परमात्मा से जुड़ना ही प्रयास नहीं है।6 फरवरी 2024, वलसाड सेशन, part-2

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 22 ก.พ. 2024
  • टॉपिक्स:
    पार्ट 2
    1. परमात्मा से जुड़ना ही प्रयास नहीं है. 00:10
    2. निशब्द साधना (महिमा) 1:20
    3. मन में महिमा करने से ज़्यादा लाभ मिलता है. 3:00
    4. तत्व और अतत्व, निहतत्व नहीं बन सकता 3:40
    4. स्वतंत्र होने का ख़याल कहाँ से आता है? 4:52
    5. निर्विरोधिता क्या? 6:16
    6. परमात्मा से जुड़ने के बाद रहमतें बरसती हैं, फ़िक्सेशन टूटता है. 12:09
    7. फ्री विल क्या है? 13:00
    8. परमात्मा से जुड़ने पर हमारे साथ वालों का भी फ़िक्सेशन टूटता है 16:20
    9. क्या आप भी परम चेतना हो? 19:00
    10. परमात्मा निर्मोह होता है.22:32
    11. सही सपना लेन के लिए जीवन अच्छा बनाना पड़ेगा. 26:00
    12. अयाची मतलब क्या? 27:22
    13. अजन्मा मतलब अजर अमर अविनाशी. 34:00
    14. मार्गदर्शक सहज होते हैं. 36:32
    15. परमात्मा से जुड़ने का कौन सा नियम है 42:00
    16. गिल्ट कभी नहीं लेना है. 43:00
    17. नियम परंपराओं का विरोध मत करो 44:38
    11 फ़रवरी 2024, जयपुर सेशन लिंक:
    1. ठहराव ही समस्त सिद्धियों का जनक है।
    • ठहराव ही समस्त सिद्धिय...
    2. अजन्मा, शाश्वत और अनादि में भेद.
    • ठहराव ही समस्त सिद्धिय...
    परमात्मा के गुण के पीडीएफ़ लिंक:
    docs.google.co...

ความคิดเห็น •