जिस दिन पीएम द्वारा लद्दाख में कहा था कि अग्निवीर योजना सेना की पहल पर लागू की गई है उसी दिन न्यूज 24 पर गरिमा जी की डिबेट में रिटायर सेना के आफिसरो ने कहा था ये योजना देश हित में नही है और सेना इसका बिरोध करती है
सर योगी मोदी शाह और केशव मौर्या के बीच संघर्ष ने उत्तर प्रदेश का, उत्तर प्रदेश की जनता का और उत्तर प्रदेश के शासन प्रशासन का बंटाधार कर दिया है। इससे कोई फर्क नही पड़ता है कि देश के सबसे बड़े सूबे का मुख्यमंत्री कौन रहेगा, केशव पाठक या योगी, लेकिन इससे उत्तर प्रदेश की जनता, शासन प्रशासन पीस रहा है। जनता अपने मूल मुद्दों से मरहूम है जैसे उत्तर प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का हाल किसी से छिपा नही है?
गुनाहगार एकलव्य मन मे चाँद को पकड़ने की आस। राजपुरुष के हो जाएगा समकक्ष। प्रतिभा को उबारने का दुस्साहस। बेड़ियों में जकड़ा खड़ा एकलव्य। द्वापर से चले थे आ गया कलयुग। बदलते जाते है यहां युग पर युग। मगर न बदली इंसान की फितरत। गुरुदक्षिणा देने खड़ा है एकलव्य।
मोहन भागवत दोहरा चरित्र अपना रहे है। मोहन भागवत बोलते कुछ हैं, सोचते कुछ और हैं और देखते कुछ और मतलब मोहन भागवत केवल आर एस एस का हित देख रहे हैं और अन्दर ही अन्दर मोदी शाह का साथ दे रहे हैं? मोहन भागवत का अपना एजेन्डा, अपना स्वार्थ जनता को खुलकर बताना चाहिए?
केशव प्रसाद मौर्या का अपना कोई जनाधार नहीं है उत्तर प्रदेश में सिर्फ मोदी जी के हवा में चुनाव जिति है अगर केशव प्रसाद जी का अपना जनाधार रहता तो विधायकी का चुनाव नहीं हारे होते
Abhishek Banerjee sir educated great truth. Excellent journalists
जिस दिन पीएम द्वारा लद्दाख में कहा था कि अग्निवीर योजना सेना की पहल पर लागू की गई है उसी दिन न्यूज 24 पर गरिमा जी की डिबेट में रिटायर सेना के आफिसरो ने कहा था ये योजना देश हित में नही है और सेना इसका बिरोध करती है
सर योगी मोदी शाह और केशव मौर्या के बीच संघर्ष ने उत्तर प्रदेश का, उत्तर प्रदेश की जनता का और उत्तर प्रदेश के शासन प्रशासन का बंटाधार कर दिया है। इससे कोई फर्क नही पड़ता है कि देश के सबसे बड़े सूबे का मुख्यमंत्री कौन रहेगा, केशव पाठक या योगी, लेकिन इससे उत्तर प्रदेश की जनता, शासन प्रशासन पीस रहा है। जनता अपने मूल मुद्दों से मरहूम है जैसे उत्तर प्रदेश में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का हाल किसी से छिपा नही है?
गुनाहगार एकलव्य
मन मे चाँद को पकड़ने की आस।
राजपुरुष के हो जाएगा समकक्ष।
प्रतिभा को उबारने का दुस्साहस।
बेड़ियों में जकड़ा खड़ा एकलव्य।
द्वापर से चले थे आ गया कलयुग।
बदलते जाते है यहां युग पर युग।
मगर न बदली इंसान की फितरत।
गुरुदक्षिणा देने खड़ा है एकलव्य।
मोहन भागवत दोहरा चरित्र अपना रहे है। मोहन भागवत बोलते कुछ हैं, सोचते कुछ और हैं और देखते कुछ और मतलब मोहन भागवत केवल आर एस एस का हित देख रहे हैं और अन्दर ही अन्दर मोदी शाह का साथ दे रहे हैं?
मोहन भागवत का अपना एजेन्डा, अपना स्वार्थ जनता को खुलकर बताना चाहिए?
केशव प्रसाद मौर्या का अपना कोई जनाधार नहीं है उत्तर प्रदेश में सिर्फ मोदी जी के हवा में चुनाव जिति है अगर केशव प्रसाद जी का अपना जनाधार रहता तो विधायकी का चुनाव नहीं हारे होते
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dhesh ki janatha ka " Munn" ki baath ghali, ghali mea shore hai Pradhan manthri
"CHOR" hai....!!!!!!
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Mi, My , mayi , mayi , ........ Mayi , Mera , Mayi , kya baar baar mayi mayi ........... ?
Aap kuch bhi analysis kar le but ultimately kuch nahi hona hai .
Pm unpor unko economy ki barame kia pata hai
Panjab was already a different country before British occupied …. Satluj to baad sab different aaa you can seee
Abbhe ganju chacha have visited panjab tere pta chalega kyu jitta hai wo