निर्गुण ब्रह्म सगुण बन आए NIRGUN BRAHM SAGUN BAN AYE
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- เผยแพร่เมื่อ 30 ก.ย. 2024
- हम सभी की, अनेक जन्मों की प्यास को बुझाने, हमारी करुण पुकार सुनकर, आज जन्माष्टमी के दिन हमारे गुरु महाराज, परम पूज्य श्री कृष्णकांत जी महाराज हमारे कल्याण के लिए, अवतरित हुए। इस अवतरण दिवस पर, उनके श्री चरणों में कोटि कोटि कोटि नमन, इन भावों के साथ आत्मबोध "निर्गुण ब्रह्म सगुण बन आए " स्तुति प्रस्तुत करता है । इस गीत को लिखा है श्री एम पी शर्मजी और स्वर दिया है श्री कमाल शर्मजी ने |
(हे प्रभु परमपिता परमात्मन गुरु भगवन) आपके श्री चरणों में बारम्बार कोटि -कोटि प्रणाम (प्रभु)🙏🙏
श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
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मेरे राम आप के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🌹🌹💐💐
Saadar Savinay Dandvat Naman 🙇♀️🙏🌹
नमन स्वीकार करो