#WeSupportShankaracharya #StopHateAgainstShankaracharya #ShankaracharyaIsTheOriginofDharma #ले_पाते_ना_हम_राम_का_मंदिर_बिना_शंकराचार्य_के शिवमयी शुभरात्रि सत्यम शिवम सुंदरम सत्य सनातन धर्म की जय हो #गौमाँ_हत्या_बन्द_करे_सरकार #Save_Gaumata #FreeTemples हर हर महादेव।जय माँ। 🙏🔱💐
Good Karma-Actions r making your DHARMA good so follow good karma and dont b confused. Ultimately Nobody can understand Parambrahm Bhagvan. Aum namah Shivay. Hari omm tatsat jay gurudatta. Aum namo narayan.
Sanatan Hinduism is the most pure and powerful religion. Its oldest and origin DHARMA- religion of the World. Hindu should understand the value of Sanatani ideologies and follow it proper ways. Aum namah Shivay. Hari omm tatsat jay gurudatta. Jay Shree SitaRam. Jay Shree RadheKrishana. Jay Ramdoot Hanumanji.....
आपके श्री चरणों में प्रणाम। कृपया फारसी/उर्दू शब्द अपनी भाषा में प्रयोग ना करे जैसे लेकिन,अगर,रास्ता इत्यादि। हमारी भाषा उर्दू और फारसी के कारण दूषित हुई जा रही है उसका शुद्धिकरण बहुत आवशक है।
संत के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम उम्र 80 वर्ष गृहस्थ जिम्मेदारियों से मुक्त क्या आपके द्वारा संयास ले सकता है तो कैसे कृपया दिशा दृष्टि देने की कृपा करें
महाराज जी के चरणों में साष्टांग दंडवत प्रणाम करते हुए विनम्रतापूर्वक यह जिज्ञासा रखती हुं ! प्रायः यह देखने में आ रहा है जो आस्तिक प्रवृत्तियां वाले दुःखी और जिनकी कुछ और दिखती है वो ही अच्छे देखे जाते हैं ऐसा क्यो? क्या कारण है कर्म और प्रारब्ध के बारे मे बताने की कृपा करें |🙏
वेद शास्त्र से भगवान का नाम बडा। है। वही शिव, राम नारायण, रुद्र, हनुमान ब्रम्हा,, दुर्गा गजानन,, सूर्य,, सबी देव है।। हामारे कर्म अलग है। ईसी कारण विचार अनेक है। और मन हामेशा भटकाता है।।। पांडुरंग हरी पुर्ण परमात्मा है।।। शिव लिंग अपने मस्तक पर धारण की है।। और संदेश दिया। हरी हर में हु।।। में एक हु।। मेरी लिला। और नाम अनेक है।। जय पांडुरंगा हरी।।।
जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय । उपासकको धन आर्जनके लिए विदेश यात्रा कित्ना उचित है कृपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु ।
Swam bhagwan Krishna Jo ki antim Supreme power hain unke ansh hain Maha vishnu Jo ananat universe ke ekmatra swami baaki sab unke ansh hain ek ek Universe ke Governor bramha vishnu Mahesh durga ganesh etc unke ansh hain yahi sacchai hain sabhi vedshashtra ka nichoad hain magar bhagwan Mein chota bada nahi hain Isliye sabhi puran sahi hain
@@dharmendrasingh8047 yes I never said that shivji is not a Supreme power in fact vaishnav devi is also like that but Krishna is the main center head office hain all are his forms only
Ved mai sirf 3 tatva hai , brahm, jeev, maya. 🕉jeev ya tou bhagwan ki aur chlega ya tou maya ki aur... ye saare marg insaano ki trigunatmik buddhi ka result matra hai.... and tulshidas ji ne iske baare mai Ramcharitmanas mai bahi bataya hai...aur gurunanak ji nai yahi ,,,gurbaani mai bhi bataya hai..🕉🕉🕉🕉🕉..bhagwan ko sirf prem, sarnagati , bhakti se paya ja sakta hai..🕉🕉🕉🕉
Swami ji .. Apka bhut aadr krtu hu..anpne meri kyi bato ka hal btaya hai.. Prantu swami ji kya ye sambhv nhi jo shastra gyan na rkhta ho use bhi gyan ki prapti ho or wh bhi hmara hmara marg prasast kr ske.. Jese kbir das ji ..
Guru ji ke Charanon Mein Koti Koti Naman Gurudev Mera Ek shanka Hai Samadhan Apne mukharvind se Karen Gurudev kya Jo Mantra Diya Jata Hai Guru ji ke dwara Kan Mein Hi Dena sahi hai ya pangat Mein baithaal Karke Jo Dete Hain vah sahi hai aap iska Samadhan Karen Jay Shri Radhe
Srimadbhawatam, uddhav ji shree Krishna se question karte hai ye itne marg kyu bane aur kon sahi..shree bhagwan uvach.... त्रिगुणात्मक बुद्धि होने के कारण लोगो ने मेरी वेद वाणी का अपनी बुद्धि से अलग अलग अर्थ किया। और इतने मार्ग बना डाले..only I described only prem, bhakti marg.🕉
Maharaj Ji bhagwan shiv aur apke charno me koti koti Charan Vandana mere prashan hai ki hamare Kshetra me kuch log vishwakarma ko Brahman batate kya yah sahi hai
If Incomplete unclear words are spoken Obviously no firm meaning can he concluded. If something is clearly expressed using complete words and proper explanation, then same meaning will be understood by everyone. .. The question of the viewer is very correct and clear. Most of Hindus like us have this question. Please 🙏 give some proper answers rather than hitting around the bush.
He did gave a proper explanation... The thing is Ved shastra are philosophical text not mathematical certainties......There is a thought process of reasoning thats sanatan... Problem is hindus just want to follow like sheep herd... constantly looking to be a slave of someone thats why we have 1000000 babajis and blind faiths...... . We must do whats right from the heart and duty and you've already attained Sanatan
Swam bhagwan Krishna ne arjun ko apna virat roop dikaya jisme ananat universe samay hue thae aur kaha ki mene hi sabko utpann kiya hain mujhe kisi NE nahi aur Jo aisa soache hain ki mujhe bhi kisi e banaya wo murkh hain aur nirakar roop Mera hi ansh hain.. Bhagwan Krishna ne uddhav se kaha ki mere alawa to kuch hain hi nahi
Hey pujyavar hey brhm mere ko apna putra jane mera sanchy nash kre mere man mein ek prashan hai ki saptrishi kyu 7 hi utpan hue kyu brhama jine yei sristhi rchi? Mai apna prchiye dete hue apna vakya khtm krta hu mai ek vratya sangit maithil brhman hu
Ek sache manaou ka anusardh kare sache manaou ka matlab jo manaou dusre manaou ka bhanaou ka Hanan na karata ho kinuki insan alag ho sakate hai lekin ma to ek hi hai na
आरती मै सुधार हो भुतादिक पैतो के सग होगै कया गंदे काम करने पापी कै सग होगै जप तप का फल असुरो को होता है जो गलत है दैवादिक दैवो कै संग होगै तो दैवो कि जय संतो गो माता कि जय सनातन धर्म की रक्षा हो गो माता कि रकछा हो जय हनुमान
Respected sir i don't have Hindi keyboard, that is why writing in English. My question is, the present life is some total of Pralabtha Karmas, What r the ways to not creat any Karmas, that it will not become Pralabdha. What shall we do that it will not creat and Pralabdha. Aasa kya kare ke karmas bandhan na bane paye
पृथ्वी पर जब से मनुष्य पैदा हुआ तब ही सत्य का अस्त हुआ। अर्थात कलीयुग का प्रारंभ हुआ था। जब तक पृथ्वी पर मनुष्य है तब तक सत्य का उदय होना संभव नहीं है। जिस दिन पृथ्वी पर कोही मनुष्य जीव नही बचेगा तब पृथ्वी पर सत्य का उदय होगा। जो अनादी से है उसे सनातन कहते है। यह व्याख्या थोड़ी भ्रम पैदा करती है। सनातन के साथ रुपांतरण यह शब्द लगाना चाहिए। रुपांतरीत सनातन कहना ठिक रहेगा। क्यों की आकाश के किसी पदार्थों का ठहराव नहीं। वह नित्य रुपांतरीत है। पदार्थ सनातन तो है लेकिन उसका नित्य रुपांतरण है। अर्थात आकाश द्रव्य की कोही एक अवस्था नहीं वह नित्य नुतन प्रती क्षण नया है। वेदीक लोग जिस सनातन पकड़कर बैठे है। वह प्रती क्षण नया है। इसलिए सनातन के बजाय रुपांतरीत सनातन कहना ठिक होगा। धर्म का अर्थ वस्तु का स्वभाव है। आत्मा द्रव्यस्वरुप होने से आत्मा को भी धर्म कहते है। सनातन शब्द सामाजीक व्यवस्था के लिए लागु नही बल्कि सजीव निर्जीव को अनादी होने का प्रमाण देता है। इसलिए पृथ्वी के सभी पेड़ पौधे जिवजंतु तथा जिव अजीव द्रव्य सनातन है। साथ साथ मनुष्य जीव भी सनातन है। लेकीन मजे की बात है की कहते है हिंदु धर्म सनातन है। यह बात तो भ्रम पैदा करती है। अब तो सवाल यह उठता की वेदीक धर्म कहना क्या हिंदु धर्म कहना। वेदीक साहीत्यो मे हिंदु नाम का उल्लेख ही नही है तो हिंदु धर्म सनातन कैसा संभव है। मेने पहीले ही कहाँ धर्म शब्द वस्तु का गुणवाचक बोध करता है। अर्थात आत्मा का का गुणवाचक बोध करता है। इसलिए पृथ्वी की सभी आत्मा सनातन है। और जो आत्मा मनुष्यों के शरीर मे क्रीयारत है वह शरीर रुपी मनुष्य सनातन है। पृथ्वी पर हजारों धर्म है वे सब युगों युगों से रुपांतरीत होते गये है। जैसा पृथ्वी पर एकेश्वरवादी धर्म बहुसंख्य है। वेद कुरान बायबल जेन्दअवेस्ता इन सब का तत्वज्ञाण एकेश्वरवादी है। फिर भी यह धर्म के धार्मिक गुरुओ की परस्पर विचारधारा से भीन्न है। पृथ्वी पर हजारों राजाओं ने राज कीया और धर्म मे भी नित्य परीवर्तन आया मुघल शासन मे बहोत वेदीक मुस्लिम बन गये। वेदीक काल मे तो मुस्लिम धर्म का अस्तित्व ही नहीं था। लेकीन वेदपुर्व हजारों वर्ष भारत मे समण धर्म का उदय हुआ था। इसका प्रमाण भारतवर्ष के इतीहास मे साक्षी है। जैसा राजा वैसी प्रजा। जैसा धर्म वैसा कर्म
Guruji hum confused ho gaye hai....hum kashyap gotra ke hai, brahman (Chakraborty) hai....hum kis sampraday se hai kripa karke bataye....daya karke hume rasta dikhay
आप महान संत जानी महापुरुष है आपके श्री चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम मैं खुश हूं हमेशा मैं आपके साथ
#WeSupportShankaracharya
#StopHateAgainstShankaracharya #ShankaracharyaIsTheOriginofDharma
#ले_पाते_ना_हम_राम_का_मंदिर_बिना_शंकराचार्य_के
शिवमयी शुभरात्रि
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्य सनातन धर्म की जय हो
#गौमाँ_हत्या_बन्द_करे_सरकार #Save_Gaumata #FreeTemples
हर हर महादेव।जय माँ। 🙏🔱💐
श्री १०८ गुरुदेव की श्रीचरणों में कोटि-कोटि प्रणाम । स्वामी जी सादर प्रणाम ।
सुन्दर और सटीक विचार प्रकट हुए है, जी, धन्यवाद🙏💕
परम्पूज्य गुरुदेव श्री के श्री चरणों में दण्डवत प्रणाम 🙏
Guru dev ji ke shri charno me sashtang dhandvat pranam.
💐👌🏻👌🏻👌🏻
Good Karma-Actions r making your DHARMA good so follow good karma and dont b confused.
Ultimately Nobody can understand Parambrahm Bhagvan.
Aum namah Shivay.
Hari omm tatsat jay gurudatta.
Aum namo narayan.
Sanatan Hinduism is the most pure and powerful religion. Its oldest and origin DHARMA- religion of the World. Hindu should understand the value of Sanatani ideologies and follow it proper ways.
Aum namah Shivay.
Hari omm tatsat jay gurudatta.
Jay Shree SitaRam.
Jay Shree RadheKrishana.
Jay Ramdoot Hanumanji.....
आपके श्री चरणों में प्रणाम। कृपया फारसी/उर्दू शब्द अपनी भाषा में प्रयोग ना करे जैसे लेकिन,अगर,रास्ता इत्यादि। हमारी भाषा उर्दू और फारसी के कारण दूषित हुई जा रही है उसका शुद्धिकरण बहुत आवशक है।
राष्ट्रश्य हितं , संस्कृते निहितं ।।🚩
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Naman Mata 🙏🙏🙏🙏
Thanku shruti
श्रुति आप किसकी तैयारी करती हैं
Abhi aap aur ham jagadguru shankaracharya ko sujhaav dene ke yogya nahi hain
He gurudev Meri dimag ko santh kardiya apke jawab se 🕉️ jagath guru shankaracharya ki jay ho 🕉️
💐।।जय श्री हरी नारायणा परब्रह्म ।।💐
Jay shiv shankara parmbrhma
Jaishreehari vishnu❤❤❤
नमो नारायण स्वामीजी 🙏 सादर चरण वंदना 🙏
आपके चरणों में सत सत नमन।
संत के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम उम्र 80 वर्ष गृहस्थ जिम्मेदारियों से मुक्त क्या आपके द्वारा संयास ले सकता है तो कैसे कृपया दिशा दृष्टि देने की कृपा करें
बहुत बहुत धन्यवाद आपको । ह्रदय से आभार आपका ।
महाराज जी के चरणों में साष्टांग दंडवत प्रणाम करते हुए विनम्रतापूर्वक यह जिज्ञासा रखती हुं ! प्रायः यह देखने में आ रहा है जो आस्तिक प्रवृत्तियां वाले दुःखी और जिनकी कुछ और दिखती है वो ही अच्छे देखे जाते हैं ऐसा क्यो? क्या कारण है कर्म और प्रारब्ध के बारे मे बताने की कृपा करें |🙏
ॐ श्रींमन्नारायणाय नमः ।।
Namha shivay❤️
गुरु देव! नमोनमः सुन्दर प्रस्तुति ॐतत्सत्ॐ
Radhe radhe guruji
Ji sahi kha... Pranam Aacharya ji
Hare Krishna ❤️
वेद शास्त्र से भगवान का नाम बडा। है। वही शिव, राम नारायण, रुद्र, हनुमान ब्रम्हा,, दुर्गा गजानन,, सूर्य,, सबी देव है।। हामारे कर्म अलग है। ईसी कारण विचार अनेक है। और मन हामेशा भटकाता है।।। पांडुरंग हरी पुर्ण परमात्मा है।।। शिव लिंग अपने मस्तक पर धारण की है।। और संदेश दिया। हरी हर में हु।।। में एक हु।। मेरी लिला। और नाम अनेक है।। जय पांडुरंगा हरी।।।
JAYA SHRI RAM,JAYA SHRI KRUSHNA,HAR HAR MAHADEV🙏🙏
जगतगुरु शङ्कराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराजकी जय ।
उपासकको धन आर्जनके लिए विदेश यात्रा कित्ना उचित है कृपया मार्ग दर्शन करे जगतगुरु ।
सूर्य एक ओर किरण अनेक सूर्यऊर्जा का धर्म एक
मानव और मत अनेक वेद ज्ञानका अमितअर्थ एक . ....अमित चारण (गढवी )
परम पूज्य चरण मे नमन बंदन
गुरुदेव भगवान को कोटि-कोटि प्रणाम
Omganeshynamjaygurudevsabakakalehanhosateysanatn🙏🇮🇳
पूज्य स्वामिश्री महाराज की जय हो
Jai Jai Guru dev ji pranam 🙏🙏
TULJESH KUMAR YADAV
राजा यादव शिवपुर
जय रामः
आपने बहोत अच्छेसे समझाया महाराजजी
सादर प्रणाम 🙏
प्रणाम 🌸🙏🏻🌸
Guruji really appreciate your tremendous knowledge.🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sat chit anada
pronam maharaj♥♥♥
Shri kunjBihari shri haridas 🙌
Sanatn dharmki jy har...har mahadev
Bilkul sahi kh rhe ho pujya sree
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🌻🕉️🔱🏵️💐🥀🌺🌺🌼🙏🌷 શિવ સ્વરૂપ સદગુરુ ભગવાનના ચરણોમાં કોટી કોટી વંદન શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ હાટકેશ્વર મહાદેવ ની જય ચામુંડા માતાની જય શ્રી રામ જય રામ જય જય રામ શિવ શિવ શંભુ હર હર મહાદેવ નમઃ શિવાય 🙏🏻🙏🏻
रुचीनां वैचित्र्यादृजुकुटिल नानापथजुषां
नृणामेको गम्यस्त्वमसि पयसामर्णव इव।
बहुत अच्छे से समझाया
मेरे ये doubt समाप्त हुए बहुर बहुत धन्यवाद गुरुजी 🙏🏽☺️
Sat sat pranam
Om namo narayan🌹🙏
गुरु जी को प्रणाम
Thanks very nice
Beautiful explanation.
सूर्य एक ओर किरण अनेक सूर्यऊर्जा का धर्म एक
मानव और मत अनेक वेद ज्ञान अर्थ अमित एक . ....अमित चारण
🙏🏿दण्डवत प्रणाम 🙏🏿
Sahi jawab guru ji
Thank you god.....
सटीक उत्तर
उत्तम व्याख्या,🙏🙏🙏🙏
।।श्री रामो विजयते।।
Swam bhagwan Krishna Jo ki antim Supreme power hain unke ansh hain Maha vishnu Jo ananat universe ke ekmatra swami baaki sab unke ansh hain ek ek Universe ke Governor bramha vishnu Mahesh durga ganesh etc unke ansh hain yahi sacchai hain sabhi vedshashtra ka nichoad hain magar bhagwan Mein chota bada nahi hain Isliye sabhi puran sahi hain
Bhagwan sadashiv is also lord supreme
@@dharmendrasingh8047 yes I never said that shivji is not a Supreme power in fact vaishnav devi is also like that but Krishna is the main center head office hain all are his forms only
@@underworldevolution4457Shiv hi krishna hai krishna hi Shiv hai
Awesome advice.
Pronam Guruji🙏🙏
Ved mai sirf 3 tatva hai , brahm, jeev, maya. 🕉jeev ya tou bhagwan ki aur chlega ya tou maya ki aur... ye saare marg insaano ki trigunatmik buddhi ka result matra hai.... and tulshidas ji ne iske baare mai Ramcharitmanas mai bahi bataya hai...aur gurunanak ji nai yahi ,,,gurbaani mai bhi bataya hai..🕉🕉🕉🕉🕉..bhagwan ko sirf prem, sarnagati , bhakti se paya ja sakta hai..🕉🕉🕉🕉
Radha krishna
Jai ho
कोटि कोटि प्रणाम गुरु जी ❤
Guru G helper ko saath ma rakhte h ki khi mistake ho gye to bta dega.😂😂😂❤❤
सत्य गुरुजी
जय हो
Swami ji .. Apka bhut aadr krtu hu..anpne meri kyi bato ka hal btaya hai.. Prantu swami ji kya ye sambhv nhi jo shastra gyan na rkhta ho use bhi gyan ki prapti ho or wh bhi hmara hmara marg prasast kr ske.. Jese kbir das ji ..
सुंदर व्याख्या🙏
Guru ji ke Charanon Mein Koti Koti Naman Gurudev Mera Ek shanka Hai Samadhan Apne mukharvind se Karen Gurudev kya Jo Mantra Diya Jata Hai Guru ji ke dwara Kan Mein Hi Dena sahi hai ya pangat Mein baithaal Karke Jo Dete Hain vah sahi hai aap iska Samadhan Karen Jay Shri Radhe
Srimadbhawatam, uddhav ji shree Krishna se question karte hai ye itne marg kyu bane aur kon sahi..shree bhagwan uvach....
त्रिगुणात्मक बुद्धि होने के कारण लोगो ने मेरी वेद वाणी का अपनी बुद्धि से अलग अलग अर्थ किया। और इतने मार्ग बना डाले..only I described only prem, bhakti marg.🕉
नमो नारायण 🙏🙏🙏जय गुरुदेव
Jai ho bhgwan jai ho
Ek aur prshan prbhu maine manusmriti mein pdha hai ki janamana jyti shudrah krmana dwij uchyat
Maharaj Ji bhagwan shiv aur apke charno me koti koti Charan Vandana mere prashan hai ki hamare Kshetra me kuch log vishwakarma ko Brahman batate kya yah sahi hai
Bhagvan muje garv he ki me is mahan sankracharya parampara se hu
🙏
🙏🕉❤
Guru ji ,pranam! Guru ka nirwachan hum kyase kare? Kripaya margdarshan kare 🙏🙏
If Incomplete unclear words are spoken Obviously no firm meaning can he concluded.
If something is clearly expressed using complete words and proper explanation, then same meaning will be understood by everyone.
..
The question of the viewer is very correct and clear. Most of Hindus like us have this question.
Please 🙏 give some proper answers rather than hitting around the bush.
Kya aapko proper jawab mila kahi se?
He did gave a proper explanation...
The thing is Ved shastra are philosophical text not mathematical certainties......There is a thought process of reasoning thats sanatan...
Problem is hindus just want to follow like sheep herd... constantly looking to be a slave of someone thats why we have 1000000 babajis and blind faiths......
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We must do whats right from the heart and duty and you've already attained Sanatan
Swam bhagwan Krishna ne arjun ko apna virat roop dikaya jisme ananat universe samay hue thae aur kaha ki mene hi sabko utpann kiya hain mujhe kisi NE nahi aur Jo aisa soache hain ki mujhe bhi kisi e banaya wo murkh hain aur nirakar roop Mera hi ansh hain..
Bhagwan Krishna ne uddhav se kaha ki mere alawa to kuch hain hi nahi
Bhagvan ke avtar bhagvan nahi ho sakte. Vo sirf vishnu ji manushya avatar hai. Param brahm nirgun nirakar sadashiv se upar kych nahi hota.
प्रणाम
Nice 👍
Pranam guru jee
Ji aap sanatan dharmi hai?
@@reverend9177 gyani vyakti ko pranam karna chahiye
Pranam karne ke liye Dharm nahi dekhta hai
Ved prne ka toh mujhe adhikaar nhi kyuki mera upnyanan nhi hua hai dhan ki kami k karan toh kripya aap hi meri semma anusar mujhe samjaye
ek confusion hai ... jaanwar bhi sab bilkul waise hi jeevan jeetey hai jaise aaj ka manav samaaj ..to dono me shudra (agyaani ) kon hai ?
Hey pujyavar hey brhm mere ko apna putra jane mera sanchy nash kre mere man mein ek prashan hai ki saptrishi kyu 7 hi utpan hue kyu brhama jine yei sristhi rchi? Mai apna prchiye dete hue apna vakya khtm krta hu mai ek vratya sangit maithil brhman hu
No counts, yes, aab kya ? Guru hi sahi hona chahiye. Shaastra pramanit.
Prbhau mai vratyasangit maithli brahman hu mujhe ye janana hai ki saptrishi 7 hi kyu the bhagwan brhma k dwara sirf 7 mahrishi ki utpati kyu hui
Shri haridas Shri haridas Shri haridas Shri haridas Shri haridas Shri haridas 🙌
Ek sache manaou ka anusardh kare sache manaou ka matlab jo manaou dusre manaou ka bhanaou ka Hanan na karata ho kinuki insan alag ho sakate hai lekin ma to ek hi hai na
आरती मै सुधार हो भुतादिक पैतो के सग होगै कया गंदे काम करने पापी कै सग होगै जप तप का फल असुरो को होता है जो गलत है दैवादिक दैवो कै संग होगै तो दैवो कि जय संतो गो माता कि जय सनातन धर्म की रक्षा हो गो माता कि रकछा हो जय हनुमान
परम पुज्य, सविनय वंदन
वीरशैव कौन है, क्या सनातन धर्म वीरशैव पंथ को मान्यता देता है
प्रशांत नाईक, कोल्हापूर महाराष्ट्र
Respected sir i don't have Hindi keyboard, that is why writing in English. My question is, the present life is some total of Pralabtha Karmas, What r the ways to not creat any Karmas, that it will not become Pralabdha. What shall we do that it will not creat and Pralabdha. Aasa kya kare ke karmas bandhan na bane paye
Kya grihasth mantra deeksha le sakte hain...
सनातन धर्म के नियम बताइये
ओम्
ॐ
🙏🙏🙏
🙏...🙏.
Vipul vanzara
Gujrat /baroda
app Muje guruji karne ka rasta de
Dhan nirankar santsang me diksha le sakte hai sahi hai ya galt hai kripiya batai mahraj ji
Mat lijiye
Sanatan Dharm ki Jai
पृथ्वी पर जब से मनुष्य पैदा हुआ तब ही सत्य का अस्त हुआ। अर्थात कलीयुग का प्रारंभ हुआ था। जब तक पृथ्वी पर मनुष्य है तब तक सत्य का उदय होना संभव नहीं है। जिस दिन पृथ्वी पर कोही मनुष्य जीव नही बचेगा तब पृथ्वी पर सत्य का उदय होगा।
जो अनादी से है उसे सनातन कहते है। यह व्याख्या थोड़ी भ्रम पैदा करती है। सनातन के साथ रुपांतरण यह शब्द लगाना चाहिए। रुपांतरीत सनातन कहना ठिक रहेगा। क्यों की आकाश के किसी पदार्थों का ठहराव नहीं। वह नित्य रुपांतरीत है। पदार्थ सनातन तो है लेकिन उसका नित्य रुपांतरण है। अर्थात आकाश द्रव्य की कोही एक अवस्था नहीं वह नित्य नुतन प्रती क्षण नया है। वेदीक लोग जिस सनातन पकड़कर बैठे है। वह प्रती क्षण नया है। इसलिए सनातन के बजाय रुपांतरीत सनातन कहना ठिक होगा। धर्म का अर्थ वस्तु का स्वभाव है।
आत्मा द्रव्यस्वरुप होने से आत्मा को भी धर्म कहते है। सनातन शब्द सामाजीक व्यवस्था के लिए लागु नही बल्कि सजीव निर्जीव को अनादी होने का प्रमाण देता है।
इसलिए पृथ्वी के सभी पेड़ पौधे जिवजंतु तथा जिव अजीव द्रव्य सनातन है। साथ साथ मनुष्य जीव भी सनातन है। लेकीन मजे की बात है की कहते है हिंदु धर्म सनातन है। यह बात तो भ्रम पैदा करती है। अब तो सवाल यह उठता की वेदीक धर्म कहना क्या हिंदु धर्म कहना। वेदीक साहीत्यो मे हिंदु नाम का उल्लेख ही नही है तो हिंदु धर्म सनातन कैसा संभव है। मेने पहीले ही कहाँ धर्म शब्द वस्तु का गुणवाचक बोध करता है। अर्थात आत्मा का का गुणवाचक बोध करता है। इसलिए पृथ्वी की सभी आत्मा सनातन है।
और जो आत्मा मनुष्यों के शरीर मे क्रीयारत है वह शरीर रुपी मनुष्य सनातन है।
पृथ्वी पर हजारों धर्म है वे सब युगों युगों से रुपांतरीत होते गये है। जैसा पृथ्वी पर एकेश्वरवादी धर्म बहुसंख्य है। वेद कुरान बायबल जेन्दअवेस्ता इन सब का तत्वज्ञाण एकेश्वरवादी है। फिर भी यह धर्म के धार्मिक गुरुओ की परस्पर विचारधारा से भीन्न है। पृथ्वी पर हजारों राजाओं ने राज कीया और धर्म मे भी नित्य परीवर्तन आया मुघल शासन मे बहोत वेदीक मुस्लिम बन गये। वेदीक काल मे तो मुस्लिम धर्म का अस्तित्व ही नहीं था। लेकीन वेदपुर्व हजारों वर्ष भारत मे समण धर्म का उदय हुआ था। इसका प्रमाण भारतवर्ष के इतीहास मे साक्षी है।
जैसा राजा वैसी प्रजा। जैसा धर्म वैसा कर्म
Guruji hum confused ho gaye hai....hum kashyap gotra ke hai, brahman (Chakraborty) hai....hum kis sampraday se hai kripa karke bataye....daya karke hume rasta dikhay
Bhai tumhe jis sampradaya ko follow karna hai karo🤷🏻🤷🏻🤷🏻