ओम नमःशिवाय गुरुर्बृम्हा गुरुर्बिष्णु गुरुर्देवमहेश्वरः गुरुसाक्षात पारबृम्ह तस्मै श्रीगुरुवेव नमः धन्यवाद गुरुजी सादर चरणश्पर्श आपको बहुत बहुत बधाई कि आप दुर्लभ बीडीओ बनाकर वैदिक धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं आपको बारंबार नमामि नमामी
प्रतिष्ठा का विधि-विधान तो आपने सत्य बताया है पर यह अपर्याप्त विधि है, कृपया पूर्ण विधि-विधान बताएं ताकि अन्य दुसरे सज्जनों को लाभ मिल सके। धन्यवाद मान्यवर
Aur Ek sawal tha apse agar bhagwan ki pranprathishta Kar rhe to aur unki Atma agar murti me aai he to koi chiz me pran hota he to vastu apni jagah SE chalti he hilti he aur apni jagah ko badalti agar apki pran pratishtha SE aesa ho rha he to murti me koi change q nai aaraha he please ye mujhe samjha dijiyega.
पंडित जी कृपा करके नवरात्रि की सम्पूर्ण पूजा बिधिबताये जैसे गौरी गणेश पूजन ,कलशस्थापन, जगदम्बे पूजन ,अखन्डदीप प्रज्वलन और पूजा बिधि, नवग्रह पूजन बिधि ,षोडश मात्रिका पूजन बिधि और कोई आप को दक्षिणा कैसे प्रदान करे इत्यादि 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Aap se Ek sawal he Agar pranprathista SE mantar padhkar jis murti ko Apne Khudh Apne hath SE banaya he usme aap pran Atma Dalte he to wo kese paramatma ban jate aur Apne Jo mantar padhe unka meaning batayega Aur Ek sawal tha apse agar bhagwan ki pranprathishta Kar rhe to aur unki Atma agar murti me aai he to koi chiz me pran hota he to vastu apni jagah SE chalti he hilti he aur apni jagah ko badalti agar apki pran pratishtha SE aesa ho rha he to murti me koi change q nai aaraha he please ye mujhe samjha dijiyega. Jis murti ko khud banaya usko bhagwan banadena Apne hi padhe hue mantar SE ? YAJURVEDA ME BHI YAHI LIKHA HE PARMATMA NIRAAKAAR HE USKI KOI MURTI NAI HE
नमस्कार पंडित जी आपने जो विधि बताई उसे विधि सर मैंने गणपति की मूर्ति विष्णु भगवान की मूर्ति और दुर्गा मां की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा की है अब इन तीनों मूर्ति को हम कहीं भी ले जा सकते हैं या नहीं और दूसरा और इसकी पूजा हमें रोज करनी पड़ेगी मान लो किसी दिन हम भूल गए तो?
शाबर तथा इंद्रजाल तंत्र के निरमिती की कहानी। सती ने आत्म दहन किया था और शिवजी उसके जले हुए शरीर को लेके भटकते रहे , कुछ सती के अवयव जहां जहां गिरे वहां शक्ति पीठ बने, इतना तो आप को पता ही होगा, अब उसके बाद की कहानी सुन्ये, शिवजी उसके बाद धयान में लीन होगाये,और उसकी आत्मा को तलाशने लगे, लेकिन माता सती ने आत्मदहन किया था तो उनकी आत्मा को मोक्ष नहीं मिला था, तब कुछ साधु वाहा आए उन्होंने शिवजी को बताया की हम माता सती के लिए हवन शांति करके उनकी आत्मा को मोक्ष दिला सकते है, और बाद में आप उनकी आत्मा को किसी दूसरे शरीर में स्थापित कर सकेंगे, तब शिवजी ने उन्हें हवन शांति करे को कहा, लेकिन उन साधुओं ने एक शर्त रखी कि उन्हें दक्षिणा में वोह ही देना होगा जो वोह साधु चाहेंगे, और वोह दक्षिणा वोह स्वयं किसी से मांगकर या खुद से दे अपने तपोबल से उत्पन्न करके नहीं ( अब धन का और शिवजी का क्या संबंध ?) फिर भी वोह मान गए, अब दक्षिणा में उन साधुओं ने पशु धन और सुवर्ण धन मांगा था, तो वोह विष्णुजी के पास गए और उनसे उन्होंने धन मांगा, विष्णुजी ने दे दिया, फिर वोह कार्य भी संपन्न हुआ, माता पार्वती का पुनर्जन्म हुआ। लेकिन शिवजी को एक बात पसंद नहीं आई, वोह ये की वेदों का ज्ञान अगर किसी के पास है तो उन्हें उसका जनहित में इस्तमाल करना चाहिए, जिस के पास धन नहीं है वोह क्या करे ? क्या उसे अपने समस्याओं पे छोड़ देना चाहिए ? लेकिन वेदों पर उनका कोई कंट्रोल नहीं था , ब्रह्माजी का है, तब उन्होंने शाबर तथा इंद्रजाल की रचना की, और उसमे साफ कहा है, की इस तंत्र साधना का साधक इसका इस्तेमाल सिर्फ जनहित में ही करे, अन्यथा उसकी साधना विफल होजाएगी , और दक्षिणा स्वरूप उसे जो मिले उसे उतना ही लेना है, और जो इस तंत्र की दिक्ष देता है उसे दक्षिणा लेना, और जो इसकी दीक्षा लेता है उसे दक्षिणा देना अनिवार्य है नाही तो वाह साधना विफल हो जाएगी, और इस में कोई छल कपट नहीं होना चाहिए। तो यह है शाबर तंत्र की कहानी। और माता पार्वती के साथ जब उनका विवाह हुआ, तब उन्हें इस बात का डर था, की उसके पिछले जन्म में हुआ वोह इसजन्म में ना हो, इसलिए उन्होंने शाबर तंत्र का ज्ञान परवतिजी को दिया, लेकिन देने से पहले उहोंने अपने सारे शिवगणों को और वाहा के पशुओं को अग्ला आदेश मिलने तक हिमालय से दूर जाने को कहा, सारे चले गए, लेकिन एक कबूतर का जोड़ा प्रणय क्रीड़ा में व्यस्त था वोह 2 कबूतर नहीं गए और उहोंने सब सुन लिया, और वोह अमर हो गए, तो शिवजी क्रोधित हो गए अब वोह स्वयं पशुपतिनाथ है, तो उन्हें मार भी नहीं सकते, तो उन्हों ने उन 2 कबूतरों को शाप दिया कि वह कभी प्रजनन नहीं कर सकते, मतलब उनके कभी बच्चे नहीं होंगे। वोह 2 कबूतर आज भी अमरनाथ गुफा में देखे जाते है, इतना ही नहीं, उनकी वजह से ही अमरनाथ गुफा की खोज हुई, एक मुस्लिम आदमी कई सौ साल पहले भेड़ बकरी चराने गया था तो उस आकाश में ये 2 कबूतर उड़ते हुए दिखे, ( इतनी ऊंचाई पर सिर्फ बाज़ या गरुड़ ही उड़सक्ते है कबूतर नहीं) तो उसने उनका पीछा किया तो वोह 2 कबूतर एक गुफा में गए, तब उसने देखा कि उस गुफा में एक भाव्या बराफ का शिवलिंग है और उसपे कुदरती तरीके से जल अभिषेक भी हो रहा था, उसने ये बात गांववालो को बताई, और तभी से अमरनाथ यात्रा का आरंभ हुआ। जय महाकाल 🙏🙏
पंडित जी प्रणाम कृपा करके मेरा आपसे निवेदन है की आप ,,,काली माता की फोटो और कलश की प्राण प्रतिष्ठा एवम् आसन शुद्धि करण मंत्र विधि सहित वीडियो बनाने की कृपा करें,,,जय माता दी,,,,🙏🙏🙏
Sar Jo Pujan Kiya jata hai Navgrah Puja Kisi Ki Shanti ka to Ganesh Ambikapur Varun Devta ssmatri Shabd greedy man Naukari Devta ine sab ki Pratishtha karne padati Hai Pahle
Aap se Ek sawal he agar ap pran pratishtha karte he.To Jab aap mantar padhkar murti ke andae pran Dalte he to fir murti ko bhagwan q mante he aur swami dayanand saraswati ne Apne Ek video me puja Chetan ki Hoti he agar ram Jayanti aur Hanuman Jayanti manate he to fir wo to achetan hue aur valmiki ne bhi ram ji ki Kitab ko ramcharitra Manas Kaha he to ram Ek insan the unko bhagwan q Bana dia
जयश्री कृष्ण जय श्री राम जय राम जय।श्रीगुरु। को कोटीकौटीदडवत हैं।श्री। गुरुदेव।अखंड।कृपा।करें।दीन।बंदूकों। श्री गुरु जी।को। नमो-नमो नमस्ते
ॐ नमः शिवाय
ओम नमःशिवाय गुरुर्बृम्हा गुरुर्बिष्णु गुरुर्देवमहेश्वरः गुरुसाक्षात पारबृम्ह तस्मै श्रीगुरुवेव नमः
धन्यवाद गुरुजी सादर चरणश्पर्श आपको बहुत बहुत बधाई कि आप दुर्लभ बीडीओ बनाकर वैदिक धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं आपको बारंबार नमामि नमामी
Excellent
From Nashik
बहुत ही अच्छा समझाते है आप गुरुजी।
महादेव की कृपा से आपका चैनल खूब चले 🙏
हर हर महादेव 💐🍁💟🙏
प्रतिष्ठा का विधि-विधान तो आपने सत्य बताया है पर यह अपर्याप्त विधि है, कृपया पूर्ण विधि-विधान बताएं ताकि अन्य दुसरे सज्जनों को लाभ मिल सके। धन्यवाद मान्यवर
Sooo.. beautiful..
ॐ जय श्री राम ॐ जय श्री राम ॐ जय श्री राम जी की
Mujhe iski book chahiye. Pls book ki kimat batao.
Jibanyas keise kare guru ji boliye
Murti stapna ke havan karne ka mantra bataye plz
Jay shri radhe krishna
जय गुरुदेव 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
Pandit ji Namaskar Aja basant panchame ka jo Partstana ka mantra batya.
गुरु जी आचार्य द्वारा संपूर्ण हवन विधि मैं मंदिर प्राण प्रतिष्ठा विधि विस्तार में बताइए
mandir ki pran pratishtha balaji ki pran pratishtha kaise
Aur Ek sawal tha apse agar bhagwan ki pranprathishta Kar rhe to aur unki Atma agar murti me aai he to koi chiz me pran hota he to vastu apni jagah SE chalti he hilti he aur apni jagah ko badalti agar apki pran pratishtha SE aesa ho rha he to murti me koi change q nai aaraha he please ye mujhe samjha dijiyega.
Jai shree Radhe Krishna Guru ji
Deer guruji thanks .yese hai acha acha cije TH-cam me dejye .app ko koti koti pranam
यह मंत्र कौन से वेद मे लिखे हुए हैं??
प्रतिष्ठा में भगवान को दर्पण दिखाते है तो ओ टूट जाता है दर्पण तोड़ने वाली विधि बताई जाए जिससे मूर्ति का प्रमाण मिले जय शंकर की
Bhattke hue ho
Pandit ji se karane chaihe
Chutiya pa nahi koye bhi jo jankar ho use karva sakte ho pandit jo kuch nahi janta use kyu karvaye chutiyapa mat karo pandit se@@boss-wk1ci
जय श्री राम जय हनुमान❤❤
om Namah shivy Dhanevad hum sub se gyan baatne keliye.
Sundar hai
Apki kusha ke saman prakhar hai
Nice. Vidio
Guruji Koti Koti Pranam Guruji Diwali Puja per ek video banaen Diwali Puja kis Prakar se Karen bataiye
अति सुंदर ।नमो नारायण ।
Dhanyvad Gurudev aap mera Anurodh Shikar Kiye Hain
अंनाधीवस फलाधीवास कब करना हे, पेहले या बादमे??
पंडित जी कृपा करके नवरात्रि की सम्पूर्ण पूजा बिधिबताये जैसे गौरी गणेश पूजन ,कलशस्थापन, जगदम्बे पूजन ,अखन्डदीप प्रज्वलन और पूजा बिधि, नवग्रह पूजन बिधि ,षोडश मात्रिका पूजन बिधि और कोई आप को दक्षिणा कैसे प्रदान करे इत्यादि 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
U
हर हर महादेव
Bahot aache see bataye guruji 🙏🙏🙏🙏🤗🤗🤗🤗
Lok devta ki pran pratishtha kaise kare
Jay Shri Ganesh
बहुत खूब सुन्दर परबचन आपका आभार प्रकट करता हूँ राजेन्द्र परसाद भारद्वाज शुर्या वंशी गायक
Ĺ
Jay shree ram HarHar mhadev
Har Har Mahadev
Om namah shivaya meri taraf se belpatra🌿🌿
Pranam Acharya Ji.
Aap se Ek sawal he
Agar pranprathista SE mantar padhkar jis murti ko Apne Khudh Apne hath SE banaya he usme aap pran Atma Dalte he to wo kese paramatma ban jate aur Apne Jo mantar padhe unka meaning batayega
Aur Ek sawal tha apse agar bhagwan ki pranprathishta Kar rhe to aur unki Atma agar murti me aai he to koi chiz me pran hota he to vastu apni jagah SE chalti he hilti he aur apni jagah ko badalti agar apki pran pratishtha SE aesa ho rha he to murti me koi change q nai aaraha he please ye mujhe samjha dijiyega.
Jis murti ko khud banaya usko bhagwan banadena Apne hi padhe hue mantar SE ?
YAJURVEDA ME BHI YAHI LIKHA HE
PARMATMA NIRAAKAAR HE USKI KOI MURTI NAI HE
जय माता दी
नमस्कार पंडित जी आपने जो विधि बताई उसे विधि सर मैंने गणपति की मूर्ति विष्णु भगवान की मूर्ति और दुर्गा मां की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा की है अब इन तीनों मूर्ति को हम कहीं भी ले जा सकते हैं या नहीं और दूसरा और इसकी पूजा हमें रोज करनी पड़ेगी मान लो किसी दिन हम भूल गए तो?
Har har mahadev
Maine subscribe kiya
Bhut acha but pandit ji ydi hm pranprtista Murti Ko dobara parn prtistha kre to koi glt to nhi ya yantra ho ya murti
Agar kisibhi yntraki karni hito kaise Kare
Bohot achhe se bataya aapne
Partiv Ganesh murti ki pran prtistha karney key pshat visrjn vidhi kashey kare mharaj krupya bataye aur samgri kya hogi
Om namah Shivay
Jibanasa kuhantu
पुतली में किसी व्यक्ति की प्राण प्रतिष्ठा भी इससे हो सकती है गुरु जी?
Aapne Jo mantar padhe uska meaning comment me batayega uska meaning kya he ?
Guhyahey ka MATLAB sir
Sar Surya Bhagwan ki Murti ki Pran Pratishtha kaise karen
शाबर तथा इंद्रजाल तंत्र के निरमिती की कहानी।
सती ने आत्म दहन किया था और शिवजी उसके जले हुए शरीर को लेके भटकते रहे , कुछ सती के अवयव जहां जहां गिरे वहां शक्ति पीठ बने, इतना तो आप को पता ही होगा, अब उसके बाद की कहानी सुन्ये, शिवजी उसके बाद धयान में लीन होगाये,और उसकी आत्मा को तलाशने लगे, लेकिन माता सती ने आत्मदहन किया था तो उनकी आत्मा को मोक्ष नहीं मिला था, तब कुछ साधु वाहा आए उन्होंने शिवजी को बताया की हम माता सती के लिए हवन शांति करके उनकी आत्मा को मोक्ष दिला सकते है, और बाद में आप उनकी आत्मा को किसी दूसरे शरीर में स्थापित कर सकेंगे, तब शिवजी ने उन्हें हवन शांति करे को कहा, लेकिन उन साधुओं ने एक शर्त रखी कि उन्हें दक्षिणा में वोह ही देना होगा जो वोह साधु चाहेंगे, और वोह दक्षिणा वोह स्वयं किसी से मांगकर या खुद से दे अपने तपोबल से उत्पन्न करके नहीं ( अब धन का और शिवजी का क्या संबंध ?) फिर भी वोह मान गए, अब दक्षिणा में उन साधुओं ने पशु धन और सुवर्ण धन मांगा था, तो वोह विष्णुजी के पास गए और उनसे उन्होंने धन मांगा, विष्णुजी ने दे दिया, फिर वोह कार्य भी संपन्न हुआ, माता पार्वती का पुनर्जन्म हुआ।
लेकिन शिवजी को एक बात पसंद नहीं आई, वोह ये की वेदों का ज्ञान अगर किसी के पास है तो उन्हें उसका जनहित में इस्तमाल करना चाहिए, जिस के पास धन नहीं है वोह क्या करे ? क्या उसे अपने समस्याओं पे छोड़ देना चाहिए ? लेकिन वेदों पर उनका कोई कंट्रोल नहीं था , ब्रह्माजी का है, तब उन्होंने शाबर तथा इंद्रजाल की रचना की, और उसमे साफ कहा है, की इस तंत्र साधना का साधक इसका इस्तेमाल सिर्फ जनहित में ही करे, अन्यथा उसकी साधना विफल होजाएगी , और दक्षिणा स्वरूप उसे जो मिले उसे उतना ही लेना है, और जो इस तंत्र की दिक्ष देता है उसे दक्षिणा लेना, और जो इसकी दीक्षा लेता है उसे दक्षिणा देना अनिवार्य है नाही तो वाह साधना विफल हो जाएगी, और इस में कोई छल कपट नहीं होना चाहिए।
तो यह है शाबर तंत्र की कहानी।
और माता पार्वती के साथ जब उनका विवाह हुआ, तब उन्हें इस बात का डर था, की उसके पिछले जन्म में हुआ वोह इसजन्म में ना हो, इसलिए उन्होंने शाबर तंत्र का ज्ञान परवतिजी को दिया, लेकिन देने से पहले उहोंने अपने सारे शिवगणों को और वाहा के पशुओं को अग्ला आदेश मिलने तक हिमालय से दूर जाने को कहा, सारे चले गए, लेकिन एक कबूतर का जोड़ा प्रणय क्रीड़ा में व्यस्त था वोह 2 कबूतर नहीं गए और उहोंने सब सुन लिया, और वोह अमर हो गए, तो शिवजी क्रोधित हो गए अब वोह स्वयं पशुपतिनाथ है, तो उन्हें मार भी नहीं सकते, तो उन्हों ने उन 2 कबूतरों को शाप दिया कि वह कभी प्रजनन नहीं कर सकते, मतलब उनके कभी बच्चे नहीं होंगे।
वोह 2 कबूतर आज भी अमरनाथ गुफा में देखे जाते है, इतना ही नहीं, उनकी वजह से ही अमरनाथ गुफा की खोज हुई, एक मुस्लिम आदमी कई सौ साल पहले भेड़ बकरी चराने गया था तो उस आकाश में ये 2 कबूतर उड़ते हुए दिखे, ( इतनी ऊंचाई पर सिर्फ बाज़ या गरुड़ ही उड़सक्ते है कबूतर नहीं) तो उसने उनका पीछा किया तो वोह 2 कबूतर एक गुफा में गए, तब उसने देखा कि उस गुफा में एक भाव्या बराफ का शिवलिंग है और उसपे कुदरती तरीके से जल अभिषेक भी हो रहा था, उसने ये बात गांववालो को बताई, और तभी से अमरनाथ यात्रा का आरंभ हुआ।
जय महाकाल 🙏🙏
ओर शिवलिंग या शालिग्राम में कैसे स्पर्श करना है
Harr Harr Mahadev
Bhagwan Vishnu ki Murti ko Pran pratishthit karne ka Mantra bataen Guruji
9l
Bahut sundar
God bless you Om Om Om
Kash is pavitr mantr se insaan ki prtishtha bhi ho jati insaan bhi to mitti ki murat hai 😰
बहु शोभनम आचार्य जी
पंडित जी प्रणाम कृपा करके मेरा आपसे निवेदन है की आप ,,,काली माता की फोटो और कलश की प्राण प्रतिष्ठा एवम् आसन शुद्धि करण मंत्र विधि सहित वीडियो बनाने की कृपा करें,,,जय माता दी,,,,🙏🙏🙏
Very nice guru dev
Jay mata ji
Vishnu bhagawan moorti sthapana ke mantra batae please
Jay Shri Krishna
Shri swami samarth
विवाह की विद्धि बतायें
Om Hari Om Hare
Ok
जय माँ मातंगी
B.p.s.
Hari om🕉️🙏
Sar Jo Pujan Kiya jata hai Navgrah Puja Kisi Ki Shanti ka to Ganesh Ambikapur Varun Devta ssmatri Shabd greedy man Naukari Devta ine sab ki Pratishtha karne padati Hai Pahle
Jai jai Sri Radhey
क्या मिट्टी और नामकी विग्रह का बिधी एकी है वा फरक होता है
ओम् जय गुरूदेव
jaya shree ganeshya namo nama:.jaya shamva shivaya namo nama: jaya hos.
Prnam guruji
Kya dhatu ki murti bhi is bidhi se pran pratisthit kar sakte hai?
Shiv om awasthi aapko pranam karte hai gurdev
हम आपकी चरण वंदना करते हैं
hari om
जय गुरुदेव
नारायण भगवान की कैसे करे
Pandit ji please upload all mantra in description so that we can do practice
प्राण प्रतिष्ठा विधि मंत्र कौन सा बुक है गुरू जी
Aap se Ek sawal he agar ap pran pratishtha karte he.To Jab aap mantar padhkar murti ke andae pran Dalte he to fir murti ko bhagwan q mante he aur swami dayanand saraswati ne Apne Ek video me puja Chetan ki Hoti he agar ram Jayanti aur Hanuman Jayanti manate he to fir wo to achetan hue aur valmiki ne bhi ram ji ki Kitab ko ramcharitra Manas Kaha he to ram Ek insan the unko bhagwan q Bana dia
Es mantar se laddo gopal ji ki pran ptisda kar sakte h kya
पंडित जी,, प्राण प्रतिष्ठा होता है क्या,, और यह क्यों किया जाता है,,
Shree ram
Mare gar me Ma Kamakhya Mandir ka picture hain, maine kaise iska pran protista karnu? Kripaya kar ke guruji bantaya.
5:45 devi karenge toh bhi पुरुष्म kahenge
महाराज की जय हो
Hamaare paas steel ki hai tho kase kare praan ptishta
জোয় গুরু জি
प्राणप्रतिष्ठा पूजन कर विस्तार से व्हिडिओ अपलोड किकिये
Reply to dijiye . Paper ki murri main pran kayse pratistha karte Hain?
Photo ki pran pratistha kayse Kate?
कृपया श स और ष उच्चारण कैसे करें बताइए
Guruji Godan ki vidhi bataiye Kis Tarah Kiya Jata Hai kin kin Mantra se kya kya karna chahie
Guruji havan vidhime swaha mantra vidio dijiye