐसे पेश कर रहीं हैं। जय श्रीराम।
कबीर साहब जैसे हद और अनहद से परे थे ,जब तक ईश्वर नाम में हम भटकते रहेंगे ,तब तक इसका साक्षात्कार नहीं हो सकता ,जो हमसे जुदा नहीं , उसे बाहर खोजने की जरूरत क्या है।
श्रीमान बताइए फिर क्या स्वरूप है अगर आपने साक्षात्कार कर लिया हो तो? सुनी सुनाई या पढ़ी हुई बातों से क्या होगा हम बड़ी बड़ी बातें बोल देते हैं किसी फ़िलॉसफ़र की तरह मगर क्या आप बता सकते हैं आपने क्या अनुभव किया और क्या परिवर्तन हुआ आपके मानस पर अगर साक्षात्कार हो गया हो तो ?
डा. ममता जोशी जी यह प्रस्तुति सुन ओर देख कर बहुत पसंद आया है मन खुश हो गया। मैं कितनी बार देख ओर सुन चुका पर मन तृप्त नहीं होता है। ओर आप सुन्दर भी बहुत है। ओर आप गाते समय ओर भी खुबसूरत लगती है। आप के expression बहुत ही अच्छे हैं। लगता है आप कबीरदास जी के दोहे गानें के लिए ही इस जमीं पर आये है। All the best Thanks ❤❤
आहा मज़ा आनंद ही आ गया संदेश bahot aacha hai शब्दावली sur tabla vadak whole team work Mamta ji aap ke expressions with मैसेज वाह कमाल गजब का आपका नाम भी ममता संदेश भी ममता से भरा वाह
Vav vav vav Ati sundar ma apko mera pranam namskar jay ho kabir saheb ke chharnome koti koti lakh danvant pranam saheb apke chharnome anshu Shiva kuchh nahi jay ho. Jay ho jay ho
जैसे मन से मन को तौलिए तो दो मन कबहु न होय - माने सभी मन, एक तरह से काम क्रोध मद लोभ तथा मैं भाव से भरे हैं , भ्रम में हैं , इसलिए सभी एक ही है - सभी भ्रम हैं प्रकृति (शरीर) - भी एक ही तत्व है आत्मा के कारण ही प्रकृति है, प्रकृति आत्मा का ही विस्तार है - अतः आत्मा के सिवा और कुछ नही है
भला हुआ मोरी गगरी फूटी ।इस अनुभव से जो गुज़रे हैं उन्हें प्रणाम । क्यों कि मेरा भी अनुभव है । जैसे दो नदियों के संगम से आगे फिर एक ही नाम चलता है । क्या कहूं कैसे कहूं उस अनुभव को ।
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है स्वयं को जानने का और इस देह के भीतर स्थित ब्रह्म रूपी लौ को देखने का। आपका बहुत बहुत आभार। ईश्वर आपको अपनी राह पर चलते रहने की शक्ति सदा प्रदान करें।
Kya rang jamaya hai! Aapko Mamta Joshi ka performance kaisa laga?
subscribe karna na bhoolein!
Sanjiv saraaf saaheb ko ek chota sa dhanyawaad!! Zindagi ko saral banaane ke liye !
Performance toh bohat achha tha par Mamta Joshi saheba ne
Ek Lafz ghalat pronounce kar diya
Jaha.n Jabii.n kehena chahiye tha waha.n zamii.n keh diya
Inka pura video rakhye
Pppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppp0p00p0pppppp0ppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppp0plppppp0pppppq
Gazab ka performance hai !!
ऐसे संतो को नमन है जिन्होंने ऐसी सार गर्भित रचनाये कर ज्ञान को हम तक पहुचाया और गायक कलाकारो का भी आभार की उन्होंने इन को संगीत मय करके चार चाँद लगा दिये
कबीर, रहीम, रसखान जैसे महान संतों के वचन अमर है।
♾️✨❤️
❤❤❤
खुसुरो दरिया प्रेम का उल्टी वा की धार,
जो उतरा सो डूब गया जो डूबा सो पार ,,
प्रेम ही परमात्मा है ,जिसने प्रेम को पा लिया उसने परमात्मा को पा ली ,❤🙏
वाह❤
❤
मै अकेला भी नही हुँ मेरे आसपास ऊर्जा के दिव्य पुंज का प्रकाश है जो बहुतो की मदद करने की राह दिखाकर चलाना चाहता है पर राम जी की वापसी की अद्भुत कहानी कुछ और करने का मार्ग प्रशस्त कर गयी है
मन आत्मा का अनुसरण नहीं करता इंद्रियों के चक्कर में घूमता रहता है इस गीत को समझने के लिए ऊंची उड़ानभरनी होगी आत्मा परमात्मा का टुकड़ा है अर्थात सत्य का टुकड़ा है
Yup ❤️
Atma parmatma ka tukda nhi khud parmatma.
Absolutely correct 👍
Apne aap me Purna h
Samundar se bichhdi hui bund h jake milna h waps 😊
सोहम् सोहम्
जोशी बहिन बहुत बधाई और शुभकामनाएं अर्पित करता हूँ
आपके सूफीयाना अंदाज और फिर उसी फकीराना कोस्टयूम (वस्त्रसज्जा)
फिर आपकी पेशकश ऐसा लगता हैं जैसे आपके सामने
श्रोताओं का हुजूम हैं हीं नाहि
केवल आप और आपका मौला हीं हैं आप पेश कर रहें हैं और मौला सुन रहा हैं ।
बहिन मुझे संगीत का कतई ज्ञान नहीं हैं ।बस इतना कह सकता हूँ जब वह चींटी के पैरों की नेवर सुन सकता हैं तो आप तो सधे स्वरों उसे रिझाने का पुरूषार्थ कर रहे हैं
जोशी बहिन क्या लिखूं बस आगे बढ़ते जाना और आपके द्वारा मुझे भी उससे जुङने की राह दिखाई देने लगी हैं ।आपका आभार साधुवाद
ऋणी हूँ और रहूँगा ।
शिवोहम् शिवोहम्
सचिदानन्दोहम् शिवोहम् शिवोहम्
🕉🌹🙏🌹🕉
राम रामेति रामेति, रमे रामे मनोरमे ।
सहस्रनाम तत्तुल्यं, रामनाम वरानने ॥🙏🏻... जो समझदार हैं वो समझ गए होंगे😇
मगन रहते हैं वो ख़ुद में ख़बर जिनको नहीं कुछ भी
उन्हें तकलीफ़ होती है जो सब कुछ जान जाते हैं
Poet: AteeqAhmad Kushinagri
SAHEE KAHAA AAP NE !
YE **SECLAANDU** GAAYIKAA HAI !
😊
जय श्री सीतारामजी🌹🌹🙏
जय श्री हनुमानजी 🌹🌹🙏
जय सनातन 🚩🚩🚩🚩🚩
जय सियाराम🙏
जब से आचार्य प्रशांत जी जीवन में आए हैं, ये भजन समझ आने लगे हैं वरना पहले ये केवल मनोरंजन की तरह लगता था
Ha
Bhai jab se infinite joy aane laga inhi bhajan me
Same here
भइया यह प्रशांत तो ats मे नियुक्त है
Exactly..
राम बुलाया भेज्या दिया कबीरा रोए 😢
जो सुख पाए राम भजन में सो बैकुंठ ना होए
जो सुख संत संग में सो बकुंठ ना होए
naam hi sbse bda mitra, aur aesa mitra jo aap ko kabhi dukhi nhi hone deta -- shree param pujya premananad ji maharaj
naam hi nami se mila skta h aur kisi m ye samrth nhi h
❤ jai shree meri pyari ju
Jai siya ram
ये सुनते हुए आंसू आ गए। हमारी धरती संतो की धरती है। जो खुद खुदा से भीड़ जाए हैं। और खुदा तक पहुंचने का रास्ता भी दिखाते हैं।
Bhaisab apna ilaaj karwaoo apka har cheez jaldi nikal raha hai.......
Dost jinke hone se uska hona sidha hota hain vo jo sidha hota hain uske bhi upar hai
Thanks Buddhist Kabir
😢😢😢
@@Randhirkumar-wf7vl who said kabir was Buddhist. He was kabir 😂😂 not anyone
आचार्य प्रशांत जी संत सरिता सत्र में संतों की वाणी को बहुत अच्छे से समझते हैं। एक एक शब्द का गहरा अर्थ भी समझाते है।❤❤❤❤
I am grateful to Aachary Prashant jinhone mujhe Kabir ji ke pass le gaya, dohe ka arth samjhaya❤
सही कहा😊❤
वाह ! बहुत अच्छा है कि आप लोग ( विशेषकर आचार्य प्रशान्त जी ) कबीर को जिन्दा रखे हुए हैं। पर उन्हें समझने वाले आज कितने बचे हैं । बहुत सुंदर प्रस्तुति । बधाई।
Right
बहुत सुन्दर भाव को व्यक्त किया है. भक्ति ईश्वर को रटने का नाम नहीं है. नाम के साथ पहचान होना ज़रूरी है. वह सब जगह मौजूद है. जहाँ सिर झुका दो, वहीं काबा और मन्दिर है, पर पहचान हो. धन्यवाद
Wow supar❤
पहचान कैसे होगी
@@DeepakSingh-cs5rdpurn satguru ke sharan me jakar satguru mata su diksha ji maharaj ne isey sulabh kar diya hai ji 🙏🏻
परमात्मा के जानने वाले को ढूंढो मैं ढूंढ चुका हूं
अंकल जी ये बड़ी ऊंची बात है समदर्शी होना। मानने से क्या होता है? बड़े बड़े संतों ने अनुभव किया तब उनके चक्षु समदर्शी हो गए मगर हम लोग उस स्तर के साधक कहाँ बन पाए कि बिना माने कण कण में ईश्वर के दर्शन कर सकें। कहने के लिए सब कह देते हैं कहीं पढ़ सुनकर मगर जानना और मानना दोनों भिन्न हैं।
आह ! कितना भी सुन लूं , मन ही नहीं भरता !! कबीर की वाणी और ममता जी की आवाज का जादू _____, खत्म ही नहीं होता । साधुवाद।❤❤
Achrya prashant ne IQ badha diya ab ase unche logo ki bate samjh aane lagi mujhe bhi❤
बहुत बढ़िया आवाज है ममता जी को साधुवाद। हालांकि एक दोहे में बेवजह ही "राम भजन से कुछ ना पायो" अपनी ओर से जोड़ दिया गया है जो उचित नहीं लगता है। भले ही "मौला मौला" रटने से कुछ ना मिले मगर जान लीजिये कि चाहे किसी भी भाव से "राम राम" पुकारा हो यूं ही होंठों से बोल दिया गया हो तो भी "राम राम" का प्रभाव अवश्य है। राम और मौला का कोई तुलना नहीं है क्यूंकि राम ब्रह्म तत्व है और राम जी के दिव्य जीवन की जो शिक्षा है या कहिए चरित्र है उससे मौला का पैगाम बिल्कुल भिन्न है। जीवमात्र उस परमात्मा (राम=ॐ) का अंश है इसलिए दोनों बराबर नहीं हैं। 'तुलसी मेरे राम को, रीझ भजो या खीज। भौम पड़ा जामे सभी, उल्टा सीधा बीज' यह चौपाई, रामचरितमानस से ली गई है.
Bilkul Shai bola hai.❤
जय श्री राम ❤
श्री राम...
😂 waah murkh
Bhai aapko samajh nahi aaya, galat kuchh bhi nahi gaya hai
कबीर साहब तो वाणी के बादशाह हैं l उन्हें सब सम्भव है l कबीर साहब जैसा कोई नहीं।
देव शर्मा जी आपका कथन बहुत ही सुन्दर और सही है ।ब्रह्म और मौला की कोई तुलना ही नहीं हो सकता ......ब्रह्म सर्वोपरी हैं ......
आपको साधुवाद 🎉
जो पानी के नाम को पानी जाने,यह नादानी है
पानी-पानी रटते-रटते,प्यासा ही मर जाए!!!---🙏🙏🙏
हाँ जी पानी पानी रटने से पानी नहीं मिलेगा क्यूंकि वह भौतिक द्रव्य है। राम भौतिक नहीं है वह ब्रह्म तत्व है इसलिए राम का नाम रटने से आमूल चूल परिवर्तन अवश्यंभावी है पक्का है।
रटने से नहीं धारण करने से। @@DevSharma-fj9ue
@@DevSharma-fj9ue Chand Qadari ji ki 'Ram japo tum aisey aisey' suney kabhi agar nahi suni hai, Bhagwan Ram Kay sakshat darsan ho jayegay
मैंने तो पहली बार सुना इनको गजब गजब
श्री हरि। बहुत बहुत सुंदर। कोटि कोटि प्रणाम।
आपके बोलने का आपके सुनाने का अंदाज बहुत ही निराला है। सूफी अंदाज में आपने समा बांध दिया दिया।
वाह...
कबीरा...खडा बाजार में सब की पूछे खैर..
Achrya praant ji ko sunne ke bad ye song
Ka meaning smjh ane lge 🎉🎉❤❤🎉🎉😊😊 love you soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo soooooooooooooooo much hmare achary ji 🎉❤🎉🎉❤🙏🏻🙏🏻💞💓💞💓💓🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बहुत सुंदर गायकी आपकी । श्री हरि कृपा सदा आप पर बनी रहे।
अद्भुत और अप्रसन्नीय हैं ये कबीर वाणी मै तो इंस्टाग्राम से रील देखने के बाद ये भजन सुना हूं।
शब्द पर कोई विरला ही गोर करेगा। जिसे उस प्रियतम से मिलन का दर्द हो
बहुत बहुत रूहानी गाया है रूह बाग बाग हो गई धन्यवाद ममता जी ❤
श्री कबीर तत्व जीवन में आए बिना मुक्ति नहीं।
🙏🏻🚩✨
सत्य वचन❤
ममता जोशी जी आपने अच्छा गाया और बहुत अच्छे से समझाया । सारे हिन्दु दर्शन एक दिन मे समझ मे आ गये। ❤
ममताजी बड़ा दर्द है आपकी आवाज़ में, अल्लाह पाक आपको सदैव सुखी रक्खे....
क्या खुब राग जमाया क्या गाया ममता जी मन खुश हो गया चाकी चाकी सब कहे गीली कहें ना कोई वाह क्या बात हुई मुझे तुरंत मेरे सदगुरु भगवान याद आये उसके संपर्क में रहने वाले का तो बाल ना होइ आभार बहुत बहुत साधुवाद
गजब 👌
।।
।
मैल साबुन दोनों मिटिया हो गया चकाचक सफ़ेद 💎
मौला मौला लाख पुकारे मौला हाथ ना आए मौला एक बार कहदे तो मौला घर पर जाए (जन्म ले)
कह गए दास कबीर ना मौली है न राझन
Satya hai, dikhta hai toh bikta hai. Yeh saccha gyan ha, tadka hai so people like it. Salute to Joshi
मन फिसला (विचारों से मुक्त, निश्चिन्त हुआ )तो कबीरा ही कबीरा
ऐसे संतों की रचनाएं ही हमें सही ज्ञान अपनानें की प्रेरणा मिलती है। उसके बाद मेरा ममता जोशी जी को शत शत नमन जो इन रचनाओं को गया कर ऐसे पेश कर रहीं हैं। जय श्रीराम।
कबीर साहब जैसे हद और अनहद से परे थे ,जब तक ईश्वर नाम में हम भटकते रहेंगे ,तब तक इसका साक्षात्कार नहीं हो सकता ,जो हमसे जुदा नहीं , उसे बाहर खोजने की जरूरत क्या है।
Exactly
Sahi bt h
❤
श्रीमान बताइए फिर क्या स्वरूप है अगर आपने साक्षात्कार कर लिया हो तो? सुनी सुनाई या पढ़ी हुई बातों से क्या होगा हम बड़ी बड़ी बातें बोल देते हैं किसी फ़िलॉसफ़र की तरह मगर क्या आप बता सकते हैं आपने क्या अनुभव किया और क्या परिवर्तन हुआ आपके मानस पर अगर साक्षात्कार हो गया हो तो ?
साक्षात्कार करनेवाला भी बोल नही सकता।ईंद्रीयातीत का वर्णन ईंद्रीय कैसे करेंगे।प्रश्नही गलत है।
साहेब बंदगी जी आपको बहुत सुंदर है आप के भजन एवं कबीर बाड़ी
Thank you Acharya Prashant sir for making me eligible to listen such kind of song
जो गिली से लागी रहे बाह बहुत खूब नायाब। बहुत सुन्दर 😂भावपूर्ण गायन
❤❤❤❤ममता जी आपको सादर नमन। क्या भाव विभोर गाते हैं आप आंसू नहीं रुकते हैं धन्य हैं आप और आपकी वाणी प्रभु आपको दीर्घायु करें।।
परम संतों की शरणागत होने से जीवन की नैया पार लग सकती है। वरना जन्म मरण का चक्कर लगाते रहो।
शब्दों से हम खेल रहें है । This is tight
Bhala hua meri gagri phuti ..ser se tuti Bala ...mast line hai ❤❤❤❤
This is amazing. I am listening to Mamta Joshi for the first time. She is an amazing singer, what an amazing rendition, what a pakka sur! Kudos gal!
अद्भुत गाने की कला को अत्यन्त प्रशंसनीय कहना ही पडेगा ...स्नेहाभिनन्दन...
ह्रदय प्रफुल्लित हो गया. जय हो कबीर दास की
Das nhi saheb he wo 🙏
रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण रांझण ............
❤❤
Awesome 👍💞
LOVE YOU TEAM REKHTA >>>YE SAB ONLINE UPLABDH KRWANE KE LIYE
हृदय को छूने वाली ध्वनी है
सलाम हे ऐसी कला को हृदय से आभार MOOL CHAND
SINGH RAJODIYA
डा. ममता जोशी जी यह प्रस्तुति सुन ओर देख कर बहुत पसंद आया है मन
खुश हो गया। मैं कितनी बार देख ओर सुन चुका पर मन तृप्त नहीं होता है।
ओर आप सुन्दर भी बहुत है।
ओर आप गाते समय ओर भी खुबसूरत लगती है। आप के expression बहुत ही अच्छे हैं। लगता है आप कबीरदास जी के दोहे गानें के लिए ही इस जमीं पर आये है।
All the best
Thanks
❤❤
बहुत-बहुत सुन्दर kabir ji का bhajn. Ytharth को
समझाया बड़े सुन्दर और मार्मिक ढंग से..
बहुत बहुत-बहुत साधुवाद.
GAZAB MAST ....ATMA KO CHHUU GAYA SONG
"अरे हमारी चीज़ थी जहां जाना वहीं रख दी" गज़ब 👍🙏🙏💐💐
आहा मज़ा आनंद ही आ गया संदेश bahot aacha hai शब्दावली sur tabla vadak whole team work Mamta ji aap ke expressions with मैसेज वाह कमाल गजब का आपका नाम भी ममता संदेश भी ममता से भरा वाह
सूफियाना संगीत वो है जो सीधे रूह से महसूस होती है,, गर्व है ऐसे संगीत को
Kabir was not Sufi, this is not a Sufi song
बहुत ही मधुर 🙏☺☺
Waheguru ji🙏
मन से मन को तोला ,बहुत सुन्दर भाव ❤
With love and deep respect ♥️🙏
देव शर्मा जैसे ही लोगों की ही दुनिया है जिनकी आखों पर द्वैत का पर्दा पड़ा हुआ है ।
क्या ही कहना, मन के बंद दरवाज़े खोल देता है ये गीत बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति 👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏❤️❤️❤️❤️❤️❤️
Thanks to Rekhta and Mamta Joshi ji.
These kalaams are now fading in India, thanks for giving them a platform.
Rekhta zindabad, Bhai zindabad,
Saniv Saraf sahab zindabad, done miracle by collecting such pearls.
Sanjiv Saraf sahib is himself no less miracle.
जन्मा और अजन्मा दोनों अलग है ही है, कबीर साहब समझाने का प्रयास प्रयोग किए हैं,हम नही समझ पाए हमारी कमी है ❤❤❤
Great Performance Done by Dr. Mamta Joshi Ji with Beautiful Voice.
Vav vav vav Ati sundar ma apko mera pranam namskar jay ho kabir saheb ke chharnome koti koti lakh danvant pranam saheb apke chharnome anshu Shiva kuchh nahi jay ho. Jay ho jay ho
कबीर कहते हैं कि जैसे ही मेरा शरीर भाव छूटा(घघरी टूटी) और आत्म स्मरण हुआ। (पनिया भरण से छूटी) वैसे ही संसार की आपाधापी से मुक्त हुई।
Samajh pa rahe ho badi baat hai
❤❤
Hari Om Narayan Hari Hari Radhe Krishna Radhe Krishna Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe
Ab in bhakti songs ke qaderdan bohut Kum hain.
Aap hai na kaafi hai ✅
Mein akela hi chala tha janibe manzil mager, log aate Gaye aur carvan banta gaya.
Pehle bhi kam the.
Ganimat hai bache hai
Bachaye rakhne ke liye
right
Daaddi bolti hai too sab Rootte hoo khoob hannshii uddaayaa karroo DAADDII kaa❤❤❤
This sufi bhajja comes from the heart. Dr. Mamta Joshi, the song is full of deeper feelings (soulful.) . 🙏🙏🙏
जो होता है बहुत अच्छे के लिए होता है❤❤
Kya kehne mohtarma Mamta Joshi sahiba ✨🔥💙😊
Kamal hai ji Kamal 💞
Wah didi Ji .kamaal hai 👌👌kabeer v khusro ka sangam
जय सच्चिदानंद जी 🙏🏻💐🌹
बहुत बढ़िया गाया भी और लिरिक्स भी मस्त भक्ति से प्रेम से भरपूर 🙏🏻💐💐👍🏻👍🏻👌👌
Man eb
Dharam
इस सूफी कलाम को मन तक ले जाने और मै से मय की यात्रा बड़ी सरल और सीधी है अब हमारा दिल व दिमाग कैसे पर्दो के नीचे इसे पंहुचायेगा
बहुत बढिया 🙏💐🪗
शानदार अध्यात्मिक प्रस्तुति
ऐसे गीतों को सुनकर मन इतना प्रसन्न होता है कि मानो जीवन आनंद के सागर में डूबा हुआ है। अति खुशी होती है
😊
❤❤❤
waah waah bohot khoobsurat maza aagaya
जैसे मन से मन को तौलिए तो दो मन कबहु न होय - माने
सभी मन, एक तरह से काम क्रोध मद लोभ तथा मैं भाव से भरे हैं , भ्रम में हैं , इसलिए सभी एक ही है - सभी भ्रम हैं
प्रकृति (शरीर) - भी एक ही तत्व है
आत्मा के कारण ही प्रकृति है, प्रकृति आत्मा का ही विस्तार है - अतः आत्मा के सिवा और कुछ नही है
Tqq Acharya Prashant for introducing me to real spirituality ❤
😊❤
Amezing... 🕉️
वाह वाह अच्छा लगा है और इसका मतलब भी बहुत अच्छा है
Jai sri shyam. Good voice
धरती मां की। पश्चिम से पूर्व की ओर झुकी झुकी।
💞🕉️🔱🚩🌷🙏
Jay shree shyam
भला हुआ मोरी गगरी फूटी ।इस अनुभव से जो गुज़रे हैं उन्हें प्रणाम । क्यों कि मेरा भी अनुभव है । जैसे दो नदियों के संगम से आगे फिर एक ही नाम चलता है । क्या कहूं कैसे कहूं उस अनुभव को ।
अहंकार मिट गया
Itni meethi awaaz...rooh ko chu gayi....anand aa gaya sunke aapko
प्रेम नदी में डूबा मन हुआ भव पार ब्रह्म मय
गुरु कृपा ही केवलम्,भला हुआ कबीरा प्रेम नदी में डूबा,भव पार परामय 🧘🏻♀️🙏🔥🌹
Kabeera bhala hua Mamata ji bahut sunder gaya hai aapne.
वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह भई वाह सतसाहेब सतसाहेब सतसाहेब सतसाहेब ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🤲🤲🤲🤲🌄🦚🕉🗽
Bahut. Bhavna. Mai. Khoobsoorat. Bhajan. Dr. Mamta. Ji. Ko. Saadhuvad🙏
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है स्वयं को जानने का और इस देह के भीतर स्थित ब्रह्म रूपी लौ को देखने का।
आपका बहुत बहुत आभार।
ईश्वर आपको अपनी राह पर चलते रहने की शक्ति सदा प्रदान करें।