विवेक श्रीवास्तव जैसे विद्वान, अखिलेश जैसे सनातनी हिंदू सुप्रिया श्रीनेत जैसे मृदुभाषी, राहुल जैसा अविष्कारक दुनिया में कोई अन्य नहीं हो सकता है इन्हें तो म्युजिअम में होना चाहिए
जय जय श्री राम हर हर गंगे अखिलेश यादव जैसे पाखंडी लोग अगर कुंभ में जाएंगे तो कुंभ की मर्यादा खंडित होगी इसलिए अखिलेश यादव को कुंभ में जाने की अनुमति भी ना दे सरकार
अगर भदौरिया जी को जरा भी शर्म महसूस होती तो सुधांसु जी के solid जवाबों के बाद वो चुप रह जाते पर अखिलेश जी कि चाटुकारिता कैसे छोडें ? डिबेट के बाद घर जाकर सोचते जरूर होंगे कि मुझे लतियाया तो काफी ।पर क्या करूं ? बकबक करना तो मेरे DNA में है 😂😂
Tripathi sir aap ka bahut bahut dhanyawad sir aap ne bahut hi achhe se Kumbh aur prayagraj ke tirthsthan ko explain Kiya. Aap ne bahut hi sahi kaha ki eisi devlopment jisame logo ko Lage ki wah naye jagah par aa gye hai isi ko VIKASH KAHATE HAI. mai bhi kalapwas me mere Nani ke sath jata tha Akhilesh ji ke sarkar me chori tak ho jati thi. Yogi ji Honesty se kam kar rahe hai isliye government ke diye hue budget me hi itana bhavya arrangement ho gya hai
झूठ की बुनियाद पर दीवार नहीं रुकती है भदोरिया भाई आप टीचर हैं कोई बात नहीं अच्छी बातनहीं है हम लोग भी पढ़े लिखे हैं अगर आप की तरह टीचर पढ़ाया होता तो आज हम भी जाहिल रह जाते
ये बात मुझे आज पता चली कि ये भी मुलायम की तरह टीचिंग के पेशे में है। अब विद्यार्थियों की किस्मत को क्या कहें।क्यों भला विद्यालय भी गुंडागूका ट्रेनिंग सेंटर बना सपा राज मे
मेम आपसे एक रिक्वेस्ट हे सुधांशु जी बोल रहे होते हे जब दूसरे के माइक बंद कर दिया करे में एक कांग्रेसि था। पर जब भी सुधांशु सर बोलते हे में जाके फैक्ट चेक करता हूं जो वो बोलते हैं वहीं लिखा होता हे तो वो बोलते है तो दूसरे के माइक बंद कर दिया करे 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Mai prayagraj ki rahne wali hun 2013 me prayagraj junction station ko is Ajamkhan ne one way kar diya jiske karan ghatna hui shradhaluyon ko jan gawani padi is pap ka fal akhilesh yadav ko jarur milega
समाजवादी पार्टी के समय आजम खान को कुम्भ पर्व की जिम्मेदारी देना करोड़ों हिंदुओं का अपमान करना भर था जो कि अखिलेश जी ने जान बूझकर किया था जो कि गैर जरूरी था।
सुधांषु त्रिवेदी बोल रहे थे तो हरिया काका इतना बौखला क्यों रहा हैं लगता हैं हरिया काका वामपंथी और काग्रेंसी चापलूसो को समझ ही नही आ रहा केवल हज और रोजा इफ्तार के अलावा कुछ न देख सकते हैं और न समझ सकते हैं
Ye anurag ko samjha dijiye ki akhilesh ne Ajam ko 2013 me adhyaksh banaya 2013 ki mahakumbh me hinduyon ki bahut durdasha hui thi akhilesh yadav bahut bhogega
a common scenario where a student or TV debate participant avoids directly addressing the topic and instead tries to fit a memorized response into various situations. This can also be likened to how some debaters or speakers sidestep questions by inserting irrelevant but rehearsed narratives. Technique Used: Repetition and Diversion A student uses a pre-learned essay about a cow and applies it to unrelated topics, diverting the focus to what they already know instead of addressing the assigned topic. The Scenario: In a primary school, students were tasked with writing essays on different topics. However, one clever (or perhaps lazy) student had only memorized an essay about a cow. To avoid failure, they creatively inserted the cow essay into every topic, as shown below: Essay on Gandhi Ji: • Start with a general statement: "Gandhi Ji is a great man." • Transition to a completely unrelated anecdote: "Once upon a time, Gandhi Ji was speaking in a public gathering, and suddenly, a cow appeared." • Continue with the cow essay: "The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong." Result: Instead of describing Gandhi Ji's achievements or philosophy, the essay shifts focus entirely to the cow. ________________________________________ Essay on Cricket Match: • Start with the context: "Once, a cricket match was being played." • Divert to the cow story: "Suddenly, a cow came onto the field. The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong." Result: The essay becomes about the cow, not cricket. ________________________________________ Essay on Diwali: • Begin with the festival's setting: "During Diwali, we light diyas and celebrate with joy." • Transition to the cow: "Suddenly, a cow appeared in our home. The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong." Result: The essence of Diwali is overshadowed by the cow. ________________________________________ Essay on Republic Day (26 January): • Start with the occasion: "On Republic Day, we hoist the flag in our school." • Introduce the cow: "During the ceremony, a cow came to the ground. The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong." Result: The focus shifts entirely to the cow again.
हरे कुर्ता देखते ही पब्लिक आजकल चैनल बदल देती है और एक बार चैनल बदल गया तो उसे चैनल पर वापस आना लगभग नामुमकिन होता है सभी चैनल वालों से अनुरोध है कि हर कुर्ते से परहेज रखें और अपने चैनल को बचाने पर योगदान दें अन्यथा यह हरा कुर्ता आपका चैनल की टीआरपी यहां तक कि आपका चैनल भी लील जाएगा , अनुराग भदौरिया को सत सत नमन , अनुराग भूरिया के पास कोई लॉजिक नहीं होता बस चिल्लाना है तो चिल्लाना है यह एक रिकॉर्ड टेप रिकॉर्डर की तरह बजता है जो कोई भी टॉपिक हो उसमें एक ही सब्जेक्ट रहता है टॉपिक चाहे कोई हो ।
Bhadauria, have some respect for yourself. Each debate you expose not only yourself but also your Samajwadi party both of which are anti-Hindu. Bhadauria, stop interrupting. Tahseen, please respect yourself. I don’t need to educate you for which I am not competent.
इंडिया में वामपंथी ३ में है ना 13 में है फिर क्यूं बुलाते हो डिबेट में विवेक श्रीवास्तव आस्तीन का सांप है
दुनिया dekhgi tab janegi nhi to chupe rh jayenge 😢😢😢
Sahi kaha 🙏
भाई कोई बेइज्जती करवाने के लिए भी तो चाहिए 😅
नाविका जी, बहुत बहुत धन्यवाद उस मूर्ख को मूक ( म्यूट) करने के लिये जब सुधांशु जी बोल रहे थे ।
बहुत बहुत धन्यवाद नाविका जी, हर्षवर्धन तिवारी जी और सुधांशू जी.
ज्ञानि हो तो सुधांशु जी की तरह सुन के मन गद गद हो जाता है ❤❤
कितना ही धो डालो सुधांशु जी इस को कोई फर्क नहीं पड़ता.
Nastik hae thuu hae inki rajneeti par
Very nice presentation. Congratulations to Shudhanshu Trivedi ji and Ashwini ji ! ! ! Jay ho Yogi ji ki ! ! !
हर हर महादेव भोलेनाथ जी 🌹🌹🙏🙏
🚩🙏हर हर महादेव 🙏🚩
विवेक श्रीवास्तव जैसे विद्वान, अखिलेश जैसे सनातनी हिंदू सुप्रिया श्रीनेत जैसे मृदुभाषी, राहुल जैसा अविष्कारक दुनिया में कोई अन्य नहीं हो सकता है इन्हें तो म्युजिअम में होना चाहिए
भदौरिया को बुलाने से अच्छा है पथर रख लो
मीडिया वालों से पूछना चाहती हूं ।कि बाम पंथी विवेक श्रीवास्तव को क्यों बुलाते है ?
@@BRIJESHKumar-by8wy अरब देश में वामपंथियों को ठोक दिया जाता है
ऐ जितने देश विरोधीया बैठे है जो राम के नाम ऑर पश्नचिनह लगाने वाले देश द्रोहियो को निमंत्रण कीस बात की
सच को कबूल करो
🚩🙏जय श्रीराम 🙏🚩
Bhadoriya ji ka DAN problem hai🤪
Hara jacket pahanta hae 😅
जय जय श्री राम हर हर गंगे अखिलेश यादव जैसे पाखंडी लोग अगर कुंभ में जाएंगे तो कुंभ की मर्यादा खंडित होगी इसलिए अखिलेश यादव को कुंभ में जाने की अनुमति भी ना दे सरकार
हम घर मे छोटा हवन यज्ञ करते है तो भी पड़ोसी व रिश्ते डारो को भी बुलाते है
योगी जी से निवेदन है अगर भुल से अखिलेश खान महाकुंभ में पहुंच गया तो इज्जत नहीं देना
अगर भदौरिया जी को जरा भी शर्म महसूस होती तो सुधांसु जी के solid जवाबों के बाद वो चुप रह जाते पर अखिलेश जी कि चाटुकारिता कैसे छोडें ? डिबेट के बाद घर जाकर सोचते जरूर होंगे कि मुझे लतियाया तो काफी ।पर क्या करूं ? बकबक करना तो मेरे DNA में है 😂😂
Thanks for sharing
❤❤❤❤❤🔥🔥🔥🔥🔥
भदौरिया जी को बुलाने से अच्छा है इनकी फ़ोटो लगाकर किसी भी पुरानी डिबेट की क्लीप चला दीजिए कोई फर्क नही पड़ेगा इनका रटा रटाया जवाब एक ही होता है
दिनमें आधा घंटा खुशी के समाचार भी चालु करो। 🙏🏻
प्रयागराज कुंभ स्टेशन पर मची भगदड़ में मेरा परिवार बाल-बाल बच गया। कुप्रबंधन चरम पर था। मेरे परिवार के सभी सदस्यों के फोन खो गए।
महाकुंभ आस्था का बिसय है दावत का नहीं यहां तो श्रध्दा से जाना निमंत्रण की जरूरत नहीं जय प्रयाग राज
Jay shree ram
What a intelligent Trivedi
2027 Me Congress + SP Ko 27 Seats. Bhi Nahi Milegi, Likhana Hai To Likh Lo.
No vote to Namajwadi Party in 2027 😊
Hat's off to Harsh Bardhanji, the way he explained Mahkumbh and its preparation
स पा भ्रम फैलाकर महाकुंभ और सफल होगा ।
Or ye Jo falto vakvash kar rahe hai ESE vipakch ko sharam aani chahiye
Spa bspa k raj me melo pr bso ka kiraya 50% bdaya jata tha gunda texs vsuli hoti thi❤
Sudhanshu je is great, nabika jee jo acche se ayojan karega bo credit lega hi or Jo dehg se ayojan nhi ker paya tha uske pet me dard hoga hi
Keval virodhi virodh hi karate hai. Bahut dukh hota hai inko sunkar.
Ye humare santan ka mahaparv hai mahkumbh or kishi ko bhee huk nahi hai humari aastha par saval uthane ka
SAMAJ KABJAA PARTY ke sabhi MLA aur MP KE ELECTRICITY BILL PUBLIC MEIN PUBLISH KARE. SIRF EK CHOR NAHI HO SAKTHA. 🎉🎉
Sudhanshu Ji key Sath me Debate karna 3nko Bahut Mahnga Padega
Mahakumbh me sav teyari shahi hai or or avkibaar bahut bhaviy hoga
भदौरिया के नेता रोज एक विडिओ दिखाते है कुम्भ का भदौरिया भी वही कहेगा इनको कुम्भ से कुछ लेना देना वही, इफ्तार वाले से क्या उम्मीद रखते है आप लोग
Tripathi sir aap ka bahut bahut dhanyawad sir aap ne bahut hi achhe se Kumbh aur prayagraj ke tirthsthan ko explain Kiya.
Aap ne bahut hi sahi kaha ki eisi devlopment jisame logo ko Lage ki wah naye jagah par aa gye hai isi ko VIKASH KAHATE HAI.
mai bhi kalapwas me mere Nani ke sath jata tha Akhilesh ji ke sarkar me chori tak ho jati thi.
Yogi ji Honesty se kam kar rahe hai isliye government ke diye hue budget me hi itana bhavya arrangement ho gya hai
हीसा हला 😂🕉️🚩🇮🇳❤️✌️
Only BJP sarkar chahiye tabi es par sudar aayega. BJP sarkar jindabad UP police jindabad Yogi sarkar jindabad
Bhagodia ko maat bulaye ma'am
Bhadoriya ji aap ke kahne se kuch nahi hoga tum legal jhooth bol ke kuch nahi milega
Bhadauria is dwarf against Sudhanshuji whose knowledge supported by facts and figures is beyond comprehension of people Bhadauria.
झूठ की बुनियाद पर दीवार नहीं रुकती है भदोरिया भाई आप टीचर हैं कोई बात नहीं अच्छी बातनहीं है हम लोग भी पढ़े लिखे हैं अगर आप की तरह टीचर पढ़ाया होता तो आज हम भी जाहिल रह जाते
ये बात मुझे आज पता चली कि ये भी मुलायम की तरह टीचिंग के पेशे में है। अब विद्यार्थियों की किस्मत को क्या कहें।क्यों भला विद्यालय भी गुंडागूका ट्रेनिंग सेंटर बना सपा राज मे
What sort of Hindus's r these hypocrites who criticize their community n promote others community?
मेम आपसे एक रिक्वेस्ट हे सुधांशु जी बोल रहे होते हे जब दूसरे के माइक बंद कर दिया करे में एक कांग्रेसि था। पर जब भी सुधांशु सर बोलते हे में जाके फैक्ट चेक करता हूं जो वो बोलते हैं वहीं लिखा होता हे तो वो बोलते है तो दूसरे के माइक बंद कर दिया करे 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Sp कौंग्रेस se निकल nhi skte punavala ,,,😂😂😂
सुधांशु जी, है तो बंदर ही ये कहां समझे 😊
जलने वाले जलते रहेंगे ,असली सनातनी कुंभ स्नान करेंगे। योगी जी प्रतिज्ञा है कुंभ स्नान सफ़ल आयोजित हो
Only bjp
Mai prayagraj ki rahne wali hun 2013 me prayagraj junction station ko is Ajamkhan ne one way kar diya jiske karan ghatna hui shradhaluyon ko jan gawani padi is pap ka fal akhilesh yadav ko jarur milega
This Bhadoria is vulgar and misleading. Incorrigible.
In log ne ये जलील होने की शक्ति कहा से अर्जित की है 😂
हमे भी चाहिए😂😂
हरे तोते को देखो लाल हो गया है 😂😂😂
समाजवादी पार्टी के समय आजम खान को कुम्भ पर्व की जिम्मेदारी देना करोड़ों हिंदुओं का अपमान करना भर था जो कि अखिलेश जी ने जान बूझकर किया था जो कि गैर जरूरी था।
सुधांषु त्रिवेदी बोल रहे थे तो हरिया काका इतना बौखला क्यों रहा हैं लगता हैं हरिया काका वामपंथी और काग्रेंसी चापलूसो को समझ ही नही आ रहा केवल हज और रोजा इफ्तार के अलावा कुछ न देख सकते हैं और न समझ सकते हैं
Ram dev ji jerman ka bartan use yadi hoga chyavan prash banane me to ...taste kharab lagegi .....
टीपू कह रहा हैं कुंभ मे निमंत्रण नही दिया जाता तो रोजा इफ्तार भी सिर्फ रोजेदारो के लिए होता है न की दावत करने के लिए
VIRODHIYON KO SAPNE ME BHI MODI YOGI HI DIKHTE HAE 😂
Ye anurag ko samjha dijiye ki akhilesh ne Ajam ko 2013 me adhyaksh banaya 2013 ki mahakumbh me hinduyon ki bahut durdasha hui thi akhilesh yadav bahut bhogega
भाजपा सनातन के लिए काम कर रही है इसलिए क्रेडिट ले रही है आप भी सनातन का काम करोआप भी क्रेडिट ले सकते हो
Ye sab itihas sab galat hai। Sab बौद्धों ka tha।
Bhadoriya ke bhagoda kyon nahin karte aap
Ye Aklesh g lagta h foreign me bas canteen me hi chai samosa khate rahe h,class nahi gaye kabhi😂😂😂
एक नंबर के बेशरम है अनुराग और विवेक
Bhadauriya Ji ko Kuchh Samajh Mein Nahin aaega unko sikhao mat
समाजवादी नहींनमाज वादी😂😂😂😂
BJP ❤❤❤
Videshi Dna bhagao desh bachao aur desh ka culture bachao
Bhadoriya ji ke liye to bus bhains ke aage bin bajai .
Kashi re 300 Hindu residents par bhi kuch keh lo
Chunav Aane dijiye Sanatan virodhiyon ko FIR Rabba Rabba Har aaenge Jay Bheem
Inke wajah se Congress ka safaya sabhi jagah se ho raha hai
a common scenario where a student or TV debate participant avoids directly addressing the topic and instead tries to fit a memorized response into various situations. This can also be likened to how some debaters or speakers sidestep questions by inserting irrelevant but rehearsed narratives.
Technique Used: Repetition and Diversion
A student uses a pre-learned essay about a cow and applies it to unrelated topics, diverting the focus to what they already know instead of addressing the assigned topic.
The Scenario: In a primary school, students were tasked with writing essays on different topics. However, one clever (or perhaps lazy) student had only memorized an essay about a cow. To avoid failure, they creatively inserted the cow essay into every topic, as shown below:
Essay on Gandhi Ji:
• Start with a general statement: "Gandhi Ji is a great man."
• Transition to a completely unrelated anecdote: "Once upon a time, Gandhi Ji was speaking in a public gathering, and suddenly, a cow appeared."
• Continue with the cow essay: "The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong."
Result: Instead of describing Gandhi Ji's achievements or philosophy, the essay shifts focus entirely to the cow.
________________________________________
Essay on Cricket Match:
• Start with the context: "Once, a cricket match was being played."
• Divert to the cow story: "Suddenly, a cow came onto the field. The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong."
Result: The essay becomes about the cow, not cricket.
________________________________________
Essay on Diwali:
• Begin with the festival's setting: "During Diwali, we light diyas and celebrate with joy."
• Transition to the cow: "Suddenly, a cow appeared in our home. The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong."
Result: The essence of Diwali is overshadowed by the cow.
________________________________________
Essay on Republic Day (26 January):
• Start with the occasion: "On Republic Day, we hoist the flag in our school."
• Introduce the cow: "During the ceremony, a cow came to the ground. The cow has four legs, two eyes, two ears, and one tail. We call her 'Cow Mata.' She gives us milk, and with that milk, we grow strong."
Result: The focus shifts entirely to the cow again.
Samagbadi party always against Sanatani n Barat hence all Sanatani not to be casting votes to I.N.D.I alliance for save Sanatani n Barat
Joy Sri Ram
Is.agyani.bharbharia.anurag.ko.kyo..bulate.ho.
Navika je Anurag Bhadoria ko aaj ke Bad se kabhi bhi apne debet me nahi bulana karan ye debet se jayada jokarai karta hai
Bhai ye kab se sarkar ab mele Kara Rahi jalse bhi karayegi kya .har mazhab ke logon ke liye bhi dharmic kaam karayegi kya wahan bhi kharch karegi😂
2013 mai bahut paisa khaaye they sp neta log
Bhadoriya ka DNA hi kharab hai.
Iske pitaji bahut samajwadi the .
Samaj wade ke sab yadav ka DNA check hona chieya...mix.hoga pakka
Bhagodia jhukengaa nahi 😢
Totichor ko bhagao
हरे कुर्ता देखते ही पब्लिक आजकल चैनल बदल देती है और एक बार चैनल बदल गया तो उसे चैनल पर वापस आना लगभग नामुमकिन होता है सभी चैनल वालों से अनुरोध है कि हर कुर्ते से परहेज रखें और अपने चैनल को बचाने पर योगदान दें अन्यथा यह हरा कुर्ता आपका चैनल की टीआरपी यहां तक कि आपका चैनल भी लील जाएगा , अनुराग भदौरिया को सत सत नमन , अनुराग भूरिया के पास कोई लॉजिक नहीं होता बस चिल्लाना है तो चिल्लाना है यह एक रिकॉर्ड टेप रिकॉर्डर की तरह बजता है जो कोई भी टॉपिक हो उसमें एक ही सब्जेक्ट रहता है टॉपिक चाहे कोई हो ।
In dono partiyo ke baap ke paise se nahi ho raha hai
Bhadauria, have some respect for yourself. Each debate you expose not only yourself but also your Samajwadi party both of which are anti-Hindu. Bhadauria, stop interrupting.
Tahseen, please respect yourself. I don’t need to educate you for which I am not competent.
Trivedigieskutekomatgyndomaafiyakioladhespvalepapukokoigyanhenhidibetmatbulayakare😂😢
टीपू को निमंत्रण देने की जरूरत नहीं है...
Anurag laduria ko mute hi rehne Diya karo
Hindu ekta zindabaad no need of secular gang in Mahkumb
अनुराग को एक बार हज पर जाना चाहिए...
VIVEK OR JINPING KA EK VIDEO BANNI CHAHIYE 😂😂😂😂😂
Aap logon se gujarish hai ki Sanatan Dharm ke bare mein mat boliye Jo Ho Raha hai vah achcha ho raha hai rajniti mat kariye
S. P. Ke hare dukkar ko dekh itna gussa aata hai ki naa pucho
JANTA YOGI JI KO CREDIT DE RAHI OR YOGI G KI WAJAH SE
BJP KO CREDIT MIL RAHI 😅
कांग्रेस और अखिलेश भी वामपंथी विचारधारा के है
Sir itne knowledge wali baat na kariye anurag ji k samne 😂