🙏 बहुत ही जरूरी बात जो आपने किया वो है किसी भी चक्र का मूल रूप भरन- पोषण और आर्थिक.... जो सिस्टम इस नक्सल को पोषित कर रही वो कभी इसके चक्र के बारे में ना बोलेगी, ना बात करेगी और ना इस चक्र को तोडे़गी... असल में नक्सली ये नहीं है ये सिर्फ मोहरा है... असल में शहरी अर्बन इसका यूज करते हैं... ....की है कहानी 🙏
मुझे मेरे भारत देश के सभी राज्यों क्षेत्रों पर ओर सभ्यता संस्कृति ओर कलाओ ओर अभिमान है हम सभी देशवासियो का फर्ज है की जो मुख्यधारा से पिछड़े है उनको सहयोग करके अपने साथ लेकर चलना है 🙏🙏🙏🙏🙏
तिवारी जी आप अबूझमाड़ के आदिवासियों की समास्याओं को और बस्तर में नक्सलियों से संबंधित जानकारियां को आप विस्तार से चर्चा करते हैं वह बहुत सुंदर तरीके से बताने के लिए धन्यवाद
Kaisa sidha aadmi..muze to ye Aaj bhi Naxali suporter lag ra hai..Aaj bhi Naxali ko party bol ra hai..Jawani me maja Mari na jane kitne begunah ko mara aur jab Umar ho gai to aatmsamrpan karke maouj kar ra hai
Bhai tum naxal affected area se nahi ho isliye nahi jante main jharkhand ka hoon main batata hoon ye naxal log kya karte hain jiska bhi 2 beta hai ek ko 14 saal hote hi le jate hain aur usko training dete hain naxal bana dete hain us age me itna knowledge aur samajhne ki ability nahi hoti to jo bhi wo batate hain sach man lete hain tum dekhe bhi hoge jyadatar naxali jo hote hain wo teenager hote hain philhal modi sarkaar ke aane ke baad jharkhand me naxal kafi kam ho gaye hain mere district pe sabne surrender kar diya ya to aapas me ladke mare gaye warna 10 saal pehle hamari himmat nahi hoti thi 7 baje ke baad ghar ke bahar rehne ka wo bhi capital city district me to baki district ka samajh sakte ho naxal log jaan bujh kar nahi bante unke maa baap ko bola jata hai ki tumhara ladka do nahi to maar denge sabko doge to khud zinda rahoge beta bhi zinda rahega sath me paisa bhi milega inka master mind koi aur hi hota hai gaon wale bas manpower hote hain har area ka ek area commander hota hai jo aas paas ke gaon ke naxal ko command karta hai aur paise ki mang karta hai amir se hi nai balki gareebon se bhi paisa demand karte hain aur log dete bhi hain mere gaon me hi ek aadmi ko galti se maar diya darana chah rahe the ki paisa do to trigger dab gaya to wo mar gaya baad me uske bete ne unhe lakhon rupay diye bas unhe pata chalna chahiye ki falane ke paas paisa hai wo hissa le lenge shuruaat me logon ke paas gun thi jisko inhone dara dhamka ke le liya jo angrez ke jamane me thi liscence wali mere dada ji ke papa ke maut ke baad gun hamne police ko de diya mere papa ne nahi to wo use bhi le lete inke alag alag group bhi hain jo aapas me bhidte hain gareebon ko use kiya jata hai aur amir koi ek hi aadmi ban raha hai kul milakar ek mini government banaya hai jiske president wo naxal group ka leader hota hai aur jo achcha karte hain wo commander
1995 se pahle naxli(gupa dada) sangthan achi ti, logon ki help karti ti, bad me ye sangatan atyachar karne lagi, jabrn se chote umr(balavsta) k bachon ko apne sangthan me samil karne ka suruat kiya, or gaon k mukhiya ko kaha jata tha ki hume ladka ladki chayiye or hr ek ghar se koi koi na koi ek sadsy ko naxli sangathan me hona jaruri kiya gya, sath me jo log unke madadgar te unhi ko mare ka plan suru kiya, naxli sangatan jo tekedar se ya koi jn samany vyqti b the unhe partadith karne ka pryatn kiya
नक्सल नाम हो या माओ वादी है तो इंसान सरकार इनसे मिल बैठकर इनकी समस्याएं सुने जहा दोनो पक्षों में समझौता हो उस पर काम करे। इनमे शिक्षा रोजगार और सरकार की योजनाओं का प्रसार प्रचार कर मुख धारा में जोड़ना चाहिए
तिवारीजी आज के दौर में नक्सली और राजनेताओं के चरित्र में ज्यादे का फर्क नहीं है पिछले दिनों महाराष्ट्र के गृहमंत्री मंत्री द्वारा पुलिस के माध्यम से सौ करोड़ की वसूली मंथली का लक्ष्य को पुलिस को दिया गया ऐसा हमने अखबारों में पढ़ा
कोणतीही संघटना करा प्रत्येक गोष्टी साठी लागतो तो पैसा..पैसा असेल तर सर्व गोष्टी होऊ शकतात..नक्षलवादी असो की आतंकवादी असो ती पण माणसेच आहेत..प्रत्येकाला भावना आहेत..हे लोक आशा संघटना का तयार करतात यांच्या काय मागण्या आहेत या कडे सरकारने लक्ष देऊन या वर्गाला मुख्य प्रवाहात आणण्यासाठी प्रयत्न करावेत
ये देश के जल,जंगल,जमीन एवं खनिजों के रूप में उपलब्ध अकूत प्राकृतिक संम्पदा पर,स्वमित्व साधने के वैध-अवैध तरीकों की ही परिणति हैं,चाहे वे प्रयास शासकीय या निजी सरंक्षण में क्यों न हुए हों।विरोध के तरीकों में हिंसात्मकता आने से संगठन,मिशन से दिशाहीन हो चुके हैं।
Are you not see truth in this word माओवादी। माओ ने तिब्बत पर कब्जा करके उन लोगो की संस्कृति को ही नहीं तिब्बती लोगो के बुरी तरीके से मारा काटा था ।कितना दोगलापन है जो माओ पश्चिम खासकर अमरीका की गोद मैं हमबिस्तर करा था ये लोग ही अब भाषण दे कर जो आदिवासियों को नाश करने का इतिहास है वो ही इधर बरगला रहे है।
Absolutely brilliant sir, nowhere else can you find such high-quality interview. I am very happy that Badrannaji has surrendered and now is leading a peaceful life in the mainstream. Violence doesn't solve anything.
@@GDSBangla - You are right but they employ violence as last resort. First they try to arrest the accused. There are various checks and balances on them.
The problem doesn't meet the end. There is no development in these remote areas. Development doesn't mean making factories, making road and infrastructure only for mines. What are the developments in the livelihood of adibasi brothers and sisters? This socioeconomic problem is always at peak until this rotten system dissolved. I don't support Maoist but their issues are real and they are fighting for these. After seeing @Bastartalkies I realise it.
@@GDSBangla pseudo intellectual bakar .. industry job me tribals ko job krne se kon rok rha haii reservation hai jobs me .. communism in India is reduced to just a pessimistic expired concept..all thanks to the complacent leaders the average commie..just looks at everything government is doing with apprehension with unfounded suspicion. Bunch of Lethargic nobodies
What is their problem ? Are they not want any mining in this jungle if yes then what Mao Marx Friedrich angel missionaries lakshar mullah jihadi involve in this matter .Why these element who destroy whole Africa ,South and North American native people involve in this forest area of Bharat .If this is environment issue then as Sanatani who not cut peepal Bargad etc trees give support .
नमस्कार तिवारी जी। मेरा भी एक प्रश्न है अगर आप पूछ सकते है तो। जब भी आप जंगल में ग्रामीणों से मिले तो उनसे पूछे की आप अपने बच्चों की शिक्षा का प्रबंध कैसै कर सकते है? क्या घोटूल को स्कूल के रूप में उपयोग नहीं कर सकते है? दोपहर तक स्कूल और बाद मे घोटुल। जरा पूछना यह सवाल।
गोटुल को भी बदनाम करने में पीछे नहीं थे हरामी लोग जबकि वो गोटुल आदिवासी समाज में चाहे वह किसी भी समुदाय से ताल्लुक रखते हों शिक्षा वहां मानवता संस्कृति का मिलता था जय सेवा जोहार जय मुलनिवासी
बहुत ही अच्छा बात तिवारी सर आपने बस्तर के नक्सली जो महावादी की दिन चरेया जीवन में किस परकार की सुविधा होती है जनता तक पहुंचाया आपने बहूत बहुत तिवारी सर आपका धनवाद।
बस्तर में आदिवासियों को मकान शौचालय रोड शिक्षा रोजगार और अन्य साधनों से वंचित रखना सही नहीं है आखिरकार वहां लोगों को क्यो वंचित रखा जाता है आज भी कच्चे मकान प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ क्यों नहीं मिलता।
जो कुछ प्राॅब्लम है वो बैठ के साॅल करना चाहिये ना ... अपना ही देश के विरोध लडके क्या फायदा है ...ऐसा करने से अपना भारत देश की प्रगती कैसी होगी .. जो भी कुछ भी सवाल हो तो बैठ के चर्चा करके साॅल करना चाहिये .
1. नेता 2. ठेकेदार 3. गाड़ी मालिक 4. व्यापारी 5. होस्टल अधीक्षक 6. सरपंच 7. सचिव 8. क्राउड फंडिंग 9......... सिर्फ कौव्वों को छोड़कर, क्या है कि न संदेशे आते-जाते हैं।
मैं बस्तर क्षेत्र में 1972 से2015तक कयी स्पेल में रहा। असल में बंगाल से आए हुए शरणार्थी जब बस्तर और उड़ीसा में बसाए गए तभी से माओवादी या नक्सलियों का बीजारोपण हुआ। एक आंध्रा का पापा लाल बीजापुर के पहले होटल चलाता था,वह नक्सलियों और पुलिस वालों के बीच बिचोलिया था कुछ वर्षों बाद नक्सलियों का लाखों रुपए लेकर फरार हो गया।वह सरकारी विभागों से भी मध्यस्थता करता था।
He is also connected with naxals.....each time he smiled when he explained about naxal modus-operandi. He didn't regret about his action about DUSMAN whoes killed by him for loot arms and ammunition. They can also give some logistics support for terrorism and Pakistan...be aware from them.
हमारे कोंडा गांव में ही पटेल दादा पटवारी तहसीलदार साहब कलेक्टर महोदय जी कहीं बार एप्लीकेशन दिए खेती करने वाला जगह को छोड़ो खाली जगह में हमारे लिए मैदान बना दो हमारे बच्चे बहुत दूर स्कूल जाते हैं इस कई जगह में स्कूल बना दो ग्राउंड बना दो जनता का पब्लिक का बातें नहीं मान रहे हैं क्या सरकार है जनता का सेवा नि कर पा रहे हैं क्या सरकार है इसीलिए बस्तर की लोग नक्सली बन जाते हैं एक तरफ से देखा जाए तो नक्सली भी सही कर रहे हैं अपने हक के लिए जमीन बाड़ी के लिए कमाने वाला जमीन बाड़ी के लिए लड़ रहे हैं मतलब सही है कहीं सरकार मजबूर कर रही हैं जमीन के लिए विवाद हो रहा है तो इस जमीन को अगर 5 एकड़ जमीन मांग रहा है वह इंसान तो उसमें से कम से🎉 कम दो एकड़ मिल जाता तीन एकड़ सरकार ले लेती तो इसमें भाईचारा बना जाता है और नक्सलवाद पैदा नहीं
Aadivasiyon ke sath ho rahe atyacharon ko band karna chahie vah 🌳🌴🌿🌱jungle hi unka Ghar🍀☘️🌾🏠 hai sarkar ko unse baat karni chahie unki jaruraton ko pura karna chahie unko manana chahie aur fir jo karna hai vah Karen tabhi hamara 🇮🇳desh tarkki karega🇮🇳 🇮🇳gaurav ke sath boliye Bharat mata ki Jay 🇮🇳🇮🇳💪🙏
जो चीन के महान कम्युनिस्ट नेता माओ की दी गई राजनीतिक शिक्षा और राजनीतिक व्यवस्थाओं से सत्ता और शासन चलाना चाहते है उन्हें माओवादी कहते है भारत मे इनका सबसे बडी पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) नाम से है इसी संघठन के वर्कर को माओवादी कहा जाता है। दूसरा नक्सलवादी नाम की कोई चीज इस दुनिया मे होती ही नही। ये तो सरकारों ओर मीडिया ने बस नाम बोलना शुरू कर दिया ओर लोगो की जुबान पर माओवादी से ज्यादा सरलता से नक्सली निकलने लगा। असल मे नक्सल एक गांव के नाम पर बोला गया बाकी नक्सलवादी कुछ नही होता। नक्सलवादी शब्द का कोई अर्थ तथ्य या सन्दर्भ है ही नही ये फेक शब्द है अर्थहीन शब्द है।
Naxalio ko Corporate hatiyar aur fund deti hai, government officers ke jariye information deti hai, taki Jawano ko marwa kar Adiwasio k prati logo k man me nafrat paida ki jasake aur aur Adiwasio ko asani se maar sake ,Naxal leader log Adiwasio ko naxal na banne par mar dete hai , Naxal banne se Police maar deti hai, dono taraf se Adiwasio ko maar kar , jangle Khali karke government ko Corporate ko Dena hota hai
मेने पहले भी कहा शोले फिल्म का डायलॉग हे की बदी बंदूक चलाना सिखाती हैं तो नेकी हल चलाना जैसे हालात वैसे चले ❤ इनकी बात दिल को छू गई ❤ सरकार को बात करके इन अच्छे लोगो को समाज से जोड़े प्रेम से देश में रहे ❤❤🇮🇳🇮🇳💕💕🙏🙏🙏
Naxalism hamare Chhattisgarh me exactly start kaise hua uss bare me kuchh information dijiye. Aur maine padha hua hai bastar ke raja ki police ne fake encounter kr di thi, iss bare me bhi kuchh inform kijiye.
me nafrat paida ki jasake aur aur Adiwasio ko asani se maar sake ,Naxal leader log Adiwasio ko naxal na banne par mar dete hai , Naxal banne se Police maar deti hai, dono taraf se Adiwasio ko maar kar , jangle Khali karke government ko Corporate ko Dena hota hai
Sadar pranam tiwari sir jee 🙏 Ramesh jee se ye puchho ki o naksali sangthan ko chhode kinyo . jo ki unko pahle naksali achchhe lagte the our aaj bure lag rahe hain .aisa kinyo?
जहा बड़े बड़े मीडिया के लोग नाही पहुंच सकते वाहा आप का इंटरव्यू कमाल है तिवारी जी । आपके जज्बे , आपके हौसले को सलाम
🙏 बहुत ही जरूरी बात जो आपने किया वो है किसी भी चक्र का मूल रूप भरन- पोषण और आर्थिक.... जो सिस्टम इस नक्सल को पोषित कर रही वो कभी इसके चक्र के बारे में ना बोलेगी, ना बात करेगी और ना इस चक्र को तोडे़गी... असल में नक्सली ये नहीं है ये सिर्फ मोहरा है... असल में शहरी अर्बन इसका यूज करते हैं... ....की है कहानी 🙏
मुझे मेरे भारत देश के सभी राज्यों क्षेत्रों पर ओर सभ्यता संस्कृति ओर कलाओ ओर अभिमान है हम सभी देशवासियो का फर्ज है की जो मुख्यधारा से पिछड़े है उनको सहयोग करके अपने साथ लेकर चलना है 🙏🙏🙏🙏🙏
तिवारी जी आप अबूझमाड़ के आदिवासियों की समास्याओं को और बस्तर में नक्सलियों से संबंधित जानकारियां को आप विस्तार से चर्चा करते हैं वह बहुत सुंदर तरीके से बताने के लिए धन्यवाद
तिवारी जी आपका पत्रकारिता बहुत ही डेंजर डेंजर जगहों पर होता है।आपका सब वीडियो देखते हैं।
विश्वास नहीं होता कि इतना सीधा साधा आदमी भी हिंसा के रास्ते पे थे। खैर... और भी सुनना चाहूंगा इनसे।
Kaisa sidha aadmi..muze to ye Aaj bhi Naxali suporter lag ra hai..Aaj bhi Naxali ko party bol ra hai..Jawani me maja Mari na jane kitne begunah ko mara aur jab Umar ho gai to aatmsamrpan karke maouj kar ra hai
Bhai tum naxal affected area se nahi ho isliye nahi jante main jharkhand ka hoon main batata hoon ye naxal log kya karte hain jiska bhi 2 beta hai ek ko 14 saal hote hi le jate hain aur usko training dete hain naxal bana dete hain us age me itna knowledge aur samajhne ki ability nahi hoti to jo bhi wo batate hain sach man lete hain tum dekhe bhi hoge jyadatar naxali jo hote hain wo teenager hote hain philhal modi sarkaar ke aane ke baad jharkhand me naxal kafi kam ho gaye hain mere district pe sabne surrender kar diya ya to aapas me ladke mare gaye warna 10 saal pehle hamari himmat nahi hoti thi 7 baje ke baad ghar ke bahar rehne ka wo bhi capital city district me to baki district ka samajh sakte ho naxal log jaan bujh kar nahi bante unke maa baap ko bola jata hai ki tumhara ladka do nahi to maar denge sabko doge to khud zinda rahoge beta bhi zinda rahega sath me paisa bhi milega inka master mind koi aur hi hota hai gaon wale bas manpower hote hain har area ka ek area commander hota hai jo aas paas ke gaon ke naxal ko command karta hai aur paise ki mang karta hai amir se hi nai balki gareebon se bhi paisa demand karte hain aur log dete bhi hain mere gaon me hi ek aadmi ko galti se maar diya darana chah rahe the ki paisa do to trigger dab gaya to wo mar gaya baad me uske bete ne unhe lakhon rupay diye bas unhe pata chalna chahiye ki falane ke paas paisa hai wo hissa le lenge shuruaat me logon ke paas gun thi jisko inhone dara dhamka ke le liya jo angrez ke jamane me thi liscence wali mere dada ji ke papa ke maut ke baad gun hamne police ko de diya mere papa ne nahi to wo use bhi le lete inke alag alag group bhi hain jo aapas me bhidte hain gareebon ko use kiya jata hai aur amir koi ek hi aadmi ban raha hai kul milakar ek mini government banaya hai jiske president wo naxal group ka leader hota hai aur jo achcha karte hain wo commander
@@mohanmahli6981 jharkhand me kon se district se ho ?
@@gopichandminj1354 ranchi district se par khunti district ke border ke paas karra ke paas ka hoon plfa ka leader dinesh gope jahan se hai
1995 se pahle naxli(gupa dada) sangthan achi ti, logon ki help karti ti, bad me ye sangatan atyachar karne lagi, jabrn se chote umr(balavsta) k bachon ko apne sangthan me samil karne ka suruat kiya, or gaon k mukhiya ko kaha jata tha ki hume ladka ladki chayiye or hr ek ghar se koi koi na koi ek sadsy ko naxli sangathan me hona jaruri kiya gya, sath me jo log unke madadgar te unhi ko mare ka plan suru kiya, naxli sangatan jo tekedar se ya koi jn samany vyqti b the unhe partadith karne ka pryatn kiya
मैं भी यह जानना चाहता था कि माओवादियों पर हथियार और पैसा कहां से आता है आज यह बात हमें पताचल गई जय हिंद जय भारत जय हिंदूराष्ट्र
बहुत ही अच्छा इंटरव्यू महाराज जी 👌
तिवारी जी आप बहुत सुन्दर ढंग से समझाते हैं आप को बहुत बहुत धन्यवाद
वीडियो दिखाने के लिए धन्यवाद दिखाने के लिए धन्यवाद एशिया बताते रही है जाने तो नहीं होता है सर हम लोग आपका वीडियो देखते रहेंगे सर जी
आप video बहुत अच्छे से सवाल करते है और लंबा सफ़र करते हैं
जय हिन्द
बहुत बड़िया तिवारी जी! आपको साधुवाद
नक्सल नाम हो या माओ वादी है तो इंसान सरकार इनसे मिल बैठकर इनकी समस्याएं सुने जहा दोनो पक्षों में समझौता हो उस पर काम करे। इनमे शिक्षा रोजगार और सरकार की योजनाओं का प्रसार प्रचार कर मुख धारा में जोड़ना चाहिए
जितना ये बोलना आसान लग रहा ...उतना ही मुश्किल है
काहे की समस्या? बस पैसे का खेल हैं नक्षलवादी,आदिवासी के नाम से
Naksal ho ya Modi dono ko samya
Pp
Pp
विकास तिवारी जी बहुत हिम्मत का काम कर रहे है आप । मानना पड़ेगा । जानकारी के लिए धन्यवाद ।
बहुत ही दमदार पत्रकार हो तिवारी सिर
तिवारीजी आज के दौर में नक्सली और राजनेताओं के चरित्र में ज्यादे का फर्क नहीं है पिछले दिनों महाराष्ट्र के गृहमंत्री मंत्री द्वारा पुलिस के माध्यम से सौ करोड़ की वसूली मंथली का लक्ष्य को पुलिस को दिया गया ऐसा हमने अखबारों में पढ़ा
right Mishra brother
Haji
कोणतीही संघटना करा प्रत्येक गोष्टी साठी लागतो तो पैसा..पैसा असेल तर सर्व गोष्टी होऊ शकतात..नक्षलवादी असो की आतंकवादी असो ती पण माणसेच आहेत..प्रत्येकाला भावना आहेत..हे लोक आशा संघटना का तयार करतात
यांच्या काय मागण्या आहेत या कडे सरकारने लक्ष देऊन या वर्गाला मुख्य प्रवाहात आणण्यासाठी प्रयत्न करावेत
@@अरुणमोरे-ल4र बरोबर आहे तुमच
Gggvvgttgggggtgvvcc vv vgvgvgvvccvvvvg vvvgvvv
मेरे प्रश्नो के उत्तर मिल चुके।
बहूत बहूत धन्यवाद sir
शुक्रिया
सर आप आपको भारत रत्न मिलना चाहिए आप जो जमीनी हकीकत दिखाते हैं आपको सलाम है
सरकार के साथ मिल बैठकर बात करना चाहिए खून खराबा से कोई हल नही निकलने वाला है
ये देश के जल,जंगल,जमीन एवं खनिजों के रूप में उपलब्ध अकूत प्राकृतिक संम्पदा पर,स्वमित्व साधने के वैध-अवैध तरीकों की ही परिणति हैं,चाहे वे प्रयास शासकीय या निजी सरंक्षण में क्यों न हुए हों।विरोध के तरीकों में हिंसात्मकता आने से संगठन,मिशन से दिशाहीन हो चुके हैं।
तिवारी जी बहुत अच्छी जानकारी दी है
😍 तिवारी सर आपकी पत्रकारिता को सलाम😍😍😍
Jai johar😊😊
भैया आप के वीडियो में बहुत ही रोचक बातें पता चलती है
Bahut khub surat. Interview.... माओवादियों की विचारों को शेयर करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया 👍👍👍🙏
शुक्रिया
माओवादी आतंकवादियो के दोस्त 👌👌👌
Are you not see truth in this word माओवादी। माओ ने तिब्बत पर कब्जा करके उन लोगो की संस्कृति को ही नहीं तिब्बती लोगो के बुरी तरीके से मारा काटा था ।कितना दोगलापन है जो माओ पश्चिम खासकर अमरीका की गोद मैं हमबिस्तर करा था ये लोग ही अब भाषण दे कर जो आदिवासियों को नाश करने का इतिहास है वो ही इधर बरगला रहे है।
You are sincerely working in right direction so that आदिवासी जीवन may reach to mainstream people...
Absolutely brilliant sir, nowhere else can you find such high-quality interview. I am very happy that Badrannaji has surrendered and now is leading a peaceful life in the mainstream. Violence doesn't solve anything.
Police Army Government are aslo take the path of violence.
@@GDSBangla - You are right but they employ violence as last resort. First they try to arrest the accused. There are various checks and balances on them.
The problem doesn't meet the end. There is no development in these remote areas. Development doesn't mean making factories, making road and infrastructure only for mines. What are the developments in the livelihood of adibasi brothers and sisters? This socioeconomic problem is always at peak until this rotten system dissolved. I don't support Maoist but their issues are real and they are fighting for these. After seeing @Bastartalkies I realise it.
@@GDSBangla pseudo intellectual bakar .. industry job me tribals ko job krne se kon rok rha haii reservation hai jobs me .. communism in India is reduced to just a pessimistic expired concept..all thanks to the complacent leaders the average commie..just looks at everything government is doing with apprehension with unfounded suspicion. Bunch of Lethargic nobodies
What is their problem ? Are they not want any mining in this jungle if yes then what Mao Marx Friedrich angel missionaries lakshar mullah jihadi involve in this matter .Why these element who destroy whole Africa ,South and North American native people involve in this forest area of Bharat .If this is environment issue then as Sanatani who not cut peepal Bargad etc trees give support .
*YOU DELIVERED THE ANSWER OF MY QUESTION* 👍
Bahut interesting hai.
Badranna ji ko bahut shubhkaamna main stream mein aane k liye
तिवारी जी मै आप का वीडियो मुजे बहूत अछा लगता है❤❤🎉🎉
thanks sir..... God bless u jai Shree Krishna..... Please be careful.. Me praying to God always happy with ur family.....
📣भाई तिवारी जी
आपका धन्यवाद!!!!
जो दुर्गम भाग के हमारे गोंड भाईयो की खबर ली
अकोला(महाराष्ट्र)
ये लोग जिस कारण समस्या से जंगल ज्वाइन करते हैं सरकार को सबसे पहले इन लोगों की समस्या को हल करना चाहिए और आपको इनकी समस्या पर विडियो अपलोड करना चाहिए।
तिवारी जी बहुत अच्छा सवाल पूंछा जवाब भी सही दिया 🙏🙏
Chacha ki smile osm..... 😊
तिवारी जी नमस्कार, बस्तर टॉकीज परिवार जल्द 2 लाख को हो जाए ऐसी शुभकामनये हैं
आपका प्यार बना रहे
तिवारी सर आपको सलाम बेहतरीन पत्रकारिता
Aaj tk ki sbse alag interview
Bahut khub tiwari sir
सर आतंकवादी और माओवादी में जमीन आसमान का अंतर है दोनों की विचारधारा अलग-अलग है
Jab maovadi bhi murder karney lagey to dono mey koi farak nahi hai
आजकल स्वरूप लगभग 1 जैसा है।
#Koi farq nahi hai kya maowadi atank nahi failate hai,
आतंकवाद का काम अल्लाह हु अकबर बोलकर मानव बम बनकर भीड़ में घुस जाना होता है
आतंकवाद का मतलब कुरान पढ़कर प्लेन हाइजेक करके बिल्डिंग में गिराना होता है
नमस्कार तिवारी जी। मेरा भी एक प्रश्न है अगर आप पूछ सकते है तो। जब भी आप जंगल में ग्रामीणों से मिले तो उनसे पूछे की आप अपने बच्चों की शिक्षा का प्रबंध कैसै कर सकते है? क्या घोटूल को स्कूल के रूप में उपयोग नहीं कर सकते है? दोपहर तक स्कूल और बाद मे घोटुल। जरा पूछना यह सवाल।
Gotul yàni visv Ki pratham pathshala
Mai bhi yah janana chahta hu ki education ka kya hal hai
घोटूल ,,,,? नही श्री मान जी ,,,वो गोटूल है गोटूल ,,गोटूल याने शिक्षा का केंद्र,,,,,,,
@@lumendramandavi9863 धन्यवाद बंंधू।मुझे मालूम नही था। जब सबसे पुराना शिक्षा का केन्द्र था तो बस्तर के आदिवासियों के लिए शिक्षा संस्थान कयो नहीं है ?
गोटुल को भी बदनाम करने में पीछे नहीं थे हरामी लोग जबकि वो गोटुल आदिवासी समाज में चाहे वह किसी भी समुदाय से ताल्लुक रखते हों शिक्षा वहां मानवता संस्कृति का मिलता था जय सेवा जोहार जय मुलनिवासी
बहुत ही अच्छा बात तिवारी सर आपने बस्तर के नक्सली जो महावादी की दिन चरेया जीवन में किस परकार की सुविधा होती है जनता तक पहुंचाया आपने बहूत बहुत तिवारी सर आपका धनवाद।
बहुत ही अच्छी पत्रकारिता तिवारी सर 🙏🙏
मैंने अक्सर देखा है की तिवारी अच्छे होते है हमारे क्रन्तिकारी शहीद शिरोमणि चंद्रशेखर आजाद भी तिवारी ही थे
जैसे ही इसने कहा आतंकवादियों से भी हमलोग का संपर्क था ये पत्रकार जिस इंटरेस्ट से बात कर रहा था वो इंट्रेस्ट गायब हो गया , चेहरे का रंग भी उड़ गया
बहुत दमदार आदमी हो तिवारी साहब 🙏
This was an underated interview. 👌👌👌
धन्यवाद सर एक बार मै ही ए पुछा था की ईतने घने जंगल में कहा से आता होगा पैसा बंदुक करके
मुख्यधारा में आना चाहिए खुद का और समाज का विकास करें
अब समर्पण के बाद रमेश जी को कैसा लग रहा है।
उनके जीवन में क्या विचार धारा आया है। इस आम जिन्दगी में।।।
They are the people like us and they are so simple than the government officials. Great Interview @Bastar Talkies.
Good reporting and Information
बस्तर में आदिवासियों को मकान शौचालय रोड शिक्षा रोजगार और अन्य साधनों से वंचित रखना सही नहीं है आखिरकार वहां लोगों को क्यो वंचित रखा जाता है आज भी कच्चे मकान प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ क्यों नहीं मिलता।
चीन और अमेरिका सोरोस द्वारा पोषित विचार और धन इसका कारण है साथ साथ ये अंग्रेजी व्यवस्था और भ्रष्ट आचरण भी हमारे भाईयो तक ये योजना जाने नही देता ।
Kyu ankal dekhe ho ka aake yaha ke logo se baat karke inki soch hi galat hai road banao to tod dete hai koi labh nahi hona inko a galat soch ke hai
Mai khud is area se hu roj ghumta hu yaha ke gaon
आपके जितने इंटरव्यू है उनसे तो एक अच्छा मूवी का स्क्रिप्ट लिखा जा सकता है... जो की एक दमदार कहानी हो सकता है..
जो कुछ प्राॅब्लम है वो बैठ के साॅल करना चाहिये ना ...
अपना ही देश के विरोध लडके क्या फायदा है ...ऐसा करने से अपना भारत देश की प्रगती कैसी होगी ..
जो भी कुछ भी सवाल हो तो बैठ के चर्चा करके साॅल करना चाहिये .
1. नेता
2. ठेकेदार
3. गाड़ी मालिक
4. व्यापारी
5. होस्टल अधीक्षक
6. सरपंच
7. सचिव
8. क्राउड फंडिंग
9.........
सिर्फ कौव्वों को छोड़कर, क्या है कि न संदेशे आते-जाते हैं।
Super documentary wikastiwari
इतने खतरे में भी आप जैसे निर्भीक पत्रकार,नक्सल समस्या से लोगों को अवगत करने आपका कार्य सराहनीय है
Tivari.ji.aap.kaisejatehain.nkshliyonkepas.
मैं बस्तर क्षेत्र में 1972 से2015तक कयी स्पेल में रहा। असल में बंगाल से आए हुए शरणार्थी जब बस्तर और उड़ीसा में बसाए गए तभी से माओवादी या नक्सलियों का बीजारोपण हुआ। एक आंध्रा का पापा लाल बीजापुर के पहले होटल चलाता था,वह नक्सलियों और पुलिस वालों के बीच बिचोलिया था कुछ वर्षों बाद नक्सलियों का लाखों रुपए लेकर फरार हो गया।वह सरकारी विभागों से भी मध्यस्थता करता था।
He is also connected with naxals.....each time he smiled when he explained about naxal modus-operandi. He didn't regret about his action about DUSMAN whoes killed by him for loot arms and ammunition. They can also give some logistics support for terrorism and Pakistan...be aware from them.
कौनसा गांजा मार रहे हो?
Absolutely bro
Mr khokhar they are not from Pakistan they are Indians fights for their land
@@baljindersandhu1627 you didn't hear he said they take weapons from terrorist as well.
Mr Prashant what is the definition of terrorists
Sandar interview dada ne bilkul sahi bataaya he
Nice example of journalism
Tiwariji kadhanyabad jo sab sukha chhodakar adiwasiyon me hi apana sukha khoja rahe hain. Paramatma unaki raksa kare om. Pranam.
Uncle ji तो नक्सली लग ही नहीं रहे हैं बहुत अच्छा speaking कर रहे हैं pleasant behaviour 🙂
Nakasali ham mai se hi koi hota hai to alag kaha se lagega
Alien thodi hai
क्यों भई नक्सलियों के सिंग निकले रहते क्या,,, इतना अच्छा तो रहा इंटरव्यू,, man के बहुत सवालों का जवाब मिल गया,, और तुम्हें feck lag rha hai
Namaste sir jii ......m bhi bastar se hu aapki videos ke through bht sarri jaankari milti h m aapke sth kaam krna chahta hu..🙏🙏🙏🙏🙏
absolutely beautiful interview dada.... plz kavhii malkangiri odisha anaaa dadaaa yahan pe bhi bahut sraa problem hey aur maoist bhiii hain
paikmall re bhi achhanti
झ
Rifle dega
बदरानाजी कमाल के आदमी हैं आप।
Veri nice presentation
Badarna bhai sahb ne achchi jankari di h vikas bhai tendu ptta kya h or kisme yujj hota h bataiye ga kabhi
तेंदू के पत्ते से बीड़ी बनाई जाती है। बस्तर में करोड़ों का व्यापार है तेंदू पत्ते का
हमारे कोंडा गांव में ही पटेल दादा पटवारी तहसीलदार साहब कलेक्टर महोदय जी कहीं बार एप्लीकेशन दिए खेती करने वाला जगह को छोड़ो खाली जगह में हमारे लिए मैदान बना दो हमारे बच्चे बहुत दूर स्कूल जाते हैं इस कई जगह में स्कूल बना दो ग्राउंड बना दो जनता का पब्लिक का बातें नहीं मान रहे हैं क्या सरकार है जनता का सेवा नि कर पा रहे हैं क्या सरकार है इसीलिए बस्तर की लोग नक्सली बन जाते हैं एक तरफ से देखा जाए तो नक्सली भी सही कर रहे हैं अपने हक के लिए जमीन बाड़ी के लिए कमाने वाला जमीन बाड़ी के लिए लड़ रहे हैं मतलब सही है कहीं सरकार मजबूर कर रही हैं जमीन के लिए विवाद हो रहा है तो इस जमीन को अगर 5 एकड़ जमीन मांग रहा है वह इंसान तो उसमें से कम से🎉 कम दो एकड़ मिल जाता तीन एकड़ सरकार ले लेती तो इसमें भाईचारा बना जाता है और नक्सलवाद पैदा नहीं
इनका,का सोच बहुत अच्छाहोता है पुलिससे भी अच्छा गरीब लोगों का यह लोग नहीं सकता था है
सुपर बहुत ही बेहतरीन वीडियो..
Aadivasiyon ke sath ho rahe atyacharon ko band karna chahie vah 🌳🌴🌿🌱jungle hi unka Ghar🍀☘️🌾🏠 hai sarkar ko unse baat karni chahie unki jaruraton ko pura karna chahie unko manana chahie aur fir jo karna hai vah Karen tabhi hamara 🇮🇳desh tarkki karega🇮🇳 🇮🇳gaurav ke sath boliye Bharat mata ki Jay 🇮🇳🇮🇳💪🙏
उनको हथीआर देने वाले हि देश में बठे हुए
गदार है जो देश के विरोधी हैं ।
सर जी
मावोवादी,आतांगवादी और नक्सली में क्या क्या अंतर है??🙏🙏
I m completely shocked , naxals also get funds 😮😧 they are advanced... They have technology we should improve our police department our intelligence
Police बगार के लिए लड़ती; नक्सल लोग देश भक्ति से लड़ते; police के लिए मुश्किल लड़ाई है
Right I give them technology because they are innocent peoples 😢
सर मावोवादी और नक्सलवादी में कुछ अंतर है क्या इसके बारे में भी कुछ डिटेल बताना मै इच्छुक हूं। धन्यवाद
मार्क्सवादी
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लेनिनवादी ,स्टॅलिनवादी माओवादी
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नक्षलवादी। उग्र वादी
Bhai Agar Tum Aadiwasi Ho Aur Adiwasiyo Ke Sath Lad Rahe Ho Sarkar Ke Virodh Me To Aap Naxli Hai .
जो चीन के महान कम्युनिस्ट नेता माओ की दी गई राजनीतिक शिक्षा और राजनीतिक व्यवस्थाओं से सत्ता और शासन चलाना चाहते है उन्हें माओवादी कहते है भारत मे इनका सबसे बडी पार्टी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) नाम से है इसी संघठन के वर्कर को माओवादी कहा जाता है।
दूसरा नक्सलवादी नाम की कोई चीज इस दुनिया मे होती ही नही। ये तो सरकारों ओर मीडिया ने बस नाम बोलना शुरू कर दिया ओर लोगो की जुबान पर माओवादी से ज्यादा सरलता से नक्सली निकलने लगा। असल मे नक्सल एक गांव के नाम पर बोला गया बाकी नक्सलवादी कुछ नही होता। नक्सलवादी शब्द का कोई अर्थ तथ्य या सन्दर्भ है ही नही ये फेक शब्द है अर्थहीन शब्द है।
आदरणीय आपका बहोत बहोत शुक्रिया अपने मुझे इतने आसान और सरल शब्दों में समझाया 🙏🙏🙏👌👌👍
Naxalio ko Corporate hatiyar aur fund deti hai, government officers ke jariye information deti hai, taki Jawano ko marwa kar Adiwasio k prati logo k man me nafrat paida ki jasake aur aur Adiwasio ko asani se maar sake ,Naxal leader log Adiwasio ko naxal na banne par mar dete hai , Naxal banne se Police maar deti hai, dono taraf se Adiwasio ko maar kar , jangle Khali karke government ko Corporate ko Dena hota hai
Dhanyawad! khup chaan mahiti
Very nice sir deli aisa hi vedivo dale Karo sir ji
मेने पहले भी कहा शोले फिल्म का डायलॉग हे की बदी बंदूक चलाना सिखाती हैं तो नेकी हल चलाना जैसे हालात वैसे चले ❤ इनकी बात दिल को छू गई ❤ सरकार को बात करके इन अच्छे लोगो को समाज से जोड़े प्रेम से देश में रहे ❤❤🇮🇳🇮🇳💕💕🙏🙏🙏
Very interesting ❤️❤️🙏
रिपोर्टर जी आप जैसे लोग जानते है आप तो बिहारी हो।
आपका साक्षात्कार बेहतरीन है। keep it up sir jee.
बहुत अच्छा सर
बहुत सुंदर सर....
सलाम बादरन्ना जी
Itna achchha video bnat hai risk leke bhai achchha lagta hai.
Naxalism hamare Chhattisgarh me exactly start kaise hua uss bare me kuchh information dijiye.
Aur maine padha hua hai bastar ke raja ki police ne fake encounter kr di thi, iss bare me bhi kuchh inform kijiye.
th-cam.com/video/JGDQVrc0GPM/w-d-xo.html
Parallel govt, systematic collection of money and essential jeevan upyogi items. Fight for justice Kamal Ka soch
me nafrat paida ki jasake aur aur Adiwasio ko asani se maar sake ,Naxal leader log Adiwasio ko naxal na banne par mar dete hai , Naxal banne se Police maar deti hai, dono taraf se Adiwasio ko maar kar , jangle Khali karke government ko Corporate ko Dena hota hai
Super se uper hai 🙏🌸🌸😍😍
V.good janakari Diya aap ne.muze deli block dalana
Right topic par charcha kiye bhaiya 👍👍👍👍
Dekhane se pahle like karta hu
Sir use pucho ki ye jindagi achi hai ki wo wali jangal wali ...
अपने विधायको को विपक्ष में समर्थन देकर सरकार गिराना ही अपराध है, जनता ने वोट सरकार गिराने के लिए दिया क्या?
Very good video sir
शानदार सर जी ❤️
Sonam Bali kahani Sonam Bali kahani acchi acchi kahaniyan Sonam ki Sonam wali
Sadar pranam tiwari sir jee 🙏 Ramesh jee se ye puchho ki o naksali sangthan ko chhode kinyo . jo ki unko pahle naksali achchhe lagte the our aaj bure lag rahe hain .aisa kinyo?
એન્કાઉન્ટર કરતે રહૉ. જય ભારત સરકાર ❤
Great job 👍👍👌👍
Bahut Sundar jankari
👌👌👌🙏🙏🙏
ऐ बात सही हैं सर 2005-6 में हमारे यहां घर बना रहे थें उस समय भी 01नग गोला पहुंचा दिये थे डिपो में