माँ जिजाऊ जी ने बालशिवबाको भगवान राम और भगवान क्रुष्ण सहित महाराणा प्रताप का भी इतिहास सिखाया था. वे स्वयं भी सिसोदिया कुल से हि थे,यहाँ पर इतिहास ने और एक बार स्वयं को दोहराया . जिस प्रकार महाराणा प्रतापजी ने मानसिंग को धर्म के लिये लड़ने की प्रेरणा देने का प्रयास किया ठिक उसी प्रकार छत्रपति शिवाजी जी ने भी जयसिंग को धर्म की प्रेरणा देने का प्रयत्न किया .अगर ये दोनोही क्रमशः महाराणा और महाराज के साथ हो जातें तो भारत का इतिहास आज कुछ और होता.
@@anurag- nahi bhai, ye sahi hai jab Shivaji Maharaj ka rajyabhishek hona tha tab pandito ne Shivaji Maharaj ki vanshavali mangi thi, tab unhone Gaga Bhatt Pandit ko bulaya jinhone Shivaji Maharaj ki lineage Shisodiya vansh se trace kii, tab se Shivaji Maharaj ko Raghukul Raja bhi kaha jaata hai. Ye issue dispute wala hai bhot se historians ise reject karte hai par Shivaji Maharaj ne abhi wahi kaha toh wahi manana padega ki vo Raghuvanshi hai
@@anurag- पुरी वंशावली है भेजूं क्या तुमको आता जाता कुछ भी नहीं है और बीच में टांग अड़ाता है गौरी शंकर हीरा चंद ओझा की मेवाड़ का इतिहास पढ़ले दो भागों में है।
@@Finsmart1 Jai Singh died in 1667 , Aurangzeb destroyed Kashi Vishwanath in 1669 ,get your facts ,Real kashi vishwanath which is known as Adi vishveshwar temple built by Sawai Jai Singh.
यह आमेर या जयपुर रियासत का राजपूर कछवाहा राजघराने के डी एन ऐ में ही मुस्लिम सुल्तानों की गुलामी रची बसी थी। इसलिये इन्हे मुस्लिम सत्ता से मोर्चा लेने वाला इन्हे सख्त नापसंद था। मेवाड़ के शासकों को तो ये अपना जन्मजात शत्रु समझते थे। धिक्कार है ऐसी सोच पर। धिक्कार है ऐसे गुलाम राजपूत होने पर।
@@Finsmart1 you are laughing out of your inferiority complex ? Read history brother Mughals ruled the subcontinent along with their allies. So called youtube fed historians and their content consumers like you are making your own happiness. They always try to convey that the Mughals never had non muslim allies rather they enslaved them.
Apka video mere husband ko bhut psand hai vo apki video bhut dekhte hai. Unhe apke samjhane ka trika bhut achha lgta hai. Apka bhut bhut dhanyabad itni achhi achhi jankari hme dene ke liye.
Sir main 58 year's old Hun mera entrest jaag gaya padhne ka bahut hi interesting classes hain apki main saari classes follow kar rahi hun aur bacchon ko bhi forwarded karti rahti hun 🙏🙏
bhai mandir mirza raja jai singh aur jaswant singh ke khatum hojane ke baad tute hai unke zinda rehte koi mandir nhi tod paye mughal inn dono raja mar jane ke baad mandir tode hai aurangzeb ne history padho aisa faltu bina khuch jane bakchodi mat karo aur same aisa mirza raja man singh ne kayi mandir banwaye even jagganath ka mandir bhi odisha me bachya tha man singh ne mughal me ho kar bhi man singh mandir banya tha search karle govind temple aur dekh usse kisine banya tha man singh ne hi banya govind temple aur odisha bengal bihar kashmir aur kabul afgano ko maar kar mirza raja man singh kar ne jeet liya tha aur up me kayi gath banye mandir even woh jo famous tilt mandir woh bhi man singh ne banya aur bhi kayi sare mandir banye man singh aur jai singh baki itihas padho khud ke purvajo me ladayi nhi laddi tab garh bibi ke palu ke piche chupp jate the aaj woh humre itihash par bakchodi karte hai khud ke purvaj gulami karte mar gye lekin ungli hum par uthate hai
मिर्झा राजा जयसिंग जैसे लोग महाराष्ट्र मे बहोत पहले से थे जैसे की बाजी घोरपडे जिसने शहाजी को कैद किया था आदीलशहा के हुकूम पर. बाद मे छत्रपती शिवाजी ने बाजी घोरपडे का कतल कर दिया था. और जोधाबाई के पहले महाराष्ट्र में मराठा पूंजी बाई यूसूफ आदील शहा की बेगम बन गयी थी💞
जयपुर के शासक जगत सिंह द्वितीय को एक महिला रसकपुर के कारण बदनाम शासक कहा जाता है। मारवाड़ में संभवतः विजय सिंह को गुलाब राय के कारण जोधपुर का बदनाम शासक कहा जाता होगा। लेकिन फिर भी मैं मारवाड़ के संबंध में निश्चित रूप से अभी नहीं कह सकता फिर भी प्रयास करूंगा इस संबंध में आपको निश्चित वह सही जानकारी दे सकूं।
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN गुरुजी एक ऑनलाइन टेस्ट में गज सिंह को मारवाड़ का सबसे बदनाम शासक बताया गया है लेकिन किसी भी पुस्तक या गूगल पर जानकारी प्राप्त नही हुई।
मारवाड़ के संबंध में मैं निश्चित रूप से नहीं कह सकता इसीलिए मैंने संभवतः कहा है लेकिन फिर भी मैं प्रयास करूंगा इस संबंध में आपको निश्चित जानकारी दे सकूं। वैसे जोधपुर महाराजा गज सिंह, अनारा बेगम के कारण चर्चा में रहे जबकि विजय सिंह, गुलाब राय पासवान के कारण चर्चा में रहे।
दीपावली से पहले हमारे इस चैनल को अधिक अधिक से शेयर करो ताकि हमारा यह परिवार एक लाख का आंकड़ा पार कर सके तो मित्रों इस शुभ कार्य में लग जाओ ------------------>>>>>>>>>>[मेरी पहचान के लोग हमारे इस चैनल में इस कमेन्ट को जरुर लाइक करे और इस कमेन्ट पर भी कमेन्ट करे ताकि हमें भी पता लग सके की हमारे कौन-कौन साथी हमारे साथ हैं ] //दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं//
राजा भाऊ सिंह जो कि 1614-21 तक रहे उनकी मृत्यु बुरहानपुर में हुई एवं उनकी पत्नी अशकुंवर बाई पुत्री राजा सुरसिंह मारवाड़ की भी मृत्यु बुरहानपुर में हुई और सती भी हुई ये जानकारी आप दे सकते है कि क्या अशकुंवर बाई सती बुरहानपुर मध्यप्रदेश में हुई थी या कहि और धन्यवाद 🙏🏻🌹
सरजी, मिर्झा राजा जयसिंग के पिताश्री राजा महासिंग का निधन बालापुर मे हुआ था.बालापुर एलीचपुर के under मे था.बालापुर महाराष्ट्र के अकोला जिलेमे आता हैं.एलीचपुर-बालापुर Distance 140 km है. राजा महासिंग की यादमे, मिर्झा राजा जयसिंग ने बालापुर मे , सुंदर छत्री का निर्माण किया है. आप search कर सकते हैं. सरजी, आपके videos हटके होते है. आपको प्रणाम!
Vow sir ji The best teaching method and video lecture Thank u so much जैसा कि आपने बताया कि दमयंती उदयसिंह की पोत्री थी तो दमयंती के पिता कौन थे। Please sir reply
Sir Chauhan ka Ajmer k baad ranthambore , jalor, nadol , sirohi , hadoti , Kota k Chauhan ko bhi krwa do ... Chauhan riyasat waale part m ... please sir ..🙏🙏🙏
Hath to shivaji ne bhi milaya Tha purndar ki sandhi Usi trah amar singh ne hi Mugalo se sandhi ki Heesab brabar Hame..to shivaji or maharana partap par proud hai
@@devilal_beniwal.......5972 पुरंदर की संधी के बाद हमणे सब किल्ले जीत लिये थै. उस के बाद हमणे उत्तर भारत मे मराठा साम्राज्य का भगवा झेंडा फेहेरया था. राजपूत को कोई हस्तक्षेप नाही चाह ते थे. हमणे सब कुछ जीत लिया था.
@@vishaldesai5262 maratha adilshahi darbar me naukar the pehle,ch.shivaji ke pitaji bhi whi kam kiya karte the bad me Chatrapati ne maratha empire banaya
@@savageman7744 हमारा ईतिहास हमे मत सिखाओ. तुमको महाराष्ट्र की ज्यादा जानकरी नाही हे. हम मराठो पास जो युद्ध कला और राजनीतिक कूटनीतिक का कौशल है वो तुम लोगो कै पास नही है.
आपके दुसरे एक व्हीडिओ, व्हीडिओ संख्या ९ जयपूर का इतिहास देखा। उसमे आपने छत्रपती शिवाजी महाराज जी का उल्लेख एकवचनी हुआ है। मुझे विश्वास है कि छत्रपती शिवाजी महाराज जी का अपमान करने की आपकी मनीषा नहीं थी और वर्तमान मे न ही किसींकि योग्यता। आशा है कि आप वो व्हीडिओ delete करके नयी व्हीडिओ अपलोड करेंगे।
मिर्झा राजे जयसिंह को शिवाजी महाराज ने यह सोचकर छोड़ दिया की हिंदू हिन्दुसे लड़ेगा तो हिंदू ही मरेगा इसलिए मिर्झा राजे को 23 किले देकर उसकी सारी बाते मानली, वरना महाराष्ट्र का उस समय का इतिहास है की जोभी महाराष्ट्र पर हमला करने आया वह वापिस गयाही नहीं ख़ुद औरंगजेब भी वापस नहीं जा सका, स्रीफ शाइस्ते खान अपनी 3 उंगली गवाकर बच कर भाग गया
Glt aise koi nhi krta Blki Mirja Raja Jai Singh n unhe chod diya tha kyunki shivaji hindu the Aur Jai Singh ne shivaji ko mughalo k kaid se Agra se bhagaya tha Nhi to Shivaji wahi mara jata
महाराष्ट्र का इतिहास है जो भी महाराष्ट्र में मराठाओ से लढणे आया ओ कभी जिंदा वापस नही गया खुद मिर्जा का मालिक औरंजेब भी जिंदा वापस नही गया तो यह मिर्जा किस खेत की मुलीथी मिर्जा भी जिंदा वापास नही गया मध्यप्रदेश में ही मिर्जा को 72 हुरो के पास भेज दिया था @@Playerone1287
In 1638 jai singh was send to kandhar not Kabul... during the reign of jahangir the safavid ruler shah abbas the great had conquered khandar and in 1638 the Persian governor of kandhar ali Mardan khan had bitter relation with the Persian shah so he surrender kandhar to the mughal and enter the imperial service... jai singh was the part of the imperial army who went to take the delivery of the fort...
The image of Raja Jai Singh is degraded on social media while in reality he was one of the most respected person of his era, even Chatrapati Shivaji Maharaj consider him as a father figure (as per Marathi sources) When Sambhaji Maharaj was small, he met with Raja Jai Singh and literally Baal Sambhaji Maharaj touched his feet (like we touch feet of our elders), so there was something about Raja Jai Singh, he was a hidden hero As we also know how Jai Singh helped Shivaji Maharaj in escaping from Agra because of one promice,he sacrificed his own son Prince Ram Singh, who was later killed Another fact very few peoples know, as we know that Maharaja Chhatrasal was one of the greatest opponent of Aurangzeb who defeated Mughals several times If you read initial life of Maharaja Chhatrasal, he was not a rebel, his father was died fighting against Aurangzeb, young Manaraja Chatrasal decided to wage war against Aurangzeb but first he wanted to met Chatrapati Shivaji Maharaj He contacted Raja Jai Singh and told him everything, despite of Mughal commander, Raja Jai Singh understood feelings of young Chatrasal and promiced him, that he will bring him infront of Shivaji Maharaj Raja Jai Singh secretly recruited Chhatrasal in Mughal army, he bringed Chatrasal in his Deccan campaign, there with the help of Jai Singh, Prince Chatrasal and Shivaji Maharaj met each other and vowed to fight Aurangzeb till death Because of such continuous sympathies, it is said that Aurangzeb poisioned old Raja Jai Singh
सर राज सामंद या जय सामंद, जयपुर के राजा जय सिंह के नाम से पड़ा है क्या? ये सामंद शब्द कैसे जुड़ा तथा इसका अर्थ क्या है? कृपया थोड़ा बताएं, जानना चाहता हूं।
भाउ सिंह! जय सिंह जी के पिता नहीं बल्कि चाचा थे। इनके पिता तो गढ़ा रियासत के राजा महा सिंह थे। कृप्या लोगों को भ्रमित न करें। स्पष्ट और सही जानकारी दें।
Superb superb superb
Kon kon chata hai ki 1 lac ho jaye Diwali pahle
Wo like kare 👍
माँ जिजाऊ जी ने बालशिवबाको भगवान राम और भगवान क्रुष्ण सहित महाराणा प्रताप का भी इतिहास सिखाया था. वे स्वयं भी सिसोदिया कुल से हि थे,यहाँ पर इतिहास ने और एक बार स्वयं को दोहराया . जिस प्रकार महाराणा प्रतापजी ने मानसिंग को धर्म के लिये लड़ने की प्रेरणा देने का प्रयास किया ठिक उसी प्रकार छत्रपति शिवाजी जी ने भी जयसिंग को धर्म की प्रेरणा देने का प्रयत्न किया .अगर ये दोनोही क्रमशः महाराणा और महाराज के साथ हो जातें तो भारत का इतिहास आज कुछ और होता.
Yes
@@anurag- nahi bhai, ye sahi hai jab Shivaji Maharaj ka rajyabhishek hona tha tab pandito ne Shivaji Maharaj ki vanshavali mangi thi, tab unhone Gaga Bhatt Pandit ko bulaya jinhone Shivaji Maharaj ki lineage Shisodiya vansh se trace kii, tab se Shivaji Maharaj ko Raghukul Raja bhi kaha jaata hai. Ye issue dispute wala hai bhot se historians ise reject karte hai par Shivaji Maharaj ne abhi wahi kaha toh wahi manana padega ki vo Raghuvanshi hai
@@anurag- Shivaji Maharaj Brahman the kya fir ya Mahar ?
@@anurag- पुरी वंशावली है भेजूं क्या तुमको आता जाता कुछ भी नहीं है और बीच में टांग अड़ाता है गौरी शंकर हीरा चंद ओझा की मेवाड़ का इतिहास पढ़ले दो भागों में है।
Dhyaan sai video nhi dekhi vidroh isliye kiya kyuki unko izzat nhi mile , na ki unko swarajya ya khuch aur lana tha
मेवाड राज्य का इतिहास ही गर्व से पढ ते है जय महाराणा प्रतापसिंह
Bappa rawal rawal ratan singh Rana hammir dev rana kumbha rana sanga Meera bai Maharana Pratap ❤❤❤
@@shivamsinghbhadouria4622Meera Bai was rathore
@@PiLaminar😂 unki shadi kisse hui pta h ?
@@shivamsinghbhadouria4622 jeher kisne diya tha
@@shivamsinghbhadouria4622 Hammir was not a great king. He was an asshole who got his people killed for a mongol shragati
वास्तव में महाराजा जय सिंह कूटनीतिज्ञ अपने धर्म के प्रति कटर और महान शासक थे इनके रहते एक भी मंदिर नही टूटा
तो फिर काशीविश्वनाथ मंदिर ध्वस्त कैसे किया औरंगजेब ने, मथुरा , काशी हिन्दू मंदिर ध्वस्त कैसे हुए ज्ञानी बाबा??
@@Finsmart1 Jai Singh died in 1667 , Aurangzeb destroyed Kashi Vishwanath in 1669 ,get your facts ,Real kashi vishwanath which is known as Adi vishveshwar temple built by Sawai Jai Singh.
Bangla Sahib Gurudwara Qila Of Mirza Raje, Mahadev Temple Built In Under The Time Of Aurangzeb By Mirza Raja Jai Singh 🔥🔱🕉️
सहृदय धन्यवाद, श्रीमान्!
रमण जी को बहुत बहुत धन्यवाद जो समय निकालकर हमारे जैसे युवा को पुरानी राजा महाराजाओं का रियासत बताया बहुत-बहुत शुक्रिया अदा करता हूं आपको
धन्यवाद, अमर जी।
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN sir apne Maan singh aur bibi mubarak Ke marrige ke upar baat kyu nhi kri
Superb lecture sir , thanks . The Suryavamsh Rajput Clans Rathods/Kushwaha/Pratihar/Rashtrakut Reddy Zindabad. 🏹🚩Jai Rama .
Sisodiya as well and Rathod hi Rashtrkut hia bhai
Raja Jaisingh is so underrated. He is the best military general and conquered south indian territories
यह आमेर या जयपुर रियासत का राजपूर कछवाहा राजघराने के डी एन ऐ में ही मुस्लिम सुल्तानों की गुलामी रची बसी थी। इसलिये इन्हे मुस्लिम सत्ता से मोर्चा लेने वाला इन्हे सख्त नापसंद था। मेवाड़ के शासकों को तो ये अपना जन्मजात शत्रु समझते थे।
धिक्कार है ऐसी सोच पर। धिक्कार है ऐसे गुलाम राजपूत होने पर।
गद्दार राजा जय सिंह
For Mughals?😂😂😂😂😂😂
@@Finsmart1 you are laughing out of your inferiority complex ? Read history brother Mughals ruled the subcontinent along with their allies. So called youtube fed historians and their content consumers like you are making your own happiness. They always try to convey that the Mughals never had non muslim allies rather they enslaved them.
You r such a great person and great teacher thanks sir for the Rajputana History making easy and interesting 🙏🏼🙏🏼👍👍
Waheguru ji
बहुत बहुत आभार रमन जी आपका इतना अच्छे से समझाने के लिए 👌👌👌👌👌👌👌👌🙏🙏
मिर्झा राजे जयसिंग के वंश( heir) समज गये इसलीये आभार
बहुत बढ़िया सर आप के लेक्चर से मेरे काफी कांसेप्ट क्लियर हुए,thanks
I like your all vedios sir....aap bhut acha explain karte ho👍👍👍👍
Apka video mere husband ko bhut psand hai vo apki video bhut dekhte hai. Unhe apke samjhane ka trika bhut achha lgta hai. Apka bhut bhut dhanyabad itni achhi achhi jankari hme dene ke liye.
Sir main 58 year's old Hun mera entrest jaag gaya padhne ka bahut hi interesting classes hain apki main saari classes follow kar rahi hun aur bacchon ko bhi forwarded karti rahti hun 🙏🙏
अगर राजपूतों ने मराठा से हाथ मिला लेते तो भारत का ईतिहस कुछ और होता
hemant chavan agr maratha rajput se haath mila lete toh really aaj kuch aur itihaas rhta
Finn Balor panipat mine kisne dhoka diya jara jake dekh lo 😒
@@darshanmadhavi6244 khud se ladne ki aukaat ni hai kya
@@finnbalor6957 Bundelkhand ke Rajput ko bachane maratha aaye the , chhatrasaal raja ke waqt ,
@@finnbalor6957 rajput sab converted hue gaddar sinhgad ka senapati bhi jay singh tha Rajput
Aap ye achchha kerte haih Apisod nambur darker Jesse padne me sahuliyat hoti hai namaste
ऐसे राजपूत मुगलों की रक्षा करते थे तो 40000 मंदिर ध्वस्त होने ही थे. धन्य है इनकी वीरता.
bhai mandir mirza raja jai singh aur jaswant singh ke khatum hojane ke baad tute hai unke zinda rehte koi mandir nhi tod paye mughal inn dono raja mar jane ke baad mandir tode hai aurangzeb ne history padho aisa faltu bina khuch jane bakchodi mat karo aur same aisa mirza raja man singh ne kayi mandir banwaye even jagganath ka mandir bhi odisha me bachya tha man singh ne mughal me ho kar bhi man singh mandir banya tha search karle govind temple aur dekh usse kisine banya tha man singh ne hi banya govind temple aur odisha bengal bihar kashmir aur kabul afgano ko maar kar mirza raja man singh kar ne jeet liya tha aur up me kayi gath banye mandir even woh jo famous tilt mandir woh bhi man singh ne banya aur bhi kayi sare mandir banye man singh aur jai singh baki itihas padho khud ke purvajo me ladayi nhi laddi tab garh bibi ke palu ke piche chupp jate the aaj woh humre itihash par bakchodi karte hai khud ke purvaj gulami karte mar gye lekin ungli hum par uthate hai
@@radonxgaming5674 👌
Aap achhe ho hmme aap per garv hai jai hind jai bharat jai Rajputana
Sir udaybhan ka Mirza raja jai 1se Kya samandh tha..kyuki wo v ek rajput the..
कृपया छ्त्रपती शिवाजी महाराज बोले..
मिर्झा राजा जयसिंग जैसे लोग महाराष्ट्र मे बहोत पहले से थे जैसे की बाजी घोरपडे जिसने शहाजी को कैद किया था आदीलशहा के हुकूम पर. बाद मे छत्रपती शिवाजी ने बाजी घोरपडे का कतल कर दिया था. और जोधाबाई के पहले महाराष्ट्र में मराठा पूंजी बाई यूसूफ आदील शहा की बेगम बन गयी थी💞
Ye marathi punji Bai kon hai? aur Maratha Ko hindvi Swaraj banane ke baad bhi kya koi marathi stree mughlo ya adilshah ki Begum bani nahi na.
Punji bai brahmin thi
Jodha ek fictional character h bss
गुरुजी दो प्रश्न है।
1)मारवाड़ का सबसे बदनाम शासक कौन है और क्यों है?
2) आमेर का सबसे बदनाम शासक कौन है व क्यों है?
जयपुर के शासक जगत सिंह द्वितीय को एक महिला रसकपुर के कारण बदनाम शासक कहा जाता है।
मारवाड़ में संभवतः विजय सिंह को गुलाब राय के कारण जोधपुर का बदनाम शासक कहा जाता होगा। लेकिन फिर भी मैं मारवाड़ के संबंध में निश्चित रूप से अभी नहीं कह सकता फिर भी प्रयास करूंगा इस संबंध में आपको निश्चित वह सही जानकारी दे सकूं।
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN गुरुजी एक ऑनलाइन टेस्ट में गज सिंह को मारवाड़ का सबसे बदनाम शासक बताया गया है लेकिन किसी भी पुस्तक या गूगल पर जानकारी प्राप्त नही हुई।
मारवाड़ के संबंध में मैं निश्चित रूप से नहीं कह सकता इसीलिए मैंने संभवतः कहा है लेकिन फिर भी मैं प्रयास करूंगा इस संबंध में आपको निश्चित जानकारी दे सकूं।
वैसे जोधपुर महाराजा गज सिंह, अनारा बेगम के कारण चर्चा में रहे जबकि विजय सिंह, गुलाब राय पासवान के कारण चर्चा में रहे।
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN बहुत बहुत आपका आभार गुरुजी😊😊
मिर्जा राजे मुगलो का गुलाम
Love History , Love your channel
धन्यवाद एवम आभार गुरुजी ... 🙏🙏
दीपावली से पहले हमारे इस चैनल को अधिक अधिक से शेयर करो ताकि हमारा यह परिवार एक लाख का आंकड़ा पार कर सके
तो मित्रों इस शुभ कार्य में लग जाओ ------------------>>>>>>>>>>[मेरी पहचान के लोग हमारे इस चैनल में इस कमेन्ट को जरुर लाइक करे और इस कमेन्ट पर भी कमेन्ट करे ताकि हमें भी पता लग सके की हमारे कौन-कौन साथी हमारे साथ हैं ]
//दीपावली की अग्रिम शुभकामनाएं//
Super history sit
Thank you for the detailed information.
Excellent teaching sir.
SARAL ---Vocabulary,
SWACHH---Body language,
SWASTH---Script/Screenplay,
SATYA ---Sources/Stotra,
SUNDARAM---Picturisation.
IS eqal to (=) SUSHEEL BHEADWAJ JEE ka SWEETEST historical CLASSES.
Jai Chatrapati Shivaje Raje
Jay shivaji
राजा भाऊ सिंह जो कि 1614-21 तक रहे उनकी मृत्यु बुरहानपुर में हुई एवं उनकी पत्नी अशकुंवर बाई पुत्री राजा सुरसिंह मारवाड़ की भी मृत्यु बुरहानपुर में हुई और सती भी हुई ये जानकारी आप दे सकते है कि क्या अशकुंवर बाई सती बुरहानपुर मध्यप्रदेश में हुई थी या कहि और धन्यवाद 🙏🏻🌹
Sir your gave very good knowledge thank you sir.
Sir maharana amer song ki bare m jankari do
सरजी, मिर्झा राजा जयसिंग
के पिताश्री राजा महासिंग का निधन बालापुर मे हुआ था.बालापुर एलीचपुर के under मे था.बालापुर महाराष्ट्र के अकोला जिलेमे आता हैं.एलीचपुर-बालापुर Distance 140 km है. राजा महासिंग की यादमे, मिर्झा राजा जयसिंग ने बालापुर मे , सुंदर छत्री का निर्माण किया है. आप search कर सकते हैं.
सरजी, आपके videos हटके होते है. आपको प्रणाम!
Very nice information sir ji thanks
मिर्झा राजे ने शिवाजी महाराज को शब्द दिया था...की आग्रा मे उनके जीवित को कूच नही होगा...
उन्होंने शिवाजी महाराज को हिंदू होते अन्दर से मदत की
Vow sir ji
The best teaching method and video lecture
Thank u so much
जैसा कि आपने बताया कि दमयंती उदयसिंह की पोत्री थी तो दमयंती के पिता कौन थे।
Please sir reply
Sir Chauhan ka Ajmer k baad ranthambore , jalor, nadol , sirohi , hadoti , Kota k Chauhan ko bhi krwa do ... Chauhan riyasat waale part m ... please sir ..🙏🙏🙏
After bikaner
@@BHARDWAJCLASSESRAMAN ok ji sir..thanks a lot providing such a great videos...🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳✌️✌️
Fir se humne 350 kille jit liye.
हम मराठा सबसे चालाक है. मुघल राजपूत को आप ने वश मे कर लिया था.
हम मराठा आकेले खडे था. देश पर संकट था.
Hath to shivaji ne bhi milaya
Tha purndar ki sandhi
Usi trah amar singh ne hi
Mugalo se sandhi ki
Heesab brabar
Hame..to shivaji or maharana partap par proud hai
@@devilal_beniwal.......5972 पुरंदर की संधी के बाद हमणे सब किल्ले जीत लिये थै.
उस के बाद हमणे उत्तर भारत मे मराठा साम्राज्य का भगवा झेंडा फेहेरया था. राजपूत को कोई हस्तक्षेप नाही चाह ते थे. हमणे सब कुछ जीत लिया था.
@@devilal_beniwal.......5972 हम मराठा ने मुघल के साथ कभी हात नाही मिलाया था.
हम मराठे कभी किसी के सामने झुके नाही.
ना कल ना आज यही हमारी पहचान हे.
@@vishaldesai5262 maratha adilshahi darbar me naukar the pehle,ch.shivaji ke pitaji bhi whi kam kiya karte the bad me Chatrapati ne maratha empire banaya
@@savageman7744 हमारा ईतिहास हमे मत सिखाओ. तुमको महाराष्ट्र की ज्यादा जानकरी नाही हे. हम मराठो पास जो युद्ध कला और राजनीतिक कूटनीतिक का कौशल है वो तुम लोगो कै पास नही है.
Chatrapati shivaji maharaj
Jay 🚩🙏
U r the best teacher
You are birilant sir
Kya ye koormi kshatriya Maratha the ye raja plz btao sir
आपके दुसरे एक व्हीडिओ, व्हीडिओ संख्या ९ जयपूर का इतिहास देखा। उसमे आपने छत्रपती शिवाजी महाराज जी का उल्लेख एकवचनी हुआ है। मुझे विश्वास है कि छत्रपती शिवाजी महाराज जी का अपमान करने की आपकी मनीषा नहीं थी और वर्तमान मे न ही किसींकि योग्यता। आशा है कि आप वो व्हीडिओ delete करके नयी व्हीडिओ अपलोड करेंगे।
Thank you very much sir muja is video ki Requirement tha🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
NICE
Good👍👍👍
Shortcut me banavo jada views aayege... good work
Excellent
What is the meaning of Mirja
मिर्झा राजे जयसिंह को शिवाजी महाराज ने यह सोचकर छोड़ दिया की हिंदू हिन्दुसे लड़ेगा तो हिंदू ही मरेगा इसलिए मिर्झा राजे को 23 किले देकर उसकी सारी बाते मानली, वरना महाराष्ट्र का उस समय का इतिहास है की जोभी महाराष्ट्र पर हमला करने आया वह वापिस गयाही नहीं ख़ुद औरंगजेब भी वापस नहीं जा सका, स्रीफ शाइस्ते खान अपनी 3 उंगली गवाकर बच कर भाग गया
सत्य
Glt aise koi nhi krta
Blki Mirja Raja Jai Singh n unhe chod diya tha kyunki shivaji hindu the
Aur Jai Singh ne shivaji ko mughalo k kaid se Agra se bhagaya tha
Nhi to Shivaji wahi mara jata
Mirza raje jaisingh ne mughalo ki gulami ki jab chatrypati shivaji maharaj nemughalo ko chunauti di
महाराष्ट्र का इतिहास है जो भी महाराष्ट्र में मराठाओ से लढणे आया ओ कभी जिंदा वापस नही गया खुद मिर्जा का मालिक औरंजेब भी जिंदा वापस नही गया तो यह मिर्जा किस खेत की मुलीथी मिर्जा भी जिंदा वापास नही गया मध्यप्रदेश में ही मिर्जा को 72 हुरो के पास भेज दिया था @@Playerone1287
@@Playerone1287jaise Pratap ko Raja maansingh maar deta😂?😂?
Bhai maharaj parthvi singh ji khichi kon the wo btao na yar
Super
तीन पीढी मुगलो की सेवा करी तो कद बङा होना ही है
Alluring sir
Nice video
In 1638 jai singh was send to kandhar not Kabul... during the reign of jahangir the safavid ruler shah abbas the great had conquered khandar and in 1638 the Persian governor of kandhar ali Mardan khan had bitter relation with the Persian shah so he surrender kandhar to the mughal and enter the imperial service... jai singh was the part of the imperial army who went to take the delivery of the fort...
गोपीनाथ शर्मा के अनुसार उन्हें काबुल भेजा गया था।
कल्याण सिंह के बारे मे भि बताइए
You are great sir
Very nice sir 👌
The image of Raja Jai Singh is degraded on social media while in reality he was one of the most respected person of his era, even Chatrapati Shivaji Maharaj consider him as a father figure (as per Marathi sources)
When Sambhaji Maharaj was small, he met with Raja Jai Singh and literally Baal Sambhaji Maharaj touched his feet (like we touch feet of our elders), so there was something about Raja Jai Singh, he was a hidden hero
As we also know how Jai Singh helped Shivaji Maharaj in escaping from Agra because of one promice,he sacrificed his own son Prince Ram Singh, who was later killed
Another fact very few peoples know, as we know that Maharaja Chhatrasal was one of the greatest opponent of Aurangzeb who defeated Mughals several times
If you read initial life of Maharaja Chhatrasal, he was not a rebel, his father was died fighting against Aurangzeb, young Manaraja Chatrasal decided to wage war against Aurangzeb but first he wanted to met Chatrapati Shivaji Maharaj
He contacted Raja Jai Singh and told him everything, despite of Mughal commander, Raja Jai Singh understood feelings of young Chatrasal and promiced him, that he will bring him infront of Shivaji Maharaj
Raja Jai Singh secretly recruited Chhatrasal in Mughal army, he bringed Chatrasal in his Deccan campaign, there with the help of Jai Singh, Prince Chatrasal and Shivaji Maharaj met each other and vowed to fight Aurangzeb till death
Because of such continuous sympathies, it is said that Aurangzeb poisioned old Raja Jai Singh
👍
Sir mand gayika gavari Devi Ko kis purskar se sammanit Kiya gya tha
Dausa ki jankari do
Sir i like your classes
Thanks a lot sir 😇🙏
राजपूत और मराठा रिलेशन पर वीडियो बनाओ
Mst
Best
Good
सर राज सामंद या जय सामंद, जयपुर के राजा जय सिंह के नाम से पड़ा है क्या? ये सामंद शब्द कैसे जुड़ा तथा इसका अर्थ क्या है? कृपया थोड़ा बताएं, जानना चाहता हूं।
समुद्र से समंद बना है।
राजसमुद्र से राजसमंद अस्तित्व में आया।
Superb....sir.....
🙏🙏🙏🙏
Utkarsh vs bhardwaj classes who is better?
Sir please Jo aane pichali riyasate pdai unke questions bhi karvavo
GoD
Naam hi kitna khatarnak hai
Mirza Raja Jai Singh
Waheguru ji
Sir damyanti kiski putri ti
Nice
Aurngajeb Raja jay singh dost te
Sir rajasthan ki kala sanskriti ka bhi vedio banao
After history
Ok sir
Thanks sir g.
मिर्ज़ा राजे जय सिंह maratho से लड़ा था मुगलों के साथ मिलकर tanhaji me dekh lo
lodu ye sawai jai sungh hain aur wo mirja raja jai singh the dhang se padhle lodu
Mp ka itihas ke bare Mai baatayo sir
Bhugol ke part banavo
history ke jadugar
Matlab Jaipur ke Rajao ne apne liye bhut kam ladai ladi, hamesa bhiruta dikhai. Lekin mugalo ko badhane me khub yogdan dia...
Sir course fast karaway ham apak video jesahi aata h hamdakte ha please please
bhai in k sons k name or kahan. kahan bethy han or is ny apni property kis kis ko di
Sir aap ka group h kya
Thanks
Very nice sir 🙏🙏🙏🙏🙏
Thanks sir gi
Bhai tumbhi sanmanse naam liya karo chatrapati shivaji Maharaj
भाउ सिंह! जय सिंह जी के पिता नहीं बल्कि चाचा थे। इनके पिता तो गढ़ा रियासत के राजा महा सिंह थे। कृप्या लोगों को भ्रमित न करें। स्पष्ट और सही जानकारी दें।
दी गई जानकारी के प्रमुख स्रोत
राजस्थान का इतिहास:-गोपीनाथ शर्मा
हिस्ट्री ऑफ जयपुर:-सर जदुनाथ सरकार
धन्यवाद
Thank u sir ji
Gadhe hua murde ukhadke kya milega . Iske bajay practicli aur value education jaruri he
Sir ek traf to aap kah rahe hai man singh pratham nihsantan Mar gae fir ye jagat Singh ki bat kaha hai