गुरुदेव महाराज के चरणों में कौटिशः साष्टांग प्रणाम करता हूँ... गुरुदेव क्षमा याचना करते हुवे एक भाव व्यक्त करता हूँ... आदिशक्ति भगवती जगज्जननी मां जानकी का गर्भावस्था में त्याग के विषय में... मर्यादा पुरुषोत्तम श्री भगवान र म जी ने ... भावि राजा कैसे पारिवारिक मोह ममता समझ ग्रस्त होकर कितना अनाचार अत्याचार पापाचार करेंगे... इसको जानते थे... ओर इसीलिये अग्नि परीक्षण करने के बाद भी सभी देवताओं वानर भालुओं के समक्ष ... अग्नि देवता माता सीता को परम पवित्र बता चुके थे.... इसके बाद भी त्याग का उद्देश्य यह था... भावि राजघरानों के लिए मर्यादाओं की स्थापना.... क्या? राजा का दायित्व प्रजा होती है परिवार नहीं होता है.... उदाहरण के लिए... लालू के सामने समस्या आई.... पार्टी में करोड़ों मे ं राबडी से योग्य लोग थे.... पर परिवार में भी चरण दासी को ही खुर्शी के लिए महान योग्य मानकर लाखों लोगों के साथ अन्याय किया.... आपके ही मुख से सुना.... मां सीता जी को भगवान ने यहां तक कह दिया... अप्यहं जीवीतं जह्यां त्वां सीते सह लक्ष्मणः। न च प्रतिज्ञा संश्रुत्य ब्राह्मणेभ्योअपि विशेषतः।
प्र राम। जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम जय सियाराम।
Pranam Guruji
Radhe Radhe
Jay shree ram Jay shree krishan manoj kumar
सादर प्रणाम जय श्री राम
Sadar pranam
Jee very nice description. 🙏🏻
Jai shree radhe radhe gurudev ji
सादर चरण बंदन गुरूजी
गुरुदेव ते चरणों में विनंती है की हर दिन एक घंटा ऑनलाईन क्लास भागवत कि दे चरणों में प्रार्थना
जय श्री राधे 🙏🙏
श्री गुरुवे नमः 🙏🙏🙏 आप को कोटि कोटि चरणस्पर्श 🙏🙏🙏
जय श्री राधे कृष्णा राधे कृष्णा राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे 🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌺🌺🌻🌻🌻
अति सुन्दर भागवत कथा का वाचन
प्रणाम
धन्य धन्य धन्य
Radhe Radhe maharaj ji 🙏
आपकी क्था मन को शान्ति परदान करने वाली है
गुरू जी चरणार्विंद, मे नमन, करता हूं
ज्ञान के अपार भंडार गुरदेब के चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम
Bhaiyon is aadami ka bhai Kat karo yah badtamiz Vyas Peeth per baithane layak Nahin Hai
जय श्रीराम
🙏🙏🙏🙏🙏
जय सियाराम
Par ninda se paripuran Katha.
🙏🚩💐🇮🇳🙏
गुरुदेव महाराज के चरणों में कौटिशः साष्टांग प्रणाम करता हूँ...
गुरुदेव क्षमा याचना करते हुवे एक भाव व्यक्त करता हूँ...
आदिशक्ति भगवती जगज्जननी मां जानकी का गर्भावस्था में त्याग के विषय में...
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री भगवान र म जी ने ...
भावि राजा कैसे पारिवारिक मोह ममता समझ ग्रस्त होकर कितना अनाचार अत्याचार पापाचार करेंगे...
इसको जानते थे...
ओर इसीलिये अग्नि परीक्षण करने के बाद भी सभी देवताओं वानर भालुओं के समक्ष ...
अग्नि देवता माता सीता को परम पवित्र बता चुके थे....
इसके बाद भी त्याग का उद्देश्य यह था...
भावि राजघरानों के लिए मर्यादाओं की स्थापना....
क्या?
राजा का दायित्व प्रजा होती है परिवार नहीं होता है....
उदाहरण के लिए...
लालू के सामने समस्या आई....
पार्टी में करोड़ों मे ं राबडी से योग्य लोग थे....
पर परिवार में भी चरण दासी को ही खुर्शी के लिए महान योग्य मानकर लाखों लोगों के साथ अन्याय किया....
आपके ही मुख से सुना....
मां सीता जी को भगवान ने यहां तक कह दिया...
अप्यहं जीवीतं जह्यां त्वां सीते सह लक्ष्मणः।
न च प्रतिज्ञा संश्रुत्य ब्राह्मणेभ्योअपि विशेषतः।
गुरूदेव के चरणों में कोटी कोटी नमन करता हूं
दण्डवत गुरू जी
Sakshat Gurudev Bhagwan Sukhdev Bhagwan ke roop Me is Dham per Aaye H🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤
Guruji radhe radhe
Bahut gayanwan Katha. Kinta. ..parninda sam agh na Girish.
गुरू जी प्रणाम
भागवत के श्लोक के ज्यादा से ज्यादा अर्थ बताने की कृपा करे
मै आप से सीखता हू
यही कर्म शिक्षा मंत्री ने समय पर किया होता
जय जय श्री राम
🙏🙏🙏🙏🙏