कल राजकमल प्रकाशन के आफिस गए थे काफ़्का आदि की पुस्तकें खोजने, किताबें पुनः शायद छप रहीं हैं। तब शायद लगा कि इन्हें पढ़ना कम या बंद हो गया है। आपने जो गड़े मुर्दे उखाड़े हैं और अच्छे साहित्य को हम तक पहुंचाया है उसके लिए बहुत बहुत आभार..
Sabse pehle Rumi par is kahani ke liye bahut bahut shukriya. "Tu jisey dhoond raha hai, wo bahar nahi tere andar hai, kyoki wo bhi tujhe dhoond raha hai, jo tere andar basa hua hai.." Prem ke liye "main" ka tyaag karna, ye sab aalokik baatein Rumi ne bahut saral tareeke se apni kritiyon mein likhi hain. Bahut bahut sundar se samjhaya aapne❤️ Rumi ko apnana bahut zaroori hai aaj ke liye. 🙏 Waiting for Monday's video.
आप के एक एपिसोड में एक विषय पर वो सब जानकारियां मिल जाती हैं जिन्हें हम बहुत सारी किताबें पढ़ कर नहीं हासिल कर पाते. आप की मेहनत हर एपिसोड में नज़र आती है. आप जिस विषय पर बात करते हैं उस पर आप का अधिकार प्रतीत होता है और इस से अंदाजा होता है आप कितनी लगन से अपने नोट्स बनाते हैं. आप का प्रस्तुतीकरण भी लाजवाब है. इन्तहाई मोअस्सिर... बेहद शुक्रिया
Geet Chaturvedi sir aapko school ki kitabo me padha tha lekin aaj yaha dekh kar bhot khushiiee hui aur me bhot khush hu ki aap Dostoevsky, rumi, kafka aur Nietzsche in sab ke baare me youth ko bata rhe!💓 Aapki aawaz me sukooon he!
Khojat khojat thakiya ant kha bechoon (niraakar) Ye Allah kabir 1398 me aaya Kashi nagar 😮😮 Samastarbez k roop me Maulana roomi ko mile the 😢😢 Mujhe Allah mil gaya finally 😊😊😊😊😊 Ab samajh aaya Allah kaun hai 😢😢 Allah Kabir ye Kashi wala hai jo kavi sant sirf jante hai Ye Allah kabir hai 😢al khidra Hum hi Alakh Allah hai Qutub Gosh and peer gareeb das Khalik Dhani Humra Naam Kabir Mai bhut khus hu Allah kabir mil gaya Yhi samastarbej hai yhi Allah kabir hai 1398 me aya Kamal k phool pe prakat hua Ye saakar hai allah Satlok me rahta hai 1 rom ka prakash shankho suryo moon se bhi jyada hai 😮😮 Allah Kabir Allah kabir Khalak Adam srijiya wo Alam bda kabir Na mera janm na garbh basera balak ban dikhlaya Kashi nagar jal Kamal pe dera jha julahe ne paaya
Arey Allah kabir ji inko mile the 😮😮😮😮 Ye Allah kabir 1398 me aaya Kashi nagar 😮😮 Samastarbez k roop me Maulana roomi ko mile the 😢😢 Mujhe Allah mil gaya finally 😊😊😊😊😊 Ab samajh aaya Allah kaun hai 😢😢 Allah Kabir ye Kashi wala hai jo kavi sant sirf jante hai Ye Allah kabir hai 😢al khidra Hum hi Alakh Allah hai Qutub Gosh and peer gareeb das Khalik Dhani Humra Naam Kabir Mai bhut khus hu Allah kabir mil gaya Yhi samastarbej hai yhi Allah kabir hai 1398 me aya Kamal k phool pe prakat hua Ye saakar hai allah Satlok me rahta hai 1 rom ka prakash shankho suryo moon se bhi jyada hai 😮😮 Allah Kabir Allah kabir Khalak Adam srijiya wo Alam bda kabir Na mera janm na garbh basera balak ban dikhlaya Kashi nagar jal Kamal pe dera jha julahe ne paaya
आदरणीय दादू साहेब जी जब सात वर्ष के बालक थे तब पूर्ण परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले तथा सत्यलोक लेकर गए। तीन दिन तक दादू जी बेहोश रहे। होश में आने के पश्चात् परमेश्वर की महिमा की आँखों देखी बहुत-सी अमृतवाणी उच्चारण की: जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार। दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सृजन हार।। दादू साहेब जी ■ मूलक दास जी 42 वर्ष की आयु में श्री मलूक दास साहेब जी को पूर्ण परमात्मा मिले तथा दो दिन तक श्री मलूक दास जी अचेत रहे। फिर निम्न वाणी उच्चारण की: जपो रे मन सतगुरु नाम कबीर।। जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर। मूलक दास जी ■ गरीब दास जी आदरणीय गरीबदास साहेब जी का आर्विभाव (जन्म) सन् 1717 में हुआ तथा साहेब कबीर जी के दर्शन दस वर्ष की आयु में सन् 1727 में नला नामक खेत में हुए तथा सतलोक वास सन् 1778 में हुआ। आदरणीय गरीबदास साहेब जी को भी परमात्मा कबीर साहेब जी सशरीर जिंदा रूप में मिले। आदरणीय गरीबदास साहेब जी अपने नला नामक खेतों में अन्य साथी ग्वालों के साथ गाय चरा रहे थे। जो खेत कबलाना गाँव की सीमा से सटा है। ग्वालों ने जिन्दा महात्मा के रूप में प्रकट कबीर परमेश्वर से आग्रह किया कि आप खाना नहीं खाते हो तो दूध ग्रहण करो क्योंकि परमात्मा ने कहा था कि मैं अपने सतलोक गाँव से खाना खाकर आया हूँ। तब परमेश्वर कबीर जी ने कहा कि मैं कुँआरी गाय का दूध पीता हूँ। ■ कुँआरी गाय का दूध किस किस को मिले कबीर परमेश्वर: बालक गरीबदास जी ने एक कुँआरी गाय को परमेश्वर कबीर जी के पास लाकर कहा कि बाबा जी यह बिना ब्याई (कुँआरी) गाय कैसे दूध दे सकती है ? तब कविर्देव (कबीर परमेश्वर) ने कुँआरी गाय अर्थात् बच्छिया की कमर पर हाथ रखा, अपने आप कुँआरी गाय (अध्नया धेनु) के थनों से दूध निकलने लगा। पात्र भरने पर रूक गया। वह दूध परमेश्वर कबीर जी ने पीया तथा प्रसाद रूप में कुछ अपने बच्चे गरीब दास जी को पिलाया तथा सतलोक के दर्शन कराये। सतलोक में अपने दो रूप दिखाकर फिर जिंदा वाले रूप में कुल मालिक रूप में सिंहासन पर विराजमान हो गए तथा कहा कि मैं ही 120 वर्ष तक काशी में धाणक (जुलाहा) रूप में रहकर आया हूँ। हज़रत मुहम्मद जी को भी मिले कबीर पमेश्वर मैं पहले भी हज़रत मुहम्मद जी को भी मिला था। पवित्र कुरान शरीफ में जो कबीरा, कबीरन्, खबीरा, खबीरन्, अल्लाहु अक्बर आदि शब्द हैं वे मेरा ही बोध कराते हैं तथा मैं ही श्री नानक जी को बेई नदी पर जिंदा महात्मा के रूप में ही मिला था {मुस्लमानों में जिंदा महात्मा होते हैं, वे काला चैगा (ओवर कोट जैसा) घुटनों से नीचे तक तथा सिर पर चोटे वाला काला टोप पहनते हैं} तथा मैं ही बलख शहर में नरेश श्री अब्राहीम सुलतान अधम जी तथा श्री दादू जी को मिला था तथा चारों पवित्र वेदों में जो कविर अग्नि, कविर्देव (कविरंघारिः) आदि नाम हैं वह मेरा ही बोध है। ‘कबीर बेद हमारा भेद है, मैं मिलु बेदों से नांही। जौन बेद से मैं मिलूं, वो बेद जानते नांही।। मैं ही वेदों से पहले भी सतलोक में विराजमान था परमेश्वर कबीर ही सतलोक से जिन्दा महात्मा के रूप में आकर मुझे अजब नगर (अद्धभुत नगर सतलोक) में लेकर गए। जहाँ पर आनन्द ही आनन्द है, कोई चिन्ता नहीं, जन्म-मृत्यु, अन्य प्राणियों के शरीर में कष्ट आदि का शोक नहीं है। किस किस को मिले कबीर परमेश्वर: इसी काशी में धाणक रूप में आए सतपुरुष ने भिन्न-भिन्न समय में प्रकट होकर आदरणीय श्री अब्राहीम सुल्तान अधम साहेब जी तथा आदरणीय दादू साहेब जी व आदरणीय नानक साहेब जी को भी सतनाम देकर पार किया। वही कविर्देव जिसके एक रोम कूप में करोड़ों सूर्यों जैसा प्रकाश है तथा मानव सदृश है, अति तेजोमय अपने वास्तविक शरीर के ऊपर हल्के तेजपुंज का चोला (भद्रा वस्त्र अर्थात् तेजपुंज का शरीर) डाल कर हमें मृत्यु लोक (मनुष्य लोक) में मिलता है क्योंकि उस परमेश्वर के वास्तविक स्वरूप के प्रकाश को चर्म दृष्टि सहन नहीं कर सकती। आदरणीय गरीब दास साहेब जी ने अपनी अमृतवाणी में कहा है: ‘सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नुँ‘‘
आप विद्वान हैं... आप जो बोलते हैं वो इतना आसान नहीं है कि उसे बिना समझे ही आगे बढ़ जाया जाये.. मेरा सुझाव है कि आप सारे शब्दों जा उच्चारण बहुत साफ और समझने योग्य रक्खें. जब कोई शब्द समझने के लिए दो तीन बार सुनना पडता है तो सब्जेक्ट का समझना छूट जाता है... उम्मीद है कि आप मेरी परेशानी को समझेंगे... धन्यावाद
कल राजकमल प्रकाशन के आफिस गए थे काफ़्का आदि की पुस्तकें खोजने, किताबें पुनः शायद छप रहीं हैं। तब शायद लगा कि इन्हें पढ़ना कम या बंद हो गया है। आपने जो गड़े मुर्दे उखाड़े हैं और अच्छे साहित्य को हम तक पहुंचाया है उसके लिए बहुत बहुत आभार..
Gale murdey ukhaadne se hi sabhyataa ki pehchaan hoti hai :)👍
आपके विचारों से पूर्ण सहमति जाता हूं। वास्तव में यह गड़े मुर्दे नहीं है बल्कि आत्मिक उन्नति के मजबूत बीज शब्द है।
Sabse pehle Rumi par is kahani ke liye bahut bahut shukriya. "Tu jisey dhoond raha hai, wo bahar nahi tere andar hai, kyoki wo bhi tujhe dhoond raha hai, jo tere andar basa hua hai.." Prem ke liye "main" ka tyaag karna, ye sab aalokik baatein Rumi ne bahut saral tareeke se apni kritiyon mein likhi hain. Bahut bahut sundar se samjhaya aapne❤️
Rumi ko apnana bahut zaroori hai aaj ke liye. 🙏 Waiting for Monday's video.
आप के एक एपिसोड में एक विषय पर वो सब जानकारियां मिल जाती हैं जिन्हें हम बहुत सारी किताबें पढ़ कर नहीं हासिल कर पाते. आप की मेहनत हर एपिसोड में नज़र आती है. आप जिस विषय पर बात करते हैं उस पर आप का अधिकार प्रतीत होता है और इस से अंदाजा होता है आप कितनी लगन से अपने नोट्स बनाते हैं. आप का प्रस्तुतीकरण भी लाजवाब है.
इन्तहाई मोअस्सिर... बेहद शुक्रिया
आपका अन्दाज ए बयान बहुत अच्छा है। जो जानकारी आप दे रहे हैं वह बहुत क़ीमती है ।
बहुत सुंदर, धन्यवाद
yaha se bht door galat aur sahi ke paar ek maidan waha milonga tujhe..............what a
word rumi the great
धन्यवाद रूमी को इस तरह हमारे सामने रखने के लिए।
कितने खुशकिस्मत हैं,हम लोग की आप 2020 में ही सक्रिय हुए यूट्यूब पर
बस इतना कहूँगा कि और लफ्ज़ नहीं है मेरे पास की मैं आपका धन्यवाद कर सकूं।
Many million likes.
Satya kahaa. Allaaha jise chaahe use Baaki rakhe.
लाजवाब हैं आप चतुर्वेदी जी। आपका लहज़ा आपका ज्ञान आपका रिसर्च वाह वाह।
सुजीत कुमार मिश्र
सचिव
भारत निर्वाचन आयोग
शानदार।
the knowledge of Spirituality of rumi and your voice is greate thanks
Bahut sundar ❤❤
Great Guru Geet Chaturvedi ji❤️
Bhut hi khubsurat hhhh
Very very thank you sir 💐♥️
Thank u for this video...itne time baad pta chla ki rumi kon the🙏🙏❤️❤️
बहुत बहुत शुक्रिया सर.. बहुत कुछ सिखाने के लिए रूमी और सूफ़ीवाद..
फ़ना और बका ♥♥
Love 🌺Rumi🌺
I love shaims tabrazi inko aur rumi ko padne k baad mera jiven baldal gaya 🙏🙏🙏🙏
Superb clarification on Rumi by Dr. Geet Chaturvedi 👌
जिस तरह से समझाया उसके लिए धन्यवाद
ईरान के कवि खलील जिब्रान के बारे में भी ऐसे ही प्रकाश डालने कि कृपा करें।
संयोग से आपका चैनल मिल ही गया, बहुत खुशी हुई जुड़कर।
मेरे मन को अच्छा लगने वाला साहित्य मिल गया धन्यवाद सर
बहुत अच्छे से समझाया ।
बधाई
I call Rumi as Dada Rumi/Grand Father His quotes changed my life which are true
ROOMI OR SHAMS GAY THE ISLIYE ROOMI K BETE N APNI MAA KA DUKH DEKHKE SHAMS KA KATL KIA
Wonderful narration of fana, bakha.
I am very big fan of RUMI SAHAAB
Simply beyond words! Got mesmerized! Superb! My highest gratitude.
शानदार ....
🙏🙏thanku sir Bhot Acche se clear krne k lia
आपका प्रस्तुतिकरण गजब है ❤
शुक्रिया,, आपको सुनना अच्छा लगने लगा हैं
Bahut hi shandar jankari sunkar bahut achcha Laga
Vry nice ,the way you explain
Excellent sir 🙏🙏🙏
बहुत बढ़िया प्रस्तुति सर, धन्यवाद
Amazingly explained sir....with lots of love u hv done this work...salute & thanks alot sir....🙏
Sir I become your fan l. You have an excellent way of narration. I am impressed with your knowledge. Keep it up.
अति सुन्दर प्रस्तुति।धन्यवाद गीत जी।आप "यथा नाम तथा गुण हैं।"
Brilliant narration...
Keep uploading such videos sir...
We need people like you on TH-cam...
❤️
Haa aur isliye yahan fir se aa gya
Geet Chaturvedi sir aapko school ki kitabo me padha tha lekin aaj yaha dekh kar bhot khushiiee hui aur me bhot khush hu ki aap Dostoevsky, rumi, kafka aur Nietzsche in sab ke baare me youth ko bata rhe!💓 Aapki aawaz me sukooon he!
Excellent Admirable, Explanation & Analysis!
आपके इस प्रयास से बहुत कुछ जानने को मिलता है। 🙏🙏
Excellent
Nice bhai..
Aap ki awaaz bhi bahut tasalli deti hai... Janab🙏🏻🙏🏻
बहुत् बढ़िया वर्णन करते है आप 🙏
अद्भुत!
Bahut vadiya mere friend ,,you are the great teller ,,,by God I impressed within 1 hour ,,,,,
बहुत ही ज्यादा सुन्दर
शुक्रिया जी
बेहतरीन प्रदर्शन👌👌👌👌
हर विडिओ के बाद सोचती हुं के कौन से शब्दों का प्रयोग किया जाए जो, आप की प्रशंसा के लिए सही हो ❤❤❤
❤❤❤❤❤👌👌👌🙏🙏🙏🙏🙏
شاندار
شکریہ جناب
سلام و رحمت وبرکت
ڈاکٹر اقبال انصاری
Khojat khojat thakiya ant kha bechoon (niraakar)
Ye Allah kabir 1398 me aaya Kashi nagar 😮😮
Samastarbez k roop me Maulana roomi ko mile the 😢😢
Mujhe Allah mil gaya finally 😊😊😊😊😊
Ab samajh aaya Allah kaun hai 😢😢
Allah Kabir ye Kashi wala hai jo kavi sant sirf jante hai
Ye Allah kabir hai 😢al khidra
Hum hi Alakh Allah hai Qutub Gosh and peer gareeb das Khalik Dhani Humra Naam Kabir
Mai bhut khus hu Allah kabir mil gaya
Yhi samastarbej hai yhi Allah kabir hai 1398 me aya Kamal k phool pe prakat hua
Ye saakar hai allah Satlok me rahta hai 1 rom ka prakash shankho suryo moon se bhi jyada hai 😮😮
Allah Kabir Allah kabir
Khalak Adam srijiya wo Alam bda kabir
Na mera janm na garbh basera balak ban dikhlaya Kashi nagar jal Kamal pe dera jha julahe ne paaya
i am blessed to listen this .I dont have words to thank you...
Badhia Geet ji...ye doosra prakhar swaroop hai aapka par khandit nahi.
You’re brilliant, Geet Chaturvedi!❤❤❤
Wah Bohut Khoob
ग़ज़ब की प्रस्तुति 🙏🤗
Bahot khubsurat
Kya baat hai.. kya baat hai..
Sir aap ka bahut dhanvad ji ❤
Zindgi amad baraye bandgi,
Zindgi be bandgi sharmindgi
Rumi
अध्यात्म की गहराइयों को बड़े सुंदर ढंग से दर्शाया गया है
Wow you told a great story sir
Muje pata hi nahi tha Rumi is great n you told it fantastic
Thanks!
Beautiful voice and nice expressions
😊😊😊😊😊😊❤
🙏💐🌹💐🙏
Good 4 vedi ji,,,
sir,keep it up.
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻😇😇😇❤️❤️❤️❤️❤️🙏🏻
Kya baat hai sir ❤
Splendid ❤
❤बहुत-बहुत आभार 17:22
Excellent sharing of Rumi,do favour for Gibran ,habba khatun
Waah, bahut sundar, dhanyawad. Rumi ,Kabeer ko Kaun bhool sakta hai,, aap bahut achha vishlashan karte hain,,dhanyawad.
Arey Allah kabir ji inko mile the 😮😮😮😮
Ye Allah kabir 1398 me aaya Kashi nagar 😮😮
Samastarbez k roop me Maulana roomi ko mile the 😢😢
Mujhe Allah mil gaya finally 😊😊😊😊😊
Ab samajh aaya Allah kaun hai 😢😢
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Ye Allah kabir hai 😢al khidra
Hum hi Alakh Allah hai Qutub Gosh and peer gareeb das Khalik Dhani Humra Naam Kabir
Mai bhut khus hu Allah kabir mil gaya
Yhi samastarbej hai yhi Allah kabir hai 1398 me aya Kamal k phool pe prakat hua
Ye saakar hai allah Satlok me rahta hai 1 rom ka prakash shankho suryo moon se bhi jyada hai 😮😮
Allah Kabir Allah kabir
Khalak Adam srijiya wo Alam bda kabir
Na mera janm na garbh basera balak ban dikhlaya Kashi nagar jal Kamal pe dera jha julahe ne paaya
आदरणीय दादू साहेब जी जब सात वर्ष के बालक थे तब पूर्ण परमात्मा जिंदा महात्मा के रूप में मिले तथा सत्यलोक लेकर गए। तीन दिन तक दादू जी बेहोश रहे। होश में आने के पश्चात् परमेश्वर की महिमा की आँखों देखी बहुत-सी अमृतवाणी उच्चारण की:
जिन मोकुं निज नाम दिया, सोइ सतगुरु हमार।
दादू दूसरा कोई नहीं, कबीर सृजन हार।।
दादू साहेब जी
■ मूलक दास जी
42 वर्ष की आयु में श्री मलूक दास साहेब जी को पूर्ण परमात्मा मिले तथा दो दिन तक श्री मलूक दास जी अचेत रहे। फिर निम्न वाणी उच्चारण की:
जपो रे मन सतगुरु नाम कबीर।।
जपो रे मन परमेश्वर नाम कबीर।
मूलक दास जी
■ गरीब दास जी
आदरणीय गरीबदास साहेब जी का आर्विभाव (जन्म) सन् 1717 में हुआ तथा साहेब कबीर जी के दर्शन दस वर्ष की आयु में सन् 1727 में नला नामक खेत में हुए तथा सतलोक वास सन् 1778 में हुआ। आदरणीय गरीबदास साहेब जी को भी परमात्मा कबीर साहेब जी सशरीर जिंदा रूप में मिले। आदरणीय गरीबदास साहेब जी अपने नला नामक खेतों में अन्य साथी ग्वालों के साथ गाय चरा रहे थे। जो खेत कबलाना गाँव की सीमा से सटा है। ग्वालों ने जिन्दा महात्मा के रूप में प्रकट कबीर परमेश्वर से आग्रह किया कि आप खाना नहीं खाते हो तो दूध ग्रहण करो क्योंकि परमात्मा ने कहा था कि मैं अपने सतलोक गाँव से खाना खाकर आया हूँ। तब परमेश्वर कबीर जी ने कहा कि मैं कुँआरी गाय का दूध पीता हूँ।
■ कुँआरी गाय का दूध
किस किस को मिले कबीर परमेश्वर: बालक गरीबदास जी ने एक कुँआरी गाय को परमेश्वर कबीर जी के पास लाकर कहा कि बाबा जी यह बिना ब्याई (कुँआरी) गाय कैसे दूध दे सकती है ? तब कविर्देव (कबीर परमेश्वर) ने कुँआरी गाय अर्थात् बच्छिया की कमर पर हाथ रखा, अपने आप कुँआरी गाय (अध्नया धेनु) के थनों से दूध निकलने लगा। पात्र भरने पर रूक गया। वह दूध परमेश्वर कबीर जी ने पीया तथा प्रसाद रूप में कुछ अपने बच्चे गरीब दास जी को पिलाया तथा सतलोक के दर्शन कराये। सतलोक में अपने दो रूप दिखाकर फिर जिंदा वाले रूप में कुल मालिक रूप में सिंहासन पर विराजमान हो गए तथा कहा कि मैं ही 120 वर्ष तक काशी में धाणक (जुलाहा) रूप में रहकर आया हूँ।
हज़रत मुहम्मद जी को भी मिले कबीर पमेश्वर
मैं पहले भी हज़रत मुहम्मद जी को भी मिला था। पवित्र कुरान शरीफ में जो कबीरा, कबीरन्, खबीरा, खबीरन्, अल्लाहु अक्बर आदि शब्द हैं वे मेरा ही बोध कराते हैं तथा मैं ही श्री नानक जी को बेई नदी पर जिंदा महात्मा के रूप में ही मिला था {मुस्लमानों में जिंदा महात्मा होते हैं, वे काला चैगा (ओवर कोट जैसा) घुटनों से नीचे तक तथा सिर पर चोटे वाला काला टोप पहनते हैं} तथा मैं ही बलख शहर में नरेश श्री अब्राहीम सुलतान अधम जी तथा श्री दादू जी को मिला था तथा चारों पवित्र वेदों में जो कविर अग्नि, कविर्देव (कविरंघारिः) आदि नाम हैं वह मेरा ही बोध है।
‘कबीर बेद हमारा भेद है, मैं मिलु बेदों से नांही। जौन बेद से मैं मिलूं, वो बेद जानते नांही।।
मैं ही वेदों से पहले भी सतलोक में विराजमान था परमेश्वर कबीर ही सतलोक से जिन्दा महात्मा के रूप में आकर मुझे अजब नगर (अद्धभुत नगर सतलोक) में लेकर गए। जहाँ पर आनन्द ही आनन्द है, कोई चिन्ता नहीं, जन्म-मृत्यु, अन्य प्राणियों के शरीर में कष्ट आदि का शोक नहीं है।
किस किस को मिले कबीर परमेश्वर: इसी काशी में धाणक रूप में आए सतपुरुष ने भिन्न-भिन्न समय में प्रकट होकर आदरणीय श्री अब्राहीम सुल्तान अधम साहेब जी तथा आदरणीय दादू साहेब जी व आदरणीय नानक साहेब जी को भी सतनाम देकर पार किया। वही कविर्देव जिसके एक रोम कूप में करोड़ों सूर्यों जैसा प्रकाश है तथा मानव सदृश है, अति तेजोमय अपने वास्तविक शरीर के ऊपर हल्के तेजपुंज का चोला (भद्रा वस्त्र अर्थात् तेजपुंज का शरीर) डाल कर हमें मृत्यु लोक (मनुष्य लोक) में मिलता है क्योंकि उस परमेश्वर के वास्तविक स्वरूप के प्रकाश को चर्म दृष्टि सहन नहीं कर सकती।
आदरणीय गरीब दास साहेब जी ने अपनी अमृतवाणी में कहा है:
‘सर्व कला सतगुरु साहेब की, हरि आए हरियाणे नुँ‘‘
आप विद्वान हैं...
आप जो बोलते हैं वो इतना आसान नहीं है कि उसे बिना समझे ही आगे बढ़ जाया जाये..
मेरा सुझाव है कि आप सारे शब्दों जा उच्चारण बहुत साफ और समझने योग्य रक्खें.
जब कोई शब्द समझने के लिए दो तीन बार सुनना पडता है तो सब्जेक्ट का समझना छूट जाता है...
उम्मीद है कि आप मेरी परेशानी को समझेंगे...
धन्यावाद
Simply awesome.🙏👍👍👌
Love the way u explain sir
Learnt so many things from u
My fav ❤️❤️
Great explanation 🙏
You described all the things in very poetic way and you knowledge of urdu I think is decent 👍👍
First time I heard this thing about sufism
🙏🏼
Ruhaniat motivation good
😍❤️❤️💓💗💖
Aapko sunana bhi ek marham hai
Sir this video is not playing
Badiya explain karate hai aap💚
thank you for this wonderful lec.plzz sir mention rumi’ s books
Just wow ...❤️✨
दुनिया के किन लेखकों और कवियों को पढ़ लेना चाहिए... कृप्या एक लिस्ट बता दें जी
अति सुन्दर
One more series on Rummi....
अंती सुंदर
Shukriya
Best sir
Ameen