Episode : 20 | परमेश्वर का कलयुगी सफ़र। 23-06-2024 | Sant Rampal Ji Maharaj Live
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- เผยแพร่เมื่อ 1 ก.ค. 2024
- Documentary Of Kabir Saheb | परमेश्वर का कलयुगी सफर | Saint Rampal Ji Maharaj
00:00 Trailer
00:15 Chapter 1: Introduction to Kabir Saheb
10:33 Chapter 2: Early Life and Miracles
18:04 Chapter 3: Philosophical Teachings
20:20 Chapter 4: Lahar Tara Pond
26:50 Chapter 5: Neeru-Neema Tila
30:23 Chapter 6: Maghar
39:00 Chapter 7: Testimonials and Influences
41:21 Chapter 8: Kabir in Present
57:35 Chapter 9: Conclusion
Part : 2 | सनातनी पूजा के पतन की कहानी, विश्व होगा सनातनी | सम्पूर्ण सृष्टि रचना | Factful Debates
Link:- • Part : 2 | सनातनी पूजा...
This detailed documentary delves into the life, teachings, and legacy of Kabir Das (Kabir Saheb), a revered 15th-century Indian mystic poet and saint whose words continue to inspire millions around the world.
Key Points Covered:
Introduction to Kabir Das (Kabir Saheb)
Magnetic Appeal: Kabir Das (Kabir Saheb)'s couplets attract people from all walks of life, whether educated or uneducated, transcending caste and religious boundaries with their sweetness and familiarity. His words are described as the voice of the soul, drawing people worldwide to his teachings.
Powerful Teachings
Transformative Influence: Kabir Das (Kabir Saheb)'s words possess a unique power that captivates listeners and guides them towards a new direction in life. His couplets remain an integral part of daily life, inspiring people to walk the path of truth.
Miraculous Birth and Life
Mystical Birth: Kabir Das (Kabir Saheb) was found as a baby on a lotus flower in Lahar Tara pond by Neeru and Neema, a Muslim couple who raised him.
Early Life: Raised in a humble weaver’s family, Kabir’s upbringing in a diverse cultural environment influenced his inclusive and universal outlook on spirituality.
Spiritual and Philosophical Impact
Universal Teachings: Kabir Das (Kabir Saheb)'s teachings are included in the Sikh scripture Guru Granth Sahib and are revered by Hindus, Muslims, and Sikhs alike. He questioned the meaningless rituals of both religions and emphasised that the true God is with those who follow the path of righteousness and see all creatures as their own.
Independent Thought: Kabir Das (Kabir Saheb) was known for questioning the hollow rituals performed by followers of both Hinduism and Islam, advocating for a personal connection with the divine.
Eternal Legacy
Global Influence: Kabir Das (Kabir Saheb)'s wisdom continues to spread across the globe, inspiring spiritual seekers and scholars. His poetry is sung and cherished worldwide, embodying a light of knowledge that illuminates minds and hearts.
Reverence and Research
Contemporary Followers: Today, spiritual leaders like Sant Rampal Ji Maharaj continue to propagate the teachings of Kabir Das (Kabir Saheb), emphasizing his divine status and timeless wisdom.
Kabir Bijak: The scripture compiled from Kabir Saheb Ji's teachings is known as Kabir Bijak, containing his couplets, words, and hymns, describing the highest omnipotent Sachidanand Brahm in an unparalleled manner.
Historical and Cultural Sites
Lahar Tara Pond: The site of Kabir’s miraculous birth, now a place of pilgrimage and reverence.
Neeru-Neema Tila: The location where Kabir was raised, featuring a historical well and monuments dedicated to his memory.
Maghar: The place where Kabir departed from the world, marked by both a mausoleum and a temple, symbolizing the harmony between his Hindu and Muslim followers.
Testimonials and Influences
Global Admirers: Influencers and scholars from around the world, such as the renowned Pakistani Sufi singer Ghulam Fariduddin Ayaz Al-Husseini, speak about how Kabir Das (Kabir Saheb) forms the foundation of their spiritual lives.
Western Perspectives: American spiritual thinker and poet Richard Aikenberger discusses the global influence of Kabir Das (Kabir Saheb) and his universal appeal across different religions.
Conclusion
The documentary reveals the profound impact of Kabir Das (Kabir Saheb) on spirituality and humanity. His teachings continue to guide and inspire millions, transcending time and cultural boundaries. Kabir Das (Kabir Saheb) is revered not just as a poet and saint but as a divine messenger who brought the message of universal love, unity, and devotion to the world. - บันเทิง
🕊️अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
कबीर परमेश्वर का जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ था, वे एकमात्र सर्वशक्तिमान व अविनाशी परमेश्वर हैं।🕊️🙏
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अनंत कोटि ब्रह्मांड में, बन्दीछोड़ कहाय। सो तौ एक कबीर हैं, जननी जन्या न माय ।। न सतगुरु जननी जने, उनके मां न बाप। पिंड ब्रह्मांड से अगम हैं, जहां न तीनों ताप ।।
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर भक्तों ने किया रक्तदान।
संत रामपाल जी महाराज अद्वितीय कल्याणकारी विचारधारा के सच्चे समाजसुधारक संत हैं।
रक्तदान महादान
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सानिध्य में कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हुये विशेष समागम में हज़ारों यूनिट रक्त दान हुआ।
सत साहेब जि 🙏🙏💐💐🙏🙏संत रामपाल जी माहाज जी
कि जय 🙏🙏🙏🙏💐💐
बन्दी चाेड रामपाल जी माहाराज की जय हाे🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बन्दी चाेड कबिर साहेब कि जय हाे🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐
अवधु अविगत से चल आया, कोई मेरा भेद मर्म नहीं पाया।
ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया।।
कबीर परमेश्वर का जन्म माता के गर्भ से नहीं हुआ था, वे एकमात्र सर्वशक्तिमान व अविनाशी परमेश्वर हैं।
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए।
गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार।
मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
अद्भुत भंडारा
ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहां जुलाहे न पाया ॥
देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी 627 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस पर संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में उनके अनुयायियों द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा है
गरीब, गगन मण्डल में रहत है, अविनाशी आप अलेख।
जुगन-जुगन सत्संग है, धर-धर खेलै भेख।।
भावार्थ:- पूर्ण परमात्मा कबीर जी गगन मण्डल में रहता है जो अविनाशी अलेख है। वह परमात्मा स्वयं अन्य भेख धारण करके पृथ्वी पर प्रत्येक युग में प्रकट होता है। अपना तत्त्वज्ञान स्वयं ही बताता है।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो
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बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय होकबीर, अनंत कोटि ब्रह्मांड का, एक रत्ती नहीं भार ।सतगुरु पुरुष कबीर है ,कुल के सिरजनहार।।
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वेदो में प्रमाण हैं कबीर साहेब भगवान हैं 🌹परमात्मा कबीर साहेब ही सतलोक से सशरीर आए और 120वर्ष तक इस धरती पर रहे और सशरीर यहाँ से वापस सतलोक चले गए
गरीब, दुनी कहै योह देव है, देव कहत हैं ईश।
ईश कहै परब्रह्म है, पूरण बीसवे बीस।।
संत गरीबदास जी कहते हैं कि शिशु रूप में कबीर परमेश्वर जी को देखकर काशी के लोग कह रहे थे कि यह तो कोई देवता का अवतार है। देवता कह रहे थे कि यह स्वयं ईश्वर है और ईश्वर कहते हैं कि स्वयं पूर्ण ब्रह्म पृथ्वी पर आए हैं।
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।
और ज्ञान सब ज्ञानणी कबीर ज्ञान सो ज्ञान जैसे गोला तोप का करता चले मैदान
अनंत कोटि ब्रह्मांड का एक रति नहीं भार, सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजन हार
जय हो बन्दी छोड सद्गुरु सन्त रामपाल जी महाराज की जय 🦚🦚सतसाहेब🦚🦚🦐
Jai ho bandi chhor sadgurudev Rampal ji Bhagwan ji ki jay 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
कबीर परमात्मा जी लहरतारा नमक तालाब में शिशु रूप में आए और नीरू नीमा को मिले ओर जीवन जीने की लीला करके बताइ। उन्होंने कपड़ा भुना जिस कारण से वह धाणक कहलाए ।
🙏🙏 कोटी कोटी दंडवत प्रणाम परमात्मा दया करना मालीक🙏🙏
Bandi chhod satguru shri rampal ji bhagwan ji ki jai ho
कबीर परमेश्वर सशरीर प्रकट हुए
ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में परमेश्वर कबीर जी तेजोमय रूप में आकर काशी के लहरतारा तालाब में बालक रूप में कमल के फूल पर प्रकट हुए, इसके प्रत्यक्ष दृष्टा ऋषि अष्टानन्द जी थे। वहाँ से नीरू नीमा ने परमेश्वर कबीर जी को अपने घर ले आये।
वह परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
⚡️कबीर परमात्मा सतलोक से चलकर आते हैं। जैसे यजुर्वेद अध्याय 5 मंत्र 1 में कहा है कि ‘अग्नेः तनुः असि = परमेश्वर सशरीर है। विष्णवे त्वा सोमस्य तनुः असि = उस अमर प्रभु का पालन पोषण करने के लिए अन्य शरीर है जो अतिथि रूप में कुछ दिन संसार में आता है। तत्त्व ज्ञान से अज्ञान निंद्रा में सोए प्रभु प्रेमियों को जगाता है। वही प्रमाण इस मंत्र में है कि कुछ समय के लिए पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
कबीर साहेब जी के प्रकट दिवस पर हुए विशाल भंडारे व सत्संग समागम में रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें हज़ारों श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान किया।
समर्थ अविनाशी पूर्ण परमात्मा बंदी छोड़ कबीर परमेश्वर जी का अनमोल ज्ञान 🙏
अनअन्त काेटी ब्रमाण्ड का यक रती नै भार सत गुरु पुरुष कबीर है कुलके शिर्जन हार 🙏🌷🙏🌷🙏🌷🙏🌷🙏
Sat guru dev ji ki Jay 🙏🙏🙏🙏🙏🙇🙇🙇🙇🙇🌹🌹🌹🌹🌹💯💯♥️♥️
🔹भक्ति के लाभ
कबीर परमेश्वर जी की भक्ति पूर्ण गुरु के माध्यम से करने से परम शांति व मोक्ष की प्राप्ति होती है।
वर्तमान में पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं।
बहुत ही सुन्दर,सत्य जगत गुरु तत्वदर्शी सन्त रामपाल जी महाराज जी के तत्त्वज्ञान से ही 84 के बंधनों से आजाद होकर अपने निज घर जाया जा सकता है जय हो बंदी छोड़ की 🙏🙏🙏
जय हो प्रभु सत साहेब सत राम पाल जी भगवान जगत गुरु आदि गुरु बंदी छोड़ प्रम पिता परमात्मा सत पुरुष पुर्ण परमात्मा सत कबीर भगवान सचिदानंद घण व्रह्म शशिधर हरि आदि व्रह्म परम अक्षर व्रह्म आदि नारायण आदि पुरुष आदि देव सतलोक भगवान आत्मा पिता परमात्मा कबीर भगवान चरणों में सादा प्रणाम जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷💮💮💮💮👑🌹🌼🌺🌻🌸🏵️💐🌺🌼🌹👑🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🥭🍊🍏🍑🍓🍉🍇🍐🍎🍍🍌🍒🥥🫐🫒🐚🍚🪷 ॐ 🪷 कलीयम् 🪷 हरियम् 🪷🌺 श्रीयम् 🌺🪷 सोउहं 🪷💮 ॐ 💮🪷💮 सोउहं 💮🪷💮 आदि राम 💮🪷💮 सतलोक प्रदान करणा हे ईश्वर कबीर भगवान दाया करणा हे दाता ।
🙏🏻🙏🏻❤️❤️💯💯
कबीर और ज्ञान सब ज्ञानड़ी, कबीर ज्ञान सो ज्ञान।
जैसे गोला तोब का, करता चले मैदान॥
कबीर साहिब ही पूर्ण परमात्मा है जय हो बंदी छोड़ की Satsahib.ji ❤❤❤
माया मुई न मन मुवा, मरि-मरि गया सरीर।
आसा त्रिष्णाँ नाँ मुई, यौं कहै साहेब कबीर॥
भारत के लोगो ने हर जगह पर भगवान को ढूंढ लिया...पेड़ो में, पहाड़ों में, पत्थरों में, जंगलों में, पशु पक्षियों में.....लेकिन अपने ग्रंथो में ही नहीं ढूंढा
KABIR IS SUPREAM GOD
Spiritual Lider Sant Rampal Ji Maharaj ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Bandi chhod jagat guru Rampal Ji Maharaj ki Jai Hho Sat Saheb All of you to🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹❤
कबीर परमात्मा की जय बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय सत साहेब सभी को राम राम 🙏🏻🙏🙏🏻🙏
पहली बार कलियुग में सत्या का प्रकाश चमक रहा है.🙏🏻🙏🏻
कोटि कोटि धन्यवाद 😌🙏🏻🙏🏻
🙏🙏वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है 🙏🙏
True Siritual Knowledge on Supreme God Kabir Saheb.Gurujinka charan kamal may koti koti dandawat pranam.
कबीर परमेश्वर के दोहे ऐसे होते थे इनमें सच्चाई दिखती है
हम भी पांहन पूजते, होते रन के रोझ।
सतगुरु की कृपा भई, डार्या सिर पैं बोझ॥
परमेश्वर कबीर जी ने जब स्वामी रामानंद जी को सत्यलोक दिखाया
अपनी समर्थता से परिचय कराया। तब स्वामी रामानंद जी कहते हैं कि कबीर जी आप स्वयं करतार यानि सृष्टि रचनहार परमात्मा हो।
🙏Sat sahib ji 🙏 Bandi chhode satguru Rampal Ji bhagwan ji ki jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ਭਗਵਾਨ ਕਬੀਰ ਸਾਹਿਬ ਦਾ ਅਨਮੋਲ ਗਿਆਨ🙏🙏
परमेश्वर कबीर साहेब सर्व सृष्टि के मालिक है। ये सर्व धर्मो के पवित्र शास्त्रों से प्रमाणित कर दिया।वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज के रूप में मौजूद है
Jay bandhi chhod ki.❤❤❤❤❤
वेदों मे प्रमाण है कबीर साहिब पूर्ण परमात्मा है संत रामपाल जी महाराज जी तत्वदर्शी संत है पूर्ण गुरु है अनमोल सत्संग है पूर्ण गुरु जी का
Clearly enough, only Supreme God Kabir Saheb Ji is Supreme most God .Our Holy Scriptures sings glory of that Supreme God Kabir Saheb Ji. After taking initiation from Tatvadarshi Saint Rampal Ji Maharaj Ji one gets endless benifits, crores of people have got there incurable diseases cured and life of crores devotee increased .
Indeed Tatvadarshi Saint Rampal Ji Maharaj Ji is avatar of supreme God Kabir Saheb Ji on this earth today.
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
कबीर साहेब जी का नामकरण-
काजियों ने पुनः पवित्र कुरान शरीफ को नाम रखने के उद्देश्य से खोला। उन दोनों पृष्ठों पर कबीर-कबीर-कबीर अक्षर लिखे थे अन्य लेख नहीं था। काजियों ने फिर कुरान शरीफ को खोला उन पृष्ठों पर भी कबीर-कबीर-कबीर अक्षर ही लिखा था। काजियों ने पूरी कुरान का निरीक्षण किया तो उनके द्वारा लाई गई कुरान शरीफ में सर्व अक्षर कबीर-कबीर-कबीर-कबीर हो गए। काजी बोले इस बालक ने कोई जादू मंत्र करके हमारी कुरान शरीफ को ही बदल डाला। तब कबीर परमेश्वर शिशु रूप में बोले हे काशी के काजियों। मैं कबीर अल्लाह अर्थात अल्लाहु अकबर हूं। मेरा नाम “कबीर” ही रखो।
❤ poorn Brahm Kabir saheb ki jay ❤ satguru Dev ki jay ❤ satsaheb ji ❤
Bandhi chhod sat guru rampal ji maharaj ki JAY ho 🙏❤🙇🏻♂️🌸
कोटि कोटि प्रणाम कबीर साहेब की जय
Ja ho Kabir. Bhagwan ki , jay ho sant Rampal Ji mahraj ki jay ho Kabir Bhagwan ki.
ऐसा निर्मल ज्ञान है निर्मल करे सरीर ।
और ज्ञान मंडलिक है चकवे ज्ञान कबीर ।।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो कबीर परमेश्वर की जय हो सत्संग
भगवानको भक्ती कुनै पनि जाती वा वर्गले गर्न सक्छन भन्ने उदाहारण दिन नै कबीर साहेब निर्धन र जुलाहा भएर लिला गर्नु भएको थियो।भगवान भक्तको भक्तीभावले प्रसन्न हुने हो धन सम्पत्तिले होईन।
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड में बंदी छोड़ कहाय।
सो तो पुरुष कबीर,जननी जना न माय।।
Satguru Rampalji bhagwan ji ke charno mein koti koti dandwat pranaam
Kabir ji is real God sat saheb ji ❤❤❤❤❤
संत रामपाल जी महाराज ने सतभक्ति साधना के साथ परमार्थ करने को श्रेष्ठ बताया है। इसी कारण उनके अनुयायी आए दिन जरूरतमंदों की सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं (जैसे रक्तदान, देहदान)
🙏🙏🙏Bandi chhor sadguru Rampal jee bhagwan ji ki Jai ho 🙏 sat saheb 🙏
अनमोल विचार और अदभुत ज्ञान सतसंग
पूर्ण ब्रह्म परमात्मा है कबीर जी ❤❤
कबीर, गुरु बड़े हैं गोविन्द से, मन में देख विचार।
हरि सुमरे सो वारि है, गुरु सुमरे होय पार।।
कबीर, संत मिलन को चालिए, तज माया अभिमान।
जो जो कदम आगे रखे, वो है यज्ञ समान।।
अनमोल सत्संग
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की जय हो
Vedo mai parman hh kabir sahib ji bhagwan hh 🙏 💖 💓 😭 🙇♀️
जय हो बंदी छोड़ की सत् साहेब🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 6❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai Bandichhod satguru Rampal Maharaj ji ki jai 🙏💙
साचा शब्द कबीर का,सुन सुन लागे आग ।
अज्ञानी सौ जल जल मरै ,ज्ञानी जाय जाग ।।,
कबीर साहेब -
जीवना तो थोड़ा ही भला , जै सत सुमरन होय ।
लाख वर्ष का जीवना , लेखे धरे ना कोय ॥
गरीब, खोजी खालिक से मिले, ज्ञानी के उपदेश |
सतगुरु पीर कबीर हैं, सब काहू उपदेश ||
दंडवत प्रणाम परमाtma मुकेश दासी
कबीर साहेब ही पूर्ण परमात्मा है।
Bandi chhor satguru Rampal ji bhagwan ki jai ho 🙏
ture spiritual knowledge of sant rampal ji maharaj 🙏 🙏 🙏
जय हो बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी कि जय हो 🙏
Sat guru dev ji ki jay 🙏🪷🪷🙏🙏🪷🪷🙏🙏🪷🪷🙏🙏🙏🙏🪷🪷🙏🙏🪷🪷🙏🙏🪷🪷🙏🙏🪷🪷🙏🙏🪷🙏🙏🪷🙏🙏🪷🪷🙏🙏🪷🪷🙏🙏🪷🙏
हे परमात्मा,भगवान, अल्लाह, कबीर आप सब हो मेरे लिए दाता दया करना 😢😢😢😢😢😢😢
गरीब, मीरा बाई पद मिली, सतगुरु पीर कबीर |
देह छतां ल्यौ लीन है, पाया नहीं शरीर ||
कबीर, साहेब जी कहते है,हम ही अलख अलाह हैं,||कुतुम गोसत और पीर||, गरीब दास खालिक धनी,हमरा नाम कबीर||
Dya bnaye rakhna malik 🙏
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो सत साहेब🌸🙏🏻
Bandi chhod sarguru Rampal Ji Maharaj ji ke charno me koti koti dandvat pranam
परमात्मा जी ने ज्ञान का पिटारा खोल दिया है अब वह दिन दूर नही जब विश्व के कोने कोने से यही आवाज गूंजेगी कि कबीर ही पूर्ण परमात्मा है
अद्भुत आध्यामिक ज्ञान 🙏
सत भक्ति संदेश 🙇🙏♥️
पूर्ण संत जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं
मेरे गुरदेव भगवान के चरण कमल में दास का दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏
कबीर
राम नाम की औषधि, खरी नियत से खाए।
अंग रोग व्यापे नहीं, महा रोग मिट जाए।।
आध्यात्मिक प्रदर्शनी में भाग लेने से व्यक्ति को मानसिक शांति, परमात्म ज्ञान और मोक्ष प्राप्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। यह उनके जीवन को नई दिशा और उद्देश्य प्रदान करती है।🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙏
Jai ho kabir parmatma ko bio ho
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय हो 🙏🏻🙏🏻🙇🙇
Sant Rampal Ji Maharaj Ji ne hame sab gardh se bataya hai bahi shache Guru hai
पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आए हैं। सृष्टी व वेदों की रचना से पूर्व भी अनामी लोक में मानव सदृश कविर्देव नाम से विद्यमान थे। कबीर परमात्मा ने फिर सतलोक की रचना की, बाद में परब्रह्म, ब्रह्म के लोकों व वेदों की रचना की इसलिए वेदों में कविर्देव का विवरण है।
Bandi chhod sant Rampal ji maharaj ki jai ho 🙏🙏🙏
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो