संस्कृति की ध्वजा थामे आप जिस पथ चल रहे हैं, आपको सुन सुन ह्रदय में स्वप्न नित नव पल रहे हैं | आपकी वाणी से मिलता नित नया विश्वास है ,वाणी के विस्तार में सिमटा हुआ आकास है तड़प है स्वर में "मैं कैसे सत्य का चेहरा दिखाऊँ" कैसे मिथ्या जाल काटूँ झूठ पर पहरा लगाऊँ |
Respected Sir, I m your follower since 2018, I tried to lestiion every speech, via utube and decided to convey, our rural people through projecter every Gram Panchayat.
देश में हिन्दू संस्कृति समाप्त करने के लिए हिन्दू विरोधी और वेमान तथाकथित धर्मनिरपेक्षियों ने कयी रूप में मोर्चे खोलें है. हिन्दुओं को ऐशो आराम की जिंदगी के लिए बंगला गाड़ी चाहिए अपना धर्म और धर्मावलंबी जाये भाड़ में पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ जी आप शत प्रतिशत सही बातें लोगों के सामने रख रहे हैं. आपको शत् शत् नमन् .
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
पुष्पेन्द्र जी नमस्कार,, आप की बातें जो आज देश इतनी ध्यान से सुनता है उसके समझ में आता है,, वाकई हम लोगो को कैसे मूर्ख बनाया गया कि हम लोग आज तक सच्चाई जान नहीं सकें,, ऐसे हिन्दू योद्धा को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामना संदेश पहुंचे,,
पुष्पेंद्र भाई का मे सबसे पहले हार्दिक अभिनंदन करता हम हिंदू भाइयों के लिए बड़ी सौभाग्य की बात है आप जैसा भाई है हमारे पास लेकिन दुख की बात यह है आप जैसे महा पुरुष ओर विद्वान और राष्ट्रीय हित की बात सोच रखने वाले 700 साल पहले जन्मे होते तो और आप जैसे सोच विचार हर हिंदू भाई की होती तो तो दुनिया में सिर्फ सनातन ही रहता कोई और मजहब पैदा नहीं होता
आदरणीय बंधुवर पुष्पेंद्र जी सादर नमन।मुझे यह कहने में तनिक भी संदेह नहीं कि आपकी वाणी में मां सरस्वती का वास है जिसके हर शब्द में सत्य धर्म की गूंज है इसलिए आपके द्वारा कहा गया सच का हर शब्द झूठ को बाहर निकाल सीधे हृदय को बेध देता है। भारत को आप जैसे सत्यानवेषियों की सख़्त आवश्यकता है। जो देश को सही दिशा दे सकें। यानवेषी ईश्वर आप
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
मैने हमेशा आपके विचार सुने है .तन मन मे आग लग जाती है .लोग सच्चाई से कोसो दूर है .हमारे समाज जागृत करना पडेगा.एक होना पडेगा .सबसे पहिले माता और बहनो को जागृत करना पडेगा ताकी जो भी बच्चे पैदा होंगे उनके दिल मे बचपनसेही राष्ट्रप्रेम और स्वाभिमान की ज्योत जलाई जाऐगी .एक नए राष्ट्र की निर्माण की निव रखी जाऐगी .आपने जो काम शुरू किया है ये काम हमेशा करते रहे है ईश्वर आपको शक्ती दे.हम आपकी सच्चाई कि ज्योत लेके चलने की शुरवात करेंगे🙏🙏🙏
अंगातलं रक्त सळसळते आता या क्षणाला उठावे आणि ही कॉंग्रेस ची घान मुळापासून उपटून काढावी त्या वेश्या बाई ला गोळ्या घालाव्या असे वाटते सोनिया गांधी ला वेशेला आणि तिच्या औलादीला संपवावे असे वाटते
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
परम आदरणीय पुष्पेन्द्र जी सनातन हिन्दू राष्ट्रवाद की अमूल्य धरोहर हैं भारत सरकार द्वारा आप को जेड श्रेणी की सुरक्षा और राज्यसभा में सांसद बनाया जाना चाहिए
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
नमस्ते,पुष्पेन्द्र जी के कार्यक्रमों के स्थलों पर उनके द्वारा,बताई गई पुस्तकों के वक्री स्टॉल का प्रबन्ध किया वा कराया जाने हेतु निवेदन है,प्रचार और प्रसार में राष्ट्रवादियों की जानकारी में लाभ हो ,शुभ चिंतक जी
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
सन्माननीय. पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठजी.सा.प्रणाम. आपको परमेश्वर लंबी आयु.अच्छा आरोग्य.आनंदी जिवन दे.आपको सुनकर जिवन धन्य हुआ.सच्याई सुनकर रोंगटे खडे होते है.पर आपने लोगोमे चेतना जगानेका जो कार्य किया है.ईससे देश मे नयी ऊम्मिद जगी है. जय हिंद.
Rahul kameena speaks in international Areena .He uses the Opportunity to denigrate this nation I consider him by all standard not an Indian but a Pakistani/Chinese. This Gaddar the descendant of Nehru is unworthy of lending our ear.He spew only Venom against India when he gets an audiance. PakkandiMunafic.
श्री पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 15 फ़रवरी 2021 को जबलपुर आ रहे हैं। महाकौशल प्रांत के सभी प्रबुद्ध जनो से निवेदन है कि वे यथा संभव उपस्थित होकर विचारों को साझा करें।
Dear Sir आपको सुनकर देशके सनातनियों की आँखे खुल गयी । आपके श्री वचनों को सुनने वाला सनातनी आपके लिए भर-भर दुवाएँ मांग रहा है । आप भारत भूमि के लिए नवरत्न समान हैं, आप भारत भूमि के लिए कोहेनूर समान हैं, आप जैसे देश ,धर्म व राष्ट्र प्रेमी की इस देश को जरूरत है । ईश्वर आपको व आपके परिवार को आरोग्य व दीर्घायु प्रदान करें । आपको अनन्त अनन्त कोटि मंगलकामनाएँ ।
आज हमारे श्रीपुष्पेन्द्रजी के जैसा ब्यति्कत्वकी आवश्यकता है जो हमारे देशवासियों को राष्ट्र के सच्चाईयो से अवगत कराने हेतु किए गए प्रयासों का जीवन्त उदाहरण पेश करने की जरुरत है।
We salute to your Rashtriya speech.We request our God to give you long life with sound health. Har Har Mahadev Har Har Amarnath Jay Hind Jay Hind Jay Hind Jay Hind Vandematram Vandematram Bharat MataKi Jay Bharat MataKi Jay.
🙏🙏🙏 विश्व विजय संकल्प हमारा 🙏🇮🇳🙏🇮🇳 धन्यवाद आपका 🙏 भारत सरकार अयोध्या 🙏🇮🇳🙏🇮🇳 आदरणीय प्रधानमंत्री महोदय जी आपको शत् शत् नमन करते हैं 🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳 भारतीय मानव विधि विधान संहिता 🙏 भारतीय दानव विधि विधान संहिता 🙏 रामायण महाभारत युद्ध 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जन जन कल्याण समिति 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 सत्य सनातन 🙏 धर्म हिन्दू 🙏 कर्म गीता 🙏🙏🙏🙏 संसार संस्कृति सभ्यता और संस्कार है भारत सरकार अयोध्या 🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏
@Bala Sharma एक ही परिवार के सदस्यों मे, एक ही गौत्र के लोगों मे, एक ही माँ की संतानों में मतभेद होते हैं। इसी प्रकार बृहत समाज मे मतभेदों का होना अनहोनी नही,बल्की स्वाभाविक है और स्वस्थ समाज होने की निशानी भी है। लेकिन गुढ़ प्रश्न यह है कि आप उन लोगों , उनके दलो और अनुयायियो के बारे में क्या क्या धारणा रखते हैं जो अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाए रखने के लिए इन मतभेदों का राजनीतिकरण कर इसका उपयोग करते हैं ? यदी आप भी ऐसे दुष्टो के अनुयायियो मे से हैं जो ख़ुद को प्रभु श्री राम के भक्त तथा स्वामी विवेकआनंन्द के प्रशंसक होने के साथ ही अपने देशभक्त होने का भी प्रचार करते है और फिर कोई आपको दोगला कहे तो आश्चर्य न किजिएगा । दोगलो को क्रोद्धित होने का भी अधीकार नही है ।
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
करबद्ध निवेदन :आप हमेशा बहुत उम्दा जानकारी देते हैं ,कृपया शुरुआत बन्दे मातरम ,जयहिंद ,जयमाभारती ,जैसे पवित्र ,व उत्तम शब्दों से करने की कृपा करें . सादर प्रणाम ,आपको और आपके सभी सम्मानीय साथियों को .अग्रिम क्ष्म्मा की प्रत्यासा सहित .
@@mdshahnawaz2077 abe jhamru hamare dharm me janm ke kyo bhi brahaman nhi hota karm se hota he. Or tum kya samjho ke un gyani santo ki bat tum jo to apni mama ya bhuva ko nhi choda
पुष्पेन्द्र भाई आपकी उम्र लम्बी हो।मैं बचपन से ही एक शिक्षक के द्वारा काफी प्रभावित रहा हूँ।वे राष्ट्र वादी थे जो आजादी अपनी आँखों से देखा था।जब मैं समझने के काबिल हुआ तब वे दुनिया छोड कर चले गये।मैं जब कुछ जानने की कोशिश की पर बताने वाला कोई नहीं मिला ।मैं जिस क्षेत्र में अपना जीवन बिताया वह कामनिस्टों का गढ रहा पर मेरी विचारधारा राष्ट्रवादी बनी रही मैंने दो चार शांति प्रिय धर्म वालों से भी दोस्ती करके उसके मक्कारी को भी बडे नजदिक से देखा है।२०१६से आपके विचारो को सुना और १०० व्यक्ति को राष्ट्रवादी भी बनाया।जय श्री राम।।
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
करना दूध का दूध पानी का पानी ! पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ के जीवन के कर्मठ गौरव की कहानी! ऐसे लोग अपने लिए नहीं दुनिया के लिए जीते हैं ईश्वर आपको स्वस्थ रखें शतायु करें! ! दीक्षित
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
पुशपेन्दृ जी आप सोये हुए समाज को जगा कर राष्ट्र के लिए बहुत बडा काम कर रहे है आप इस देश के बदले अगर मेरा या हमारा देश कहें तो मन को और भी जागृत करेगा आपसे मिलने की बहुत इच्छा है
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
Sir aap he es desh ke Yuva Yuva ko jaga sakte hain, jen logon ne se desh ke sath gaddari ke oun ak parda fas kar skte ho sir ak or request hai ham v aap ki es muhem se judna chate hai jo yogdan ha de skte ham dena chate apne desh ke khater sir pls rply i am wating for rply jai hain jai bhrat
Sar aap Bharat Mata ke sacche sapoot sar Ham aapse bahut prabhavit Ham aapke bathaye Ve raste per raste per chalenge Bharat Man ke aanchal per Bharat Man ke aanchal per daag nahin lagne lagne lagne denge Jay I Jay Jay Hind
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
पुष्पेंद्र जी सादर प्रणाम आप जिस तरह आप और आपकी टीम अपनी जान को खतरे में डालकर हम सनातनियों को जगाने का प्रयत्न कर रहे हैं क्या कभी हम सनातनी आप का कर्ज उतार पाएंगे, धन्य हैं आप, आपका परिवार, आपकी टीम
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
Dear & Respected Sir Please accept my respectful namaskar. Kindly keep on speaking on the same issues as it is the only medicine by which the present youths India will be awakened. Again with loving namaskar.
WOW !!! Hi... हेलो संपूर्ण बिहार में श्री पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जैसे व्यक्तियों की जरूरत है बल्कि संपूर्ण भारत में श्री पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ व्यक्तियों की जरूरत है
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!!
सत्य वचन। हमे किताबे पढ़नी चाहिए ताकि हम सत्य पता चले। हम सुनी सुनाई बीन बजाते रहे और बेवकूफ बनते रहे। भारत के इतिहास के सच को दबाया गया जिसे राष्ट्र्वादी पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी जैसे निस्वार्थ भाव से हमारे साथ सांझा करते है। हमे भी ऐसे वीडियो आगे शेयर करते रहने चाहिए। जय हिंद 🚩🙏🇮🇳
अगर कांग्रेस की सरकार होती तो अब तक पुष्पेन्द्र भाई को सनसनीख़ेज़ तरीक़े से ग़ायब कर दिया होता जिसका किसी को पता नहीं चलता। परम पिता परमेश्वर उनकी रक्षकों और इनको विशेष शक्तियाँ प्रदान करे। मोदी जी इन्हें सुरक्षा प्रदान करे। और हमें सबको मिलकर ऐसे महान व्यक्ति की सुरक्षाकर्मी ही होगी।
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
Hamare Pushpendra Kulsresht Sir Ka Hum Ader Rakhta Hu inhone Desh Ka Sambodhan Sab Janta Ko Bataya Jantane Ye Sochna Ye Age Pidhiye Ke Liye Bahot Bahot Jaruri Hai ISalute For You Sir 🙏🇮🇳🙏🇮🇳
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
Namaskar Hai Apko Pushpendraji. . I am working towards letting our younger generation to know about all these true information 🙏🙏🙏
संस्कृति की ध्वजा थामे आप जिस पथ चल रहे हैं, आपको सुन सुन ह्रदय में स्वप्न नित नव पल रहे हैं |
आपकी वाणी से मिलता नित नया विश्वास है ,वाणी के विस्तार में सिमटा हुआ आकास है
तड़प है स्वर में "मैं कैसे सत्य का चेहरा दिखाऊँ"
कैसे मिथ्या जाल काटूँ झूठ पर पहरा लगाऊँ |
ĹLLLLLLLLLLLLLLLLLLLLL
Respected Sir, I m your follower since 2018, I tried to lestiion every speech, via utube and decided to convey, our rural people through projecter every Gram Panchayat.
Aap log pushperdra ji sport kriy. Meri umr lg jay. Jay hind.nmo modishaayo.
Yes Rajput jee, puspen jee ke speech ko bharat ke kone kone mein pohanchni chahiye
Jay shree Ram bapu
👏👏👏👏👏🙏🙏
Amazing work rajput sir, hats off to you....
I am verimuch inspired from श्री कुलश्रेष्ठ ji
देश में हिन्दू संस्कृति समाप्त करने के लिए हिन्दू विरोधी और वेमान तथाकथित धर्मनिरपेक्षियों ने कयी रूप में मोर्चे खोलें है. हिन्दुओं को ऐशो आराम की जिंदगी के लिए बंगला गाड़ी चाहिए अपना धर्म और धर्मावलंबी जाये भाड़ में पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ जी आप शत प्रतिशत सही बातें लोगों के सामने रख रहे हैं. आपको शत् शत् नमन् .
Sir mai bhi aapko bhula chahta hu
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
पुष्पेंद्र सर आपको तहे दिल से जय हिंद वंदे मातरम आप देश के लिए बहुत ही जरूरी हैं सरकार आप को भारत रत्न से
सावनकी इन घने बादलों में जितना पानी है उतना ही सप्रेम बनदना पुसपेनद्रजी को दिलसे समर्पण है।
Have a nice day sir...
पुष्पेन्द्र जी नमस्कार,,
आप की बातें जो आज देश इतनी ध्यान से सुनता है उसके समझ में आता है,, वाकई हम लोगो को कैसे मूर्ख बनाया गया कि हम लोग आज तक सच्चाई जान नहीं सकें,,
ऐसे हिन्दू योद्धा को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामना संदेश पहुंचे,,
पुष्पेंद्र भाई का मे सबसे पहले हार्दिक अभिनंदन करता हम हिंदू भाइयों के लिए बड़ी सौभाग्य की बात है आप जैसा भाई है हमारे पास लेकिन दुख की बात यह है आप जैसे महा पुरुष ओर विद्वान और राष्ट्रीय हित की बात सोच रखने वाले 700 साल पहले जन्मे होते तो और आप जैसे सोच विचार हर हिंदू भाई की होती तो तो दुनिया में सिर्फ सनातन ही रहता कोई और मजहब पैदा नहीं होता
❤
Bhai rajiv dixit
Bharat Mata ki Jay Bharat Mata ki Jay Bharat Mata ki Jay Bharat Mata ki Jay Bharat Mata ki Jay Bharat Mata ki Jay Bharat Mata ki Jay
Pushpendra ji aap aur aap ki team ko bahut bahut dhanyvad Salamat Rahe aap Yug Purush hai
अनंत कोटि प्रणाम प्रिय कुलश्रेष्ठ जी
धन्यवाद जय हिन्द पुष्पेन्द्र सहयोगी पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ जी🌺⛳🌺⛳🌺⛳🌺⛳
Aapko pranam hun.aap apna dhayn rakhiye. Aap hmare liye bhut kimti hain.Jay hind.nmo modishaayo.
आदरणीय बंधुवर पुष्पेंद्र जी सादर नमन।मुझे यह कहने में तनिक भी संदेह नहीं कि आपकी वाणी में मां सरस्वती का वास है जिसके हर शब्द में सत्य धर्म की गूंज है इसलिए आपके द्वारा कहा गया सच का हर शब्द झूठ को बाहर निकाल सीधे हृदय को बेध देता है। भारत को आप जैसे सत्यानवेषियों की सख़्त आवश्यकता है। जो देश को सही दिशा दे सकें।
यानवेषी ईश्वर आप
Mohan deshpremik sat sat naman a great personality you always blessed
सोए हुए हिंदू को जगाने के प्रयास करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, सर पुष्पेंद्र जी🙏
🙏🙏 Sir you are Great Hindu
Hindu gaddar jaichand kuch hai
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Kindly read everything from this site so that you will know hinduism is false -mobile.twitter.com/hinduismcritiq
🙏🙏🙏 सर मेरी पत्नी बोलीं की सर को कभी बिहार के मधुबनी में बुलाया जार क्योंकि वह आपके बाते बहुत सुनतीं हैं 🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏
0000000p]]p000
राम राम पुष्पेंद्र भाई मैं आपका स्वागत करता हूं और हार्दिक अभिनंदन करता हूं और आपने कहा है तो जरूर हम जागरूकता फैलाईगेऔर आपके साथ खड़े रहेंगे
जय हिंद वन्दे मात्रमः
भारतीय संस्कृति सभ्यता लाखों करोड़ों साल पुरानी है इस का उल्लेख व पत्थरों व गाथा में मिलता है
जय जय जय हो श्री सत्य सनातन धर्म की जय जय श्री राम पुष्पेंद्र जी को सत सत नमन
Well said Sir
Now we would rectify our past mistakes
I promise you Sir I will carry your goal of reinstate sanatan dharma
Vandemataram
Jai hind
राष्ट्र जागरण के लिए आपकी सेवा के लिए बहुत बहुत धन्यवाद 👍🙏
आप सर जी 200% सत्य कह रहे हैं दिल से बहुत बहुत धन्यवाद
भाई साहब, आपके उद्बोधन ने हमें परम सत्य से अवगत कराया, आपके उद्बोधन को सुनकर आत्मा गदगद हो गई।
आपको सादर प्रणाम 🙏
जय श्री राम
ÀÀaaaàa
🎉😂k😂😂❤❤❤
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
मैने हमेशा आपके विचार सुने है .तन मन मे आग लग जाती है .लोग सच्चाई से कोसो दूर है .हमारे समाज जागृत करना पडेगा.एक होना पडेगा .सबसे पहिले माता और बहनो को जागृत करना पडेगा ताकी जो भी बच्चे पैदा होंगे उनके दिल मे बचपनसेही राष्ट्रप्रेम और स्वाभिमान की ज्योत जलाई जाऐगी .एक नए राष्ट्र की निर्माण की निव रखी जाऐगी .आपने जो काम शुरू किया है ये काम हमेशा करते रहे है ईश्वर आपको शक्ती दे.हम आपकी सच्चाई कि ज्योत लेके चलने की शुरवात करेंगे🙏🙏🙏
अंगातलं रक्त सळसळते आता या क्षणाला उठावे आणि ही कॉंग्रेस ची घान मुळापासून उपटून काढावी त्या वेश्या बाई ला गोळ्या घालाव्या असे वाटते सोनिया गांधी ला वेशेला आणि तिच्या औलादीला संपवावे असे वाटते
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
God bless you❤
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
Laajawab hai AAP. Bhagwan aapko urja Pradhan kare taaki yeah kushush lokshya took pohunche. Jai Hind Jai bharat
परम आदरणीय पुष्पेन्द्र जी सनातन हिन्दू राष्ट्रवाद की अमूल्य धरोहर हैं भारत सरकार द्वारा आप को जेड श्रेणी की सुरक्षा और राज्यसभा में सांसद बनाया जाना चाहिए
OWAISI KA ENCOUNTER KAB ISKA HAAT KIS DANGE ME NAHI ISKO MODIGI NE KYU KHULA CHOR DIYA LOOT RAPE MURDER HAFTAWASOOLI KE LIYE
LLLLL\a1
Koi kattar hindu whatsapp group link bhejo
@@samaadahmedahmad3809 00p can
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
नमस्ते,पुष्पेन्द्र जी के कार्यक्रमों के स्थलों पर उनके द्वारा,बताई गई पुस्तकों के वक्री स्टॉल का प्रबन्ध किया वा कराया जाने हेतु निवेदन है,प्रचार और प्रसार में राष्ट्रवादियों की जानकारी में लाभ हो ,शुभ चिंतक जी
ईश्वर आपको दीर्घायु प्रदान करे l नमन है l साहब आपको
Aa
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
Sir Aap ki vajese ham sanataniyo ki aakh khuli he 🙏🙏🙏🙏
नतमस्तक हैं आपके ज्ञान के सामने🙏 देश को जागरूक करने का शुक्रिया👏video daalne ka shukriya
सन्माननीय. पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठजी.सा.प्रणाम.
आपको परमेश्वर लंबी आयु.अच्छा आरोग्य.आनंदी जिवन दे.आपको सुनकर जिवन धन्य हुआ.सच्याई सुनकर रोंगटे खडे होते है.पर आपने लोगोमे चेतना जगानेका जो कार्य किया है.ईससे देश मे नयी ऊम्मिद जगी है.
जय हिंद.
Rahul kameena speaks in international Areena .He uses the
Opportunity to denigrate this nation
I consider him by all standard not an
Indian but a Pakistani/Chinese.
This Gaddar the descendant of
Nehru is unworthy of lending our
ear.He spew only Venom against
India when he gets an audiance.
PakkandiMunafic.
श्री पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ 15 फ़रवरी 2021 को जबलपुर आ रहे हैं। महाकौशल प्रांत के सभी प्रबुद्ध जनो से निवेदन है कि वे यथा संभव उपस्थित होकर विचारों को साझा करें।
Dear Sir आपको सुनकर देशके सनातनियों की आँखे खुल गयी । आपके श्री वचनों को सुनने वाला सनातनी आपके लिए भर-भर दुवाएँ मांग रहा है । आप भारत भूमि के लिए नवरत्न समान हैं, आप भारत भूमि के लिए कोहेनूर समान हैं, आप जैसे देश ,धर्म व राष्ट्र प्रेमी की इस देश को जरूरत है । ईश्वर आपको व आपके परिवार को आरोग्य व दीर्घायु प्रदान करें । आपको अनन्त अनन्त कोटि मंगलकामनाएँ ।
आज हमारे श्रीपुष्पेन्द्रजी के जैसा ब्यति्कत्वकी आवश्यकता है जो हमारे देशवासियों को राष्ट्र के सच्चाईयो से अवगत कराने हेतु किए गए प्रयासों का जीवन्त उदाहरण पेश करने की जरुरत है।
Jay hind Bharat Mata ki jay
Excellent analysis pushpendar ji
सर, आपके हर प्रवचन दिलको झकझोर देनेवाले, जोश जगाने वाले और राष्ट्रीयता को उजागर करने वाले होते हैं.....आप देश की बड़ी सेवा कर रहे हैं.... धन्यवाद
pm00on9bh
ij jj0on9j9nn9n0bb99ib9. jjjj
We salute to your Rashtriya speech.We request our God to give you long life with sound health.
Har Har Mahadev Har Har Amarnath Jay Hind Jay Hind Jay Hind Jay Hind Vandematram Vandematram Bharat MataKi Jay Bharat MataKi Jay.
🙏🙏🙏 विश्व विजय संकल्प हमारा 🙏🇮🇳🙏🇮🇳 धन्यवाद आपका 🙏 भारत सरकार अयोध्या 🙏🇮🇳🙏🇮🇳 आदरणीय प्रधानमंत्री महोदय जी आपको शत् शत् नमन करते हैं 🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳 भारतीय मानव विधि विधान संहिता 🙏 भारतीय दानव विधि विधान संहिता 🙏 रामायण महाभारत युद्ध 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जन जन कल्याण समिति 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 सत्य सनातन 🙏 धर्म हिन्दू 🙏 कर्म गीता 🙏🙏🙏🙏 संसार संस्कृति सभ्यता और संस्कार है भारत सरकार अयोध्या 🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏
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जय हिन्द
जय श्री राम 🙏🙏🙏🙏
We are with truth modiji and BJP because they are doing selfless job for our India
Satyamev Jayate
@Bala Sharma एक ही परिवार के सदस्यों मे, एक ही गौत्र के लोगों मे, एक ही माँ की संतानों में मतभेद होते हैं।
इसी प्रकार बृहत समाज मे मतभेदों का होना अनहोनी नही,बल्की स्वाभाविक है और स्वस्थ समाज होने की निशानी भी है।
लेकिन गुढ़ प्रश्न यह है कि आप उन लोगों , उनके दलो और अनुयायियो के बारे में क्या क्या धारणा रखते हैं जो अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाए रखने के लिए इन मतभेदों का राजनीतिकरण कर इसका उपयोग करते हैं ?
यदी आप भी ऐसे दुष्टो के अनुयायियो मे से हैं जो ख़ुद को प्रभु श्री राम के भक्त तथा स्वामी विवेकआनंन्द के प्रशंसक होने के साथ ही अपने देशभक्त होने का भी प्रचार करते है और फिर कोई आपको दोगला कहे तो आश्चर्य न किजिएगा ।
दोगलो को क्रोद्धित होने का भी अधीकार नही है ।
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
करबद्ध निवेदन :आप हमेशा बहुत उम्दा जानकारी देते हैं ,कृपया शुरुआत बन्दे मातरम ,जयहिंद ,जयमाभारती ,जैसे पवित्र ,व उत्तम शब्दों से करने की कृपा करें . सादर प्रणाम ,आपको और आपके सभी सम्मानीय साथियों को .अग्रिम क्ष्म्मा की प्रत्यासा सहित .
महोदय, आपकी बातों का प्रभाव लोगों पर धीरे धीरे ही सही, लेकिन अवश्य पड़ रहा है। आप अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। देश को आपकी जररूरत है।
ji बिल्कुल साहब आपकी बात एक दम परफेक्ट
Ha bhai bil kul sahi kaha apne
@@kalyanchoudhary4502 right. Think
Hindu matlab brahmanon Ke Gulam brahmanon ki gulami karni hai to apne aap ko Hindu karo
@@mdshahnawaz2077 abe jhamru hamare dharm me janm ke kyo bhi brahaman nhi hota karm se hota he. Or tum kya samjho ke un gyani santo ki bat tum jo to apni mama ya bhuva ko nhi choda
अखंड भारत का सकंलप अवशय पुरा होगा। जय जय श्री राम।🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩
Pushpendraji a Great orator and motivator in Hindi after Atul Bihari Vajpayee ji . We are proud of you.
Dear sir, you are awakening Hindus who are in deep slumber I thanks you for great service you are rendering to nation God bless you
पुष्पेन्द्र भाई आपकी उम्र लम्बी हो।मैं बचपन से ही एक शिक्षक के द्वारा काफी प्रभावित रहा हूँ।वे राष्ट्र वादी थे जो आजादी अपनी आँखों से देखा था।जब मैं समझने के काबिल हुआ तब वे दुनिया छोड कर चले गये।मैं जब कुछ जानने की कोशिश की पर बताने वाला कोई नहीं मिला ।मैं जिस क्षेत्र में अपना जीवन बिताया वह कामनिस्टों का गढ रहा पर मेरी विचारधारा राष्ट्रवादी बनी रही मैंने दो चार शांति प्रिय धर्म वालों से भी दोस्ती करके उसके मक्कारी को भी बडे नजदिक से देखा है।२०१६से आपके विचारो को सुना और १०० व्यक्ति को राष्ट्रवादी भी बनाया।जय श्री राम।।
आप 100%सत्य कह रहे हैं।वन्देमातरम।
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
Great,,personality pushpendra ji.
करना दूध का दूध पानी का पानी !
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ के जीवन के कर्मठ गौरव की कहानी!
ऐसे लोग अपने लिए नहीं दुनिया के लिए जीते हैं ईश्वर आपको स्वस्थ रखें शतायु करें!
! दीक्षित
राष्ट्र भक्त आदरणीय आपको प्रणाम 🙏
Pushpender ji aap sachai baat rekho baki public dekhegi by elecation
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
Hats off to you sir, I am from Bengal(w),I salute you. Please come to our state(Bengal )and save my state.
😢 The condition of West bangal is very serious save hindu
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
I will try to deliver this speech in my coaching on 15th August
आपको कोटि कोटि नमन दिल से प्यार और दीर्घाऊ होने की कामना करता हूं, love u
We support the Great Satyawaadi Shri Pushpendra kulshresht 🌹🌹🌹🌹🌹🌹
पुष्पेंदर जी आप बार-बार नमस्कार जिंदाबाद इन सनातनी दोनों को सोए हुए को जगाया आपको कोटि कोटि वंदन शत-शत नमन जय हिंद जय श्री राम
पुशपेन्दृ जी आप सोये हुए समाज को जगा कर राष्ट्र के लिए बहुत बडा काम कर रहे है
आप इस देश के बदले अगर मेरा या हमारा देश कहें तो मन को और भी जागृत करेगा
आपसे मिलने की बहुत इच्छा है
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
सर आपको हृदय से नमन🙏🙏🙏
Puspendra ji Our Bhaarat needs desperately people like you
🙏🙏🙏
सोए हुए हिन्दुओं को जगाने का प्रयास जो आप कर रहे हैं उसके लिए हिन्दू समाज सदैव ऋणी रहेगा। जय श्रीराम जय हिन्द।
सर मेरी आपसे एक दरख़्वास्त है कि आप प्रथमत अपनें स्वास्थ्य का ध्यान भी रखे और हम केवल यूट्यूब पर ही नहीं बल्कि हर प्रकार से आपके अनुगामी है, और रहेंगे
Sir aap he es desh ke Yuva Yuva ko jaga sakte hain, jen logon ne se desh ke sath gaddari ke oun ak parda fas kar skte ho sir ak or request hai ham v aap ki es muhem se judna chate hai jo yogdan ha de skte ham dena chate apne desh ke khater sir pls rply i am wating for rply jai hain jai bhrat
@@GajendraSingh-ve7qx yes brother
Agreed
@@GajendraSingh-ve7qx oooooooooolllllllllllllllllllllloloooooooooooooooooooooooooooooool
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Every speech is too impressive
Sar aap Bharat Mata ke sacche sapoot sar Ham aapse bahut prabhavit Ham aapke bathaye Ve raste per raste per chalenge Bharat Man ke aanchal per Bharat Man ke aanchal per daag nahin lagne lagne lagne denge Jay I Jay Jay Hind
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
Apko sunke Dil khus ho jata hai .aur gyan v hame pura milta hai
Speechless talk. Jai Hind, Joy Ho.
पुस्पेंद्र माने फूलों का राजा
Kul श्रेष्ठ माने कुल का महान
जेसा नाम है वेसा काम
इस आदमी से महान कोई हो नही सकता है
पर्सनल मेरे लिए तो ये भगवान है
nice
O
Me lko se hu aap ko sunti hu
@@bajrangdas37 0
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Excellent speech, feel proud, Jai hind
Your thoughts and expressions are incomparable. U R simply great
Thanks sir for sharing valuable information n support you sir
Eye opening speech
You have so much knowledge. Salute to you
पुष्पेंद्र जी सादर प्रणाम
आप जिस तरह आप और आपकी टीम अपनी जान को खतरे में डालकर हम सनातनियों को जगाने का प्रयत्न कर रहे हैं क्या कभी हम सनातनी आप का कर्ज उतार
पाएंगे, धन्य हैं आप, आपका परिवार, आपकी टीम
pawan kumar ham app k saat haa hamesa ke leya
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!
सरजी ..... हमे आप पर बहोतही गर्व है । आप जैसा वक्ता कभी नही देखा ।
Dear & Respected Sir
Please accept my respectful namaskar. Kindly keep on speaking on the same issues as it is the only medicine by which the present youths India will be awakened. Again with loving namaskar.
U r really serving our country💓respect to u👍
जय हिन्द वन्दे मातरम्
बेहोश सनातनी हिंदू धर्म को जागरूक करने के लिए अभिनन्दन और नमन! 🙏
Thank you very much sir ji for awakening speech 🙏
Jai Hind Jai Bharat
मूर्ति पूजा एक लक्ष्य आस्था है विश्वास आखिरी मंजिल तक पहुंचने का रास्ता है
WOW !!! Hi...
हेलो संपूर्ण बिहार में श्री पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जैसे व्यक्तियों की जरूरत है बल्कि संपूर्ण भारत में श्री पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ व्यक्तियों की जरूरत है
દકતગકજગ
Hy 1 g45439??💬📹🖨🕭🕭🕭🕭🕭🕭🕭🕭🎚🕭🕭🕭🕭🎚
th-cam.com/video/gkXikSU-vCo/w-d-xo.html
Hats off to you Sirji. Pl let's start the movement under your leadership to protect our country.
Very inspired by you . listening all your speeches
देश को जगाने के लिए पुष्पेंद्र जी के शब्दों का विचारों के रूप में सुनना सुनाना अधिक आवश्यक है। हम उन्हें सदा सुनते रहना चाहतें हैं।
Adbhut, avishwasniy, akalpaniy knowledge...
Sir AAP KO to filal mukhya mantri banana chahiye
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
पुष्पेंद्र जी आपको मेरी उम्र भी लग जाए
आज भारत के मध्य और आधुनिक इतिहास को पुनः एक बार नए सिरे से लिखने की आवश्यकता हो गयी है, जिसमें सत्य घटनाओं को ही आधार बनाया जाए।
Great speech....Bharat ko jagane ki sewa kar rahe h...Har ek Bharatiy ko janana chahiye...
I m feeling blessed to listen to you guys,,,I m crying right now
We are all in this together dude... buckle up...tough times ahead...
Proud sanatani....
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!!
@justiceforjust833 तेरी आईडी से ही पता चल गया कि तू कितना दोगला, मक्कार और गद्दार होगा। जाहिल असमानी किताब के जाहिल गटरछाप।
There are many people's who are Pride of India he also one ❤️👍🙏he speaks the truth 🙏
सत्य वचन। हमे किताबे पढ़नी चाहिए ताकि हम सत्य पता चले। हम सुनी सुनाई बीन बजाते रहे और बेवकूफ बनते रहे। भारत के इतिहास के सच को दबाया गया जिसे राष्ट्र्वादी पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी जैसे निस्वार्थ भाव से हमारे साथ सांझा करते है। हमे भी ऐसे वीडियो आगे शेयर करते रहने चाहिए। जय हिंद 🚩🙏🇮🇳
God bless our country with many more like you sir jai hind
अगर कांग्रेस की सरकार होती तो अब तक पुष्पेन्द्र भाई को सनसनीख़ेज़ तरीक़े से ग़ायब कर दिया होता जिसका किसी को पता नहीं चलता।
परम पिता परमेश्वर उनकी रक्षकों और इनको विशेष शक्तियाँ प्रदान करे। मोदी जी इन्हें सुरक्षा प्रदान करे। और हमें सबको मिलकर ऐसे महान व्यक्ति की सुरक्षाकर्मी ही होगी।
Sahi bat he congres ne subhachandra bose ko bhi gayab karavaya he gandhi parivar ki history kali he
आप जैसे राष्ट्र प्रेमी और अपने धर्म और संस्कृति के रक्षक हो तो उन्हें कभी कुछ नहीं होगा
Bhagwan aapki raksha kre
मोदी जी पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ को सुरक्षा प्रदान करें
Modi ji pe sab kyo chhod dete ho yar sab kuchh Wahi karega kya ....hamko apne se v kuchh karna hai bas sath dete jao.. puspendra g ko kuchh ni hoga
सनातन हिन्दू धर्म में पत्थरों का ढेर में आप जैसे हिरे है
भाग्यशाली है भारत के हिन्दू समाज इतनी जानकारी दी है
Jay hind sir, ap jaise logon ko mera sat 2 naman
Jay hind sir jay Bjp jay modi 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️❤️❤️❤️❤️
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
Hamare Pushpendra Kulsresht Sir Ka Hum Ader Rakhta Hu inhone Desh Ka Sambodhan Sab Janta Ko Bataya Jantane Ye Sochna Ye Age Pidhiye Ke Liye Bahot Bahot Jaruri Hai ISalute For You Sir 🙏🇮🇳🙏🇮🇳
Jai hind sir ,,u seems like the voice of Krishna whos opening Hindus eyes 🙏💐
मुझे भी पहले सेकुलर का किड़ा काटा हुआ था जब से मेने आपको सुना तब से अकल ठिकाने आ गई मे अब प्योर सनातनी हु अब👏👏👏👏👏🚩🚩🚩आपको कोटि कोटि धन्यवाद
....... ग्रेट लीडर.....................
💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥
हां भाई
बहोत बहोत जानकारी दी हम्हारे आखे खोले बहोत बहोत धन्यवाद
जाति "जन्मना" होती है यह ब्राह्मणी धर्म के काल्पनिक कथा कहानियों से आता है और इस पा-खंडी धर्म का आधार है यानी ब्राह्मण का पुत्र ब्राह्मण ही होगा... और शूद्र का पुत्र शूद्र ही रहेगा, स्त्री किसी भी वर्ण की हो हमेशा शूद्र ही रहेगी और ताड़ना यानी जैसे ढोल और पशु को पीटा जाता है वैसे ही पीटे जाने की अधिकारी होती है, स्त्री और शूद्र को पढ़ने लिखने और सम्पति रखने का कोई अधिकार नहीं है बल्कि ब्राह्मण की संपत्ति हैं, यह रामायण के वचन हैं मनु का विधान है... ब्राह्मण धर्म की गन्दगी ऊँच नीच और असमानता को छुपाने के लिए अंग्रेजों मुगलों पर दोष मढ़ा जाता है.. ब्राह्मण धर्म की इसी गन्दगी की वजह से लोगों ने इस्लाम ईसाई सिख और बौद्ध धर्म अपना लिया... ब्राह्मण अपने आर-एस-एस गैं-ग के आ-तं-क से ब्राह्मण धर्म छोड़ कर जा चुके लोगों को अपनी गन्दगी में दोबारा खींचना चाहता है यानी सत्ता के लिए घर वापसी करवाना चाहता है जो अब संभव नहीं है कोशिश की तो पाकिस्तान और बांग्लादेश बन चुके है.. आर-एसएस गैं.ग फिर कोशिश 'हिन्दू राष्ट्र' के नाम पर कर रहा है तो भारत फिर से टूट के कगार पर है यानी खालिस्तान और ईसाइस्तान के नाम पर और नए देश बनेंगे... पेरियार के मानने वाले भी अलग हो सकते है, लिंगायतस्तान और वोकालिंगास्तान अलग हो सकते हैं, आदिवासियों के अपने धर्म और संस्कृतिया हैं, इसी तरहा और भी छोटे राज्य नए देश बन सकते है... यानी ब्राह्मणी धर्म जनता और देश को तोड़ता है, जोड़ता नहीं..... इस धर्म से छुटकारा ही भारत को बचा सकता है!!!!!!
गर्व है आप पर हमें पुष्पेन्द्र जी।
पुष्पेंद्र भैया जी जी आप जीयो हज़ारों साल ओर साल के दिन हो पचास हज़ार आप स्वस्थ रहें प्रसन्न रहे ओर दीर्घायु प्राप्त हो 🌹❤️🪷🇮🇳🙏🙏🙏🙏🙏