आदम, आदि नाथ काफ़ी सीमिलर है आदम अरबी शब्द नहीं वलके सांसकीर्त मे है जैसे (आदिमानव) मुझे लगता है नूह 👈अलैहिस्सलाम सलाम की बात हो रही है जो आदम अलैहिस्सलाम के बाद के पैग़म्बर थे शब्द मनु से भी आता है,इस्लाम के मुताबिक सबसे पहले मूर्ति पूजा नूह अलैहिस्सलाम के जमाने से सुरु हुई है, (ब्रह्मा, इब्राहिम) (विष्णु नूह)👈ये भी सिमिलर दिख रही है,जैसे जैसे दुनया मे नसल आगे बढ़ती गाई दिन मे बिगार होने लगा सब अपने अपने हिसाब से अपने माबूद बनाते गए, और फिर अल्लाह हर कौम मे एक डराने वाला भेजता रहा इस्लाम के मुताबिक १ लाख २४ हजार पैग़म्बर का जिक्र आता है, दुनिया मे एक ही धर्म है जिसे सांसकीर्त मे सनातन और अरबी मे इस्लाम कहते, कहने का मतलब ये है 2g अभी नहीं चल सकता अभी 4g का जमाना है मेरे भाई,और आखरी पैग़म्बर दुनिया मे आ चुके है (मोहम्मद saw ) हम सब को उसी को मानना होगा इसि मे मानव का कल्याण है इस्लाम ही संसार का एक मात्र सनातन सत्य एवं शान्तिप्रीय ,मानव स्वभाव के अनुकूल सबसे अच्छा,आसान व सरल व सर्वश्रेष्ठ धर्म है,यह संसार के सर्व प्रथम पुरुष हज़रत आदम से लेकर आज तक चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा,यह लोक व परलोक को सफल बनाता है,इसका पालन करना भी बहुत ही सरल है। इस्लाम में सब बराबर हैं मर्द औरत, छूत अछूत, गोरा काला, छोटा बड़ा,ऊँच नीच,अमीर ग़रीब नहीं होती है,यह अंधविश्वास,पाखंड, अश्लीलता,व्यभिचार,नंगापन,नाच,गाना,झूठे व हराम एवं पाप कार्यो से बचना व पवित्र रहना सिखाता है।दुनिया की व नर्क की आग से बचाता है एवं स्वर्ग दिलाता है। इस्लाम व कुरआन केवल मुसलमानों के लिये ही नहीं पूरे संसार के मनुष्यों के लिये है, इसे अपनाने के लिए न नाम बदलने की जरूरत है ,न दाढ़ी रखने की ,न ख़तना कराने की, न गोश्त खाने की ,न ही टोपी पहनने की न ही चार शादी की, न ही लीगल डोक्यूमेन्ट की ज़रूरत है। यह तो दिल से यक़ीन व नीयत के साथ ईमान कबूल करने व आस्था की चीज़ है शुरू में प्रचारित व प्रसारित करना भी अनिवार्य नहीं।
Pata nahi kesi bakwas karte aisa kisi ved puran me nahi likha..... Yeh Raja navhi ke Putra the bahut tapsya ke baad yagya Dev ne inke ghar janm liya........or Inki shaadi jayanti se hui thi jo Indra bhagwan ne di thi..... Jai shree ram 🙏🚩
ठीक कहा आपने, विवाह का प्रसंग आते ही मुझे अद्भुत लगा, विचित्र लगा.. क्योंकि सुनंदा ऋषंभ देव की जुड़वा बहन थी.. ऐसे में विवाह तो हो ही नहीं सकता.. ग़लत है ऐसा नहीं हुआ होगा..! त्रुटि ठीक करें
@Pinky jain aap bilkul sahi keh Rahe hain ye bilkul thik hain jain ke aagam Granth mein yeh saari baatein likhi hain jinhe Maan na hain mane Varna na mane par yahi Sach hain
Is sab me Hamare santana dharm ko mat ghasito kuch bhi bolte ho us yeh bakwas Daalne se pahele 100 bar socha Karo haa......hamara Sanatan dhram kabhi aisa nahi tha.... Jai Shree Ram 🙏 Jai shree krishna 🚩
@@user-iw6wh3on8pgfghhdfghvfyu haa bhai yeh kuch bhi bolte hai......... Indra dev to in logo ke ghar ke the Jo aa jaate the...... But yaar yeh log baheno ke liye itni gandi soch bhi rahkte honge aisa pahli baar sune
Super explain 👍👍👍
Bahut sundar Gyan🙏🙏🙏🙏🙏
Superb explanation and knowledge, ty for sharing
Superb excellent explanation
Jai Prabhu. Thank you for creating this channel.
Please send me where I can find the complete series. And the 2nd part of Adinath Bhagvan.
Bhuat suonder Gyan jai Adinath bhawan 🙏❤
🙏🏼👣🙏🏼👣🙏🏼👣कोटि कोटि त्रि बार भक्ति पूर्वक नमोस्तु
❤❤
जय जिनेन्द्र ,,, जय महावीर
Jay jinendra
Jai bade baba
Jaijinedra
Jay jinendra 🙏🙏
Dhanya ho
Muhghal raja kyun dikha rahe aap . Bhut hi sundar varnan
Jai Jainandra
Jay jay shri adinath,karm khapave adinath, moksh apave adinath
Devika
मनुष्य अपने कर्मो से महान बनता हैं। स्वपन का क्या लेना देना??
🙏
Jai Jitendra, Ahimsa parmo dharma 🙏🙏🙏
Kuch chenal 16 swapn btate he or aap 14 bta rhe h.. confirm kya he
सभी की मान्यता अलग-अलग है
Digambar amnay me 16 swapn or swetambar me 14 swapn Mane jate hai.
दिगम्बर परंपरा के अनुसार 16 स्वप्न और स्वेतंबर परंपरा में 14 स्वप्न की बात आती है
14 hi swapna hai 🚩❤
ईश्वर अजन्मा निर्गुण निराकार ब्रह्म है तो ये ईश्वर तो नही है। इनके माता पिता किस धर्म से थे ??
आदम, आदि नाथ काफ़ी सीमिलर है
आदम अरबी शब्द नहीं वलके सांसकीर्त मे है
जैसे (आदिमानव) मुझे लगता है नूह 👈अलैहिस्सलाम सलाम की बात हो रही है जो आदम अलैहिस्सलाम के बाद के पैग़म्बर थे शब्द मनु से भी आता है,इस्लाम के मुताबिक सबसे पहले मूर्ति पूजा नूह अलैहिस्सलाम के जमाने से सुरु हुई है,
(ब्रह्मा, इब्राहिम) (विष्णु नूह)👈ये भी सिमिलर दिख रही है,जैसे जैसे दुनया मे नसल आगे बढ़ती गाई दिन मे बिगार होने लगा सब अपने अपने हिसाब से अपने माबूद बनाते गए, और फिर अल्लाह हर कौम मे एक डराने वाला भेजता रहा इस्लाम के मुताबिक १ लाख २४ हजार पैग़म्बर का जिक्र आता है, दुनिया मे एक ही धर्म है जिसे सांसकीर्त मे सनातन और अरबी मे इस्लाम कहते,
कहने का मतलब ये है 2g अभी नहीं चल सकता अभी 4g का जमाना है मेरे भाई,और आखरी पैग़म्बर दुनिया मे आ चुके है (मोहम्मद saw ) हम सब को उसी को मानना होगा इसि मे मानव का कल्याण है
इस्लाम ही संसार का एक मात्र सनातन सत्य एवं शान्तिप्रीय ,मानव स्वभाव के अनुकूल सबसे अच्छा,आसान व सरल व सर्वश्रेष्ठ धर्म है,यह संसार के सर्व प्रथम पुरुष हज़रत आदम से लेकर आज तक चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा,यह लोक व परलोक को सफल बनाता है,इसका पालन करना भी बहुत ही सरल है। इस्लाम में सब बराबर हैं मर्द औरत, छूत अछूत, गोरा काला, छोटा बड़ा,ऊँच नीच,अमीर ग़रीब नहीं होती है,यह अंधविश्वास,पाखंड, अश्लीलता,व्यभिचार,नंगापन,नाच,गाना,झूठे व हराम एवं पाप कार्यो से बचना व पवित्र रहना सिखाता है।दुनिया की व नर्क की आग से बचाता है एवं स्वर्ग दिलाता है।
इस्लाम व कुरआन केवल मुसलमानों के लिये ही नहीं पूरे संसार के मनुष्यों के लिये है, इसे अपनाने के लिए न नाम बदलने की जरूरत है ,न दाढ़ी रखने की ,न ख़तना कराने की, न गोश्त खाने की ,न ही टोपी पहनने की न ही चार शादी की, न ही लीगल डोक्यूमेन्ट की ज़रूरत है। यह तो दिल से यक़ीन व नीयत के साथ ईमान कबूल करने व आस्था की चीज़ है शुरू में प्रचारित व प्रसारित करना भी अनिवार्य नहीं।
अपने साथ जन्मी हुई कन्या सगी बहन हुई तो आज तक कितने जैन लोगो ने अपनी सही बहन से शादी की जो ??
pratham tirthnkar ko pratham salakapurush bhi kaha jata hai
क्या तीर्थंकर के शरीर पर दुप्पटा था जैन लोग में विकार नही होता
Right brother Bhai Jay jinendra ka arth kya ho ta he
Kuchh bhi post krna thik nhi Kam se Kam Hindu granth Shrimad Bhag wat puran to padh liya hota usme rishabh bhagwan ka purn vivran hai
Ye kuch bhi nahi hai
Ye sachchai hai...jain. Dharam anekaantvaad...yani sabhi apna paksh aur vichaardhara rakh sakte hai iss neeti pe chalta hai...
Pata nahi kesi bakwas karte aisa kisi ved puran me nahi likha.....
Yeh Raja navhi ke Putra the bahut tapsya ke baad yagya Dev ne inke ghar janm liya........or Inki shaadi jayanti se hui thi jo Indra bhagwan ne di thi.....
Jai shree ram 🙏🚩
ठीक कहा आपने,
विवाह का प्रसंग आते ही मुझे अद्भुत लगा, विचित्र लगा..
क्योंकि
सुनंदा ऋषंभ देव की जुड़वा बहन थी..
ऐसे में विवाह तो हो ही नहीं सकता..
ग़लत है
ऐसा नहीं हुआ होगा..!
त्रुटि ठीक करें
@Pinky jain aap bilkul sahi keh Rahe hain ye bilkul thik hain jain ke aagam Granth mein yeh saari baatein likhi hain jinhe Maan na hain mane Varna na mane par yahi Sach hain
😢😊
Is sab me Hamare santana dharm ko mat ghasito kuch bhi bolte ho us yeh bakwas Daalne se pahele 100 bar socha Karo haa......hamara Sanatan dhram kabhi aisa nahi tha....
Jai Shree Ram 🙏
Jai shree krishna 🚩
आप जैन धर्म के विषय में जानते नही हो फिर इस तरह का कमेंट क्यों करते हो
@@user-iw6wh3on8pgfghhdfghvfyu haa bhai yeh kuch bhi bolte hai.........
Indra dev to in logo ke ghar ke the Jo aa jaate the......
But yaar yeh log baheno ke liye itni gandi soch bhi rahkte honge aisa pahli baar sune
@@Ap-fh6ipTumharey khud k gande granth humare rishabdev ka varnan kartey h aur gadhey thodey shastra padle
Fekne ki had hoti hai 100 putta hona kisako kehte h
Jay jinendra
🙏🏼