साधना जैन,,, गुरुजी आपने बिल्कुल सही कहा ❤ मूल तत्व ज्ञान हमारी आत्मा के अनुभव से संबंधित है,,,, यदि बाहर के जीवन में हम बहुत कट्टरता उड़ते हैं तो उससे kashay बढ़ती है हमें द्रव्य क्षेत्र कल भाव है उनका ज्ञान भी होना चाहिए,,, उनके प्रति द्वेष भाव नहीं होना चाहिए,,, क्योंकि जगत का parinaman स्वतंत्र है,,,, गुरुजी ने गजब की बातकहीं❤❤ जिनके पास मूल तत्व ज्ञानहै वही इस पंचम काल में,, वर्तमान में सौभाग्यशाली जीव है,,, हमें, नाम,, यश पद प्रतिष्ठा,, ख्याति ना मिले लेकिन गुरुदेव श्री का तत्वज्ञान सुनने मिल जाए,,, एवं हमें समझ में आ जाए,,❤ तो इस पंचम काल में वर्तमान में हमसे ज्यादा कोई सौभाग्य साली जीव नहीं है,,,🙏🙏🙏
Bhiwandi Mumbai 🙏🙏🙏👏👏👏 Jai jinendra dev ki sabhi mumukshu ko Prabhu. Sudhatam vandan Prabhu. Param pujya maha upkari gurudev Shri Kanji Swami ji ke charno me sat sat naman vandan Prabhu koti koti vandan. 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
लवी जैन... बिल्कुल सही बात भैया जी 🙏 जब तक खुद से नहीं लगेगा मतलब कि खुद का विवेक पूर्वक निर्णय नहीं करेंगे की क्या सही है क्या सही नहीं है तब तक किसी की भी बातों में आ सकते है। क्युँ कि जगह जगह पर चार बातें मिलना स्वभाविक है पर खुद का निर्णय अगर किया हो तो हजारों बातें क्यु ना आजाये कोई फर्क नहीं पड़ता है।🙏जैसे लोक में कोई काम करना चाहते है और उस काम के लिए सबके विरुद्ध भी होना पड़े तो तुरंत हो जाते है ☹️ वहाँ तो शंका नहीं करते क्युँँ कि खुद का निर्णय होता है। ((चतुराई लोक में जितनी लगाते है (पर कुछ होना जाना तो वैसे भी नहीं है) उसका 1% भी अगर सही निर्णय यहाँ करलें तो सारी चतुराई धरी रह जावे।)) 🙏🙏
सविनय सादर जयजिनेन्द्र, सरजी... 🙏🏻🕉️🙏🏻
साधना जैन,,, गुरुजी आपने बिल्कुल सही कहा ❤ मूल तत्व ज्ञान हमारी आत्मा के अनुभव से संबंधित है,,,, यदि बाहर के जीवन में हम बहुत कट्टरता उड़ते हैं तो उससे kashay बढ़ती है हमें द्रव्य क्षेत्र कल भाव है उनका ज्ञान भी होना चाहिए,,, उनके प्रति द्वेष भाव नहीं होना चाहिए,,, क्योंकि जगत का parinaman स्वतंत्र है,,,, गुरुजी ने गजब की बातकहीं❤❤ जिनके पास मूल तत्व ज्ञानहै वही इस पंचम काल में,, वर्तमान में सौभाग्यशाली जीव है,,, हमें, नाम,, यश पद प्रतिष्ठा,, ख्याति ना मिले लेकिन गुरुदेव श्री का तत्वज्ञान सुनने मिल जाए,,, एवं हमें समझ में आ जाए,,❤ तो इस पंचम काल में वर्तमान में हमसे ज्यादा कोई सौभाग्य साली जीव नहीं है,,,🙏🙏🙏
Jai jinendra 🙏 रायपुर छत्तीसगढ़ 🙏
Jai jinendra bhai gwalior 🙏🙏🙏
Excellent 👌👍👌👍👌
35 to 50
Jai jeenandra pandit je ❤
Jai jinendra bhai 🙏🙏🙏
Bhiwandi Mumbai 🙏🙏🙏👏👏👏 Jai jinendra dev ki sabhi mumukshu ko Prabhu. Sudhatam vandan Prabhu.
Param pujya maha upkari gurudev Shri Kanji Swami ji ke charno me sat sat naman vandan Prabhu koti koti vandan.
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Thank you very very much Dr. VIVEK JI . Aap ke Gyaan ki bahut bahut anumodna . 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 .
बिल्कुल सही पंडित जी
लवी जैन... बिल्कुल सही बात भैया जी 🙏
जब तक खुद से नहीं लगेगा मतलब कि खुद का विवेक पूर्वक निर्णय नहीं करेंगे की क्या सही है क्या सही नहीं है तब तक किसी की भी बातों में आ सकते है। क्युँ कि जगह जगह पर चार बातें मिलना स्वभाविक है पर खुद का निर्णय अगर किया हो तो हजारों बातें क्यु ना आजाये कोई फर्क नहीं पड़ता है।🙏जैसे लोक में कोई काम करना चाहते है और उस काम के लिए सबके विरुद्ध भी होना पड़े तो तुरंत हो जाते है ☹️ वहाँ तो शंका नहीं करते क्युँँ कि खुद का निर्णय होता है।
((चतुराई लोक में जितनी लगाते है (पर कुछ होना जाना तो वैसे भी नहीं है) उसका 1% भी अगर सही निर्णय यहाँ करलें तो सारी चतुराई धरी रह जावे।)) 🙏🙏
आदरणीय पण्डित जी साहब सादर जय जिनैंद्र 🙏🙏🙏
Jay jinendra nagda junction
सविनय सादर जयजिनेन्द्र, सरजी... 🙏🏻🕉️🙏🏻🕉️
JASC MUMBAI - 🙏JAI JINANDRA🙏
सभी परम पावन आत्माओं को सादर अभिवादन जय जिनेन्द्र नरेंद्र कुमार जैन जयपुर 🙏🙏🙏
Bahut bahut aabhar
मेरे पापा के साथ हुआ । वेंटिलेटर चलता रहा आत्मा निकल चुकी थी
Jai jinendra dahod
Jai Jinendra
मौन वंदना🙏🙏🙏
🙏🙏
👌🙏🙏🙏
चार्वाक मत बहुत ही सुंदर तरीके से समझाया है।
35 to 40.
Don't miss it
Sardar Baljit Singh Punjab
पंडित आपके प्रवचन नहीं आ रहे हैं
Kal se aayege
मैं कुदेव कुगुरु कुशास्त्र के पास क्यों नहीं जाता हूं
क्योंकि मैंने यह निर्णय किया है कि वहां मेरे लिए सच्चे मोक्षमार्ग की कोई भी बात नहीं मिलती है .
चार्वाक मत वाले अपने जैनियों में भी भरे पड़े हैं । अपनों से बातें करता हूं तो पता चल जाता है।
Jai jinendra