स्वामी सच्चिदानंद जी को बहुत-बहुत साधुवाद है।आपने वेद के बीज बचाने की बात कही है।सभी महानुभावों से निवेदन है, इस पर गहराई से विचार अवश्य करें।स्वामी जी ने बहुत बड़ी बात कह दी है, वेदों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें।महर्षि दयानन्द के वेद भाष्य का प्रचार करने में अपना सर्वस्व लुटाने का प्रयास करें।अपने भारत को बचाने का एक मात्र साधन अपना कर वैदिक संस्कृति की रक्षा के लिए अधिक से अधिक वैदिक संगठन को बढायें ।वेद कथाओं का आयोजन करें।महर्षि दयानन्द जी के अधूरे कार्य को पूरा करने हेतु सब मिल कर पुरुषार्थी बनें।ईश्वर अवश्य ही हमें शक्ति सामर्थ्य देंगे।बहुत-बहुत धन्यवाद।
दादूराम सत्यराम राम भेज सो ऊतरे पार दादू भेजे सो ऊतरे पार बहुत बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है आपको आदिवासी भाईयों में जनजागृति अभियान चलाया जावे ताकि आदिवासी भाईयों अपने जीवन अच्छी तरह जी सके। और से रामफूल माहाराज बारवाल ठीकाना बामनवास तहसील बामनवास जिला सवाई माधोपुर राजस्थान से
हम सभी लोग वेदों को समझना चाहिए गुरु जी आप का कह नाम सत्य है आप को धन्यवाद प्रभू जी कहते है सनातन धर्म ही है।प्रभु ईश्वर और भगवान को सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को चला रहे है समझे। प्रभु । प्र, यानी प्रकृति होता है भू ,यानी भूमंडल होता है ईश्वर। ई , यानी ईस्ट देव पूर्वजों को आकर्षित करता है स्वर , यानी आवाज ध्वनि की तरंगे प्रचलित हो रहा है भगवान। भग , भाग्य और कर्म का गमन करता है
स्वामी जी का बहुत बहुत धन्यावाद। कृपया ये भी बताएं कि सायण व अन्य विद्वानों ने वेद का गलत अर्थ क्यों व कब किया किन परिस्थितियों में किया? क्यों कि कुछ लोगों के मन में ये प्रश्न उठ सकता है कि कोई भी विद्वान वेदों का गलत अर्थ क्यों करेगा?
Om Guruji Pranam swamiji har katha me bolte he ki Brahman ke bina koi dharmik kaam pura nahi hota dusri cast ka aadmi kitna bhi jaankar ho kewal Brahman ke dwara hi har anusthan safal hota he kya swamiji yah satya he 🙏🙏
संत जी हैं कि मानते ही नहीं अनर्गल बोलते ही रहते हैं जो सत्य नहीं वही बोलते हैं। हमें तो बताया गया है कि संसार मिथ्या है फिर यह संत लोगों को मुर्ख क्यों बनाते हैं?
जिस O का, स्थान मान का,और अंक पद्धति का अविष्कार, आयुर्वेद का अविष्कार,पाई का मान, रामानुजन के गणित के अविष्कार, ज्योतिष का का अविष्कार, ब्रह्मचर्य रहने का अविष्कार,धर्म की खोज जिसे वेद पढ़ने वाले हैं इतर कोई नहीं कर सकता। ईश्वर प्राप्ति की विद्या विना वेद पढ़े नहीं खोजी जा जा सकती है। आदि अविष्कार वेदों को पड़कर ही किए गए थे,यह न होते होते तो आज के कोई अविष्कार सम्भव ही नहीं है । इन्हें कम मानते हो? समाधि जो समस्त क्लेश का नाश कर देती है किसी वैज्ञानिक से पूछो समाधि क्या है और समझो घंटा जबाव नहीं मिलेगा। धर्म वेदों को पढ़ने वालों की हि देन है जिसकी वजह से वहन-बहन, माता -माता,और भाई-भाई है यदि वेदों के सिद्धांत न होते तो इन रिश्तों के अर्थ बताने की क्षमता किसी मनुष्य में न होती। वेदों के सिद्धांतों पर चलने से हि मानव परस्पर सुखी है बरना एक दूसरे का गला काट काट कर मर चुके होते। वसुधैव कुटुंबकम् , वेदों का ही सिद्धांत है। ज्योतिष वेदों की देन है भूगोल=पृथ्वी गोल है,यह बात करोड़ों वर्ष पहले से वेदाध्ययन के कारण हम जानते हैं। जबकि अंग्रेज और ईसाई कुछ समय पूर्व तक पृथ्वी को चपटी मानते थे।
परम पूज्य गुरुवर जी आपके चरणों में सादर नमन जय श्री राम
सत्यमेव जयते 😊
Jai ho arya samaj.I love Arya Samaj, Swami Dayanand, and Vedas.
काश संसार का प्रतीक बुद्धिमान व्यक्ति तर्क और ज्ञान पर इन बातों को सीख पाता
"ओ३म् भूर्भुवःस्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि।धियो यो नः प्रचोदयात् ।"
जय हो
Swami ji jai ho.
स्वामी जी मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से कार्य करता हूं.. आपकी बातें मुझे बहुत प्रभावित करती है
ओम् परनाम गुरु जीं जय सनातन
चरणों में कोटि-कोटि प्रणामजय सीताराम
बिल्कुल सत्य वचन, प्रणाम।
वाह!स्वामी जी आपने बहुत ही गजब का विश्लेषण किया है।
स्वामी सच्चिदानंद जी को
बहुत-बहुत साधुवाद है।आपने
वेद के बीज बचाने की बात कही है।सभी महानुभावों से
निवेदन है, इस पर गहराई से
विचार अवश्य करें।स्वामी जी ने बहुत बड़ी बात कह दी है, वेदों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें।महर्षि दयानन्द के
वेद भाष्य का प्रचार करने में
अपना सर्वस्व लुटाने का प्रयास करें।अपने भारत को बचाने का एक मात्र साधन
अपना कर वैदिक संस्कृति की
रक्षा के लिए अधिक से अधिक
वैदिक संगठन को बढायें ।वेद कथाओं का आयोजन करें।महर्षि दयानन्द जी के अधूरे
कार्य को पूरा करने हेतु सब मिल कर पुरुषार्थी बनें।ईश्वर अवश्य ही हमें शक्ति सामर्थ्य देंगे।बहुत-बहुत धन्यवाद।
बहुत बहुत धन्यवाद आभार आचार्य जी
स्वामी जी अलख जगाने के लिये आपका आभार 🙏आगरा में आपका प्रवचन सुन चुका हूँ
ओम् परनाम आचार्य जीं वेरी नाइस
स्वामी जी को कोटि-कोटि प्रणाम
सत्य सनातन धर्म की जय 🙏
गुरु देव मैं हिन्दू ब्राम्हण हूं स्वामी जी भी यहीं थे हम सभी सनातनियों को वेद ज़रुर पढ़ना चाहिए ॐ
App Arya samaj sa jud gayai
Svamee. Ji aapko bahut bahut dhanyawad
Sanatam dharm ki Jai , Arya Samaj Amar rahe . Rishiwar Dayanand ka naam sadaa Amar rahe . 🕉🙏
बहुत सुंदर प्रस्तुति।
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय हो आर्यावर्त की जय हो गुरुवर दंडी विरजानंद की जय हो महर्षि दयानंद की जय हो स्वामी सच्चिदानंद महाराज जी को नमस्ते
वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। पूज्य स्वामी जी आपने यह सिद्ध कर दिया है आपका महान उपकार है सब संसार पर। बहुत-बहुत आभार
Arya samaj amar rahe
जय माँ भारती 🚩 🚩 🚩 🚩 🚩 🚩
Swami ji aapka hriday se Abhinandan hai aapko Naman karte Hain
दीवान सिहं
स्वामी जी को धन्यवाद ।
वेद भगवान की जय
🌸🌸🙏🌸🌸
जय श्री राम 🙏
Uttam Prerak vyakhyan Arya Samaj ki Jay Ho Swami Ji ki Jay Ho
बहुत सुंदर प्रवचन है, स्वामी जी।
स्वामी जी से करबद्ध प्रार्थना है कि वह इस बृज क्षेत्र में भी अपना प्रवचन किया
Right point 🙏🏼🇮🇳🇨🇮💯
स्वामीजी कोटी कोटी प्रणाम.
सत्यमेव जयते.
Maharaja namaste koti koti namaste
Param pujya Swami Ji ko Naman Abhinandan Jay Arya Jay Arya samaj ved Bhagwan ki Jay Om Om
बहुत सुंदर व्याख्या
पूज्य स्वामी जी को सादर नमस्ते ।
बहुत ही सुन्दर व सरल वेद व्याख्या करते हैं आप ।
आपका बहुत-२ धन्यवाद ।
Very Nice 👍👍👍👍 RAMCHAND Goyal Blb
जय हो आर्य समाज। जय जय महर्षि दयानंद सरस्वती।
दादूराम सत्यराम राम भेज सो ऊतरे पार दादू भेजे सो ऊतरे पार
बहुत बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है आपको आदिवासी भाईयों में जनजागृति अभियान चलाया जावे ताकि आदिवासी भाईयों अपने जीवन अच्छी तरह जी सके।
और से रामफूल माहाराज बारवाल ठीकाना बामनवास तहसील बामनवास जिला सवाई माधोपुर राजस्थान से
पूज्य स्वामी जी का वेदिक ज्ञान को प्रस्तुत करना बहुत ही आकर्षक है। स्वामी जी को हृदय से नमन ।
Jai ho स्वामी जी
जय हो आर्य समाज की स्वामी जी ने बहुत अच्छी बात सुनाई स्वामी जी हर गांव में प्रचार करो
Swami Ji Ne bahut hi acchi bhasha mein samjhaya dhanyvad
@@kedarsharma3415 look out
Hm to bhut parchar krta h😊
Satya sanatan vedik dharm ki jai
हम सभी लोग वेदों को समझना चाहिए
गुरु जी आप का कह नाम सत्य है
आप को धन्यवाद
प्रभू जी कहते है सनातन धर्म ही है।प्रभु ईश्वर और भगवान को सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को चला रहे है समझे।
प्रभु । प्र, यानी प्रकृति होता है
भू ,यानी भूमंडल होता है
ईश्वर। ई , यानी ईस्ट देव पूर्वजों को आकर्षित करता है
स्वर , यानी आवाज ध्वनि की तरंगे प्रचलित हो रहा है
भगवान। भग , भाग्य और कर्म का गमन करता है
बहुत सुंदर प्रवचन।धन्यवाद:।
नमस्ते आचार्य जी
ओ३म नमस्ते जी🙏
Swami ji ko naman
अति सुन्दर स्वामी जी
गुरुजी आपके श्री चरणों में प्रणाम
बहोत सुंदर जानकारी दी है आपने धन्यवाद।
Jai Yati norashingha nond Saraswati moharaj
Om Namaste gurudew ji
प्रणाम गुरुदेव
Maharishi ji aapko shaat shaat naman
😊
🙏🙏,rohini
इतिहासपुराणाभ्याम् वेदं समुपबृम्हयेत्* पुराण निन्दकानाम् कटमुल्लेशिष्याणाम् नास्ति वेदेधिकार:
Om jai shree krishna
ऊं
नमस्ते स्वामी जी
👍🙏🙏
जय हो आर्य समाज।
शत् शत् नमन
Om
🙏🙏
🙏
Namaste swami ji
हाथ नहीं सृष्टि रचाया, अमेथुनि सृष्टि से मैथथुनी सृष्टिचलाई। यह ऋषि देवभूमि का बसाया हुआ आर्यावर्त देश है।। जिसने सृष्टि के आदि में वेद ज्ञान को पाया।
🕉🙏
स्वामी जी का बहुत बहुत धन्यावाद।
कृपया ये भी बताएं कि सायण व अन्य विद्वानों ने वेद का गलत अर्थ क्यों व कब किया किन परिस्थितियों में किया?
क्यों कि कुछ लोगों के मन में ये प्रश्न उठ सकता है कि कोई भी विद्वान वेदों का गलत अर्थ क्यों करेगा?
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Namaste ji
🔱🔰🙏
स्वामी सच्चिदानंद जी आप वेद के गर्भ से उत्पन्न हुए हैं कि मां के गर्भ से वेद की रचना मानव द्वारा की गई
Pahle aap ved ko padhiye
Om Guruji Pranam swamiji har katha me bolte he ki Brahman ke bina koi dharmik kaam pura nahi hota dusri cast ka aadmi kitna bhi jaankar ho kewal Brahman ke dwara hi har anusthan safal hota he kya swamiji yah satya he 🙏🙏
9
Guru g muja book 📚 chahiye
Acharyaji Vedvyas ji ne kitne aur kaun kaun se Puran likhe unke nam aadi ke bare me bataye.taki hum satya ko jan sake.
सब कुछ अच्छा होता जब समाज में छुआ-छूत ऊंच नीच नहीं हो
Yaha sab Arya samaj hi dur krta h
गुजरात ने 1 शेर दयानंद ही दिया था
मोदी,गांधी तो ग़द्दार निकले
मोदी भी शेर है
Arya samaj sa judna ka liya arya virchar suna
Vedon ki rachna kisne ki Guruji bataiye
जब दयानन्द इतना समाज सुधारक था तो अपने रसोइया को क्यों नही सुधार पाया जिसने उनको जहर देके मार दिया
💛🌏💛💓💗💖💝💛🧡💚💜🤎🖤🙏🕉️
संत जी हैं कि मानते ही नहीं अनर्गल बोलते ही रहते हैं जो सत्य नहीं वही बोलते हैं। हमें तो बताया गया है कि संसार मिथ्या है फिर यह संत लोगों को मुर्ख क्यों बनाते हैं?
हिंदी मे अथवा मराठी मे वेद ऑनलाईन पढ सकते है क्या ?
Modify snk.
Bamsef nam rakhata hai, uspar video banao.
अंधे कुटिल सांप के लिए नजदीकी पेट शाप से संपर्क करें।
Kahi-kahi toh Earth 🌎 flat hai..... Ha ha 😁😁😁😁
Do artha kyon
यदि वेदों में समस्त विद्याएँ हैं, तो अब तक वेदों से कोई आविष्कार क्यों नहीं किया गया ? Thanks . Anando.
जिस O का, स्थान मान का,और अंक पद्धति का अविष्कार, आयुर्वेद का अविष्कार,पाई का मान, रामानुजन के गणित के अविष्कार, ज्योतिष का का अविष्कार, ब्रह्मचर्य रहने का अविष्कार,धर्म की खोज जिसे वेद पढ़ने वाले हैं इतर कोई नहीं कर सकता। ईश्वर प्राप्ति की विद्या विना वेद पढ़े नहीं खोजी जा जा सकती है। आदि अविष्कार वेदों को पड़कर ही किए गए थे,यह न होते होते तो आज के कोई अविष्कार सम्भव ही नहीं है । इन्हें कम मानते हो? समाधि जो समस्त क्लेश का नाश कर देती है किसी वैज्ञानिक से पूछो समाधि क्या है और समझो घंटा जबाव नहीं मिलेगा। धर्म वेदों को पढ़ने वालों की हि देन है जिसकी वजह से वहन-बहन, माता -माता,और भाई-भाई है यदि वेदों के सिद्धांत न होते तो इन रिश्तों के अर्थ बताने की क्षमता किसी मनुष्य में न होती। वेदों के सिद्धांतों पर चलने से हि मानव परस्पर सुखी है बरना एक दूसरे का गला काट काट कर मर चुके होते। वसुधैव कुटुंबकम् , वेदों का ही सिद्धांत है। ज्योतिष वेदों की देन है भूगोल=पृथ्वी गोल है,यह बात करोड़ों वर्ष पहले से वेदाध्ययन के कारण हम जानते हैं। जबकि अंग्रेज और ईसाई कुछ समय पूर्व तक पृथ्वी को चपटी मानते थे।
@@beingperfect9856 Ati UTTAM
Vedic physice channal par jaye
Kdi hs bi liya kr subami rota rhta he kesa smaj he ye aaria smaj hsna hi bhul gye aap toh
ओम्, पूज्य स्वामी जी 🙏🕉 🙏🕉
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Om
जय गुरूदेव
Namste guru ji