🕉 सानन्द मानन्द वने वसंतम # 🙏शरणम प्रपद्ये # श्री काशी विश्वनाथ मंत्र 🙏 meditation

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  • เผยแพร่เมื่อ 11 ต.ค. 2024
  • सानन्दमानन्दवने वसन्तमानन्दकन्दं हतपापवृन्दम्।
    वाराणसीनाथमनाथनाथं श्रीविश्वनाथं शरणं प्रपद्ये।।
    अर्थ : जो भगवान शिव आनंदवन क्षेत्र काशी में आनंद पूर्वक निवास करते हैं, जो भगवान शिव परमानंद के निधान हैं जो आदि कारण हैं जो भगवान शिव समस्त पाप समूह का नाश करने वाले हैं। ऐसे अनाथों के नाथ काशी पति भगवान श्री विश्वनाथ श्री शिव शंकर की शरण में मैं जाता हूं।
    🙏🙏

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